Thursday, February 21, 2008

एक बार फिर पटरी से उतरी रेल, मार्ग रहा अवरुध्द


सीहोर 21 फरवरी (फुरसत)। पश्चिम रेल्वे के उजैन भोपाल खंड पर सीहोर और बकतल रेल्वे स्टेशन के बीच भोपाल की और जा रही माल वाहक ट्रेन के टेंकर वाले बेंगन पटरी से उतरने के कारण एक रेली पटरी पर करीब दो घंटे तक आवागमन अवरुध्द रहा। जब से नये रेल ट्रेक का निर्माण कार्य शुरु होने से लेकर वह प्रारंभ हुआ है तब से ही अचानक विगत कुछ महिनों से इस तरह की घटना-दुर्घटनाएं आये दिन सीहोर से शुजालपुर मार्ग पर होने ली है। हालांकि यदि यह सड़क मार्ग होता तो अब यहाँ निश्चित ही कोई न कोई धार्मिक स्थल तय कर वहाँ रुककर नमन करने या स्थान निर्माण कराने की योजना बन जाती लेकिन मामला चूंकि रेल्वे विभाग का है इसलिये ऐसी कोई व्यवस्था तो यहाँ नहीं होगी। ऐसी स्थिति आज फिर हुई दुर्घटना के बाद यात्री रेलों एवं अन्य मालवाहक टे्रनों को दूसरे रेल पथ से निकाला गया। सूत्रों के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त माल वाहक ट्रेन में पेट्रोल टेंकर थे दो टेंकर पटरी से उतर कर पलट गए व अन्य और टेंकर भी पटरी से उतर गए। टेंकर पटरी से उतरने के कारण कोई जनहानि नहीं हुई। बाद में ट्रेक साफ कर आवागमन के लिये खोल दिया गया। अच्छी बात यह रही कि इनमें से पेट्रोल आदि वलनशील पदार्थ बाहर नहीं आया इनमें ऐसा कोई पदार्थ भरा भी नहीं था। fursat sehore

सामान्य वर्ग के गरीब लोगों के लिये बना हैं राय सामान्य वर्ग निर्धन वर्ग कल्याण आयोग

