सीहोर के पत्रकारों की कक्षा लगी
सीहोर 21 फरवरी (फुरसत)। जिले के पत्रकारों के बीच पत्रकारिता के नवीनतम आयामों के अनुभवों का आदान - प्रदान करने के उद्देश्य से आज होटल क्रीसेन्ट (ओल्ड) परिसर में एक कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें जिले भर से आए पत्रकारों ने अपने अनुभवों का आदान - प्रदान किया। कार्यशाला में जन सम्पर्क विभाग के अपर संचालक जी.एल. सोनाने एवं स्वदेश भोपाल के स्पेशल करस्पान्डेन्ट नीतेन्द्र शर्मा विशेष रूप से मौजूद थे। कार्यशाला को वरिष्ठ पत्रकार अम्बादत्त भारतीय, डॉ.एम.हैदर और रामनारायण ताम्रकार ने भी संबोधित किया। प्रारंभ में माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए भोपाल से आए पत्रकार नीतेन्द्र शर्मा ने कहा कि सीखने की ललक पत्रकार को जीवंत बनाए रखती है। उन्होंने कहा कि प्रभावोत्पादक खबर का अपना अलग महत्व होता है और यदि खबर में दम होगी तो वह हर स्थान पर अपना मुकाम हासिल करेगी। श्री शर्मा ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि पत्र से कार तक पहुंचना पत्रकार नहीं बल्कि मेरा मानना है कि सफलता का फार्मूला हार्ड वर्क है। खबर के लिए परिश्रम नितांत जरूरी है। उन्होंने कहा कि खबर के प्रति उत्सुकता बनी रहनी चाहिए। उन्होने वर्तमान हालातों का उगेख करते हुए कहा कि किक्रेटरो की बोली लग सकती है पर पत्रकारों की बोली कभी नही लग सकती। उन्होने खबर की विश्वसनीयता पर जोर देते हुए कहा कि खबर कन्फर्म होना चाहिए जिससे इसकी विश्वसनीयता बनी रहें। उन्होने पत्रकारो की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि पत्रकार निर्भीक होते है जिनके पास कलम की ताकत होती है जिससे गलत कार्य करने वालो को हमेशा भय बना रहता है। उन्होने कहा कि न कोई पत्रकार जवान होता है न बूढ़ा, क्योकि दो वर्षो का अनुभव भी कभी-कभी पचास साल के अनुभव पर भारी पडता है। श्री शर्मा ने जिले के पत्रकारो का अपना अलग महत्व बताया और कहा कि जिलो के पत्रकारो से प्राप्त खबरें ही लीड खबर बनती हैं। उन्होने कहा कि सरकार की अनेक योजनाएं है जिन पर नजर रखकर जनहित में हम अपने दायित्व का कुशलता से निर्वहन कर सकते हैं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जनसम्पर्क विभाग के अपर संचालक जी.एल.सोनाने ने कार्यशाला के आयोजन और उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पत्रकारो को नवीनतम विकास की जानकारी से अवगत कराना ही इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। उन्होने कहा कि खबर तो हमारे आसपास ही होती है इसे प्राप्त करने के लिए विजन का होना जरूरी है। श्री सोनाने ने सीहोर को समृध्दशाली पत्रकारिता का शहर बताते हुए कहा कि शासन की मंशा पत्रकारो की मदद करना है। उन्होने पत्रकारो से आग्रह किया कि वे अपने महत्वपूर्ण सुझावो से अवगत कराएं। उन्होने कहा कि आगे भी इसी तरह की कार्यशाला आयोजित होती रहें इसका प्रयास किया जायगा।
वरिष्ठ पत्रकार अंबादत्त भारतीय ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा भारत में पत्रकारिता का इतिहास काफी समृध्द रहा है। जंगें आजादी में पत्रकारिता ने सोए हुए भारत को जगाया तथा अंग्रेजो को देश छोड़ने पर विवश कर दिया। आजादी से पूर्व की मिशनरी पत्रकारिता ने पूरे विश्व में भारत की गरिमा को बढ़ाया है। उन्होने कहा कि आजादी के बाद विकास के प्रारंभिक तीन दशको में पत्रकारिता ने श्रेष्ठतम भूमिका का निर्वहन किया। आज के परिवर्तन शील दौर में पत्रकारिता भी व्यवसायिक हाथो में समाहित हो गई। आज की पत्रकारिता विविध आयामो से सुसज्जित हो चुकी है। इन सबके बीच सत्य आधारित समाचार और मूल्य आज भी पत्रकारिता को जिन्दा रखे हैं। शायद यही वजह है कि भारत का लोकतन्त्र विश्व में सबसे ज्यादा महान है। आज पत्रकारो को ज्यादा अपडेट रहने की जरूरत है तभी वे खबरो के साथ न्याय कर सकते हैं। श्री भारतीय ने कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, जन सम्पर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा और जन सम्पर्क विभाग के आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि शासन ने सही समय पर समूचे प्रदेश के जिलो में इस तरह के अभिनव आयोजन कर पत्रकारो को नवीनतम आयामो से अवगत कराया। कार्यशाला में जिले के वरिष्ठ पत्रकार डॉ.एम हैदर ने कहा कि आज की पत्रकारिता में व्यापक बदलाव आया है। आज पत्रकारिता पर टेक्नॉलाजी हावी है। एक दौर था जब संसाधनो के अभाव में समाचार पत्र पर्चे के रूप में हुआ करते थे मगर आज हर क्षेत्र में तब्दीली आई है। आज साक्षरता का प्रतिशत भी बढा है और इस दौर में अखबारो की जबान, लहजा और अंदाजे बंया बदला है। futsat sehore
