Saturday, November 22, 2008

दुखी भाजपाईयों को मिल गई ताकत, भाजपा का अरोरा गुट हुआ सक्रिय, कर ली कमरा बैठक

सीहोर 21नवम्बर (नि.सं.)। भाजपा में लम्बे समय से एक धड़ा शांत और दुखी बैठा था। जो था तो भाजपा में ही लेकिन अक्सर वर्तमान विधायक रमेश सक्सेना के  गुट से वह अपनी दूरी बनाये रखना चाहता था। ऐसे अनेक भाजपा नेता  थे जो सक्सेना से समानान्तर दूरी बनाये रखना चाहते थे। लेकिन इन्हे उनके तोड़ के रुप में कोई और नजर नहीं आ रहा था। इसलिये ही त्यागी गुट और महाजन गुट को आये दिन हवा भर-भरकर किसी तरह साधे रखा जाता था और उनकी हवा जब कभी कम हो जाती थी तो उन्हे कोई प्रांतीय पद आदि दिलवाकर फिर खुशियाँ मना ली जाती थी लेकिन इस सक्सेना विरोधी गुट को लम्बे समय से किसी दमदार व्यक्तित्व की तलाश थी।

      बीच में कुछ ऐसे ही प्रभावित भाजपाईयों ने बहुत प्रयास करके कांग्रेस के दमदार नेता जसपाल अरोरा को किसी तरह भाजपा में शामिल करने का प्रयास किया था और उन्हे सांसद कैलाश जोशी की ग्रामीण सभाओं में लेकर भी गये थे। जोशी के माध्यम से जसपाल की भाजपा में आने की अटकलें भी शुरु हो गई थीं और इस भाजपा गुट में खुशियाँ भी मन रही थी लेकिन उस समय भी अचानक सक्सेना गुट के विरोध कर दिये जाने के कारण जसपाल का प्रवेश नहीं हो सका था।

      अब अचानक जसपाल अरोरा की विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में हुई सदस्यता ने जसपाल समर्थक भाजपाईयों की खुशी दुगनी कर दी है, और दुखी-पीड़ित भाजपाईयों में एक नई जान आ गई है। ऐसे भाजपाईयों की एक    कमरा बैठक भी पिछले दिनों सम्पन्न हुई। वह अरोरा से मिलने भी पहुँचे और बधाई भी दी। साथ ही अब अरोरा के साथ लगातार सतत सक्रिय रहने की योजना   बना ली गई हैं।

      भाजपा के अरोरा गुट की सक्रियता के कारण कुछ पुराने भाजपाईयों के चेहरे पर तनाव अवश्य आ गया है साथ ही सक्सेना समर्थकों की भी कुछ चिंता बड़ी है लेकिन अभी चुनाव की व्यस्तता है और किसी के कुछ समझ नहीं आ रहा है।

      जसपाल के भाजपाई होने के बाद ही भाजपा की पहली आमसभा जिसमें नवजोत सिंह सिध्दू आये थे ने बड़ा बाजार में एक जोरदार सभा ली। इस सभा का पूरा दारोमदार और सिध्दू लाने ले जाने से लेकर सबकुछ जसपाल अरोरा द्वारा किया गया। इस दिन बड़ा बाजार सभा के मंच पर कई अरोरा समर्थक भाजपाईयों की उपस्थिति भाजपाई हल्कों में चर्चा में आ गई। क्योंकि यह लोग लम्बे समय से भाजपा में मौन साधे दूरी बनाये हुए थे।

दो कतारों में होगा मतदान, एपिक लाओ जल्दी करों मतदान के लिये किसी भी तरह का परिचय पत्र जरुरी