अब होगा सबका कल्याण, अध्यक्ष बाबूलाल जैन ने कहा
आष्टा 20 फरवरी (फुरसत)। जिस आयोग का गठन कर म.प्र. सरकार ने जो जिम्मेदारी और कार्य सौंपा है वो कार्य बढ़ा ही नाजुक है। अभी तक 60 साल आजादी के लगभग हो गये सभी ने अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों के बारे में सोचा उन्हे आरक्षण के साथ अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल गरीब पिछड़े इन वर्गों में ही है।
सामान्य वर्ग में भी कई पिछड़े गरीब अति गरीब हैं इनकी और कभी किसी का ध्यान नहीं गया। म.प्र. सरकार ने अब अन्यों की तरह इनके उत्थान विकास की सोची और इसलिये सामान्य वर्ग के गरीब पिछड़ो के कल्याण के लिये म.प्र. सरकार ने राय सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग का गठन कर इस वर्ग के लोगों के विकास के लिये क्या किया जा सकता है के सुझाव देने का जिम्मा सौंप कर इस आयोग का अध्यक्ष मुझे बनाया है। 100 दिन में प्रारंभिक रिपोर्ट शासन के सामने रखना है इसको लेकर आयोग ने कार्य प्रारंभ कर दिया है।
उक्त उद्गार राय सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग बाबूलाल जैन ने आज विधि प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष प्रदीप धाड़ीवाल के निवास पर स्थानीय पत्रकारों एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं के समझ व्यक्त किये। श्री जैन ने कहा कि जो कार्य सौंपा है वो बड़ा कठिन है क्योंकि इसमें यह भी ध्यान रखना है कि वर्तमान मे जिन वर्गों को विभिन्न सुविधाएं आरक्षण आदि मिलते हैं उनके हितों पर कहीं से भी किसी भी प्रकार का आघात ना पहुँचे। सरकार द्वारा उक्त आयोग का गठन करने एवं सुझाव मांगने के पीछे यही उद्देश्य है कि आज म.प्र. में सामान्य वर्ग के गरीब पिछड़े जिनकी संख्या लगभग 90 हजार है अन्यों के साथ-साथ इस वर्ग के ऐसे लोगों का कैसे उत्थान किया जाये यह सोच है। इस वर्ग के ऐसे लोगों को अन्य वर्गों की तरह सुविधाएं मिलें यह सुझाव आयोग सरकार के सामने रखेगा। ऐसे वर्ग को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार, नौकरियां आदि में भी वो सुविधा मिले जो अन्य वर्गों को मिलती है ऐसे प्रस्ताव सुझाव सभी से प्राप्त कर आयोग सरकार के सामने रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।
भोपाल से उजैन जाते वक्त आयोग के अध्यक्ष बाबूलाल जैन का धाड़ीवाल निवास पर गोरेलाल धाडीवाल, जिला महामंत्री लीलाधर जोशी, सुजानमल जैन, विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय, वरिष्ठ अभिभाषक नगीन चन्द्र जैन, नगर अध्यक्ष संतोष झंवर, महामंत्री अजय टेलर, व्यापारी प्रकोष्ठ प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुशील संचेती, जयंत जोशी, सरपंच मानसिंह ठाकुर, विक्रम मेवाड़ा, पार्षद आनंद जैन, महेश चन्द्र सरपंच बेदाखेड़ी, लोहा व्यापारी संघ अध्यक्ष प्रवीण धाड़ीवाल, किला मंदिर समिति के महामंत्री रविन्द्र रांका, सुरेश धाड़ीवाल, सहकारिता प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कृपाल सिंह ठाकुर, युवा मोर्चे के उपाध्यक्ष कालू भट्ट, वरिष्ठ पार्षद मदनलाल भूतिया, सुधीर पाठक, नरेन्द्र गंगवाल, विधि प्रकोष्ठ के निर्मल रांका सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस अवसर पर श्री जैन के साथ आये देवास के भाजपा नेता प्रमोद जैन का भी स्वागत किया गया। आयोग के अध्यक्ष श्री जैन ने किला मंदिर समिति के आमंत्रण को स्वीकार करते हुए आगामी 5 से 6 मार्च को आष्टा किला मंदिर पर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने की स्वीकृति प्रदान की। बाद में श्री जैन उजैन के लिये रवाना हो गये।

नागरिक खुद कर रहे नाली की सफाई, जंगलराज जैसी स्थिति

सीहोर 20 फरवरी (फुरसत)। नगर के मध्य में स्थित दूल्हा बादशाह क्षेत्र की आधा दर्जन बस्तियां ऐसी हैं जहाँ नाली निर्माण के अभाव में भयंकर गंदगी और बहते नाले के कारण नागरिकों का जीवन दूभर हो गया है। हालत यहाँ तक आ गई है कि क्षेत्र के नागरिक खुद नालियों की सफाई करने को बाध्य हो रहे हैं।
वार्ड 31 अन्तर्गत पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पास स्थित मोहल्ले में निवासरत लक्ष्मीनारायण कुशवाह ने बताया कि हाल में केवल खुदाई के नाम पर फेंकी मिट्टी ने कीचड़ का रुप ले लिया है। क्षेत्र में निवासरत अब्राहम जोसेफ के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा मगर नगर पालिका ने इस दिशा में अब तक कोई सुध नहीं ली। नगर पालिका की इसी उपेक्षा से दुखी क्षेत्र के नागरिकों ने एक बैठक आयोजित कर इस मामले में रणनीति तय की। बैठक की अध्यक्षता कर रहे अब्राहम जोसेफ ने बताया कि शीघ्र ही यदि इस क्षेत्र में नगर पालिका ने पक्की नाली का निर्माण शुरु नहीं किया तो क्षेत्र के वासी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। साथ ही नगर पालिका परिषद कार्यालय का घेराव भी किया जायेगा। बैठक में अब्राहम जोसेफ, लक्ष्मीनारायण, लखन, बबलू, प्रकाश, श्रीमति मुखिया बाई, श्रीमति शकुन बाई, हरनाम कुशवाह, ताराचंद कुशवाह, सुनील भावसार, राजू, टीनू, अप्पू भाई, अर्जुन सिंह, गोतम कुशवाह, मो.अतीक, संतोष, श्रीमति रानी कुशवाह, ज्ञानू, रामभरोस, राजेन्द्र राजपूत, प्रकाश भरवानी, पुरुषोत्तम आदि उपस्थित थे।

