Monday, March 31, 2008

नव संवत्सर का महात्म्य

ऋग्वेद में कहा गया है कि सृष्टि के प्रारम्भ में दिन और रात अहोरात्र का युग्म बना। ऐसे दिनों से तीस दिन का चंद्र मास और बारह मास में एक संवत्सर के अनुसार कालगणना प्रारंभ हुई। यजुर्वेद में दो मासों के एक युग्म को गतु कहा गया। इस प्रकार छ: ऋतुओं बारह मासों के नाम प्राचीन वैदिक साहित्य में उल्लेखित है। चैत्र मास को हमारे यहां मधुमास की संज्ञा दी गई। वर्ष चैत्र प्रतिपदा अथवा गुड़ी पड़वा मनाये जाने का विधान हमारे वैदिक ग्रंथों में निहित है। इस दिन प्रात: भुवन भास्कर की छटा, प्रकृति की पुलकन, समीर का प्रवाह हमें आल्हादित और उल्लासित करता है।
हिमाद्री के अनुसार चैत्र मासि जगद्ब्रह्मा सगृजे प्रथमे हनि अर्थात् चैत्र मास शुक्ल पक्ष के प्रथम दिन सूर्योदय के समय ब्रह्मा ने सृष्टि रचना आरम्भ की थी, इसलिए चैत्र शुक्ल प्रतिपदा सृष्टि का प्रकटोत्सव दिवस है, भास्कराचार्य ने भी सिध्दांत शिरोमणि में लिखा है कि चैत्र मास शुक्ल पक्ष के आरम्भ में रविवार के दिन, सतयुग का आरम्भ हुआ। भगवान राम का राज्याभिषेक, वरुण देव झूलेलाल का जन्म दिन, महाराजा युधिष्ठिर द्वारा संवत् का प्रारंभ, राष्ट्रीय सर्जना व नवोत्थान के प्रेरणा पुंज डा. केशवराव बलिराम हेडगेवार का जन्म भी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही हुआ था। उल्लेखनीय है कि सम्राट शकारि विमादित्य शकों को पराजित कर सार्वभौम सम्राट के रूप में इसी दिन सिंहासनारूढ़ हुए और विधिवत विम संवत् प्रारंभ किया। इस दृष्टि से विम संवत् भारतीय शौर्य, पराम और अस्मिता का प्रतीक भी है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को प्रात: सरोवरों में स्नान, सूर्य को अर्घ्य देकर प्रकृति के नव कलेवर धारण किए हुए मंगलमय वातावरण में मांगलिक कार्यों के प्रारंभ का विधान है।
वर्ष प्रतिपदा से शक्ति आराधना के रूप में वासन्तिक नवरात्रि का प्रारंभ भी इसी दिन से होता है। स्वास्थ्य की सुरक्षा के साथ-साथ चंचलमन की स्थिरता के लिए साधना प्रारंभ की जाती है।
आरोग्य जीवन की कामना से नीम की पत्तियों काली मिर्च, मिश्री और अजवाईन तो कहीं-कहीं धनिया, चीनी के प्रसाद वितरण के पीछे भी आयुर्विज्ञान के रहस्य छिपे हुए हैं।
सृष्टि संवत् की कालगणना का आधार देखने पर वर्तमान में 1 अरब 97 करोड़, 64 लाख, 61 हजार, 6 सौ 68 वर्ष के रूप में भारतीय कालगणना का इतिहास किसी गौरव गाथा से कम नहीं है। दूसरी ओर 28 वें कलियुग के 5109 वर्ष या 52वीं शताब्दी अर्थात् विश्व की शेष गणनाओं से भी 31 शताब्दी आगे भारत की ऐतिहासिक परम्परा किसी गौरवगाथा से कम नहीं है।
इस बार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा की विशेषता यह रहेगी कि भारत में दो अलग-अलग दिनों में वर्ष प्रतिपदा का प्रवेश होगा। तिथि का निर्धारण खगोलीय वैज्ञानिक प्रक्रिया है, यह सूर्य तथा चन्द्रमा की गति के आधार पर तय होती है। इस स्थिति भेद के चलते भौगोलिक आधार पर भारतीय नववर्ष विम सम्वत् 2065 शालिवाहन शाके 1930 दो अलग-अलग दिन मनाया जाएगा। पश्चिमी और पूर्वी भारत में मश: प्रतिपदा क्षय एवं प्रतिपदा के सूर्योदय समय पर रहने से सूर्य और चन्द्र दो अलग-अलग राजाओं के हाथों संचालित होगा। सम्वत् 2065, 6 अप्रैल (रविवार) को प्रतिपदा प्रात: 9.27 से आरंभ होकर रविवार की रात अर्थात् सोमवार सूर्योंदय से पहले 5.11 पर समाप्त होने की स्थिति में 76 अक्षांश पहले पश्चिमी छोर की ओर से श्रीलंका के छोर को छूते हुए प्रतिपदा के क्षय रहने से रविवार को नए विम सम्वत का अभिनंदन किया जाएगा। जबकि पूर्वी भारत में 7 अप्रैल (सोमवार) को नया वर्ष मनाया जाएगा।
इस्लामाबाद से लेकर लाहौर का पश्चिम भाग, अमृतसर, जालंधर, जयपुर, बूंदी, कोटा, उदयपुर, चित्तौड़, बांसवाड़ा, सम्पूर्ण गुजरात, मंदसौर, उज्जैन, इन्दौर, झाबुआ, खरगोन, धार, पश्चिम महाराष्ट्र अकोला, पुणे, मुम्बई, सोलापुर, सांगली, कोल्हापुर, सतारा, रत्नागिरी, गोवा, बीजापुर, गुलबर्गा, हुबली, कर्नाटक व रामेश्वरम् का पश्चिम क्षेत्र छूते हुए 76 अक्षांश रेखा के पश्चिम क्षेत्रों में नूतन वर्ष का आरंभ 6 अप्रैल (रविवार) को होगा जबकि 7 अप्रैल (सोमवार) को प्रात: 6 बजकर 9 मिनट के बाद जिन स्थानों पर सूर्योदय होगा वहां पर प्रतिपदा का क्षय नहीं होने से चंडीग़ढ, अंबाला, कुरुक्षेत्र, दिगी, अलीगढ़, प्रयाग, झांसी, ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर, छत्तीसगढ़, नागपुर, पूर्व महाराष्ट्र, कानपुर, लखनऊ, पूर्वी मद्रास, कोलकता, विशाखापट्टनम, पूर्वीबंगाल में वर्ष प्रतिपदा 7 अप्रैल (सोमवार) को होगी। युग महोत्सव व सृष्टि आरंभ का महत्वपूर्ण दिवस अलग-अलग दिन रहने से दो अलग-अलग शासकों के कारण ग्रहों के मंत्रिमंडल में भी अलग-अलग प्रभावों से देश के दोनो भागों को परिणाम झेलने पड़ेंगे। इस प्रकार की भौगोलिक स्थिति 10 व 11 अप्रैल, 2032 यानी विम सम्वत् 2089 में भी आएगी।

हत्यारे मार्क्सवादी

कन्नूर एक बार फिर दहल उठा। केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्टों की हिंसा का पर्याय बन चुका यह जिला संघ स्वयंसेवकों के विरुध्द कामरेडों के हिंसक षडयंत्रो का गवाह है। मार्च, 2008 के पहले सप्ताह में मार्क्सवादियों ने वहां अपनी पाशविकता का बर्बर चेहरा एक बार फिर से उजागर कर दिया। कन्नूर ही क्यों, राज्य के दूसरे क्षेत्रों में भी, जहां मार्क्सवादियों की थोड़ी बहुत ताकत बढ़ी है, इन हिंसक कामरेडो ने रा.स्व.संघ, भारतीय मजदूर संघ, भाजपा तथा अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनो के उन युवा कार्र्यकत्ताओं पर चुन-चुनकर योजनाबध्द हमले किए जो कभी मार्क्सवादी दल से जुड़े रहे थे और बाद में उस खोखली विचारधारा को त्यागकर हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों से जुड़े हैं। सदानंद मास्टर, के.टी.जयकृष्णन, रवीश, रविन्द्रन और इनके जैसे कितने ही युवा इन हिंसक मार्क्सवादियों के निशाने पर रहे हैं, अनेक की तो बर्बर हत्या की गई है। मार्क्सवादियों के इस हिंसक व्यवहार का एक और वीभत्स रूप पिछले दिनों कन्नूर और थलासेरी में सामने आया है। रा.स्व.संघ-भाजपा के 5 कार्र्यकत्ताओं-निखिल, संतोष, महेश, सुरेश बाबू और सुरेन्द्रन की हत्या पाशविकता की सारी सीमा लांघ गई। वैचारिक विरोधियों के विरुध्द मार्क्सवादियों का यह घिनौना व्यवहार किसी से छुपा नहीं है। ये भले ही देश के सेकुलर मीडिया और टेलीविजन चैनलों के जरिए कुछ भी तस्वीर पेश करते हो मगर असलियत यही है कि हिंसा, हत्या, उपद्रव, अशांति, अराजकता, निर्लज्जता जैसे शब्द मार्क्सवादियों के शब्दकोष में भरे पडे हैं।
कन्नूर में मार्क्सवादी अपराधी तत्वों ने 5 मार्च से 7 मार्च के बीच लगातार तीन दिनों तक खूनी खेल खेला। भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पांच युवा कार्र्यकत्ताओ निखिल (22), संतोष (35), महेश (31), सुरेश बाबू (34) और सुरेन्द्रन (64) पर हमला ही नहीं किया गया बल्कि उनकी बर्बर हत्या कर दी गई। अपनी बर्बरता का परिचय देते हुए लाल हत्यारो ने युवा कार्र्यकत्ताओं के शवो के टुकडे-टुकडे कर दिए। मृत देहों से कैसी पाशविकता बरती गई थी वह चित्रों में साफ देखा जा सकता है। महेश का तो सर काटकर धड से अलग कर दिया गया था। विडम्बना देखिए, इसके बाद भी मार्क्सवादी उल्टे भाजपा व संघ पर हिंसा का आरोप सेकुलर मीडिया के जरिए उछाल रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्र्यकत्ताओ पर इधर जानलेवा हमले होते रहे और उधर राज्य के गृहमंत्री कोडियरी बालाकृष्णन के अधीन पुलिस विभाग स्वाभाविक रूप से मूकदर्शक बना रहा।
केरल पुलिस मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पदाधिकारियो की प्रहरी बनकर रह गई है। ऐसे में भाजपा ने प्रत्येक जिला मुख्यालय पर 11 मार्च को धरना प्रदर्शन आयोजित किया और फैसला किया कि जब तक मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी हत्या की घृणित राजनीति बंद नहीं करेगी तब तक यह विरोध प्रदर्शन नहीं थमेगा।
राज्य में मई 2006 में माकपा और एलडीएफ (वाम लोकतांत्रिक मोर्चा) की सरकार बनने के बाद से अब तक भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नौ कार्र्यकत्ताओ की हत्या की जा चुकी है। मार्क्सवादी गुंडो ने 35 हिन्दू कार्र्यकत्ताओ के घर तहस-नहस कर डाले। कई युवा और साहसी कार्यकत्ताओ को जीवनभर के लिए अपाहिज बना दिया गया।
केरल में हिंसा की इन घटनाओ को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैंकेया नायरू ने थलासेरी और राज्य के उपद्रवग्रस्त अन्य हिस्सों में त्वरित रुप से केन्द्रीय बलो को तैनात करने की मांग की। नायडू ने पूरे घटनाम को राज्य प्रायोजित हिंसा की संज्ञा दी है। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी का मानना है कि कन्नूर हत्याकांड राज्य के गृहमंत्री बालाकृष्णन की कथित शह पर रचा गया। उन्होने ही जेल में सजा काट रहे मार्क्सवादी अपराधियो को पैरोल पर छोड़ने की अनुमति दी थी जिन्होंने संभवत: यह घृणित कांड किया है। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रमेश चेन्नीतला ने आरोप लगाया है कि गृहमंत्री बालाकृष्णन ने हिंसा को रोकने के लिए कोई कदम ही नहीं उठाया, जबकि वे भलीभांति जानते हैं कि उनका अपना विधानसभा क्षेत्र थलासेरी सबसे ज्यादा संवेदनशील है। राज्य के पुलिस महानिदेशक ने स्वयं स्वीकार किया है कि थलासेरी में हुआ यह हत्याकांड पूर्व नियोजित था और इसके लिए बाकायदा योजना तैयार की गई थी। आश्चर्य इस बात का है कि इस जानकारी के बावजूद देशी बम बनाने वालो पर छापे की कोई कार्रवाई नहीं की गई। किसी भी आतंकी समूह को हिरासत में नहीं लिया गया। यहां तक कि पुलिस ने इलाके से अवैध हथियार भी जब्त नहीं किए।
स्वतंत्र प्रेक्षक कन्नूर में हुई हत्याओं के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राजनीतिक इतिहास और इसकी हिंसक विचारधारा को दोषी मानते हैं। उनका कहना है कि माकपा के हाथ में जब-जब सत्ता आई, उसने भारतीय जनता पार्टी और रा.स्व.संघ के कार्र्यकत्ताओं पर बेरहमी से हमले किए हैं।
प्रसिध्द समाजशास्त्री डा.के.पी. श्रीधर कहते हैं कि इस मुद्दे में साम्प्रदायिकता या वर्ग संघर्ष जैसी कोई बात नहीं है। हिंसा की मूल वजह केवल और केवल यही है कि मार्क्सवादी इलाके को अपने कब्जे में रखना चाहते हैं। कन्नूर में माकपा राज्य सचिव पिनरई विजयन, जिला सचिव कोट्टुपरम्बु से विधायक पी.जयरायन, केन्द्रीय समिति के सदस्य ई.पी.जयराजन जैसे लोग का नियंत्रण है। ये सभी अपने हिंसक आचरण के लिए जाने जाते हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तो चाहती है कि गांव-गांव में बम बनाए जाएं और वहां से भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्र्यकत्ताओ, समर्थको को समाप्त कर दिया जाए।
जब-जब माकपा सत्ता में आती है, कन्नूर में तैनात पुलिस बल में व्यापक फेरबदल कर दिया जाता है। इसके पीछे सरकार की मंशा यही होती है कि अपने कठपुतली अफसरो को कन्नूर में बैठा दिया जाए। कामरेड किसी भी तरह इस जिले पर अपना नियंत्रण स्थापित करना चाहते हैं। बहरहाल, आज कन्नूर में भयावह सन्नाटा पसरा है। इस तरह की खबरें हैं कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता पार्टी के राज्य सम्मेलन के समाप्त होने की राह देख रहे हैं। इसके बाद वे चाहेंगे कि हिंसा में बढोत्तरी हो ताकि कन्नूर में उनके लिए 'राह' आसान हो सके। पार्टी ने इलाके के हिन्दुत्वनिष्ठ कार्र्यकत्ताओं को सताने के लिए कथित तौर पर बाकायदा एक कार्य योजना तैयार कर रखी है जिस पर, संदेह है कि, पूरी तरह से अमल किया जाना अभी बाकी है। साभार पाञ्जन्य

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का आज विशाल धरना प्रदर्शन

सीहोर 30 मार्च (नि.सं.)। केरल प्रांत में संघ के पाँच स्वयं सेवकों की निर्मम हत्या के विरोध में देश भर में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की आलोचना हो रही है। माकपा द्वारा आये दिन संघ के स्वयं सेवकों पर प्राण घातक हमले किये जाना तथा हाल ही में पाँच स्वयं सेवकों की हत्या किये जाने को लेकर जिला मुख्यालय पर आज कलेक्ट्रेट मैदान पर दोपहर 1 बजे धरना दिया जायेगा। संघ कार्यालय से जारी की गई विज्ञपित में संघ के पदाधिकारियों ने समाज के सभी वर्गों से धरना स्थल पर पहुँचने का आग्रह किया है आज दोपहर एक बजे कलेक्ट्रेट मैदान पर धरने का आयोजन संघ के नेतृत्व में किया गया है। कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं द्वारा विचार व्यक्त किये जावंगे, तत्पश्चात जिलाधीश को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया जायेगा।
जिला संघचालक शिवरतन पुरोहित जिला कार्यवाह बाबु सिंह ठाकुर, जिला सहकार्यवाह अनिल पालीवाल, नगर कार्यवाह कमल सिंह ठाकुर आदि ने समाज के सभी वर्ग के लोगों से इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में उपस्थित रहने का अनुरोध किया है।

गुप्तदान कर पीड़ितो की सेवा में जुटे है आष्टा के कई हाथ

आष्टा 30 मार्च (नि.प्र.)। आष्टा के श्वैताम्बर जैन मंदिर किला पर विराजित पूज्य पन्यास प्रवर श्री हर्ष तिलक विजय जी म.सा. ने पीछले दिनों स्थानीय पत्रकारों से रूबरू होते हुए दान कैसे होना चाहिये और उसका कैसा फल प्राप्त होता है के बारे में कहा था कि दान जितना गुप्त होगा उसका फल उतना ही अधिक मिलता है ।
जब कोई दान करे और उसके पीछे उसकी मंशा नाम की हो तो वो दान दान नही होता है । इस युग में दान तो बहुत करते है । लेकिन कईयों की इसके पीछे मंशा नाम होना चाहिये छुपा रहता है । लेकिन आज भी आष्टा में ऐसे ऐसे दान दाता है जो पीड़ितों की सेवा के लिए खुल मन से दान के लिए हाथों को जेब में डालते है । और अपना नाम गुप्त रखते है । इसका उदाहरण है आष्टा के गंज क्षैत्र के वे पीड़ित परिवार जिनके परिवारों में बसंत पंचमी पर एक दुर्घटना के बाद परेशानियों ने अपना डेरा डाल दिया था । बसंत पंचमी पर आष्टा के गंज क्षैत्र में रहने वाले चन्द्र प्रकाश गौतम की पुत्री की शादी में परिवार व रिश्तेदार इंदौर जा रहे थे तभी उनकी गाड़ी दुर्घटना ग्रस्त हो गई थी जिसमें लगभग 22 लोग घायल हो गये थे इनमें से दो की मृत्यु हो गई थी ये सभी घायल परिवार इतने गरीब थे कि उनका इलाज कराना उनके बस की बात नही था लेकिन आष्टा के दानदाताओं, व्यापारियों ने खुलकर सामने आकर इलाज के लिए राशि भेजी ।
अब इन परिवार के सदस्यों के लिए भोजन सामग्री व अन्य वस्तुओं की व्यवस्था के लिए आज भी कई दान दाता बिना नाम घोषणा किये इन परिवारों की सेवा में जुटे है । गंज के समाज सेवी विनोद पटेल को गुप्त रूप से दान राशि देकर उन परिवारों की सेवा कर रहे है । पीड़ित परिवारों के घरो पर आई दान राशि से घर में खाद्य सामग्री आदि पहुंचाई जा रही है । दानदाता ऐसे कार्य में पीछे भी नही है । अगर नगर का कोई भी दानदाता इन पीड़ित परिवारों की सेवा के लिए दान राशि देना चाहे तो वे विनोद पटेल, सवाईमल बोहरा से संपर्क कर दान राशि दे सकते है । आष्टा हमेशा पीड़ितो की सेवा के मामले में अपना एक अलग ही स्थान रखता है । इसके पहले भी आष्टा से कोटिया नाला क्षैत्र में, कारगिल के शहीदों के लिए हजारों रुपये दान में यहां के दानदाताओं संगठनों ने भेजी है ।

