Friday, February 29, 2008

बेरोजगार की नई दुकान पर खाद्य अधिकारी का छापा

युवक ने गुस्से में समोसे-दूध सब सड़क पर फेंक दुकान में ताला डाला
सीहोर 28 फरवरी (फुरसत रोचक खबर)। आज अचानक जिला खाद्य अधिकारी की नींद खुली तो वह कच्चा चारा ढूंढने के लिये नगर में घूमने पहुँचा। सबसे पहले उन्हे नजर आया नगर के प्रतिष्ठित मनकामेश्वर महादेव मंदिर बावडी क़े पुजारी जी के पुत्र द्वारा बेरोजगारी से तंग हाल होकर तीन दिन पहले खोली गई एक छोटी-सी होटल। बस यहाँ खाद्य विभाग ने मामला नया-नया समझकर कुछ रौबदारी जमा दी। हालांकि इसके अलावा नाम धरने के लिये एक-दो आटो और अन्य दुकानों पर विभाग पहुँचा लेकिन जहाँ पहुँचना था, जिन बड़े-बड़े होटलों में एक साथ 4-5 व इससे अधिक टंकियाँ चल रही हैं वहाँ यह नहीं पहुँचा।
बेरोगजारी की मार झेल रहे एक युवक निखिल शुक्ला ने तीन दिन पहले ही अपनी एक छोटी-सी दुकान बावड़ी वाले महादेव मंदिर की दुकानों में खोली थी। अभी वह समझ भी नहीं पाया है कि होटल व्यवसाय में कैसे क्या होता है। इसके पूर्व ही आज अचानक खाद्य विभाग आ टपका। खाद्य विभाग की अधिकारी ने इस नरम चारे को अपना शिकार बनाया और उसके यहाँ चल रहे दो भरे गैस सिलेण्डर जप्त कर लिये। इस कार्यवाही के विरोध में यहाँ लोगों का हुजूम लग गया। सामने ही बैंक के अधिकारियों कर्मचारियों ने आकर खाद्य विभाग को समझाया कि यह इसका पहला कसूर है इसे आप समझा दो, बमुश्किल हेरान परेशान इस बेरोजगार ने किसी तरह रोजगार शुरु किया है अभी इसे परेशान नहीं किया जाना चाहिये। लेकिन खाद्य विभाग माना ही नहीं।
जब खाद्य विभाग नहीं माना, तो आक्रोशित दुकानदार ने उसकी दुकान का सारा इस सरकार और व्यवस्था पर नाराज होते हुए फेंकना शुरु कर दिया। उसने दूध सबके सामने सड़क पर लाकर ढोल दिया, फिर समोसे सड़क फेंक दिये। उसका आक्रोश देखकर लोग स्तब्ध थे, और व्यवस्था को कोस रहे थे। हालांकि इसकी दुकान पर व्यवसायिक टंकी भी मौजूद थी लेकिन उसका भी खाद्य विभाग ने ध्यान नहीं रखा। आज इस बेरोजगार ने व्यवस्था से कुपित होकर अपनी दुकान ही बंद कर दी। उसका आशय यूं तो हमेशा के लिये दुकान बंद कर देने का ही है लेकिन लोग उसे समझाने का प्रयास भी करते देखे गये। इस प्रकार नींद के खुमार से जागे खाद्य विभाग ने जो कुछ किया उससे यह चर्चा फैली रही कि आखिर उन स्थानों या उन दुकानों पर खाद्य विभाग क्यों नहीं जा रहा जहाँ खुले आम गैस की टंकियाँ चलाई जा रही हैं। आखिर क्या कारण है कि बडे पुराने होटलों पर यह नहीं जाते। हालांकि आज बस स्टेण्ड की एक दुकान पर खाद्य विभाग ने टंकी पकड़ी लेकिन कुछ अन्य दुकानें जानबूझकर छोड़ दी गईं। नाम धरने को एक आटो पकड़ लिया। यहाँ भी सबका कहना था कि भईया यदि कार्यवाही करनी ही तो फिर ईमानदारी से तो करो, यह क्या तरीका है। sehore fursat

सीहोर में नाबालिग बालिका के अपहर्ता को 3 वर्ष का सश्रम कारावास

सीहोर 28 फरवरी (फुरसत)। मा. सत्र न्यायाधीश एम.ए. सिद्दीकी ने थाना बिलकिसगंज के अपराध क्रं. 252007 के आधार पर बनाये सत्र परीक्षण क्रमांक 1202007 में अभियुक्त राकेश पुत्र भंवरजी निवासी ग्राम कुलासकलां को अव्यस्क बालिका के अपहरण का दोषी सिद्ध पाकर भारतीय दंड विधान की धारा 363 एवं 366 के तहत तीन -तीन साल के सश्रम कारावास एवं 500-500-रुपये अर्थदंड की सजा का निर्णय पारित किया है।
अभियोजन के अनुसार फरियादी जो कि एक अव्यस्क बालिका है ने थाना बिल.गंज. में दिनांक 22507 को लिखाई गई रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण दर्ज किया व विवेचना में लिया गया जिसमें यह तथ्य प्रकट हुआ था कि अपहृत बालिका अव्यस्क है तथा उसे घटना दिनांक क ो रात्रि 11 बजे आरोपी द्वारा अपहृत कर अन्यत्र ले जाया गया था । 2 दिनों बाद परिजनों के तलाश करने पर बालिका आरोपी राकेश के कब्जे से बरामद हुई । विवेचना उपरांत मा. सत्र न्यायालय को प्रकरण विचारण हेतू प्राप्त हुआ । अभियोजन की ओर से कुल-11 गवाहों को पेश किया । मामले में दोनो पक्षों की बहस सुनी गयी तथा अंतिम बहस सुनने के बाद विद्वान न्यायाधीश ने अभियुक्त को अव्यक्त बालिका को अपहरण कर अन्यत्र ले जाने क ा अपराध सिद्ध माना तथा विद्वान न्यायाधीश ने आरोपी राकेश आ. भंवर जी नि. कुलांस को धारा 363 में 3 वर्ष, 366 भादवि में 3 साल की सजा व प्रत्येक में 500-500-रुपये की अर्थदंड की सजा का निर्णय सुनाया । मामले में अभियोजन की ओर से पैरवी लोक अभियोजक ओ.पी.मिश्रा ने की । sehore fursat

सीहोर में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी एक मार्च से, इस बार 1000 रु. क्विंटल में खरीदा जायेगा गेहूं ऊपर से बोनस भी

सीहोर 28 फ रवरी (फुरसत)। सीहोर जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं का उपार्जन एक मार्च से प्रारंभ किया जा रहा है। गेहूं उपार्जन के लिए जिले में 21 खरीदी केन्द्र निर्धारित किए गए है । इसके अतिरिक्त जिले में नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा आष्टा, सीहोर, इछावर, और नसरूल्लागंज वितरण केन्द्रों पर कृषकों के माध्यम से सभी सीधे गेहूं की खरीदी की जायेगी । जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि सीहोर जिले में रबी विपणन साल 2008-09 में गेहूं उपार्जन के लिए 60 हजार मेट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया है । शासन द्वारा इस साल गेहूं का समर्थन मूल्य एक हजार रुपये प्रति क्विंटल. निर्धारित किया गया है इसके अलावा किसानों को 100 रुपये प्रति क्ंवि. बोनस दिया जायेगा । जिले में किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं का उपार्जन करने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए है किसानों से आग्रह किया है कि वे अपनी उपज को उर्पाजन केन्द्रों पर लाकर उचित मूल्य प्राप्त करें। sehore fursat

इंजन चोर गिरफ्तार

जावर 28 फरवरी (फुरसत)। जावर पुलिस ने गत दिनों पांच हास पावर की इंजन चोरी के मामले में दो सदस्य चोर गिरोह को गिरफ्तार किया है। जिन्हं पुलिस रिमाण्ड हेतू न्यायालय भेजा गया है । उल्लेखनीय है कि जावर थाना अर्न्तगत आने वाले ग्राम फूडरा निवासी रूकमाबाई के कुये पर लगा किरोस्ता कंपनी का इंजन 5 हास पावर कीमती बीस हजार रुपये का कोई अज्ञात चोर गत रविवार की दरम्यानी रात चोरी कर ले गया था । घटना की रिर्पोट पर जावर पुलिस ने भादवि. की धारा 379 के तहत प्रकरण दर्ज कर अज्ञात चोरो की खोजबीन शुरू की तथा इस मामले में ग्राम धामनखेड़ा निवासी मेहबूब आ. इस्माइल खां बेलदार एवं धबोटी निवासी सलीम आ. लियाकत खां को गत मंगलवार को गिरफ्तार कर इनकी निशादेही पर पांच हास पावर का इंजन कीमती 20,000-रुपये का बरामद करने में सफलता प्राप्त की । पुलिस ने इनसे अन्य चोरी के मामलो में पूछताछ हेतू पुलिस रिमाण्ड हेतू आज न्यायालय भेजा है ।

सड़क ठेकेदार और पुलिस के प्रयास से अवरूद्ध इंदौर-भोपाल मार्ग चालू हुआ

आष्टा 28 फरवरी (फुरसत)। कल रात्रि में जैसे ही यह खबर लगी कि जावर जोड़ से मेहतवाड़ा के बीच स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर के सामने इंदौर-भोपाल रोड का एक छोटे पुल के बीच में दरार आ गई है। और अगर उस पर से भारी वाहन गुजरा तो उक्त पुल धस हो सकता है।
वैसे ही पुलिस हरकत में आई और तत्काल उक्त स्थल पर पहुंची स्थिति गंभीर देख पुलिस ने घटना घटे उसके पहले ही उक्त पुल से वाहनों की आवाजाही रोक दी और स्थानीय प्रशासन, रोड विभाग एवं आला अफ सरो को खबर कर दी । सूचना के बाद उक्त मार्ग पर वाहनों को दोनो और रोक दिया गया लेकिन सूचना के घंटो बीत जाने के बाद उक्त रोड जिस म.प्र. सड़क विकास प्राधिकरण के अन्तर्गत आता है । उसके अधिकारी वहां नही पहुंचे थे जबकि एसडीएम श्रीमति जी.व्ही.रश्मि, एसडीओपी मनुव्यास, टीआई वी.के. उपाध्याय, मेहतवाड़ा, चौकी प्रभारी मोहन सिंह जाट सहित अनेकों नागरिक जावर-मेहतवाड़ा के घटना स्थल पर पहुंच गये जावर पुलिस तो रात भर जागी और व्यवस्थाओं को किया अवरूद्ध मार्ग को चालू करने में सीहोर-देवास फोरलेन के ठेकेदारो ने बड़ी ही महत्वपूर्ण कार्यकर उक्त मार्ग को जैसे-तैसे चालू किया । वही वाहनों को अन्य बाइपास मार्गो से भी भेजा गया ।
लोक निर्माण विभाग आष्टा के एसडीओ श्री मांझी भी सूचना मिलते ही वहां पहुंचे ओर व्यवस्थाओं में जुटे खबर है कि जिस प्राधिकरण में अब उक्त रोड आता है उसका कार्यालय और पुरा स्टाफ भोपाल में है उन्हें सूचना करने के घंटो बाद रात्रि में एक सब इंजिनियर जरूर वहां पहुंचा लेकिन वो अकेला क्या कर सकते थे । सुबह तक जैसे-तैसे उक्त मार्ग चालू आस्थाई रूप से कर तो दिया लेकिन दरार युक्त उक्त पुल का अब क्या किया जाये इसको लेकर खबर है कि उक्त पुल जो वर्षो पुराना है, क्या अपनी उम्र पुरी कर चुका है । अगर ऐसा है तो यहां क्या अब नया पुल बनेगा या फिर जो समस्या दरार की आई है उसका स्थाई हल हो सकेगा । इसको लेकर इसके जवाब अभी किसी के पास नही है । जावर के तहसीलदार एमडी शर्मा भी रात भर वहां लगे रहे । अब उक्त पुल का क्या होगा जब तक उसके बारे में निर्णय नही होता तब तक इस व्यस्त मार्ग के यातायात को कैसे सही ढंग से बहाल रखा जायेगा । इस संबंध में आज फु रसत ने म.प्र. सड़क विकास प्राधिकरण के भोपाल स्थित कार्यालय पर सम्पर्क किया तो वहां से बताया कि इस संबंध में साहब ही कुछ बता पायेंगे । जिलाधीश श्री सिंह को ही अब इस विकट उत्पन्न समस्या को देखना चाहिये ताकि हो रही परेशानियों से निजात मिल सके । sehore

दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज

आष्टा 28 फरवरी (फुरसत)। अपने घर में विवाहिता को दहेज की मांग को लेकर सताने वाले ससुरालियों के खिलाफ सिद्धिकगंज पुलिस ने दहेज एक्ट के तहत तीन लोगो के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम झिल्ला थाना जावर निवासी दिलीप सिंह सेंधव की 23 वर्षीय पुत्री अलका बाई का विवाह 6-7 वर्ष पूर्व ग्राम नौगांव निवासी चेतनसिंह के साथ हुआ था, बताया जाता है कि अल्काबाई का पति चतेन सिंह दहेज में दो लाख रुपये नगद मोटर सायकल व रंगीन टी.वी. कूलर की मांग कर अल्काबाई को विगत एक वर्ष से प्रताड़ित करता रहा था तथा उसके इस कार्य में जेठ विक्रम सिंह, सास सम्पत बाई द्वारा भी सहयोग दिया जाता था जिनकी प्रताड़ना से तंग आकर अल्काबाई ने थाना सिद्धिकगंज पहुचंकर अपनी व्यथा पुलिस को सुनाई जिस पर पुलिस ने इनके विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर कानूनी कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।

सड़क हादसों में पांच घायल

सीहोर 28 फरवरी (फुरसत)। जिले में हुये अलग-अलग सड़क हादसों में दो महिला सहित पांच लोग घायल हो गये जिनमें से तीन लोगों को गंभीर चोट होने से इलाज हेतू भोपाल भेजा गया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल नाका निवासी विनोद दीक्षित गत मंगलवार की शाम अपनी बाइक क्रं. एमपी-37-बीए-6925 से सीहोर से चांदबढ़ की ओर जा रहा था तभी मण्डी क्षैत्र के तहा फेक्ट्री के समीप सामने से आ रहे बाइक क्रमांक एमपी-37-एमबी-3010 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर विनोद की बाइक में टक्कर मार दी ।
जिससे विनोद घायल हो गया घायल विनोद को उपचार हेतू निदान अस्प. में भर्ती कराया गया है । इधर कोतवाली थाना क्षैत्र में बरखेड़ी रोड पर आज दो बाइकों की आमने सामने हुई भिंडत में पति पत्नी सहित चार लोग घायल हो गये । जानकारी के अनुसार भोजनगर निवासी राजेश परमार अपनी पत्नी रूकमणीबाई के साथ बाइक क्रमांक एमपी-04-एमएम-2635 से सीहोर आ रहा था तथा ग्राम आल्दाखेड़ी निवासी कमलसिंह वर्मा अपनी पत्नी ताराबाई के साथ बाइक क्रमांक एमपी-37-बीए-1882 से नापली जा रहा था तभी बरखेड़ी रोड पर दोनो की आमने-सामने भिड़त हो गई । परिणामस्वरूप दोनो बाइकों पर सवार पति-पत्नी घायल हो गये जिनमें से तीन को गंभीर चोट होने से इलाज हेतू अस्प. भोपाल भेजा गया है।

सटोरिया गिरफ्तार

सीहोर 28 फरवरी (फुरसत)। मण्डी पुलिस ने दुर्गा कालोनी निवासी दिनेश आ. रामस्वरूप को अवैध रूप से सट्टा पर्ची लिखते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया पुलिस ने इसके कब्जे से नगदी व सट्टा पर्ची जप्त कर धुत अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है ।

Thursday, February 28, 2008

पुलिया में दरार, इन्दौर-भोपाल मार्ग अवरुध्द

आष्टा 27 फरवरी (फुरसत)। अचानक आष्टा से निकलने वाले इन्दौर भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर जावर जोड़ पर मेहतवाड़ा के बीच में स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर के सामने बरसो पुराना एक छोटा पुल है। जिसमें आज अचानक दरार पड़ गई उक्त पुल नदी से लगभग 15-20 फिट ऊपर है समय से उक्त दरार को देख लिया गया नहीं तो इसके कारण इस पुल से निकलने वाला कोई सा भी वाहन अगर पुल पर आई दरार के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो जाता तो बड़ी घटना घट जाती। आज शाम को इसके लिये अस्थाई मार्ग की खोज में स्थानीय प्रशासन जुट गया। तथा खबर लिखे जाने तक उक्त पुल से वाहनों का गुजरना रोक दिया गया था। इस संबंध में एसडीओपी मनु व्यास ने बताया कि सूचना मिली है। मैं उक्त स्थान पर ही जा रहा हूं तथा देखता हूँ क्या हो सकता है। वहीं एसआई श्री जाट इस क्षेत्र से परिचित लोगों को नये रास्ते की खोज में निकले हुए हैं। खबर लिखे जाने के समय पुल के दोनो तरफ सैकड़ो वाहन एकत्रित हैं।

प्रशासन कान में अंगुली डालकर सो गया

सीहोर 27 फरवरी (फुरसत)। मार्च के प्रथम सप्ताह से 10 वीं-12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं प्रारंभ हो रही हैं इसके अतिरिक्त स्कूलों की अन्य कक्षाओं की परीक्षाएं भी लगभग इसी समय प्रारंभ हो रही है। इन दिनों स्कूलों में वार्षिक परीक्षाओं की तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही हैं। छात्र-छात्राओं के अध्ययन में कोई रुकावट न हो इसके लिये जिला प्रशासन ने पूर्व में ही शोर शराबे और ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। प्रशासन के प्रतिबंध का बैण्ड बाजे वालों और डी.जे.साउण्ड वालों पर इसका कोई असर दिखाई नहीं देता है। विवाह समारोह में ध्वनि विस्तारक यंत्रों की तेज आवाज के साथ बैण्ड बाजे और डी.जे.साउण्ड का धड़ल्ले से प्रयोग हो रहा है। लाउडस्पीकर और ढोल-ढमाकों की कान फोड़ू आवाज से जहाँ आमजन परेशान है वहीं अध्ययनरत विद्यार्थियों के अध्ययन में भी बाधा पहुँचा रही है। एक ही स्थान पर घंटो बजने वाले ढोल बाजों की आवाज खुले आम जिला प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना करने पर उतारु हैं लेकिन प्रतिबंध के बाद लगता है प्रशासन कान में उंगली डाल कर सो गया है।

तुमसे क्या उम्मीद की जाये, आप किसी काम के नहीं हो (खुसुर:फुसुर)

