Tuesday, November 11, 2008

20 ने नाम वापस लिये, 4 सीटों पर 54 रहेंगे मैदान में

               सीहोर 10 नवम्बर  (नि.सं.)। नाम निर्देशन वापसी के दिन आज 10 नवम्बर,08 को जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र से 20 अभ्यर्थियों द्वारा नाम वापस लिए गए। नाम वापसी के बाद अब कुल 54 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। बुधनी विधानसभा क्षेत्र के अभ्यर्थियों के नाम वापिसी की प्रक्रिया के दौरान भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक चुनाव श्री जी.नरेन्द्र कुमार विशेष रूप से मौजूद थे।

      विधानसभा चुनाव,2008 के तहत आज नाम वापसी के दिन सीहोर विधानसभा क्षेत्र से 5 अभ्यर्थियों द्वारा नाम वापिस लिए गए। नाम वापसी के पश्चात विधानसभा क्षेत्र सीहोर में अब 13 अभ्यर्थी शेष रह गए हैं। विधानसभा क्षेत्र  इछावर से आज 9 अभ्यर्थियों ने अपने नाम वापिस लिए और अब यहां 19 अभ्यर्थी शेष हैं। विधानसभा क्षेत्र बुधनी और आष्टा से आज 3-3 अभ्यर्थियों द्वारा नाम वापस लिए। अब बुधनी विधानसभा क्षेत्र में 13 और विधानसभा क्षेत्र आष्टा में 9 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में है।

चुनाव पर आयोग की नजर प्रेक्षक आए

      सीहोर 10 नवम्बर (नि.सं.)। विधानसभा निर्वाचन पर नजर रखने के लिए आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकों का आना शुरू हो चुका है। गत दिवस बुधनी विधानसभा क्षेत्र के प्रेक्षक जी.नरेन्द्र कुमार नई दिगी से बुधनी पहुंच चुके है। प्रेक्षक श्री कुमार द्वारा जनता से मिलने का समय मुकर्रर किया गया है। वे प्रतिदिन प्रात: 9.30 से 10.30 बजे तक वन विश्राम गृह बुधनी में जनता से मिलने के लिए उपलब्ध रहेंगे। जो भी नागरिक उनसे भेंट करना चाहे वह वन विश्राम गृह बुधनी में प्रात: 9.30 से 10.30 बजे के बीच उनसे भेंट कर सकता है। वन विश्राम गृह बुधनी का दूरभाष 07564-234732 है। प्रेक्षक श्री कुमार के लाइजनिंग ऑफीसर का मोबाइल नं. 9424309000 है।

हर 3 दिन में होगी जांच-पड़ताल : 10 लाख से यादा खर्च ना हो रुपये

      सीहोर 10 नवम्बर (नि.सं.)। विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे उम्मीदवारों द्वारा अब नाम निर्देशन की तारीख से होने वाले खर्च का हिसाब रखना शुरू हो जाएगा। उम्मीदवार या उसके अधिकृत चुनावी एजेंट को एक तयशुदा पंजी में खर्च के ब्यौरे दर्ज करने होंगे। खर्च की अधिकतम सीमा 10 लाख रुपए होगी। हर तीन दिन के अंतराल पर संबंधित क्षेत्र के अफसर इन खर्चों की पडताल करेंगे।