Sunday, March 30, 2008

अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए पत्रकारों ने दिया ज्ञापन

आष्टा 29 मार्च (नि.प्र.)। आष्टा के वरिष्ठ पत्रकार हाजी मंजूर खां के निवास के सामने किया गया अवैध अतिक्रमण हटाने के विरोध में आष्टा के सभी पत्रकार एक जुट होकर म.प्र. श्रम जीवी पत्रकार संघ के ब्लाक इकाई अध्यक्ष अब्दुल रऊफ खान लाला एवं ब्लाक पत्रकार संघ के अध्यक्ष सैयद नवाब अली के तत्वाधान में जिला कलेक्टर सीहोर के नाम आष्टा की एसडीएम के नाम का ज्ञापन तहसीलदार को दिया।
ज्ञापन में वार्ड क्र. 8 निवासी वरिष्ठ पत्रकार हाजी मंजूर खां के निवास के सामने रईसखां आ. बारी खां ने अनाधिकृत रूप से अतिक्रमण कर रास्ता रोक लिया है । इस कारण वार्ड के लोगों को काफी परेशानी हो रही है । इस संबंध में कई बार प्रशासन एवं नगर पालिका को लिखित एवं मौखिक रूप से सूचित किया गया । लेकिन अतिक्रमण नही हटाया गया । इस कारण सभी पत्रकारों ने एकजुट होकर प्रशासन को अवगत कराया अगर 2 अप्रैल तक उक्त अवैध अतिक्रमण नही हटाया गया तो 3 अप्रैल से तहसील कार्यालय के सामने सभी पत्रकार बंधु धरना आंदोलन करेंगे । ज्ञापन देने वालों में हाजी मंजूर खां, सुधीर पाठक, नरेंद्र गंगवाल, सुशील संचेती, बंशीलाल कुशवाह, दिनेश माथूर, प्रकाश पोरवाल, बाबू पांचाल, राकेश बैरागी, श्रीमल मेवाड़ा, जहूर मंसूरी, अनंदीलाल सोनी, बृजराज सोनी, रामचरण सोनी, दिलीप मेवाड़ा, मश्कूर खां, सै. अबरार अली, सादिक खां आदि अनेक पत्रकार गण शामिल थे। ज्ञापन में चेतावनी दी है कि अगर 2 अप्रैल तक उक्त अतिक्रमण नही हटाया गया तो 3 अप्रैल को नगर के सभी पत्रकार तहसील कार्यालय में धरने पर बैठेगें ।

आसमान में लगातार बादल छाये रहने से किसान हो रहा है चिंतित

जावर 29 मार्च (नि.प्र.)। पिछले दिनों क्षैत्र में वे मौसम बारिश होने से खेत खलिहानों में कटी पड़ी गेहूं चने की फसल गिली हो गई किसानों के अनुसार बारिष होने से गेहूं की चमक फीकी पड ग़ई है। जिसका मंडी में वाजिक दाम नही मिलेगा। कजलास के कृषक किशोर पाटीदार ने बताया कि पहले तो पाला पड़ने से फसल को काफी नुकसान हुआ था और अब बरसात होने से पिछले दिनों हुई बरसात से खेत खलिहानों में कटी पड़ी फसल गिली हो गई बरसात होने से गेहू की चमक फीकी पड़ गई जिसका मंडी में सही दाम नही मिलेगा इसके अलावा लहसुन व आलू की फसल खेतों में कटी पड़ी थी । वह भी खराब हो गई। बमूलिया के कृषक गजराज सिंह का कहना है कि जब जरूरत थी तब बरसात नही हुई अब जरूरत नही है तब बरसात हो रही है। सोमवार को बरसात होने के बाद से ही मौसम बदला -बदला हुआ है। आसमान में रोज बादल छा रहे है जिससे किसान चिंतित हो रहा है। मंगलवार बुधवार को भी आसमान में बादल छाये रहे । कृषक कमल सिंह ने बताया कि इस समय क्षैत्र में गेंहू चने की फसल की कटाई का दौर चल रहा है । हालांकि कई किसान गेहूं चने की फसल से निपट भी गये है । चिंतित वह किसान हो रहा जिनके खेतों में फसल खड़ी है या फिर खेत खलिहानों में कटी पड़ी है ।

आष्‍टा में टेपा एवं हास्य कवि सम्मेलन सम्पन्न

आष्टा 29 मार्च (नि.प्र.)। हिन्दू उत्सव समिति आष्टा के तत्वाधान में नगर के मुख्य बड़ा बाजार में कल रात्रि में रंगारंग टेपा एवं हास्य कवि सम्मेलन संपन्न हुआ । इस अवसर पर मंच पर आसीन मुख्य टेपा की रोचक जीवनी का वाचन किया । तथा मंच में नगर के गणमान्य नागरिकों, पत्रकारों, अधिकारियों, को उपाधियों का वितरण किया गया । रंग पर्व पर अच्छी व्यवस्था करने पर पुलिस, न.पा., विद्युत मंडल आदि विभागों के प्रमुखों को सम्मानित किया वही अच्छी होली सजाने वाली समितियों को एवं अच्छा स्वांग रचाने वाले शंकरलाल टेलर ओशो मित्र मंडल को सम्मानित किया गया। बाद में हास्य कवि सम्मेलन शुरू हुआ जो रात 2 बजे तक चला । कवि सम्मेलन में बड़ी संख्या में नागरिक गण उपस्थित थे ।

सचिव की धमकी को प्रशासन ने गंभीरता से लिया

आष्टा 29 मार्च (नि.प्र.)। आष्टा विकास खंड की ग्राम पंचायत अरनिया गाजी के सरपंच सवाईगिर गोस्वामी ने पीछले दिनों सचिव की शिकायत की थी कि उसने निर्माण कार्य के लिए आया 10 क्विटल सरिया बाले-बाले बेचकर उसके फर्जी हस्ताक्षर सील लगाकर कर खाद्यान्न जो प्राप्त किया था ऐसे सचिव ने सरपंच को धमकी दी थी कि मेरे कार्य में रोड बने तो गोली मार दूंगा ।
उक्त शिकायत सरपंच ने पिछले दिनों एसडीएम जावर थाना प्रभारी एवं जनपद को की थी इस संबंध में जावर के अतिरिक्त तहसीलदार श्री शर्मा ने बताया कि सचिव ने सरपंच को शिकायत में लिखा है कि गोली मार दूंगा इसे गंभीरता से लिया गया है तथा जावर टी.आई. को पत्र भेजकर पंचायत के सचिव पर कार्यवाही कर कार्यालय को अवगत कराने को लिखा है । वही उन्होंने बताया कि सचिव को नोटिस भेजा है । जनपद के सीईओ श्री वर्मा को बताया कि शिकायत आई है शीध्र जांच करा रहे है । दोषी पाये जाने पर कार्यवाही की जायेगी ।

पत्रकार प्रताड़ना की जांच के लिए कमिश्नर सीहोर आए...

सीहोर 29 मार्च (नि.सं.)। राज्य शासन के निर्देश पर शनिवार को भोपाल संभाग के कमिश्र पुखराज मारू पत्रकार, अधिवक्ता रामनारायण ताम्रकार के प्रताड़ना के मामले की जांच करने पहुंचे । दिन भर जांच का सिलसिला चला । उन्होंने रामनारायण ताम्रकार और उनके परिजनों के लेखी दस्तावेजों साक्ष्य लिए, वहीं जिला अभिभाषक संघ, जिला पत्रकार संघ तथा ताम्रकार समाज के प्रतिनिधि मंडल से भेंट कर घटना की जानकारी ली । उन्होंने अतिक्रमण हटाने के नाम पर की गई बर्बादी के स्थल का भी निरीक्षण किया ।
जिला अभिभाषक संघ की संघर्ष के प्रवक्ता केयू कुरैशी के अनुसार अधिवक्ता, पत्रकार रामनारायण ताम्रकार को जिला प्रशासन द्वारा दी गई प्रताड़ना की जांच के आदेश मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दिए थे। जांच का दायित्व भोपाल संभाग आयुक्त पुखराज मारू को सौंपा गया था । श्री मारू ने 27 मार्च को भोपाल के पत्रकार संगठनों के कथन लिए थे । शनिवार को वह सीहोर सर्किट हाउस पहुंचे। सबसे पहले जिला अभिभाषक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने उनसे भेंट की । वरिष्ठ अधिवक्ता भाजपा नेता सुदर्शन महाजन, केएस भार्गव, महेंद्र सिंह सिसोदिया, केयू कुरैशी, एन.पी.उपाध्याय, महेश दयाल चौरसिया, रविंद्र भारद्वाज, जिला अभिभाषक संघ के सचिव अरूण टिंगोरिया के अलावा संघर्ष समिति अघ्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र ने प्रभावी रूप से पक्ष रखते हुए घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रदेश के इतिहास में घिनोनी, पद के दुरूपयोग की घटना बताया । इस प्रतिनिधि मंडल में 100 से भी अधिक अधिवक्ता शामिल थे । श्री मारू ने विश्वास दिलाया कि वह अपने प्रतिवेदन में उनकी भावनाओं को समावेश करेंगे ।

संभाग में पुनर्रावृत्ति नहीं होगी
पत्रकारों के प्रतिनिधि मंडल को कमिशनर ने श्री मारू ने विश्वास दिलाया कि उनके क्षैत्राधिकार भोपाल संभाग में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नही होगी यह विश्वास दिलाता हूं । पत्रकारों ने श्री ताम्रकार के साथ हुई इस घटना की भर्त्सना कर दोषियों पर अपराधिक मामला दर्ज करने और तत्काल प्रभाव में हटाकर जांच करने की मांग की । इस प्रतिनिधि मंडल में जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष विमल जैन, वरिष्ठ पत्रकार पुरूषोत्तम कुईया, बसंत दासवानी, ओमप्रकाश मोदी, आनंद गांधी, श्याम सोनकर, सुरेश साबू तथा पंकज पुरोहित शामिल थे ।
ताम्रकार समाज का प्रतिनिधि मंडल भी कमिश्र से मिला । पूर्व अध्यक्ष राजकुमार ताम्रकार ने कहा कि प्रशासन का अतिक्रमण अभियान बहाना था वह श्री ताम्रकार को नुकसान पहुंचाना चाहते थे । कानून को हाथ में लेकर उसका दुरूपयोग करने वालों पर कार्रवाही होनी चाहिये । ताम्रकार समाज के जिलाध्यक्ष शंकरलाल ताम्रकार, महेश ताम्रकार, गोविंद ताम्रकार एवं अन्य ने भी अपना विरोध प्रगट किया । ताम्रकार मंडल की सदस्यों ने भी कमिश्र से भेंट कर उत्तरदायी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की ।
कमिश्‍नर श्री मारू ने प्रभावित पक्ष रामनारायण ताम्रकार, सुमन ताम्रकार, अशोक ताम्रकार के कथन लिए । घटना के समय के फोटा का भी अवलोकन किया। दस्तावेजी साक्ष्य भी देखे । कमिश्र श्री मारू ने भोपाल से आते समय घटना स्थल का निरीक्षण किया तथा लौटते समय भी वह घटना स्थल पर रूके और निरीक्षण की वास्वतिकता देखी । दोपहर 12 बजे से प्रांरभ हुई जांच शाम छह बजे तक चली ।

भोपाल अधिवक्ता संघ का प्रतिनिधि मंडल आया
अधिवक्ता संघर्ष समिति के प्रवक्ता केयू कूरेशी ने बताया कि अधिवक्ता रामनारायण ताम्रकार के साथ हुई मारपीट और उनके संस्थान की तोड़फोड़ को जिला अभिभाषक संघ भोपाल ने गंभीरता से लिया है । भोपाल अभिभाषक संघ अध्यक्ष राजेश व्यास के नेतृत्व में वकीलों का एक प्रतिनिधि मंडल आज सीहोर पहुंचा । प्रतिनिधि मंडल ने घटना स्थल का निरीक्षण कर क्षोभ जताते हुए कहा कि यह मामला पहली नजर में बदले, दुर्भावना पूर्वक, प्रताड़ना देने का बताया । उन्होंने कहा कि इस संबंध में भोपाल बार की बैठक बुलाकर सीहोर के आंदोलन को समर्थन देंगे और भोपाल भी इसमें शामिल होगा । इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता एकके महाजन, हरिदयाल सक्सेना तथा अन्य अधिवक्ता साथ थे ।

Saturday, March 29, 2008

सीहोर में आटो में हुई आगजनी से आटो पूरी तरह जलकर नष्ट हुआ

सीहोर 28 मार्च (नि.सं.)। एक आटो की बेटरी में शार्ट सर्किट से आग लग गई जिससे आटो पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया। इससे 20 हजार रुपये से अधिक का नुकसान हो गया। आटो मालिक राजेश राठौर निवासी शिव मंदिर गंज सीहोर ने उक्त आटो समूह लोन के माध्यम से 24 हजार रुपये का प्राप्त कर आटो क्रय किया था लेकिन अचानक हुई आगजनी से आज राजेश राठौर की आय का एक मात्र स्त्रोत बंद हो गया है ।

नगर के प्रत्येक क्षैत्र में जल प्रदाय हेतु दिवस निर्धारित, नागरिक जल का सदुपयोग करें

सीहोर 29 मार्च (नि.सं.)। नगर सीहोर में विगत दिनों उत्पन्न हुई जल प्रदाय समस्या के निराकरण में नगर पालिका परिषद सीहोर एवं जिला प्रशासन के सहयोग से जल प्रदाय व्यवस्था में सुधार हुआ है । अब नगर के प्रत्येक क्षैत्र में कलेक्ट्रेट पानी टंकी, एवं मण्डी में सप्ताह में एक दिन जल प्रदाय किया जायेगा जिसके लिए दिवस निर्धारित कर दिये गये है । उक्त आशय की विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया गया कि नगर में जल प्रदाय को लेकर उत्पन्न व्यवधान पर न.पा. परिषद तथा जिला प्रशासन, निकाय स्तर पर सभी सार्थक प्रयास किये गये जिसके परिणाम स्वरूप अब पेयजल वितरण को लेकर जनाक्रोश काफी कम हो गया है । नगर पालिका द्वारा अब उपलब्ध पेयजल स्त्रोतों से पानी भंडारित करते हुए नगर के प्रत्येक क्षैत्र में सप्ताह में एक दिवस जल प्रदाय किया जाना निश्चित किया गया है । जिसके लिए जारी दिवस सारिणी संलग् है । उक्त सारणी अनुसार नागरिकों को उनके क्षैत्र में जल प्रदाय किया जायेगा । न.पा. अध्यक्ष राकेश राय, जल प्रभारी शमीम अहमद एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी डी.के. श्रीवास्तव, ने नागरिकों से अपील की है कि नगर में किये जाने वाला जल प्रदाय पार्वती नदी तथा जमोनिया जलाशय से किया जा रहा है । अत: समस्त नागरिकों से अनुरोध है कि प्रदाय किये जाने वाले पानी को उबाल कर तथा छानकर पीने हेतू उपयोग किया जावें । तथा जल का सदुपयोग करते हुए अनावश्यक जल नही बहाये तथा नगर पालिका को सहयोग प्रदान करते हुए प्रदाय किये जाने वाले पानी का उपयोग उचित रूप से करें ।

सर्कस बना मनोरंजन का साधन

इछावर 28 मार्च (नि.प्र.)। इन दिनों इछावर में आए हुए सर्कस के विभिन्न करतब स्थानीय लोगों के साथ ही इछावर के आसपास के ग्रामीण क्षैत्रों के लोगों का आर्कषण के केन्द्र बन गए है । इछावर वासी मनोरंजन के इस साधन का भरपूर लुत्फ उठा रहे है । अंचल के लोग रोज शाम होते ही इछावर पहुंचने लगते है । लोगों की आवाजाही से देर रात तक इछावर में चहल-पहल दिखाई देती है । सर्कस में दिखाए जाने वाले आयटमों में बच्चों की खासी दिलचस्पी बनी हुई है ।

सीहोर में नृसिंह मंदिर में फाग महोत्सव देर रात तक झूमते रहे श्रोता

सीहोर 28 मार्च (नि.सं.)। प्राचीन श्री नृसिंग मंदिर कस्बा में फाग महोत्सव 2008 संपन्न हुआ । सायं 7 बजे आरती के साथ कार्यक्र म प्रारंभ हुआ । जिसके पश्चात महिला मण्डल द्वारा फाग उत्साह गायन किया गया । रात्रि 9 बजे से विभिन्न मण्डलो द्वारा फाग गायन प्रारंभ हुआ । सर्वप्रथम दीप प्रावलन कर भगवान नृसिंह व राधा कृष्ण जी को पुष्प फाग अर्पित किए गए ।
अतिथि स्वरूप पधारे श्रीनाथ जी की हवेली के प्रधान मुखिया का अभिवादन व स्वागत किया गया । कस्बा क्षैत्र के प्रसिद्ध व वयोवृद्ध फाग गायक शिवप्रसाद भावसार ने गणपति बन्दना की तथा उसके पश्चात अपनी सुप्रसिद्ध फाग प्रस्तुति दी । उनके पश्चात पं. प्रदीप मिश्रा श्री वैष्णव भजन मण्डल ने अपनी मोहक व नृत्यकीय फाग गाकर सभी भक्तों को नृत्य कराया । भारत अग्रवाल तथा देवेद्र चौरसिया ने सरस फाग गाकर सभी को भक्ति रस में सरोबर कर दिया । संगीतिका संगीत महाविद्यालय के लालाराम सूर्यवंशी तथा मांगीलाल ठाकूर ने कलात्मक शास्त्रीय फाग प्रस्तुतियां दी। सत्येदव आराधना मंडल के गयाप्रसाद जोशी ने अपनी प्रसिद्ध फाग सुनाकर पुरानी फाग को पुन: याद दिलाया उनकी प्रस्तुतियां बहुत सराही गई । उनके पश्चात बैरागढ़ भोपाल से पधारे धर्मेन्द्र सांरग ने भजनों की प्रस्तुति दी । मण्डी निवासी खाटू श्याम के भजनों में पूरे प्रदेश में ख्याति प्राप्त श्रीमति ममता गुप्ता ने आकर्षक भजन गाकर भक्तों को स्थिरमूर्त सा कर दिया । श्री हरि आराधना मंडल के दयालाल शाल्य , जनाब शमीम भाई , रामू शंकर एवंपार्टी ने अपनी आकर्षक प्रस्तुतियां दी । कालापीपल व बरखेड़ी से पधारें श्रोताओं मे कालापीपल की एक भजनन मंडली ने भी होली गीत गाये । उनके पश्चात पं. राजेन्द्र व्यास , पं. चेतन उपाध्याय, ने अपनी प्रस्तुतियां दी । पं. चेतन जीने मंच संचालन किया । मंदिर व्यवस्थापक पं. रामचन्द्र, पं. सुरेश चंद्र, पं. शेषनारायण तिवारी, ने सभी कलाकारों को प्रतिक चिन्ह दिये , पं. हरीश तिवारी ने आभार मानते हुये सभी को धन्यवाद दिया ।