सीहोर 21 नवम्बर (नि.सं.)।  मध्य प्रदेश में सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे चुनाव के मद्देनजर मतदान के दिन 27 नवंबर को हर मतदान केन्द्र पर इस बार वह मतदाता जिनके पास भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र (ऐपिक) होगा उन्हें मतदान में प्राथमिकता मिलेगी। इस बार इस उद्देश्य से मतदाताओं की दो कतारें लगाई जायेंगी। भारत निर्वाचन आयोग ने यह फैसला मतदान फोटो परिचय पत्रधारी और ऐसे मतदाता जिन्हें यह नहीं जारी हुआ है, उन्हें अलग कतारों में लगाकर मताधिकार की सुविधा देने के मकसद से किया है। इसके चलते वे मतदाता जिनके नाम संबंधित क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज हैं और उनके पास ऐपिक (मतदाता फोटो परिचय पत्र) नहीं है, आयोग द्वारा तय किए गए 13 वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक के जरिए अपनी पहचान साबित कर वोट डाल सकेंगे।  

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के हवाले से बताया है कि आयोग ने यह तथ्य स्पष्टत: रेखांकित कर दिया है कि जिन्हें मतदाता फोटो परिचय पत्र (ऐपिक) मिल चुके हैं उन सभी को वोट डालते वक्त इसे अपने साथ लाना है। यदि वे इसे साथ लाने में किसी वजह से असफल रहते हैं तो मतदाता सूची में लगे उनके फोटो से मतदाता के चेहरे की पहचान की जाएगी। अब इसके बाद यदि मतदाता सूची में लगे उसके फोटो के साफ नहीं नजर आने या अस्पष्ट होने के चलते पहचान नहीं हो पा रही हो तो फिर इस मकसद को पूरा करने के लिए ऐसे मतदाता को 13 तयशुदा वैकल्पिक दस्तावेजों में से कोई एक पेश करना होगा।

अजा, अजजा प्रमाण

पत्रों के बारे में सफाई

      कलेक्टर श्री आहूजा ने बताया कि आयोग ने अनुसूचित जाति, जनजाति, और अन्य पिछडा वर्ग के प्रमाण पत्रों को भी मतदाता पहचान के लिए अपने तयशुदा 13 वैकल्पिक दस्तावेजों में शामिल किया है। इस बारे में स्पष्ट किया गया है कि ऐसे प्रमाण पत्रों में संबंधित मतदाता का फोटो नहीं होने की दशा में उनकी पहचान उसी मतदान क्षेत्र के ऐपिक वाले (मतदाता फोटो परिचय पत्रधारी) मतदाता द्वारा भी कराई जाएगी। इन प्रमाण पत्रों का 30 सितंबर 2008 या इसके पहले जारी किया जाना जरूरी होगा। राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के जॉब कार्ड के बारे में भी यही बात लागू होगी।

परिवार मुखिया द्वारा पहचान

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आहूजा ने बताया कि आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि उसके द्वारा तयशुदा मतदाता पहचान के 13 वैकल्पिक दस्तावेजाें में से और भारत निर्वाचन आयोग के ऐपिक (मतदाता फोटो परिचय पत्र) यदि सिर्फ परिवार के मुखिया को जारी किए गए हैं तो इन्हें उस परिवार के अन्य सदस्याें की पहचान के लिए मान्य करने की इजाजत होगी। लेकिन इसमें यह भी शर्त होगी कि परिवार के ये सदस्य एकसाथ आएं और मुखिया द्वारा प्रिजाइडिंग अफसर की संतुष्टि के लिए उनकी पहचान की जाए। 

      चुनाव आयोग उन लोगों को जिन्हें मतदाता फोटो परिचय पत्र नहीं जारी हुए हैं उन्हें भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने देने का पक्षधर है। लेकिन उसकी नजरें इस बात पर भी चौकस हैं कि ऐसे मतदाताओं की आड में कोई फर्जी मतदान करने न जा पहुँचे। इस तथ्य की रोशनी में ही उसने ऐपिक कार्डधारी और बगैर कार्ड वाले मतदाताओं की अलग पहचान के लिए मतदान केन्द्रों पर दो कतारें लगाने का फैसला किया है।

