Wednesday, October 22, 2008

यदि मैं विधायक बन जाऊं तो हर नागरिक विधायक होगा- अखिलेश राय

राजनीति पर लोकप्रिय समाजसेवी अखिलेश राय की फुरसत से बेवाक बातचीत

      सीहोर 21 अक्टूबर (फुरसत)।  नगर के लोकप्रिय समाजसेवी और राजनीतिक दृष्टिकोण से नगर पालिका चुनाव के स्टार प्रचारक के रुप में उभरे उजवल छवि के युवा अखिलेश राय को लेकर नगर के हर आम और खास नागरिक के दिलों में कई अरमान जागे हुए हैं...। बड़े स्तर पर आगामी चुनावों के लिये लोग अखलेश राय के आगे आने के सपने संजो रहे हैं। लेकिन राजनीति के संबंध में अखलेश राय क्या सोचते हैं? क्या उन्हे राजनीति से लगाव है ?  क्या चुनाव लड़ना वह पसंद कर सकते हैं ? क्या उन्हे टिकिट मिल जायेगा तो वह चुनाव लड़ेंगे ? ऐसे अनेकानेक प्रश्न आम नागरिकों के मन उमड़-घुमड़  रहे हैं। वर्तमान राजनीतिक संदर्भों में स्वयं ही घर बैठे अखलेश राय की चर्चाएं सरगर्म हैं। वह एक कुशल व्यापारी व समाजसेवी हैं, और उन्होने अपने व्यापार को आज जिस मुकाम पर पहुँचाया है साथ ही अपनी कार्यपध्दति से वह लोकप्रिय बने हुए हैं तो ऐसे में क्या एक व्यापारी के रुप में ही उन्हे देखा जाना चाहिये ? अथवा राजनीतिक सोच और विचार भी वह रखते हैं। इन्ही सब बातों के लिये फुरसत ने उनसे जब बातचीत का प्रस्ताव रखा तो उन्होने खुलकर राजनीति पर बेबाक बात की। प्रस्तुत है अखिलेश राय से राजनीति पर केन्द्रित बातों के कुछ अंश...।

       फुरसत- आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर शहर में यह चर्चाएं आम हैं कि आपको कांग्रेस से टिकिट मिल सकता है ? क्या आप चुनाव लड़ना पसंद  करेंगे ?

      अखिलेश - नहीं, मुझे टिकिट क्यों मिलेगा, मैने तो कांग्रेस से टिकिट भी नहीं मांगा है, ना मांगूगा । यह सही है कि पिछले कुछ दिनों से मेरे चाहने वाले व इष्ट मित्रों ने मुझसे बार-बार कहा है कि मैं चुनाव लडूं , उन्होने ही कांग्रेस में ऊपर तक बात भी पहुँचाई है कि मुझे टिकिट दिया जाये लेकिन इससे मैं खुद दूर हूँ। चुनाव लड़ने की तो बात ही दूर है। इस संबंध में मेरी पचौरी जी से भी बात हुई थी।

      फुरसत - चलिये मान लीजिये कि कांग्रेस ने आपको बिना मांगे ही टिकिट दे दिया है अब आप क्या करने वाले हैं ?

      इस प्रश्न पर अखलेश राय हंसते हुए कहते हैं कि देखिये यदि मैं चुनाव लडूंगा तो मेरे मित्रों व चाहने वालों का कहना है कि पूरे प्रदेश में सर्वाधिक मतों से विजयी होने का रिकार्ड बन सकता है। दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से मुझे लगातार ग्रामीणजन सम्पर्क करके साल भर से चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। श्री राय ने इस संवाददाता को स्मरण दिलाया कि मैने आपको नगर पालिका चुनाव में ही बताया था कि हम जहाँ भी प्रचार करने जाने वाले होते थे वहाँ पहले से ही हमें फोन आने लगते थे भाई साहब आपको आने की जरुरत नहीं है, हम तो स्वयं ही आपके पक्ष में हैं, आपने इतना किया है, पहली बार हमारा (जनता का) मौका आया है, हम निश्चित ही आपके पक्ष में रहेंगे। श्री राय ने बताया कि ऐसे ही मेरे परिचितों के फोन फिर पिछले दिनो से लगातार आ रहे हैं और पूरे ग्रामीण क्षेत्रों तक से आ रहे हैं। श्री राय ने कहा कि जिसका कुछ करने का जबा हो, सोच अच्छी हो, तो उसे दिक्कत आने का सवाल ही नहीं उठता।

