Wednesday, March 19, 2008

फलो के राजा आम के भाव घटे

आष्टा 18 मार्च (नि.प्र.)। गर्मी के दस्तक देते ही आष्टा में फलो का राजा आम की आमद हो गई । शुरू दिन नगर में बादाम आम नजर आया और प्रथम दिन बादाम आष्टा में 50 रुपये किलो बिका आम के शौकीनों ने इस दिन उक्त भाव से आम की शुरूआत की। लेकिन तीन दिवस में ही उक्त आम की जैसे ही आवक बढ़ी भाव भी गिर गये आज आष्टा में कई फ्रूट के ठेलो एवं दुकानों पर बादाम आम नजर आया भाव भी 10 से 20 रु पये किलो कम हो गया । आज आष्टा में बादाम आम 30 से 40 रुपये किलो प्रति किलो के भाव से बिका वही खबर है कि जैसे-जैसे आम की आवक बढ़ेगी भावों में और मंदी आयेगी । वैसे इस वर्ष आष्टा क्षैत्र में चुसने वाले आम की भी भारी आवक रहने की उम्मीद नजर आ रही है । क्योंकि खेतों में खड़े आम के पेड़ इस बार मोर ही मोर से लदे है । शर्त यह की तेज हवा आंधी का चले ओर मोर नही खिरे ।

अध्यक्ष की नीतियों से नाराज पार्षदों ने इस्तीफे दिये

सीहोर 18 मार्च (नि.सं.)। आज नगर पालिका अध्यक्ष की विगत दो वर्षों की ढुलमुल नीति और बारम्बार पानी की समस्या के लिये समुचित प्रबंध करने के लिये कहने के बाद भी कुछ कदम नहीं उठाने से नाराज अध्यक्षीय समिति के पाँच पार्षदों ने अध्यक्ष समिति से अपने इस्तीफे अध्यक्ष राकेश राय को उनके निवास पर जाकर सौंप दिये।
अध्यक्षीय समिति के पार्षद गण राहुल यादव स्वास्थ्य विभाग सभापति, दिनेश भैरवे राजस्व सभापति, नीरु पवन राठौर जल सभापति, निरंजन कौर मिंदी अरोरा खाद्य आपूर्ति सभापति, महिला बाल विकास सभापति राबिया अशफाक खान विगत दो वर्ष से समिति की हर बैठक में यह मांग अवश्य उठाते हैं कि हर एक वार्ड में कम से कम दो बोर कराये जायें और पानी की टंकी रखवाई जाये। लेकिन आज तक बोर करवाये ही नहीं गये। अब स्थिति यह है कि हर एक वार्ड में वार्डवासी पार्षदों को घेर रहे हैं। इसी से नाराज अध्यक्षीय समिति के उक्त पाँचों पार्षदों ने आज सुबह से ही अध्यक्ष राकेश राय के निवास पर जाकर संयुक्त इस्तीफे प्रस्तुत कर दिये हैं तथा अपनी बात रखते हुए स्पष्ट कहा कि हम आपकी नीतियों से दुखी हें।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिका द्वारा पूर्व में ही कुछ पानी की बड़ी टंकियां खरीद ली गई हैं जिन्हे वार्डों रखा जाना शुरु होने ही वाला है। लेकिन पानी की समस्या पूरे नगर में बहुत बड़े स्तर पर फैली हुई है। पूरे नगर के कई हेण्डपंप सूख चुके हैं जिसके कारण लोगों को पानी की दिक्कत आ रही है। इधर नगर पालिका के नलों से भी पानी सप्ताह के बाद अब दो सप्ताह तक नहीं आ रहा है।

मीसा बंदी करेंगे शिवराज का सम्मान

सीहोर। मध्य प्रदेश मीसा बंदी संघ के महामंत्री बालकृष्ण नामदेव ने एक समाचार विज्ञप्ति में बताया कि मध्य प्रदेश के मीसा बंदियों को पेंशन और सम्मान के शासन द्वारा आदेश देने के कारण मध्य प्रदेश के मीसा बंदियों ने यह निर्णय लिया है कि आगामी 3 अप्रैल को मध्य प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का सम्मान किया जायेगा। इसी के साथ-साथ श्री नामदेव ने बताया कि आपातकाल के समय विभिन्न जेलों में निरुध्द किये गये मीसा बंदियों के अतिरिक्त डीआईआर अथवा अन्य कानूनाें में भी जिन व्यक्तियों को उस समय के शासन ने निरुध्द किया था उन्हे भी मीसा बंदियों के समान ही सम्मान एवं सम्मान निधि दी जाये। मीसा बंदी मरणोपरांत उसकी पत्नि को पूरी पेंशन का भुगतान किया जाये। इस संबंध में भी मध्य प्रदेश मीसा बंदी संघ ने मुख्यमंत्री से पहल की है। साथ ही मीसा बंदी एवं डीआईआर में बंद राजनैतिक कार्यकर्ताओं के संबंध में शासन द्वारा जो तीन माह की समय सीमा लगाई है उसको भी समाप्त किये जाने की चर्चा माननीय मुख्यमंत्री जी से हो चुकी है। इस संबंध में विस्तृत कार्यक्रम को तैयार करने के लिये एक बैठक मीसा बंदी संघ की भोपाल में आहूत की गई है जिसकी सूचना आमंत्रित अतिथियों को दी जा रही है।