हाथ में रखना होगा मतदाता परिचय पत्र

      चूँकि दो कतारे मतदान केन्द्र पर होंगी इसलिए मतदाता फोटो परिचय पत्र वालों को मतदान के पहले इस कार्ड को अपने हाथ में रखना होगा। उन्हें मतदाता फोटो परिचय पत्र के आधार पर एक अलग कतार में ख़डा किया जाएगा। इसी तरह दूसरी कतार में वो मतदाता ख़डे होंगे जिनके पास मतदाता फोटो परिचय पत्र नहीं है। उन्हें 13 निर्धारित दस्तावेजों में से कोई एक अपने साथ लाना होगा।

95 प्रतिशत लोगों को

मिल चुके हैं कार्ड्स

      प्रदेश में 95 प्रतिशत मतदाताओं को उनके फोटो परिचय पत्र जारी किए जा चुके हैं। असल में इसी वजह से शेष मतदाताओं के लिए फोटो परिचय पत्र के अलावा भी दस्तावेजों के इस्तेमाल की आसान व्यवस्था की जा रही है। आयोग ने अपने प्रेक्षकों से कहा है कि वे बगैर फोटो परिचय पत्र (ऐपिक) वाले मतदाताओं की कतार में ख़डे लोगों द्वारा लाए गए इन दस्तावेजों की जाँच करेंगे। उन्हें यह पता लगाना होगा कि ऐसे मतदाताओं के पास आयोग द्वारा निर्धारित दस्तावेजों में से कोई एक है या नहीं।

      दस्तावेजों की जाँच का काम सेक्टर अफसरों से भी कराने के लिए कहा गया है। आयोग ने कहा है कि दोनों कतारों को लेकर कोई भ्रमपूर्ण स्थिति न बने इसके लिए मतदान केन्द्रों पर पहुँचने वाले स्थान पर संकेतकों के जरिए फोटो परिचय पत्र वाले (ऐपिक) मतदाताओं और बगैर फोटो परिचय पत्र वालों की कतार की जगह उन्हें आसानी से मालूम पड जाए। इसके लिए जरूरी प्रिंट आउट निकाल कर प्रिजाइडिंग अफसरों को मतदान केन्द्र पर इस्तेमाल के लिए दिए जाएंगे।

दस्तावेज के आधार पर

मतदाता का लेखाजोखा

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आहूजा ने बताया कि मतदान के दौरान प्रिजाइडिंग अफसर निर्धारित दस्तावेज के आधार पर वोट डालने वालों का पूरा लेखाजोखा तैयार करेंगे। इसमें यह ब्यौरा भी होगा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी ऐपिक के अलावा इन दस्तावेजों के आधार पर कितने मतदाताओं ने वोट डाले हैं जिन मतदान केन्द्रों पर बगैर ऐपिक वाले मतदाता अधिक होंगे उनकी सूक्ष्म जांच की जाएगी। मतदान के बाद उन्हें यह हिसाब दिखाना होगा कि बगैर मतदाता फोटो परिचय पत्र वालों की कतार में लगकर इन दस्तावेजों के आधार पर कितने लोगों ने वोट डाले हैं। प्रेक्षक अपनी पूरी रिपोर्ट में चुनाव के बाद ऐसे मतदाताओं की तादाद को दर्शाएंगे।

फोटो परिचय पत्र वाले

मतदाता को प्राथमिकता

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के हवाले से बताया है कि आयोग का कहना है कि मतदाता फोटो परिचय पत्र वालों की बडी तादाद के चलते उनकी कतार ज्यादा लंबी होगी, लिहाजा प्रिजाइडिंग अफसर यह सुनिश्चित करेंगे कि इस कतार में लगे मतदाताआें को प्राथमिकता पर मतदान केन्द्र में प्रवेश और अपना वोट डालने दिया जाए। फिर भी प्रिजाइडिंग अफसरों को यह भी ध्यान रखना होगा कि बगैर मतदाता फोटो परिचय पत्र वाली कतार के मतदाताओं को भी एक नियमित अंतराल यानि अमूमन आधे घंटे में एक बार अपना वोट डालने की ऌजाजत दी जाए। प्रिजाइडिंग अफसर इन दोनों ही पंक्तियों को इस तरह नियंत्रित करेंगे कि मतदाता फोटो परिचय पत्र वाले (ऐपिक) मतदाताओं को प्राथमिकता मिले। आयोग ने इस निर्देश से प्रेक्षकों को भी अवगत कराया है। इसी तरह प्रिजाइडिंग अफसर, मतदान दलों और सेक्टर अफसरों को उनकी ट्रेनिंग के दौरान यह बात समझाई जा रही है।

