Thursday, July 17, 2008

दिन भर चली उठा पटक, उम्मीदवारों को बैठाने के प्रयास तेज

सीहोर 16 जुलाई (नि.सं.)। सीहोर नागरिक सहकारी बैंक के संचालक पद चुनावों को लेकर आज का दिन भारी उठा पटक वाला साबित हुआ। दिन भर कांग्रेस और भाजपा के धुरंधर नेताओं को इस मामले में गुपचुप रुप से कई विसात बिछानी पड़ी। ऊपर से दिख रहे विरोधियों की आपस में बातचीत और गुप्त बैठकें भी हुईं। किसको कैसे बैठाया जाये इस जोड़ तोड़ में दिनभर लोग लगे रहे। कल का बहुत हद तक नागरिक बैंक चुनावों के लिये निर्णायत भरा भी साबित हो सकता है। काका की पैनल क्या गणित चलेगी यह अभी कहा नहीं जा सकता लेकिन कुछ अन्य पैनल बन जाये इसके प्रयास आज भी युध्द स्तर पर होते रहे।
सीहोर नागरिका सहकारी बैंक के चुनावों में कल जिन गिनती के संचालक पद उम्मीद्वारों ने अपने आवेदन दिये हैं उस समय तक तो ऐसा लग रहा था कि मामला सामान्य है और पूरे चुनाव में सिर्फ एक ही पैनल मैदान में है लेकिन एक ही दिन के अंतर में चुनावी सरगर्मी ने नया रुख ले लिया है। चुनाव की नई करवट ने नया ही माहौल बना दिया है। काका पैनल के अलावा जिन उम्मीद्वारों के नाम सामने आये हैं उनमें से कुछ नाम वाकई काका पैनल के लिये दिक्कत भरे हो सकते हैं। इनमें ऐसे नाम भी हैं जो पूर्व के अनुभवी हैं और चूंकि 12 में से अभी 9 ही संचालकों के चुनाव होना हैं ऐसे में काका पैनल के बाहर रहने वाले भी अभी संख्या 4-5 तक ले जाने के लिये प्रयासरत हैं।
राजेन्द्र वर्मा पूर्व संचालक ने सामान्य संचालक पद उम्मीद्वार के रुप में खुद को रखकर अपनी पत्नि को अन्य अनुसूचित जाति महिला आरक्षित वर्ग में मैदान में उतारा है जिनके सामने उर्मिला वीरेन्द्र कुमार वातव रहेंगी। राजेन्द्र चूंकि पूर्व संचालक हैं ऐसी दृष्टि से यदि ये अनुभव के आधार पर लड़े तो कहीं दोनो सीटों पर यह भारी अवश्य पड़ सकते हैं। इनके अलावा काका पैनल के बाहर के नामों में राजेन्द्र शर्मा कल्लू पूर्व पार्षद और अनिल मिश्रा पार्षद का नाम भी प्रमुख से लिया जा सकता है। अनिल मिश्रा के अनुभव और कल्लू की पैठ से इंकार नहीं किया जा सकता।
इन सबसे हटकर एक नाम जो सर्वाधिक चर्चा में है वह राजकुमार गुप्ता का। राजू गुप्ता भी पूर्व पार्षद हैं और उनकी कार्यशैली और अनुभव के आगे नागरिक बैंक संचालक पद का चुनाव बहुत बड़ा नहीं माना जा सकता। राजू गुप्ता असल में इसलिये सबसे यादा चर्चाओं में चूंकि उनका नाम अभी तक काका की पैनल में स्पष्ट रुप से नहीं दिखाई दे रहा है।
इन सबके अलावा युवा वर्ग से एक राजकुमार जायसवाल रिंकु जो युवा कांग्रेस अध्यक्ष हैं ने भी भारी खलीबली मचा रखी है। रिंकु, वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय के भांजे भी हैं और कांग्रेस के युवा नेता भी। किसी चुनाव को लड़ने की इसकी अपनी शैली है, और अपने नाम भरने के पूर्व रिंकु ने जिस प्रकार वातावरण बना दिया है उससे एक बारगी कई अन्य लोग सखते में आ गये हैं। रिंकु के परिचितों ने उसके लिये कुछ खास तैयारियाँ भी विगत सप्ताह भर में की है और यदि चुनाव लड़ा जाये तो उसके लिये क्या रणनीति रहेगी यह भी बनाई गई है।
हालांकि एक मात्र पैनल उतारने वाला प्रकाश व्यास काका के अनुभव के आगे कई लोग नतमस्तक हैं लेकिन नागरिक सहकारी बैंक के चुनावों की रणनीति और जोड़-तोड़ इसके बावजूद तेजी से चल रहा है।
आज कुछ लोगों को बैठाये जाने के लिये जी तोड़ मेहनत की गई। कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं तक ने गुपचुप रुप से इस मामले में हस्तक्षेप किया व कुछ लोगों से बातचीत भी की है। इधर जो लोग बेमेल नजर आ रहे हैं उनमें आपस में टेलिफोनिक बातचीत लगातार होने की जानकारियाँ भी मिली हैं। इतना ही नहीं कुछ लोगों की आपसी कमरा बैठकें भी हो चुकी हैं जिनकी संभावना ऊपर से प्रतीत नहीं होती। ऐसे में कल नाम वापसी के समय क्या गणित बैठती है ? किसका नाम वापस होता है ? कौन पीछे हटता है ? किसको क्लिन चिट मिलती है ? यह सब भविष्य ही बतायेगा।