      तो आप क्या करने वाले हैं ? (हमारी इस बातचीत के दौरान अखिलेश राय को लगातार कई फोन आ रहे थे जिनमें से लगभग सभी से वर्तमान राजनीति को लेकर कुछ चर्चाएं चल रही थीं, जिससे लग रहा था कि निश्चित ही आगामी विधानसभा को लेकर उनसे सम्पर्क रखने वाले उनसे राजनीतिक बातें कर रहे हैं)

      अखलेश - (हंसते हुए) देखिये मेरे बड़े भाई साहब को राजनीति का शोक है, मुझे नहीं है, मैं इससे बचता रहा हूँ। बड़ो की भावना का सम्मान भी मैं करना चाहता हूँ। इसलिये यह बात भविष्य पर छोड़ दी जाये, की क्या मुझे राजनीति करना है या नहीं।

      फुरसत - यदि आप राजनीति करते या विधायक होते तो आपकी कार्यशैली क्या होती ?

      अखिलेश - देखिये आदमी में इच्छा शक्ति हो, उसका सोच सकारात्मक हो तो कोई भी कार्य आसानी से हो सकता है। यदि राजनेता सिर्फ अखबारों में फोटो छपवाने के ही प्रयास करते रहेंगे ? या कार्यक्रम में भाषण देने के लिये उतावले रहेंगे तो फिर विकास कैसे होगा?  मैं आपसे कहता हूँ कि यदि मैं विधायक बन जाऊं तो निश्चित ही शहर में एक लाख विधायक हों, हर आदमी विधायक का काम करे। आज अमेरिका का राष्ट्रपति भाषण देता है तो सिर्फ 2 मिनिट में अपनी बात पूरी कर देता है, उसे काम की यादा चिंता रहती है लेकिन यहाँ सिर्फ अखबारों में नाम कैसे छपे इसकी चिंता यादा करते हैं। मेरा मानना है कि जनता काम चाहती है ना की जबरन की बातें, और मैं तो काम में ही विश्वास रखता हूं । यदि मैं विधायक होता तो वह सब काम पहली प्राथमिकता से निपटा देता, जो काम विधायक कर सकता है। मेरा मानना है काम के प्रति सकारात्मक  सोच होना चाहिये, स्वयं ही काम होने लगता है। काम बड़ा नहीं है, लेकिन राजनीति करने की परिभाषा ही बदल दी गई है, उसे अखबारों में छपना, दुकानों का उद्धाटन करना, भाषण देने तक सीमित कर दिया गया है। जबकि मेरे हिसाब से राजनीति का मतलब है काम के प्रति समर्पण।

      फुरसत अच्छा यह बताईये की नगर को लेकर कोई विशेष योजना कभी आपके मन में आई हो ? क्या सीहोर के विकास से आप संतुष्ट हैं ?

      अखिलेश - सीहोर में विकास हुआ ही कहाँ है ? सीहोर तो लगातार पिछड़ता जा रहा है, नेताओं की राजनीतिक इच्छा शक्ति के अभाव में शुगर फेक्ट्री सहित अन्य उद्योग धंधे बंद हो गये हैं। मेरी हार्दिक इच्छा है कि टाउन हाल के पास जमीन है, शहर के बीच में यह जगह है वहाँ एक वाटर पार्क बनवाया जाये जहाँ आम लोग आ जा सकें। यहाँ टाउन हाल में गेम्स वालों के लिये विशेष मशीनें और उपकरण लगवाये जायें। अस्पताल से लेकर पान चौराहा तक और वहाँ से तहसील चौराहा तक एक बहुत अच्छी गुणवत्ता की सड़क बनवाई जाये। इन दोनो ही कार्यों के लिये मैने नगर पालिका से इच्छा प्रकट करते हुए यह भी कहा था कि जनभागीदारी में ऐसी योजना बनवाई जाये। जनभागीदारी हम करने को तैयार हैं। लेकिन नगर पालिका में कोई काम करना ही नहीं चाहता।

       फुरसत - कांग्रेस से आपको टिकिट मिल गया तो खण्ड-खण्ड कांग्रेस और विभिन्न मठों का क्या होगा ?