सीहोर आये दिग्विजय सिंह ने कहा एकजुट होकर कांग्रेस को जिताओ, फिर टिकिट पाओ

सीहोर 21 नवम्बर (नि.सं.) जिस प्रकार सीहोर के युवा उम्मीद्वार सुदेश राय को भारी जनसमर्थन मिल रहा हैं उसी प्रकार पूरे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनना तय हैं। उक्त उद्गार गत रात्रि इंका नेता हरीश राठौर के निवास पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहे। चुनावी दौरे के व्यस्तता के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने कट्टर समर्थक हरीश राठौर के निवास पर पहुंचे। कांग्रेस के शहरी तथा ग्रामीण वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ताओं ने दिग्विजय सिंह का अभूतपूर्व स्वागत किया।

      इस अवसर पर दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पूर्ण मनोयोग से कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में अंतर हैं। भाजपा के झूठे वादे और भष्ट्राचार उसे ले डूबेंगे। कांग्रेस की सरकार बनना निश्चित हैं।

      इस अवसर पर हरीश राठौर के निवास पर जमशेद बहादुर,कांग्रेस प्रत्याशी सुदेश राय, रूकमणी रोहिला, चंपालाल राठौर, हाजीयो लतीफ खॉ, शम्सुद्दीन खॉ, जिला पंचायत सदस्य जफरलाला, जगदीश निगोदिया जिला जनपद सदस्य, शमीम पार्षद, गीतादेवी राठौर, कल्पना हर्णे, राजाराम बडेभाई, धनराज पाटीदार, छितर खॉ, सुरेश ठाकुर, इलियास खान, रिजवान खॉ, चंद्रकांत चौहान,पिन्टु रावत, आदि उपस्थित थे।

      ज्ञातव्य है कि हरीश राठौर का भी नाम कांग्रेस से विधानसभा उम्मीद्वार के रूप मे चल रहा था। पर अब जब सुदेश राय को टिकिट मिल गया है तो दिग्विजय सिंह ने हरीश राठौर को किसी भी सीहोर में कांग्रेस को विजय दिलाने की बात कही। और यह भी कहा दिया कि कांग्रेस लाओ और अगले विधानसभा की बात करो।

 

सतीश यादव अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल

      सीहोर 21 नवम्बर (नि.सं.) आज जिला कांग्रेस प्रतिनिधि संगठन के अध्यक्ष एवं एडवोकेट सतीश यादव और अनेक जिला कांग्रेस प्रतिनिधिगण एवं अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़कर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान एवं नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ मुख्यमंत्री निवास से प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे,जहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व नरेन्द्र तोमर ने सतीश यादव व उनके अनेक साथियों को भाजपा की सदस्यता दिलायी व शिवराज सिंह चौहान ने सतीश यादव के उज्‍जवल भविष्य की कामना कर आर्शीर्वाद दिया। इसके पहले सतीश यादव वरिष्ठ भाजपा नेता एडवोकेट महेन्द्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में गाड़ियों के काफिलों से अपने 500 समर्थकों के साथ भोपाल पहुंचे और पहले भाजपा नेता गुरूप्रसाद शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, विधायक रमेश सक्सेना से विचार विमर्श किया  तथा महेन्द्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में भाजपा की सदस्यता ली।

 

भाजपा ने वकीलों का झूठा समाचार लगवाया था, खण्डन करा

      सीहोर 21 नवम्बर (नि.सं.)। जिला अभिभाषक संघ सीहोर की कोई बैठक आयोजित नहीं की गई। अध्यक्ष मुकेश सक्सेना कुछ अभिभाषकों को लन्च के समय चाय हेतु सामान्य तौर पर बुलाकर ले गये थे। व्यक्ति गत तौर पर अभिभाषकगण दोपहर में एक साथ बैठकर अपने-अपने चेम्बरों में चाय पीते हैं।