विद्वान साध्वी मधुबाला जी का वर्षावास इस वर्ष आष्टा में

आष्टा 28 मार्च (नि.प्र.)। पूज्य आचार्य श्री उमेश मूनि अणु की आज्ञानुवर्ती साध्वी प्रसिद्व प्रवचन कार श्री मधुबाला जी आदि ठाणा 3 का चातुमास इस वर्ष आष्टा में होगा श्री वर्घमान स्थानकवासी श्रावक संघ आष्टा का एक मंडल होली चातुमार्स मे खाचरौद पहुंचा अध्यक्ष लोकेन्द्र बनवट , महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमति साधना रांका के नेतृत्व में आचार्य श्री के समझ इस वर्ष उक्त साध्वी जी का चातुमार्स प्रदान करने की विनती की ।
उदार मना आचार्य श्री ने आष्टा श्रावक संघ की भावना को देखते हुए साध्वी श्री मघ बालाजी, सुनीताजी, एवं चरित्राप्रभा जी का चातुमार्स आष्टा में की घोषणा की । खाचरौद पहुंचे श्रावक प्रसन्न बनवट, शांतिलाल रांका, सुशील संचेती, अक्षत रूनवाले, चान्द मल सुराना, राजेन्द्र बनवट, नगीन डूगरवाले, रिलेश बोथरा, महेन्द्र रूनवाल, बसंत सुराना, राहुल रांका, डा. विनोद छाजेड, संतोष टांटीया, सहित लगभग 40 सदस्यों का मंडल आचार्य श्री की सेवा में खाचरौद पहुंचा था । श्री मधुबाला जी का चातुमार्स आष्टा में स्वीकृत होने पर श्वैताम्बर जैन श्री संघ में अपार उत्साह छाया है ।

शीतला सप्तमी श्रद्धा भक्ति के साथ मनाई

आष्टा 28 मार्च (नि.प्र.)। आज आष्टा में शीतल सप्तमी का त्यौहार महिलाओं ने सीतला माता की पूजन ब्रत आदि के साथ मनाया । अर्द्धरात्रि में ही नगर के सीतला माता मंदिर पर महिलाओं का पूजन के लिए आना प्रारंभ हो गया था । सुबह-सुबह सैकड़ो महिलाओं की भीड़ मंदिर पर एकत्रित हो गई उन्हें सीतला माता की पूजन के लिए अपने नम्बर आने का इंतजार करना पड़ा व अर्द्धरात्रि से शुरू हुआ पूजन का सीलसिला सुबह तक चला आज घरों में एक दिन पूर्व बनाया ठंडा भोजन ही महिलाओं ने परिवार के साथ ग्रहण किया पूजन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये थे वही म.प्र. विद्युत मंडल आष्टा के डीई श्यामलाल नरेडा ने बताया कि सीतला सप्तमी पर रात्रि में ही पूजन शुरू हो जाती है । इसलिए विद्युत सप्लाई बराबर रहे इसलिए विशेष परमिट लिया था । पूरी रात्रि में बिजली सप्लाई चालू रही ।

बैंक ग्राहकों को जमा की गई राशि ब्याज सहित मिलेगी, आश्वासन के बाद भूख हड़ताल खत्म

जावर 28 मार्च (नि.सं.)। भारतीय स्टेट बैंक जावर शाखा के जो ग्राहक केशियर शिवनानी के शिकार हुए थे कल से उन्होने अपनी राशि पाने के लिये बैंक के सामने भूख हड़ताल प्रारंभ की थी उसका असर हुआ।
आज सहायक महाप्रबंधक भोपाल का एक पत्र इन ग्राहकों के पास पहुँचा जिसमें उन्होने लिखा कि आप सभी 17 हितग्राही जिन्होने मय प्रमाण के अपने प्रकरण प्रस्तुत किये थे उन सभी को जमा की गई राशि 15 लाख 12 हजार 408 रुपये मय ब्याज के बैंक द्वारा भुगतान किया जायेगा। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इन सभी के प्रकरण स्वीकृत कर दिये गये हैं। उक्त आश्वासन मिलने के बाद आज जावर शाखा प्रबंधक राजेश कुमार करपाते ने सभी भूख हड़ताल पर बैठे ग्राहकों को जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त कराई। खबर है कि आरोपी केशियर शिवनानी को आज रिमांड अवधि खत्म होने के बाद जेल भेज दिया गया है।

सीहोर में गायत्री के हत्यारों को आजीवन कारावास

सीहोर 28 मार्च (नि.सं.)। आज विशेष न्यायाधीश महोदय सीहोन एम.के.महेन्द्रा ने आरोपी गण सुरेश आ. हेमराज खाती, देवीसिंह आ. उमरावसिंह निवासी ढाबला राय एवं कैलाश आ. नाथूराम निवासी लालाखेड़ी को गायत्री हत्याकांड में दोषी पाकर 302,302-34 भादवि. में आजीवन कारावास एवं पांच -पांच हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किया । प्रकरण अनिल शर्मा अपर लोक अभियोजक के अनुसार दि. 28.04.07 को प्रात: 8 बजे मृतिका गायत्री घर से इछावर जाने को निकली थी तभी पुरानी रंजीश को लेकर सुरेश, देवसिंह, कैलाश ने गायत्री को लोहे की टामी से गंभीर चोटें पहुंचाई जिसके कारण गायत्री की मृत्यु हो गई न्यायालय ने साक्ष्य का मूल्यांकन करने के उपरांत दोनो पक्षों की बहस सुनने के बाद आरोपी गण को दोषी पाकर आजीवन कारावास से दंडित किया प्रकरण में अभियोजन म.प्र. शासन की और से अपर लोक अभियोजक अनिल शर्मा ने पैरवी की।

गन्ने के खेत में अज्ञात लोगों ने आग लगाई, हजारो की फसल खाक

जावर 28 मार्च (नि.प्र.)। थाना क्षैत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम खेड़ी में कुछ लोगों ने मिलकर मेहतवाड़ा निवासी चन्दरसिंह के गन्ने के खेत में आग लगा दी जिससे एक एकड़ का गन्ना जल गया इसके अलावा खेत की मेढ़ पर रखे कृषि उपकरण भी जल गये एक आम के पौधो को भी नुकसान होना बताया जा रहा है । आग लगने की खबर आष्टा फायर ब्रिगेट को भी पुलिस के माध्यम से कर दी थी फायर बिग्रेड आई इसके पहले ही ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया था । मेहतवाड़ा चौकी से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की रात मेहतवाड़ा निवासी चन्दरसिंह जिनका खेत खेड़ी के जंगल में स्थित है बुधवार की रात आठ बजे अज्ञात लोगों ने गन्ने के खेत करीब एक एकड़ में आग लगा दी । जिससे पूरा गन्ना जल गया नुकसान हजारों का होना बताया जा रहा है । चौकी में पदस्थ हेड कास्टेवल सानसिंह ने बताया कि चन्दरसिंह ने चौकी में गुरूवार को आवेदन दिया है । इसकी जांच करवाई जायेगी। जांच के बाद ही आगे की कार्यवाही की जायेगी उधर चन्दरसिंह का कहना है कि मैने गन्ने के खेत में आग लगाने वालों को देखा है यह लोग दो बाइक से आये थे और आग लगाकर भाग गये इनमें एक तो कल्लू शाह, व दूसरा ईस्माईल खां दो को पहचान पाया बाकी लोग बाईक लेकर भाग गये , इन दोनो की मेरे द्वारा नामजद रिर्पोट की गई है । आग से मेरा करीब एक लाख रुपये का नुकसान हो गया है । इन लोगों द्वारा मेरे को पूर्व मे भी काफी नुकसान पहुंचा चुके है । और यह जाते-जाते यह भी धमकी दे गये की अभी तो गन्ना ही जलाया है आगे तेरे को भी जिंदा जला देगें । चन्दरसिंह ने कल्लू शाह, व ईस्माईल खां के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है ।

गरबे में आया युवक श्यामपुरा की युवती को भगाकर ले गया

आष्टा 28 मार्च (नि.प्र.)। सिध्दिकगंज थाने के अन्तर्गत आने वाले एक ग्राम श्यामपुरा टप्पा से लगभग 15-20 दिन पूर्व एक सहयोगी के सहयोग से उज्‍जैन के नीलगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक युवक जिसका नाम बंटी उर्फ हीरालाल ग्राम निनौरा इस ग्राम की एक लाबालिक लड़की को भगा ले गया था। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।
सिध्दिकगंज थाना प्रभारी एस.एन.पाण्डेय फुरसत को बताया कि 2-3 माह पूर्व श्यामपुरा में गरबा का कार्यक्रम था उक्त युवक गरबे में आया था जो डांस करता था उस वक्त इस युवक के नयन इस लड़की से लड़ गये तभी उक्त लड़की को बड़ोदिया गाडरी निवासी छोटे खां अपने यहाँ लगे टेलिफोन से बंटी से बात कराया करता था। एक दिन छोटे खां ने बंटी को आष्टा बुला लिया और इधर से छोटे खां उक्त युवती को लेकर आष्टा पहुँच गया और बकरी के साथ उक्त युवती को भगवा दिया। इधर सिध्दिकगंज में उक्त युवती के गायब होने पर गुम इंसान कायम किया गया। पुलिस खोज में जुटी और नीलगंगा थाना क्षेत्र से उक्त युवती को बरामद कर बंटी उर्फ हीरालाल को गिरफ्तार कर लिया। पाण्डे ने बताया कि छोटे खां फरार है। पुलिस ने इस मामले में धारा 363, 366, 376, 506, 34, 3-2-5 एस सी एसटी एक्ट के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

Friday, March 28, 2008

केरल में स्वयं सेवकों की हत्या के विरोध में संघ एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया

आष्टा 28 मार्च (नि.प्र.)। केरल प्रांत के कन्नूरजिले में मार्क्सवादी कम्यूनिष्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्र वादी संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 4 स्वयं सेवकों की क्रूरता पूर्वक हत्या किये जाने के विरोध में आज सभी स्थानों पर तहसील स्तरीय धरना आंदोलन कर विरोध प्रकट किया । आज आष्टा तहसील मुख्यालय में बड़ा बाजार में भी राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के स्वंय सेवकों ने धरना दिया 3 बजे से 4 बजे तक दिये उक्त धरने में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वंय सेवक भाजपा व अन्य हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया । उक्त धरना स्थल पर वरिष्ठ स्वयं सेवक जगदीश पटेल एवं दिलीप महांकाल ने केरल में घटी उक्त घटना की विस्तृत जानकारी अपने उद्बोधन में दी। यहाँ पर संचालन मनोहर साहू ने किया। तथा आभार संदीप जैन ने व्यक्त किया। आज धरना प्रदर्शन में फूलचन्द वर्मा, अतुल राय, दिलिप महाकांल, ललित नागौरी, सुशील संचेती, मुकेश बड़जात्या, जगदीश पटेल, गोपाल दास राठी, संदीप जैन, मनोहर साहू, राजेन्द्र सोलंकी, प्रवीण धाड़ीवाल, राजेश फूलवानी, कालू भटट , कैलाश बगाना, पीयूष मोटवानी, जीतमल नायक, जयंत जोशी, जितेन्द्र सोनी, महेन्द्र सुराना, रमेश मालवीय, राम भाऊदादा, आशीष सोनी, प्रहलाद पंवार, जुगल मालवीय, मनोज विश्वकर्मा, भैय्या माथूर, श्याम सिलोदिया, मदन मोहन पाठक, धरन सिंह आर्य, राजेश सोनी, दिनेश सोनी, पुष्पेन्द्र ठाकूर, सजन सिंह मेवाड़ा, शिवचरण सेन, किसन केप्टन, राजेन्द्र साहू, मुकेश मकवाना, विशाल चौरसिया, मुकेश माहेश्वरी, शिवेन्द्र सिंह छुकर, मदन राठौर मारखन कुशवाह, गब्बू कुशवाह, सुधीर जोशी, त्रिलोक बोहरा, कन्हैया गेहलोत, आनंन्द लाल सोनी, विकास चौरसिया, देवेन्द्र ठाकूर, सुरेन्द्र भाटी, आनंद जैन, आदेश शर्मा, सतीश रारावत, मेहरवान सिंह , किशोर सिंह पाटीदार आदि उपस्थित थे ।

केशियर से धोखा खाये बैंक के ग्राहकों द्वारा भूख हड़ताल प्रारंभ

जावर 27 मार्च (नि.सं.)। भारतीय स्टेट बैंक की जावर शाखा के उन ग्राहकों ने आज से बैंक के सामने भूख हड़ताल प्रारंभ कर दी जिनके रुपये बैंक के तत्कालीन केशियर एडी शिवनानी ने अपने कार्यकाल के दौरान ग्राहकों से उनके खातों के लिये जमा तो किये लेकिन खातों में जमा नहीं हुए थे। पिछले दिनों ऐसे प्रभावित ग्राहकों ने एक ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी थी कि अगर उनका भुगतान बैंक द्वारा नहीं किया गया तो वह भूख हड़ताल करेंगे तब बैंक के आर.एम. भोपाल से जावर पहुँचे और उन्होने सभी प्रभावित ग्राहकों को आश्वासन दिया था कि उन्हे उनकी राशि शीघ्र भुगतान की जायेगी लेकिन उनका आश्वासन जब पूरा नहीं हुआ तब आज से जावर स्टेट बैंक की शाखा के सामने मोहन भावसार एवं जयंत बिल्लोरे अपने 17-18 सहयोगियों के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गये। सहयोगियों के नाम रमेश पाटीदार, बृज सिंह, रमेश मालवीय, कृपाल सिंह, मांगीलाल जाट, शंकरलाल पाटीदार, श्रीमहाराज, कैलाश चंद, राम सिंह, कमल सिंह, बलवान सिंह, अजय सिंह, राम सिंह, हरनाथ सिंह, फूल सिंह, गंगाराम, मान सिंह आदि हैं।

निर्माण कार्य के लिये आया 10 क्विंटल सरिया पंचायत सचिव ने वाले-वाले बेचा

आष्टा 27 मार्च (नि.सं.)। ग्राम पंचायत अरनियागाजी के सरपंच सवाईगिर गोस्वामी ने कल अनु. अधिकारी आष्टा, थाना प्रभारी जावर एवं मु.कार्य. अधिकारी जनपद पंचायत आष्टा को लिखित में शिकायत की है कि वर्ष 07-08 में शिशु मंदिर कार्य के निर्माण हेतु लगभग 2-3 माह पूर्व पंचायत की और से 10 क्विंटल सरिया खरीदा था उक्त सरिया सचिव के घर पर सुरक्षा की दृष्टि से निर्माण कार्य शुरु होने के तक रख दिया गया था। सरपंच ने अपनी शिकायत में लिखा है कि जब अब उक्त निर्माण कार्य प्रारंभ करना है और सचिव से उक्त सरिया मंगाया तब सचिव ने बताया कि मैने उसे बेच दिया। बाद में ला दूंगा। लेकिन सचिव उस सरिये को नहीं लाया और सरपंच के पूछने पर उसके साथ गाली गलौच कर चेतावनी दी कि अगर मेरी नौकरी में हस्तक्षेप किया तो बंदूक की गोली से मार दूंगा। इतना होने के बाद सरपंच ने उक्त सचिव की शिकायत विभिन्न अधिकारियों के यहाँ की। आज इस संबंध में जब फुरसत ने तहसील कार्यालय व जावर थाने में बात की तब इन दोनो स्थानों से बताया गया कि सरपंच ने सचिव द्वारा 10 क्विंटल सरिया बेचे जाने की शिकायत की है। अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से उक्त शिकायत को अतिरिक्त तहसीलदार जावर को भेजा गया है। सरपंच ने उक्त शिकायत में स्पष्ट लिखा है कि उक्त सचिव को अगर ग्राम पंचायत से 5 दिन के अंदर नहीं हटाया तो मैं भूख हड़ताल पर बैठूंगा।

सीहोर में नगर पालिका का बजट पारित

सीहोर 27 मार्च (नि.सं.)। नपा परिषद का आगामी वर्ष के लिये बजट पास हो गया जिसमें नगर विकास, पेयजल प्रदाय व्यवस्था आदि को सर्वोपरि रखते हुए परिषद द्वारा ध्वनिमत से बजट पास किया गया। आंक ड़ो के जादू के तहत 32 करोड़ 49 लाख 68 हजार की आय और 32 करोड़ 40 लाख 60 हजार का व्यय कर 9 लाख 8 हजार का लाभ बजट में दर्शाया गया है। पालिका अध्यक्ष राकेश राय की अध्यक्षता में बैठक आज दोपहर 3 बजे शुरु हुई जिसमें अशोक सिसोदिया, दिनेश भैरवे, जितेन्द्र पटेल, मनोज गुजराती, शमीम अहमद, अर्जुन राठौर उपस्थित थे।