      अखिलेश - इस पर भी श्री राय ने कहा कि वैसे मैं ना तो चुनाव लड़ने जा रहा हूँ, ना मैने टिकिट मांगा है। लेकिन मैं फिर वही बात कहूंगा कि कांग्रेस को एक दिन में लामबध्द किया जा सकता है, क्योंकि सोच यदि सही हो, आपका तरीका सही हो तो सब हो सकता है। सब एक साथ काम कर सकते हैं, क्योंकि विकास के मुद्दे पर कौन साथ नहीं देता।

      फुरसत- तो यह बताईये की नगर पालिका चुनाव मैं आपको देखकर जनता का जो उत्साह जागा था ? नगर पालिका जैसी चल रही है उसे चलना नहीं धकना कहते हैं ? आपका क्या कहना है ? क्या नगर पालिका की व्यवस्था दुरुस्त की जा सकती है ?

      अखिलेश- (अपने बेबाक अंदाज में) देखिये, हमारे बड़े भैया एक सीधे सरल, भोले इंसान है, उन्हे जो जैसा समझा देता है समझ जाते हैं। उनसे कुछ गलत लोग जबरन चिपके रहते हैं यह बात भी सही है। लेकिन मेरी मर्यादा है कि मैं उनसे कुछ कह नहीं सकता, मैं छोटा हूँ। लेकिन यह सही है कि मात्र एक महिने में नगर पालिका एकदम दुरुस्त की जा सकती है। जो काम करने में अड़चन पैदा करते हैं ऐसे लोगों को तो मैं दिनभर ही ठीक करता हूं, तो वहाँ भी अड़चन डालने वालों को ठीक करने में कोई कठिनाई नहीं आयेगी। मात्र एक माह में नगर की फिजा बदली जा सकती है, निर्माण कार्यों में पारदर्शिता हो, जहाँ काम हो वहाँ काम की लागत व संबंधित निर्माण का ब्यौरा संबंधित वार्ड में एक बड़ा बोर्ड लगाकर चस्पा कर दी जाये तो जनता वैसे ही यदि गलत काम हो तो लड़ने को उतारु हो जाये, स्वयं ही गलत कार्यों पर अंकुश लग जाये।  लेकिन सही प्रबंधन का अभाव है। काकस से घिरे होने के कारण सही निर्णय नहीं लिया जाता इसलिये नगर पालिका नहीं चल पा रही। कुर्सी कुछ नहीं करती आदमी करता है...।

      फुरसत - अब जब आप विधायक का चुनाव लड़ने के लिये तैयार नहीं है, तो क्या राकेश राय को टिकिट मिल जायेगा तब आप फिर उनके लिये प्रचार करेंगे ?

      अखिलेश - सुरेश पचौरी जी ने बड़े भाई साहब से कहा था कि तुम्हे टिकिट नहीं दिया जायेगा, अन्य दो भाईयों में से किसी को देंगे। श्री पचौरी ने शायद स्वदेश का नाम चलाया है। जो होगा देखा जायेगा।

राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई

सीहोर 21 अक्टूबर (नि.सं.)। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने गत दिवस राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाकर उनसे चुनाव आचार संहिता, चुनाव के लिए आयोग द्वारा दिए गए निर्देश और चुनाव के तहत की जा रही व्यवस्थाओं पर व्यापक चर्चा की। पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों और सुरक्षा इंतजामों पर चर्चा की। बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, इंडियन नेशनल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कैलाश परमार, बसपा जिलाध्यक्ष माखन सिंह सोलंकी, रा.का.पा. जिलाध्यक्ष नौशाद खान और भा.क.पा. की ओर से प्रहलाद सिंह बैरागी मौजूद थे।

      बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आहूजा ने चुनावी आचार संहिता में निहित विभिन्न प्रावधानों से राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा म.प्र. में विधानसभा निर्वाचन 2008 के कार्यम की घोषणा कर दी गई है। घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता को लागू कर दिया गया है। संहिता के मुताबिक सभी दलों और अभ्यर्थियों को ऐसे कार्यों से ईमानदारी पूर्वक बचना है जो निर्वाचन विधि के अधीन भ्रष्ट आचरण तथा अपराध की श्रेणी में आते हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थी या उसके प्रतिनिधियों द्वारा ऐसा कोई कृत्य नहीं किया जाना चाहिए जो शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव में बाधा उत्पन्न करता हो। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण निर्वाचन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं। दण्ड प्रयिा संहिता की धारा के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं जिनका पालन सुनिश्चित किया गया है।