      लेकिन चुनाव के संबंध में अभिभाषकों ने कोई निर्णय नहीं पारित किया। आदर्श आचार संहिता के प्रभावशील होते इस सम्बंध में कोई बैठक बिना अनुमति के आयोजित की भी नहीं जा सकती। समाचार पत्रों में 20 नवम्बर को अभिभाषकों ने चुनाव के सम्बंध में कोई संकल्प लिया या किसी पार्टी विशेष के सम्बंध में प्रचार हेतु निर्णय लिया असत्य है।

      जिला अभिभाषक संघ के कार्यरत सदस्यों ने लिखित में समाचार का हस्ताक्षर कर खण्डन किया है। हस्ताक्षर करने वालों में वरिष्ठ अभिभाषक एन.पी. उपाध्याय, एस.के. महाजन, ए.बी. दुबे, के.यू. कुरैशी, सोनपाल दासवानी, के.एस. भार्गव, महेश चौरसिया, प्रदीप पहलवान, जी.के. उपाध्याय, विजय अग्रवाल, रवि पारे, एच.पी. चक्रधर, वाय.के. श्रीवास्तव, राज अग्रवाल, राजेश पण्डया, लखन परमार, जी.डी. बैरागी, बी.आर. सोलंकी, अनिल दुबे, राजेन्द्र शर्मा, कमर अहमद सिद्दीकी, आर.डी. देवेरा, अरविन्द व्यास, राधेश्याम यादव, सुरेश जैन, जी.एम. खान, रेखा चौरसिया, सुनील मेहता, राशिद अख्तर, टी.एम. खान, वीरेन्द्र तोमर, मनोज शाकेब खान, अनिल पाण्डे, देवेन्द्र वर्मा, उमेश यादव, के.के. जोशी, कमलेश कुकन्दा, देवीसिंह मीणा, सचिन तिवारी, विजय भार्गव, विश्वास नागर, ओमप्रकाश चौरसिया, अखिलेश चौहान, रमन सक्सेना, संजय श्रीवास्तव, रेखा सक्सेना, आर.सी. सिंह, वी.पी. भारद्वाज, कु. रेणुधाड़ी, विनोद यादव, श्रीमति रन्जना शर्मा, मनोहर पाटिल, कु. रेहाना सुल्तान, राजू कुशवाह, प्रेमनारायण बिसोरिया, सुरेश जैन, अरुण टिंगोरिया, सचिव जिला अभिभाषक संघ, अर्चना राय, के.जी. त्यागी, डी.डी. मित्तल, अवधनारायण दांगी, देवेन्द्र काशिव, राजेश्वरी मालवीय, मेहरवान सिंह मेवाड़ा आदि शामिल है।

दो और आदतन अपराधी जिला बदर

सीहोर 21 नवम्बर (नि.सं.)। कलेक्टर श्री आहूजा ने चुनावी माहौल में जिले की फिजा खराब होने से बचाने, आम जनता में अमन चैन आयम रखने और साम्प्रदायिक फसाद की संभावनाओं को खत्म करने के मद़देनजर दो आदतन अपराधियों के खिलाफ म.प्र. राज्य अधिनिम 1990 की धारा 56 ग के तहत कार्यवाही की है। इस सिलसिले में आदेश जारी कर दिये गये है।

      कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के मुताबिक आपराधिक गतिविधियों में लगातार लिप्त रहने, समाज विरोधी गतिविधियों में लगातार लिप्त रहने, समाज विरोधी गतिविधियां घटित करते रहने और साम्प्रदायिक  तनाव के हालात पैदा करने के कारण पप्पू उर्फ आसिफ वल्द मो. अशफाक निवासी पीली मस्जिद कस्बा कोतवाली सीहोर एवं अजीज खां रऊफ नाल उर्फ आसिफ वल्द मो. शकूर निवासी कसाई मण्डी थाना कोतवाली सीहोर के खिलाफ म.प्र. राज्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 5 6 ग के तहत कार्यवाही करते हुए उसे एक साल के लिए जिला सीहोर और उससे लगे भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद, हरदा, देवास, शाजापुर और राजगढ़ जिलों की राजस्व सीमाओं से बाहर चले जाने के निर्देश दिए गए हैं।