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के हवाले से बताया है कि उम्मीदवारों को अपना नाम निर्देशित होने की तारीख से चुनाव नतीजों की घोषणा की तारीख तक के हरदिन सारे चुनावी खर्च का हिसाब-किताब करना है। इन्हें नामजदगी के पर्चे दाखिल करते वक्त बाकायदा पत्र सौंपकर इसकी सूचना दे दी गई है।  उम्मीदवारों को तयशुदा प्रारूप में इसके लिए पंजी भी उपलब्ध कराई गई है। यह भी साफ कर दिया गया है कि इस पंजी के अलावा किसी अन्य कागज में यह हिसाब तैयार नहीं होना है। पंजी प्राप्त करने की इनसे रसीद प्राप्त कर ली गई है। चुनावी खर्च के लेखों की निर्धारित समय पर जाँच होगी। खर्च पर नजर रखने का जिम्मा कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी  डी.पी.आहूजा ने रिटर्निंग अफसर, सहायक रिटर्निंग अफसर, और उप जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपा है ।  श्री आहूजा ने बताया है कि लेखों की जाँच के बाद इस पंजी के उपयुक्त हिस्से की दो प्रतियाँ तैयार की जाएंगी। एक प्रति रिटर्निंग अफसर के सूचना पटल पर और एक प्रति मतदान प्रक्रिया खत्म होने पर जिला निर्वाचन अधिकारी को उपलब्ध कराई जाएगी। आखिर में लेखों की एक सत्य प्रतिलिपि नतीजे घोषणा की तारीख से 30 दिन के भीतर पुन: जिला निर्वाचन अधिकारी के पास दाखिल करना होगी। खर्च को लेकर उम्मीदवारों को एक निर्धारित प्रपत्र में शपथ पत्र भी प्रस्तुत करना है।

लड़खड़ाते कदमों से आये पटवा ने कहा जीत थाली में रखी है, बस उसे निबाला बनाना है....

सक्सेना ने कहा कि करण सिंह वर्मा भारी मतों से विजयी होंगे

      सीहोर 10 नवम्बर (नि.सं.)। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री वयोवृध्द भाजपा नेता सुन्दर लाल पटवा जिन्हे सीहोर का प्रभार सौंप दिया गया है, आज अचानक सीहोर पहुँचे। अति बुजुर्ग श्री पटवा लड़खड़ाते कदमों से सीहोर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने मंच तक पहुँचे। उन्होने कहा कि भाजपा की जीत थाली में रखी हुई है बस उसे दोनो हाथ बड़ाकर निबाला बनाना है।

      ज्ञातव्य है कि सीहोर के पूर्व विधायक रह चुके सुन्दर लाल पटवा जब मुख्यमंत्री बने थे तब ही से सीहोर की तरफ से बेरुखी रखते रहे हैं, कुछेक लोगों से संबंध बनाने के अलावा कभी उन्होने सीहोर के पार्टी के कार्यकर्ताओं की सुध नहीं ली। इसके बावजूद वर्षों से सीहोर में अपनी पहुँच और धाक बताने वाले श्री पटवा को जब मध्य प्रदेश भाजपा ने सीहोर का प्रभारी बना दिया तो वह सीहोर में एक आमसभा के लालच में भी आ गये।

      सुविज्ञ सूत्रों का कहना है कि वह सुबह से ही यह चाहते थे कि उनकी एक आमसभा करवा दी जाये। आज के चुनावी परिप्रेक्ष्य में सुन्दर लाल पटवा की आमसभा क्या भाजपा उम्मीद्वार के पक्ष में रहेगी या फिर उसका बड़ा भारी नुकसान झेलना पड़ता यह तो भाजपा भी बखूवी समझती है लेकिन श्री पटवा को कौन समझायेगा ? दादाजी की उम्र में पहुँच चुके श्री पटवा आज जब सीहोर पहुँचे तो उनकी कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित होना थी। पता चला कि पटवा तो पहुँच चुके थे लेकिन वहाँ ले-देकर 20 लोग भी उपस्थित थे। तब अचानक कुछ लोगों ने आपसी मंत्रणा की कि पटवा को किसी के घर ले जाओ और तब तक किसी तरह यहाँ कार्यकर्ताओं की उपस्थिति की व्यवस्था की जाये ताकि पटवा नाराज भी ना हों।

      इधर कार्यकर्ताओं ने विधायक रमेश सक्सेना के व्यस्त कार्यक्रम में खलल डालने का प्रयास किया और उनसे कहा कि आप यहाँ पटवा जी पधार चुके हैं कृपया आ जाईये। हालांकि श्री सक्सेना का विचार था कि पटवा जी कार्यकर्ताओं में एक नई जान फूंक देंगे इसलिये वहाँ कार्यकर्ताओं को संबोधित करें मैं यहाँ प्रचार में लगा रहूं। लेकिन सक्सेना को यह नहीं पता था कि उन्हे क्या बैठक के लिये बुलाया जा रहा है।

