सीहोर 19 जून (विशेष सं.)। जल संकट के समय पिछले दिनों जो अंधाधुंध नलकूप खनन हुए थे उस दौरान कहीं जनभागीदारी से काम हुआ हो ऐसी तो जानकारी सामने नहीं आई थी लेकिन हाँ इतना अवश्य था कि अनेक ऐसे बोर खुदे थे जिनका नगर पालिका में कोई रिकार्ड नहीं था। मतलब या तो वह बोर लोगों ने निजी खुदवाये थे और वह बकायदा फोटो आदि खिंचवाकर अथवा कोई और मामला था। चूंकि नगर पालिका द्वारा ऐसे कई नलकूप खनन की स्वीकृति नहीं थी या फाईल ही नहीं बनी थी तो फिर ऐसे में जो बोर खुदे थे उनके लिये कुछ कहा नहीं जा सकता। वह निजी मामला था । एक बोर अवश्य खासी चर्चा में था जो तिलक पार्क के सामने खुदा था और जिसमें न सिर्फ बोर खुदाई हुई बल्कि वहाँ एक पाईप लाईन भी डाली गई जिसके उद्धाटन सत्र में नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय भी मौजूद थे। इसलिये इसकी चर्चाएं भी चल पड़ी थी।
यह बोर नगर पालिका ने कराया है इसकी कोई जानकारी स्पष्ट नहीं थी लेकिन सभी अखबारों में बड़े-बड़े फोटो छपवाकर और खबर प्रकाशित कराने के बाद भी यह नहीं बताया गया था कि यह बोर किसके सौजन्य से हुआ है। लेकिन हाँ अब बात स्पष्ट हो गई है कि यह बोर व पाईप लाईन नगर पालिका की नहीं है ? तो फिर किसके सौजन्य से है उसकी जानकारी फुरसत को नहीं मिल पा रही है। आईये डालें इस रोचक मामले पर एक नजर.....।
नगर में कब कौन-सा काम हो जाये कहा नहीं जा सकता। कहाँ सड़क बनना शुरु हो जाये, कहाँ लोग सड़क की मांग करते रह जायें ? कहाँ बोर खुद जाये और लोग पानी को तरसते रहें ? कहाँ नाली बन जाये और कहाँ गंदगी कीचड़ सड़कों पर बहती रहे कोई ठोर-ठिकाना नहीं है। सीहोर नगर पालिका इस मामले में भी अब कुख्यात होने लगी है कि कई स्थानों पर पार्षदों की स्वीकृति से ठेकेदार वार्ड में कुछ तो भी काम कर दिया करते हैं और उसके बाद उसकी अपने तरीके से एक फाईल बनाकर नगर पालिका पहुँचा देते हैं फिर भुगतान कराने का तरीका उन्हे आता ही है। कुल मिलाकर यह गौरखधंधा नगर पालिका का सबसे अधिक चर्चा में रहता है। चाहे जहाँ जो पुलिया बना देता है या फिर कुं आ और उसकी फाईल बनाकर रुपये निकलवा लिये जाते हैं हालांकि फाईल में जरुरी खानापूर्ति सब कर ली जाती है लेकिन यह काम बाद में होता है।
पिछले दिनों फुरसत ने पूरी प्रमुखता के साथ एक समाचार प्रकाशित किया था जिसमें स्पष्ट लिखा था कि 'तिलक पार्क के सामने खुदे नलकूप की फाईल कहाँ है ?'। तिलक पार्क के सामने एक नलकूप खनन हुआ था जिसे हर एक व्यक्ति नगर पालिका द्वारा कराया गया सार्वजनिक नलकूप बता रहा था। यहाँ किसी व्यक्ति ने अथवा वार्ड पार्षद ने भी यह नहीं कहा था कि यह बोर निजी व्यक्ति का है। यहाँ बकायदा जनता के सामने भूमि पूजन के कार्यक्रम भी हुए तो जनता समझी की यह सार्वजनिक है......।
फिर इस बोर से यहाँ एक सार्वजनिक जल वितरण की पाईप लाईन भी डलवाई गई जिसका भूमि पूजन वार्ड पार्षद, नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय आदि की उपस्थिति में हुआ। कुल मिलाकर मामला कुछ ऐसा सामने आया कि जनता समझी यह बोर नगर पालिका ने कराया है।
लेकिन न तो ऐसे किसी बोर की स्वीकृति नगर पालिका में थी ? और ना ही नगर पालिका में इस बोर की कोई फाईल थी ? यह बात फुरसत ने पूरी प्रमुखता से उठाई थी। ऐसा भी विश्वास था कि कहीं यह सब काम होकर बाद में इसकी फाईल नगर पालिका में न बन जाये इसलिये मामला उजागर कर दिया गया था।
अब नगर पालिका के खिलाफ अभियान चलाये हुए 13 पार्षदों के दल ने भोपाल से आये जांच दल को कल अचानक जब तिलक पार्क के सामने ले जाकर खड़ा किया और भोपाल संभाग के नगरीय प्रशासन विभाग कार्यपालन यंत्री ए.जी.खान ने यहाँ जांच शुरु करने के पूर्व मुख्य नगर पालिका को बुलाया और पूछा की यह बोर किसका है? तो मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने जैसे ही यहाँ कहा कि साहब न तो यह बोर हमारा है और ना ही यहाँ डली पाईप लाईन हमारी है तो यह बात सुनकर जो 13 पार्षद जांच दल लाये थे उनके पैरो तले जमीन खिसक गई। वह आश्चर्य करने लगे। उन्होने कहा कि साहब यह बोर तो नगर पालिका ने ही कराया है और अध्यक्ष ने भूमि पूजन किया है। तो नकार कैसे रहे हैं कड़ी पूछताछ हो।