हास्य व्यंग्य से भरपूर समारोह में प्रदान किये गए टेपा सम्मान

सीहोर 27 मार्च (नि.सं.)। शिवना द्वारा स्थानीय नगर पालिका भवन में आयोजित टेपा सम्मेलन में शहर में नौ विशिष्ट जनों को टेपा सम्मान प्रदान किये गए । दर्शकों से खचाखच भरे सभागार में हास्य तथा व्यंग्य के अनूठे सम्मिश्रण के चलते श्रोताओं के ठहाके बंद ही नहीं हो पाए ।
शिवना द्वारा आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ नागरिक बैंक के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रेमबंधु शर्मा द्वारा पूर्व पार्षद पायल जान के चित्र पर माल्यर्पण कर तथा चिमनी प्रगावलित करके किया गया । सूत्रधार पंकज सुबीर ने टेपाओं सर्वश्री शंकरलाल जी साबू, मदन लाल जी त्यागी, राकेश राय, राजकुमार गुप्ता, कैलाश अग्रवाल, डॉ. कैलाश गुरू स्वामी, डॉ. आर सी जैन, श्रीमती रीता दुबे, सुशांत समाधिया का परचिय प्रस्तुत किया एवं संयोजक महेंद्र सिंह ठाकुर तथा सह संयोजक अनिल राय ने टेपाओं को मंचासीन करवाया एवं गोबर से बने बैज लगाए । शहर के गणमान्य नागरिकों के हाथों सभी टेपाओं को उपाधियां प्रदान की गईं । सम्मान के तहत टेपाओं को पेटीकोट धारण करवा के आकर्षक टेपा मुकुट पहना के सम्मान पत्र प्रदान किये गए । सुरेंद्र सिंह ठाकुर, अब्दुल कादिर खान, धर्मेंद्र कौशल तथा सनी गोस्वामी ने टेपाओं का मेकअप कर उनको टेपा स्वरूप में प्रदान किये । टेपाओं का सम्मान पंडित शैलेष तिवारी तथा पंडित जूनियर शर्मा के मंत्रोच्‍चार के बीच किया गया । टेपा श्रंगार सामग्री श्रीमती कांता देवी तथा श्रीमती गंगा देवी के द्वारा तैयार की गई थी। इसके बाद टेपाओं की मंगल आरती सुंकवी रमेश हठीला , डी के मालवीय, हरीओम शर्मा दाऊ, जोरावर सिंह, ब्रजेश शर्मा, भारत अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत की गई । संगत ढोलक पर नारायण सिंह द्वारा दी गई इसके बाद टेपा जज ओम मोदी के अदालत में टेपों पर जनता के टेपा बकील वसंत दासवानी ने मुकदमें चलाए । चुटीले संवादों के माध्यम से अदालत की कार्यवाही संपन्न हुई जिसमें श्रोताओं ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया । सभी टेपों पर इल्जाम लगाए गए तथा जज द्वारा विभिन्न सजाएं सुनाई गईं। लगभग एक घंटे चली टेपा अदालत का श्रोताओं ने खूब आनंद लिया । टेपा जज ओम मोदी द्वारा जनता पर की जा रही चुटकियों ने लोगें को खूब गुदगुदाया । श्रोताओं से खचाखच भरे सभागार में देर रात तक ये आयोजन चलता रहा । कार्यक्रम के अंत में पंकज सुबीर ने सभी का आभार व्यक्त किया ।

विधायक श्री सक्सेना द्वारा कराये गऐ बोर में निकला पाँच इंच पानी

सीहोर 27 मार्च (नि.सं.)। विधायक रमेश सक्सेना ने शहर में तेजी से गहराते जा रहे जलसंकट से नागरिकों को निजात दिलाने के लिये विधायक निधि से स्वीकृत किये गये 7 बोरों में से पहला बोर पूरी तरह सफल रहा। विधायक निधि से छावनी क्षेत्र में नगर पालिका स्टोर रुप के पीछे कराये गये 8 इंची बड़े बोर में पाँच इंची पानी निकला। भरपूर मात्रा में पानी निकलने पर सभी लोगों में हर्ष व्याप्त है। आज रंगपंचमी के अवसर पर इस सौगात से सभी प्रसन्न हैं।
आज रंगपंचमी के अवसर पर विधायक श्री सक्सेना ने सुबह साढ़े आठ बजे छावनी क्षेत्र में नगर पालिका स्टोर रुप के पीछे विधायक निधि से स्वीकृत किये गये बोर का भूमिपूजन कर शुभारंभ किया। इस बोर में पी.एच.ई. विभाग द्वारा पानी चैक कराया गया था। आज बुधवार से विधायक निधि से शहर में पेयजल सप्लाई के लिये बडे बोर करने का सिलसिला शुरु हो गया है। विधायक निधि से दो बडे बोर काहिरी में, दो बड़े बोर जमोनिया तालाब में, तथा तीन बोर शहर में स्वीकृत किये गये हैं। विधायक श्री सक्सेना ने पी.एच.ई. अधिकारियों को निर्देशित किया था कि पहले पानी चैक कराए उसके बाद ही बोर कराएं ताकि जनहित में भरपूर पानी मिल सके। उन्होने यह भी कहा कि पूरी खुदाई के साथ-साथ केसिंग भी लगाया जाय ताकि बोर का पानी हमेशा मिल सके। आज पी.एच.ई. विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि नगर पालिका स्टोर रुप के पीछे चैक कराए गए बोर में अच्छा पानी मिल सकता है, इस पर विधायक श्री सक्सेना ने तत्काल स्वीकृति देते हुए बोर का भूमिपूजन किया। आज शाम तक तीन सौ फिट बोर खुदाई में पाँच इंच पानी निकला है। यह खबर सुनते ही समस्त क्षेत्रवासियों में हर्ष का माहौल है। सभी ने विधायक श्री सक्सेना के प्रति हार्दिक धन्यवाद दिया है। शाम तक इस बोर की खुदाई का काम चल रहा था ताकि और अधिक पानी मिल सके। आज सुबह भूमिपूजन के अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष अशोक सिसोदिया, भाजपा मंडल अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौर, भोपाल दुग्ध संघ अध्यक्ष धरम सिंह वर्मा, समाजसेवी हरीश चन्द्र अग्रवाल, मनोहर सोनी, गोपाल सोनी, शील जैन, क्षेत्रीय पार्षद आशीष गेहलोत, गोपाल रैकवार, अनिल पारे, ओम शर्मा, पुरुषोत्तम कुईया सहित ईई पी.एच.ई. पीसी पंचरतन चन्द्रमोहन मिश्रा, तहसीलदार राजेश शाही सहित अनेक लोग प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।

मानव अधिकार आयोग ने आई.जी.से रिपोर्ट मांगी

सीहोर 27 मार्च (नि.सं.)। अधिवक्ता, पत्रकार रामनारायण ताम्रकार के साथ जिला प्रशासन द्वारा की गई दमनात्मक कार्यवाही के मामले में अब मानव अधिकार आयोग ने जांच शुरु कर दी। आयोग ने दो मामले कायम कर पुलिस महानिरीक्षक भोपाल रेंज से तीन दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिये हैं।
जिला अभिभाषक संघ संघर्ष समिति के प्रवक्ता के.यू.कुरैशी ने बताया कि संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधि मंडल अध्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र के नेतृत्व में मानव अधिकार आयोग पहुँचा था।
जहाँ संघर्ष समिति ने तथा सुमन ताम्रकार ने 10 मार्च को बस स्टेंड स्थित संस्थान पर कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह के आदेश पर सी.एम.मिश्रा, राजेश शाही, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, नरेन्द्र चौहान, राजीव सक्सेना के साथ नगर पालिका, पुलिस प्रशासन, लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने अमानवीय तरह से ताम्रकार परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट कर उनकी निजी स्वामित्व की भूमि पर बने संस्थानों, अभिभाषकीय कार्यालय को पूरी तरह ध्वस्त कर 25 लाख रुपया से अधिक की क्षति पहुँचाई। उससे सीधे-सीधे मानवीय अधिकारों का हनन हुआ है।
मानव अधिकार आयोग की एक सदस्यीय बेंच ने सम्पूर्ण मामले को सुना, अभिलेख तथा छायाचित्रों का अवलोकन कर प्रकरण प्रथम दृष्टी में गंभीर मानवीय प्रताड़ना का पाकर दर्ज करने के निर्देश दिये।
आयोग के सदस्य नारायण सिंह आजाद ने शिकायत की प्रति पुलिस महानिरीक्षक भोपाल रेंज को भेजकर निर्देशित किया कि वह दोनो मामलों में 28 मार्च तक अपनी रिपोर्ट दें। इस प्रतिनिधि मण्डल में श्री बलभद्र के अलावा वरिष्ठ सदस्य के.यू.कुरैशी, एन.पी.उपाध्याय, वी.के. श्रीवास्तव शामिल थे।

सीहोर में सीवन नदी के मोहर खोल नदी खाली कीं

सीहोर 27 मार्च । कल रंग पंचमी पर सुबह जब चद्दर पुल पर देखा गया तो वहाँ पता चला कि एक मोहरा खोल दिया गया है। जिसके कारण लबालब भरी नदी पूरी खाली हो गई। जिला प्रशासन ने भी निरीक्षण किया।

आष्टा में निकली विशाल रंगारंग गैर पूरे नगर में बरसा केशरिया रंग

आष्टा 27 मार्च (नि.सं.)। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दूर-दूर तक प्रसिध्द आष्टा नगर की रंगपंचमी का त्यौहार आष्टा में उत्साह उमंग एवं रंग गुलाल के साथ मनाया गया। आज सुबह से ही हुरियारे रंग खेलने के लिये बाजार में आ गये थे। दिन भर यार दोस्तों के साथ रंग खेला। दोपहर बाद हिन्दु उत्सव समिति के तत्वाधान में रंगारंग गैर निकली। और पूरे नगर में रंग खेलने का बुलावा दिया। 3 बजे बाद परदेशीपुरा से बड़ा रंग शुरु हुआ जो बुधवारा, गल चौराहा, गाँधी चौक, बड़ा बाजार, भवानी चौक आदि क्षेत्रों में हुरियारों की गैर पहुँची और यहाँ पर जमकर केशरिया रंग खेला गया। वहीं आज सुबह से ही नगर में हुरियारों की कपड़ा फाड़ होली भी शुरु हो गई थी जो शाम तक चरम पर पहुँच गई थी। अधिकांश हुरियारों के कपड़े फट चुके थे। सभी क्षेत्रों में हाेंली उत्सव समितियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पर्याप्त रंग, गुलाल की व्यवस्था की तथा टैंकरों में केशरिया रंग घोला गया और सभी ने मिलकर उक्त केशरिया रंग जमकर खेला।
आज नगर पालिका ने भी हमेशा की तरह हुलियारों को होली खेलने के लिये पानी की काफी अच्छी व्यवस्था की थी। बिजली विभाग की भी सराहनीय व्यवस्था रही। इस कारण सभी क्षेत्रों में पर्याप्त रुप से पानी पहुँचता रहा। रंग पंचमी पर प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से चुस्त और मुस्तैद रहा। एसडीओपी मनु व्यास, तहसीलदार बिहारी जी, सीएमओ दीपक राय अपने-अपने अधिनस्थों के साथ नगर में व्यवस्थाओं को देखते रहे। अधिकारी गण मोबाइल वाहनों में सादल बल के दिनभर पूरे नगर में घूमते नजर आये। रंगारंग गैर जब नगर में रंग खेलने निकली तो सिकंदर बाजार में साम्प्रदायिक एकता का अनूठा नजारा देखने को मिला यहाँ पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के भाईयों ने हुरियारों पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया। आज नगर में कालोनी चौराहा, अदालत रोड, इन्द्रा कालोनी, सुभाष नगर, अलीपुर, सांई कालोनी सहित नगर के अन्य क्षेत्रों में भी रंगारंग रंगपंचमी मनाई गई।

रंग पंचमी का जुलूस निकला फिर जल वितरण नहीं हुआ, हुरियारे रहे नाराज

सीहोर 27 मार्च (नि.सं.)। एक बार फिर वही हालत रही, न जल वितरण किया गया ना बिजली की व्यवस्था की गई, विधायक जी नलकूप खनन करवाते रहे और हुरियारे विद्युत के नाम आक्रोशित रहे। कस्बे के एक नेताजी के पुत्र के साथ पुलिस व प्रशासन ने विद्युत मण्डल कार्यालय पर अभद्रता करके भाजपाईयों को ठीक कर देने का अपना क्रम बरकरार रखा। पानी की भारी कमी के दौर में ही हिन्दु उत्सव समिति का जुलूस ताम-झाम के साथ निकला जिसका जोरदार स्वागत नमक चौराहा व बड़ा बाजार में हुआ।
आज हिन्दु उत्सव समिति ने का जुलूस ग्वाल टोली से प्रारंभ हुआ जहाँ भगवान राधा कृष्ण मंदिर में आरती के साथ जुलूस शुरु हुआ। यहाँ से जुलूस उठा जो कुम्हार मोहल्ला, राजोरिया मोहल्ला, आराकस मोहल्ला, कोतवाली चौराहा, गाँधी रोड, नमक चौराहा, चरखा लाईन, बड़ा बाजार, खजांची लाईन, सीहोर टाकीज चौराहा होता हुआ कस्बा पहुँचा। जुलूस में आगे-आगे घुड़सवार और फिर ऊँट सवार भी चल रहे थे जो गुलाल फेंक रहे थे। इनके पीछे चार टैंकर शामिल थे। कोतवाली चौराहे पर विधायक रमेश सक्सेना व जसपाल अरोरा समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया, इसके बाद नमक चौराहे पर संतरों से जोरदार स्वागत किया गया, यहाँ हुरियारों को संतरे बांटे गये। बड़ा बाजार में पानी के पाउच बांटकर स्वागत किया गया। आज भी रंगपंचमी पर पेयजल की अव्यवस्था रही। जल वितरण किया ही नहीं गया, थोड़े बहुत ना के बराबर टैंकर चले, हर एक चौराहे पर जहाँ हुरियारों ने खर्च कर अपने टैंकर डलवाये बस वहीं होली मन सकी। इसी प्रकार सुबह से ही विद्युत काट दी गई थी जिससे हुरियारे होली के गीत नहीं बजा सके और ना ही नाच सके। इस पर भी प्रशासन की दादागिरी यह थी कि जब विद्युत मण्डल पर कस्बे के कुछ युवक एक भाजपा नेता के पुत्र के नेतृत्व में पहुँचे तो वहाँ सीधे आव देखा ना ताव पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया, एक युवक को सीधे चांटा भी मारा गया बल्कि इन्हे कोतवाली में भी बैठा लिया गया। भाजपा नेताओं की लगातार हो रही दुर्गति का यह और वलंत उदाहरण बन गया। खबर यह भी है कि जब जुलूस कस्बा पहुँचा तो वहाँ तिलक पार्क पर युवकों ने जुलूस तभी आगे बढ़ने की बात कही जब एसडीएम आकर माफी मांगे इस पर उन्हे समझा बुझाकर किसी तरह जुलूस आगे बढ़ाया गया। आज विधायक जी द्वारा मामले में कुछ हस्तक्षेप कर किसी तरह कोतवाली से बैठे हुरियारों को छुड़वाने की भी खबर है।

Wednesday, March 26, 2008

दो दिन में दो भाजपा नेताओं को एसडीएम ने सरेआम फटकार लगाई

भाजपा नेताओं के साथ हुई घटनाएं चौराहों पर हास्य का कारण बनीं....
सीहोर 25 मार्च (नि.सं.)। भारतीय जनता पार्टी की सत्ता होने का मतलब ही यह है कि बेचारे भाजपा कार्यकर्ताओं की कहीं कोई सुनने वाला नहीं रहता, बल्कि कथित पदाधिकारियों को भी कोई अधिकारी घांस नहीं डालता। उल्टे उन्हे झिड़क अलग देता है। फिर भले ही भाजपा संगठन के कोई भी पद पर वह आसीन होकर खुद को बड़ा नेता बताता फिरे अधिकारी तो इन दिनों ऐसे नेताओं की सरेआम धूल बिखेर दे रहे हैं। अब वो कहे तो किससे कहें। पानी को लेकर भाजपा के ऐसे दो बड़े नेताओं को प्रशासन के अधिकारी ने अच्छी तरह जबाव देकर रवाना कर दिया है जिसके किस्से नगर के हर एक चौराहे पर चटकारे ले-लेकर लोग एक दूसरे को सुना रहे हैं कि किसके साथ कैसा व्यवहार हुआ। अब ये सत्ता वाले नेता करें तो क्या करें।
जिला प्रशासन के अधिकारियों की दमखम के आगे भाजपा के अनेक नेताओं ने घुटने पहले ही टेक दिये थे अब कई छोटे-मोटे नेता गण भी जो उचक रहे थे उनकी कथित दमखम भी उजागर हो गई है। पिछले तीन-चार दिनों में भाजपा के दो-तीन नेताओं को प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने सार्वजनिक रुप से लताड़ पिलाई, अपने ढंग से समझाईश दी। एक नेताजी जी की हालत ही पतली कर दी, बेचारे अभी तक किसी से कुछ कह सुन नहीं पा रहे हैं तीन दिन से घर में ही हैं शायद कल रंगपंचमी पर किसी तरह बाहर निकलें।
हुआ यह कि कल भाजपा की जिला कार्यसमिति में पदस्थ भाजपा के युवा नेता और जनआंदोलनों में सदैव आगे रहने वाले, कांग्रेस शासनकाल में विद्युत के लिये आये दिन आंदोलन करने यहाँ तक की जनता के लिये डंडे तक खा लेने वाले युवा तुर्क नेता की भाजपा शासन में क्या स्थिति हो गई यह सुनकर-देखकर लोग हतप्रभ हो रहे हैं। गंज के यह नेताजी परसो जब होली के समय पेयजल वितरण नहीं हो रहा था, प्रशासन दूसरे दिन की होली के दिन जब पानी के टैंकर से पानी नहीं भेज रहा था तो गंज के नेताजी अपने हुरियारे साथियों व आक्रोशित जनता का नेतृत्व करते हुए बाल विहार मैदान स्थित टंकी पर पहुँच गये। यहाँ नारेबाजी हुई, पहले नगर पालिका अधिकारी के खिलाफ फिर सबके खिलाफ नारे लगे। लेकिन यह क्या इतने में ही जिला प्रशासन के अधिकारी आ गये....और....और क्या लिखा जाये, प्रशासन के अधिकारी ने उस ढंग से इन नेताजी को ठीक किया कि सुनने वाले को विश्वास ही नहीं होता। अच्छी तरह से इन्हे समझाईश दे डाली, अपने कार्यप्रणाली के उदाहरण भी अधिकारी ने देते हुए बता दिया कि बच गये हो तो बचे रहो यही खैर है। अधिकारी ने खुलकर भाजपाई निकाल देने की बात भी कह डाली, नेताजी अपने समर्थकों के साथ थे, लेकिन चुप रहे।
लेकिन यह खबर नगर में आग की तरह फैल गई, हर एक भाजपा कार्यकर्ता और छोटे-मोटे पदों के पदाधिकारी उबल-उबल जाने को उतावले हो गये लेकिन गंज वाले नेताजी ने ऐसी चुप्पी साधी की वो कहीं नजर ही नहीं आ रहे हैं।
आज भाजपा की एक महिला नेत्री भी जल अव्यवस्था को लेकर ज्ञापन देने पहुँची। कलेक्टर द्वार पर जब यह अपनी महिला कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी थीं, एक नेताजी के समझाने पर इन्होने दूरभाष पर एसडीएम को यह कहा कि हम ज्ञापन देने आये हैं हमारे कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद हैं आप कहाँ हैं ? एसडीएम यहाँ आये तो संख्या देखकर विफर गये। उन्होने आव देखा ना ताव सीधे-सीधे भाजपा नेत्री से बोले कहाँ आपकी जनता ? कितनी महिला हो आप ? मालूम है मैं कितने महत्वपूर्ण काम लगा हूँ, आप लोग जबरन परेशान कर रहे हो, और पूरे गुस्से में उन्होने ज्ञापन लिया और लेकर चले गये। महिला नेत्री नीचे मुँह करके चुपचाप आ गईं....।