सीहोर (घुमक्कड़) । एक बार फिर नगर की एक सबसे महत्वपूर्ण संस्था की बैठक लीक से हटकर एक नये स्थान पर की गई, असल में हर-बार छुपकर करने के बाद भी बैठक की बातें फैल जाती हैं इसलिये इस बार स्थान ही बदल दिया गया था, जो बैठक पहले चार महिने में एक बार होती थी वो अब महिने में चार बार होने लगी है। इस बार की बैठक क्या थी, सीधे-सीधे मुद्दे की बात यह थी कि भईया पिछली बैठक में तो स्पष्ट नहीं हुआ था कि विकास कैसे होगा लेकिन अब तो 'मौसम' आ गया है अब तो 'विकास' हो ही जाना चाहिये।
इस संस्था के प्रमुख जो हैं वह अध्यक्ष के रुप में बैठते हैं और सामने बैठक में जो तरह-तरह की उनकी पसंद वाले प्रतिनिधि रहते है वह बैठते हैं। फिर खिचडी पकना शुरु होती है कि आगे कैसे 'विकास' जारी रखा जाये। विकास मतलब 'विकास', मतलब सबका विकास....अरे भाई विकााााााााास अब भी नहीं समझे ?
इस बार की बैठक पिछली बार की बैठक से यादा गंभीर थी। पिछली बार वाली बैठक में सिर्फ बातचीत की गई थी कि किस प्रकार 'विकास' किया जाना है लेकिन जब 'विकास' शुरु ही नहीं हुआ तो आज सारे लोग पूरी तैयारी से उपस्थित हुए। उन्होने बैठक के शुरु होते ही शिकायतों की झडी लगा दी और वह आपा खोने की स्थिति में आ गये। इस पर अध्यक्ष ने अपनी गरिमा का बखान किया कि भाई मैं अध्यक्ष हूँ....और उन्होने जाने क्या-क्या बोला तब जाकर सब शांत हुए।
एक ने कहा कि 'तुमसे हम क्या उम्मीद रखें....तुम किसी काम के नहीं हो....। दूसरे ने बोला 'मैने कहा भी था कि उस वाली को वहाँ से हटा दो, लेकिन वो आज तक नहीं हटाई गई जब जाता हूँ वो ही बैठी रहती है वहाँ, उसे दूसरी जगह क्यों नहीं किया जा रहा है'। तीसरे ने तो स्पष्ट ही कह दिया कि 'कि हम फुकलेट घूम रहे हैं तुम्हारे अपने वाले मजे उठा रहे हैं'। चौथा और भी नाराज था अचानक बोल पड़ा 'लगता है जैसे प्रशासन हमें चला रहा हो'। सब अपनी-अपनी बात रख रहे थे। अचानक सामने बैठा अध्यक्ष संभलते हुए बोला कि नाराज क्यों होते हो भाई.....मैने तुम्हारे लिये सब किया है...फिर वो भी अपनी-अपनी बोलने का प्रयास करने लगा। लेकिन आज तो कोई उसकी सुनने को तैयार ही नहीं था। सब अपना आपा खोये हुए थे। जाने क्या-क्या बोल रहे थे। भड़ास निकलने के बाद अंतत: सबने मांग की कि भैया अब तो 'मौसम' आ गया है। मौसम में ही तो चलती है, मौसम में ही तो बंटता है। पिछली बार भी मौसम आते ही खूब चलवाये थे आपने, सबको पूरा-पूरा लाभ मिला था, अच्छा-खासा मामला बन गया था। इस बार भी चलवाना ही है जल्दी चलवाओ ताकि 'मौसम' का पूरा-पूरा लाभ उठाया जा सके। बरना फिर मौसम बिगड़ जाये बादल आ जायें, बादल गरज जायें....बिजली कड़क जाये...तो फिर गया अपना तो साल। कितनी मेहनत के बाद मौसम के शुरुआत में ही ऐसी स्थिति बनती है कि 'मौसम' का लाभ उठाया जा सके। सबने अध्यक्ष से कहा कि देखो-देखो मौसम बदल गया है, अब आप भी संभलो, और हमारा ख्याल रखते हुए इस मौसम में कुछ करो। इससे हमारा ही नहीं आपका और सबका कल्याण हो जायेगा। बैठक में इस बार भी अंत में निष्कर्ष निकाला गया कि अब आगे क्या करना है....निष्कर्ष निकला कि एकदम सही-सही 'मौसम' आ गया है इसलिये तत्काल कार्यवाही शुरु करते हुए सबके गले तर कर दिये जायें....बैठक में लग रही गर्मी से और बातचीत से हुई गर्मागर्मी में फिर सबने पानी पिया और यह कहते चले गये कि देखो भैया 'मौसम' बदल गया है।

सीहोर में कालबेलिया चड्डी बनियान धारी गिरोह को तिहरा आजीवन कारावास, 95 हजार अर्थदण्ड

आष्टा 27 फरवरी (फुरसत)। न्यायालय द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट टे्रक कोर्ट आष्टा राजेश श्रीवास्तव द्वारा धारा 395 सहपठित धारा 397 एवं धारा 395 एवं धारा 396 भादसं के अंतर्गत सत्र प्र. क्र. 4305 एवं 4405 शासन विरूद्व धर्मेन्द्र आदि में आरोपीगण धर्मेन्द्र आ. हीरा नाथ, गुड्डू नाथ आ. बैजनाथ, सुक्कू नाथ आ. हीरा नाथ नि. ग्राम खामला पाड़ा थाना पेटलावद जिला झाबूआ एंव फून्दानाथ आ. अमरनाथ, भंवर नाथ आ. पन्ना लाल नाथनि. ग्राम रामगढ़ जिला झाबूआ, पीरूनाथ आ. नाहर जी नि. छायन जिला धार, सूरजनाथ आ. रतनलाल नि. बड़नगर जिला उौन तथा निकटस्थ ग्राम अरनिया कला थाना अवंतीपुर बड़ोदिया, जि. शाजापुर में आरोपी, पदमनाथ पुत्र पन्नानाथ को प्रत्येक धाराओं में प्रथक-प्रथक आजीवन कारावास एवं क्रमश: 10,000-रुपये, 25000- रुपये, 10,000-रुपये, इस प्रकार प्रत्येक आरोपी को नब्बे हजार रुपये अर्थदण्ड से एवं सत्र प्र. क्र. 4605 में उक्त सभी आरोपीगण को 10 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 5-5 हजार रूपये के अर्थदंड से धारा 395 सहपठित धारा 397 भादसं. के अंतर्गत दण्डित किये जाने का निर्णय पारित किया ।
विदित हो कि वर्ष 2004 में चड्डी बनियान धारी गिरोह के नाम से कुख्यात डकैतो द्वारा आष्टा तहसील सहित म.प्र. एवं अन्य राज्यों में हत्या सहित डकैती की कई घटनाएें अंजाम दी थी । जिससे क्षैत्र में आंतक का माहौल बन गया था । उक्त आरोपीगण ने दिनों 11.05.04 को रात्रि लगभग 9 बजे अन्य दो आरोपीयों के साथ आष्टा के निकट ग्राम डाबरी में देवीप्रसाद के टप्पर पर लाठियों से लेस होकर फरियादी कैलाशसिंह नि. डाबरी जो वहां सो रहा था के साथ मारपीट कर डकैती की और और उसके 600 रुपये व हाथ की घड़ी छीनकर उसके कपड़े फाड़कर उन्हीं कपड़ों से बांध कर भाग गये । जिसे दूसरे दिन सुबह भांजे देवीप्रसाद ने खोला तब कैलाश की रिपोर्ट पर थाना आष्टा में अप. क्र. 28105 पंजीबद्ध हुआ तथा मान. न्यायालय द्वारा इस अपराध के सत्र प्र.क्र . 4805 में उपर्युक्त 10 वर्ष का सश्रम कारावास एवं 5 हजार रुपये के अर्थदण्ड से सभी आरोपीगण को दण्डित किया ।
दूसरी घटना में दि. 12.05.04 की रात्रि लगभग 1 बजे उक्त आरोपीगण ने फरियादी मोहनसिंह मेवाड़ा नि. मालीपुरा के खेत स्थित चाचरसी जोड़ के पास बने मकान पर डकै ती हेतू धावा बोलकर उसके परिवार में उसकी मां लीलाबाई एवं पत्नी ममता बाई के सोने चांदी के जेवर छीने उसे भी बिजली के तार एवं साड़ी के टुकड़ें से बांध दिया व मकान के बाहर सोये उसके पिता अनारसिंह को बांध कर पलंग पर हत्या कारित की व मामा मेहरबान सिंह को भी बांध कर मारपीट की तथा भाई अजाबसिंह को भी बांधकर पैसे छीने जिसकी रिपोर्ट फरियादी मोहनसिंह द्वारा थाना आष्टा में किये जाने पर अप. क्र. 2805 थाना आष्टा में पंजीबद्ध हुआ इस अपराध के सत्र प्र.क्र. 4305 में सभी आरोपीगण को तिहरा आजीवन कारावास एवं 45 हजार रुपये अर्थदंड से मा. न्यायालय द्वारा दण्डित किया गया । तीसरी घटना दिनांक 28.05.04 को रात्रि लगभग 1 बजे ग्राम कुमड़ावदा जोड़ के पास धरमसिंह खाती के कुएं पर बने मकान पर जहां बाहर मेहरबानसिंह, उमाशंकर एवं धरमसिंह सोये थे तथा फरियादीया प्रेमलता बाई एवं सास मोतन बाई बच्चों के साथ मकान के अंदर सोई थी आरोपीगण लकड़ियों से लैस होकर डकैती हेतू आये तो फरियादी प्रेमलता बाई एवं सास मोतन बाई के चांदी के जेवर डरा धमका कर एवं मारपीट कर छीन लिया व बाहर सोये धरमसिंह एवं उमाशंकर के हाथ पैर बांध दिये व मारपीट की तथा नरबतसिंह की हत्या कर दी । जिसकी रिपोर्ट प्रेमलता बाई द्वारा देहाती नालासी के रूप में पुलिस आष्टा को दी जिस पर थाना आष्टा ने अप. क्र. 31905 पंजीबद्ध हुआ । इस अपराध क्र.सत्र प्र. क्र. 4405 में सभी आरोपीगण को तिहरा आजीवन कारावास एवं 45,000 रुपये अर्थदण्ड से मा. न्यायालय द्वारा दण्डित किया गया ।

खेत में मवेशी घुसने की बात को लेकर जानलेवा हमले में पिता पुत्र घायल

सीहोर 27 फरवरी (फुरसत)। रविवार की शाम को ग्राम सेवनिया के रास्ते में खेत में मवेशी घुसने की बात को लेकर तीन लोगों ने मिलकर गांव को लौट रहे पिता पुत्र पर डंडो से प्रहार कर घायल कर दिया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अहमदपुर थाना क्षैत्र के ग्राम इमलिया बुगली वाली रहने वाले मखमल बेलदार व उसका पुत्र आजाद, लतीफ रविवार की सुबह ग्राम सेवनिया गये थे जहां से तीनों शाम को अपने घर वापस आ रहे थे तभी गांव के समीप सेवनिया के रास्ते में असरफ खां, असीन खां, रईस खां ने मिलकर रास्ते में इन्हें रोक लिया व गामी गुफतार करते हुये मखमल व उसके पुत्र आजाद पर डंडो से प्रहार कर सिर व शरीर में जानलेवा चोटें पहुंचाई ।
बीच-बचाव करने आये अजीज व लतीफ के साथ भी इन्होंने मारपीट कर चोटें पहुंचाई इस घटना में गंभीर रूप से घायल मखमल को उपचार हेतू भोपाल अस्प. में दाखिल कराया गया है । शेष घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी कर दी गई है । पुलिस ने घटना में शामिल आरोपी असरफ को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि मखमल की भैंस रविवार की संछा को असरफ के खेत में भरा गई थी जिसको लेकर दोनो पक्षों के मध्य गाली गलौच व कहा-सुनी हुई थी । और इसी बात को लेकर असरफ बगैरह ने शाम को इनके साथ यह उक्त घटना घटित की ।

सीहोर में प्रो.डॉ. भागचंद जैन को शिवना सारस्वत सम्मान प्रदान किया गया

सीहोर 27 फरवरी (फुरसत)। शहर की अग्रणी साहित्यिक प्रकाशन संस्था शिवना प्रकाशन ने सुकवि मोहन राय की प्रथम पुण्य तिथि पर गीतांजली समारोह का आयोजन कर उनको अपनी श्रध्दांजलि अर्पित की । इस अवसर पर शिक्षाविद् प्रो. डॉ. भागचन्द जी जैन को शिवना सारस्वत सम्मान से समादृत किया गया ।
सुकवि मोहन राय की प्रथम पुण्यतिथि पर शहर के साहित्यकारों तथा बुध्दिजीवियों ने शिवना प्रकाशन के आयोजन में उनको अपनी श्रध्दांजलि अर्पित की । कार्यक्रम का अध्यक्षता पूर्व विधायक श्री शंकरलाल जी साबू ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में मुम्बई से पधारे श्री केशव राय उपस्थित थे । विशेष अतिथि के रूप में सारणी से पधारे गीतकार श्री सजल मालवीय और सहकारी बैंक के प्रबंधक श्री अजय चंगी उपस्थित थे तथा कार्यक्रम के सूत्रधार शिवना प्रकाशन के प्रकाशक पंकज सुबीर थे । कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने तथा मां सरस्वती तथा सुकवि श्री राय के चित्र पर माल्यर्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । युवा कवि जोरावर सिंह ने मां सरस्वती की वंदना का सस्वर पाठ किया । शिवना की ओर से डॉ. कैलाश गुरू स्वामी, बृजेश शर्मा, अनिल राय ने पुष्प हारों से तथा ओम राय ने बैज लगाकर अतिथियों का स्वागत किया । वरिष्ठ कवि श्री रमेश हठीला तथा हरीओम शर्मा दाऊ ने स्व. श्री राय के गीतों का सस्वर पाठ करे उनको गीतांजलि अर्पित की। तत्पश्चात शिवना प्रकाशन की ओर से दिया जाने वाला सुकवि मोहन राय स्मृति शिवना सारस्वत सम्मान कन्या महा विद्यालय के प्राचार्य तथा शहर के वरिष्ठ शिक्षाविद् प्रो. डॉ. भागचन्द जी जैन को दिया गया । अतिथियों ने शाल श्रीफल तथा सम्मान पत्र भेंट कर श्री जैन को ये सम्मान प्रदान किया । इस अवसर पर बोलते हुए श्री केशव राय ने कहा कि धन्यवाद के पात्र होते हैं वे लोग जो किसी साहित्यकार को उसके जाने के बाद भी इतनी शिद्दत के साथ याद करते हैं । प्रो. डॉ. भागचन्द जैन ने सीहोर के साथ अपने अट्ठाईस साल पुराने रिश्तों का जिक्र करते हुए कहा कि इतने वर्षों में इस शहर ने मुझे इतना कुछ दिया है कि मुझे कभी भी अपने गृह नगर सागर लौट कर वापस जाने का विचार भी नहीं आया । उन्होंने सीहोर की साहित्यिक चेतना की भी प्रशंसा की । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक श्री शंकरलाल साबू ने कहा कि मोहन राय के साथ पूरे शहर के लोगों को नेह का नाता था सभी के साथ उनके आत्मीय संबंध थे । सुकवि मोहन राय अपनी कविताओं अपने साहित्य के कारण हमेशा हमारे दिलों में रहेंगें वे कभी हमसे जुदा नहीं हो पाएंगें । सजल राय ने मोहन राय को गीतों का राजकुमार निरूपित करते हुए उनको गीतों के माध्यम से अपनी श्रध्दांजलि अर्पित की । अंत में आभार व्यक्त करते हुए डॉ. मोहम्मद आजम ने सभी को आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर के पत्रकार, साहित्यकार, सुधि श्रोता उपस्थित थे ।

दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज

आष्टा 27 फरवरी (फुरसत)। अपने घर में विवाहिता को दहेज की मांग को लेकर सताने वाले ससुरालियों के खिलाफ सिद्धिकगंज पुलिस ने दहेज एक्ट के तहत तीन लोगो के विरूद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम अभयपुर देवास निवासी अजाबसिंह की 22 वर्षीय पुत्री माया का विवाह 4-5 वर्ष पूर्व ग्राम पगारिया हाट निवासी जितेन्द्र सिंह के साथ हुआ था बताया जाता है कि माया का पति जितेन्द्र सिंह दहेज में एक लाख रुपया नगद मोटर सायकल व रंगीन टी.वी. की मांग कर माया को प्रताड़ित करता था तथा उसके इस कार्य में लखन एवं पपीता द्वारा भी सहयोग दिया जाता था । जिनकी प्रताड़ना से तंग आकर मायाबाई ने थाना सिद्धिकगंज पहुंचकर अपनी व्यथा पुलिस को सुनाई जिस पर पुलिस ने इनके विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर कानूनी कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।

अब पचौरी 3 को आयेंगे सीहोर

सीहोर 27 फरवरी (फुरसत)। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद यहाँ सीहोर में पहली बार आ रहे हैं जो पहले 2 मार्च को आने वाले थे अचानक इनका कार्यक्रम बदलकर 3 मार्च हो गया है जिससे कांग्रेसी यादा उत्साहित हैं अब पचौरी जी सुबह 1 बजे कोतवाली चौराहा पर पहुँचेंगे जो शाम तक सीहोर में रहेंगे। शाम 5 बजे पत्रकार वार्ता भी सभा स्थल पर ही होगी। आज वरिष्ठ कांग्रेस नेता जसपाल सिंह अरोरा, अध्यक्ष कैलाश परमार सहित अन्य कांग्रेसी नेता भोपाल जाकर सुरेश पचौरी से इस संबंध में मिलकर बातचीत करके आये।

Wednesday, February 27, 2008

सीहोर में अब बीच नाले पर हो रहा है पक्का निर्माण कार्य नगर पालिका को सम्पत्ति का ख्याल नहीं