फिर पूछने पर मुख्य नगर पालिका ने कहा कि नहीं यह हमारा नहीं है, हो सकता हैं मुझे याद नहीं हो मैं अभी पूछ लेता हूँ। मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने अपने अधिनस्थ इंजीनियरों आदि को फोन लगाकर पूछताछ की और फिर यह बताया कि न तो इसका वर्क आर्डर है, न कोई फाईल है ना ही पाईप लाईन नगर पालिका द्वारा डलवाई गई है। नगर पालिका के इंजीनियर के.के.शर्मा जो बोर खनन का काम देखते हैं उन्होने भी यही कहा ।
इस पर 13 पार्षदों ने कहा कि साहब इसका भी पंचनामा बनवाया जाये ताकि कहीं बाद में यह बोर नगर पालिका का बताकर इसका भुगतान न हो जाये इस बात को समझते हुए जांच अधिकारी ने इस बातों का पंचनामा भी बनाया गया कि यह बोर नगर पालिका का नहीं है और फिर इस बोर को दूर से ही दूसरे का लगा हुआ मानकर जांच दल चला गया... ।आश्चर्य है कि अभी तक इस बोर को खुदवाने वाले ने यह नहीं बताया कि किसने यह खुदवाया है ? क्या जनभागीदारी से यह हुआ है ? या फिर कोई व्यक्ति विशेष ने अपनी दानशीलता का परिचय देते हुए लाखों रुपये का काम वार्ड 29 की जनता के लिये करवा दिया है। खैर कल हुई जांच से अब इस बोर को लेकर उठ रहे सवालों पर विराम लग गया है और स्पष्ट हो गया है कि यह पूरा तामझाम नगर पालिका का नहीं है।
मुझे नहीं मालूम किसका बोर है, मैं तो बस उद्धाटन करने चला जाता हूँ-राकेश राय
सीहोर। तिलक पार्क के सामने लगे बोर और पाईप लाईन के उद्धाटन के समय चूंकि खुद नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय उपस्थित थे। इसलिये इस संबंध में अधिकृत जानकारी के लिये जब फुरसत ने श्री राय से इस संबंध में पूछना चाहा तो उन्होने पहले-पहल तो यह कहकर बात काट दी कि भैया मैं अभी बाहर से आया ही हूँ, उतरा भी नहीं हूँ, इसलिये थोड़ी देर से आप बस मुझे 5 मिनिट का समय दें, जब पुन: कुछ समय पश्चात उनसे सम्पर्क किया गया तो उन्होने बताया कि हमें तो वहाँ पार्षद राहुल यादव ने बुलाया था, इसलिये गये थे। उस वार्ड में बोर लगा है यह हमें मालूम हैं, लेकिन किसने लगवाया यह हमें थोड़े ही मालूम हैं।
जब उनसे पूछा कि क्या आपको मालूम है कि वह नगर पालिका ने लगवाया है या नहीं ? तो अध्यक्ष राकेश राय ने कहा कि यह जानकारी हमें नहीं रहती, हमे तो कोई भी कहीं भी बुला लेता है कि भाई साहब आपको आना है तो मना थोड़े ही कर सकते हैं, चले जाते हैं, कोई पार्षद कहता है कि साहब बोर खनन हो रहा है आना है, कोई कहता नाली बन रही है, कोई कहता है सड़क बन रही हैं हम चले जाते हैं। नगर पालिका के काम बिना सीएमओ की आदेश के नहीं हो सकता, वही फाईल बनवाता है, तब ही काम होता है। वही सक्षम अधिकारी है, इंजीनियर हैं। यह सब जानकारी का काम मेरा नहीं है। मैं चाहूँ तो भी कुछ नहीं कर सकता। मैने सख्त निर्देश दे दिये हैं कि जो भी काम हो नियम के अनुसार हो । जब फुरसत ने पूछा की कल सीएमओ ने जांच दल के सामने कहा है कि वह बोर नगर पालिका का नहीं है? इस संबंध में आपका क्या कहना है तो अध्यक्ष ने कहा कि मैं तो पार्षद के बुलाने पर गया था, मुझे नहीं मालूम किसने क्या कराया है।
Friday, June 20, 2008
संदिग्ध अवस्था में मिला शव, हत्या की आशंका पर परिजनों द्वारा प्राणघातक हमला
सीहोर 19 जून (नि.सं.)। समीपस्थ ग्राम बड़नगर में आज सुबह गांव के अंदर ही एक जंगल में पड़ा शव देखकर कुछ लोग ठिठक गये। जब देखा तो पता चला कि वह शव ग्राम के सुरेश पुत्र जवाहरी लाल यादव का था जो रात कीर्तन में गया हुआ था। इसकी मृत्यु से आहत इसके परिजनों की लड़ाई फिर अपनी पुरानी रंजिश रखने वालों से हुई और प्राणघातक हमले दोनो तरफ से हुए जिसमें करीब एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये हैं। जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में चला । पुलिस मामले की गहनता से विवेचना कर रही है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले ग्राम बड़नगर में आज एक युवक मृत अवस्था में पड़ा मिला। मृतक के हाथ में लिखा देखा कि 'जेब में', जब जेब में देखा गया तो एक पर्ची निकली जिस पर लिखा था कि यदि मुझे कुछ हो जाये तो इन लोगों के कारण ही होगा। पर्ची में जिन लोगों के नाम लिखे बताये गये हैं वह मृतक व उसके परिवार से पुरानी रंजिश रखते हैं।