7 बड़े बोर करने के लिए विधायक श्री सक्सेना ने दिए साढ़े चार लाख रु. कलेक्टर से चर्चा के बाद सभी काम रोक कर दी पेयजल के लिए स्वीकृति

सीहोर 25 मार्च (नि.सं.)। विधायक रमेश सक्सेना ने शहर में तेजी से गहराते जा रहे जलसंकट से नागरिकों को निजात दिलाने के लिए विधायक निधि से पूर्व से स्वीकृत कई काम रोक कर 7 बड़े 8 इंची हाइड्रोलिक बोर कर पेयजल सप्लाई करने हेतू साढ़े चार लाख रुपये की राशि प्रदान की है । विधायक श्री सक्सेना ने यह बोर एक-दो दिन के भीतर ही कराने का निश्चय किया है ताकि शीध्रतिशीध्र आम नागरिकों को पेयजल उपलब्ध हो सके ।
उल्लेखनीय है कि शहर में पेयजल संकट से निपटने के लिए विधायक श्री सक्सेना ने प्रदेश सरकार से साठ लाख रुपये की मंजूरी करा दी है । जिसमें से दस लाख रुपए जिला प्रशासन को मिल गए हैं और प्रशासन ने पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में काम शुरू कर दिया है । विधायक श्री सक्सेना ने आगामी अप्रैल माह में विधायक निधि आते ही टैंकर खरीदने और बड़े बोर करने के लिए राशि देने की बात कही थी, लेकिन शहर में पेयजल संकट तेजी से गहरा रहा है और आम नागरिक पीने के पानी के लिए अत्यधिक परेशान हो रहे हैं । नागरिकों ने विधायक श्री सक्सेना से तत्काल व्यवस्था करने की मांग की जिस पर विधायक श्री सक्सेना ने कलेक्टर से चर्चा कर जनहित में विधायक निधि से स्वीकृत कामों को रोक कर उस राशि से बड़े बोर कराए जाने की बात की, जिस पर कलेक्टर ने सहमति जताई ।
विधायक श्री सक्सेना ने जो 7 बड़े बोर विधायक निधि से स्वीकृत किए हैं, उनमें से दो बड़े 8 इंची हाईड्रोलिक बोर काहिरीजदीद पर किए जाएंगे जिससे शहर में पेयजल सप्लाई हो सकेगी, दो बड़े बोर जमोनिया तालाब पर स्वीकृत किए गए हैं जिससे जमोनिया से पाईप लाईन के जरिए शुद्व पेयजल सप्लाई हो सकेगा । अभी जमोनिया से जो पानी आ रहा है वह अशुद्व है और केवल निस्तार के काम के लिए हैं । व एक बड़ा बोर गंज क्षैत्र में पानी की टंकी के पास किया जाएगा जिससे गंज क्षैत्र में पानी की सप्लाई हो सकेगी । एक बड़ा बोर मंडी पानी की टंकी के पास किया जाएगा जिससे मंडी क्षैत्र के नागरिकों को लाभ होगा और एक बड़ा बोर कस्बा क्षैत्र मे स्वीकृत किया गया है, जो कस्बा निजामत से बाजार तक पानी चैक कर लगाया जाएगा । इन सभी बोर को करने के लिए राशि पीएचई विभाग को उपलब्ध कराई गई है । विधायक श्री सक्सेना ने पीएचई अधिकारियों को ताकीद की है कि पेयजल का भरपूर स्त्रोत जांच कराने के बाद बोर करांए जाए और यह काम अतिशीध्र पूरा किया जाए जिससे नागरिकों को पीने का पानी मिल सके । विधायक श्री रमेश सक्सेना ने पुन: कहा है कि आम जनता को पेयजल उपलब्ध कराना हमारी जवाबदारी है, नागरिकों ने जो आर्शीवाद देकर जो विश्वास हम पर किया है, उस पर जनता का सेवक होने के नाते खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे । पेयजल उपलब्ध कराने को पूरा प्रशासन का अमला जुटा हुआ है , आम नागरिक परेशान न हो और घबराएं नही, धैर्य और संयम बनाए रखें । उन्होंने कहा कि पेयजल उपलब्ध कराना पहली प्राथमिकता है इसलिए सबसे पहले आम नागरिकों को पूरे संसाधनों का उपयोग कर पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा ।

पानी बरसा गेहूं चने को नुकसान

आष्टा 25 मार्च (नि.प्र.)। कल आष्टा जावर महेतवाड़ा किलेरामा व अन्य क्षैत्रों मे बरसात होने से किसानों के चेहरों पर चिन्ता की लकीरे नजर आ रही है । सोयाबीन पर इल्ली, ठंड से चना खराब होने के दुख से दुखी किसान को अब मावठे से गेहूं की फसल को नुकसान की चिन्ता ने घेर लिया है। आष्टा में तो पानी हल्का गिरा लेकिन जावर, महेतवाड़ा, किलेरामा व अन्य क्षैत्रो में 20 से 30 मिनिट बरसात होने से खेतो में कटा पड़ा गेहूं चना और खलो में पड़ा गेहूं चने को नुकसान का अनुमान है। किसानों का कहना है कि उक्त बरसात से गेहूं की चमक खराब होने की आशंका है अगर ऐसा होता है तो भाव गिरे हुए मिलेगें। जिले के अमलाह क्षैंत्र मे तो लगभग 1 घंटे जमकर बरसात होने की खबर है ।

राकेश राय को पार्टी में शामिल करने पर कैलाश परमार ने सुरेश पचौरी के खिलाफ मोर्चा खोला


आष्टा 25 मार्च (हो.सं.)। सीहोर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार के लगता है अब पर निकल आये है एक समय था जब वे अपने आका केन्द्रिय मंत्री सुरेश पचौरी के सामने जाने से भी डरते थे आज उनकी बदौलत एक बार नही दो बार न.पा. अध्यक्ष का टिकिट फिर जिला कांग्रेस अध्यक्ष का पद पाने के बाद अब वह पचौरी के खिलाफ ही मोर्चा खोल रहे हैं। परमार पचौरी के निर्णय का खुलकर विरोध करने लगे है ।
किस्सा यूं है कि सुरेश पचौरी जिन्हें दस जनपथ से प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया उसके बाद पचौरी ने पूरे प्रदेश मे जब निगाह धुमाई तो चारों और उन्हें अंधकार ही अंधकार नजर आया क्योंकि जनता और कार्यकर्ताओं से कभी उनका जमीनी साथ रहा ही नहीं ऐसे में जब उन्हें प्रदेश की बागडोर सौंपी गई तो अब क्या करें प्रदेश में आये घूमे-फिरे तो उन्हें चारण-भाट की जरूरत तो पड़ती ही थी क्योंकि वे ही उनके गुणगान करेंगे । जब देखा की उनके नाम की घोषणा होते ही चारों और विरोध के स्वर उठने लगे है । तो ऐसे में उन्होंने अपने समर्थकों की जाग्रती (पुन: पार्टी में शामिल करने की मुहिम)चलाई । जब उनकी निगाह सीहोर पहुंची तो पाया उनका पंखे वाला समर्थक राकेश राय पार्टी से निष्कासित पड़ा है तत्काल कैलाश परमार को खबर की कि जिला कांग्रेस से प्रस्ताव भेजे की राकेश राय को पुन: पार्टी में शामिल किया जाये । खबर आते ही कैलाश परमार ने अपने राजनीति के अनुभवी खिलाड़ी विजय देशलहरा, सुरेश पालीवाल, द्वारका सोनी, प्रदीप प्रगति, आदि को किलेरामा बुलाया और मंत्रणा की परमार की इस चौकड़ी ने एक स्वर में अपने राजनीति के लम्बे अनुभव को आगे करते हुए कहा कि भाई साहब क्या कर रहे है प्रस्ताव मत भेज देना ये राकेश राय आष्टा के प्रेमराय मामा के भांजे है । मामा ने अपने को कितना परेशान किया है मामा का बदला अपन मामा से तो नहीं ले सकते क्योंकि अपन को भी यहीं रहना है और फिर मामा के पास ऐसा ठेका है जिसके आगे सब नतमस्तक हैं अपन को मामा के बदले बदला भांजे से लेना है । इसलिए प्रस्ताव मत भेजों उन्हें बाहर ही रहने दो कल से अगर आप सीहोर से चुनाव लड़े तो परेशानी आयेगी राकेश राय की न.पा. अध्यक्ष के रूप में जो मट्टी पलीत हो रही है उसका पूरा फायदा अपन को विधानसभा के चुनाव में मिलेगा ।
अनुभवों की चौकड़ी की राय परमार के गले उतर आई और प्रस्ताव नहीं भेजा लेकिन जब पचौरी सीहोर रैली में आये तो उन्होंने मंच से राकेश राय को पुन: पार्टी में शामिल करने की घोषणा कर उनका स्वागत कर दिया । बस फिर क्या था परमार ने इसी दिन से पचौरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और राष्ट्रीय अध्यक्ष को पचौरी की शिकायत कर डाली अब परमार ने पूरा मन बना लिया है कि वे राकेश राय को कांग्रेस मेें आने के बाद भी घांस नहीं डालेंगे उल्टा पूरा प्रयास करेंगे कि वे न.पा.अध्यक्ष के रूप में जनता के रोष का शिकार बने और इसके लिए सीहोर में उत्पन्न गंभीर जल संकट का समय परमार ने चुना है । खबर है कि सीहोर में उत्पन्न जल संकट को देखते हुए जल उपयोगिता समिति के निर्णय के बाद रामपुरा डेम से सीहोर के लिए पानी छोड़ा उस पानी को परमार जैसे भी हो बंद करवाने में जुटे हैं। इसके लिए उन्होंने गुप्त चर्चा भी कहीं की है। उन्होंने तर्क दिया है कि आष्टा के लिए जब उक्त पानी सुरक्षित है तो उसे सीहोर क्यों भेजा जा रहा है। सीहोर रामपुरा डेम के कमान्ड क्षैत्र में आता ही नही है । आष्टा के लिए भी डेम से जब पानी छोड़ा जाता है जब न.पा. सिंचाई विभाग को चैक देती है सीहोर न.पा. ने जब पैसे जमा ही नही कराये तो पानी क्यों छोड़ा गया है । वही परमार ने सीहोर न.पा. के कुछ पार्षदों के कंधों पर हाथ रख दिया है। जो राकेश राय के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं जब यह हीन हरकत प्रेमराय मामा को ज्ञात हुई तो उन्होंने कसम खा ली है कि परमार को आष्टा में इसके बदले वे जब भी मौका मिलेगा सबक सिखायेंगे । वहीं प्रस्ताव नही भेजने पर पचौरी -परमार में ठन गई है । देखना है यह उठा विवाद क्या रंग लाता है । मामा ने कह दिया है छोडूंगा नहीं ।
काला है कोट हमारा
राजमल धारवां : हम हैं राही प्यार के
ए.के.कुरैशी : बेटे ने चिंता कम कर दी
नगीन जैन : महिला मोर्चा भी देखता हूँ
भेरु सिंह ठाकुर : थोड़ी-थोड़ी पिया करो
सत्यनारायण शर्मा : अब आराम भी करो
विजेन्द्र सिंह ठाकुर : मैं ही अध्यक्ष हूँ
निर्मल रांका : मेरा पप्पु पास हो गया
मोर सिंह मेवाड़ा : धका रहे हैं
कांतिलाल जोशी : फंसते रहते हैं
सुरेन्द्र परमार : उभरता हीरो
महेन्द्र भूतिया : शेयर का भूत
ताज मोहम्मद : पना मंगा दूंगा
शमीम जहीरी : सलाम नमस्ते
श्रीराम प्रेमचंदानी : अलविदा

व्यापारियों के ठेकेदार

राजेश मित्तल : सबसे बात हो गई है
नवनीत संचेती : मुझे अतिथि क्यों नहीं बनाया
विनय आर्य : क्यों कहा मिली
संजय सोनी बंटु : रिपिट हुए
हंस कुमार वर्मा : बात हो गई है
कैलाश जैन : अलीपुर का हिन्दु
अशोक शीतल : धक्का क्यों दिया था
अरुण खंडेलवाल : घुमक्कड़
संतोष सुराणा : अब तो सुधर जा
मनोहर भोजवानी : पानी वाले बाबा
रमेश चौरसिया : बड़ी कलर टी.वी.
प्रवीण धाड़ीवाल : मैं चुप रहूंगा
सतीश नावेल्टी : ईसान कोण में
अशोक देशलहरा : मेरी आवाज सुनो
पारसमल सिंघवी : प्रतिष्ठा हो गई

वार्डों के दरोगा

श्रीमति लक्ष्मी मेवाड़ा : बेटे के भरोसे
कमलेश जैन : खाये जाओ खाये जाओ प्रभु के
सलीम भाई : जो दे उसका भी भला जो ना दे
शहजाद बी : कहाँ करना है हस्ताक्षर
रासीदा बेगम : मैं तो प्रेम दिवानी मेरा दर्द ना जाने कोई
हुसैन शाह : हुं (सेन) अर्थात....
आनन्द जैन : दोस्तों के चक्कर में
अंजीज अंसारी : विकास मंच की आड़ में
राजू जैन : हम्माल
सिस्टर मेहमूदा कुरैशी : अब ठीक हूँ
जगदीश खत्री : ...मैं बारुद मत फूंक
मंगला सोनी : यही है राईट च्वाईस बेबी
मदन लाल भूतिया : मेरा बेटा नोटरी बन जाये
सुनीता मालवीय : मेरा बाबु छैल छबिला मैं तो...
रवि सोनी : जिला बदर
मखमल डुमाने : थोड़ा स्टेण्डर्ड तो सुधारो
माखन कुशवाह : समाज का दरोगा
रसीद पठान : कंट्रोल की मेहरबानी

कलम के दुश्मन

कामरेड मंजूद खां : हमें तो नवाब ने मारा
सैयद नवाब अली : बुरे दिन शुरु हुए
रामचरण सोनी : खबर छापना मना है
सुधीर पाठक : विज्ञापन के चक्कर में
नरेन्द्र गंगवाल : दफीने के लिये खुदाई
अ.रऊपलाला : पंजाबी चैनल
बाबु पांचाल : अब किसके कंधे पर रखा है
अबरार अली : नकलची
दिनेश माथुर : छापने के बाद पढ़वाता भी हूं
सुरेन्द्र पोरवाल : नौ दिन चले अढ़ाई कोस
राकेश बैरागी : फोटो ग्राफी में डाक्टरी
रघुवर दयाल गोहिया : घाटे वाले बाबा
बहादुर सिंह ठाकुर जावर : यहाँ के हम हैं पत्रकार

सरकार के एजेंट

जी.व्ही.रश्मि एसडीएम : मोहे पिया की याद सताए
तूफान सिंह अहिरवान एसडीएम : नाम के तूफान
मनु व्यास एसडीओपी : चिकना घड़ा
बिहारी सिंह तहसीलदार : बाबुजी जरा धीरे चलना
दीपक राय (सीएमओ) : हिस्से का झगड़ा
अतीक अहमद खान टीआई.: पहले सबकुछ समझ लेना
एच.एल.वर्मा सीईओ : रोजगार की ग्यारंटी
सी.एन.गुजराती वीईओ : चुपके-चुपके
छोटू खान मंडी सचिव : पैरोल पर आया हूँ
श्री मांझी (लो.निर्माण वि.): गरीब विभाग का मालिक
राहुल शर्मा सीएमओ जावर : मिल बांट कर खायेंगे
बी.के.उपाध्याय टीआई जावर : विधायक से दोस्ती महंगी पड़ी

आष्टा के अनाड़ी

रघुनाथ मालवीय : घड़ा भरा गया है
रंजीत सिंह गुणवान : इस बार उम्मीद है
अनोखीलाल खंडेलवाल : बज गये बाजे
कैलाश परमार : खर्चे बढ़े...कमीशन बढ़ाया
देवी सिंह परमार : मार्केटिंग का सपना
राकेश सुराना : बेचना हो तो बताना
प्रेम बाई ठाकुर : ओ मिट्ठु मियां आज मैं...
विजया बनवट : गैस की गाड़ी
शेषनारायण मुकाती : दोस्त चुनाव में चूना लगा गया
प्रेम राय मामा : तारे जमीं पर
ललित नागौरी : से मारुती जो आई है खूब.... खाई है
अशोक राठौर : राजनीति से लुप्त
राजा पारख : होली का हीरो
ललित अग्रवाल : पाला पड़ गया है
प्रमोद सुराना : घर वालों को तो छोड़ दो
विजय देशलहरा : बाम्बे टू गोवा
कैलाश टेलर दादू : अब नी बनु घीसू
कृपाल सिंह ठाकुर : कांटा साफ हुआ
मुकेश बड़जात्या : बोलने वाली मशीन
अशोक कासलीवाल : दुखी हूँ
संतोष झंवर : फुस्सी बम
बापूलाल मालवीय : उधारी की दुकान
राजमल सेठी : उतार पे
मिर्जा बशीर बेग : हो किसके साथ
मिर्जा हबीब बेग : बेटे ने बदनाम कर दिया
प्रदीप प्रगति : चलता फिरता टेलिफोन
अनुप जैन कचरु : देने लेने से ही काम चलता है
उमेश शर्मा (हिउस) : हिसाब में कमजोर
सुरेश पालीवाल : गुरुजी ने कहा है मकान मत बनाना
प्रेमनारायण शर्मा : स्कूल भी चलाना है
अतुल राय संघवाले : लगे रहो मुन्नाभाई
नोशे खान मुविमंच : किसके इसारे पे
रतन सिंह ठाकुर : एजेंट
विनित सिंगी : सबकी निगाह है
राय सिंह मेवाड़ा : संभल के
धरम सिंह आर्य : कागजी घोड़ा
बाबुलाल पटेल जावर : सपना जो हो ना सका पूरा
राकेश सिंह सेंधव : थोड़ी-थोड़ी.....करो
श्रीमति चंदा बोहरा : वकील साहब के भरोसे
श्रीमति प्रतिभा नागर : हिन्दी कमजोर है