सीहोर 26 फरवरी (फुरसत)। नगर को सुन्दर स्वच्छ बनाने के हसीन सपने दिखाने वाले नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ने तो नगर के लिये कुछ नहीं किया लेकिन यहाँ नगर पालिका की उदासीनता के कारण अतिक्रमकारियों के हौंसले बुलंद वा बुलंद होते चले गये हैं। पूरा नगर अतिक्रमण की चपेट में है। हर तरफ अतिक्रमण.... अतिक्रमण..... अतिक्रमण। यहाँ तक लोग नल्ले की गंदगी में भी अपना सुन्दर मकान और दुकान बनाने से नहीं चूक रहे हैं। गंज क्षेत्र में नाले पर प्रतिदिन अतिक्रमण हो रहा है। नालियों पर मकान तानना तो दूर अब नालियां पूर कर अतिक्रमण की नई शुरुआत भी हो चुकी है। सडक़ों पर घरों का पानी बहाया जा रहा है। दुकानदारों ने सड़कों पर दुकान का निर्माण कर लिया है।
अतिक्रमणकारियों के बुलंद हौंसले नगर पालिका के अकर्मण्य रवैये और नजुल विभाग की कुंभकर्णी नींद का खामियाजा अब संपूर्ण नगर और नगर वासियों को भोगना पड़ रहा है। अतिक्रमण करने वालों से नदी नाले भी महफूज नहीं दिखाई देते।
अतिक्रमण कर्ताओं की सरेआम सरकारी गैरसरकारी से जहाँ एक और शहर भर अव्यवस्थित होने लगा है वहीं इन अतिक्रमणकारियों की कार गुजारियों को शहर के संभ्रांत लोग भुगतने को मजबूर से होकर रह गये हैं।
शहर की सड़कें, खाली पड़ी भूमि, इन अतिक्रमणकारियों की निगाहों में खटकने लगी है। प्रशासन की उदासीनता ने इन जमीन खोरों के हौंसले बुलंद कर रखे हैं। नगर के प्रत्येक वार्ड में अतिक्रमण-कारियों की कारगुजारियां आये दिनदेखी सुनी जा सकती है। राजनैतिक दल और क्षेत्र के पार्षद भी इन जमीन खोरों की हरकतों से वाकिफ है लेकिन अतिक्रमणकारियों को रोकना तो दूर चाहे अनचाहे इन कथित जनप्रतिनिधियों का उन्हे सहयो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से उन्हे प्राप्त होता रहता है। जब सैयां भए कोतवाल तो डर काहे का वाली कहावत अनुसार जमीन खोर अब नागरिकों का जीना दुश्वार तक करने लगे हैं।
शहर में दो तरह का अतिक्रमण जोरों पर चल रहा है। व्यवसायिक अतिक्रमण और आवासीय अतिक्रमण व्यवसायिक अतिक्रमणकारियों ने जहाँ बाजार का स्वरुप ही बिगाड़कर रख दिया है वहीं आवासीय अतिक्रमण कारियों ने शहर की सम्पूर्ण व्यवस्था पर ही प्रश् चिन्ह अंकित कर दिया है।
आवासीय अतिक्रमण कारियों की निगाहें हमेशा सरकारी और गैर सरकारी खाली पड़ी भूमि पर लगी रहती है और वह हमेशा ऐसे स्थान की तलाश में रहते हैं तथा मौका मिलते ही उस पर अपना कब्जा ठोंक कर उस पर अपना जबरिया हक जता देते हैं। मछली पुल के पास बीच नाले में हो रहा पक्का अतिक्रमण इसका वलंत उदाहरण है।
ऐसे में कोई यदि इन अतिक्रमण कारियों का विरोध करने का साहस जुटाता भी है तो यह जमीन खोर उसे सबक सिखाने से नहीं चूकते हैं।
शहर के गंज, कस्बा, मंडी, फ्री गंज, बेलदार पुरा, सिपाही पुरा, कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ आवासीय अतिक्रमण कारियों ने अपने-अपने घरों की सीमा रेखा बढ़ा ली है जहाँ जैसा मौका मिला उन्होने अतिक्रमण कर उसे अपनी सीमा में घेर लिया है।
गंज, कस्बा, सुदामा नगर, फ्री गंज मंडी ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ अतिक्रमण कारियों का सर्वाधिक जोर है । गंज क्षेत्र में तो अतिक्रमणकर्ता रहवासियों ने अपने घरों की नालियाँ समाप्त कर सड़कों की पटरियाँ तक अपने कब्जे में कर कच्चे-पक्के निर्माण कार्य तक करा डाले हैं। नालियाँ बंद होने से जहाँ घरों के निस्तार का गंदा पानी सड़कों पर फैलकर गंदगी पैदा करता है वहीं वाहन और पैदल से आवाजाही करने वालों को परेशानियों के साथ हमेशा दुर्घटनाओं का भय बना रहता है। प्रशासन यदि गंभीरता के साथ शहर में हो रहे इस प्रकार के अतिक्रमण का सर्वे कराए तो और भी अधिक चौंकाने वाले तथ्य उभरकर आयेंगे।
इसी प्रकार व्यवसायिक अतिक्रमणकारी मेरा टेसू यहीं अड़ा की तर्ज पर चाहे जहाँ अपनी गुमठी ठेला अड़ाकर बाजार की आवाजाही को ठप्प कर डालते हैं। गाँधी मार्ग, मेन रोड, न्यू बस स्टेण्ड, कोतवाली चौराहा, नदी चौराहा, गल्ला मंडी चौराहा इन व्यवसायिक अतिक्रमण-कारियों से भरा पड़ा है। बस स्टेण्ड पर आने जाने वाले यात्रियों को तो इन लोगों के पान डब्बों और हाथ ठेलों की वजह से बैठने तक को स्थान नहीं मिल पाता है। कुल मिलाकर नगर पालिका एवं जिला प्रशासन की लापरवाही और उपेक्षा के चलते शहर के विकास का सपना चूर-चूर होने लगा है। पूरा नगर अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है। सड़के सकरी हो गई हैं। गलियाँ इतनी सी रह गई हैं कि जिनमें से निकलना दूभर हो गया है। सड़कों पर लोगों के सेफ्टीटेंक बने हुए हैं। न सिर्फ सड़क, नालियाँ बल्कि नगर पालिका की कई सार्वजनिक सम्पत्तियों पर और नजूल विभाग की जमीनों पर भी खुले आम अतिक्रमण पूरे रौब के साथ जारी है। खुद नगर पालिका की सम्पत्तियों की नपा देखभाल नहीं कर रही है। जिससे सम्पत्ति भी नष्ट हो रही है।

सिक्कों की समस्या के लिये भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ सक्रिय

जावर 26 फरवरी (फुरसत)। सोमवार को भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ द्वारा नगर में खुल्ले सिक्के एक,दो की समस्या को लेकर भारतीय रिर्जव बैंक के गवर्नर के नाम तहसील के रीडर को ज्ञापन दिया । गोरतलब है कि नगर में लम्बे समय से खुल्ले पैसे एक दो के सिक्कों को समस्या बनी हुई है । खुल्ले पैसे नही होने के कारण दुकानदार ग्राहको को ट्राफी पाउच या फिर माचिस देते है कई बार खुल्ले पैसे को लेकर व्यापारी व ग्राहक में तकरार भी हो जाती है । बाजार में एक दो के सिक्के नही होने के कारण व्यापारियों को व्यापार करने में असुविधा होती है । इन सिक्कों को कमी के कारण व्यापारी को प्रतिदिन नुकसान भी उठाना पड़ता है । वही ग्राहकों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है । ज्ञापन में मांग की गई है कि पहले प्रचुर मात्रा में एक, दो के सिक्के चलन में थे लेकिन न जाने क्यों उक्त सिक्के बाजार से गायब हो गये इसके कारणों की खोज होना चाहिये । पत्र में मांग की गई एक व दो के सिक्के बैकों के माध्यम से व्यापारीयों को उपलब्ध करवाये जाये । कई बार बैंको की शाखा में भी सिक्कों के लिये सम्पर्क किया गया , लेकिन बैंक वाले आज तक सिक्के उपलब्ध नही करा पाये । एक व दो के सिक्कों की नगर में लम्बे समय से कमी है जिस कारण व्यापारी व ग्राहक दोनो परेशान है । व्यापारी भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ ने स्थानीय बैंक शाखाओं में एक व दो के सिक्के उपलब्ध करवाने की मांग ज्ञापन के माध्यम से भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर से की है । ज्ञापन सौंपने वालो में मण्डल अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रेमसिंह, बहादुरसिंह, राजेन्द्रसिंह, संतोष जैन, रामसिंह, हरिश शर्मा, सुरेन्द्र सिंह, संतोष लश्कार, सुनील लोधी, आदि । fursat sehore

सीहोर सरस्वती विद्या मंदिर में दीक्षांत समारोह संपन्न

सीहोर 26 फरवरी (फुरसत)। स्थानीय सरस्वती विद्या मंदिर उ.मा.वि. डिपो सीहोर में कक्षा द्वादशी के भैया-बहिनों का विदाई समारोह हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ । कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जे.पी. पुरोहित, अध्यक्ष डा. सुनीता जैन, के द्वारा दीप प्रावलित कर किया गया। मातृ वन्दना के पश्चात विद्यालय के भैया रितेश शर्मा व मनोहर मीणा द्वारा तिलक व श्रीफल भेंट कर स्वागत किया गया संस्था प्रधान दिनेश सिंह राठौड़ द्वारा परिचय दिया गया भैया-बहिनों को मार्गदर्शित करते हुए श्री पुरोहित ने कहा कि कक्षा बारहबी भविष्य निर्धारण का आधार होती है । हम इस प्रकार की शिक्षा प्राप्त करे जिसके साथ-साथ हम जीविकोपार्जन भी कर सकें । इस अवसर पर डा. सुनीता जैन ने भैया बहिनों को आर्शीवाद प्रदान किये । तत्पश्चात विद्यालय के प्राचार्य द्वारा भैया बहिनों को मार्गदर्शित किया । इस अवसर पर कक्षा द्वादशी के भैया बहिनों ने अपने अनुभवों को व्यक्त किये । एकादशी के भैया -बहिनों द्वारा दी गई यह विदाई ढेरों शुभकामनाओं व स्वल्पाहार के साथ संपन्न हुई। fursat sehore

उपभोक्ता फोरम द्वारा बिजली का बिल निरस्त

सीहोर 26 फरवरी (फुरसत)। जिला उपभोक्ता फोरम ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में अनावेदक म.प्र. म.क्षै.वि.वि.कं. लि. बुधनी के विरूद्व एवं आवेदक विवेक सेन के पक्ष में निर्णय पारित किया है कि अनावेदक द्वारा किया गया बिल 1.03.07 रुपया 5,476- का अपत्ति किया जाता है साथ में परिवाद व्यय स्वरूप 500- रु. दिलाये जाने के आदेश पारित किये है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक ने अपना एसटीडी पीसीओ चलाने के लिये विपक्षी से एक विद्युत कनेक्षन प्राप्त किया था । आवेदक का प्रत्येक माह 25-30 यूनिट की खपत होती थी परंतु दिनांक 01.08.07 को अनावेदक ने 834 यूनिट की खपत बताते हुये 5,476-रु. का बिल आवेदक को दिया । आवेदक ने इसकी शिकायत कई बाद विपक्षी से की और विपक्षी ने मीटर बदलने का कहा । आवेदक ने दुखी होकर अपने अधिवक्ता जी.डी. बैरागी से सलाह लेकर जिला उपभोक्ता फोरम में आवेदन प्रस्तुत किया । जिला उपभोक्ता फोरम में विद्वान अध्यक्ष ए.के. तिवारी, सदस्य अम्बादत्त भारती, सदस्या शकुन विजयवर्गीय ने दोनो अधिवक्ताओं के तर्क श्रवण कर रिकार्ड का अवलोकन कर आदेश पारित किया कि अनावेदक द्वारा दिया गया बिल निरस्त किया जावे एवं अनावेदक आवेदक को परिवाद स्वरूप 500रुपये अदा करे । आवेदक की और से पैरवी अधिवक्ता जी.डी. बैरागी ने की । fursat sehore

आष्टा में डा. सत्यनारायण जटिया विचार मंच की कार्यकारिणी घोषित

आष्टा 26 फरवरी (फुरसत)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता उज्‍जैन सांसद डा. सत्यनारायण जटिया विचार मंच का गठन विगत दिनों किया गया था । जिसमें अध्यक्ष युवा मोर्चा जिलामंत्री संजीव सोनी पांचम को बनाया गया था । युवा नेता संजीव सोनी पांचम ने डा. सत्यनारायण जटिया विचार मंच की कार्यकारिणी की घोषणा की जिसमें उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता, सुरेश पांचाल, प्रशांत जैन, संदीप धनगर, महामंत्री- रूपेश सोनी, कोषाध्यक्ष - प्रदीप मालवीया, उपकोषाध्यक्ष- विनोद गुंजाल, मंत्री- गोपाल मेवाड़ा, धीरज सोनी, विकास नागौरी, सांस्कृतिक मंत्री- अरूण खत्री, प्रवीण राठौर, निखिल नामदेव, निक्की सोनी, प्रचार मंत्री- नरेन्द्र डोंगरे, ललित सोनी, प्रकाश नायक, भय्यू नामदेव, संजय गोस्वामी, प्रवक्ता- चंचल मोटवानी, कार्यालय मंत्री- रवि श्रौत्रिय, ग्रामीण प्रभारी व कार्यकारी अध्यक्ष- नितीन सोनी महाकाल को बनाया गया है । fursat sehore

Tuesday, February 26, 2008

लाड़ली लक्ष्मी योजना बनी करोड़ो ग्रामीणों के लिये खतरे की घंटी..? सीहोर से फुरसत की खास खबर

मुख्यमंत्री के ग्रह जिले सीहोर में लाड़ली लक्ष्मी से हुई ठगी
सीहोर 25 फरवरी (आनन्द गाँधी)। फागुन के इस मौसम में कल एक महिला और दो पुरुषों की जोड़ी ने कमाल ही कर दिया। वह शहर में ही इन्द्रानगर कालोनी पहुँचे और यहाँ स्वयं को मुख्यमंत्री का आदमी बताकर लाड़ली लक्ष्मी योजना के नाम पर कई लोगों को एकत्र किया....फिर कहा कि सब 100-100 रुपये जमा करवा दो और अपने-अपने नाम और बेटी का नाम लिखा दो, यह विशेष योजना लाड़ली लक्ष्मी योजना है जिसमें सबको दो-ढाई लाख रुपये हर बच्ची को मिलेंगे। अभी बस 100 रुपये देना है।
इनके आसपास भारी भीड़ लग गई, लोगों में होड़ मच गई कि वह अपना नाम पहले लिखायें। कुछ ही देर में इन लोगों ने 2-3 हजार रुपये एकत्र कर लिया.....इस प्रकार खुले आम मुख्यमंत्री की लाड़ली लक्ष्मी से शहरवासी ठगा गये। लेकिन इन ठगों से भी बढ़कर निकला एक पुलिस वाला जो यहाँ आया और ठगों से 'संतुष्ट' होकर उन्हे छोड़ कर चल दिया....फिर जब लोगों ने इस पुलिस वाले से शिकायत करने का प्रयास किया तो पुलिस वाले ने इन्द्रा नगर के लोगों को खूब डांट पिलाई और कहा वह (ठग) जो कर रहे हैं उन्हे करने क्यों नहीं देते वह सब ठीक कर रहे हैं......।
जब शहर के लोगों को यह लोग ठग कर ले गये तो फिर विशाल ग्रामीण क्षेत्रों के लाखों लोग जिन्हे सही से लाड़ली लक्ष्मी की जानकारी ही नहीं है उनको यह लोग कितनी आसानी से लूटेंगे ? इन ठगों के माध्यम से अब ग्रामीणों पर खतरे की घंटी मंडरा रही है ? एक बात स्पष्ट हो गई है कि जिला प्रशासन जब शहर में लाड़ली लक्ष्मी योजना क्या है ? यही नहीं बता सका है तो मुख्यमंत्री की इस योजना का क्या खाक प्रचार-प्रसार चल रहा होगा ? प्रचार-प्रसार के अभाव में लाड़ली लक्ष्मी से प्रदेश के करोड़ो ग्रामीणों पर एक तरह से खतरे की घंटी मंडरा रही है...? इस छोटी-सी घटना से बहुत बड़ी शिक्षा लेने की आवश्यकता प्रदेश शासन और मुख्यमंत्री को है....घटनाक्रम पर एक नजर।
हुलिये से टपोरी, कपड़े भी हल्के किस्म के और बातचीत में औसत लेकिन धूर्त व चालाक दो व्यक्ति के साथ एक इसी किस्म की महिला थी इस तिगड़ी ने कल इन्द्रानगर में कमाल कर दिया। महिला और दो पुरुष की यह जोड़ी कहीं से एक फटा-पुराना रजिस्टर हाथ में लेकर और एक लीड के साथ इन्द्रानगर में आये थे। इन्होने एक-एक घर जाकर स्थानीय लोगों को समझाना शुरु किया कि ''हम मुख्यमंत्री के आदमी हैं....आपकी बेटी के लिये आये हैं। आप आज 100 रुपये जमा करवाकर अपनी बेटी का नाम लिखवा दो, कल हम फिर एक फार्म लाकर उसे भर देंगे और रिसिप्ट भी दे जायेंगे, इससे आपकी बेटी को जब वो बड़ी हो जायेगी तो सीधे 2 लाख से ऊपर दो-सवा दो लाख रुपये मिलेंगे।
अभी रुपये जमा करवा दो, हमें आगे जाना है...'' रविवार के दिन इन्द्रा नगर के जैसे शांत क्षेत्र में जब इस तिगड़ी ने 100-100 रुपये में बीमा कर लड़कियों को सीधे मुख्यमंत्री द्वारा दो-सवा दो लाख रुपये देने की बात शुरु की तो इनके आसपास भीड़ लग गई। लाड़ली लक्ष्मी योजना के कुछ रंगीन छपे कागज भी इनके पास थे जिन्हे यह दिखा-दिखाकर मुख्यमंत्री के नाम का प्रभाव जमा रहे थे। करीब घंटे भर में इन्होने इस क्षेत्र में ऐसा जादू चलाया कि फिर यह जिस घर पर जायें वहाँ भीड़ लगने लगी, लोग खुद इनको सहयोग करके रुपये दिलाने लगे और धीरे-धीरे इनके पास रुपयों का भंडार जमा होने लगा...।
इधर इनके पहनावे पर शक करते हुए क्षेत्र के कुछ युवकों को विश्वास नहीं हो रहा था लेकिन वह भी चूंकि मुख्यमंत्री के कागजात, उनके फोटो लगे चित्र देख रहे थे जिस पर लाड़ली लक्ष्मी योजना का प्रचार-प्रसार था तो चुप हो गये। इस पर यहीं क्षेत्र के एक समाजसेवी को वह यह कहकर बुलाकर ले आये कि आप चलो आप देख लो, वो लाड़ली लक्ष्मी वाले लोग आये हैं, मुख्यमंत्री ने भेजा है, एक बार आप कम से कम उनसे बात तो कर लो।
स्थानीय समाजसेवी आये तो उन्होने पूछताछ की, तब पता चला कि मामला संदिग्ध है। लेकिन इसी दौरान दृश्य बदल गया....!
और इंट्री हो गई एक पुलिस वाले की
इस पुलिस वाले ने आते ही जब तीनों ठगों को देखा तो जाने कैसे वो मामला समझ गया। इस दौरान युवक भड़कने की स्थिति में आ गये थे। तो पुलिस वाले ने इन्द्रा नगर के युवकों और पुरुषों को तेज आवाज में डांट पिला दी कहा कि उन्हे काम क्यों नहीं कर देते हैं, दूर हटो, वह जो कर रहे हैं करने दो। परेशान मत करो और इस प्रकार उसने पक्ष लेकर उन ठगों को किसी तरह यहाँ से सुरक्षित निकालने का प्रयास किया।
इतना कहकर पुलिस वाला तत्काल अपना दो पहिया वाहन चालू कर आगे बढ़ गया। इसके बाद स्थानीय समाजसेवी के कारण चूंकि ठगों की पोल खुल चुकी थी इसलिये उनकी आंशिक धप चुटाई हुई, ठगों ने धमकी दी कि पुलिस हमारी है, अभी तुम्हे मजा चखा देंगे। इस पर भी उनसे सबके रुपये वापस करवाये गये। और चूंकि पुलिस कार्यवाही कर ही नहीं रही थी इसलिये उन्हे छोड़ दिया गया।
सूत्रों का कहना है कि इन ठगों को ग्रामीण क्षेत्राें में ठगी करने जाना था। क्योंकि उनके बातचीत व्यवहार से लग रहा था कि उन्हे ग्रामीण क्षेत्रों में जाना तय था वह रास्ते में रुक गये हैं। पुलिस वाले ने भी जिस प्रकार उन्हे देखा और बड़ी अदाकारी से मदद कर दी उससे लगता है कि पुलिस वाले को भी मालूम था कि यह क्या कर रहे हैं। ठग और पुलिस की आपस में बातचीत जो कुछ हुई वह समझ तो नहीं आ सकी लेकिन लोग अनुमान लगाते रहे कि संभवत: उन्हे कुछ गांवों में जाना था।
इस दृष्टि से स्वयं ही समझा जा सकता है कि यदि इस प्रकार लाड़ली लक्ष्मी के नाम से मुख्यमंत्री के फोटो लगे पम्पलेट पोस्टर जो थोड़ी बहुत मात्रा में ही छपवाये जाते हैं, उन्हे इन ठगों ने जिस प्रकार इस्तेमाल किया है वैसा ही इस्तेमाल न सिर्फ पूरे सीहोर जिले के बल्कि प्रदेश भर के ग्रामीण क्षेत्रों की भोली जनता तो ठगने में उपयोग किया जा सकता है। जब शहर के आम नागरिक छोड़ कई सक्रिय समाज सेवियों तक को नहीं मालूम की लाड़ली लक्ष्मी योजना के आवेदन फार्म कहाँ भराते हैं ? यह कैसी योजना है ? कितने रुपये का? कितने दिनो का? कितनी उम्र तक की बच्ची का बीमा होता है ? तो फिर आम जनता और ग्रामीण क्षेत्रों की भोली भाली जनता को क्या मालूम । उन्हे तो बस अखबारों में शिवराज सिंह चौहान के बड़े-बड़े फोटो और हाथ में एक बच्ची को पकड़े हुए चित्र देखने को मिल रहे हैं, जिससे उन्हे यह मालूम पड़ रहा है कि लड़कियों का बीमा हो रहा है। कहाँ हो रहा है ? कौन कर रहा है ? यह 98 प्रतिशत प्रदेश वासियों को नहीं मालूम। इस प्रकार गलत-सलत घटिया प्रचार सामग्री के कारण ऐसी स्थिति बन रही है। प्रदेश भर में जगह-जगह एक बच्ची को हाथ में पकड़े मुस्कुराते हुए मुख्यमंत्री का चित्र लगे होर्डिंग तो लगवाये गये हैं लेकिन लाड़ली लक्ष्मी की गणित किसी को समझ ही नहीं आ रही है।
सिर दिया है ओखली में तो फिर दुचने-पिटने से क्या डरना वाली कहावत यहाँ सिध्द होती है कि यदि लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रचार-प्रसार पर करोड़ो रुपये बर्वाद किये ही जा रहे हैं तो उन्हे फिर व्यवस्थित प्रचार कराने की आवश्यकता है। यहाँ राजधानी से लगे हुए जिला मुख्यालय पर ही रहने वालों को यह नहीं मालूम की लाड़ली लक्ष्मी योजना में क्या-क्या होता है ? तो इसमें जिला प्रशासन कितना बड़ा दोषी है यह बात समझ में आती है लेकिन फिर पूरे प्रदेश में दूरस्थ क्षेत्रों में क्या स्थिति होगी यह भी चिंता का विषय है। जब पुलिस ने मुख्यमंत्री के नाम पर ठगी करने वालों को संरक्षण दे रही हो, तो फिर समझ में आता है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन कितना बैखोफ है, हालांकि पुलिस स्थानीय भाजपा नेताओं को तो जानती है कि वह बेचारे पूरे झूम-झूमकर भी एक टीआई को नहीं हटवा सकते, तो फिर मुख्यमंत्री क्या खाक कर सकता है। पुलिस ने ठगों को संरक्षण देकर एक तरह से उन्हे भारत की इस सबसे अच्छी योजना पर कुठाराघात करने के लिये छोड़ दिया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के नाम पर अब ऐसे ठग ग्रामीण क्षेत्रों में कितने लोगों को लूटेंगे? क्या ग्रामीण क्षेत्रों से यह जानकारियाँ उभरकर आयेंगी ? क्या अभी लूट नहीं हो रही होगी ? क्या प्रदेश के एक लाख से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं न कहीं इस लाड़ली लक्ष्मी के कारण मुख्यमंत्री के नाम से ठगी नहीं हो रही होगी ? स्थानीय जिला प्रशासन को इस मामले में गंभीरता बरतने की आवश्यकता है। साथ ही ऐसे दुराग्रही पुलिस वाले पर भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाना चाहिये। वह तो भला हो स्थानीय समाजसेवी का जिसके कारण लोगों के रुपये बच गये। sehore fursat