सुबह जब मृतक के शव के साथ यह सब देखा गया तो इसके परिजनों ने अपने पुराने रंजिश रखने वालों से इस संबंध में जाकर बातचीत क रने का प्रयास किया और इसके साथ ही इनमें खूनी संघर्ष हो गया। पुलिस के अनुसार बड़नगर निवासी मदन पुत्र फूलचंद यादव आज सुबह अपने घर पर था तभी गांव के जवाहरी, हेमराज, लाला, अमरचंद, मदन, गणेश, विष्णु, मंटु, राजू, नरेश, अशोक व हरी फर्सी, कुल्हाड़ी व लकड़ी लेकर मदन यादव के घर में घुस आये और विष्णु ने फर्सी से मदन पर प्रहार कर दिया फिर सभी लोग मदन को लाठी, कुल्हाड़ी से मारने लगे। मदन की पत्नि कृपाबाई व यशोदाबाई पुत्र सतीश व छोटा भाई कल्लु के साथ भी इन लोगों ने मारपीट कर चोंट पहुँचाई व घर में तोड़ फोड़ कर छत पर चढ़कर घर के कवेलू तोड़ डाले। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार हेतु सीहोर अस्पताल में दाखिल कराया गया है। घटना की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जे.एस. राजपूत, एसडीओपी सीहोर उमेश शर्मा, प्रभारी एफ.एस.एल. एवं थाना प्रभारी कोतवाली तत्काल मौके पर पहुँचे। इधर पुलिस ने शव का सूक्ष्म परीक्षण कराया है। मृतक सुरेश यादव रात ग्राम में ही भजन में गया हुआ था जहाँ रात्रि करीब 1 बजे वह वहाँ से निकला और घर नहीं पहुँचा। सुबह इसका शव मिला। शव के साथ संदिग्धता भी स्पष्ट झलकी। कुछ को गले पर निशान भी नजर आये। ऐसा भी विश्वास है कि मृतक को संभवत: जहर दिया गया हो। जांच के बाद ही पता चलेगा।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले ग्राम बड़नगर में आज एक युवक मृत अवस्था में पड़ा मिला। मृतक के हाथ में लिखा देखा कि 'जेब में', जब जेब में देखा गया तो एक पर्ची निकली जिस पर लिखा था कि यदि मुझे कुछ हो जाये तो इन लोगों के कारण ही होगा। पर्ची में जिन लोगों के नाम लिखे बताये गये हैं वह मृतक व उसके परिवार से पुरानी रंजिश रखते हैं।
सुबह जब मृतक के शव के साथ यह सब देखा गया तो इसके परिजनों ने अपने पुराने रंजिश रखने वालों से इस संबंध में जाकर बातचीत क रने का प्रयास किया और इसके साथ ही इनमें खूनी संघर्ष हो गया। पुलिस के अनुसार बड़नगर निवासी मदन पुत्र फूलचंद यादव आज सुबह अपने घर पर था तभी गांव के जवाहरी, हेमराज, लाला, अमरचंद, मदन, गणेश, विष्णु, मंटु, राजू, नरेश, अशोक व हरी फर्सी, कुल्हाड़ी व लकड़ी लेकर मदन यादव के घर में घुस आये और विष्णु ने फर्सी से मदन पर प्रहार कर दिया फिर सभी लोग मदन को लाठी, कुल्हाड़ी से मारने लगे। मदन की पत्नि कृपाबाई व यशोदाबाई पुत्र सतीश व छोटा भाई कल्लु के साथ भी इन लोगों ने मारपीट कर चोंट पहुँचाई व घर में तोड़ फोड़ कर छत पर चढ़कर घर के कवेलू तोड़ डाले। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार हेतु सीहोर अस्पताल में दाखिल कराया गया है। घटना की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जे.एस. राजपूत, एसडीओपी सीहोर उमेश शर्मा, प्रभारी एफ.एस.एल. एवं थाना प्रभारी कोतवाली तत्काल मौके पर पहुँचे। इधर पुलिस ने शव का सूक्ष्म परीक्षण कराया है। मृतक सुरेश यादव रात ग्राम में ही भजन में गया हुआ था जहाँ रात्रि करीब 1 बजे वह वहाँ से निकला और घर नहीं पहुँचा। सुबह इसका शव मिला। शव के साथ संदिग्धता भी स्पष्ट झलकी। कुछ को गले पर निशान भी नजर आये। ऐसा भी विश्वास है कि मृतक को संभवत: जहर दिया गया हो। जांच के बाद ही पता चलेगा।
हकीमाबाद ग्राम पंचायत मामला.....महिला को मजदूरी दी 50 दर्शाई 414 रुपये, जांच में बात सामने आई
आष्टा 19 जून (नि.प्र.)। आष्टा विकास खण्ड की पंचायतों में क्या-क्या हो रहा है इसकी अगर गहराईयों में जाया जाये तो आंख खुली की खुली रह जायेगी लेकिन कहते हैं ध्यान में सब एक जैसे हैं इसलिये कोई आवाज नहीं उठाता है लेकिन आष्टा विकास खण्ड की ग्राम पंचायत हकीमाबाद के जागरुक नागरिकों, जनप्रतिनिधियों ने गड़बड़ी की आवाज उठाई और एक शिकायत पिछले माह आष्टा अनुविभागीय अधिकारी श्रीमति जी.व्ही.रश्मि को सौंपी मेैडम ने शिकायत को गंभीरता से लिया और तहसीलदार बिहारी सिंह एवं श्रम निरीक्षक श्री संतुरे को जांच कार्य सौंपा।