मंडी के मजदूर

जमना प्रसाद राठौर : च्यवनप्राश खा रहे हैं
छीतरमल जैन : जहाँ मिल बैठे तीन यार मैं तू और
द्वारका प्रसाद खंडेलवाल: सबको दूंगा
मांगीलाल साहू : मैं मांगी+लाल=....नहीं हूँ
दिलीप सुराना : भैया चैक मत लगाना
हुकम वोहरा : हंसते रहो गम भुलाते रहो
रुपचंद रांका : 5-5 करके दूंगा
पुखराज वोहरा : गर्दीश में
दीपक सेठी : हवा हुए वो दिन....
राजू बनवट : मंडी का खवास
सुमत जैन : छड़ीदार
रविन्द्र रांका : नोट गिनने की मशीन
डॉ राजेन्द्र जैन : भाई के भरोसे
दीपक जायसवाल : मामा के भरोसे
सुशील रांका : घर के वकील साहब मंडी के कर्णधार
श्रीमति हंसुबाई ठाकुर : नाम का अध्यक्ष
बाबुलाल मालवीय : पीना पिलाना हराम है
सोहेल मिर्जा : घर का भेदी
बहादुर सिंह ठाकुर : बयाना ले लिया था
कुमेर सिंह ठाकुर : कमीशन बराबर बांटो
दशरथ सिंह राजपूत : खायेंगे नहीं तो ढोल देंगे

यमराम के यमदूत


डॉ रामचन्द्र गुप्ता : मुझे मेरी बीबी से बचाओ...
डॉ हीरा दलोद्रिया : रास्ता बंद करके ही दम लूंगा
डॉ के.के.चतुर्वेदी : ना काहु से दोस्ती ना काहू से बैर
डॉ एच.व्ही. बड़गैया : फर्जी डाक्टरों के सरगना
डॉ ए.के.जैन : बच्चों में बच्चे
डॉ जी.डी.सोनी : टूटे तो जोडूं
डॉ अर्चना सोनी : आपरेशन चालू हैं
डॉ प्रवीर गुप्ता : ग्राहकी बढ़ गई है
डॉ एम.एच.अंसारी : हज सफल रहा
डॉ मुकेश इन्दौरिया : चंदे वालों से परेशान
डॉ सीमा इन्दौरिया : चंदे वालों से परेशान
डॉ बलराम झरबड़े : नौकरानी से परेशान
डॉ मीनाक्षी झरबड़े : नौकरानी से परेशान
डॉ मिनल सिंगी : ये आग कब बुझेगी
डॉ अशोक विद्यार्थी : सब ठीक है
डॉ माधवी राय : पति का पेहरा
डॉ शोएब नागौरी : जुम्मापुरा से बाहर निकलो
डॉ असलम : बुलाऊं क्या ?

खंडेलवाल ने कहा मुझे नहीं मालूम गोविंद जाने

आष्टा 25 मार्च (हो.प्र.)। राजनीति में लगातार अपने ही कर्मो से गिरते सेंसेक्स के कारण भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अनोखीलाल खंडेलवाल इन दिनों जैसे ही कोई राजनीति चुनाव या टिकिट की बात करता है तो वे कपड़े फाड़ने लगते हैं और उन्हें केवल एक ही जवाब वे देते सुने गये है कि मुझे नहीं मालूम गोविन्द जाने आखिर वे ऐसे कैसे हो गये । बेटा जैसे-तैसे गोविंद जाने के माध्यम से अपना और खुद का सेंसेक्स बढाने के लिए हर वर्ष जुटा रहता है और पिता उसके इस ठोस प्रयास पर पानी फेर देते हैं। जब एक बार किसी ने उनसे केवल इतना पूछ लिया कि भाई साहब टिकिट किसे दिला रहे हो उन्हें मालूम है कि अब टिकिट बांटने का उनका समय खत्म हो गया है फिर भी जब उसने पूछ ही लिया तो अपनी स्थिति छुपाते हुए कह दिया गोविन्द जाने सामने वाला ज्यादा समझदार था जवाब दे गया जब सब गोविंद जाने के भरोसे है तो सब कुछ छोड़ो और श्रीनाथ जी की हवेली में गोविंद जपो तब खंडेलवाल ने कहा भैय्या वो ही तो कर रहे हैं। आजकल राजनीति से कोसों दूर चले गये, खंडेलवाल आष्टा में एक नया हिन्दू संगठन खड़ा करने में जुटे हैं। जिसका नाम किला मंदिर की प्रतिष्ठा में घोषित भी कर दिया है अब वे इस संगठन के लिए जीतमल, महेन्द्र जैसे सहयोगियों की तलाश में है ताकि उसकी कार्य समिति घोषित कर सके । खंडेलवाल पुत्र बन्टी (विजय) और बबली नाराज है उनका मानना है कि नई दुकान खोलना आसान है उसे चलाना मुश्किल है ....

रंजीत सिंह ने कहा मेरे दरवाजे सबके लिए खुले


आष्टा 25 मार्च (हो.सं.)। पिछले चुनाव में टिकिट कटने के बाद से दर-दर भटक रहे पूर्व विधायक रंजीतसिंह गुणवान ने एक विज्ञप्ति जारीकर कहा कि जैसे बिन पानी के मछली तड़ पती है वैसे ही मे चार साल से तड़प रहा हूं । अब पुन:चुनाव का सीजन आ गया है । मै पुन: चुनाव लड़ने को इच्छुक हूं । जो भी पार्टी मुझे चुनाव लड़ाना चाहती हो वो मुझसे संपर्क कर सकती है । अभी सभी के लिए मेरे दरवाजे खुले है वैसे मेरी प्राथमिकता में भाजपा, भाजश और बसपा है । 10 साल का पूरा अनुभव मेरे साथ है । खबर है कि कई पार्टियां रंजीतसिंह के सम्पर्क में है लेकिन कुछ पार्टियों ने स्पष्ट कहा है कि पहले तुम अभी तक जिनके साथ बैठते- उठते हो उनका साथ छोड़ो तब आगे बात बढ़ेगी । खबर है कि गुणवान इसके लिए तैयार भी हो गये है लेकिन उनका कहना है कि देवीसिंह परमार को मै साथ रखूंगा इसके लिए एक पार्टी तैयार हो गई दो तैयार नहीं है। वही रंजीतसिंह जिन्हें 4 साल पहले चुनाव में टिकिट मिल गया था तब उन्होनें कुछ प्रचार सामग्री छपवा ली थी लेकिन एक वक्त पर जब टिकिट कट गया था तब से उक्त सामग्री रखी है । उस सामग्री को ठीकठाक कराने में गुणवान जुट गये हैं। तथा पार्टी का नाम एवं चुनाव चिन्हकी जगह छोड़ दी है जब इसका तय हो जायेगा तो उस स्थान पर पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह लिख लिया जायेगा । देखना है गुणवान को किस पार्टी का टिकिट मिलता है। वैसे उन्हें भाजपा में आजकल सक्रिय देखा जा रहा है।

जॉवकार्ड नही बनाने पर जनपद अध्यक्ष ने सोनिया गांधी को शिकायत की

आष्टा 25 मार्च (हो.सं.) । जब से कांग्रेस नेता रतनसिंह ठाकूर जिला सहकारी केन्द्रिय बैंक सीहोर के अध्यक्ष पद से हटे है तभी से आज तक वे वेरोजगार घुम रहे है । ऐसे में केन्द्र सरकार द्वारा बेरोजगार के लिए 1 अप्रैल,08 से देश के सभी जिलो में ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना लागू की जाने की घोषणा की है तभी से श्री ठाकूर का पूरा चेहरा होली में लगी लाल रूप की तरह लालम-लाल है और वे इस योजना का पूरा लाभ अपने पूरे परिवार को मिले इस कार्य में जुट गये है । लेकिन भाजपा के नेताओं क ो यह रास नही आ रहा है कि बेरोजगार ठाकूर पुन: रोजगार से लगे इसके लिए उन्होंने रोड़ा अटकाना शुरू कर दिये है। इस योजना का लाभ ग्रामीण क्षैत्र के बेरोजगारों को मिलेगा उसके तहत सभी के जांब कार्ड फोटो सहित बनाये जा रहे है। भाजपा ने जांव कार्ड बनाने के ठेकेदार को बुलाकर बता दिया है कि अगर तूने ठाकूर का या उनके परिवार का जांब कार्ड बनाया तो ध्यान रखना तेरा बड़ा कार्ड बना दिया जायेगा । ठाकूर साहब को रोजगार गारन्टी योजना के रूप में एक आशा की किरण दिखी थी उस पर पानी फेरते देख उन्होंने अपनी शिकायत अपनी पत्नि जनपद अध्यक्ष श्रीमति प्रेमबाई ठाकूर को लिखित में की है प्रेमबाई ने इसकी शिकायत कलेक्टर को भेजी है और उसकी एक प्रति सोनिया गांधी को भी भेजी है । ज्ञात रहे कि कलेक्टर सीहोर को शिकायत मिली तो उन्होंने अपने यस मेन नेता कम पत्रकार राजकुमार गुप्ता से कहा कि यार गुप्ता यह अच्छी बात नही है एक बेरोजगार को अगर रोजगार मिल रहा है तो इससे तुम्हारी भाजपा को पेट दर्द क्यों हो रहा है । फिर गुप्ता ने भाजपा के स्थानीय नेता संतोष झंवर से इस संबंध में बात की है कि रतनसिंह ठाकूर का जांब कार्ड बनने में वे रोड़ा ना डाले कलेक्टर साहब नाराज है उनका कहना है कि आष्टा में कई भाजपा के नेता थाने , तहसील, बिजलीघर, वन विभाग, खाध्य विभाग आदि जगहों पर रोजगार से लगे क्या हमने कभी एक्शन लिया नही तो फिर ठाकूर को क्यों परेशान कर रहे हो । झंवर ने गुप्ता को बताया की उनके परिवार से एक सदस्य जनपद अध्यक्ष रोजगार से लगी है क्या हमने कभी उनकी शिकायत की भाजपा में एक व्यक्ति एक रोजगार का सिद्वांत है । इसके तहत ही हम चल रहे है । अब खबर है कि रतनसिंह ठाकूर ने वरिष्ठ इंका नेता अरविंद गुप्ता का सहारा लेकर अपना जांबकार्ड बनवाने के लिए राजा साहब के पास दिल्ली भेजा है देखना है बेरोजगार रतनसिंह ठाकूर को रोजगार के लिए जांब कार्ड कब तक बनता है । फिलहाल वे भी अपने छोटे भाई के यहां दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्यरत है।

Tuesday, March 25, 2008

दहेज लोभियों के खिलाफ मामला दर्ज

इछावर 25 मार्च (नि.प्र.)। ससुराल वालो द्वारा दहेज की मांग को लेकर दी जाने वाली प्रताड़ना से तंग आकर एक विवाहिता ने थाना इछावर में रिर्पोट दर्ज कराई है । प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम आमला नवाबाद निवासी शीलाबाई पुत्री देवकरण नाई 22 साल का विवाह करीब 6-7 पूर्व श्यामपुरा टप्पा निवासी मानसिंह के साथ हुआ था । बताया जाता है कि 11 मार्च को शीलाबाई के पति मानसिंह ने दहेज और अन्य बातों को लेकर प्रताड़ित किया जिसमें उसकी सास सुगनबाई, देवर महेश ने सहयोग किया , और मारपीट कर उसके मायके छोड़ आये । इस प्रताड़ना से तंग आकर शीलाबाई इछावर थाने में रिर्पोट दर्ज कराई पुलिस ने पति मानसिंह, सास सुगनबाई और देवर महेश के विरूद्व प्रकरण दर्ज कर लिया है ।

धोखा धड़ी करने वाला बैंक लेखापाल पकड़ाया

जावर 24 मार्च (नि.सं.)। बैंक उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी करने वाले बैंक पूर्व केशियर ए.डी.शिवनानी गिरफ्तार, आज न्यायालय में पेश हुए जहाँ से पुलिस ने 3 दिन के रिमांड पर लिया।
थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक शाखा में पूर्व में पदस्थ केशियर एडी शिवनानी द्वारा बैंक के उपभोक्ताओं के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी की थी। उक्त मामला 18 अगस्त 07 को उजागर हुआ था तब से ही शिवनानी फरार चल रहे थे। पुलिस भी लम्बे समय से उसकी तलाश कर रही थी। कल रात पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना दी गई कि शिवनानी आष्टा बस स्टेण्ड पर घूम रहा है इसके बाद पुलिस तत्काल आष्टा पहुँची और शिवनानी को गिरफ्तार कर लाई। शिवनानी को गिरफ्तार करने की खबर आग की तरह फैली और आज जावर थाने में बड़ी संख्या में लोग पहुँच गये थे। सोमवार को पुलिस द्वारा शिवनानी को न्यायालय में पेश किया गया जहाँ पुलिस ने न्यायालय से 6 दिन के रिमांड पर मांगा था इस पर न्यायालय ने 3 दिन के रिमांड पर पुलिस को सुपुर्द कर दिया। धोखाधड़ी के शिकार लोगों ने अभी तक उनके मामले का निराकरण नहीं होने की स्थिति में 27 मार्च से भूख हड़ताल करने की चेतावनी दे रखी है। जिलाधीश के नाम पीड़ित लोगों ने एक ज्ञापन भी सौंप दिया है। देखते हैं मामला क्या रंग लाता है।

राजस्व न्या. का बहिष्कार करेंगे वकील राजनैतिक नहीं अन्याय की लड़ाई है

सीहोर 24 मार्च (नि.सं.)। पत्रकार रामनारायण ताम्रकार के विरुध्द की गई दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में जो लोग आये हैं उनकी राजनैतिक विचारधारा अलग है पर वह अन्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं इसे राजनीति रंग दिया जाना गलत है। संघर्ष समिति सम्पूर्ण घटना के साथ ही राजनैतिक रंग दिये जाने की निंदा करती है। साथ ही राजस्व न्यायालयों के वकीलों द्वारा बहिष्कार का निर्णय लेती है। जिला अभिभाषक संघ द्वारा गठित संघर्ष समिति ने सर्वदलीय बैठक में सोमवार को निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता संघर्ष समिति के अध्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र ने की।
जिला अभिभाषक संघ के सभागृह में आयोजित बैठक में राजनैतिक दलों, व्यापारिक संगठनों, पत्रकारों तथा अभिभाषक शामिल हुए। आरंभ में पीड़ित पक्ष रामनारायण ताम्रकार ने 10 मार्च को घटित घटना की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बैठक में जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार, वरिष्ठ भाजपा नेता अधिवक्ता सुदर्शन महाजन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिलाध्यक्ष नौशाद खान, भाजपा नेता प्रतिष्ठित व्यवसायी दिनेश जायसवाल, मुल्ला हकीमुद्दीन, वरिष्ठ पत्रकार डॉ.एम.हैदर, बसंत दासवानी, राजेन्द्र कसौटिया, सुरेश साबू, राजेश आजाद, दर्शन वर्मा, वन कर्मचारी नेता श्री बैरागी, राजकुमार ताम्रकार, हिन्दु नेता अजीत शुक्ला, अधिवक्ता एन.पी.उपाध्याय, महेश दयाल चौरसिया ने विस्तारपूर्वक चर्चा कर दमनात्मक विधि विपरीत कार्य की न केवल घोर निंदा की बल्कि उत्तरदायी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। बैठक में शहर भर से दो सौ से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता सुदर्शन महाजन ने स्पष्ट रुप से कहा कि यह लड़ाई कांग्रेस भाजपा की नहीं बल्कि अन्याय, अत्याचार की लड़ाई है। यह संघर्ष समिति इसे लड़ेगी। जिला अभिभाषक संघ द्वारा गठित संघर्ष समिति के अध्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र ने विचार उपरांत निर्णय लिया। जिसमें सम्पूर्ण घटनाक्रम की घोर भर्त्सना की गई। अभिभाषक अनि- श्चितकालीन के लिये राजस्व न्याया-लयों का बहिष्कार करेंगे। बैठक में आगामी रणनीति बनाने के लिये संघर्ष समिति को अधिकृत किया गया। बैठक का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता केयू.कुरैशी ने किया तथा जिला अभिभाषक संघ के सचिव अरुण टिंगोरिया ने आभार व्यक्त किया।

लोक निर्माण विद्युत मण्डल ने भी दिये नोटिस
संघर्ष समिति अध्यक्ष मेहरबान बलभद्र ने बताया कि प्रताड़ना का सिलसिला थमा नहीं है। लोक निर्माण कार्यपालन यंत्री ने सोमवार को एक नोटिस चस्पा कर पत्रकार कोटे से आबंटित भवन का बकाया किराया 40 हजार 489 रुपये 17 मार्च तक जमा कराने को कहा गया है। किराया कब का है, किस दर से कोई उल्लेख नहीं है। इसी तरह विद्युत मण्डल ने भी दो नोटिस देकर बकाया राशि जमा करने को कहा जबकि इसमें से एक दैयक की सम्पूर्ण राशि फरवरी माह में ही जमा हो गई है। दूसरे नोटिस में सात हजार रुपये बकाया बताया है जबकि 15 मार्च की तिथि तक मात्र तीन हजार भुगतान होना था।

