सीहोर 16 अक्टूबर (नि.सं.)। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी. पी.आहूजा ने जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के मद्देनजर आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आयोजित इस बैठक में उन्होने अधिकारियों को निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों का गंभीरता से पालन करने की ताकीद की। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने कानून व्यवस्था के संबंध में पुलिस अधिकारियों को जरूरी हिदायतें दी। बैठक में एडीएम एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती भावना वालिम्बे, जिला पंचायत सीईओ अरूण कुमार तोमर, डीएफओ ए.के.सिंह सहित जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।
निर्वाचन संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री आहूजा ने कहा कि 14 अक्टूबर मंगलवार को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव के कार्यम की घोषणा से ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने कहा कि जिले में आचार संहिता का गंभीरता और कडाई से पालन सुनिश्चित किया जायगा जिससे स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कार्य संपन्न कराया जा सके।
आचार संहिता के
पालन की ताकीद
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री डी.पी.आहूजा ने बैठक में मौजूद अधिकारियों से कहा कि वे विधानसभा निर्वाचन के मद्देनजर लागू आचार संहिता का पूरी गंभीरता से पालन करें। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होते ही अब शासकीय अमला निर्वाचन आयोग के मातहत के रूप में कार्य करेगा।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री डी.पी.आहूजा ने कहा कि कोई भी शासकीय कर्मचारी अब ऐसा आचरण नहीं करेगा जिससे किसी राजनैतिक दल विशेष को किसी तरह का लाभ पहुंचने की स्थितियां निर्मित होती हो। उन्होने कहा कि राजनीतिक सभा या जुलूस की पूर्व सूचना पुलिस को दी जायगी। जुलूस का इंतजाम ऐसा होगा जिसमें सामान्य यातायात प्रभावित न हो। उन्होने सभी एस.डी.एम. एवं रिटर्निग अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि एक समय में एक ही स्थान पर दो अलग पार्टियों को सभा की अनुमति कदापि नहीं दी जाय। सभाओं और जुलूस के बीच युक्तियुक्त ढंग से अंतराल रखते हुए अनुमति प्रदान की जाय। पहले अनुमति चाहने वाले दल को प्राथमिकता म में पहले अनुमति प्रदान की जायगी।
अनुविभागीय अधिकारी होंगे रिटर्निग ऑफीसर
इस बार के विधानसभा चुनाव में अनुविभागीय अधिकारियों को रिटर्निग ऑफीसर बनाया गया है। जिले में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बुधनी को छोड़ इछावर, आष्टा और सीहोर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) रिटर्निग ऑफीसर होंगे। बुधनी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अपर कलेक्टर (विकास)को रिटर्निग ऑफीसर का दायित्व सौंपा गया है।
तहसीलदार होंगे सहायक रिटर्निग ऑफीसर
निर्वाचन आयोग के निर्देशो के मुताबिक संबंधित तहसीलदार सहायक रिटर्निंग ऑफीसर रहेंगे। जिले के चारो विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों बुधनी, आष्टा, इछावर और सीहोर के लिए संबंधित तहसीलदारो को सहायक रिटर्निंग ऑफीसर बनाया गया है।
महत्वपूर्ण भूमिका
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने बैठक में कहा कि इस चुनाव में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होने कहा कि चुनाव का बहुत कुछ दारोमदार इन अधिकारियो पर रहेगा। ये अधिकारी चुनाव प्रेक्षको के सीधे संपर्क में रहेंगे। श्री आहूजा ने इन अधिकारियो को सख्त ताकीद की है कि वे पूरी सर्तकता से अपने दायित्वो को सही अंजाम दें। आपस में बेहतर तालमेल बैठाकर निर्वाचन क्षेत्र में सतत और पैनी निगाह रखें।
एक्शन होगा