दोनो अधिकारी ग्राम पहुँचे और सरपंच श्रीमति रेखा बाई के खिलाफ शिकायतों की जांच शुरु की तहसीलदार आष्टा ने जांच के बाद प्रतिवेदन एसडीएम को सौंप दिया। जिसमें काफी गड़बड़ पाई गई है। जांच में पाया की महिला मजदूरों को काम के बदले जो राशि दी लेखा पुस्तक में कई गुना अधिक चढ़ाई, सूखा राहत में टेक्टर से कार्य करना पाया गया समग्र स्वच्छता अभियान में राशि की जगह सामग्री दी जाना पाया गया तथा मस्टर में काफी काटा-पीटी पाई गई है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच में पहुँचे अधिकारियों ने पाया कि एक महिला मजदूर जिसका नाम जसरथ बाई है ने बयान दिया कि उसने एक दिन काम किया था उसके बदले उसे 50 रुपये मजदूरी दी गई थी जांच में उक्त महिला को काम के बदले मस्टर में 414 रुपये देना दर्शाया गया है। इसी प्रकार मोतन बाई एवं बसंती बाई ने 3-3 दिन कार्य किया था इन दोनो ने बयान दिया कि इसके बदले उन्हे 150 रुपये दिये जबकि जांच में पाया की मस्टर में इन दोनो के नाम 414-414 रुपये देना पाया गया इसी प्रकार सूखा राहत के तालाब गहरी करण का कार्य मजदूरों से कराया जाना था लेकिन ग्राम के कई लोगों ने बयान दिये की तालाब में कार्य टेक्टर से कराया गया।
मजदूरों को भुगतान तो नियमानुसार किया लेकिन मस्टर में कई गुना अधिक चढ़ाया गया है। इसी प्रकार सूत्रों ने बताया कि समग्र स्वच्छता अभियान में 29 लोगों के बयान लिये इन लोगों ने बताया कि उन्हे 1022 रुपये नगद के स्थान पर साम्रगी दी गई जो नियम अनुसार नहीं है ग्रामों में शौचालय निर्माण के लिये योजना में एक 187 रुपये की जो सीट आती है वो तथा शौचालय निर्माण के लिये 1022 रुपये नगदी दिये जाने थे लेकिन इसके बदले उन्हे उक्त राशि नगदी ना देकर उन्हे सामग्री दी गई जो अनियमितता की श्रेणी में पाया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तहसीलदार आष्टा द्वारा हकीमाबाद ग्राम पंचायत की शिकायतों की जांच कर रिपोर्ट एसढीएम आष्टा को सौंप दी है खबर है कि एसडीएम ने ग्राम की पंचायत सचिव एवं उपयंत्री को नोटिस जारी किये हैं देखना है आगे क्या कार्यवाही होती है।
दोनो अधिकारी ग्राम पहुँचे और सरपंच श्रीमति रेखा बाई के खिलाफ शिकायतों की जांच शुरु की तहसीलदार आष्टा ने जांच के बाद प्रतिवेदन एसडीएम को सौंप दिया। जिसमें काफी गड़बड़ पाई गई है। जांच में पाया की महिला मजदूरों को काम के बदले जो राशि दी लेखा पुस्तक में कई गुना अधिक चढ़ाई, सूखा राहत में टेक्टर से कार्य करना पाया गया समग्र स्वच्छता अभियान में राशि की जगह सामग्री दी जाना पाया गया तथा मस्टर में काफी काटा-पीटी पाई गई है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच में पहुँचे अधिकारियों ने पाया कि एक महिला मजदूर जिसका नाम जसरथ बाई है ने बयान दिया कि उसने एक दिन काम किया था उसके बदले उसे 50 रुपये मजदूरी दी गई थी जांच में उक्त महिला को काम के बदले मस्टर में 414 रुपये देना दर्शाया गया है। इसी प्रकार मोतन बाई एवं बसंती बाई ने 3-3 दिन कार्य किया था इन दोनो ने बयान दिया कि इसके बदले उन्हे 150 रुपये दिये जबकि जांच में पाया की मस्टर में इन दोनो के नाम 414-414 रुपये देना पाया गया इसी प्रकार सूखा राहत के तालाब गहरी करण का कार्य मजदूरों से कराया जाना था लेकिन ग्राम के कई लोगों ने बयान दिये की तालाब में कार्य टेक्टर से कराया गया।
मजदूरों को भुगतान तो नियमानुसार किया लेकिन मस्टर में कई गुना अधिक चढ़ाया गया है। इसी प्रकार सूत्रों ने बताया कि समग्र स्वच्छता अभियान में 29 लोगों के बयान लिये इन लोगों ने बताया कि उन्हे 1022 रुपये नगद के स्थान पर साम्रगी दी गई जो नियम अनुसार नहीं है ग्रामों में शौचालय निर्माण के लिये योजना में एक 187 रुपये की जो सीट आती है वो तथा शौचालय निर्माण के लिये 1022 रुपये नगदी दिये जाने थे लेकिन इसके बदले उन्हे उक्त राशि नगदी ना देकर उन्हे सामग्री दी गई जो अनियमितता की श्रेणी में पाया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तहसीलदार आष्टा द्वारा हकीमाबाद ग्राम पंचायत की शिकायतों की जांच कर रिपोर्ट एसढीएम आष्टा को सौंप दी है खबर है कि एसडीएम ने ग्राम की पंचायत सचिव एवं उपयंत्री को नोटिस जारी किये हैं देखना है आगे क्या कार्यवाही होती है।
पुलिस ने ढाबे से टावेल एवं शर्ट से भरे बोरे जप्त किये