      जारी आदेश में खुलासा किया गया है कि दोनों अपराधियों का अच्छा खासा आपराधिक रिकार्ड है और इसके खिलाफ अनेक गंभीर किस्म के मामले कायम हैं।  पुलिस द्वारा दिए गए प्रतिवेदन में बताया गया है कि पप्पू उर्फ आसिफ वल्द मो. अशफाक निवासी पीली मस्जिद कस्बा कोतवाली सीहोर के खिलाफ जुआ, सटटा और आर्म्स एक्ट के अनेक मामले दर्ज किए जा चुके है। अजीज खां उर्फ नाल उर्फ आसिफ वल्द मो. शकूर निवासी कसाई मण्डी थाना कोतवाली सीहोर के खिलाफ भी जुआ और आर्म्स एक्ट के तहत सोलह मामले दर्ज किए जा चुके है। कलेक्टर ने इन दोनों अपराधियों का आपराधिक रिकार्ड देखने और उस पर पूरा इत्मीनान हो जाने के बाद इनके खिलाफ म.प्र. राज्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्यवाही की।

 

कुएं में डूबने से ग्रामीण की मौत

      सीहोर 21 नवम्बर (नि.सं.)। दोराहा थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम खण्डवा में एक 35 वर्षीय ग्रामीण की कुएं में गिरने से पानी में डूबने के कारण मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी हैं।

      प्राप्त जानकारी के अनुसार दोराहा थाना क्षेत्रान्तर्गत आने वाले ग्राम खण्डवा निवासी पूरणराम का 35 वर्षीय पुत्र केवलराम अपने खेत पर प्रकाश खाती के खेत में से निकलकर जा रहा था कि अचानक उसका पैर फिसलने से वह प्रकाश खाती के खेत स्थित कुएं में गिर पड़ा और उसकी पानी में डूबने से मौत हो गई।

      इधर इछावर थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम भाऊखेड़ी नरसिंहखेड़ा रोड पर गत दिनों सुबह एक्सीडेन्ट में घायल साडा कालोनी राधौगढ़ जिला गुना निवासी जसवंत सिंह आ. शैतानसिंह कुशवाह को एक्सीडेन्ट में आई चोटों के कारण अस्पताल लाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

कांग्रेस ने मुस्लिमों के ईमान को बचाकर रखा है-किदवई

      आष्टा 21 नवम्बर (नि.प्र.)। राजग सरकार में जनता चुप थी। इस चुनाव में जनता मौन है। इसका मतलब है कि जनता तय कर चुकी है कि इस भ्रष्ट, निकम्मी सरकार को जड़ से उखाड़ फैंकना है। हमे इस क्षेत्र की दिशा और दशा को तय करना है। यहां आपके और आपके बच्चों के भविष्य की लड़ाई हो रही है। आपको सोच-समझकर फैसला करना है।