राजस्व न्या. का बहिष्कार करेंगे वकील राजनैतिक नहीं अन्याय की लड़ाई है

सीहोर 24 मार्च (नि.सं.)। पत्रकार रामनारायण ताम्रकार के विरुध्द की गई दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में जो लोग आये हैं उनकी राजनैतिक विचारधारा अलग है पर वह अन्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं इसे राजनीति रंग दिया जाना गलत है। संघर्ष समिति सम्पूर्ण घटना के साथ ही राजनैतिक रंग दिये जाने की निंदा करती है। साथ ही राजस्व न्यायालयों के वकीलों द्वारा बहिष्कार का निर्णय लेती है। जिला अभिभाषक संघ द्वारा गठित संघर्ष समिति ने सर्वदलीय बैठक में सोमवार को निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता संघर्ष समिति के अध्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र ने की।
जिला अभिभाषक संघ के सभागृह में आयोजित बैठक में राजनैतिक दलों, व्यापारिक संगठनों, पत्रकारों तथा अभिभाषक शामिल हुए। आरंभ में पीड़ित पक्ष रामनारायण ताम्रकार ने 10 मार्च को घटित घटना की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बैठक में जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार, वरिष्ठ भाजपा नेता अधिवक्ता सुदर्शन महाजन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिलाध्यक्ष नौशाद खान, भाजपा नेता प्रतिष्ठित व्यवसायी दिनेश जायसवाल, मुल्ला हकीमुद्दीन, वरिष्ठ पत्रकार डॉ.एम.हैदर, बसंत दासवानी, राजेन्द्र कसौटिया, सुरेश साबू, राजेश आजाद, दर्शन वर्मा, वन कर्मचारी नेता श्री बैरागी, राजकुमार ताम्रकार, हिन्दु नेता अजीत शुक्ला, अधिवक्ता एन.पी.उपाध्याय, महेश दयाल चौरसिया ने विस्तारपूर्वक चर्चा कर दमनात्मक विधि विपरीत कार्य की न केवल घोर निंदा की बल्कि उत्तरदायी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। बैठक में शहर भर से दो सौ से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता सुदर्शन महाजन ने स्पष्ट रुप से कहा कि यह लड़ाई कांग्रेस भाजपा की नहीं बल्कि अन्याय, अत्याचार की लड़ाई है। यह संघर्ष समिति इसे लड़ेगी। जिला अभिभाषक संघ द्वारा गठित संघर्ष समिति के अध्यक्ष मेहरबान सिंह बलभद्र ने विचार उपरांत निर्णय लिया। जिसमें सम्पूर्ण घटनाक्रम की घोर भर्त्सना की गई। अभिभाषक अनि- श्चितकालीन के लिये राजस्व न्याया-लयों का बहिष्कार करेंगे। बैठक में आगामी रणनीति बनाने के लिये संघर्ष समिति को अधिकृत किया गया। बैठक का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता केयू.कुरैशी ने किया तथा जिला अभिभाषक संघ के सचिव अरुण टिंगोरिया ने आभार व्यक्त किया।

जेल में हुई असामायिक मृत्यु से आक्रोशित जनता को खदेड़ा

सीहोर 24 मार्च (नि.सं.)। बढ़ियाखेड़ी निवासी दूध के व्यापारी गेंदा राय को विगत चार दिन पूर्व सीहोर जेल में बंद किया गया था। करीब 20 साल पुराने एक नकली दूध के मामले में पेशियों पर नहीं जा पाने के कारण इन्हे सजा हुई थी। तीन दिन पूर्व सजा होने के बाद इन्हे स्थानीय जेलर ने भोपाल भेज दिया था जहाँ उनकी कल शाम मृत्यु हो गई। यह खबर सीहोर आते ही यहाँ खासा आक्रोश छा गया। बढ़ियाखेड़ी के लोगों में आक्रोश फूटा तो उन्होने एकत्र होकर यहाँ नदी चौराहा पर आकर जेल के सामने चक्काजाम किया। लेकिन वर्तमान जिला प्रशासन की स्थिति को कौन नहीं समझता। एसडीएम और एसडीओपी सहित अनेक पुलिस के वाहन यहाँ बड़ी संख्या में आये और एक त्र आक्रोशित भीड़ को सीधे खदेड़ दिया गया। ना सुनी गई ना स्थिति बताई गई।

सूखा राहत में रोजगार के लिए 8.13 लाख स्वीकृति

सीहोर 24 मार्च (नि.सं.)। जिलाधीश द्वारा सूखाग्रस्त बुधनी तहसील की ग्राम पंचायत नयागांव के ग्राम ककरदा में जरूरतमंद लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 8 लाख 13 हजार रुपयों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई । राहत कार्यो का संचालन शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के मुताबिक कराने के निर्देश दिए गए है । इस सिलसिले में कलेक्टर द्वारा आदेश जारी कर दिए हैं ।
जारी आदेश के मुताबिक ग्राम ककरदा में मुख्य सड़क से नहर तक पहुंच मार्ग निर्माण के लिए 4.06 लाख और ककरदा से नदी तक नाला गहरीकरण निर्माण हेतू 4.07 लाख की राशि स्वीकृत की गई है । ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सीहोर द्वारा दी गई तकनीकि स्वीकृत के अनुसार उक्त कार्यो की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है । निर्माण कार्य के लिए ग्राम पंचायत नयागांव की क्रियान्वयन एजेन्सी बनाया गया है । जारी प्रशासकीय स्वीकृति की शर्तो में कहा गया है कि कार्य स्थल पर बाकायदा मानचित्र तैयार कराया जाकर कार्य प्राक्कलन और प्रशासकीय स्वीकृति के मुताबिक कराए जाएंगे । राहत कार्यो में व्यय पर लगातार नजर रखी जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि आबंटित राशि से अधिक का व्यय न हो । राहत कार्य में मशीनों का उपयोग कतई नही किया जायेगा । मंजूर की गई राशि का 75 फीसदी भाग मजदूरी पर व्यय किया जायेगा । सामग्री पर अधिकतम 25 फीसदी व्यय किया जा सकता है । मजदूरी का भुगतान श्रम आयुक्त द्वारा कृषि नियोजन में लगने वाले अकुशल श्रमिकों के लिए निर्धारित दर पर किया जायेगा । राहत कार्य में मजदूरी का भुगतान टास्क बेसेस पर करने की ताकीद की गई । मजदूरी के रूप में तीन किलो खाद्यान्न प्रति मानव दिवस तथा शेष मजदूरी का भुगतान नकद किया जायेगा । यह सुनिश्चित करने की ताकीद की गई है कि मजदूरी का भुगतान नियमित रूप से निर्धारित समयावधि में हो । भुगतान के दस दिन से अधिक लम्बित रहने की दिशा में संबंधित अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी । मजदूरों की सूची और भुगतान का विवरण पंचायत के दृश्य पटल पर चस्पा किया जायेगा । कार्य स्थानीय मजदूरो से कराने और कम उम्र के बाल श्रमिकों को रोजगार में नही लगाने की ताकीद की गई है ।

ट्रेक्टर ट्राली के नीचे आने से बालक की मौत

सीहोर 24 मार्च (नि.सं.)। रविवार की शाम नसरूल्लागंज थाना क्षैत्र के ग्राम मगरिया में ट्रेक्टर ट्राली के पहिये के नीचे आ जाने से एक बालक की दर्दनाक मौत हो गई । इधर रेहटी थाना अर्न्तगत एक गुमशुदा बालक की जंगली जानवर के खाने से मृत्यु हो गई है । पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है । प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मगरिया में रहने वाले इत्तू खां का 8 वर्षीय पुत्र अरबाज ररिवार की शाम पांच बजे खेलते हुए घर के सामने ढालान पर खड़ी ट्रेक्टर ट्राली पर पहुंच गया तभी ट्रेक्टर ट्राली सहित ढालान से आगे बढ़ गई और अर- बाज उस पर से नीचे गिर पड़ा जिसके सिर पर ट्राली का पहिया चढ़ने से उसकी दुर्घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई । बताया जाता है कि चालक रामनारायण ने ढालान पर ट्रेक्टर ट्राली खड़ा करते समय ठेक नही लगाया था। रेहटी थाना अर्न्तगत आंवली- घाट निवासी श्रीकिशन अजा. का 7 वर्षीय देवकुमार गत शुक्रवार की शाम से घर से गायब था जिसके गुमने की रिर्पोट उसके परिजनों द्वारा थाना रेहटी में दर्ज कराई गई थी । गुमशुदा बालक को ढूंढने पर उसका शव आज कोसी नाला के समीप पड़ा पाया गया जिसे किसी जंगली जानवर ने खा लिया।

धूमधाम से मनी होली, न.पा. के खिलाफ आक्रोश फूटा

सीहोर 24 मार्च (नि.सं.)। इस बार भी धूमधाम से होली मनी, दो दिन जमकर होली हुई, नगर भी बंद रहा लेकिन नगर पालिका ने इस बार निकम्मेपन का इतिहास बना दिया और पूरे नगर में होली पर जो जल वितरण टैंकर से किया जाता है वह नहीं किया गया बल्कि होली पर नल तक नहीं दिये गये। जनता खासी आक्रोशित रही। लाल टंकी पर जाकर दो-तीन अलग-अलग चौराहों के युवकों हुरियारों ने मुर्दाबाद के नारे लगाये थे लेकिन इसके बावजूद कुछ नहीं हुआ।
होली का दो दिवसीय त्यौहार बड़ी धूमधाम से मना। नगर भर में होली खेली गई, हर एक चौराहें पर उत्साह छाया हुआ था। पहले दिन गमी की होली पर इस बार गैर निकालने की परम्परा और भी व्यवस्थित नजर आई। कुछ नये समाजों ने इस तरह की परम्परा को शुरु किया है जिसके तहत सभी मिलजुलकर ऐसे गमी वाले परिवारों में बड़ी संख्या में पहुँचे तथा वहाँ गमी वाले परिवारों को गम भुलाकर अब बाहर निकलने की समझाईश, उन्हे होली का रंग लगाकर कहा कि आओ अब गम छोड़ो और होली में बाहर निकलो हम सब तुम्हारे साथ हैं। पहली दिन गमी की होली धूमधाम से हुई। दूसरे दिन कल भाईदूज पर नगर में होली का उत्साह देखते ही बन रहा था। हर एक चौराहे पर होली का उत्साह था। लेकिन नगर पालिका ने इस उत्सव में सारे विघ् उत्पन्न किये। सुबह जहाँ 8-9 बजे से पानी के टैंकर चलने चाहिये थे वह दोपहर 12 बजे तक चलना शुरु हुए और जो चले तो एक-एक बार पानी भरकर फिर ऐसे गायब हुए कि कहीं नजर ही नहीं आये। हुरियारे खासे नाराज हुए, अनेक चौराहों पर पानी नहीं आने के कारण वहाँ होली ठीक से नहीं मन पाई, राकेश राय मुर्दाबाद के नारे अनेक चौराहों पर लगे, इसके अलावा अनेक नारे भी लगाये गये, जिला प्रशासन हाय-हाय के नारे तो खुद जिला प्रशासन के सामने लाल टंकी पर हुरियारों ने जाकर लगाये लेकिन इसके बाद भी पानी की व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई। नमक चौराहा और गंज क्षेत्र सहित कुछ अन्य स्थानों की टोलियाँ भी लालटंकी बाल विहार मैदान पहुँची जहाँ पानी के टैंकर नहीं भेजने को लेकर हाट-टाक हुई, नारेबाजी हुई उसके बाद बमुश्किल पानी भेजा गया। कुल मिलाकर नगर पालिका ने होली जैसे त्यौहार पर कोई पुराना बदला ले लिया। इतना ही नहीं जब होली हो गई तो नगर में नल आने की परम्परा की खंडित कर दी गई, हालांकि जिला प्रशासन ने यह व्यवस्था कथित रुप से अपने कब्जे में ले रखी है लेकिन इस मामले में सिर्फ दादागिरी ही नजर आई व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं किया गया, पानी आया ही नहीं, लोग होली के बाद नल के लिये तरसते रहे और आक्रोशित रहे।

Saturday, March 22, 2008

शिवराज ने कहा अब तुम ही संभालो सीहोर

सीहोर 21 मार्च (हो.सं.)। मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नवरत्नों में से एक कीमति रत्न राघवेन्द्र को श्री सिंह ने इस बार चुनावी मैदान में उतारने का फैसला ले लिया है। इसके लिये सभी जानते हैं कि राघवेन्द्र के लिये सबसे उपयुक्त सीट सीहोर ही है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इसी तरह की कार्यप्रणाली को अपने कार्यकाल में अंजाम दिया था इसी तर्ज पर शिवराज सिंह चौहान ने भी यह कदम लेने का निर्णय लिया है। इसी के चलते शिवराज के नवरत्न राघवेन्द्र आज की स्थिति में सीहोर में एक चर्चित हस्ती के रुप में स्थापित किये जा चुके हैं। शिवराज का इशारा मिलने के बाद से ही राघवेन्द्र खुलकर जनसेवा के कार्य में जुट गये हैं। जिसका उन्होने आज होली के एक दिन पहले अपने ही खेमे के एक अधिकारी को अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने पर स्वयं पहली बार जिला चिकित्सालय देखने का पुण्य उपक्रम किया यही नहीं आराम न मिलने पर भोपाल तक ले जाने की व्यवस्था की। साथ ही राकेश राय के इस्तीफा दे देने तथा बिगड़ी जल व्यवस्था को भी राघवेन्द्र ने गंभीरता से लेते हुए अब स्वयं तंबू गाड़ लिया है। वह जल व्यवस्था के लिये अपना केन्द्र भी बना चुके हैं। राघवेन्द्र ने चैलेंज के साथ पूरे नगर में जल व्यवस्था व्यवस्थित करने की बात कह डाली है। ज्ञातव्य है कि राघवेन्द्र ने शिवराज के इशारे पर गांव-गांव में मच्छरों के साथ रात काटी है। इतना ही नहीं टेलिफोनिक नेता के रुप में भी आप खासे चर्चित हो गये हैं।

नगर का कूड़ा

शंकर साबू : मैं सीहोर आ रहा हूँ
नंद गोपाल बियाणी : शेयर बादशाह
गिरधर कुईया : गद्दी तक सीमित
मदन मोहन शर्मा गुरु : वामन कब एक होंगे यार
प्रमोद पटेल : वायपास रोड से मंच पर पहुँचे
रमेश सक्सेना : तुमने पुकारा और हम चले आये
जसपाल अरोरा : पचौरी भाई हमारे नेता हैं
राकेश राय : प्रशासन का रिमोट
प्रकाश व्यास काका : चैन की बंशी बजा रहे
अखलेश राय : सीहोर को मुम्बई बनाऊंगा
अनिल पालीवाल : हाफ चड्डी
कैलाश अग्रवाल : गंजे पन से परेशान
उमेश शर्मा : शेयर में फेयर
शंकर गुप्ता : मीठा पत्ता
अजय खण्डेलवाल : मंत्री के पीए
दिलीप शाह : आवक जारी है
रमेश साहू : भाव हमारा चलेगा
मोहन चौरसिया : टिकिट किसे मिलेगा?
जयंत शाह : छुपे रुस्तम
द्वारका अग्रवाल : समाज में व्यस्त
कुलदीप सिंह सेठी : मनमौजी
मदनलाल त्यागी : अब हमारा समय है
प्रेमबंधु शर्मा : मेरा पेमेंट तो करा दो
नरेश मेवाड़ा : मेरे गुटखे में हाथ मत डालना
हरि सोनी : दुबले दो अषाढ़
सतीश यादव : शह और मात के खेल में
रमाकांत समाधिया : ससुराल में होली खेलेंगे
हरीश अग्रवाल : आदि शक्ति भवानी की जय...
राजकुमार गुप्ता : कलेक्टरी के राजा
कमल झंवर : इनकी चाल पर गाँधी रोड दीवाना
दिनेश ठाकुर : तुकतान जारी है
राजेन्द्र अग्रवाल : सलाहकारों से परेशान
हण्डु सेठ : सोने के भाव आसमान पर
जगदीश निगोदिया : जेब कटों से परेशान
कमलेश कटारे : पचौरी भाई आ रहे हैं....
रमेश जैन : नई सोच की और
किशोर कौशल : चापलूसों के शिकार
लोकेन्द्र मेवाड़ा : उमाजी को सीहोर से लड़ायेंगे
देवेन्द्र सक्सेना : हॉकी के सहारे
महेश पारिक : नेता गिरी छोड़ हीरो बने
ओम दीप : फिर जुनून हावी
धर्मेन्द्र राठौर : चाण्डाल चौक ड़ी की गिरफ्त में
गौरव सन्नी महाजन : हाथ मिलाने के शौकीन....
अक्षत कासट : दिल्ली से दिल पर राज करने लोटे
रीना मिश्रा : अनीता से परेशान
रुकमणी रोहिला : वक्त का इंतजार
अनीता भण्डेरिया : मैं भी चुनाव लड़ूंगी
दीपशिखा जोशी : महिलाओं के आरक्षण से खुश
ममता त्रिपाठी : अपनी अदालत भरी
महेन्द्र सिंह अरोरा : भैया के खेवैया
जमना प्रसाद वर्मा गाँधी रोड : सूचना मंत्री
पुरुषोत्तम राय : राय देने से बच रहे
नवनीत दुधे : सावधानी से चल रहा काम
सीताराम यादव : ईद के चाँद हुए
पवन राठौर : ...राधा ने पकड़ा रंग डाला
डॉ अनीस खान : एमबीबीएस, एसएमएस बने
भारत अग्रवाल : फाग गा रहे हैं...
राजेश रऊआ सीटू : लाल टीशर्ट का राज क्या है
राजकुमार जायसवाल : मामा पर भारी
आशीष रोहिला लालू : सेल्फ स्टार्ट नेता
मनोज मामा : भगवन
रुद्र प्रकाश राठौर : अब भैया से मिलो.....