आष्टा 19 जून (नि.प्र.)। इन्दौर भोपाल राजमार्ग पर होनी वाली ट्रक कटिंग की घटनाओं से पुलिस परेशान है पुलिस को यह भी खबर है कि कंजर इस रोड पर ढाबों पर रुकते हैं तथा ट्रक कटिंग का माल भी इधर-उधर बेचा जाता है कल पुलिस ने आष्टा इन्दौर रोड पर एक ढाबे के पीछे से दो बोरों में भ्रे टावेल एवं शर्ट जप्त कर ढाबे के मालिक पप्पु उर्फ प्रकाश जायसवाल को पकड़ा है।
पुलिस को ऐसी शंका है कि उक्त माल ट्रक कटिंग के बाद बेचा होगा और ढाबे वाले ने खरीदा होगा वहीं ढाबे वाले का कहना है कि मुझे नहीं मालूम मेरे ढाबे के पीछे कपड़ों से भरे उक्त बोरे कौन रख गया शायद ये मुझे फंसाने की साजिश है। पुलिस ने बताया कि एक बोरे में 34 नगर टावेल भरे हैं तथा एक बोरे में 100 नग शर्ट के भरे हैं। उक्त कपड़ो से भरे बोरों के मिलने के बाद यह शंका उभर रही है कि उक्त कपड़े बिकने जरुर आये होंगे पुलिस को गहराई में जाने की आवश्यकता है। टीआई अतीक अहमद खान ने बताया कि पूछताछ कर रहे हैं।
पुलिस को ऐसी शंका है कि उक्त माल ट्रक कटिंग के बाद बेचा होगा और ढाबे वाले ने खरीदा होगा वहीं ढाबे वाले का कहना है कि मुझे नहीं मालूम मेरे ढाबे के पीछे कपड़ों से भरे उक्त बोरे कौन रख गया शायद ये मुझे फंसाने की साजिश है। पुलिस ने बताया कि एक बोरे में 34 नगर टावेल भरे हैं तथा एक बोरे में 100 नग शर्ट के भरे हैं। उक्त कपड़ो से भरे बोरों के मिलने के बाद यह शंका उभर रही है कि उक्त कपड़े बिकने जरुर आये होंगे पुलिस को गहराई में जाने की आवश्यकता है। टीआई अतीक अहमद खान ने बताया कि पूछताछ कर रहे हैं।
हत्या के आरोपी भतीजे को आजीवन करावास एवं अर्थदण्ड
आष्टा 19 जून (नि.प्र.) आष्टा न्यायालय द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट टे्रक कोर्ट आष्टा श्री राजेश श्रीवास्तव द्वारा सत्र प्र.क्रं.147.06 म.प्र. राज्य विरूद्ध देवराज व उमरीबाई मे निर्णय पारित करते हुए आरोपी देवराज पुत्र लक्ष्मीनाराण निवासी ग्राम अरनियागाजी, तह. आष्टा को धारा 302 भादवि के अंतर्गत दोष सिध्द पाते हुए आजीवन कारावास एवं 5000 रूपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया सह अभियुक्त आरोपी देवराज की मॉ उमरी बाई को शंका का लाभ देते हुए धारा 302 सहपठित धारा भादसं. के आरोपों से दोषमुक्त किया ।
अभियोजन प्रकरण संक्षेप में इस प्रकार है कि घटना 14 जुलाई 2007 को ग्राम अरनियागाजी में मृतिका का उसकी जेठानी आरोपी उमरी बाई से झगड़ा हो गया था उसके पश्चात प्रात: 9 बजे मृतिका कृष्णाबाई अपने घर में रोटी बना रही थी तो उसकी आरोपी उमरी बाई के लड़के ने देवराज ने उसे जान से मारने की नियत से उसके ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी मृतिका चिल्लाई तो उसका पति बाबूलाल गांव के अन्य लोग आ गये जो उसे अस्पताल लाये। मृतिका ने अभियोजन को देहाती नालसी लिखाई जिस पर प्रथम सूचना रिपोर्ट थाना जावर में दर्ज हुई इलाज के दौरान मृतिका के मृत्यु के पूर्व कथन लिये गये तत्पश्चात मृतिका की मृत्यु हो गई। प्रकरण मे यह उल्लेखनीय तथ्य है की अभियोजन द्वारा प्रकरण की विवेचना किये जाने पर अपराध गठित होना नहीं पाया एवं प्रकरण खात्मा दण्डाधिकारी प्र.श्रे .आष्टा के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया । न्यायिक दण्डाधिकारी प्र.श्रे आष्टा द्वारा प्रकरण में धारा 302.34 भादंसं के अंतर्गत संज्ञान लिया गया एवं प्रकरण माननीय न्यायालय सत्र न्यायालय सीहोर की और प्रस्तुत किया गया जहां से प्रकरण निराकरण हेतु इस न्यायालय को प्राप्त हुआ। लोक अभियोजक श्री बी एस ठाकुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रक रण की विवेचना में सभी पारिवारिक एवं स्वतंत्र ग्राम के साक्षीगण ने न तो पुलिस कथन में और न ही न्यायालयीन कथन मे अभियोजन कहानी का समर्थन किया । अभियोजक का प्रकरण पूर्णत: मृतिका द्वारा लेख कराई गई देहाती नालिसी एवं मृत्यु पूर्व कथन पर आधारित दी थी मृतिका के द्वारा आरोपी देवराज द्वारा मिट्टी का तेल डालकर जलाने संबंधी साक्ष्य दी थी मृतिका की देहाती की पुष्टि अपने न्यायालय कथन में आ.सा. 