श्रीमति रश्मि ही होंगी आष्टा एसडीएम

आष्टा 25 फरवरी। प्रशिक्षु कार्यकाल पूर्ण होने के बाद सीहोर जिलाधीश के नये आदेशानुसार अब आष्टा अनुविभागीय अधिकारी श्रीमति जी.व्ही. रश्मि होंगी। अभी तक इनके साथ इछावर के श्री अहिरवार भी एसडीएम आष्टा का कार्य देख रहे थे।

25 हजार की सागौन पकड़ी, आरोपी भाग गये

आष्टा 25 फरवरी (फुरसत)। ए.के.एस. सेंगर वन परिक्षैत्र अधिकारी आष्टा के मार्गदर्शन में सुरेन्द्र शर्मा वनरक्षक, मनीष पाण्डेय वनरक्षक, रवीन्द्र श्रीवास्तव, एवं महेश कुमार आदि वनकर्मचारियों ने ताजपुरा की पुलिया पर ईमारती लकड़ी लेकर आती हुई चार साइकिले जप्त की मौके पर अपराधीगण अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गये । लकड़ी मय सायकिले रेन्ज कार्यालय आष्टा लाकर वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया । जप्त वनोपज की कीमत लगभग 25,000 रुपये आंकी गई ।

रिश्ता तोड़ गया मोहन

मोहन! मोह न किया किसी का, छोड़ गये जग तुम क्षण में ।
किया विचार नही किंचित भी, क्या सोचा तुमने मन में ॥
इतने समझदार होकर भी, ये क्या तुमने कर डाला।
देते थे उपदेश सभी को, नियम नही तुमने पाला॥
नेह का धागा बांधा तुमने, तोड़ दिया क्यों एक पल में ।
मोहन! मोह न किया किसी का, छोड़ गये जग तुम क्षण में ॥
सच्चा नेही, श्रोता, वक्ता, स्पष्टबात, प्यारी प्यारी ।
प्रेम सिन्धु थे, सरल हृदय थे, पढ़ने की ध्वनि थी न्यारी ॥
मंच की शोभा गई आज तो, चर्चा है यह जनजन में ।
मोहन! मोह न किया किसी का छोड़ गये जग तुम क्षण में ॥
जनता का विश्वास दीर्घ था, क्यों अघवर ही छोड़ गये ।
होनहार कवि थे नगरी के, सबकी आशा तोड़ गये ॥
भोली भोली हंसमुख मूरत धूमें सबकी आंखन में ।
मोहन ! मोह न किया किसी का छोड़ गये जग तुम क्षण में ॥
हरी इच्छा बलवान है मित्रो, जन का दोष नही इसमें ।
सत्य किसी ने कहा किसी के काल नही होता बस में ॥
होनहार बलवान पढ़ा था, विद्वानों के ग्रन्थन में ।
मोहन ! मोह न किया किसी का छोड़ गये जग तुम क्षण में ॥
मेरी श्रद्धांजली समर्पित, करलो तुम स्वीकार सखे।
सर्व सांत्वना दे जगदीश्वर, सुखी रहे परिवार सखे॥
आंसू सूखे, पीर मिटे भर जाये साहस तन-मन में ।
मोहन! मोह न किया किसी का, छोड़ गये जग तुम क्षण में ॥

कृष्णहरि पचौरी
हाऊसिंग बोर्ड कालोनी, सीहोर
मो.- 9301163136, फोन- 329498

पटवारी पर धोखाधड़ी करने एवं राशि हड़पने का आरोप लगाया कृषक ने

जावर 25 फरवरी (फुरसत)। कृषक द्वारा पटवारी पर धोखा धड़ी करने एवं राशि हड़पने का आरोप लगाया है कृषक द्वारा उक्त पटवारी की लिखित शिकायत जिलाधीश सीहोर को एवं अनुविभागीय अधिकारी आष्टा को की गई है। कु ण्डिया नाथू के कृषक भीम सिंह ने बताया कि हमारे परिवार के चंदर सिंह, बहादुर सिंह, गजराज सिंह एवं रूपसिंह के नाम कृषि भूमि सामूहिक रूप से है । हम सब ने सहमति से सामलात कृषि भूमि का बटवारा करवाने के लिये हमारे हल्के के पटवारी राजकिशोर जाट से बात की तो पटवारी ने कहा की बटवारा तो करवा दूंगा लेकिन इसके लिये आपको मुझे पच्चीस हजार रुपये देना होगा, इस पर हमने आपस में मिलकर उक्त राशि पटवारी को नगदी दे दी लेकिन पटवारी द्वारा हमारा काम बंटवारा नही किया गया मैने पटवारी से बात की तो उन्होंने हमारे नाम की अलग-अलग बही तो बना दी जब उक्त बही को लेकर में वर्तमान पटवारी सोदान सिंह से मिला तो उन्होनें बही देखकर कहा कि तुम्हारी जमीन का अभी तक कोई बंटवारा नही हुआ है । यह बही तो नकली है इस तरह उक्त पटवारी ने हमारे साथ धोखाधडी की, साथ ही हमारे द्वारा दी गई राशि भी हड़प कर गया, कृषक द्वारा उक्त भ्रष्ट पटवारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के लिये लिखित शिकायत जिलाधीश एवं अनुविभागीय अधिकारी आष्टा को की गई है । sehore fursat

Monday, February 25, 2008

अरे भाई जब ऐश्वर्या रितिक की नहीं हुई तो जोधा अकबर की कैसे होगी ? जोधाबाई तो अकबर की बहु थी,

सलीम दिलीप कुमार अभी जिंदा हैं,
कहीं आशुतोष गोवारीकर को लेने के देने न पड़ जायें
जोधा-अकबर एक ऐतिहासिक फिल्म है। हिन्दुस्तान के शक्तिशाली सम्राट अकबर पर बनी यह फिल्म है। लेकिन इन्ही खूबियो में ही छिपा है इस फिल्म का विवादो के पचड़े में पड़ना। दरअसल जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर एक रियल लाईफ करैक्टर है। मरने के सैकड़ो साल बाद भी लोग उसकी धर्मनिरेपक्षता को याद करते है। धर्मनिरेपक्षता-सभी धर्मो को एक समान दृष्टि से देखना-ही क्यों, उसकी हिन्दुस्तान को एक धागे में पिरोकर रखने की क्षमता, महिलाओ को बराबरी का अधिकार, उसकी प्रशासनिक व्यवस्था, मनसबदारी, भूमि सुधार, जैसे उसके कदम ऐसे हैं जो आनी वाली पीढ़ी, राजाओ और व्यवस्था के लिये मील के पत्थर साबित हुये। भारतीय इतिहास में (चंद्रगुप्त मौर्य से लेकर 21 वी सदी तक) सम्राट अशोक को छोड़कर शायद ही कोई ऐसा राजा होगा जो किसी भी मायने में अकबर का मुकाबला कर सकता हो। असल में जोधाबाई, अकबर की पत्नी नही पुत्रवधु है। जबकि लोग 'मुगल-ए-आजम' फिल्म में दिखाई गई कहानी को ही हकीकत मानते थे। लेकिन जैसे-जैसे इतिहास पढ़ते गये, ये बात समझ में आ गई कि जोधा, अकबर के बेटे जहांगीर उर्फ सलीम की पत्नी थी। अरे भाई जब ऐश्वर्या, रितिक रोशन की नहीं हुई तो फिर जोधाबाई, अकबर की कैसे हो सकती हैं। सलीम दिलीप कुमार अभी जिंदा हैं कहीं अपनी जोधा के लिये वह आशुतोष गोवारीकर पर नाराज न हो जायें वरना उन्हे लेने के देने पड़ जायेंगे ।
क्‍या फतेहपुर के गाइड जिम्मेदार हैं.....
जब आशुतोष गोवारिकर की फिल्म जोधा-अकबर रिलीज होने वाली थी तब जरुर आश्चर्य हुआ कि एक बार जो गलती हो गई थी-मुगल-ए-आजम-के वक्त उसे क्यो दुहराया जा रहा है। जानकारो का मानना है कि इस गड़बड़-झाले के पीछे फतेहपुर सीकरी के गाईड़ जिम्मेदार है। दरअसल फतेहपुर सीकरी (आगरा के करीब वो शहर जो कभी अकबर की राजधानी हुआ करता था) में अकबर का किला है। इस किले का एक हिस्सा जोधा-महल के नाम से जाना जाता है। माना जाता है कि इस महल में मुगल राजाओ की हिंदु रानियां रहा करती थी। शायद, जहांगीर की पत्नी जोधा भी इसी महल में रहती होगी और इस महल का नाम जोधा-महल पड़ गया। फिर क्या था यहां के गाईडस ने जोधा को अकबर की पत्नी बताना शुरू कर दिया।
इस फिल्म का नाम 'हरका-अकबर' होना चाहिये था। जानते है क्यो ?आमेर (जयपुर) के कछवाहा राजपूत, राजा भारमल की बेटी थी हरका। मुगल सत्ता पर काबिज होने के करीब छह साल बाद (यानि 1562 में) अकबर एकबार अपने लावो-लश्कर के साथ अजमेर की दरगाह शरीफ से लौट रहा था। रास्ते में उसकी मुलाकात राजा भारमल से हुई। भारमल ने शिकायत की मेवात का मुगल हाकिम (गर्वनर) उन्हे आये-दिन परेशान करता रहता है। उनसे मनमाना चौथ वसूलता है। कहते है, अकबर ने भारमल को अपने ही मुलाजिम से मुक्ति दिलाने के लिये दो शर्ते रखी। पहली, राजा भारमल खुद उसके कैंप पर आकर अपनी बात (मिन्नत करे) रखे। दूसरा ये कि वो अपनी बेटी हरका की शादी उससे कर दे। उस वक्त अकबर की उम्र महज़ बीस साल थी।
हरका से शादी के बाद तो अकबर ने कई राजपूत राजकुमारियों से शादी रचाई। बीकानेर के राजा की बेटी, काहन, जोधपुर की एक राजकुमारी से, एक रोहिगा राजकुमारी रुकमावती...। राजपूत घराने में शादी रचाने की परपंरा अकबर के बेटे सलीम उर्फ जहांगीर ने भी जारी रखी। खुद अकबर ने ही अपने बेटे सलीम की शादी जोधपुर के राजघराने की बेटी जगत गोसाई (जो असलियत में जोधाबाई का नाम था) से बड़ी धूम-धाम से कराई थी। लेकिन ऐसा नही है कि हिंदुस्तान में अकबर पहला मुस्लिम राजा था जिसने हिंदु लड़कियो से शादी रचाई थी। उससे पहले अलाउद्दीन खिलजी, दक्षिण के बाहमनी राजा फिरोज शाह, गुजरात के मुहम्मद शाह सहित कई मुस्लिम राजाओ ने हिंदु रानियों से विवाह किया था। लेकिन अकबर ने हिंदु (खासतौर से राजपूत) राजघराने में शादी को अपनी राज-नीति बनाया था।
राजपूत राजा देते थे मुँह तोड़ जबाव
इन शादियों से अकबर एक बड़े साम्राज्य को एक सूत्र में बांधने में कामयाब हो पाया। शादी करने से एक तो इन राजपूत राजाओ से रिश्ते बन जाते थे, यानि उनके विद्रोह की संभावना लगभग ना के बराबर हो जाती थी। राजस्थान के छोटे-छोटे राजपूत राजा दिल्ली (या आगरा) के उन राजाओ को मुंह तोड़ जबाब देते थे जो उनकी सरजमीं की तरफ आंख उठाकर देखने की जुर्रत करते थे। दूसरा ये कि राजपूत अपनी वफादारी के लिये जाने जाते थे। आड़े वक्त में वही अकबर का साथ देते थे। मरते वक्त अकबर के अब्बा, हुंमायू ने उसे हिंदुस्तान में राज करने का मूल-मंत्र दिया था। उसने अकबर को सीख दी थी कि, राजपूत कौम का हमेशा ध्यान रखना, क्योकि ना तो वे (राजपूत) कभी कानून तोड़ते है और ना ही कभी आज्ञा का उल्लंघन करते है। वे तो सिर्फ आज्ञा का पालन करते है और अपना फर्ज (वफादारी का) निभाते है। गुजरात को कूच करते वक्त तो अकबर ने आमेर के राजा मान सिंह को ही आगरा (सत्ता का केंद्रबिंदु) की गद्दी का रखवाला घोषित कर दिया था। यहां तक की मान सिंह को और उनके परिवार के दूसरे सदस्यो को हरम (राजघराने की रानियों की रहने की जगह) की भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी-जो कभी भी किसी मर्द के हवाले नहीं की जाती थी। दूर-दराज के कई विद्रोह कुचलने में भी राजपूत राजाओ ने अह्म भूमिका निभाई थी। अकबर का साम्राज्य काफी बड़ा था। इसलिये आये-दिन दूर-दराज के हाकिम अपने को स्वतंत्र घोषित कर देते थे। ऐसे में अकबर, राजपूतो के सिवाय किसी पर विश्वास नही कर पाता था। यहां तक की अपने बेटे सलीम पर भी वो इतना भरोसा नही करता था क्योकि खुद सलीम ने भी एक बार अपने पिता के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजाया था।
वीर महाराणा प्रताण
राजपूत घरानो से रिश्ते बनाकर अकबर अपने प्रजा में एक सदेंश देना चाहता था। वो दिखाना चाहता था कि क्या हिंदु और क्या मुसलमान, उसके लिये सभी बराबर है। राजपूत राजाओ के लिये भी ये घाटे का सौदा नही था। राजस्थान के मेवाड़ राज्य के महाराणा प्रताप को छोड़कर हरेक राजा अकबर के सामने नत-मस्तक हो चुके थे।
1562 में अकबर का आमेर जयपुर के राजा भारमल कछवाहा की बेटी हीराकुंवर या हरखबाई से ब्याह हुआ । धर्म परिवर्तन करके उनका नाम मरियम उामानी रखा गया। वे मेधावी और धर्म सम्पन्न थीं। उन्होने अपने महल में कृष्ण की मूर्ति स्थापित की और हिन्दु धर्म के विधि विधानों का जीवन भर पालन किया। जहांगीर उनके ही बेटे थे और नूरजहां के प्रभावी हो जाने तक दरबार पर उनका पूरा प्रभाव रहा। बाबर सुन्नी थे, पर भाईयों और शेरशाह सूरी के उत्तराधिकारियों से निबटने में हुमायूं की मदद फारस के शाह तस्मास्प ने उन्हे शिया बनाकर ही दी थी। लिहाजा कोई सुन्नी प्रतिरोध न हो, इसलिये हीराकुंवरी या हरखबाई का नाम हमेशा मरियम उामानी ही लिखा गया। इसलिये भी कि हिन्दू रानी का बेटा बादशाह बन रहा है, इस बात को भी मुगल सल्तनत को किसी प्रतिरोध से बचाना था। बाद में हीराकुंवरी ने अपने बेटे से अपनी भतीजी मानमती की भी शादी कराई जिससे खुसरु पैदा हुए। जहांगीर की एक शादी जोधपुर के राज परिवार की जगत गोसाईन से भी हुई। उससे खुर्रम यानी शाहजहां पैदा हुए। जोधपुर की होने से उन्ही का नाम जोधबाई पड़ गया था। मुगल इतिहास में अकबर की बेगम को कहीं भी जोधा बाई नहीं कहा गया। कर्नल टाड नामक लेखक ने अवश्य नामों का गड्ड-मड्ड करके अकबर की बेगम जोधाबाई लिख डाला था जिसे मुगलेआजम फिल्म ने पुख्ता कर दिया।
पर बात नाम के बदल जाने की नहीं है। उससे इतिहास की मूलधारा पर कोई फर्क नहीं पड़ता। मूलधारा में फर्क पड़ने की बात दूसरी है। इसकी कि यह शादी कैसे और किस कारण हुई? पहले अकबर के जन्म को देख लें, शेरशाह से हारकर हुमायूं जब ईरान की और भाग रहे थे, तो छोटे भाई हिंदाल के खेमे में उन्होने चौदस साल की एक शिया लडक़ी हमीदा बानो को देखा और उस पर मुग्ध हो गये। हुमायूं को योतिष पर यकीन था । उनका ज्ञान और मन दोनो यह कहने लगे कि इस लड़की से पैदा हुआ लड़का बादशाह बनेगा। उन्होने दबाव डालकर शादी की। पर शरण कहां ले? भाई विरोध कर रहे थे। पास में सैनिक और सम्पत्ति भी नहीं थी, ऐसे में सिंध के राजपूत राजा ने उन्हे शरण दी। अमरकोट में राजपूत राजा की छांव में ही अकबर का जन्म हुआ।
बाद में परिवार को साथ लेकर हुमायूं सहायता पाने के लिये ईरान की और बढ़े तो भाई असकरी ने हमला कर दिया। 14 महिने के बच्चे को वहीं सैनिक शिविर में ही अपनी एक पुरानी बेगम के साथ छोड़ वे ईरान की और भागे। असकरी ने भतीजे का मारा नहीं, वह उसे काबुल ले गया। दूसरे भाई कामरान ने उसे इसलिये भी रख लिया ताकि बेटा उसके कब्जे में रहने से हुमायूं ईरान की मदद पाकर भी काबुल पर हमला नहीं कर सक ता। ईरान के शाह ने हुमायूं को शरण तो दी पर नसीहत भी दी कि पठानों से लड़ रहे हो तो फिर राजपूतों से शादी-ब्याह के संबंध बनाओ, तभी तो राज कर पाओगे। तब शिया बन जाने की शर्त मान लिये जाने पर उन्होने हुमायूं को सैनिक मदद दी और काबुल हुमायु के कब्जे में आ गया।
काबुल में उन्हे तीन साल का हो गया अपना बेटा अकबर मिला पर अब आगे हिन्दुस्तान पर हमला करना था और बेटे को साथ नहीं ले जाया जा सकता था। इसलिये सुरक्षा के लिये अकबर को मध्य प्रदेश के रीवा राजघराने में पलने-बढ़ने के लिये पहुँचा दिया गया। शेरशाह ने अपने अंतिम दिनों में कलिंजर के किले का घेरा डाला था वहाँ रीवा के राजा से ही चल रही लड़ाई में हुए विस्फोट में शेरशाह मारा गया।
अकबर को रीवा महाराज ने अपने बेटे रामसिंह की तरह ही पाला। अकबर बादशाह बने तो रीवा ने उन्हे ग्वालियर के तानसेन और सीधी के बीरबल ये दो रत्न उपहार में दिये। हुमायू ने भी मरने से पहले अकबर को वही किया कि राजपूतो से संबंध रखना। 18 साल की उम्र होते-होते जब अकबर बैरम खां और अपनी धाय मां माहम अमका के दबदबे से मुक्त हुए तो उन्होने संबंध के लिये राजपूतों की और देखा। जयपुर सबसे नजदीक था, इसलिये उन्होने लड़की लेने और देने का प्रस्ताव वहाँ रखा। लेकिन राजपूत घरानों ने लड़की देकर धर्म बचाना मुनासिफ समझा ना की मुस्लिम लकड़ी लाकर पूरे घर को मुस्लिम बनाना उचित। इसलिये वह मुस्लिम राजकन्याएं नहीं लाये। ( उल्लेख संस्कृति के चार अध्याय-रामधारी सिंह दिनकर)
इतिहास का मर्म इस बात में है कि जिन राजपूत राजाओं को मुगल शाहजादों-बादशाहों को अपनी बेटियां देनी पड़ी थीं, उन्होने या इस देश ने इस पर जश् नहीं मनाया था, हंसते हुए नहीं, रोते हुए बेटी बिदा की थी। और बेटे भी ऐसे ही विदा किये थे पश्चिम की और आक्रमण पर जाना पड़ता तो खुद न जाकर किसी बेटे को भेजा जाता। इसलिये कि पश्चिम जाने का अर्थ है धर्म का चला जाना (संस्कृति के चार अध्याय)
इतिहास का जो बाजारुपन, दुख और सुख में बदल दे, रुदन को उल्लास में बदल दे, कुर्बानी को उपलब्धि में बदल दे, इतिहास की सारी भावना को ही बदल दे, इसलिये कि उसे एक कल्पिन प्रेमकथा बेचनी है, तो इसे क्या कहेंगे ? देश और राष्ट्र के अपमान के सिवा इसे और क्या कहेंगे ? हजारों किताबें हैं, हजार दस्तावेज हैं जो मुगल इतिहास को सामने रखते हैं और सब जांचा हुआ भी है यह क्यों भूल जाते हैं फिल्म निर्माता कि हीराकुंवरी के व्याह के साथ ही जयपुर से कई राजपूत घरानों ने शाद-व्याह के रिश्ते इस तरह तोड़ दिये थे कि वह फिर वर्षों टूटे रहे।