      अंतत: जब विधायक रमेश सक्सेना सुन्दर गार्डन स्थित बैठक स्थल पर पहुँचे तो धीरे-धीरे कुछ ही देर में सुन्दर गार्डन का हाल पूरा खचाखच भरा गया। और इसके बाद वहाँ पटवा जी का कार्यकर्ता सम्मेलन प्रारंभ हुआ।

      आज सीहोर उम्मीद्वार रमेश सक्सेना के अलावा आष्टा के रणजीत सिंह गुणवान और इछावर के करण सिंह वर्मा भी उपस्थित थे। करण सिंह वर्मा ने अपने भाषण में इछावर की स्थिति गंभीर बताई।

      इसके बाद विधायक रमेश सक्सेना ने अपने संबोधन में अपनी शैली में बोलते हुए कहा कि इछावर के करण सिंह जी ने जो कहा है वह गलत है, इछावर में भाजपा की स्थिति मजबूत है और वह भारी मतों से विजयी होंगे।

      अंत: वयोवृध्द नेता सुन्दरलाल पटवा ने यहाँ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पहले तो पुराने दिन याद करना शुरु कर दिये। बाद में वर्तमान की बात करते हुए उन्होने कहा कि हर वर्ग का विकास भाजपा सरकार ने किया, महिला, बच्चे, युवा, गरीब, किसान हर एक किसान ध्यान शिवराज ने रखा है। जीत थाली में रखी हुई है। गांव-गांव में भाजपा और शिवराज को लोग जानते हैं, इतना काम हो चुका है। बस हमें किस तरह अंगुली कमल के फूल के निशान वाले बटन को दबाए इस पर ध्यान देना है। बस कमल का निशान वाला खटका दबना शेष है। श्री पटवा ने कहा कि थाली तो परोसी हुई है उसे उठाकर निबाला बनाना शेष है, इतनी मेहनत यदि कार्यकर्ता कर ले तो एक बार फिर भाजपा की जीत सुनिश्चित है।

आचार संहिता के भूत से राजनीतिक दल परेशान, आमजन हैं खुश

      आष्टा 10 नवम्बर (सुशील)। आष्टा की जनता ने अभी तक एक नहीं अनेकों चुनाव देखें लेकिन इस बार हो रहे विधानसभा चुनाव में आचार संहिता का जिस सख्ती से प्रशासन द्वारा पालन दलों के नेताओं से कराया जा रहा है उसको लेकर राजनीतिक दल के नेता परेशान है वहीं आमजन खुश है। क्योंकि उन्हे इन दिनों प्रत्याशियों के प्रचार वाहनों का कान फोड़ू प्रचार सुनाई नहीं दे रहा है और ना ही उतने झण्डे, बेनर, पोस्टर, फ्लेक्स, लग्गी आदि नगर में लगे हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि अब कोई भी राजनीतिक दल किसी के यहाँ भी उसकी बिना स्वीकृति के ना ही दिवार लिख सकता है और ना ही झण्डा बेनर, पोस्टर, फ्लेक्स लगा सकता है। लगाने के पहले उस मकान मालिक दुकान मालिक से स्वीकृति लेना पड़ेगी। आचार संहिता का इतना कड़ाई से पहली बार पालन आष्टा में नजर आ रहा है। वहीं उल्लंघन करने वालों में प्रशासन का डंडा भी घूम रहा है। अभी तक आष्टा जावर थाने में कई प्ररकण आचार संहिता उल्लंघन के दर्ज हो चुके हैं। वहीं राजनीतिक दल के जिम्मेदार और जानकार कार्यकर्ता नेता कदम-कदम पर सतर्क होकर कार्य कर रहे हैं की कहीं कोई चुक नहीं हो जाये अभी तक आष्टा में भाजपा-कांग्रेस ओर प्रसपा के खिलाफ प्रकरण दर्ज हो चुके हैं वहीं जावर थाने में मेहतवाड़ा का एक भाजपा पर प्रकरण तथा खड़ी में बिना स्वीकृति में माईक का उपयोग करने पर रामलीला वालों पर प्रकरण दर्ज हो चुका है।