15 प्रधान आरक्षक राजेन्द्र ंसिंह ने की तथा मृत्यु पूर्व कथन के समय मृतिका कुष्णाबाई कथन देने योग्य थी एवं मारणासन्न कथन के दौरान मृतिका होश में रही थी। उसे उसके जेठ के लड़के देवराज ने जलाया तथा हमारी जेठानी के साथ अन्य शकीला बाई थी इसलिये उसके लड़के आरोपी देवराज से मिट्टी का तेल डालक र जलवाया है, की पुष्टि अ.सा.18 बी. एस. मरकाम नायब तहसीलदार जिसने कथन लेखक अ.सा.12 डॉ. भरत आर्य की मौजूदगी में किये थे, द्वारा की गई। विद्वान न्यायाधीश श्री राजेश श्रीवास्तव द्वारा मृतिका की देहाती नालिसी एवं मारणासन्न कथन को उक्त साक्षीगण प्रधान आरक्षक राजेन्द्र सिंह डा.भरत आर्य एवं तहसीलदार बी. एस. मरकाम के कथनों का गंभीर एवं सूक्ष्म अवलोकन एवं प्रकरण में आई अन्य साक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए आरोपी देवराज के विरूद्ध विश्वास योग्य पाते हुए आरोपी देवराज को धारा 302 भा.द.सं. के अंतर्गत दोषसिद्ध मानते हुए आजीवन कारावास एवं 5000 रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया प्रकरण में शासन की और से पैरवी बी.एस. ठाकुर आतिलोक अभियोजक आष्टा द्वारा की गई।
अभियोजन प्रकरण संक्षेप में इस प्रकार है कि घटना 14 जुलाई 2007 को ग्राम अरनियागाजी में मृतिका का उसकी जेठानी आरोपी उमरी बाई से झगड़ा हो गया था उसके पश्चात प्रात: 9 बजे मृतिका कृष्णाबाई अपने घर में रोटी बना रही थी तो उसकी आरोपी उमरी बाई के लड़के ने देवराज ने उसे जान से मारने की नियत से उसके ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी मृतिका चिल्लाई तो उसका पति बाबूलाल गांव के अन्य लोग आ गये जो उसे अस्पताल लाये। मृतिका ने अभियोजन को देहाती नालसी लिखाई जिस पर प्रथम सूचना रिपोर्ट थाना जावर में दर्ज हुई इलाज के दौरान मृतिका के मृत्यु के पूर्व कथन लिये गये तत्पश्चात मृतिका की मृत्यु हो गई। प्रकरण मे यह उल्लेखनीय तथ्य है की अभियोजन द्वारा प्रकरण की विवेचना किये जाने पर अपराध गठित होना नहीं पाया एवं प्रकरण खात्मा दण्डाधिकारी प्र.श्रे .आष्टा के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया । न्यायिक दण्डाधिकारी प्र.श्रे आष्टा द्वारा प्रकरण में धारा 302.34 भादंसं के अंतर्गत संज्ञान लिया गया एवं प्रकरण माननीय न्यायालय सत्र न्यायालय सीहोर की और प्रस्तुत किया गया जहां से प्रकरण निराकरण हेतु इस न्यायालय को प्राप्त हुआ। लोक अभियोजक श्री बी एस ठाकुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रक रण की विवेचना में सभी पारिवारिक एवं स्वतंत्र ग्राम के साक्षीगण ने न तो पुलिस कथन में और न ही न्यायालयीन कथन मे अभियोजन कहानी का समर्थन किया । अभियोजक का प्रकरण पूर्णत: मृतिका द्वारा लेख कराई गई देहाती नालिसी एवं मृत्यु पूर्व कथन पर आधारित दी थी मृतिका के द्वारा आरोपी देवराज द्वारा मिट्टी का तेल डालकर जलाने संबंधी साक्ष्य दी थी मृतिका की देहाती की पुष्टि अपने न्यायालय कथन में आ.सा. 15 प्रधान आरक्षक राजेन्द्र ंसिंह ने की तथा मृत्यु पूर्व कथन के समय मृतिका कुष्णाबाई कथन देने योग्य थी एवं मारणासन्न कथन के दौरान मृतिका होश में रही थी। उसे उसके जेठ के लड़के देवराज ने जलाया तथा हमारी जेठानी के साथ अन्य शकीला बाई थी इसलिये उसके लड़के आरोपी देवराज से मिट्टी का तेल डालक र जलवाया है, की पुष्टि अ.सा.18 बी. एस. मरकाम नायब तहसीलदार जिसने कथन लेखक अ.सा.12 डॉ. भरत आर्य की मौजूदगी में किये थे, द्वारा की गई। विद्वान न्यायाधीश श्री राजेश श्रीवास्तव द्वारा मृतिका की देहाती नालिसी एवं मारणासन्न कथन को उक्त साक्षीगण प्रधान आरक्षक राजेन्द्र सिंह डा.भरत आर्य एवं तहसीलदार बी. एस. मरकाम के कथनों का गंभीर एवं सूक्ष्म अवलोकन एवं प्रकरण में आई अन्य साक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए आरोपी देवराज के विरूद्ध विश्वास योग्य पाते हुए आरोपी देवराज को धारा 302 भा.द.सं. के अंतर्गत दोषसिद्ध मानते हुए आजीवन कारावास एवं 5000 रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया प्रकरण में शासन की और से पैरवी बी.एस. ठाकुर आतिलोक अभियोजक आष्टा द्वारा की गई।
न्यायाधीश द्वय की विदाई दी