बाबा अभी आराम करेंगे, बाद में सारे काम करेंगे


सीहोर 21 मार्च (हो.सं.)। सीहोर के पत्रकारों में राजकुमार का यह डायलाग चर्चा का विषय बन गया है कि बाबा अभी आराम करेंगे, बाद में सारे काम करेंगे...। गौरतलब है कि वरिष्ठ पत्रकार पुरुषोत्तम कुईया बाबा के हाल पूछने जिला चिकित्सालय पहुँचे। हालचाल पूछने के बाद अपनी महेश्वरी टेक्निक से धीरे-से जब विगत दिवस घटे घटनाक्रम के संबंध में बातचीत करते हुए कप का प्याला बाबा की और बढ़ाया और फिर बाबा से कहना ही शुरु किया था कि बाबा कुछ करो ना.... कुईया अपने शब्द पूरे करते बीच में ही यहीं बैठे राजकुमार गुप्ता ने कहा कि बाबा की तबियत अभी खराब है बाबा अभी आराम करेंगे बाद में सारे काम करेंगे। गुप्ता की बात सुनकर कुईया जी स्तब्ध रह गये लेकिन बाबा ने अपने आप को स्थित रखा।

कविता इनके नाम रोती है

नारायण कासट : खाट पर पड़े हैं
कृष्ण हरि पचौरी : बहुत दुखी हैं
रमेश हठीला : भूल गये कविता पढ़ना
लक्ष्मीनारायण राय : वही पुराना ढर्रा
कैलाश गुरु स्वामी : मुझे हिन्दी नहीं आती
प्रमोद जोशी गुंजन : बस कभी कभी
हरि ओम दाऊ : मौके की तलाश
संतोष जैन संतु : अवसर की खोज
धर्मराज देशराज : चलती का नाम गाड़ी
सुभाष चौहान : समय नहीं मिलता
राजेश शम्बर : घुसपैठिया
सुभाष जोशी : पतझड़
विष्णु फुरसतिया : वे समय का रागी
डॉ. आजम : चाँदनी रात
रमेश गोहिया : चढ़ गई है
जोरावर सिंह : महाकवि की लालसा
ब्रजेश शर्मा : कविता का खुमार
पंकज पुरोहित : निराला बनना चाहता हूं
विवेक पाराशर : कभी कभी
राजेन्द्र तिवारी : स्वर दूसरे का
विनोद तिवारी : हाँ जी
द्वारका वांसुरिया : जरा झूम के
कु.पूजा जोशी : मेरा नाम मोना
चौथमल वर्मा : हर कहीं
कमलेश आर्य : वनवास से आये हैं
देवकरण आर्य : भूल गये कविता
रामनारायण राठौर : लजीली बाई
श्याम चतुर्वेदी : बीता बसंत

अखलेश राय ने किया रंग पंचमी तक क्रिसेंट, वारटपार्क और टाकीज को जनता के लिये फ्री

सीहोर 21 मार्च (हो.सं.)। चुनावी वर्ष को देखते हुए सब अपने-अपने राजनैतिक रंग में रंगते दिखाई दे रहे हैं तो ऐसे में अचानक सीहोर के प्रसिध्द समाजसेवी अखलेश राय ने आज सागर चौपाल चौराहे पर खड़े होकर घोषणा की है कि पूरे शहर की जनता दिल से होली खेले। और होली खेलने के पश्चात नहाने-धोने के लिये हमारे वाटर पार्क पधारे, ताकि नहाने-धोने के साथ-साथ आम जनता का सैर सपाटा भी हो जायेगा। और इसके पश्चात भोजन पानी के लिये भी क्रिसेंट का लंगर खोल दिया गया है। साथ ही खाना खाने के पश्चात पूरे शहर की जनता को 4 शो में टाकीज भी फिल्म देखने के लिये फ्री कर दिया गया है। श्री राय का कहना है कि होली का त्यौहार मौज मस्ती का त्यौहार है यह सबका त्यौहार है, इसलिये सब खूब मनायें। अखलेश राय की इस घोषणा से हुरियारों में खुशी का ठिकाना नहीं है। साथ ही आष्टा की जनता को भी श्री राय सौगात देने से नहीं भूले उन्होने मामा को फोन करके अंशय चित्रालय को भी आज आष्टा की जनता के लिये फ्री कर दिया है।
राय की घोषणा से आष्टा में विरोध के स्वर फूटने लगे हैं। आष्टावासियों ने अपने दिल की पीड़ा सुनाते हुए कहा है कि सीहोर में वाटर पार्क और क्रीसेंट फ्री हैं लेकिन हमे तो नहाना भी घर पड़ेगा और खाना भी घर पड़ेगा। बस फिल्म ही फ्री देखने को मिलेगी। श्री राय का यह क्षेत्रवाद सहन नहीं किया जायेगा। श्री राय ने आष्टावासियों का गुस्सा शांत करते हुए कहा है कि शीघ्र ही वहाँ पर भी खाने और नहाने की व्यवस्था की जा रही है ताकि अगले साल तक आपको सुविधा मिल सके। उल्लेखनीय है कि जिस किसी को इन सुविधाओं का लाभ उठाना हो उन्हे सुबह 8 बजे से चौपाल सागर चौराहा पहुँचना होगा जहाँ स्वयं अखलेश राय फ्री के कूपन जनता को वितरित करेंगे।

श्मशान घांट के पथप्रदर्शक

डॉ. अनिल शर्मा : मैं हूँ ना
डॉ. आर.के.गुप्ता : बस एक ख्वाब और है...
डॉ. रमेश वर्मा : सर जी मेरी क्या गलती है
डॉ. एस.एस.तोमर : नाइट डयूटी के मजे
डॉ. गिरीश जोशी : बीएमओ सिंह भला आदमी
डॉ. एल.एन.नामदेव : ओपीडी टाइम से दुखी
डॉ. आनन्द शर्मा : सौजन्यता से सभी खुश
डॉ. कनेरिया : कब तक पिसते रहेंगे
डॉ. एस.आर.गट्टानी : चलो दांगी स्टेट
डॉ.एस.एस.राठौर : एज ए रुल
डॉ. मांझी : 25 अप्रैल का इंतजार
डॉ. मेश्राम : सरकार ने दुखी कर दिया
डॉ.श्रेष्ठा सक्सेना : सर्वश्रेष्ठ
डॉ. एस.के.जैन : वी.आर.एस. की धमकी
डॉ.विनोद मोदी : बुढ़ापे में मत करो परेशान
डॉ. ए.ए.कुरैशी : प्रमोशन से परेशान
डॉ. श्रीमति एफ.ए.कुरैशी: बच्चों की पहली पसंद
डॉ. रेखा भाटी : अब वो दिन नहीं रहे
डॉ. टी.एन.चतुर्वेदी : हिज मास्टर्रस वाइस
डॉ. कैलाश अग्रवाल : मिश्री की डली
डॉ. बी.के. चतुर्वेदी : सबका मालिक एक
डॉ.श्रीमति मंजू सक्सेना: अल्ला मियां की गाय
डॉ. वी.एन.सक्सेना : किस्मत साथ नहीं दे रही
डॉ. एम.एल.भारती : विकलांग केम्प लगते रहें
डॉ. डी.आर.अहिरवार : दलित पैंथर
डॉ. उमेश श्रीवास्तव : हर हाल में खुश
डॉ. अभय खरे : हमारे बैतूल में ऐसा नहीं था
डॉ. श्रीमति शोभा खरे : डॉ.सा. बहुत सीधे हैं
डॉ. मालती आर्य : नया दौर
डॉ.भरत आर्य : चाहे कोई मुझे जंगली कहे
डॉ श्रीमति नीरा श्रीवास्तव: मासूम

श्मशान घांट के पथप्रदर्शक

डॉ. अनिल शर्मा : मैं हूँ ना
डॉ. आर.के.गुप्ता : बस एक ख्वाब और है...
डॉ. रमेश वर्मा : सर जी मेरी क्या गलती है
डॉ. एस.एस.तोमर : नाइट डयूटी के मजे
डॉ. गिरीश जोशी : बीएमओ सिंह भला आदमी
डॉ. एल.एन.नामदेव : ओपीडी टाइम से दुखी
डॉ. आनन्द शर्मा : सौजन्यता से सभी खुश
डॉ. कनेरिया : कब तक पिसते रहेंगे
डॉ. एस.आर.गट्टानी : चलो दांगी स्टेट
डॉ.एस.एस.राठौर : एज ए रुल
डॉ. मांझी : 25 अप्रैल का इंतजार
डॉ. मेश्राम : सरकार ने दुखी कर दिया
डॉ.श्रेष्ठा सक्सेना : सर्वश्रेष्ठ
डॉ. एस.के.जैन : वी.आर.एस. की धमकी
डॉ.विनोद मोदी : बुढ़ापे में मत करो परेशान
डॉ. ए.ए.कुरैशी : प्रमोशन से परेशान
डॉ. श्रीमति एफ.ए.कुरैशी: बच्चों की पहली पसंद
डॉ. रेखा भाटी : अब वो दिन नहीं रहे
डॉ. टी.एन.चतुर्वेदी : हिज मास्टर्रस वाइस
डॉ. कैलाश अग्रवाल : मिश्री की डली
डॉ. बी.के. चतुर्वेदी : सबका मालिक एक
डॉ.श्रीमति मंजू सक्सेना: अल्ला मियां की गाय
डॉ. वी.एन.सक्सेना : किस्मत साथ नहीं दे रही
डॉ. एम.एल.भारती : विकलांग केम्प लगते रहें
डॉ. डी.आर.अहिरवार : दलित पैंथर
डॉ. उमेश श्रीवास्तव : हर हाल में खुश
डॉ. अभय खरे : हमारे बैतूल में ऐसा नहीं था
डॉ. श्रीमति शोभा खरे : डॉ.सा. बहुत सीधे हैं
डॉ. मालती आर्य : नया दौर
डॉ.भरत आर्य : चाहे कोई मुझे जंगली कहे
डॉ श्रीमति नीरा श्रीवास्तव: मासूम

नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ने इस्तीफा दिया

अब बाजी भाजपा के हाथ, उपाध्यक्ष संभालेंगे कमान, भाजपा में खुशी छाई
सीहोर 21 मार्च (होली सं.)। नगर पालिका अध्यक्ष पद की जिस कुर्सी पर समाजसेवी राकेश राय ने जनता से भारी बहुमत प्राप्त कर पदभार ग्रहण किया था। आज अचानक उस पद से उन्होने इस्तिफा देकर विरोध के सारे स्वरों को विराम दे दिया है। जिलाधीश श्री सिंह को राकेश राय द्वारा दिये गये इस्तिफे की खबर पहले पहल तो किसी को हजम ही नहीं हुई, दोपहर तक राकेश राय के घर पर उनके समर्थकों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। कोई समझ नहीं पा रहा था कि राकेश राय ने ऐसा क्यों किया है। इस संबंध में फुरसत ने भी श्री राय से बातचीत करना चाही तो यही जबाव मिला कि जिस तरह से उन्हे तरह-तरह से परेशान किया जा रहा था और पार्षद दबाव बनाये हुए थे उससे कुपित होकर उन्होने यह कदम उठाया है। लेकिन आज इस उठे कदम से सीहोर की राजनीति में एक भूचाल-सा आ गया है। हालांकि यह जानकारी देर रात तक सार्वजनिक नहीं हो पाई थी।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिका अध्यक्ष पद का पद्भार ग्रहण करने के साथ ही राकेश राय को विपरीत सरकार भाजपा के कारण खासी परेशानी उठाना पड़ रही थी। पिछले दिनों उन पर कुछ मामले भी लग गये थे जिस पर तरह-तरह की पेशी के लिये उन्हे भोपाल जाना पड़ता था। विकास के लिये न तो भोपाल से कोई धनराशि मिल रही थी ना ही कोई अन्य सहयोग। इस पर भी आये दिन सत्ता पक्ष की घुड़कियाँ और ठेकों में चल रही राजनीति से श्री राय खासे परेशान थे।
इस सबसे ऊपर श्री राय इस वर्ष पानी की पैदा की गई किल्लत, जमोनिया तालाब से ग्रामीणों को दिलाये गये पानी के पीछे की राजनीति के बाद शुरु हुए आंदोलनों से हैरान परेशान हो गये थे। और उन्होने ऐसी विषम स्थिति में नगर के पत्रकाराें की एक वार्ता बुलाकर अपनी परेशानी भी बताई थी। इसी दौरान अध्यक्षीय समिति के पाँच पार्षद जो उनके कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे थे एन पानी की समस्या के सामने आते ही उन्होने भी साथ छोड़ दिया और राकेश राय के खिलाफ आंदोलन शुरु कर दिये।
इस तरह चारों तरफ से घिरे राकेश राय ने संभवत: परिवार के सदस्यों अथवा कुछ शुभ चिंतकों से सलाह मशविरा कर यह कठोर कदम उठाया । संभवत: राकेश राय के छोटे भाई अखलेश राय ने भी उन्हे इस तरह की समझाईश दी है।
जो भी हो, आज करीब 11.30 बजे के आसपास राकेश राय बहुत ही गुपचुप या कहे तो शांत तरीके से भोपाल जाकर नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव को अपना इस्तीफा सौंप दिया। यह बात आज सीहोर में सार्वजनिक भी नहीं हो पाई। लेकिन फुरसत के सूत्रों को जब यह जानकारी दोपहर बाद लगी तो अपने स्तर पर हमने इस संबंध में जब राकेश राय से मोबाइल नम्बर 9425024444 पर बातचीत करने का प्रयास किया तो पता चला कि वह घर पर हैं लेकिन मोबाइल बंद है और किसी से नहीं मिल रहे हैं।
हालांकि राके श राय के समर्थकों को जैसे-जैसे गुपचुप रुप से यह जानकारी लगती रही वह उनके निवास पर एकत्र होते रहे लेकिन शाम तक श्री राय ने किसी से बातचीत करना उचित नहीं समझा।
ऐसा विश्वास किया जा रहा है कि आज इस संबंध में राकेश राय पत्रकार वार्ता भी लेंगे और अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे।
उधर अब नगर पालिका का क्या होगा ? इस संबंध में नगर पालिका उपाध्यक्ष अशोक सिसोदिया से बातचीत की तो उन्हे भी यह जानकारी लगते ही पहले विश्वास नहीं हुआ लेकिन वह खुश नजर आये। उन्होने फुरसत से कहा कि राय एक अच्छे व्यक्ति हैं लेकिन वह कई मामलों में पूरी तरह असफल सिध्द हुए हैं। यदि पार्टी ने आज्ञा दी, और विधायक जी की अनुमति रही तो जैसा ही परिषद में भाजपा का बहुमत है। इस दृष्टि से यदि भाजपा ने यह कार्यभार संभाला तो मैं विश्वास दिलाता हूँ कि इतना पानी है कि पूरे नगर में गर्मी भर पानी की कोई कमी नहीं आने दी जायेगी, प्रतिदिन जल प्रदाय शहर में किया जा सकता है। अन्य विकास कार्य की अनेक संभावनाएं हैं।

चुनावी वर्ष में राकेश का इस्तीफा विधायक जी को भारी न पड़ जाये
सीहोर। आज राकेश राय द्वारा दिये गये इस्तीफे को यदि राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाये तो यह एक बड़ा घटनाक्रम सिध्द हो सकता है। यह चुनावी वर्ष है और जिस तरह से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी बन गये हैं। उसके बाद से ही कांग्रेसी राजनीति में कुछ उफान सा आया है। उधर भाजपा में विधायक रमेश सक्सेना ही आगामी प्रत्याशी रहेंगे ऐसा विश्वास सभी को है। ऐसे में नगर में अचानक उभरे कांग्रेसी नेता के रुप में राकेश राय ने जिस बहुत भारी मतों के अंतर से पिछले दिनों विजयश्री का वरण किया था और अब जब जनता कुछ नाराज दिखी तो उन्होने बिना विचारे इस्तीफा दे डाला है। इस घटनाक्रम से जनता में उनके प्रति सहज सहानुभूति की लहर दौड़ पड़ेगी। यदि ऐसा हुआ और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी ने भी इस भांपते हुए राकेश को टिकिट दे दिया तो यहाँ कम से कम नगरीय क्षेत्र में तो निश्चित ही विधायक जी के लिये एक कड़ी चुनौती की स्थिति बन जायेगी। ग्रामीण क्षेत्र में राकेश राय के भाई अखलेश राय की छवि कुछ दम टेक सकती है। देखते हैं आज हुए इस राजनीतिक घटनाक्रम का भविष्य में क्या प्रतिफल दिखाई देता है।

आष्टा से सीहोर पानी आ रहा है, इस्तीफा क्यों दिया-कैलाश परमार
सीहोर। हाल में सार्वजनिक मंच पर कांग्रेस में वापस आये राकेश राय द्वारा अचानक नगर पालिका पद से इस्तीफा दे दिये जाने के संबंध में कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष कैलाश परमार से फुरसत ने बातचीत कर यह पूछा कि क्या इस संबंध में पार्टी ने कुछ विचार-विमर्श किया है अथवा आपके निर्देश हैं ? इस पर कैलाश परमार ने पूर्णत: अनभिज्ञता जाहिर की है, श्री परमार ने कहा है कि उन्हे भी कुछ ही समय पूर्व इस तरह की जानकारी मिली है और वह खुद आश्चर्य में है कि श्री राय ने यह कदम कैसे उठा लिया है, नगर पालिका अध्यक्ष का कार्यभार उन्हे संभालना चाहिये था। जब फुरसत ने पूछा कि कहीं आष्टा में पार्वती से पानी सीहोर नहीं आने देने से उपजे जल संकट से त्रस्त श्री राय ने इस्तीफा दिया है आपको नहीं लगता कि इसमें कहीं आप भी दोषी हैं ? आपको उनकी विषम स्थिति मदद करना चाहिये थी? कैलाश परमार इस प्रतिपक्ष पर लगभग उखड़ते हुए बोले की यदि बात पानी की ही है तो आष्टावासियों का इसमें कोई दोष नहीं है, पार्वती भराने के बाद ऊपर का पानी सीहोर की तरफ जा रहा है, उसे कोई छेड़ नहीं रहा है। जल संकट के लिये श्री राय को अपने स्तर पर विशेष प्रयास करने की आवश्यकता थी, वह चाहते तो हमसे बात कर सकते थे, लेकिन उन्होने इस्तीफा दे दिया। आवश्यकता हुई तो हम उनसे बात करेंगे।

बहना ने भाई की कलाई पर टिकिट बांधा है...

सीहोर 21 मार्च (होली.सं.)। बहना ने भाई की कलाई पर प्यार बांधा है....यह प्रसिध्द गीत तो आपने सुना ही होगा, इस बार प्यारे भईया रमेश सक्सेना की सबसे प्यारी बहन सुश्री छुईमा भारती ने अपने प्यारे भाई को अंतत: उसकी कलाई पर सीधे टिकिट ही बांध दिया है। यह वर्ष चुनावी होने के कारण बहन अपने भाई को कुछ खास देना चाहती थी। लेकिन उन्हे यह समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या दे इस पर सुश्री छुईमा ने सीधे-सीधे टिकिट ही दे दिया है। अब भईया परेशान है कि अपनी बहन के इस प्यार को कैसे ठुकरायें। बहना के प्यार को ठुकराना भी आफत है और रखना भी आफत है। ऐसी स्थिति में भईया रमेश बहुत मुश्किल में पड़ गये हैं। हालांकि उन्होने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए बहन की रक्षा का वचन तो दे दिया है लेकिन हाथ में बंधे टिकिट ने उनका हाथ भारी भी कर दिया है। कैसे क्या करें कुछ समझ नहीं आ रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधे-सीधे बाहर प्रत्याशी के रुप में सीहोर को राघवेन्द्र रुपी भाजपाई प्रत्याशी दे दिया है जिसके चलते ऐसा माना जा रहा है कि विधायक रमेश सक्सेना का टिकिट भाजपा से संभवत: कट जायेगा। गौरतलब है कि पूर्व में दिल्ली की एजेंसी से मुख्यमंत्री द्वारा कराये गये सर्वे में भी यह मामला उजागर हुआ था कि सीहोर और आष्टा सहित प्रदेश की 100 सीटों पर भाजपा हार सकती है। संभवत: इसलिये ही शिवराज ने सीट बदल दी और अब संभावित है कि बहना का प्यार भईया ठुकरा नहीं पायेंगे।