लिखित सहमति जरूरी

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने बताया कि जिले में संपत्ति विरूपण अधिनियम लागू किया गया है जिसके तहत किसी भी दल द्वारा शासकीय  सार्वजनिक संपत्ति को विरूपित नहीं किया जायगा। निजी संपत्ति को बिना उसके स्वामी की लिखित सहमति के विरूपित नहीं किया जा सकेगा अर्थात् उस पर नारा लेखन या झंडे, बैनर इत्यादि नहीं लगाये जा सकेंगे।

एस.डी.एम. लेंगे नाम निर्देशन पत्र

      जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस बार संबंधित एस.डी.एम. को रिटर्निंग ऑफीसर बनाया गया है। जिले में बुधनी विधानसभा क्षेत्र को छोड़ शेष इछावर, आष्टा और सीहोर विधान सभा क्षेत्र के लिए संबंधित एस.डी.एम. रिटर्निंग ऑफीसर रहेंगे। बुधनी विधान सभा क्षेत्र के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रिटर्निंग ऑफीसर बनाए गए हैं। ये ही रिटर्निंग ऑफीसर नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करेंगे। सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने की व्यवस्था जिला मुख्यालय पर की जा रही है जहां रिटर्निंग ऑफीसर के पास नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए जांएगे।

तीन व्‍यक्तियों को ही प्रवेश

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने बताया कि नाम निर्देशन दाखिल करने के लिए अभ्यर्थी सहित केवल तीन व्यक्ति ही रिटर्निंग ऑफीसर की डायस तक जा सकेंगे। यह व्यवस्था निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों के मुताबिक की जा रही है।

पीठासीन अधिकारी ई.व्ही.एम.

तक नहीं जांएगे

      श्री आहूजा ने बताया कि इस बार निर्वाचन आयोग द्वारा यह व्यवस्था की गई है कि वृध्द व्यक्ति को पीठासीन अधिकारी अपनी टेबिल पर ही जरूरी समझाइश देंगे वे अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन तक नहीं जा सकेंगे।

पहले आओ पहले पाओ

के आधार पर अनुमति

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभा स्थल के लिए स्थान तय किए जा रहे हैं। यह ध्यान रखा गया है कि जहां तक हो स्कूली संस्‍थाओं के मैदान का उपयोग चुनावी सभा के लिए नहीं किया जाय। दलों को सभा करने के लिए स्थान की अनुमति पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दी जायगी

प्रिन्ट लाइन जरूरी

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आहूजा ने बताया कि चुनाव के दौरान छपने वाले पम्फलेट, पर्चे या अन्य प्रिन्ट सामग्री पर चौकस निगाह रखी जायगी। प्रेस मालिकों को आगाह किया गया है कि वे किसी भी सूरत में अनर्गल प्रकृति के पर्चे आदि नहीं छापें। जो भी चुनावी पम्फलेट या पर्चे छापे जांयगे उन पर मुद्रक, प्रकाशक और प्रसार संख्या आवश्यक रूप से अंकित की जायगी। छपे हुए पम्फलेट या पर्चे आदि की एक प्रति तत्काल निर्वाचन कार्यालय में जमा कराना अनिवार्य किया गया है।

अपराधी तत्वों पर टेडी नजर

      बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि निर्वाचन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस अपराधी तत्वों के खिलाफ सख्ती से पेश आयगी। उन्होंने कहा कि वाहनों पर भी पुलिस पैनी नजर रखे हुए है यह देखा जा रहा है कि वाहन के सभी कागजात मोटर व्हीकल एक्ट के तहत पूरे हैं या नहीं।

शस्त्र लायसेन्स निलंबित

      पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए जिले भर के शस्त्र लायसेंसो को जिला दण्डाधिकारी द्वारा निलम्बित कर दिया गया है। शस्त्र 27 अक्टूबर तक थानों में जमा कराने के आदेश दिए गए हैं।

315 बोर बंदूक, सात छुरी एवं एक गुप्ती सहित गुण्डे गिरफ्तार व 36 पाव विदेशी मदिरा जप्त

      सीहोर 21 अक्टूबर (नि.सं.) जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस ने 10 लोगों को अवैध शस्त्र सहित गिरफ्तार किया हैं। वही 14 लोगों को अवैध रूप से मदिरा के साथ पकड़ कर आबकारी अधिनियम के तहत कार्यवाही की हैं।