शिवशंकर पटैरिया के समर्थन में निर्दलीय ने पर्चा वापस लिया

      सीहोर 10 नवम्बर (नि.सं.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने पूरे कार्यकाल में अक्षम साबित हुए हें तथा विकास के सारे दावे खोखले हैं। सुश्री उमा भारती ही प्रदेश को विकास की राह पर आगे बढ़ा सकती है।

      बुदनी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी उत्तम सिंह चौहान ने भाजश के प्रत्याशी शिवशंकर पटेरिया के समर्थन में अपना नामांकन वापस लेते हुए कहा कि बुदनी समेत पूरे प्रदेश में विकास पूरी तरह ठप्प रहा है। चौहान का कहना था कि बुदनी विधानसभा क्षेत्र विशेषकर रेहटी में भारतीय जन शक्ति के प्रति लोगों में जबर्दस्त रुझान बना है। जनता शिवराज सिंह के ढपोर झंखी पन से ऊब चुकी है और अब जनता की निगाहें सुश्री उमा भारती की और लगी हुई है।

      एक और प्रत्याशी हनुमान प्रसाद ने भी शिव शंकर पटेरिया के समर्थन में आज नाम वापस लिया। कल भाजश के रेहटी चुनाव कार्यालय के उद्धाटन अवसर पर उत्तम सिंह चौहान सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। भाजश के प्रत्याशी को नगाड़ा चुनाव चिन्ह का आवंटन भी आज प्राप्त हो गया है।

होटल रंजीत का नहीं रिसोर्ट का

               सीहोर 10 नवम्बर (नि.सं.)। एक बार फिर खाने-पीने के दिन आ गये हैं....अरे नहीं भाई शादियों के कारण नहीं बल्कि चुनावों के कारण। चुनाव जो आ गये हैं तो बड़े-बड़े लोग, नेताओं के खाने-पीने के दिन भी आ गये हैं। पाँच साल में एक बार चुनाव आते हैं तब यह नेता कुछ ऐसा खाना-पीना शुरु कर देते हैं कि इन्हे देख-देखकर लोग हतप्रभ रह जाते हैं। विशेषकर यह आदत कांग्रेस के गद्दीदार नेताओं में यादा देखने में आती है।

      पिछले ही चुनाव में एक गद्दीदार नेता जब शाम तक अपना गणित बना-बनाकर थक जाते थे तो फिर उन्हे अचानक भोपाल के प्रसिध्द होटल रंजीत की याद आती थी...धीरे-से वह प्रत्याशी की तरफ से खर्च कर रहे व्यक्ति से कहते थे, यार आज बहुत काम हो गया...एक काम करो, भोपाल होटल रंजीत से आज भोजन मंगाओ...वहाँ से डिब्बे मंगा लो यहीं बैठकर भोजन कर लेंगे अभी और भी काम करना है....। इस प्रकार पिछले चुनाव में सुरेन्द्र सिंह ठाकुर को कई ऐसे नेताओं को होटल रंजीत से लेकर अनेक प्रसिध्द स्थानों का भोजन कराना पड़ा था।

      इस बार भी ऐसे कई नेता कांग्रेस के चुनाव प्रचार में जुट गये हैं जो खाने-पीने के शौकीन है। सुबह नास्ते के समय से लेकर रात के भोजन तक की व्यवस्था वह कांग्रेस प्रत्याशी की और से ही हो जाये ऐसी अपेक्षा रख रहे हैं। लेकिन इस बार मामला कुछ गड़बड़ हो गया है। असल में कांग्रेस प्रत्याशी की खुद प्रदेश की जानी पहचानी होटल है और ऐसे में यदि इन कांग्रेस नेताओं को किसी विशेष होटल के भोजन की इच्छा हो भी रही है तो उसके लिये उन्हे होटल रिसोर्ट से लेकर वाटर पार्क की थाली तक की व्यवस्थाएं करवा दी गई हैं। इसलिये इस बार भोपाल का जायका इन नेताओं को कम ही नसीब होगा।