Sunday, February 24, 2008

...शेखचिल्ली जैसी कल्पना करते हुए रामपुरा जलाशय से पानी लाने की बात कर रहे सीहोर नपा अध्यक्ष राकेश

सीहोर 23 फर (आनन्द गांधी, फुरसत)। सनातन भारतीय धर्म में पानी पिलाने का पुण्य सबसे अधिक माना गया है, यहाँ सम्पन्न लोगों द्वारा समाज के लिये सार्वजनिक प्याऊ बनवाने का महत्व सर्वाधिक रहता है सीहोर में भी कई लोग गर्मी में पेयजल उपलब्ध कराकर पुण्य लाभ कमाते देखे जाते हैं लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय और उनकी परिषद मण्डली को नागरिकों के लिये पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास करते कभी नहीं देखा जाता। बल्कि जनता के रुपयों पर लम्बा हाथ मारने के लिये हर बार तरह-तरह की नौटंकियों के साथ लाखों रुपये का हेरफेर सिर्फ टेंकरों से पेयजल वितरण को लेकर हो जाता है।
इस वर्ष भी चूंकि बहुत अच्छी बरसात हुई थी इसलिये काहिरी बंधान सहित सारे अन्रू जल स्त्रोत भरा चुके थे लेकिन दिन रात काहिरी बंधान से पानी की चोरी होती रही, जानबूझकर नगर पालिका अध्यक्ष ने व उनकी पार्षद मण्डली ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया, विज्ञप्तियाँ भेजकर खानापूरी कर ली। नाकाम नगर पालिका अध्यक्ष के कारण पेयजल स्त्रोतों से पूरा पानी चोरी जा चुका है जो आगामी गर्मी के लिये पर्याप्त नहीं है।
ऐसे में शेखचिल्ली जैसी कल्पना करते हुए राकेश राय ने विज्ञप्ति जारी की है कि यदि....काश....रामपुरा से पानी छूट जाये तो यहाँ काहिरी बंधान में पानी ही पानी हो जाये....। वह यह भूल गये हैं कि सीहोर की जनता इतनी नासमझ नहीं है कि उसे यह भी ना मालूम हो कि रामपुरा से अब पानी नहीं आ सकता। जनता को ऐसी विज्ञप्तियों से बरगलाने की कोशिश बेमानी है। खैर हकीकत से धरातल से जनता क ो दूर करने का राकेश राय का यह प्रयास कितना बेमानी है और पेयजल की क्या स्थिति है इस पर पढ़िये फुरसत की एक नजर।
ठंड विदा हो चुकी है और ग्रीष्म ऋतु ने अपनी दस्तक दे दी है अब तो रात में ठंड का असर थोड़ा बहुत दिखाई देता है लेकिन दिन का पारा शनै: शनै: बढ़कर अपनी तपिश का अहसास कराने लगा है। ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ होते ही सीहोर नगर में पेयजल का संकट उभरने लगा है।
शहर भर में जहाँ-तहाँ लगे हेण्डपंप बोल चुके हैं नगर पालिका की जल प्रदाय व्यवस्था ठप्प-सी दिखने लगी है। कभी कभार यदि नलों से पानी आता है तो वह भी गंदला और बदबूदार। स्थिति यह है कि न तो काहिरी में और ना ही जमोनिया में पर्याप्त पानी का भंडार बचा है। जलस्त्रोत सूखते जा रहे हैं भूजल दिन व दिन नीचे गिरता चला जा रहा है। शहरवासी पीने के पानी के लिये अभी से इधर-उधर भटकने को मजबूर होने लगे हैं।
ऐसे में नगर पालिका अध्यक्ष का नया नाटक शुरु हो गया है। नाटक करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष ने अब अचानक रामपुरा डेम से पानी छोड़ने की मांग कर डाली है। सीहोर की जनता को और अपने ही मतदाताओं को वह जानबूझकर भ्रमित करने के लिये रामपुरा-रामपुरा का राग अलापने का नाटक कर रहे हैं जबकि रामपुरा डेम से पानी सीहोर लाना आज की तारीख में नामुमकि न जैसा हो चुका है फिर भी नागरिकों को यह जताने का प्रयास किया जा रहा है कि नगर पालिका बहुत सक्रिय है।
नगर पालिका द्वारा पानी का उचित प्रबंधन नहीं करने तथा समय रहते नदी-तालाबों से हो रही पानी चोरी को रोकने के कोई प्रयास नहीं करने के कारण नगर के लिये उपयोगी जल स्त्रोत सूख चुके हैं। वैसे भी नगर पालिका ने कभी नगर के ही पुराने जल स्त्रोतों का ध्यान नहीं रखा।
फरवरी माह में ही शहर के कई हिस्सों में पार्वती पेयजल योजना से लगातार पानी प्रदाय नहीं हो सका है। नगर पालिका कभी बिजली कटौती का बहाना बनाती है तो कभी बंधान के मोटर पंप खराब पड़े होने का बहाना बनाकर हाथ झाड़ लेती है।
भूले भटके यदि पेयजल प्रदाय किया भी जाता है तो वह पीने योग्य तो बिल्कुल भी नहीं होता है। उदाहरण के लिये कल गंज क्षेत्र में करीब एक हफ्ते बाद नल चले लोगों ने बड़ी उम्मीद से पानी भरना प्रारंभ किया लेकिन नागरिक उस समय हतप्रभ रह गये जब पानी में फेन आता रहा। मटमैला और बदबूदार पानी देखकर नागरिक उस पानी से अपने घरों का छिड़काव करते दिखाई दिये। गंदगी युक्त बदबूदार पानी से हैरान परेशान नागरिक नगर पालिका की पेयजल प्रदाय व्यवस्था को कोसते रहे।
गंज क्षेत्र में जमोनिया तालाब पेयजल प्रदाय किया जाता है लगता है जो जल प्रदाय किया गया है। वह सीधे ही तालाब से नागरिकों को मुहैया कराया गया है। पानी को साफ करने कराने की भी जहमत उठाना नगर पालिका ने गवारा नहीं समझा।
अब मजे की बात यह है कि नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ने एक विज्ञप्ति प्रसारित कर कहा है कि इस वर्ष वर्षा कम हुई है जिसके कारण पेयजल स्त्रोतों में जल की कमी है काहिरी, खारपा और जमोनिया तालाब में पानी की पूर्ति के लिये रामपुरा डेम से पानी पार्वती नदी में छोड़ा जाये। रामपुरा डेम पार्वती के उद्गम स्थल पर सिध्दिकगंज क्षेत्र में स्थित है। वहाँ से पार्वती नदी में पानी छोड़ा भी जाता है तो इस बात की कितनी संभावना है कि वह पानी सीहोर की पेयजल से जुड़े खारपा और काहिरी बंधान तक पहुँच ही जायेगा। क्योंकि इन दो बंधानों से पूर्व आष्टा और आष्टा के बाद दो तीन बंधानों के बाद ही खारपा और उसके बाद फिर काहिरी बंधान आता है। जहाँ ग्रीष्म के मौसम में रामपुरा जलाशय से छुड़वाया गया पानी पहुँचना नामुमकिन जैसा हो चुका है।
आष्टा नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश परमार जैसी छवि और दमदारी वाली बात हो जो स्वयं अपना दल लेकर रामपुरा से पार्वती के बीच पानी चोरी करने वाले लोगों को रोकते हैं और पूरी दमदारी से चाहे कितनी ही मेहनत लगे आष्टा वासियों के लिये पानी लाते हैं। आज यदि रामपुरा से पानी छूटा भी तो वह पहले तो पार्वती तक आना ही मुश्किल हो जाता है फिर आ भी गया पार्वती में भरा जायेगा और आगे बढ़ेगा तो अगले जलस्त्रोतों व डेम में भराकर आगे ही नहीं बढ़ सकता। क्या इतनी सी समझ पढ़े लिखे समझदार बुध्दीमान नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय में भी नहीं है। राकेश राय का कितना हास्यास्पद तर्क है कि रामपुरा डेम से छोड़े गए पानी से खारपा और काहिरी लबालब हो जायेगी और सीहोर में पेयजल संकट नहीं रहेगा।
नगर पालिका अध्यक्ष को मुंगेरीलाल जैसे सपनों को त्यागकर वास्तविक धरातल पर खड़े होकर गंभीरता के साथ शहर के नागरिकों के प्यासे कंठो की प्यास बुझाने के सार्थक प्रयास करना होगा। इसके लिये वह चाहें तो सीहोर के पुराने पेयजल स्त्रोतों को जीवित करने का सार्थक प्रयास कर सकते हैं। बेंगन घांट का पुराना स्त्रोत जो एक समय संपूर्ण सीहोर की प्यास बुझाने का बड़ा माध्यम था, लाल कुंआ एवं क्षेत्र के जीवित नलकूप शहर की पेयजल व्यवस्था को सुचारु बनाये रखने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं इसके लिये नगर पालिका को अपनी संकल्प शक्ति का परिचय देना होगा। इसके साथ ही सीवन नदी और शहर के बीचों-बीच बहने वाले नाले में भगवान पुरा तालाब से पानी छुड़वाने के गंभीर प्रयास जरुरी हैं। नदी और नाले में भरपूर पानी हो तो शहर की अधिकांश क्षेत्रों के हेण्डपंप, कुएं बावड़ी में पानी के स्त्रोत स्वत: जीवित हो जायेंगे और नागरिकों के पेयजल समस्या का कुछ हद तक निराकरण भी हो सकता है।

बैलगाड़ी चढ़ने से एक बच्ची की मौत

सीहोर 23 फरवरी (फुरसत)। थाना कोतवाली क्षैत्रार्न्तगत बैलगाड़ी चढ़ने से एक वर्षीय बच्ची की मौत हो गई पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
ग्राम तखनाखुर्द बालाघाट सिवनी हाल-शिकारपुर निवासी अनिल दीवाड़े की एक वर्षीय पुत्री कृति रोड पर खेल रही थी कि ग्राम बमूलिया निवासी मांगीलाल ने आज दोपहर साढ़े 12 बजे बैलगाड़ी को लापरवाही से चलाकर बैलगाड़ी का पहिया उसके उपर चढ़ा दिया जिससे उसकी मौत हो गई ।

आष्टा खड़ी में धूमधाम से मनी रविदास जयंती

आष्टा 23 फरवरी (फुरसत)। संत शिरोमणी रविदास महाराज की जयंती ग्राम खड़ी में धूमधाम से मनाई गई। जयंती पर संत जी की विशाल यात्रा ग्राम में निकली समापन पर श्रवण कुमार के मुख्य आतिथ्य उपसरपंच मनोहर पटेल की अध्यक्षता एवं लक्ष्मीनारायण वर्मा, बाबुलाल वर्मा, किशन जी वर्मा के विशेष आतिथ्य में कार्यक्रम एवं पदाधिकारियों का सम्मान समारोह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर संत रविदास जयंती कार्यक्रम में ग्राम के अनेकों नागरिक गण शामिल हुए।

आष्टा में जहरीला पदार्थ खाने से विवाहिता की मौत

आष्टा 23 फरवरी (फुरसत)। आष्टा थाना क्षैत्र में जहरीला पदार्थ खाने वाले एक विवाहिता की मौत हो गई । पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार ग्राम अतरालिया निवासी जगदीश दर्जी की 35 वर्षीय पत्नी सीताबाई ने गत दिवस अज्ञात कारणो से जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया जिसे उपचार हेतू अस्प. शुजालपुर में दाखिल कराया गया था जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई ।

सीहोर जिला चिकि. में रात्रिकालीन मेडिकल स्टोर पुन: चालू करने हेतु पुन: ज्ञापन सौंपा

सीहोर 23 फरवरी (फुरसत)। जिला भारतीय राष्ट्रीय संगठन जिला सीहोर द्वारा जिला चिकित्सालय में रात्रि कालीन मेडिकल स्टोर बंद कर दिया गया है। जिससे पूरे जिले में भर्ती मरीजों को रात्रि में काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही रात्रि में दवाई उपलब्ध नही होने से उनके स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव पड़ रहा है। पूर्व में एनएसयूआई जिला इकाई द्वारा अतिरिक्त जिलाधीश श्रीमति भावना बिलम्बे को ज्ञापन सौप कर रात्रि कालीन मेडिकल स्टोर जिला चिकित्सालय में चालू करने के लिये ज्ञापन सौंपा था जिस पर आज दिनांक तक कोई पहल नही हुई है ।
आज युवक कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल के नेतृत्व में नगर अध्यक्ष भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ जिलाध्यक्ष एनएसयूआई पंकज गुप्ता, प्रदेश सचिव राजीव गुजराती के विशेष आतिथ्य में सैकड़ो छात्रों के साथ एसडीएम सीहोर को चेतावनी के साथ ज्ञापन सौंपा कि यदि जनहित में मेडिकल स्टोर प्रारंभ नही किया गया तो आंदोलन किया जायेगा जिसकी जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी । एसडीएम ने आश्वासन दिया कि 25 फरवरी को होने वाली रोगी कल्याण समिति की मिटिंग में उक्त ज्ञापन पर निर्णय लिया जायेगा । इस अवसर पर सुशील कचनेरिया, जितेन्द्र गोस्वामी, शाकिर कुरैशी, राशिद मंसूरी, मुजीब कुरेशी, राहुल कोठारी, राधेश्याम वर्मा, अम्बर मोनू, राजेश मांझी, मुनव्वर उर्फ मुन्ना भाई, नितीन बाली, अभिषेक त्यागी, अनिल शर्मा, हनीफ कुरैशी, मनीष अग्रवाल, कय्यूम भाई, प्रवीण सोनी, राहुल पाटीदार, राहुल ठाकूर, संदीप सिंह, आदि छात्रगण मौजूद थे ।

सीहोर में जोघा अकबर पर प्रतिबंध का स्वागत किया राजपूत समाज ने

सीहोर 23 फरवरी (फुरसत)। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ठा. भेरूसिंह चौहान, राष्ट्रीय प्रमुख महामंत्री प्रो. सुरेन्द्र सिंह तोमर, राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष, राजीव सिंह भदौरिया के द्वारा प्रदेश भर में फिल्म जोधा अकबर में व्यवसायिक दोहन के निहित स्वार्थ हेतू फिल्मांकित तथ्यात्मक विसंगतियों के खिलाफ प्रदेश भर में चलाये जा रहे अभियान के तहत सीहोर के राजपूत समाज के गतदिवस फिल्म को प्रतिबंधित करने हेतू लीसा टाकीज पर जोरदार प्रदर्शन कर जिलाधीश को महामहिम राष्ट्रपति महो. व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राजपूत समाज की भावना का सम्मान करते हुये आज पूरे प्रदेश में फिल्म को प्रतिबंधित कर दिया । मुख्यमंत्री म.प्र. शासन के द्वारा समयानुकुल और उचित निर्णय लेकर पूरे प्रदेश में फिल्म प्रदर्शन पर लगाई रोक के लिये राजपूत समाज सीहोर उनका आभार व्यक्त करता है ।
आभार व्यक्त करने वालो में प्रमुख रूप से गोविन्द्र सिंह सिसोदिया, नरेन्द्र सिंह सिसोदिया, युवा अध्यक्ष, श्रीमति गायत्री चौहान, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष, राजेन्द्र सिंह सिसोदिया, महामंत्री, बाबूसिंह चौहान, महेन्द्रसिंह सिसोदिया, रामसिंह चौहान, रघुवीरसिंह तोमर, राजेन्द्र सिंहचंदेल, प्रेमनारायण सिंह परमार, इंदरसिंह बैस, दशरथ सिंह सोलंकी, आईएस सिंदल, राजेन्द्र सिंह तोमर, फूलसिंह राजपूत, कमलसिंह परिहार, सुरेन्द्र सिंह बैस, अर्जुनसिंह राठौड़, त्रिलोचन सिंह, डा. एम अस परिहार, सुमेर सिंह महोडिया, विनय सिंह चौहान, अजीत सिंदल, देवेन्द्र सिंह सोलंकी, युवराज सिंह राघव, मनोज सिंह सेंगर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, भूपेन्द्र सिंह सिसोदिया, जितेन्द्र सिंह सिसोदिया आदि शामिल है ।