टूटी पुलिया से निकला मंत्रियों का काफिला

इछावर 20 फरवरी (फुरसत)। पिछले एक सप्ताह से सीहोर मार्ग पर टूटी पुलिया से वाहनों का निकलना लोक निर्माण विभाग ने बंद कर रखा था। सड़क के सभी वाहन डायवर्सन मार्ग से निकल रहे थे लेकिन रायमंत्री करण सिंह वर्मा के यहाँ आयोजित विवाह कार्यक्रम में आने वाले मंत्रियों के लिये बंद मार्ग को दोबारा खोल दिया गया। टूटी पुलिया से प्रदेश के कई मंत्री और अधिकारी अपनी जान जोखिम में डालकर निकल गये लेकिन लोक निर्माण विभाग की इस हिमाकत की चर्चा आम लोगों की जुबान पर दिनभर चलती रही। यहाँ प्रदेश के मंत्रियों के आने की खबर लगी तो लोक निर्माण विभाग ने क्षतिग्रस्त पुलिया के सभी अवरोध हटाकर रास्ता खोल दिया और जब सभी मंत्री वहाँ से लौट आये तो पुलिया से वाहनों के निकलने पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया। लोक निर्माण विभाग की यह लापरवाही नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कौन-कौन मंत्री निकले टूटी पुलिया से - वित्त मंत्री राघव जी भाई, प्रभारी मंत्री रुस्तम सिंह, गौरी शंकर शेजवार, प्रदेश संगठन मंत्री माखन सिंह, सांसद प्यारेलाल खण्डेलवाल, सीहोर विधायक रमेश सक्सेना, रघुनाथ मालवीय कई विधायक और अधिकारी इस टूटी पुलिया से गुजरे।

कव्वाल चाँद कादरी और कव्वालन तनवीर कौर ने पेश की कव्वाली, लोग लड़ पड़े

आष्टा 20 फरवरी (फुरसत)। लम्बे अंतराल के बाद आष्टा नगर में कल खेल मैदान सुभाष मैदान पर दिल्ली के कव्वाल चांदकादरी एवं बाम्बे की कव्वालन तनवीर कौसर के बीच कव्वाली का जंगी मुकाबला हुआ जो सूरज निकलने के पहले तक चलता रहा। कव्वाली के मुकाबले में जितनी अधिक जनता थी उतनी ही कार्यक्रम में अव्यवस्था को देखने मिली। आयोजकों को उम्मीद नहीं थी कि इतनी जनता उमड़ेगी और यही कारण रहा कि मंच के सामने कव्वाली के दौरान दर्शक जब नाचने लगे तो पीछे के दर्शकों ने उसका विरोध करना प्रारंभ कर दिया। विरोध ऐसा हुआ कि शांति प्रिय नागरिक कुर्सी फेंका-फेंक, मारपीट का नजारा देख कव्वाली सुने बिना ही घर लौटने में भलाई समझी और घर लौटने लगे, जब यादा ही व्यवस्थाएं बिगडी तो कव्वालन ने कव्वाली गाने से मना कर दिया। काफी देर तक कव्वाली का कार्यक्रम बंद रहा। जब मंच में दर्शकों से शांत रहने को कहा तब जाकर पुन: कव्वाली शुरु हुई कव्वाली में दर्शक इतने आपे से बाहर हो गये थे कि पुलिस के बस से भी उन्हे नियंत्रण करना बाहर हो गया। बाद में व्यवस्था सुधरी और पुन: कव्वाली का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।