दोनों राजकुमार चर्चाओं में
सीहोर। नागरिक सहकारी बैंक के चुनावी समर में दोनो राजकुमार चर्चाओं में आ गये हैं। नागरिक सहकारी बैंक के चुनाव को लेकर वैसे ही जोड़-तोड़ की राजनीति चलती है। किसको कैसे पटकनी दी जाये और किसको अपने पाले में लाया जाये यह समस्या खड़ी रहती है। इस बार के चुनाव में हालांकि वैसा उत्साह नजर नहीं आया है लेकिन फिर भी कल जिस वक्त से भाजपा नेता और छावनी के लोकप्रिय समाजसेवी राजकुमार गुप्ता ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है तभी से वह चर्चाओं में है। राजू भैया के नामांकन भरने से कुछ लोग असमंजस की स्थिति भी है। वहीं दूसरे राजकुमार है रिंकु जायसवाल युवक कांग्रेस अध्यक्ष। राजकुमार जायसवाल ने नामांकन पत्र भरने के पहले ही चर्चाओं को सरगर्म कर दिया था। इनकी पैनल उतारे जाने की अफवाहें भी बाजार में थी। युवक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर लम्बे समय से काबिज राजकुमार जायसवाल कि गणित भी अभी समझ नहीं आ पा रही है।
इस प्रकार दोनो राजकुमार चर्चाओं में गने हुए हैं।



हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।

छटा दिन : लिपिक वर्ग की हड़ताल जारी, प्रशासनिक कार्य अस्त-व्यस्त

सीहोर 16 जुलाई (नि.सं.)। प्रांतीय संघ के आव्हान पर सीहोर जिले में मध्यप्रदेश शासकीय लिपिंक वर्गीय कर्मचारी संघ द्वारा 11जुलाई से अनिश्तिकालीन हड़ताल प्रारंभ की गई है जो आज छटवें दिन भी जारी रही।
राजस्व विभाग,के अर्न्तगत तहसीलों,जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के अतिरिक्त जिला कोषालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय तथा सी.एम.ओ. हेल्थ,पंचायत एवं सामाजिक न्याय, डाईट, पशु चिकित्सा, सिविल सर्जन उपसंचालक कृषि, आबकारी, महिला पोलिटेक्निक,वन विभाग के अतिक्ति जल संसाधन एवं उधानिकी आदि कर्मचारी भी शामिल हो गये और पूरे जिले में शत प्रतिशत अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रही। कार्यालयों में फाईलों का एवं डाक का अंबार लगा हुआ है। आम जनता को इस हड़ताल से कठनाई आ रही है। पूरा शासकीय कार्य ठप्प पडा हुआ है एवं कार्यालयों में सन्नाटा छाया हुआ है। कर्मचारियों ने राज्य शासन से तत्काल अपनी मॉगो के निराकरण हेंतु अपील की है। मध्यप्रदेश लिपिंक वर्र्गीय शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा समाचार पत्रों सीहोर स्थानीय टी.व्ही.केवल सीहोर पर भी समस्त जिले के कर्मचारियों से उक्त अनिश्चित कालीन हड़ताल में सम्मिलित होने का आश्वासन पूर्णत: दिया गया है।
मध्य प्रदेश शासकीय लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी जिला शाखा सीहोर के समस्त कर्मचारीगण पुरूषोतम पारीख अध्यक्ष म.प्र.शास लिपिंक वर्गीय कर्मचारी संघ,जिला स्टेनो संघ के अध्यक्ष नवनीत दुधे, जे.बी.सिंह स्टेनो टू.ए.डी. एम सीहोर, पुरूषोतम राय,संभागीय उपाध्यक्ष वी.एम. वर्मा, संभागीय सहसचिव अशोक माथुर, बी.एस.पेठारी,लखन लाल घावरे, राजेन्द्र मिश्रा,नरेन्द्र शर्मा, भगवान दास पारीख, पी.एस परमार, अजय चिन्चालें, सुन्दर राठौर, दिलीप राठौर, देवेन्द्र चौहान, ओ.पी.शर्मा, लखन दिसोवरी,दिनेश जोशी, भानू सक्सेना, राजवीर सिंह, एस. एन.परमार, अरूण सक्सेना, रमेश कारपेंटर, डी के जैन, रामदीन मालवीय, बी. के . पुष्पद, राजेन्द्र गॉधी,अनिल शर्मा, मुकेश शर्मा,जी जितेन्द्र वर्मा, मंगल सिंह पेठारी, अनीस मो.खान, संतराम जाटव, हेमराज मालवीय,सुरेश श्रीवास्तव, एवं उक्त हड़ताल में महिला कर्मचारी गण श्रीमति प्रभा प्यारी,श्रीमति जग्गी मरावी, श्रीमति धर्मवती सिंह, श्रीमति चन्द्रकांता गुप्ता, श्रीमति मंसोरिया, श्रीमति चन्द्रकांता जोशी,श्रीमति पुष्पलता राजपूत,श्रीमति चंदा मालवीय,आदि सम्मिलित थी।
लिपिंक वर्गीय कर्मचारी संघ की लंबित 7 सूत्रीय मांगो का शीध्र निराकरण किये जाने हेतु मांग की गई तथा सीहोर जिले के समस्त जिला कार्यालयों के लिपिंक वर्गीय कर्मचारीगणों से उक्त अनिश्चित कालीन हड़ताल में सम्मिलित होने की अपील की गई।

जो चाहे कांग्रेस से विधायक का टिकिट, जल्दी आवेदन दे

सीहोर 16 जुलाई (नि.सं.)। आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन के लिये कांग्रेस ने गंभीर मापदन्ड निर्धारित किये है और विभिन्न तरीकों से उम्मीदवारो को परखने का प्रयास शुरू किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दावेदारो से निशुल्क आवेदन पत्र आहुत किये है। परंतु आवेदन पत्र में तथ्यपरक जानकारी आवेदक से मांगी गई है।
अभी तक आवेदक अपनी प्रंशसा में बायोडाटा प्रस्तृत करते आये है,इस बार आवेदन पत्र के प्रारूप में उम्मीदवारी के आवेदक से विधानसभा क्षैत्र का जातिगत समीकरण, क्षेत्रिय मुद्दे तथा भाजपा,द्वारा जो मात्र घोषणाये की गई है,उनकी जानकारी मांगी गई है,यह भी अपेक्षा की गई है कि क्षेत्र के भाजपा विधायक मंत्री सत्तारूढ़ दल के व्यक्तियो द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की जानकारी भी दे, के्रद सरकार की योजनाओं की क्षैत्र में क्या स्थिति है, टिकिट के उम्मीदवार ने कांग्रेस सदस्यता अभियान कितना किया है तथा उसने प्रत्येक मतदान कें द्र सरकार केद्र पर कांग्रेस सदस्यता अभियान कितना किया है तथा उसने प्रत्येक मतदान केंद्र पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की क्या सूची बनाई है। या नही उम्मीदवारी के आवेदक से यह जानकारी चाही गई है कि कोन नेता ऐसे है,जिनके द्वारा क्षैत्र में सभा संबोधित की जाने से कांग्रेस के पक्ष में वातावरण बनेगा। उम्मीदवार से यह भी चाहा गया हैं कि कांग्रेस संगठन में समन्वय की स्थिति क्या सकारात्मक है।
इस संबंध में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैलाश परमार ने बताया कि जिले के चारों विधान सभा क्षैत्र सीहोर, बुधनी, इछावर,एवं आष्टा, से कांग्रेस का टिकिट चाहने वाले व्यक्तियों को 20 जुलाई तक जिला कांग्रेस कमेटी को आवेदन पत्र प्राप्त करते समय भी कोई निशुल्क उपलब्ध कराये जायेगें तथा आवेदन पत्र प्राप्त करते समय भी कोई शुल्क नही लिया जायेगा। कैलाश परमार ने सभी कांग्रेस टिकिट प्राप्त करने के इच्छुक कांग्रेसजन से आग्रह किया है समय सीमा में अपने अपने आवेदन पत्र जिला कांग्रेस को प्रस्तृत कर देवे ताकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी उन आवेदन पत्रों को समय सीमा में प्रदेश कार्यलय को भेजा जा सकें।


हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।

मंदिर चोरी मामले में दिया धरना, हर समाज हुआ उपस्थित

सीहोर 16 जुलाई (नि.सं.)। गत दिवस दिग.जैन मंदिर चरखा लाईन मे हुई चौरी के चारों को पकड़ने मे पुलिस की निस्कीता तथा लापरवाही के चलते जैन समाज सीहोर में भारी आक्रोश है साथ ही सराफा व्यापारीयों में भी भय एवं दहशत है।
पुलिस द्वारा चौरो को पकड़ने मे असफलता के विरोध में जैन समाज सीहोर द्वारा सांकेतिक धरना प्रदर्शन समाज के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान संरक्षक संतोष कुमार जैन की अध्यक्षता में बडा बाजार मेन रोड़ तिराहे पर आयोजित किया गया जिसमें समाज के बंन्धु भारी संख्या में उपस्थित हुए।
साथ ही सर्राफा एसोसिएशन के साथ ही विभिन्न व्यापारीक एसोसिएशन तथा विभिन्न राजनैतिक धार्मिक तथा समाज सेविओं ने उक्त धरने मे शामिल होकर धरना प्रदर्शन को सफल बनाया। तथा संम्बोधित किया गया।
धरना प्रदर्शन समाज सेवी हरिशचन्द्र अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, सुरेश साबू, मानसिंह पंवार,गौपाल सोनी, औम मोदी, राजेन्द्र वर्मा, राजेन्द्र शर्मा, महेश पारिख, मोनू शर्मा, विपिन सोनी, आनंद गांधी, प्रभू सोनी आदि तथा जैन समाज के प्रमुख जैनपाल जी वकिल सा,श्रीपाल जैन सर्राफ, प्रेमीलाल जैन श्री पाल जैन कस्बा, सुमनलाल जैन बदामी जैन रमेश जैन, अजय जैन, संजय जैन, मुकेश जैन, शेखर जैन, निर्मल जैन,धमेन्द्र जैन, धन्यकुमार कासलीबाहा जैन मेहतवाड़ा, साबू लाल जैन,मांगीलाल जैन मेहतवाड़ा, जेन पाल जाबड़िया, दीपक जैन, लाभिमल जैन, अशोक जैन, आनंद जैन, श्रीपाल जैन मेहतवाड़ा, भैयालाल जैन, ज्ञानचन्द्र मनीष जैन, प्रवीण जैन, संदीप जैन, ज्ञानचन्द्र जैन परबती, अमित जैन, अभिषेक जैन, विजय जैन पंछी, प्रवीण शास्त्री नरेन्द्र जैन आदि ने उपस्थित होकर धरना प्रदर्शन सफल बनाया जैन समाज द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया तथा आगे भी सहयोग के साथ विरोध निर्धारित चर्चा सभी की आंमत्रित किया।


हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।

सिविल अस्पताल में एक डाक्टर जातिवाद का जहर घोल कर वातावरण दूषित कर रहा

आष्टा 16 जुलाई (नि.प्र.)। आष्टा का सिविल अस्पताल हमेशा किसी ना किसी प्रकार से चर्चाओं में बना रहता है। अब खबर है कि आष्टा सिविल अस्पताल में पदस्थ एक डाक्टर इन दिनों अस्पताल परिसर में जातिवाद का जहर खोलकर अस्पताल का वातावरण दूषित करने में लगा है। इन डाक्टर महाशय का अभी निशाना और कोई नहीं अस्पताल के छोटे कर्मचारियों की और है।
कुछ दिनों पूर्व तो एक छोटे कर्मचारियों को इस डाक्टर ने काफी परेशान किया जब छोटे कर्मचारियों ने इस डाक्टर की शिकायत अस्पताल के प्रमुख से करने का मन बनाया तो इन्हे उस वक्त समझा बुझाकर शांत कर दिया लेकिर पूरे अस्पताल के छोटे-बड़े कर्मचारी इस डाक्टर की उक्त करतूत से अंदर ही अंदर काफी रोष मे है तो वे सभी कर्मचारी किसी ऐसे मौके और मुद्दे की तलाश में है जब इस डाक्टर को अच्छी तरह से मजा चखा कर इसका जातिवाद का भूत उतारे। वैसे इस डाक्टर का एक बार एक छोटे कर्मचारी ने भूत उतार दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह डाक्टर महोदय अपने छोटे-छोटे कर्मचारियों को दबाव में रखकर उनसे कार्य लेना चाहता है कर्मचारी इसके दबाव में और इसके इशारे पर कार्य नहीं करना चाहते हैं उक्त डाक्टर छोटे-छोटे इन कर्मचारियों को बिना कारण के डांटता है कई बार तो असंसदीय भाषा का भी उपयोग कर उन्हे अपमानित करता है जब छोटा कर्मचारी पलटवार करता है तो ये महाशय अपने उन लोगों को अस्पताल में बुला लेता है और दबाव की राजनीति करता है। उक्त डाक्टर की इस हीन हरकत और हथकंडे से अस्पताल का छोटा-बड़ा स्टाफ परेशान है और मौके की तलाश में है।
सिविल अस्पताल के प्रमुख जिला चिकित्सालय के प्रमुख कलेक्टर सीहोर एवं रोगी कल्याण समिति की अध्यक्ष एसडीएम आष्टा को उक्त गंभीर मुद्दे की और शीघ्र नजर कर इसकी गहराई में जाकर जातिवाद का पनप रहा नासूर को जड़ से खत्म करने की और ध्यान दे कहीं ऐसा ना हो की अस्पताल में धीरे-धीरे उक्त डाक्टर के द्वारा फै लाया जा रहा जातिवाद का जहर अस्पताल में कभी कोई बड़ा विस्फोट करा दें जातिवाद के फैला रहे जहर से सभी कहीं ना कहीं परेशान हैं मुँह अभी कोई खोलने को तैयार नहीं है क्योंकि सभी मौके की तलाश में है।


हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।

जिलाधीश आहूजा कोठरी में सड़क पर खड़े रहे.........

आष्टा 16 जुलाई (नि.प्र.)। कल सीहोर जिले के प्रभारी मंत्री एक दिवसीय दौरे पर आष्टा आये यूँ तो तय कार्यक्रम के अनुसार मंत्री जी को 1.30 बजे कोठरी आना था लेकिन वे लगभग 3 घंटे देरी से कोठरी पहुँचे आगे के सभी कार्यक्रम प्रभावित हो गये देरी में और देर ना हो कलेक्टर साहब यह चाहते थे लेकिन विधायक मंत्री जी को अपने घर ले गये और लगभग आधा घंटा और लेट हो गये खबर है कि कलेक्टर साहब इस दौरान कोठरी के बाहर इन्दौर भोपाल रोड पर आकर अपनी गाड़ी में बैठे रहे और विधायक के घर मंत्री जी के साथ नहीं गये। खबर है कि कलेक्टर साहब की यह सोच थी कि आग मंत्री जी ग्रामों मे और लेट ना पहुँचे लेकिन शायद विधायक आष्टा की सोच कुछ और रही होगी इसलिये वे देरी को गंभीर रुप से नहीं ले पाये। कारण कुछ भी हो लेकिन जिलाधीश ने कल रोड पर खड़े रहकर मंत्री जी के आने का इंतजार कर कई प्रकार के संकेत नेताओं को दे दिये। फुरसत को खबर है कि जिलाधीश कल प्रभारी मंत्री के दौरे में साथ थे लेकिन कहीं भी उन्होने आयोजित स्वल्पहार, चाय, भोजन आदि में भाग नहीं लिया।

हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।

दो साल से जहां खेती नहीं हुई उस जमीन का भी मुआवजा बांटा

आष्टा 16 जुलाई (नि.सं.)। समीपस्थ ग्राम बिजौरी में पटवारी हल्का नं. 39 के पटवारी द्वारा मुआवजा के चैक वितरण में गंभीर अनियमितताएं की जा रही है। एक समान भूमि एक ही फसल के आसपास लगे खेतों की फसल की मुआवजा राशि में जमीन आसमान का अंतर है। पटवारी ने आंकल गलत किया है ऐसा आरोप ग्रामीणों ने लगाया है।
ग्राम बिजोरी के ग्रामीणों ने कल एक ज्ञापन में शिकायत की है कि जब सड़क किनारे के दो खेतों में कटाई चल रही थी तो पंचनामा बनाकर दस्तखत करवाकर पटवारी ले गये थे। अपने कमीशन के चक्कर में पटवारी कृषकों को अपने घर बुलाकर चैक बांट रहे हैं। एक कृषक के खेत में वास्तविक फसल बोई गई थी उसे मात्र 2400 रुपये का चैक मिला और दूसरी तरफ जिसने खेत में एक दाना भी नहीं बोया था उसे 7500 रुपये का चैक दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि एक ऐसे कृषक को भी चैक दिया गया है जिसके पास जमीन ही नहीं है।
पटवारी ने 5 एकड़ के खेत का मुआवजा एक कृषक को 3500 रुपये तथा वहीं दूसरे उनके परिचित कृषक को 15 हजार रुपये दिलाया है। मंत्री पेट्रोल पंप के पास न्यायालयीन प्रकरण में उलझी भूमि जो दो वर्षों से खाली पड़ी है का मुआवजा भी पटवारी द्वारा लेन-देन करके भुगतान किया गया है। खसरा-खतौनी की नकल के लिये अनावश्यक चक्कर लगवाते हैं ।
उल्लेखनीय है कि जिले भर से ऐसी शिकायतों का अंबार लगा हुआ है।


हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।

पुलिस ने पुजारियों की बैठक बुलाई मांगी मदद, कहा आंदोलन मत करो

सीहोर 16 जुलाई (नि.सं.)। पुलिस जो कर बैठे सो कम है। आज नगर भर के अनेकानेक मंदिरों के पुजारियों की पुलिस ने एक बैठक बुलाई थी। शाम पुलिस नियंत्रण कक्ष में हुई बैठक में पुजारियों से पुलिस ने यह अपेक्षा की है कि वह लगातार हो रही चोरियों में पुलिस की मदद करें।
पुलिस ने कहा कि मंदिरों में कौन-कौन संदिग्ध व्यक्ति आता है उस पर आपकी निगाह रहती है कृपया वह हमें बतायें पुलिस ने अपने विशेष मोबाइल नम्बर व कोतवाली के नम्बर भी पुजारियों को लिखवाये। जैन मंदिर की सुबह गश्त समाप्ति के बाद हुई चोरी से आहत पुलिस ने कहा कि आप लोग ही हमें कोई क्लू दें। आंदोलन आदि करने से कुछ नहीं होगा, पुलिस परेशान होगी। आप आंदोलन न करायें क्योंकि इससे पुलिस परेशान होगी। आंदोलन देखे या चोर पकड़ने जाये। पुलिस ने पुजारियों का सहयोग मांगा।
एक पुजारी का इस पूरे घटनाक्रम पर कमेंट था कि हम पुजारी है यादा से यादा भगवान से पुलिस की सफलता के लिये पूजन कर सकते हैं। आंदोलन तो समाज के लोग कर रहे हैं उसमें पुजारी क्या कर सकते हैं। पुलिस की बैठक को कुछ पुजारी औचित्यहीन बताते नजर आये।


हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।

अस्पताल में लगा बिना टोटी का सार्वजनिक नल

आष्टा 16 जुलाई (नि.प्र.)। आष्टा नगर पालिका ने सिविल अस्पताल में पुरुष वार्ड की और पानी की सुविधा हेतु एक सार्वजनिक नल लगा रखा है लेकिन इस लगाये गये नल में नगर पालिका ने टोटी नहीं लगाई है नगर पालिका का सबसे अपील करती है कि नलों को खुला ना छोड़े, टोटी लगाकर रखें, पानी व्यर्थ ना बहायें लेकिन जो नगर पालिका सबसे कहती है वो खुद अमल में क्यों नहीं लाती। आश्चर्य तो इस बात का है कि अस्पताल परिसर में नगर पालिका के एक जागरुक पार्षद अजीज अंसारी घंटो अस्पताल में उपस्थित रहते हैं लेकिन उन्हे भी बिना टोटी के इस नल का व्यर्थ बहता पानी आज तक नजर नहीं आया। दोष केवल नगर पालिका का ही नहीं नगर पालिका ने सार्वजनिक नल लगाकर एक पुण्य का कार्य किया लेकिन हजारों रुपये रोकस के खर्च करने वाली अस्पताल की रोकस के पास क्या 25-50 रुपये नहीं है कि वो एक टोटी इस नल में लगाकर सेकड़ो लीटर पानी बहने से रोके देखें अब पहले कौन जागता है नगर पालिका पार्षद या रोकस।

हमारा ईपता - fursatma@gmail.com यदि आप कुछ कहना चाहे तो यहां अपना पत्र भेजें ।