सीहोर के सुकवि मोहन राय स्मृति शिवना सारस्वत सम्मान प्रो. डॉ. जैन का दिया जायेगा

सीहोर 23 फरवरी (फुरसत)। शहर की अग्रणी साहित्यिक प्रकाशन संस्था शिवना प्रकाशन सुकवि मोहन राय की प्रथम पुण्य तिथि पर गीतांजली समारोह का आयोजन करने जा रहा है । आयोजन में स्थानीय माहविद्यालय में प्राचार्य तथा शिक्षाविद् प्रो. डॉ. भागचंद जैन का वर्ष 2008 का सुकवि मोहन राय स्मृति शिवना सारस्वत सम्मान प्रदान किया जाएगा ।
शिवना प्रकाशन के प्रकाशक पंकज सुबीर ने जानकारी देते हुए बताया कि सीहोर के सुप्रसिध्द कवि स्व. श्री मोहन राय की प्रथम पुण्य तिथि 26 फरवरी को होने वाले आयोजन में ये सम्मान प्रदान किया जाएगा । शिवना प्रकाशन ने वर्ष 2006 में शिवना सारस्वत सम्मान की स्थापना की थी जिसे वर्ष 2006 में वरिष्ठ गीतकार श्री रमेश हठीला को तथा 2007 में वरिष्ठ पत्रकार श्री अम्बादत्त भारतीय को दिया गया था । पूर्व के वर्षों में वसंत पंचमी को दिया जाने वाला ये सम्मान इस वर्ष से स्व. श्री राय की पुण्य तिथि पर सुकवि मोहन राय स्मृति शिवना सारस्वत सम्मान के नाम से दिया जाएगा । हर वर्ष किसी भी विधा में लेखनी और ज्ञान ने अपनी पहचान स्थापित करने वाले एक वरिष्ठ व्यक्तिव का सम्मान सारस्वत सम्मान के तहत किया जाता है । इस वर्ष भी सम्मान के लिये नाम का चयन करने के लिये एक समिति का गठन वरिष्ठ साहित्यकार श्री नारायण कासट की अध्यक्षता में किया गया था समिति में वरिष्ठ गीतकार श्री रमेश हठीला, वरिष्ठ शायर श्री डॉ. कैलाश गुरू स्वामी, शास. महाविद्यालय में हिन्दी की प्राध्यापक डॉ. श्रीमती पुष्पा दुबे और पंकज सुबीर शामिल थे । पूर्व के वर्षों में पत्रकारिता एवं साहित्य में सम्मान देने के बाद इस वर्ष समिति ने शिक्षा के क्षेत्र में सम्मान देने का निर्णय लिया था तथा समिति ने सर्व सम्मति से प्रो. डॉ. भागचंद जैन का नाम सम्मान के लिये तय किया है । जिले के वरिष्ठ शिक्षाविद् डॉ. जैन ने स्थानीय शासकीय महाविद्यालय में लम्बे समय प्राध्यापक के रूप में कार्य करते हुए विषय विशेषज्ञ के रूप में अपनी एक अलग पहचान स्थापति की है । तत्पश्चात वे आष्टा के महाविद्यालय में प्राचार्य रहे और उसके बाद वर्तमान में सीहोर के कन्या महाविद्यालय में प्राचार्य के रूप में कार्यरत हैं । इस सम्मान के तहत शाल श्रीफल स्मृति चिन्ह तथा सम्मान पत्र भेंट किया जाता है। सुकवि मोहन राय स्मृति गीतांजली समारोह स्थानीय नगर पालिका भवन के सभागार में किया जा रहा है ।

Saturday, February 23, 2008

...और अब दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा नहीं लगेगी, कांग्रेसी परिषद ने लिया निर्णय

सीहोर 22 फरवरी (आनन्द गाँधी, फुरसत)। नगर पालिका परिषद की एक बैठक में राकेश राय की अध्यक्षता में भाजपा पार्षद भोजराज यादव ने यह प्रस्ताव रखा कि अस्पताल चौराहे का नाम स्व.गेंदालाल जी राय के नाम से रखा जाये इस प्रस्ताव के साथ ही एक अन्य प्रस्ताव विपिन सास्ता ने कोलीपुरा चौराहे पर पूर्व नपाध्यक्ष स्व. जीवनलाल राय के नाम करने का रखा इस पर भी सारे पार्षदों ने भाजपा पार्षदों की बात पर सहमति जता दी। अब मजे की बात यह है कि जिन स्व. पं. दीनदयाल उपाध्याय के भाजपा अपना सर्वमान्य अग्रज मानती हैं, उनके नाम पर पहले ही पटवा शासन में नदी चौराहे का नामकरण किया जाकर यहाँ प्रतिमा स्थापित किये जाने की घोषणा तत्कालीन बाबूलाल गौर स्थानीय शासन मंत्री कर चुके थे। आज वह भाजपा के पार्षदों ने यह नया प्रस्ताव पास करके भाजपा की वर्षों की मंशा पर पानी फेर दिया।
देखते हैं कि क्या भाजपा ऐसे पार्षदों पर कोई कार्यवाही करती हैं ? अपनी ही पार्टी के पुरोध्दाओं के नाम पर घोषणाएं करके भाजपा पूरा शासन काल निकल जाने पर अमल नहीं कर पा रही है आश्चर्य है।
नगर पालिका परिषद की बैठक में सुरेश पचौरी समर्थक राकेश राय की अध्यक्षता में उनकी खास सिपलसालार जो उनकी विशेष अध्यक्षीय समिति में विशेष सदस्य हैं राबिया अशफाक ने भी यहाँ परिषद बैठक में स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा तहसील चौराहे पर स्थापित करने का प्रस्ताव रखा, जिस पर सबने स्वीकृति दी। अब मजे की बात यह है कि तहसील चौराहे के सौन्दर्यीकरण का काम भी राय परिवार द्वारा ही कराया गया था और अब यहाँ राकेश राय के कार्यकाल में सिंधिया जी की प्रतिमा स्थापित हो जायेगी तो कल तो राकेश राय सिंधिया समर्थक भी कहलाने लगेंगे। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस तहसील चौराहे पर पूर्व में एक राष्ट्रीय फूल कमल बना हुआ था उस स्थान पर सिंधिया जी की प्रतिमा बैठ जायेगी। fursat sehore

चुनावी वर्ष में प्रतिमाओं की नई राजनीति शुरु, राष्ट्रीय फूल कमल हटाकर बैठाये जायेंगे माधवराव सिंधिया....

सीहोर । परिषद की विज्ञप्ति के अनुसार नगर पालिका परिषद सीहोर की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई जिसमें नगर विकास सहित जनहित के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होकर एकमत से जनहित के निर्णय लिये गये हैं?
उक्त बात नगर पालिका द्वारा जारी विज्ञप्ति में कही गई है। नगर पालिका सीहोर में जिन विषयों पर चर्चा हुई उनमें प्रमुख रुप से यूआईडी एस.एस. एम. टी.योजना सहित नगर की पेयजल व्यवस्था के संबंध में कार्ययोजना रुपये 89.20 लाख, शहर में नवीन दुकाने बनाकर नागरिकों को रोजगार देने, माननीय मुख्यमंत्री जी की घोषणा अनुरुप चर्च मैदान पर विशाल स्टेडियम निर्माण, डिग्री कालेज के सामने पूर्व भूखण्डों की नीलाम शासन निर्देशानुसार पुन: करने हड्डी मिल को जनस्वास्थ्य की दृष्टि से तत्काल हटाये जाने, हरिजन समाज का वाल्मिकी भवन आदि विषयों पर परिषद में चर्चा होकर जनहित एवं नगर विकास के लिये सर्वसम्मति से प्रस्तावों को पारित किया जाकर कार्यवाही के लिये अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी सीहोर को अधिकृत किया गया।
एजेण्डा के अलावा अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई जिसमें पार्षद शमीम अहमद ने नगर की सफाई व्यवस्था पर चर्चा करते हुए विस्तार से प्रकाश डालते हुए जनसेवक कर्मचारियों कर्मचारियों की कमी बताई जाकर सफाई व्यवस्था अच्छी बनाने के लिये 50 मस्टर जनसेवकों को रखे जाने एवं 200 जनसेवकों को भर्ती हेतु शासन को प्रस्ताव भेजे जाने का प्रस्ताव रखा गया जिस पर चर्चा उपरांत सीएमओ को शासन दिशा निर्देशानुसार शीघ्र कार्यवाही को कहा गया।
पचौरी समर्थक राकेश राय की परिषद सिंधिया की प्रतिमा लगवायेगी
नगर की जल प्रदाय व्यवस्था को लेकर सभापति श्रीमति नीरु पवन राठौर द्वारा बताया गया कि नगर में विभिन्न क्षेत्रों में जल प्रदाय के लिये बिछाई जाने वाली, जीआई एवं पीवीसी पाईपलाईन के निविदाएं बुलाई गई किन्तु बाजार में रेट अधिक होने से वर्तमान प्रचलित दर पर कार्य हेतु कोई ठेकेदार तैयार नहीं होने से 100 प्रतिशत अधिक पर कार्य का प्रस्ताव रखा जिसे सदस्यों द्वारा सहमति दी गई तथा सीएमओ को नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिये। नगर के तहसील चौराहे का नाम बदलकर स्वर्गीय माधवराव सिंधिया चौराहा रखे जाने एवं स्वर्गीय सिंधिया जी की प्रतिमा का प्रस्ताव पार्षद राबिया अशफाक द्वारा तथा पार्षद भोजराज यादव द्वारा अस्पताल चौराहे का नाम स्वर्गीय गेंदालाल राय चौराहा एवं स्वर्गीय श्री राय की प्रगतिा लगाने का प्रस्ताव रखा गया, पार्षद विपिन सास्ता द्वारा बढ़ियाखेड़ी कोलीपुरा चौराहे का नाम पूर्वनपाध्यक्ष स्वर्गीय जीवनलाल राय के नाम करने एवं प्रतिमा लगाये जाने का प्रस्ताव रखा गया जिस पर चर्चा उपरांत नियमानुसार कार्यवाही हेतु निर्देश दिये गये।
बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय, पार्षद हफीज चौधरी, राहुल यादव, शमीम अहमद, मनोज गुजराती, दिनेश भैरवे, जितेन्द्र पटेल, कमलेश राठौर, हृदेश राठौर, भोजराज यादव, राजू पहलवान, कमला पिपलोदिया, रंजीत सिंह वर्मा, लीला लोधी, प्रभा राठौर, राजश्री छाया, नीरु पवन राठौर, राबिया अशफाक, फरहाना-इरफान वेल्डर, सरोज सिंह ठाकुर, सांसद प्रतिनिधि मेहरबान सिंह बलभद्र, विपिन सास्ता, मीना सतीश दरोठिया, अर्जुन सिंह राठौर, रजनी ताम्रकार, सीताराम अहिरवार, राम प्रकाश चौधरी, रामचन्दर पटेल, मिथिलेश मिश्रा, हाजी सलीम कुरैशी, आशीष गेहलोत आदि सहित सीएमओ डी.के.श्रीवास्तव सहायक यंत्री पी.के.जैन आदि उपस्थित थे। fursat sehore

बीएसएनएल के बिगड़े नेटवर्क से उपभोक्ता परेशान

आष्टा 22 फरवरी (सुशील संचेती, फुरसत )। एक और भारत संचार निगम लिमिटेड अपने घटते हुए उपभोक्ताओं से चिंतित होकर नई-नई स्कीम और योजनाएं लाकर उपभोक्ताओं को अपनी और आकर्षित कर रही है। उपभोक्ता आकर्षित भी हो रहे हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर अधिकारी इनसे वालों का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं की समस्या से वे खबर होने के कारण उपभोक्ताओं में रोष है।
आष्टा नगर में इन दिनों जो उपभोक्ता बीएसएनएल के मोबाइल उपयोग कर रहे हैं वे नेटवर्क की गड़बड़ी के कारण परेशान है। आष्टा में ऐसे उपभोक्ताओं के पास उक्त कम्पनी का मोबाइल तो है लेकिन नेटवर्क के कारण उन्हे बात करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कम्पनी ने 149 रुपये वाली टेलिफोन पर जो सेवा प्रारंभ की है उसमें ऐसी सेवा वाले टेलीफोन उपभोक्ता अपने लेण्डलाइन से मोबाइल पर बात निशुल्क है लेण्डलाईन के उपभोक्ता जब उक्त प्राप्त सेवा का लाभ उठाने के लिये लेण्ड लाईन से बीएसएनएल के मोबाइल पर काल करते हैं तो घंटी तो जाती है लेकिन बात नहीं होती है। इसके पीछे बीएसएनएल का बिगड़ा नेटवर्क ही कारण माना जा रहा है। आष्टा में ऐसे उपभोक्ता काफी परेशान है स्थानीय टेलीफोन विभाग के अधिकारियों को इस और ध्यान देना चाहिए नहीं तो बिगड़ी उक्त व्यवस्था से जो लोग बीएसएनएल की और आकर्षित हुए हैं कहीं वे फिर दूर होना प्रारंभ ना कर दें। Fursat sehore

अब चलित थाने गांवों में ही पहुँचकर सुनवाई करेंगे

आष्टा 22 फरवरी (फुरसत)। अभी तक पीड़ितों को घटना दुर्घटना के बाद चल कर थाने आना पड़ता था और यहाँ कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था सरकार और पुलिस महकमे के आला अफसरों को अब लगा की जो थाने में आता है वो कितना परेशान होता होगा और किन-किन समस्याओं से उसे दो चार होना पड़ता होगा।
अब आई.जी.भोपाल, जिला पुलिस अधीक्षक सीहोर के निर्देशानुसार थाने में बैठे टीआई या सक्षम अधिकारी सादल बल के चलित थानों के साथ ग्रामों में पहुँचेंगे और वहीं पर शिविर लगाकर ग्रामीणों की शिकायतों समस्याओं का निराकरण करेंगे। एसडीओपी मनु व्यास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 22 फरवरी को आष्टा थाने का चलित थाना बड़झिरी एवं 26 फरवरी को टिटोरिया पहुँचेगा। जावर थाने का चलित थाना 24 फरवरी को बीसूखेड़ी एवं 26 फरवरी को मुरावर पहुँचेगा। सिध्दिकगंज थाने का चलित थाना 25 फरवरी को पगरिया हाट एवं नीलबड़ पहुँचेगा एवं 25 फरवरी को खाचरौद बादरिया हाट पहुँचेगा और इन ग्रामों में आये आवेदन पत्रों की जांच करेंगे तथा इन क्षेत्रों के निगरानी बदमाशों, गुण्डा तत्वों की जांच करेंगे। आर्म्स, लायसेंस, मुसाफिरान, पेंशन दारान की भी जांच करेंगे तथा इन ग्रामों में ग्राम रक्षा समितियो की बैठक आयोजित करेंगे। चलित थानों को मौके पर जो शिकायतें मिले उसकी त्वरित जांच कर निराकरण भी सुनिश्चित करेंगे। अगर पुलिस ने इन चलित थानों की योजना को ईमानदारी से निभाया तो निश्चित वरिष्ठ अधिकारियों को जिस उद्देश्य से उक्त चलित थानों की शुरुआत की है उसमें सफलता तो मिलेगी पुलिस के प्रति ग्रामीणों को विश्वास भी बढ़ेगा और अगर चलित थानों के साथ पहुँची। पुलिस ने वहाँ भी थानों जैसा रवैया अपनाया तो निश्चित यह योजना पुलिस को और बदनाम करेगी। देखना है अधिनस्थ अपने वरिष्ठों की कसौटी पर कितने खरे उतरते हैं। fursat sehore

मुआवजा लेने के बाद भी निर्माण नहीं हटाने पर प्रशासन ने जेसीबी से भवन गिराया

आष्टा 22 फरवरी (सुशील संचेती, फुरसत)। सीहोर से देवास तक बन रहा फोर लेन मार्ग का कार्य इन दिनों बड़ी तेजी से चल रहा है। आष्आ से 3 कि.मी. दूर इन्दौर मार्ग पर स्थित मार्डन उेरी का अग्रभाग जिसमें डेरी का प्लांट लगा है वो भी रोड में आया है, शासन की और से उसका मुआवजा लगभग 16 लाख रुपये 7-8 माह पूर्व भुगतान हो जाने तथा उक्त भवन हटाने का समय दिये जाने के बाद भी जब उक्त भवन नहीं तोड़ा तथा रोड के निर्माण कार्य में बाधा आने पर आखिरकार कल फोरलेन सड़क निर्माण एजेंसी के मैनेजर ने पिछले दिनों कलेक्टर को बताया था कि उक्त भवन मालिक द्वारा सड़क में आ रहे उक्त भवन को नहीं हटा रहा है।
जिससे सड़क का कार्य प्रभावित हो रहा है कलेक्टर ने एसडीएम आष्टा को निर्देश दिये जिस पर कल एसडीएम श्रीमति रश्मि, एसडीओपी मनु व्यास सादल बल के उक्त अतिक्रमण को हटाने पहुँचे तो डेरी में दूध देने वाले 100-150 दूध वालों ने विरोध किया जिन्हे प्रशासन ने खदेड़ दिया और बाद में जेसीबी से उक्त भवन को तोड़ने का कार्य शुरु हुआ जो जारी
उक्त आ रहे भवन का मुआवजा देने के बाद भवन मालिक ने 1 माह का समय मांगा था तब प्रशासन ने समय दे दिया था लेकिन उसके बाद भी 5-6 माह तक उसने भवन नहीं तोड़ा उल्टे और समय मांगने लगा इससे ऐसा लग रहा था कि भवन के मालिक की मंशा कुछ और नजर आ रही थी sehore fursat

सुकवि स्व. मोहन राय की स्मृति में गीतांजली समारोह का आयोजन करेगा शिवना प्रकाशन

सीहोर 22 फरवरी (फुरसत)। शहर की अग्रणी साहित्यिक प्रकाशन संस्था शिवना प्रकाशन सुकवि मोहन राय की प्रथम पुण्य तिथि पर गीतांजली समारोह का आयोजन करने जा रहा है ।
शिवना प्रकाशन के प्रकाशक पंकज सुबीर ने जानकारी देते हुए बताया कि सीहोर के सुप्रसिध्द कवि स्व. श्री मोहन राय की प्रथम पुण्य तिथि 26 फरवरी को ये आयोजन किया जाएगा । स्व. श्री राय सीहोर के मूर्ध्दन्य कवियों में थे तथा प्रकृति चित्रण की अपनी कविताओं के लिये एक जाना माना नाम थे । प्रदेश भर के अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों के मंचों पर काव्य पाठ करके उन्होंने सीहोर को गौरवान्वित किया था । स्व. श्री राय का साहित्य को लेकर विशेष अनुराग था तथा सीहोर की साहित्यिक गतिविधियों में उनका विशेष योगदान हुआ करता था ।
उनके दो काव्य संग्रहों गुलमोहर के तले तथा झील का पानी का प्रकाशन शिवना प्रकाशन ने क्रमश: वर्ष 2005 तथा 2006 में किया था। शिवना प्रकाशन के संस्थापन में भी उनका विशेष योगदान था तथा उनकी ही प्रेरणा से तीन वर्ष पूर्व ये प्रकाशन स्थापित किया गया था। प्रकाशन की पहली पुस्तक के रूप में भी उनकी ही किताब गुलमोहर के तले का प्रकाशन किया गया था ।
उनकी पुस्तक गुलमोहर के तले साहित्य जगत में खासी चर्चित रही थी । बाद में उनकी ही प्रेरणा से शिवना प्रकाशन ने वर्ष 2006 में शिवना सारस्वत सम्मान की स्थापना की थी जिसे वर्ष 2006 में गीतकार श्री रमेश हठीला को तथा 2007 में वरिष्ठ पत्रकार श्री अम्बादत्त भारतीय को दिया गया था । शिवना प्रकाशन ने निर्णय लिया है कि पूर्व के वर्षों में वसंत पंचमी को दिया जाने वाला ये सम्मान इस वर्ष से स्व. श्री राय की पुण्य तिथि पर दिया जाएगा और इस वर्ष से इसका नाम भी सुकवि मोहन राय स्मृति शिवना सारस्वत सम्मान कर दिया गया है । जैसी की स्व. श्री राय की इच्छा थी कि हर वर्ष किसी भी विधा में लेखनी और ज्ञान ने अपनी पहचान स्थापित करने वाले एक वरिष्ठ व्यक्तिव का सम्मान सारस्वत सम्मान के तहत किया जाता है। इस वर्ष भी सम्मान के लिये नाम का चयन करने के लिये एक समिति का गठन कर दिया गया है जो एक दो दिन में नाम चयन कर लेगी वरिष्ठ साहित्यकार नारायण कासट की अध्यक्षता में गठित समिति में वरिष्ठ गीतकार रमेश हठीला, वरिष्ठ शायर डॉ. कैलाश गुरू स्वामी, शास. महाविद्यालय में हिन्दी की प्राध्यापक डॉ. श्रीमती पुष्पा दुबे और पंकज सुबीर शामिल हैं । इस सम्मान के तहत शाल श्रीफल स्मृति चिन्ह तथा सम्मान पत्र भेंट किया जाता है । इस वर्ष सुकवि मोहन राय स्मृति गीतांजली समारोह स्थानीय नगर पालिका भवन के सभागार में किया जा रहा है जहां पर सीहोर के कवि गण, साहित्यकार, पत्रकार एवं सुकवि श्री राय के मित्रगण उन्हें श्रध्दांजली प्रदान करेंगें।