      जानकारी के अनुसार सिद्दीकगंज थाना पुलिस ने स्थानीय सिद्दीकगंज निवासी राधेश्याम आ. नरवत, अर्जुन राणा आ. पर्वतसिंह सेंधों निवासी वनखेड़ा, बुदनी थाना पुलिस ने विजय आ. रामसिंह निवासी देवगांव, निम्मत आ. मुन्नालाल निवासी बुदनी, चुन्नू आ. फजल खां आष्टा पुलिस ने राकेश आ. गुलाबसिंह निवासी हर्राजखेड़ी,  इसी प्रकार कोतवाली पुलिस ने बंटी आ. शेरसिंह निवासी गंगा आश्रम को सार्वजनिक स्ज्ञिान पर अवैध हथियार लेकर घूमते पाये जासने पर गिरफ्तार किया हैं।

      सिद्दीकगंज पुलिस ने अर्जुन राणों के कब्जें से 315 बोर देशी कट्टा एवं 4 जिन्दा कारतूस जप्त किया है। वही अन्य थानों में गिरफ्तार व्यक्तियों से पुलिस ने गुप्ती-एक चाकू, तथा सात छुरी जप्त कर आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही की हैं।

      पुलिस द्वारा अवैध मदिरा सहित के संबंध में की गई कार्यवाही के तहत बुदनी पुलिस ने भागीरथ आ.जगन्नाथ निवासी बुदनी घाट, कैलाश आ. आनन्द निवासी बुदनी, अतुल आ. ज्ञानेन्द्र, मंगल आ. मदनलाल निवासी तालपुरा, सिद्दीकगंज पुलिस ने राधेश्याम आ. नरवतसिंह निवासी जावर, शाहगंज पुलिस ने कैलाश आ. गोपाल, नस.गंज पुलिस ने यशवंत आ. प्रहलाद निवासी नीलकछार तथा आष्टा पुलिस ने ओमप्रकाश आ. रामसिंह निवासी हर्राजखेड़ी, शेरसिंह आ. मनोहर निवासी पगारिया, श्रीकिशन आ. जगन्नाथ निवासी आष्टा, को गिरफ्तार किया है।  पुलिस ने इनके कब्जे से 11 बोतल, 8 अद्दी, 159 पाव, 2 लीटर देशी तथा 36 पाव विदेशी मदिरा जप्त कर आबकारी अधिनियम के तहत कार्यवाही की है।

कांग्रेसी कई दावेदारों के चेहरे उतरे हुए हैं

      आष्टा 21 अक्टूबर (सुशील संचेती) कांग्रेस में यूं तो लगभग 20 से 25 दावेदार टिकिट की दोड धूप में आष्टा से दिल्ली तक दौड लगा आये है कई अभी भी लगा रहे है आष्टा से भोपाल दौड-दौड कर ये दावेदार जेब हल्की कर आये है रोज ऊपर के नेताओं ने जो नये-नये समीकरण बन और बिगड़ रहे है इससे दावेदार परेशान है अभी तक तो जितने दावेदार थे उसमें से कई दावेदार दिल्ली भोपाल से आते और यही रहते अपना पैनल में नाम जुड़ गया है लेकिन अब वे ही दावेदार उतरे चेहरों को लिये नगर में भटक रहे है। ना ही नाम जुडा और जेब अलग खाली हो गई। कांग्रेस मं अब केवल 2-3 नाम ही ऐसे है जो चर्चा में है और जितने दावेदार कांग्रेस में है उससे केवल अभी तक आष्टा में गोपालसिंह इंजीनियर, एकमात्र ऐसे दावेदार है जो ईद, दशहरा व अन्रू त्यौहारों, जुलूस जलसों में सक्रिय रूप नजर आये इसमें कोई दो राज नहीं है कि जो पैनल कांग्रेस में आष्टा के लिए बनी है उसमें गोपाल इंजीनियर, अजीतसिंह का नाम तो है अजीसिंह भी सक्रिय नजर आ रहे है लेकिन शेष दावेदार जो जमकर लगे हुए थे अब उनके चेहरों पर जो रोनक थी वो नजर नहीं आ रही है इससे लगता है उन्हें जबाव मिल गया है कि भैया परेशान मत होओ घर जाओं जिसे भी टिकिट मिले उसका काम करना और कांग्रेस को जीताना।