आष्टा 19 जून (नि,प्र,) आष्टा न्यायाधीश में पदस्थ न्यायाधीश श्री नारायण सिंह मीणा एवं न्यायाधीश श्री सुधीर चौधरी दोनों का ही प्रमोशन क्रमश: सी जे भोपाल एवं व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 1 छतरपुर स्थानांतरण होने पर अभिभाषक संघ आष्टा द्वारा दोनो न्यायाधीश को कार्यक्रम आयोजित कर विदाई दी ।
इस अवसर मौके पर संघ के अध्यक्ष विजेन्द्र सिंह ठाकुर एवं कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष जावेद अली, सचिव प्रदीप धाड़ीवाल, सहसचिव जी.एस.मालवीय कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर पुस्तकालय अध्यक्ष गोकुल कुशवाहा एवं उपस्थित अधिवक्ताओं द्वारा पुष्पहारों से स्वागत किया। इस मौके पर विदाई उद्बोधन संघ के अध्यक्ष ठाकुर सहित राजमल धारवां एडवोकेट, निर्भय सिंह ठाकुर, एडवोकेट नगीन चन्द्र जैन एडवोकेट श्री राजेश श्रीवास्तव, अपर जिला जज आष्टा एवं अतिरिक्त व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 आनन्द कुमार सहलाम ने विदाई दी।
इस अवसर पर संघ के अधिक्ता मोहम्मद शमीम जहीरी, बी एस. ठाकुर गुड्डू महेन्द्र सिंह सोलंकी, दिनेश कुमार भूतिया, सौभाग्य सिंह ठाकुर, मोड़सिंह मेवाडा, देवेन्द्रसिंह ठाकुर, शहजाउद्दीन अंसारी, कांतिलाल जोशी, एन.के जोशी, ताज मोहम्मद ताज, धीरज, धारवां, विक्रम वर्मा, ज्ञानसिंह मकवाना, अजब सिंह, एन.के शर्मा, भूपेन्द्र सिंह राणा, सी.के.जैन, राधेश्याम धनगर, चित्रेन्द्र सिंह सोलंकी, लखनलाल खण्डारे, कुलदीप शर्मा, सुरेन्द्र सिंह परमार, नदीम जहीरी, महेन्द्र सिंह ठाकुर, विरेन्द्र सिंह परमार, सुनील कचनेरिया, अतुल शर्मा, बालकृष्ण बैरागी, कुलदीप सिंह ठाकुर, क्लर्क, अनार सिंह ठाकुर, श्याम भूतिया आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप धाड़ीवाल तथा आभार दिलीप सिंह ठाकुर द्वारा व्यक्त किया गया।
इस अवसर मौके पर संघ के अध्यक्ष विजेन्द्र सिंह ठाकुर एवं कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष जावेद अली, सचिव प्रदीप धाड़ीवाल, सहसचिव जी.एस.मालवीय कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर पुस्तकालय अध्यक्ष गोकुल कुशवाहा एवं उपस्थित अधिवक्ताओं द्वारा पुष्पहारों से स्वागत किया। इस मौके पर विदाई उद्बोधन संघ के अध्यक्ष ठाकुर सहित राजमल धारवां एडवोकेट, निर्भय सिंह ठाकुर, एडवोकेट नगीन चन्द्र जैन एडवोकेट श्री राजेश श्रीवास्तव, अपर जिला जज आष्टा एवं अतिरिक्त व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 आनन्द कुमार सहलाम ने विदाई दी।
इस अवसर पर संघ के अधिक्ता मोहम्मद शमीम जहीरी, बी एस. ठाकुर गुड्डू महेन्द्र सिंह सोलंकी, दिनेश कुमार भूतिया, सौभाग्य सिंह ठाकुर, मोड़सिंह मेवाडा, देवेन्द्रसिंह ठाकुर, शहजाउद्दीन अंसारी, कांतिलाल जोशी, एन.के जोशी, ताज मोहम्मद ताज, धीरज, धारवां, विक्रम वर्मा, ज्ञानसिंह मकवाना, अजब सिंह, एन.के शर्मा, भूपेन्द्र सिंह राणा, सी.के.जैन, राधेश्याम धनगर, चित्रेन्द्र सिंह सोलंकी, लखनलाल खण्डारे, कुलदीप शर्मा, सुरेन्द्र सिंह परमार, नदीम जहीरी, महेन्द्र सिंह ठाकुर, विरेन्द्र सिंह परमार, सुनील कचनेरिया, अतुल शर्मा, बालकृष्ण बैरागी, कुलदीप सिंह ठाकुर, क्लर्क, अनार सिंह ठाकुर, श्याम भूतिया आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप धाड़ीवाल तथा आभार दिलीप सिंह ठाकुर द्वारा व्यक्त किया गया।
बढियाखेड़ी मे बोर हुआ भरपूर पानी निकला
सीहोर 19 जून (नि.सं.)। नगर पालिका परिषद द्वारा शहर के बड़ियाखेड़ी क्षेत्र में बोर कराया गया है नलकुप खनन का भूमिपूजन नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ने किया इस बोर में भरपूर पानी निकला है।
बड़ियाखेडी क्षेत्र मे नलकूप खनन कार्य के लिए भूमि पूजन हेतु पहुंचे नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय का क्षेत्र के लोगो ने आत्मीय स्वागत किया। भूमिपूजन के अवसर पर नगर अध्यक्ष राकेश राय सहित कांग्रेस नेता अनिल मिश्रा, पवन राठौर, अशफाक खान, संजय राय, अरूण राय, जगदीश तिवारी, संदीप राय, सुनील राय, विजय राय, दीपू राजपूत, आदि की उपस्थित उल्लेखनीय रही । इस अवसर पर राकेश राय ने अपने संबोधन मे कहा कि शहर में इस साल अल्प वर्षा के कारण पेयजल संकट की रिथति निर्मित हुई थी जो सभी के सहयोग से अब दूर हो चुकी है शहर मे जहां भी आवश्यकता महसूस की जावेगी वहां नलकू प खनन कराया जायेगा। श्री राय ने कहा कि जलसंकट को हल करने के लिए नगर पालिका परिषद द्वारा समय रहते कदम उठाये गये के सुखद परिणाम सामने आये हैं।