वो भोले ग्रामीणों को लालच में ऐसा फंसाता है कि उनकी जेब पूरी खाली करवा लेता है

आष्टा 21 फरवरी (सुशील संचेती)। आष्टा नगर में यूँ तो रोजाना तरह-तरह से जुंआ सट्टा होता है इसमें सबसे अधिक गरीब वर्ग का नागरिक अपनी जेब हल्की करता है लेकिन वर्षों से आष्टा नगर में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में एक अनोखे तरीके का जुंआ होता है। इसमें हाट में सप्ताह भर का सामान, सब्जी व अन्य सामान खरीदने आने वाला ग्राम का भोला-भाला किसान, ग्रामीण युवा, वृध्द इस जुंआ खिलाने वाले की चाल में ऐसे फंसते हैं कि वो लालच में घर से खरीदी करने के लिये जो राशि लाता है वो हार जाता है और खाली झोला मुंह लटकाये घर पर जाता है ऐसा बताते हैं कि इस अनोखे तरीके से जुंआ खिलाने वाले को खाकी वर्दी का अप्रत्यक्ष रुप से पूरा आशीर्वाद प्राप्त रहता है क्योंकि शाम को यह जो कुछ कमाता है उसका एक निश्चित हिस्सा शाम होते ही खाकी वर्दी वाले आकर ले जाते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त जुंआ का नया खेल खिलाने वाला बुधवार को आष्टा में व अन्य दिन वो अन्य हाटों में अपना ठेला लगाता है यह व्यक्ति कागज की पुड़िया में कितने का नोट है जैसा दाव किसानों से लगवाता है। इस ठेले के आसपास इसके 2-4 लोग लगे रहते हैं जब वे दाव लगाते हैं तो पुडिया में से बड़े-बडे नोट निकलते हैं यह देख अन्य दर्शक लालच में आ जाते हैं और एक बार दांव लगाने को मजबूर हो जाते हैं पहले दांव में उक्त जुंआ खिलाने वाला हाथों की सफाई से उन्हे धनवान बना देता है और बस फिर दावं लगाने वाला ऐसा लालच में आता है कि जीता रुपया और उसके साथ जो रुपया वो हार करने के लिये लाता है वो पूरा ही हार जाता है और खाली झोला तथा मुंह लटकाये बिना किसी को बताये घर की और रवाना हो जाता है। आज 20 फरवरी को इस प्रतिनिधि को जानकारी एक ऐसे ही दांव में लगभग 200 रुपये हारे किसान ने अश्रुपूरित नेत्रों से पूरा किस्सा सुनाया कि किस तरह पहले वो लालच में आया और फिर ऐसा फंसा की हार में से घर का सामान खरीदने के लिये लाया पूरे रुपये हार गया। इस अनोखे खाईवाल की कई बार अनुविभागीय अधिकारी पुलिस को भी शिकायत की लेकिन वे इस अनोखे तरीके से जुंआ खिलाने वाले से भोले-भाले ग्रामीण किसानों को बचाने के लिये कोई कार्यवाही नहीं कर पाये अभी भी वे कुछ करें तो भोले भाले गरीब लुटने से बच सकते हैं....।

टॉफी चोर बालक पकड़ा उठक बैठक लगवाई

इछावर 20 फरवरी (फुरसत)। अस्पताल के सामने स्थित एक किराना दुकान से एक बालक आंख बचाकर विगत तीन दिनों से वर्नियों में रखी टाफियों पर हाथ साफ कर मजे लूट रहा था, प्रतिदिन बर्नियों में टॉफी कम होने का शक दुकान दार को होता था लेकिन टॉफी चोर उसकी पकड़ से दूर था। आज दुकान मालिक सुबह से ही सतर्क होकर दुकान पर आने जाने वालों पर कड़ी नजर रखे हुआ था यों ही उसने दुकान पर आए एक संभ्रांत परिवार के बच्चे को वर्नी में हाथ डालकर टॉफी निकालते देखा तो उसने उसे रंगे हाथों पकड़कर उससे पूछताछ की तो उसने टॉफी चुराने की बात कबूल कर ली चूंकि 8 वर्षीय बालक वह भी संभ्रात परिवार का है उसे उठक-बैठक लगवाकर और भविष्य में चोरी न करने की चेतावनी के साथ छोड़ दिया ।