होली का अच्छा बाजार भराया, होली को लेकर उत्साह

सीहोर 18 मार्च (नि.सं.)। और होली आ ही गई....सारी टेंशन, सारी व्यस्तताओं, वर्ष भर की सारी थकान को मिटा देने वाला और एक नई उर्जा से सराबोर कर देने वाला होलिका उत्सव द्वार पर आ चुका है। दो दिन बाद होलिका दहन का उत्सव नगर के हर एक प्रमुख चौराहे पर पूरे उत्साह-उमंग के साथ मनेगा। आज मंगलवार को होली का बाजार जम गया। दिनभर भारी भीड़ रही। पिचकारी, रंग, गुलाल की बिक्री अच्छी हुई। होली उत्सव समितियों ने भी तैयारियाँ शुरु कर दी है। होली उत्साह धीरे-धीरे छाने लगा है।
आई है होली आई... मस्ती उत्साह उमंग का संदेश लाई ....आई रे होली आई रे....। जी हाँ वाकई होली आ गई। एक जमाना था जब महिने भर पहले से आसपास के ग्रामीण सीहोर में रंगे-पुते ही आते थे। ग्रामीण क्षेत्रों में फागुन माह लगते ही होली की शुरुआत हो जाती थी। बल्कि एक परम्परा-सी विद्यमान थी कि जिसकी निश्चित-निश्चित नाते-रिश्तेदारों के बीच होली का होना प्रासंगिक था। आज जमाना बदल गया है। विगत 10 वर्षों में ही होली के पूर्व होली का रंग कम ही देखने को मिल रहा है। अब सिर्फ होली के अवसर पर ही होली खेलते हुए लोग नजर आते हैं।
शुक्रवार को होलिका दहन है और इसके लिये अभी से तैयारियाँ शुरु हो गई हैं। पाँच दिवसीय होली की परम्परा का वाले सीहोर में धीमे-धीमे सिमटकर होली के अब कुल तीन दिन ही होती है। होली धुलेंडी के दिन गमी की होली खेलने के साथ सामाजिक सरोकार निर्वहन किये जाते हैं और फिर धूमधाम के साथ भाई दूज के दिन होली होती है। दूज की होली का उत्साह देखने के लिये पूर्व में तो कई लोग बाहर से सीहोर में होली देखने के लिये आ जाया करते थे। होली के रसिया इतने उत्साहित नजर आते थे कि उनकी मस्ती, उनका उत्साह देखकर लोगों को मस्ती चढ़ जाया करती थी। दूज होली के एक दो नहीं सैकड़ो किस्से नगर में विद्यमान हैं। इसके बाद रंगपंचमी पर भी होली पूरे उत्साह के साथ खेली जाती है।
सीहोर में होली को लेकर तैयारियाँ शुरु हो गई हैं। होली उत्सव समितियाँ अपने-अपने स्तर पर चंदा उगाई शुरु कर चुकी है। लकड़ियां खरीदने से लेकर होली का डांडा खोजने तक की प्रक्रिया शुरु हो गई है। होली का डांडा भी हर किसी पेड क़ा नहीं गाड़ा जाता है इसकी खोज की जाती है। इसी प्रकार मोहल्ले की सजावट और होली की सजावट करने के प्रयास भी किये जा रहे हैं। होली के लिये रंग, गुलाल, पिचकारी व अन्य बच्चों के होली के खिलौनों की दुकानों से आज बाजार सज गया था। जहाँ दिनभर अच्छी ग्राहकी रही। आगामी दो दिनों में भी जमकर होली की बिक्री रहने की उम्मीद है।

प्रशासनिक ज्‍यादती के मामले में अभिभाषक संघर्ष मोर्चा गठित

सीहोर 18 मार्च (नि.सं.)। आज न्यायालय में जिला अभिभाषक संघ की एक बैठक मुकेश सक्सेना की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें अब आगामी दिनों के लिये श्री ताम्रकार मामले में एक संघर्ष समिति बनाई गई है जिसमें सर्वसम्मति से आज संघर्ष समिति का अध्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र को बनाया गया। आज एक खास बात यह रही थी कुछ भविष्य में लिये जाने वाले निर्णयों के लिये आज अभिभाषकों से अपना मत भी दिया। आज जिला अभिभाषक संघ की बैठक में जब यह बात रखी गई कि यदि राजस्व न्यायालयों का हम बहिष्कार करें तो कितने साथ देंगे ? इस पर यहाँ उपस्थित सभी अभिभाषकों ने हाथ ऊंचे कर अपनी स्वीकृति दी। हालांकि अभी ऐसा निर्णय नहीं लिया गया है। इसी प्रकार संघर्ष समिति के गठन के साथ ही अध्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र ने भी समिति का गठन किया है जिसमें प्रवक्ता के रुप में वरिष्ठ अभिभाषक श्री के.यू.कुरैशी का नाम तय हुआ है। आज बैठक में वरिष्ठ अभिभाषक श्री एस.के. महाजन, एन.पी.उपाध्याय, महेश दयाल चौरसिया, राजेश काशिव, अनिल दुबे, मेहरबान सिंह बलभद्र, शरद जोशी, एस.एल.तिवारी, के.यू.कुरैशी, के.के. शर्मा, राजेश वर्मा, अजीत शुक्ला सहित अनेक अभिभाषक उपस्थित थे।