सड़क हादसे से युवक की मौत, तीन घायल

सीहोर 21 फरवरी (फुरतस)। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में अलग-अलग सड़क हादसों में जहाँ एक युवक की मौत हो गई वहीं तीन लोग घायल हो गये पुलिस ने सभी मामले दर्ज कर लिये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इन्दौर में अध्ययनरत छात्र 22 वर्षीय अनिल कुमार पुत्र विरेन्द्र प्रसाद सिंह निवासी बी-1044 सेक्टर-2 एचईसी कालोनी रांची झारखंड गत बुधवार की शाम इन्दौर से अपनी बाइक एमपी 09 एलके 296 से सागर चौपाल अपने मित्र से मिलने आ रहा था तभी जावर थाना क्षेत्र में राजमार्ग स्थित सेमलीबारी पुलिया के समीप विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से बचने के चक्कर में उसकी बाइक अनियंत्रित होकर खम्बे से टकरा गई परिणाम स्वरुप अनिल कुमार कर दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
उधर आष्टा थाना क्षेत्र में ग्राम बारेखेड़ा निवासी देवकरण अरोलिया रोड के समीप गत मंगलवार को खड़ा था जिसे बाइक क्रमांक एमपी 41 एमबी 220 के चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाकर टक्कर मारकर घायल कर दिया। इधर मण्डी थाना क्षेत्र के ग्राम मगसपुर में रहने वाले 60 वर्षीय शाहजाद खां गत बुधवार की शाम अपने खेत से पैदल घर जा रहा था तभी आष्टा तरफ से आ रहे बाइक एमपी 37 एएम 3960 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर टक्कर मार दी जिसे उपचार हेतु सीहोर अस्पताल में दाखिल कराया गया है। एक अन्य हादसे में कोतवाली चौराहे के समीप जीप क्रमांक एमपी42 सी 0150 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर राठौर मोहल्ला गंज निवासी 20 वर्षीय अर्चना शर्मा को टक्कर मारकर घायल कर दिया जिससे उपचारार्थ जायसवाल अस्पताल में दाखिल कराया गया है। futsat sehore

Friday, February 22, 2008

बदलती पत्रकारिता का ककहरा सिखाया भोपाल के पत्रकारों ने

सीहोर के पत्रकारों की कक्षा लगी
सीहोर 21 फरवरी (फुरसत)। जिले के पत्रकारों के बीच पत्रकारिता के नवीनतम आयामों के अनुभवों का आदान - प्रदान करने के उद्देश्य से आज होटल क्रीसेन्ट (ओल्ड) परिसर में एक कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें जिले भर से आए पत्रकारों ने अपने अनुभवों का आदान - प्रदान किया। कार्यशाला में जन सम्पर्क विभाग के अपर संचालक जी.एल. सोनाने एवं स्वदेश भोपाल के स्पेशल करस्पान्डेन्ट नीतेन्द्र शर्मा विशेष रूप से मौजूद थे। कार्यशाला को वरिष्ठ पत्रकार अम्बादत्त भारतीय, डॉ.एम.हैदर और रामनारायण ताम्रकार ने भी संबोधित किया। प्रारंभ में माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए भोपाल से आए पत्रकार नीतेन्द्र शर्मा ने कहा कि सीखने की ललक पत्रकार को जीवंत बनाए रखती है। उन्होंने कहा कि प्रभावोत्पादक खबर का अपना अलग महत्व होता है और यदि खबर में दम होगी तो वह हर स्थान पर अपना मुकाम हासिल करेगी। श्री शर्मा ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि पत्र से कार तक पहुंचना पत्रकार नहीं बल्कि मेरा मानना है कि सफलता का फार्मूला हार्ड वर्क है। खबर के लिए परिश्रम नितांत जरूरी है। उन्होंने कहा कि खबर के प्रति उत्सुकता बनी रहनी चाहिए। उन्होने वर्तमान हालातों का उगेख करते हुए कहा कि किक्रेटरो की बोली लग सकती है पर पत्रकारों की बोली कभी नही लग सकती। उन्होने खबर की विश्वसनीयता पर जोर देते हुए कहा कि खबर कन्फर्म होना चाहिए जिससे इसकी विश्वसनीयता बनी रहें। उन्होने पत्रकारो की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि पत्रकार निर्भीक होते है जिनके पास कलम की ताकत होती है जिससे गलत कार्य करने वालो को हमेशा भय बना रहता है। उन्होने कहा कि न कोई पत्रकार जवान होता है न बूढ़ा, क्योकि दो वर्षो का अनुभव भी कभी-कभी पचास साल के अनुभव पर भारी पडता है। श्री शर्मा ने जिले के पत्रकारो का अपना अलग महत्व बताया और कहा कि जिलो के पत्रकारो से प्राप्त खबरें ही लीड खबर बनती हैं। उन्होने कहा कि सरकार की अनेक योजनाएं है जिन पर नजर रखकर जनहित में हम अपने दायित्व का कुशलता से निर्वहन कर सकते हैं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जनसम्पर्क विभाग के अपर संचालक जी.एल.सोनाने ने कार्यशाला के आयोजन और उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पत्रकारो को नवीनतम विकास की जानकारी से अवगत कराना ही इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। उन्होने कहा कि खबर तो हमारे आसपास ही होती है इसे प्राप्त करने के लिए विजन का होना जरूरी है। श्री सोनाने ने सीहोर को समृध्दशाली पत्रकारिता का शहर बताते हुए कहा कि शासन की मंशा पत्रकारो की मदद करना है। उन्होने पत्रकारो से आग्रह किया कि वे अपने महत्वपूर्ण सुझावो से अवगत कराएं। उन्होने कहा कि आगे भी इसी तरह की कार्यशाला आयोजित होती रहें इसका प्रयास किया जायगा।
वरिष्ठ पत्रकार अंबादत्त भारतीय ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा भारत में पत्रकारिता का इतिहास काफी समृध्द रहा है। जंगें आजादी में पत्रकारिता ने सोए हुए भारत को जगाया तथा अंग्रेजो को देश छोड़ने पर विवश कर दिया। आजादी से पूर्व की मिशनरी पत्रकारिता ने पूरे विश्व में भारत की गरिमा को बढ़ाया है। उन्होने कहा कि आजादी के बाद विकास के प्रारंभिक तीन दशको में पत्रकारिता ने श्रेष्ठतम भूमिका का निर्वहन किया। आज के परिवर्तन शील दौर में पत्रकारिता भी व्यवसायिक हाथो में समाहित हो गई। आज की पत्रकारिता विविध आयामो से सुसज्जित हो चुकी है। इन सबके बीच सत्य आधारित समाचार और मूल्य आज भी पत्रकारिता को जिन्दा रखे हैं। शायद यही वजह है कि भारत का लोकतन्त्र विश्व में सबसे ज्यादा महान है। आज पत्रकारो को ज्यादा अपडेट रहने की जरूरत है तभी वे खबरो के साथ न्याय कर सकते हैं। श्री भारतीय ने कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, जन सम्पर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा और जन सम्पर्क विभाग के आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि शासन ने सही समय पर समूचे प्रदेश के जिलो में इस तरह के अभिनव आयोजन कर पत्रकारो को नवीनतम आयामो से अवगत कराया। कार्यशाला में जिले के वरिष्ठ पत्रकार डॉ.एम हैदर ने कहा कि आज की पत्रकारिता में व्यापक बदलाव आया है। आज पत्रकारिता पर टेक्नॉलाजी हावी है। एक दौर था जब संसाधनो के अभाव में समाचार पत्र पर्चे के रूप में हुआ करते थे मगर आज हर क्षेत्र में तब्दीली आई है। आज साक्षरता का प्रतिशत भी बढा है और इस दौर में अखबारो की जबान, लहजा और अंदाजे बंया बदला है। futsat sehore

ग्रामीण ने आग लगाकर खुदकुशी की

इछावर 21 फरवरी (फुरसत)। इछावर थाना क्षेत्र के ग्राम उमरखाल में आज सुबह एक ग्रामीण ने आग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इछावर थाना क्षेत्र के ग्राम उमरखाल में रहने वाले लाल जी मोगिया का 47 वर्षीय पुत्र प्रभुलाल ने आज सुबह 11 बजे अपने घर के बाहर आग लगाकर खुदकुशी कर ली बताया जाता है कि मृतक किसी बीमारी से परेशान था। futsat sehore

बिजली विभाग द्वारा जारी रुपये 25 हजार 206 के बिल के भुगतान को स्थगित किया

सीहोर 21 फरवरी (फुरसत)। प्रकरण संक्षेप में इस प्रकार है कि परिवादी जगदीश प्रसाद निवासी नस।गंज द्वारा वरिष्ठ अभिभाषक सी।एस.लाम्बा के माध्यम से एक परिवाद पत्र कार्यपालन यंत्री म.प्र. विद्युत मण्डल नस.गंज जिला सीहोर के विरुध्द अवैध रुप से दिये गये रुपये 25206 के बिजली बिल को निरस्त कराये जाने बावत प्रस्तुत किया गया
परिवादी पर माह अगस्त 07 में कोई राशि बकाया नहीं थी फिर सितम्बर 07 में किस आधार पर रुपये 25206 का बिल विपक्षी द्वारा परिवादी को प्रदान किया गया। प्रकरण मे श्री लाम्बा अभिभाषक के स्थगन आवेदन पत्र पर माननीय फोरम द्वारा तर्क श्रवण कर आदेश पारित करते हुए रुपये 25206 के बिजली के बिल के भुगतान को स्थगित कर दिया है तथा मात्र 5000 रुपये उक्त बिल के पेटे भुगतान करने तथा परिवादी का विद्युत कनेक्शन विच्छेदित नहीं करने बावत आदेश पारित किया गया है। परिवादी की और से वरिष्ठ अभिभाषक सीएस लाम्बा एवं सहायक अभिभाषक, एनएससेन, याद मोहम्मद एवं अमित सोनगरा एडवोकेट्स ने पैरवी की। futsat sehore

जिला उपभोक्ता फोरम ने दूर संचार विभाग के बिल निरस्त कर मानसिक क्षति दिलाई

सीहोर 21 फरवरी (फुरसत)। जिला उपभोक्ता फोरम ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में दूर संचार निगम के विरुध्द आदेश पारित कर त्रुटिपूर्ण बिल 1604 एवं 1319 रुपये व 13 हजार 17 रुपये के निरस्त किये गये एवं 1-1 हजार रुपये मानसिक त्रास में 500-500 रुपये वाद व्यय के रुप में दिलाये जाने के आदेश पारित किये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक गया प्रसाद पुत्र गुलाब दास चौरे निवासी बुदनी एवं श्रीमति कुसुम बाई राठौर पत्नि रमेश कुमार राठौर निवासी नस.गंज ने अनावेदक दूर संचार निगम से दूरभाष कनेक्शन प्राप्त किया था। आवेदक गया प्रसाद को 22.4.06 को 1604 रुपये क ा बिल दिया गया दुखी होकर आवेदक ने अनावेदक को शिकायत की परन्तु अनावेदक ने शिकायत का निराकरण नहीं किया। इसी प्रकार श्रीमति कुसुम बाई राठौर को अनावेदक ने 22.12.05 को 22.2.06 एवं 22.4.06 को क्रमश: 1319 रुपये, 13017 रुपये 1692 रुपये का बिल दिया जिसकी शिकायत आवेदिका ने अनावेदक को की कि इतने अधिक काल का उपयोग हमने नहीं किया बिल निरस्त किया जाये परन्तु अनावेदक ने शिकायत पर ध्यान ना देकर बिल को सही माना। असंतुष्ट होकर आवेदकगण ने अपने अधिवक्ता जी. डी.बैरागी से सलाह लेकर उपभोक्ता फोरम में आवेदन प्रस्तुत किया। अनावेदक ने जबाव देकर आवेदन पत्र निरस्त करने की मांग की। जिला उपभोक्ता फोरम के विद्वान अध्यक्ष ए.के.तिवारी, सदस्य अम्बादत्त भारतीय, सदस्या श्रीमति शकुन विजयवर्गीय ने दोनो अधिवक्ताओं के तर्क श्रवण कर व रिकार्ड का अवलोकन कर आदेशित किया कि अनावेदक त्रुटिपूर्ण बिलों को निरस्त कर मानसिक त्रास के रुप में 1-1 हजार रुपये में वाद व्यय स्वरुप 5-5 सौ रुपये आवेदकगण को भुगतान करे व अगले बिलों में समायोजित भी कर सकते हैं। आवेदकगण की और से पैरवी अधिवक्ता जी.डी.बैरागी ने की। futsat sehore

सड़क हादसे से युवक की मौत, तीन घायल

सीहोर 21 फरवरी (फुरतस)। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में अलग-अलग सड़क हादसों में जहाँ एक युवक की मौत हो गई वहीं तीन लोग घायल हो गये पुलिस ने सभी मामले दर्ज कर लिये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इन्दौर में अध्ययनरत छात्र 22 वर्षीय अनिल कुमार पुत्र विरेन्द्र प्रसाद सिंह निवासी बी-1044 सेक्टर-2 एचईसी कालोनी रांची झारखंड गत बुधवार की शाम इन्दौर से अपनी बाइक एमपी 09 एलके 296 से सागर चौपाल अपने मित्र से मिलने आ रहा था तभी जावर थाना क्षेत्र में राजमार्ग स्थित सेमलीबारी पुलिया के समीप विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से बचने के चक्कर में उसकी बाइक अनियंत्रित होकर खम्बे से टकरा गई परिणाम स्वरुप अनिल कुमार कर दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
उधर आष्टा थाना क्षेत्र में ग्राम बारेखेड़ा निवासी देवकरण अरोलिया रोड के समीप गत मंगलवार को खड़ा था जिसे बाइक क्रमांक एमपी 41 एमबी 220 के चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाकर टक्कर मारकर घायल कर दिया। इधर मण्डी थाना क्षेत्र के ग्राम मगसपुर में रहने वाले 60 वर्षीय शाहजाद खां गत बुधवार की शाम अपने खेत से पैदल घर जा रहा था तभी आष्टा तरफ से आ रहे बाइक एमपी 37 एएम 3960 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर टक्कर मार दी जिसे उपचार हेतु सीहोर अस्पताल में दाखिल कराया गया है। एक अन्य हादसे में कोतवाली चौराहे के समीप जीप क्रमांक एमपी42 सी 0150 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर राठौर मोहल्ला गंज निवासी 20 वर्षीय अर्चना शर्मा को टक्कर मारकर घायल कर दिया जिससे उपचारार्थ जायसवाल अस्पताल में दाखिल कराया गया है। futsat sehore

अजंन शलाका प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न कराने आचार्य श्री का 24 को मंगल प्रवेश

आष्टा 21 फरवरी (फुरसत)। मालवा में गिरनार तीर्थ के रुप में विकसित हो रहे आष्टा नगर में किले पर 2 मार्च से 11 मार्च तक होने वाली अंजन शलाका प्रतिष्ठा महोत्सव को सम्पन्न कराने के लिये पूयपाद आचार्य देवश्रीमद विजय अजित सेन सूरी जी म.सा. एवं पूय आचार्य श्री नयवर्धन विजय जी म.सा. एवं साध्वी प्रशांत दर्शना श्री जी, रत्न दर्शिता श्रीजी आदि ठाणा 24 फरवरी को तीर्थ नगरी आष्टा प्रवेश करेंगे। पूय आचार्य श्री आष्टा तीर्थ नगर प्रवेश को लेकर श्री श्वेताम्बर जैन समाज ने भव्य तैयारियां की है।
इन्दौर नाके से आष्टा तीर्थ में मंगल प्रवेश करेंगे। आचार्य श्री की शुभ निश्रा में 2 मार्च से लेकर 11 मार्च तक अंजन शलाका प्रतिष्ठा महोत्सव का ऐतिहासिक कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। मंदिर जी में सुप्रसिध्द जैन तीर्थ राणकपुरी, देलवाड़ा जैसी नक्कासी मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगा रही हैं। नगर बने उक्त सुन्दर ऐतिहासिक तीर्थ मंदिर में 22 सौ वष्र की पुरानी चमत्कारिक श्री नेमिनाथ भगवान की प्रतिष्ठा सम्पन्न होगी। नगर में उक्त प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर जैन समाज में ही नहीं अपितु अन्य समाज में अति उत्साह का माहौल बना हुआ है। उक्त प्रतिष्ठा महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिये श्री श्वेताम्बर जैन समाज का प्रत्येक सदस्य समिति के सभी सदस्य पिछले 3 माह से दिन रात तैयारियों में जुटा हुआ है। उक्त प्रतिष्ठा महोत्सव में म.प्र. सहित देश के अन्य प्रांतों से भी हजाराें श्रावक-श्राविकाएं साधु संत तीर्थ नगरी आष्टा पहुँचेंगे। स्मरण रहे आष्टा नगर के लिये किले पर तैयार उक्त मंदिर को तीर्थ धारक महान तपस्वी सम्राट आचार्य देवेश श्रीमद विजय राजतिलक सूरीश्वर जी म.सा. का शुभ आशीर्वाद प्राप्त हुआ एवं उनके शिष्य पन्यासप्रवर श्री हर्ष तिलक विजय जी महाराज सा. का शुभ सानिध्य प्राप्त हुआ है।
शुभ मुहूर्त में प्रतिष्ठा महोत्सव की पत्रिका लिखाई
आष्टा 21 फरवरी (नि.सं.)। 2 मार्च से 1 मार्च तक आष्टा नगर के श्री नेमिनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर किला आष्टा में भगवान की प्रतिष्ठा कार्यक्रम की पत्रिका विराजित पूय महाराज श्री हर्षतिलक विजय जी की उपस्थिति में श्री संघ की उपस्थिति में लिखी गई। पत्रिका लिखने की बोली श्रावक शेखरचंद सुराणा एवं भविष्य कुमार सुराणा परिवार आष्टा ने ली तथा इस अवसर पर श्री संघ का मुँह मीठा कराने की बोली श्रावक प्रकाश चंद बोहरा ने ली बाद में गाजे-बाजे के साथ प्रतिष्ठा महोत्सव की लिखी गई पत्रिका किला, गंज मंदिर एवं दादावाड़ी में चढ़ाई गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविका बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