बड़ियाखेडी क्षेत्र मे नलकूप खनन कार्य के लिए भूमि पूजन हेतु पहुंचे नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय का क्षेत्र के लोगो ने आत्मीय स्वागत किया। भूमिपूजन के अवसर पर नगर अध्यक्ष राकेश राय सहित कांग्रेस नेता अनिल मिश्रा, पवन राठौर, अशफाक खान, संजय राय, अरूण राय, जगदीश तिवारी, संदीप राय, सुनील राय, विजय राय, दीपू राजपूत, आदि की उपस्थित उल्लेखनीय रही । इस अवसर पर राकेश राय ने अपने संबोधन मे कहा कि शहर में इस साल अल्प वर्षा के कारण पेयजल संकट की रिथति निर्मित हुई थी जो सभी के सहयोग से अब दूर हो चुकी है शहर मे जहां भी आवश्यकता महसूस की जावेगी वहां नलकू प खनन कराया जायेगा। श्री राय ने कहा कि जलसंकट को हल करने के लिए नगर पालिका परिषद द्वारा समय रहते कदम उठाये गये के सुखद परिणाम सामने आये हैं।
वृद्धा को बदमाशों ने लूटा
सीहोर 19 जून (नि.सं.)। जिले के रेहटी थाना क्षैत्र के ग्राम मालीबायां में बीती रात सो रही एक वृद्धा को किसी अज्ञात बदमाश ने मुंह दबाकर उठाकर बाहर ले जाकर पैरों को तोड़ मरोड़कर एक जोड़ चांदी की कड़ी निकाल कर फरार हो गये । पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश प्रारंभ कर दी है ।
थाना रेहटी से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम मालीवायां निवासी इमरतलाल खाती की 80 वर्षीय मां शैतानबाई बीती रात को अपने घर की ओसारी में सो रही थी, जिसे कोई अज्ञात बदमाश रात्रि दो बजे के बाद उठा ले गया। बताया जाता है कि रात्रि तीन बजे जब शैतानबाई का पुत्र इमरतलाल उठा तो देखा कि उसकी मां ओसारी में पलंग पर नही दिखी जिन्हें इमरतलाल अपने भाई हरिओम व पड़ोसियों के साथ तलाश करते हुये जब पेट्रोल पम्प के पीछे की तरफ पहुंचा तो मोहन सेठ के खेत में नहर किनारे शैतानबाई पड़ी मिली । पूछने पर शैतानबाई ने अपने पुत्र को बताया कि उसे किसी ने मुंह दबाकर उठाया लाया और दोनों पैरों की कड़ी चांदी की पैरों को तोड मरोड़ कर निकाल ले गया । वारदात की सूचना पाकर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश प्रारंभ कर दी हैं ।
थाना रेहटी से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम मालीवायां निवासी इमरतलाल खाती की 80 वर्षीय मां शैतानबाई बीती रात को अपने घर की ओसारी में सो रही थी, जिसे कोई अज्ञात बदमाश रात्रि दो बजे के बाद उठा ले गया। बताया जाता है कि रात्रि तीन बजे जब शैतानबाई का पुत्र इमरतलाल उठा तो देखा कि उसकी मां ओसारी में पलंग पर नही दिखी जिन्हें इमरतलाल अपने भाई हरिओम व पड़ोसियों के साथ तलाश करते हुये जब पेट्रोल पम्प के पीछे की तरफ पहुंचा तो मोहन सेठ के खेत में नहर किनारे शैतानबाई पड़ी मिली । पूछने पर शैतानबाई ने अपने पुत्र को बताया कि उसे किसी ने मुंह दबाकर उठाया लाया और दोनों पैरों की कड़ी चांदी की पैरों को तोड मरोड़ कर निकाल ले गया । वारदात की सूचना पाकर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश प्रारंभ कर दी हैं ।
आर.यू कुरैशी को श्रद्वाजंली
आष्टा 19 जून (नि.प्र.) 58 वषीय श्री रहीम कुरैशी को अचानक ह्दय गति रूकजाने के कारण भोपाल मेमोरियल हास्पिटल में भर्ती कराया गया था वहां अंत निधन हो गया। इस दुखद घड़ी में सभी अधिकारी एवं कर्मचारीगणों ने सामूहिक मोनधारण कर उन की आत्मा की शान्ति के लिऐ श्रद्वाजंली अर्पित की एवं परिवार को ईश्वर इस दुख को सहन करने की क्षमता प्रदान करें। इसमे कार्यपालन यंत्री एस.एल. नरेडा सहायक यंत्री टी आर बॉ.के. वाय.के. जैन, मो.सादिक भगवान सिंह मेवाडा, दिनेश शर्मा, महेन्द्र शर्मा, श्रीमति उषा तिवारी, अनुभाग अधिकारी व्हीडी कोतवाल, एस.एच.अजमनी, एल.एल. लोधा, मेघराज शर्मा, ए.आर. अंसारी, राजेन्द्र शर्मा, आर.पी. दरिया, एन.एस.ठाकुर, के.के. सोनी, कृपाल सिंह ठाकुर, मतीन खॉ, शहजाद खॉ, मनोहर लाल वर्मा, रईस खॉ, हेमराज वर्मा, नारायण सिंह, फतेहसिंह, अब्दुल रफीक, आदि सभी ने श्रध्दाजंली दी।
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