      इतिहास केवल कांग्रेस का है। यही इतिहास देश का है और यही रिश्ता हमारा इस देश से है। कांग्रेस और भाजपा में फर्क इतना ही है कि कांग्रेस में गांधी को दिया और भाजपा ने उस गांधी की हत्या कर दी। गांधी की हत्या गोंडसे ने नहीं विचारधारा ने की थी और इसी विचारधारा से हमे लड़ना है। हमने समाज को जोड़कर चुनाव लड़ा है। उन्होंने समाज को तोड़कर चुनाव लड़ा है। उक्त उद्गार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष इमरान किदवई ने कांग्रेस प्रत्याशी गोपालसिंह इंजीनियर के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए कही। अपनी बात को आगे जारी रखते हुए श्री किदवई ने कहा कि वे लोग हमसे 50 साल का हिसाब मांगते है, लेकिन अगर हम इनसे 5 साल का हिसाब मांग ले तो इनका एक भी मंत्री, विधायक कार्यकर्ता जेल के बाहर नहीं दिखेगा। एक अति पिछड़ा देश अगर विकसित देश की कगार पर खड़ा है तो इसके पीछे कांग्रेस का ही हाथ है। आज हमने चांद पर झंडा गाड़ दिया है और सारी दुनिया हमारी ताकत को सलाम करती है। यह लड़ाई गददी की नहीं बल्कि उसूलों की है। अक्सर यह सवाल उठता है कि मुस्लिमों को कांग्रेस ने क्या दिया । तो मेरा कहना है कि अगर हमारी शरिअत को किसी ने बचाकर रखा है तो वह एक मात्र पार्टी कांग्रेस है और शरिअत ही हमारा ईमान है। जिसे शहाबनों केस में कांग्रेस ने सिद्ध कर दिया था।

      कांग्रेस के ऊपर अक्सर ही यह आरोप लगाया जाता है कि वह मुस्लिमों को तुष्टीकरण करती है तो मेरा कहना हे कि यह सरासर झूठ है। कांग्रेस जैसी पार्टी इतनी बेवकूफी कभी नहीं करेगी कि 15 प्रतिशत मुस्लिमों के चक्कर 85 प्रतिशत देश की जनता की उपेक्षा कर दे। सभा को प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष हाजी हारुन ने संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के लोग जब भी सत्ता में होते है तो यह दम्भ से दिखाते है कि इनसे बड़ा कोई देश प्रेमी नहीं है। झूठ को सच बनाने का काम भाजपा को बड़े अच्छे से आता है। भाजपा को अगर जड़ से उखाड़ फैकना है तो हमें बसपा जैसी स्वार्थी दलों की गर्दन मरोड़ना होगी क्योंकि बसपा, प्रसपा व अन्य छोटे दलों के कारण ही कांग्रेस इस क्षेत्र से हारती आई है। जबकि इन छोटे दलों की कोई रीति या नीति नहीं है।

      उक्त सभा को कांग्रेस प्रत्याशी गोपालसिंह इंजीनियर ने भी संबोधित करते हुए कहा कि मैं एक सामान्य परिवार से हूं। मैंने भोपाल से इंजीनियर की शिक्षा ली है। मेरे मन में आप सभी लोगों की सेवा करने की तमन्ना है। एक बार मुझे मौका दे। मैं इसक्षेत्र में विकास की गंगा बहा दुंगा। सभा के प्रारंभ में सभी अतिथियों का स्वागत जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार एवं पूर्व जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रतनसिंह ठाकुर ने किया। स्वागत भाषण वरिष्ठ पार्षद अजीज अंसारी ने दिया। सभा का संचालन ब्लाक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष मुबारिकुद्दीन ने किया तथा आभार कांग्रेस नेता गुडडू भाई ने व्यक्त किया।

      इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता बशीर बेग, शिवनारायण पटेल, मुख्य चुनाव संचालनकर्ता हिफ जुर्रहमान भैया मियां, मार्केटिंग सोसायटी के अध्यक्ष सौभालसिंह भाटी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष एजाजुर्रहमान भैया एम.पी., घनश्याम जांगड़ा, नौशे भाई, इदरीस मंसूरी, रमेश  चंद्र लसूड़िया खास, पार्षद सलीम अंसारी, कलीमुददीन, प्रदीप प्रगति, मनोज राठौर, हनीफ भाई सहित हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्तागण व आमजन उपस्थित थे।

धरम सिंह मण्डलोई कांग्रेस में शामिल

      ग्राम लोरासकलां के भाजपा नेता डा. धरमसिंह मण्डलोई शुक्रवार को जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार एवं कांग्रेस प्रत्याशी गोपालसिंह इंजीनियर के समक्ष कांग्रेस में साथियों सहित शामिल हो गए। मण्डलोई व उनके साथियों का पुष्प मालाओं से कांग्रेस नेता प्रदीप प्रगति ने स्वागत किया।