Thursday, February 21, 2008

एक बार फिर पटरी से उतरी रेल, मार्ग रहा अवरुध्द


सीहोर 21 फरवरी (फुरसत)। पश्चिम रेल्वे के उजैन भोपाल खंड पर सीहोर और बकतल रेल्वे स्टेशन के बीच भोपाल की और जा रही माल वाहक ट्रेन के टेंकर वाले बेंगन पटरी से उतरने के कारण एक रेली पटरी पर करीब दो घंटे तक आवागमन अवरुध्द रहा। जब से नये रेल ट्रेक का निर्माण कार्य शुरु होने से लेकर वह प्रारंभ हुआ है तब से ही अचानक विगत कुछ महिनों से इस तरह की घटना-दुर्घटनाएं आये दिन सीहोर से शुजालपुर मार्ग पर होने ली है। हालांकि यदि यह सड़क मार्ग होता तो अब यहाँ निश्चित ही कोई न कोई धार्मिक स्थल तय कर वहाँ रुककर नमन करने या स्थान निर्माण कराने की योजना बन जाती लेकिन मामला चूंकि रेल्वे विभाग का है इसलिये ऐसी कोई व्यवस्था तो यहाँ नहीं होगी। ऐसी स्थिति आज फिर हुई दुर्घटना के बाद यात्री रेलों एवं अन्य मालवाहक टे्रनों को दूसरे रेल पथ से निकाला गया। सूत्रों के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त माल वाहक ट्रेन में पेट्रोल टेंकर थे दो टेंकर पटरी से उतर कर पलट गए व अन्य और टेंकर भी पटरी से उतर गए। टेंकर पटरी से उतरने के कारण कोई जनहानि नहीं हुई। बाद में ट्रेक साफ कर आवागमन के लिये खोल दिया गया। अच्छी बात यह रही कि इनमें से पेट्रोल आदि वलनशील पदार्थ बाहर नहीं आया इनमें ऐसा कोई पदार्थ भरा भी नहीं था। fursat sehore

सामान्य वर्ग के गरीब लोगों के लिये बना हैं राय सामान्य वर्ग निर्धन वर्ग कल्याण आयोग

अब होगा सबका कल्याण, अध्यक्ष बाबूलाल जैन ने कहा
आष्टा 20 फरवरी (फुरसत)। जिस आयोग का गठन कर म.प्र. सरकार ने जो जिम्मेदारी और कार्य सौंपा है वो कार्य बढ़ा ही नाजुक है। अभी तक 60 साल आजादी के लगभग हो गये सभी ने अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों के बारे में सोचा उन्हे आरक्षण के साथ अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल गरीब पिछड़े इन वर्गों में ही है।
सामान्य वर्ग में भी कई पिछड़े गरीब अति गरीब हैं इनकी और कभी किसी का ध्यान नहीं गया। म.प्र. सरकार ने अब अन्यों की तरह इनके उत्थान विकास की सोची और इसलिये सामान्य वर्ग के गरीब पिछड़ो के कल्याण के लिये म.प्र. सरकार ने राय सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग का गठन कर इस वर्ग के लोगों के विकास के लिये क्या किया जा सकता है के सुझाव देने का जिम्मा सौंप कर इस आयोग का अध्यक्ष मुझे बनाया है। 100 दिन में प्रारंभिक रिपोर्ट शासन के सामने रखना है इसको लेकर आयोग ने कार्य प्रारंभ कर दिया है।
उक्त उद्गार राय सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग बाबूलाल जैन ने आज विधि प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष प्रदीप धाड़ीवाल के निवास पर स्थानीय पत्रकारों एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं के समझ व्यक्त किये। श्री जैन ने कहा कि जो कार्य सौंपा है वो बड़ा कठिन है क्योंकि इसमें यह भी ध्यान रखना है कि वर्तमान मे जिन वर्गों को विभिन्न सुविधाएं आरक्षण आदि मिलते हैं उनके हितों पर कहीं से भी किसी भी प्रकार का आघात ना पहुँचे। सरकार द्वारा उक्त आयोग का गठन करने एवं सुझाव मांगने के पीछे यही उद्देश्य है कि आज म.प्र. में सामान्य वर्ग के गरीब पिछड़े जिनकी संख्या लगभग 90 हजार है अन्यों के साथ-साथ इस वर्ग के ऐसे लोगों का कैसे उत्थान किया जाये यह सोच है। इस वर्ग के ऐसे लोगों को अन्य वर्गों की तरह सुविधाएं मिलें यह सुझाव आयोग सरकार के सामने रखेगा। ऐसे वर्ग को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार, नौकरियां आदि में भी वो सुविधा मिले जो अन्य वर्गों को मिलती है ऐसे प्रस्ताव सुझाव सभी से प्राप्त कर आयोग सरकार के सामने रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
भोपाल से उजैन जाते वक्त आयोग के अध्यक्ष बाबूलाल जैन का धाड़ीवाल निवास पर गोरेलाल धाडीवाल, जिला महामंत्री लीलाधर जोशी, सुजानमल जैन, विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय, वरिष्ठ अभिभाषक नगीन चन्द्र जैन, नगर अध्यक्ष संतोष झंवर, महामंत्री अजय टेलर, व्यापारी प्रकोष्ठ प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुशील संचेती, जयंत जोशी, सरपंच मानसिंह ठाकुर, विक्रम मेवाड़ा, पार्षद आनंद जैन, महेश चन्द्र सरपंच बेदाखेड़ी, लोहा व्यापारी संघ अध्यक्ष प्रवीण धाड़ीवाल, किला मंदिर समिति के महामंत्री रविन्द्र रांका, सुरेश धाड़ीवाल, सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कृपाल सिंह ठाकुर, युवा मोर्चे के उपाध्यक्ष कालू भट्ट, वरिष्ठ पार्षद मदनलाल भूतिया, सुधीर पाठक, नरेन्द्र गंगवाल, विधि प्रकोष्ठ के निर्मल रांका सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस अवसर पर श्री जैन के साथ आये देवास के भाजपा नेता प्रमोद जैन का भी स्वागत किया गया। आयोग के अध्यक्ष श्री जैन ने किला मंदिर समिति के आमंत्रण को स्वीकार करते हुए आगामी 5 से 6 मार्च को आष्टा किला मंदिर पर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने की स्वीकृति प्रदान की। बाद में श्री जैन उजैन के लिये रवाना हो गये।

नागरिक खुद कर रहे नाली की सफाई, जंगलराज जैसी स्थिति

सीहोर 20 फरवरी (फुरसत)। नगर के मध्य में स्थित दूल्हा बादशाह क्षेत्र की आधा दर्जन बस्तियां ऐसी हैं जहाँ नाली निर्माण के अभाव में भयंकर गंदगी और बहते नाले के कारण नागरिकों का जीवन दूभर हो गया है। हालत यहाँ तक आ गई है कि क्षेत्र के नागरिक खुद नालियों की सफाई करने को बाध्य हो रहे हैं।
वार्ड 31 अन्तर्गत पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पास स्थित मोहल्ले में निवासरत लक्ष्मीनारायण कुशवाह ने बताया कि हाल में केवल खुदाई के नाम पर फेंकी मिट्टी ने कीचड़ का रुप ले लिया है। क्षेत्र में निवासरत अब्राहम जोसेफ के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा मगर नगर पालिका ने इस दिशा में अब तक कोई सुध नहीं ली। नगर पालिका की इसी उपेक्षा से दुखी क्षेत्र के नागरिकों ने एक बैठक आयोजित कर इस मामले में रणनीति तय की। बैठक की अध्यक्षता कर रहे अब्राहम जोसेफ ने बताया कि शीघ्र ही यदि इस क्षेत्र में नगर पालिका ने पक्की नाली का निर्माण शुरु नहीं किया तो क्षेत्र के वासी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। साथ ही नगर पालिका परिषद कार्यालय का घेराव भी किया जायेगा। बैठक में अब्राहम जोसेफ, लक्ष्मीनारायण, लखन, बबलू, प्रकाश, श्रीमति मुखिया बाई, श्रीमति शकुन बाई, हरनाम कुशवाह, ताराचंद कुशवाह, सुनील भावसार, राजू, टीनू, अप्पू भाई, अर्जुन सिंह, गोतम कुशवाह, मो.अतीक, संतोष, श्रीमति रानी कुशवाह, ज्ञानू, रामभरोस, राजेन्द्र राजपूत, प्रकाश भरवानी, पुरुषोत्तम आदि उपस्थित थे।

टूटी पुलिया से निकला मंत्रियों का काफिला

इछावर 20 फरवरी (फुरसत)। पिछले एक सप्ताह से सीहोर मार्ग पर टूटी पुलिया से वाहनों का निकलना लोक निर्माण विभाग ने बंद कर रखा था। सड़क के सभी वाहन डायवर्सन मार्ग से निकल रहे थे लेकिन रायमंत्री करण सिंह वर्मा के यहाँ आयोजित विवाह कार्यक्रम में आने वाले मंत्रियों के लिये बंद मार्ग को दोबारा खोल दिया गया। टूटी पुलिया से प्रदेश के कई मंत्री और अधिकारी अपनी जान जोखिम में डालकर निकल गये लेकिन लोक निर्माण विभाग की इस हिमाकत की चर्चा आम लोगों की जुबान पर दिनभर चलती रही। यहाँ प्रदेश के मंत्रियों के आने की खबर लगी तो लोक निर्माण विभाग ने क्षतिग्रस्त पुलिया के सभी अवरोध हटाकर रास्ता खोल दिया और जब सभी मंत्री वहाँ से लौट आये तो पुलिया से वाहनों के निकलने पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया। लोक निर्माण विभाग की यह लापरवाही नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कौन-कौन मंत्री निकले टूटी पुलिया से - वित्त मंत्री राघव जी भाई, प्रभारी मंत्री रुस्तम सिंह, गौरी शंकर शेजवार, प्रदेश संगठन मंत्री माखन सिंह, सांसद प्यारेलाल खण्डेलवाल, सीहोर विधायक रमेश सक्सेना, रघुनाथ मालवीय कई विधायक और अधिकारी इस टूटी पुलिया से गुजरे।

कव्वाल चाँद कादरी और कव्वालन तनवीर कौर ने पेश की कव्वाली, लोग लड़ पड़े

आष्टा 20 फरवरी (फुरसत)। लम्बे अंतराल के बाद आष्टा नगर में कल खेल मैदान सुभाष मैदान पर दिल्ली के कव्वाल चांदकादरी एवं बाम्बे की कव्वालन तनवीर कौसर के बीच कव्वाली का जंगी मुकाबला हुआ जो सूरज निकलने के पहले तक चलता रहा। कव्वाली के मुकाबले में जितनी अधिक जनता थी उतनी ही कार्यक्रम में अव्यवस्था को देखने मिली। आयोजकों को उम्मीद नहीं थी कि इतनी जनता उमड़ेगी और यही कारण रहा कि मंच के सामने कव्वाली के दौरान दर्शक जब नाचने लगे तो पीछे के दर्शकों ने उसका विरोध करना प्रारंभ कर दिया। विरोध ऐसा हुआ कि शांति प्रिय नागरिक कुर्सी फेंका-फेंक, मारपीट का नजारा देख कव्वाली सुने बिना ही घर लौटने में भलाई समझी और घर लौटने लगे, जब यादा ही व्यवस्थाएं बिगडी तो कव्वालन ने कव्वाली गाने से मना कर दिया। काफी देर तक कव्वाली का कार्यक्रम बंद रहा। जब मंच में दर्शकों से शांत रहने को कहा तब जाकर पुन: कव्वाली शुरु हुई कव्वाली में दर्शक इतने आपे से बाहर हो गये थे कि पुलिस के बस से भी उन्हे नियंत्रण करना बाहर हो गया। बाद में व्यवस्था सुधरी और पुन: कव्वाली का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।

वो भोले ग्रामीणों को लालच में ऐसा फंसाता है कि उनकी जेब पूरी खाली करवा लेता है

आष्टा 21 फरवरी (सुशील संचेती)। आष्टा नगर में यूँ तो रोजाना तरह-तरह से जुंआ सट्टा होता है इसमें सबसे अधिक गरीब वर्ग का नागरिक अपनी जेब हल्की करता है लेकिन वर्षों से आष्टा नगर में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में एक अनोखे तरीके का जुंआ होता है। इसमें हाट में सप्ताह भर का सामान, सब्जी व अन्य सामान खरीदने आने वाला ग्राम का भोला-भाला किसान, ग्रामीण युवा, वृध्द इस जुंआ खिलाने वाले की चाल में ऐसे फंसते हैं कि वो लालच में घर से खरीदी करने के लिये जो राशि लाता है वो हार जाता है और खाली झोला मुंह लटकाये घर पर जाता है ऐसा बताते हैं कि इस अनोखे तरीके से जुंआ खिलाने वाले को खाकी वर्दी का अप्रत्यक्ष रुप से पूरा आशीर्वाद प्राप्त रहता है क्योंकि शाम को यह जो कुछ कमाता है उसका एक निश्चित हिस्सा शाम होते ही खाकी वर्दी वाले आकर ले जाते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त जुंआ का नया खेल खिलाने वाला बुधवार को आष्टा में व अन्य दिन वो अन्य हाटों में अपना ठेला लगाता है यह व्यक्ति कागज की पुड़िया में कितने का नोट है जैसा दाव किसानों से लगवाता है। इस ठेले के आसपास इसके 2-4 लोग लगे रहते हैं जब वे दाव लगाते हैं तो पुडिया में से बड़े-बडे नोट निकलते हैं यह देख अन्य दर्शक लालच में आ जाते हैं और एक बार दांव लगाने को मजबूर हो जाते हैं पहले दांव में उक्त जुंआ खिलाने वाला हाथों की सफाई से उन्हे धनवान बना देता है और बस फिर दावं लगाने वाला ऐसा लालच में आता है कि जीता रुपया और उसके साथ जो रुपया वो हार करने के लिये लाता है वो पूरा ही हार जाता है और खाली झोला तथा मुंह लटकाये बिना किसी को बताये घर की और रवाना हो जाता है। आज 20 फरवरी को इस प्रतिनिधि को जानकारी एक ऐसे ही दांव में लगभग 200 रुपये हारे किसान ने अश्रुपूरित नेत्रों से पूरा किस्सा सुनाया कि किस तरह पहले वो लालच में आया और फिर ऐसा फंसा की हार में से घर का सामान खरीदने के लिये लाया पूरे रुपये हार गया। इस अनोखे खाईवाल की कई बार अनुविभागीय अधिकारी पुलिस को भी शिकायत की लेकिन वे इस अनोखे तरीके से जुंआ खिलाने वाले से भोले-भाले ग्रामीण किसानों को बचाने के लिये कोई कार्यवाही नहीं कर पाये अभी भी वे कुछ करें तो भोले भाले गरीब लुटने से बच सकते हैं....।

टॉफी चोर बालक पकड़ा उठक बैठक लगवाई

इछावर 20 फरवरी (फुरसत)। अस्पताल के सामने स्थित एक किराना दुकान से एक बालक आंख बचाकर विगत तीन दिनों से वर्नियों में रखी टाफियों पर हाथ साफ कर मजे लूट रहा था, प्रतिदिन बर्नियों में टॉफी कम होने का शक दुकान दार को होता था लेकिन टॉफी चोर उसकी पकड़ से दूर था। आज दुकान मालिक सुबह से ही सतर्क होकर दुकान पर आने जाने वालों पर कड़ी नजर रखे हुआ था यों ही उसने दुकान पर आए एक संभ्रांत परिवार के बच्चे को वर्नी में हाथ डालकर टॉफी निकालते देखा तो उसने उसे रंगे हाथों पकड़कर उससे पूछताछ की तो उसने टॉफी चुराने की बात कबूल कर ली चूंकि 8 वर्षीय बालक वह भी संभ्रात परिवार का है उसे उठक-बैठक लगवाकर और भविष्य में चोरी न करने की चेतावनी के साथ छोड़ दिया ।

Wednesday, February 20, 2008

टॉफी, पाउच और माचिस बनी भारतीय मुद्रा

जावर 19 फरवरी (फुरसत)। नगर में लम्बे समय से खुल्ले पैसे चिल्लर की समस्या बनी हुई है जिससे दुकानदार व ग्राहक दोनो परेशान हैं। खुल्ले रुपये नहीं होने के कारण कई बार तो दुकानदार व ग्राहक में तकरार तक हो जाती हैं। खुल्ले पैसे नहीं होने के कारण दुकानदार पैसे के बदले ग्राहक को ट्राफी या पाउच या फिर माचिस थमा देते हैं।
नगर में एक और दो के सिक्कों की भारी कमी है। दुकानदारों का कहना है कि बैंक वाले भी रेजगी खुल्ले पैसे की कोई व्यवस्था नहीं करते। नगर में लम्बे समय से खुल्ले पैसे चिल्लर की समस्या बनी हुई है। पहले पचास पैसे की कमी सामने आई थी लेकिन वर्तमान में तो एक व दो के सिक्के भी बाजार से गायब होने लगे तो हालात यह है कि जिनके पास खुल्ले पैसे होते हैं वह सौ रुपये के नब्बे रुपये देते हैं। इस समय नगर के व्यापारी खुल्ले पैसे चिल्लर नहीं मिलने से खासे परेशान हैं। मेडिकल संचालक पंकज जैन ने बताया कि इस समय बाजार में खुल्ले पैसे की समस्या बनी हुई है उसके बावजूद बैंक वाले खुल्ले पैसे चिल्लर की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं।
खुल्ले पैसे नहीं होने के कारण ग्राहकों को पैसे लौटाने के बजाये उन्हे टाफी, गुटखा पाउच या फिर माचिस आदि देकर समझाना पड़ता है कई जिद्दी ग्राहकों के लिये तो इधर-उधर से व्यवस्था करना पड़ती है। व्यापारी श्याम भंसाली ने बताया कि चिल्लर की समस्या से तो प्रतिदिन जूझना पड़ता है ग्राहक से एक-दो के सिक्के मांगते हैं तो उनके पास भी नहीं मिलते। कई बार तो खुल्ले पैसे नहीं होने के कारण ग्राहक को बिना सामान दिये वापस लौटा दिया जाता है। होटल संचालक दामोदर भावसार ने बताया कि खुल्ले पैसे की समस्या को देखते हुए होटल पर ट्राफी पाउच सिगरेट आदि चीजें रखना पड़ रही है। खुल्ले पैसे नहीं देने के बदले ग्राहक को गुटखा पाउच देते हैं। खुल्ले पैसे नहीं होने के कारण कई बार दुकानदार ग्राहक आपस में नाराज हो जाते हैं। खुल्ले पैसे की कमी से व्यापार पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के मण्डल अध्यक्ष प्रेम सिंह एवं महामंत्री राजेन्द्र सिंह सेंधव ने बैंक अधिकारी से चिल्लर की व्यवस्था करने की मांग की है।
बीस साल पहले चलते थे टोकन व्यापारी सुनील जैन ने बताया कि करीब बीस साल पहले भी नगर में खुल्ले पैसे की समस्या आई थी। तब स्थानीय व्यापारियों ने अपनी दुकान के नाम पर नगर में टोकन चलाये थे पच्चीस पचास व एक रुपये के टोकन छपवाए थे। टोकन में दुकान की मोहर व दुकान मालिक के हस्ताक्षर होते थे। खुल्ले पैसे नहीं मिलने की स्थिति में ग्राहकों का टोकन दिये जाते थे।