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए भोपाल से आए पत्रकार नीतेन्द्र शर्मा ने कहा कि सीखने की ललक पत्रकार को जीवंत बनाए रखती है। उन्होंने कहा कि प्रभावोत्पादक खबर का अपना अलग महत्व होता है और यदि खबर में दम होगी तो वह हर स्थान पर अपना मुकाम हासिल करेगी। श्री शर्मा ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि पत्र से कार तक पहुंचना पत्रकार नहीं बल्कि मेरा मानना है कि सफलता का फार्मूला हार्ड वर्क है। खबर के लिए परिश्रम नितांत जरूरी है। उन्होंने कहा कि खबर के प्रति उत्सुकता बनी रहनी चाहिए। उन्होने वर्तमान हालातों का उगेख करते हुए कहा कि किक्रेटरो की बोली लग सकती है पर पत्रकारों की बोली कभी नही लग सकती। उन्होने खबर की विश्वसनीयता पर जोर देते हुए कहा कि खबर कन्फर्म होना चाहिए जिससे इसकी विश्वसनीयता बनी रहें। उन्होने पत्रकारो की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि पत्रकार निर्भीक होते है जिनके पास कलम की ताकत होती है जिससे गलत कार्य करने वालो को हमेशा भय बना रहता है। उन्होने कहा कि न कोई पत्रकार जवान होता है न बूढ़ा, क्योकि दो वर्षो का अनुभव भी कभी-कभी पचास साल के अनुभव पर भारी पडता है। श्री शर्मा ने जिले के पत्रकारो का अपना अलग महत्व बताया और कहा कि जिलो के पत्रकारो से प्राप्त खबरें ही लीड खबर बनती हैं। उन्होने कहा कि सरकार की अनेक योजनाएं है जिन पर नजर रखकर जनहित में हम अपने दायित्व का कुशलता से निर्वहन कर सकते हैं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जनसम्पर्क विभाग के अपर संचालक जी.एल.सोनाने ने कार्यशाला के आयोजन और उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पत्रकारो को नवीनतम विकास की जानकारी से अवगत कराना ही इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। उन्होने कहा कि खबर तो हमारे आसपास ही होती है इसे प्राप्त करने के लिए विजन का होना जरूरी है। श्री सोनाने ने सीहोर को समृध्दशाली पत्रकारिता का शहर बताते हुए कहा कि शासन की मंशा पत्रकारो की मदद करना है। उन्होने पत्रकारो से आग्रह किया कि वे अपने महत्वपूर्ण सुझावो से अवगत कराएं। उन्होने कहा कि आगे भी इसी तरह की कार्यशाला आयोजित होती रहें इसका प्रयास किया जायगा।
वरिष्ठ पत्रकार अंबादत्त भारतीय ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा भारत में पत्रकारिता का इतिहास काफी समृध्द रहा है। जंगें आजादी में पत्रकारिता ने सोए हुए भारत को जगाया तथा अंग्रेजो को देश छोड़ने पर विवश कर दिया। आजादी से पूर्व की मिशनरी पत्रकारिता ने पूरे विश्व में भारत की गरिमा को बढ़ाया है। उन्होने कहा कि आजादी के बाद विकास के प्रारंभिक तीन दशको में पत्रकारिता ने श्रेष्ठतम भूमिका का निर्वहन किया। आज के परिवर्तन शील दौर में पत्रकारिता भी व्यवसायिक हाथो में समाहित हो गई। आज की पत्रकारिता विविध आयामो से सुसज्जित हो चुकी है। इन सबके बीच सत्य आधारित समाचार और मूल्य आज भी पत्रकारिता को जिन्दा रखे हैं। शायद यही वजह है कि भारत का लोकतन्त्र विश्व में सबसे ज्यादा महान है। आज पत्रकारो को ज्यादा अपडेट रहने की जरूरत है तभी वे खबरो के साथ न्याय कर सकते हैं। श्री भारतीय ने कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, जन सम्पर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा और जन सम्पर्क विभाग के आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि शासन ने सही समय पर समूचे प्रदेश के जिलो में इस तरह के अभिनव आयोजन कर पत्रकारो को नवीनतम आयामो से अवगत कराया। कार्यशाला में जिले के वरिष्ठ पत्रकार डॉ.एम हैदर ने कहा कि आज की पत्रकारिता में व्यापक बदलाव आया है। आज पत्रकारिता पर टेक्नॉलाजी हावी है। एक दौर था जब संसाधनो के अभाव में समाचार पत्र पर्चे के रूप में हुआ करते थे मगर आज हर क्षेत्र में तब्दीली आई है। आज साक्षरता का प्रतिशत भी बढा है और इस दौर में अखबारो की जबान, लहजा और अंदाजे बंया बदला है। futsat sehore