तपस्वियों का सम्मान समारोह सम्पन्न

      आष्टा 10 नवम्बर (नि.प्र.)। जो व्यक्ति जीवन में जिनवाणी का श्रवण करता है साधु संतों के सानिध्य में पहुँचकर उनके अमृत वचनों को सुनकर उन्हे अपने जीवन में उतारने का प्रयास करता है ऐसे व्यक्तियों का जीवन बदलते देर नहीं लगती है। इस चातुर्मास में जिन लोगों ने ज्ञानियों की बताई बातों को सुना और अगर उसमें से एक शब्द भी अपने जीवन में उतार लिया तो निश्चित उसका जीवन बदल जायेगा।

      उक्त उद्गार पूय म.सा. श्री मधुबाला जी ने आज श्री वर्धमान स्थानकवासी श्रावक संघ आष्टा द्वारा आयोजित तपस्वियों के सम्मान समारोह में व्यक्त किया। पूय सुनीता जी म.सा. ने कहा कि तप का एक पल भी निरर्थक नहीं जाता है। ज्ञान-दर्शन, चारित्र, तप की आराधना मोक्ष के समीप ले जाती है। महाराज साहब ने तप को एक फास्ट रिलिफ औषधी बताया है। आज आयोजित श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ द्वारा आयोजित तपस्वियों के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में बड़वाह निवासी महेश डाकोलिया अध्यक्ष श्री धर्म दास अ.भा. जैन युवा संगठन उपस्थित थे। अध्यक्षता कपूरमल जैन प्राचार्य शा. महाविद्यालय आष्टा ने की। विशेष अतिथि के रुप में आईसी जैन सेवानिवृत्त एसी म.प्र. विद्युत मण्डल इन्दौर उपस्थित थे। सम्मान समारोह में स्वागत गीत सोनम देशलहरा एवं श्रीमति साधना रांका, श्रीमति रुचि रांका, श्रीमति राखी चौरड़िया ने भी अपने भावों को व्यक्त किया। सम्मान समारोह में 11,9,8,5,4,3 उपवास की तपस्या करने वालों को सम्मानित कर स्मृति चिन्ह आदि भेंट किये। इस अवसर पर श्रावक संघ अध्यक्ष लोकेन्द्र बनवट श्रीमति साधना रांका का सराहनीय सेवा के लिये सम्मान किया गया। तपस्वियों का बहुमान महिला मंडल द्वारा एवं तेले की तपस्या करने वालों को संचेती परिवार की और से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर अतिथिद्वय डाकोलिया एवं श्री जैन को स्मृति चिन्ह स्वागत श्री सवाईमल जैन, चन्दनमल जी बनवट, लोकेन्द्र बनवट, चन्द्रेश ललवानी, विजय देशलहरा द्वारा किया गया। श्रावक संघ की और से सुशील संचेती, नरेन्द्र गंगवाल, लक्की देशलहरा का भी स्वागत सम्मान किया गया।

      चातुर्मास में अनेकों श्रावक-श्राविकाओं ने 11,9,8,5,4,3 व अन्य प्रकार की तपस्या की। आज प्रात: पूय म.सा. श्री मैन कुंवर जी म.सा. के पुण्य स्मरण दिवस पर श्रावक विजय कुमार-विनोद कुमार देशलहरा परिवार की और से एकासने तप का कार्यक्रम रखा गया था। शिक्षण शिविर में उपस्थित रहने पर आकांक्षा रांका, रिक्की देशलहरा, अमिसा संचेती को भी सम्मानित किया गया। सेवाभावी श्रावक रिलेश बोथरा एवं कु. नीतू देशलहरा का स्वागत किया गया। कार्यक्रम को भी श्री डाकोलिया जी एवं कपूर मल जी जैन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन सुशील संचेती ने किया तथा अंत में सभी का आभार दिलीप सुराना ने व्यक्त किया।