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने आज की बैठक में यह खास तौर पर बताया कि चुनाव जैसे मामलो में एक्सक्यूज के लिए कोई जगह नहीं होती यहां तो एक्शन ही होता है और एक्शन होगा भी। उन्होने कहा कि चुनाव में गलती पर समझाइश देने की कोई गुंजाइश नहीं होती और न यह कहा जा सकता है कि यह अधिकारी बेहतर कार्य करने वाला है इसे बक्स दिया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि गलती पर सजा से बचा नहीं जा सकता और सजा किसी भी रूप में सामने आ सकती है। यह काम करने वाले व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह बिना किसी गलती के अपना कार्य पूरा कर दिखाए।
होर्डिंग हटाने की जानकारी ली
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) और नगर पालिका अधिकारियो से शासकीय और सार्वजनिक स्थानो पर सरकारी योजनाओ से संबंधित होर्डिंग हटाने की जानकारी ली। अधिकारियो द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा अपने अपने क्षेत्र में होर्डिंग हटाने की कार्यवाही की गई है और तकरीबन सभी होर्डिंग हटा दिए गए हैं।
लाल बत्तियों की खबर ली
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने आज की बैठक में निगम मंडलो और निकायो में उपयोग की जाने वाली लाल बत्तियों की जानकारी ली। उन्होने सभी एसडीएम और जिला पंचायत अधिकारी से कहा कि वे तत्काल इन निकायों से गाड़ियां बुलाएं और उन्हें निर्वाचन कार्यालय में जमा कराएं। उन्होंने कहा कि यह कार्यवाही तत्काल की जाय इसमें किसी तरह की हीला हवाली नहीं होना चाहिए।
कोताही बर्दाश्त नहीं होगी
अमूमन शांत दिखने वाले कलेक्टर डी.पी.आहूजा निर्वाचन के सिलसिले में आयोजित इस बैठक में अलग ही अंदाज में नजर आए। अनेक मुद़दों पर उन्होंने काफी मुखर अंदाज में अधिकारियों को समझा दिया कि चुनाव कैसे कराया जाता है। उन्होने बैठक में मौजूद अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन में ज्यादा विकल्प नहीं होते। विकल्प एक ही होता है कि कार्य बिना गलती के पूरा किया जाय। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य में किसी भी तरह की कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जायगा। अधिकारियों को चाहिए कि वे पूरी सर्तकता एवं गंभीरता से अपने दायित्व निभाएं। उन्होने कानून व्यवस्था की स्थिति की ओर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति बिगडने को अत्यन्त गंभीर और आपत्तिजनक माना जाता है। एस.डी.एम. और एस.डी.ओ.पी. यह जरूर देंखे कि कहीं कानून व्यवस्था की स्थिति भंग होने की संभावनाएं तो नहीं बन रही। उन्होंने अनेक उदाहरणों से यह बखूबी समझाया कि निर्वाचन कार्य के दौरान गलती होने पर अनेक वरिष्ठ अधिकारी कार्यवाही से बच नहीं पाए और उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग ने सख्त कार्यवाही की।
खानापूर्ति जैसा कार्य नही
श्री आहूजा ने सभी एस.डी.एम. और एस.डी.ओ.पी. को ताकीद की कि वे उपद्रवी तत्वों के खिलाफ सख्ती से पेश आएं। बाउंड ओव्हर की कार्यवाही पूरी मुश्तैदी से करें। यह जरूर देंखे कि वास्तविक रूप से उपद्रवी तत्व ही इस कार्यवाही की चपेट में आंए। उन्होंने कहा कि खानापूर्ति के लिए कार्यवाही नहीं की जाना चाहिए। कार्यवाही ऐसी हो जिसका परिणाम स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो। उन्होंने कहा कि वाहनों की चैकिंग मुश्तैदी से की जाय। चैंकिंग के दौरान मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों को खासतौर पर जांचा परखा जायगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पडने पर दण्ड प्रक्रिया संहिता एवं भारतीय दण्ड संहिता में निहित प्रावधानों का सहारा लेने में कोई हिचक नहीं दिखाई जायगी।
तत्परता से हो कार्यवाही
बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने कानून व्यवस्था के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से संपन्न कराने का दायित्व समन्वित प्रकृति का है। उन्होंने कहा कि फील्ड में रहने वाले अधिकारी कर्मचारी का दायित्व है कि वह जहां भी पदस्थ है वहां सतर्क होकर मुस्तैदी से कार्य करे।
डॉ. प्रसाद ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे आयोग के निर्देशों से अधीनस्थ अमले का अवगत कराएं और कडाई से इन निर्देशों पर अमल किया जाय। शासकीय अधिकारी कर्मचारी सौपे गए कार्यो को गंभीरता से पूरा करें। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष रहकर कार्य करे और एक जागरूक अधिकारी होने का परिचय दें।