जनशक्ति के विधान सभा वार प्रत्याशियों की पैनल तैयार

      सीहोर 21 अक्टूबर (नि.सं.)। भारतीय जनशक्ति जिला सीहोर के चारों विधानसभा प्रत्याशियों की पैनल प्रदेश सचिव एवं जिला प्रभारी लोकेन्द्र मेवाड़ा की अध्यक्षता में जिला कोर कमेटी की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें जिले के चारों विधानसभा के प्रत्याशियों की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के तीन-तीन नामों की पैनल तैयार कर प्रदेश कर्यालय को भेजी गई। जिसमें बुदनी विधानसभा क्षेत्र  से 1 देवीचरण पालीवाल, शाहगंज 2 उत्तमसिंह चौहान, रेहटी 3 श्रीमति ममता कीर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य नस.गंज, आष्टा विधानसभा क्षेत्र से चुन्नीलाल मालवीय सरपंच, सिद्दीकगंज एवं पूर्व अध्यक्ष जिला  सहकारी बैंक 2 श्रीमति फूलकुंवर बाई डाबरी, 3 इछावर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 158 से श्रीमति रमीला परमार, 2 लोकेन्द्र सिंह मेवाड़ा 3 निर्मल शुक्ला सीहोर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 से लोकेन्द्र सिंह मेवाड़ा, 2 नन्दकिशोर पाटीदार, पूर्व सरपंच, झरखेड़ा, 3 कमलेश राठौर पार्षद सीहोर।

मंत्री करण सिंह वर्मा लाल बत्ती में सीहोर घूमते दिखे

      सीहोर 21 अक्टूबर (नि.सं.)। आज ग्रामोद्योग मंत्री करण सिंह वर्मा सीहोर आये थे। वह भाजपा कार्यालय से लेकर अन्य स्थानों पर भी गये। वह अपने एक निजी वाहन से सीहोर में आये थे। सरकारी वाहन का उपयोग उन्होने छोड़ दिया है। लेकिन जिस वाहन में वह सवार थे उसमें भी चूंकि पहले से ही लाल बत्ती लगी हुई थी इसलिये लालबत्ती वाहन में ही वह सीहोर घूमते रहे। यहाँ जैसे ही कुछ मीडिया वालों को इसकी खबर लगी उन्होने जाकर फोटो खींच लिये और मंत्री जी से बातचीत की। उन्होने कहा कि मुझे नहीं मालूम की निजी वाहन पर भी लालबत्ती लगाना मना है, अगर ऐसा है तो मैं अभी हटवा लेता हूं। लेकिन बाद में सीहोर से एक फोन इन मीडिया वालों को धमकी भरा गया जिसमें खबर चलाने पर जान से मारने की धमकी दी गई, तथा गालियाँ भी दी गई। पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है।

दुर्घटना में दो मृत

सीहोर 21 अक्टूबर (नि.सं.)। रात मण्डी थाना अन्तर्गत थाने के कुछ आगे राठौर फार्म हाउस के सामने एक मोटर साईकिल पर सवार दो सवार को एक बडे वाहन ने टक्कर मार दी।

      टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि मोटर साईकिल सवार भोजराज परमार शुजालपुर के ग्राम इचोद निवासी सहित उनके साथी की मृत्यु हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 

सियार ने किया हमला काटा, चार घायल

      आष्टा 21 अक्टूबर (नि.प्र.) सिद्दीकगंज थाने के अन्तर्गत आने वाले ग्राम श्यामपुर में जंगली सियार ने ग्राम के 4 लोगों को काटकर घायल कर दिया ग्रामीणों ने इसकी सूचना वनपाल को दी तो वो इन घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल आष्टा लेकर आये और इलाज कराया जिन्हें सियार ने काटा उनके नाम रमेश, कमल, कविता केसर खां बताये गये है।

 

चार दिन बाद भी पुलिस ट्रेक्टर लुटेरों का पता नहीं लगा पाई

      जावर 21 अक्टूबर (नि.प्र.) इन्दौर भोपाल राजमार्ग पर चार दिन पहले हुई ट्रेक्टर लूट की घटना को अंजाम देने वाले लुटेरों का पता नहीं लगा पाई हालांकि पुलिस ने लुटेरों की तालाश में कई जगह पुलिस की टीम भेजी लेकिन अभी तक लुटेरों का पता नहीं चल पाया है। गौरतलब है कि 18 अक्टूबर की रात में इंदौर भोपाल राजमार्ग खड़ी जोड़ के पास न्यूहालैण्ड कंपनी का नया ट्रेक्टर चालक अमरसिंह पिता पंचमसिंह राजपूत मिसरोद भोपाल भोपाल से इंदौर जा रहा था कि खड़ी जोड़ के पास पीछे से मारूति वेन से आये लुटेरे जिनकी संख्या तीन चार बताई ने ट्रैक्टर रूकवाया व ट्रेक्टर चालक को अपनी मारूति में बिठा लिया व ट्रेक्टर उनका आदमी ले गया।