आस्ट्रेलिया से भक्त रौनक ने हवेली जी के लिये 25 हजार भेजे

      सीहोर 10 नवम्बर (नि.सं.)। भक्तों की श्रध्दा अपने स्थान और भगवान से कैसी जुड़ी रहती है इसका एक अच्छा  उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब आस्ट्रेलिया गये सीहोर के युवक ने सीहोर में बन रही श्रीनाथ जी की हवेली के निर्माण के लिये 25 हजार रुपये की राशि भेजी।

      यहाँ श्रीनाथ जी की हवेली का निर्माण खजांची लाईन मार्ग पर चल रहा है। सीहोर इंग्लिशपुरा मार्ग पर रहने वाले जितेन्द्र पटेल व पत्नि श्रीमति दक्षा पटेल अपने पुत्र रौनक पटेल के साथ आस्ट्रेलिया गये हुए हैं। वहाँ से रौनक पटेल ने सीहोर में भगवान श्रीनाथ जी की हवेली के निर्माण के लिये श्रध्दा पूर्वक 25 हजार रुपये की राशि भेजी है। सीहोर श्रीनाथ हवेली समिति के सदस्यों को जैसे ही यह राशि मिली उन्हे आश्चर्य मिश्रित खुशी हुई। रौनक ने 3468-70 ग्रेट बेस्टर्न हाईवे परमट्टा एमएसडब्ल्यू 2150 आस्टेलिया सिडनी से अपना पत्र व राशि भेजी है।

विभिन्न स्तरों पर जारी है कांग्रेस का चुनाव प्रचार अभियान

      सीहोर 10 नवम्बर (नि.सं.)। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सीहोर विधानसभा क्षेत्र के  युवा एवं उर्जावान प्रत्याशी सुदेश राय के समर्थन में कांग्रेस के विभिन्न मोर्चा संगठन जोरदार ढंग से उनके पक्ष में चुनाव प्रचार अभियान चला रहे हैं।

      परिणाम स्वरुप ग्रामीण अंचलों में श्री राय के जनसम्पर्क अभियान के दौरान आम मतदाताओं से सहज एवं सरल अंदाज में कांग्रेस को विजयी बनाने एवं समर्थन की अपील खासी प्रभावी सिध्द हो रही है। बुजुर्गो का स्नेह आशीर्वाद मिलने के साथ युवा शक्ति बढ़ चढ़ कर भागीदारी कर रही है। महिला कांग्रेस नेत्रियाँ भी ग्रामीण अंचलों में घर-घर पहुँचकर मतदाताओं से कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे है।

      उक्त बात कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा जारी की गई एक विज्ञप्ति में कही गई है। उनकी ही विज्ञप्ति के अनुसार कांग्रेस के जसपाल सिंह अरोरा, ओम दीप, महेश चौरसिया, रुकमणी रोहिला, ममता त्रिपाठी, श्रीमति गीता राठौर सहित वरिष्ठ नेता ग्रामीण अंचलों में पहुँचकर कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में जोरदार तरीके से चुनाव प्रचार अभियान चला रहे हैं।

बापूलाल कांग्रेस के लिये चुन्नीलाल भाजपा के लिये परेशानी का कारण

      आष्टा 10 नवम्बर (नि.सं.)। राजनीति की बिसात बिछ गई है विभिन्न दलों को किससे कितना नुकसान हो सकता है का जोड़ा लगाने में जुट गई है। आज नाम वापसी के बाद जो तस्वीर साफ हुई है उसमें देखा जाये तो नुकसान भाजपा और कांग्रेस दोनो को नजर आ रहा है।

      भाजपा को जो नुकसान होगा वो जनशक्ति प्रत्याशी चुन्नीलाल से मिलेगा वहीं वर्तमान विधायक रधुनाथ मालवीय जिन्होने आज निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में भरा नामांकन के बाद नाम वापस तो ले लिया है लेकिन टिकिट कटने का जो दर्द उन्हे और उनके समर्थकों को हुआ है वो भी कहीं ना कहीं भाजपा को ही नुकसान पहुँचा सकता है।

      अब आष्टा में कुल 9 उम्मीद्वार मैदान में है। कांग्रेस को सबसे अधिक नुकसान अपनी ही पार्टी से बागी कांग्रेस छोड़ कर बसपा में जाकर प्रत्याशी बने बापूलाल मालवीय से है। 1970 से कांग्रेस में कार्य कर रहे बापूलाल मालवीय जो की जनपद पंचायत आष्टा के अध्यक्ष रहे तथा दो बार आष्टा विधानसभा चुनाव से कांग्रेस के ही टिकिट पर चुनाव लड़ चुके मालवीय का क्षेत्र में खासकर उनके समाज में अच्छी पैठ है। बसपा से खड़े होने पर उन्हे निश्चित समर्थन मिलेगा जो भी वोट मालवीय लायेंगे वो कांग्रेस के खाते से ही आयेंगे और कांग्रेस के लिये इस चुनाव में मालवीय सबसे बड़ी चुनौती है। वहीं भाजश मैदान   में है।

      भाजश से खड़े हुए चुन्नीलाल मालवीय यूँ तो पुराने कांग्रेसी रहे हैं लेकिन सहकारिता में हमेशा उनका तालमेल भाजपा से ही रहा है और यही कारण रहा कि वे जिला सहकारी बैंक सीहोर के अध्यक्ष पद तक पहुँचे थे अब वे भाजश में है तथा वर्तमान में सिध्दिकगंज ग्राम पंचायत के सरपंच हैं चुन्नीलाल मालवीय इस चुनाव में जो भी वोट प्राप्त करेंगे उससे भाजपा को ही नुकसान होगा वे कितना जन समर्थन हासिल कर पाते हैं यह तो परिणाम आने पर ही नजर आयेगा।

      वहीं आष्टा विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2003 के चुनाव में बसपा प्रत्याशी फूल सिंह चौहान ने लगभग 34 हजार से अधिक मतों को प्रापत कर एक रिकार्ड बनाया था। अब वे फूल सिंह चौहान तो नहीं है लेकिन उनके भाई कमल सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रसपा मैदान में है।

      फूल सिंह चौहान जो की बसपा छोड़ कर भाजपा में चले गये थे और भाजपा से फिर उन्होने प्रसपा का गठन कर लिया था। प्रसपा गठन के बाद से ही जमीन बनाने में जुटी है। लेकिन वो इतनी भी जमीन अभी नहीं बना पाई है कि इस बार 2003 जैसी तीसरी शक्ति बन सके।

      अन्य जो निर्दलीय मैदान में है वे भी दौड़ धूप कर रहे हैं। लेकिन इस बार भी आष्टा में मुख्य मुकाबला परम्परागत राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस के ही बीच में है। इस बार कई नये राजनीतिक समीकरण भी बने हैं कहीं से कोई हटा है तो कोई नया जुड़ा भी है। अभी क्षेत्र में चुनावी रंग पूरी तरह से नहीं जमा है लेकिन धीरे-धीरे पूरी तरह आष्टा विधानसभा क्षेत्र राजनीति के रंग में रंगने की तैयारी में है।