      बाद में लुटेरे ट्रेक्टर चालक को विजय नगर इंदौर के पास छोड़ गये। इसके बाद ट्रेक्टर चालक जैसे-तैसे जावर थाने पहुंचा व अपने साथ घटित घटना की जानकारी पुलिस को दी इसके बाद पुलिस हरकत में आई और फरियादी अमर सिंह को लेकर लूट हुई जगह पर पहुंची व मौका मुआयना किया। इसके बाद एस.डी.ओ. पी. ओंकार सिंह क्लेश ने ट्रेक्टर लुटेरों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम बनाकर देवास इंदौर व शाजापुर तरफ भेजी लेकिन अभी तक पुलिस को ट्रेक्टर लुटेरों की तलाश नहीं कर पाई है।

      इधर थाने से दीवान उदयसिंह ने बताया कि पुलिस लगातार ट्रेक्टर लुटेरों की तलाश में लगी है कई जगह पुलिस की टीम भेजी गई है।

 

सडक हादसों में पांच घायल

      सीहोर 21 अक्टूबर (नि.सं.) जिले में घटित अलग-अलग हादसों में पांच लोग घायल हो गये। पुलिस ने सभी मामले दर्ज कर लिये हैं।

      जानकारी के अनुसार ग्राम रिछारिया निवासी नंदकिशोर गोस्वामी गत दिवस नौगांव तरफ से अपने गांव बाइक से जा रहा था तभी सिद्दीकगंज खाचरोद मार्ग पर खाचरोद के समीप बस स्टेण्ड तरफ से आ रहे लाल रंग की हीरोहोण्डा के चालक ने तेजगति एवं लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुये नंदकिशोर की बाइक में टक्कर मार दी। घायल नंदकिशोर को उपचार हेतु आष्टा अस्पताल दाखिल कराया गया है।

      उधर आष्टा थाना क्षेत्र में राजमार्ग स्थित मिडवे ढाबा के समीप दो ट्रकों की आमने-सामने हुई भिडंत में ट्रक का चालक हरीनारायण सोनी एवं ट्रक का दूसरा चालक लक्ष्मीनाप्रसाद घायल हो गये। जिन्हें आष्टा अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी कर दी गई।

      इसी प्रकार एक अन्य दुर्घटना में ट्रक एवं ट्रक में भिड़ंत होने से ट्रक क्रमांक 4049 का क्लीनर शेख मोहम्मद एवं ट्रक क्रमांक 1206 का चालक संतोष लोधा घायल हो गये जिन्हें प्राथमिक उपचार हेतु आष्टा अस्पताल भेजा गया।

डाक्टर व दवाई विक्रेता के साथ दवाई की बात को लेकर हुई मारपीट

      जावर 21 अक्टूबर (नि.प्र.) रविवार को नगर में अवैध रूप से चला रहे क्लीनिक के डाक्टर व दवाई विक्रेता के साथ किसी बात को लेकर तकरार हुई बाद में तकरार मारपीट तक पहुंच गई बाद में दोनों पक्षों की ओर से थाने में शिकायत दर्ज करवाई पुलिस द्वारा दोनों पक्षों की शिकायत पर जांच की जा रही है।

      थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को डा. अरविन्द सिन्हा के क्लीनिक पर नगर के दवाई विक्रेता हितेश जैन की दवाई की बात को लेकर डा. सिन्हा से कहासुनी हो गई कहासुनी के बाद में मारपीट में परिवर्तन हो गई। बाद में दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई कस्बा चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक रामकिशन वर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों की लिखित शिकायत आई है जिसकी जांच की जा रही है जांच के बाद ही आगे की कार्यवाही की जायेगी एक पक्ष से रितेश जैन ने दूसरे पक्ष से की ओर से एम.आर. अजय सारस्वत ने लिखित आवेदन दिया है।