भाजपा, कांग्रेस प्रत्याशी पहुँचे हाट बाजार में जनसम्पर्क करने

      जावर 10 नवम्बर (नि.प्र.)। क्षेत्र में चुनावी माहौल का दौर धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है। सभी पार्टियों के प्रत्याशी इस समय ग्रामीण क्षेत्रों में चुनाव प्रचार करने में लगे है। रविवार को ग्राम मेहतवाड़ा के साप्ताहिक  हाट बाजार में भाजपा कांग्रेस के उम्मीद्वारों ने जनसम्पर्क किया व लोगों से आशीर्वाद भी लिया भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश सिंह ने बताया कि आष्टा विधान सभी सीट से पार्टी उम्मीद्वार रंजीत सिंह गुणवान ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रविवार को ग्राम मेहतवाड़ा में जनसम्पर्क कर मतदाताओं से आशीर्वाद लिया। जनसम्पर्क के दौरान गुणवान के साथ जिला भाजपा अध्यक्ष ललित नागौरी, मुकेश बड़जात्या, बाबूलाल पटेल, आजाद सिंह पहलवान, तखत सिंह, महेश विश्वकर्मा, संजय अजमेरा, कृपाल सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, राजेश शर्मा, मोहन मालवीय, राजेन्द्र सिंह, मान सिंह सहित कई कार्यकर्ता थे। गुणवान ने मेहतवाड़ा के बाद ग्राम बमूलिया रायमल, छायन खुर्द, कुण्डियानाथू, कजलास, बीसूखेड़ी, मउड़िया आदि गांवों में पहुँचकर जनसम्पर्क किया।

      दूसरी और कांग्रेस प्रत्याशी गोपाल सिंह इंजीनियर ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रविवार को मेहतवाड़ा के साप्ताहिक बाजार में लोगों से जनसम्पर्क कर उनसे आशीर्वाद भी लिया। इस मौके पर मेहतवाड़ा में चुनावी कार्यालय का शुभारंभ भी किया। कांग्रेस नेता कमल सिंह ने बताया इंजीनियर के हाट बाजार के बाद गांव में भी घर-घर जाकर जनसम्पर्क कर मतदाताओं से आशीर्वाद लिया।

आदेश और अनुशासन हीनता करने पर किया जाऐगा पार्टी से निष्कासित

      सीहोर 10 नवम्बर (नि.सं.) आज 7 नवम्बर को जारी प्रेस विज्ञप्ति में शिव सेना जिला महासचिव संतोष जयंत ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य प्रमुख मा. सुरेश गुर्जर के आदेशानुसार और संगठन के नियमानुसार शिव सेना जिला प्रमुख चांदसिंह मेवाड़ा को आदेश दिया है कि यदि सीहोर जिले का कोई भी शिव सेना पदाधिकारी, कार्यकर्ता व शिव सैनिक किसी अन्य दल के प्रत्याशी का प्रचार प्रसार करते या सहयोग करते पाया जाता है तो उसे शिव सेना से तत्काल हमेशा के लिए निष्काषित कर धोखाधड़ी की कार्यवाही करें और शीघ्र ही प्रदेश कार्यालय में इसकी जानकारी देवे मा. प्रदेश प्रमुख श्री गुर्जर ने कहा कि जिले के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता ओर शिव सैनिक जिला प्रमुख चांदसिंह मेवाड़ा के आदेशानुसार सीहोर जिले में संगठन का कार्य करेंगे और विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए शिव सेना प्रत्याशी भाई विष्णु प्रसाद यादव का सहयोग करेंगे तथा अपने-अपने क्षेत्रों में शिव सेना प्रत्याशी का प्रचार करेगें नस.गंज व बुदनी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को निर्देश दिये गये है कि वे जिला प्रमुख के द्वारा बताई गई रणनीति के अनुसार कार्य करेगें और बुदनी विधान सभा के प्रत्याशी को अधिक से अधिक मत दिलाने का प्रयास करेगें जैसा कि ज्ञात है बुदनी विधानसभा में शिव सेना के दस हजार से अधिक कार्यकर्ता हे जो कि शिव सेना की जीत को सुनिश्चित करने का प्रयास करेगें चुनाव संबंधित समितियों का गठन दिनांक 9 नवम्बर तक जिला कार्यालय सीहोर किया जायेगा और शिव सेना द्वारा कांग्रेस और भाजपा में चल रहे आपसी अंदरूनी मतभेदों का लाभ उठाने का प्रयास भी किया जायेगा।