आष्टा 2 अप्रैल (नि.प्र.)। कल रात्रि में आष्टा पुलिस ने देवास पुलिस से आई सूचना के बार चारों तरफ अपना जाल फै लाया और भौरासा थाने के अन्तर्गत आने वाले ग्राम अरनिया से क्वालिस क्रं. एमपी-43-0761 को लुट कर भाग रहे तीन लुटेरों में से दो को कोटरी में ग्रामीणों के सहयोग से पकडा और देवास पुलिस के सुपुर्द कर दिया खबर है कि देवास क्राइम ब्रांच के सादी वर्दी में आये पुलिस कर्मीयों को भी ग्रामीण लुटेरो के साथी समझ बैठे और घेरने के प्रयास किये तो खबर है कि देवास पुलिस को हवा में फायर करना पड़ा और ग्रामीणों को बताया कि हम देवास पुलिस के लोग है । मौके का फायदा उठाकर एक लुटेरा भागने में सफल हो गया है । पकडे गये लुटेरों से सोनकच्छ थाने में गहन पुछताछ की जा रही है । वही क्वालिस का ड्राइवर जिसे नशे की गोलियां खिलाकर मारपीट कर लुटेरे अरनिया मे जंगल में छोड आये थे उसे देवास मे आई.सी.यू. में भर्ती किया गया है । इस फिल्मी अंदाज मे घटे पूरे घटनाक्रम के बारे में एसडीओपी मनुव्यास ने फुरसत को बताया कि उक्त क्वालिस वाहन को रतलाम से लुटेरे प्रतिक गिरि निवासी मांडवी गुजरात उम्र 28 वर्ष, कमल बहादुर नेपाल निवासी उम्र 20 वर्ष तथा विजय गोस्वामी निवासी तिलम्बा गुजरात ने रतलाम से किराये पर ली तीनो उक्त वाहन में सवार होकर देवास तक आये उक्त क्वालिस को रतलाम निवासी सलीम आ. वशीम चला रहा था को भौरासा के ग्राम अरनिया की और ले गये और इन तीनों ने उक्त ड्राइवर को बहुत सारी नशीली गोलियां खिला दी मारा-पीटा और जंगल में उतार कर क्वालिस को लेकर भागे ड्राइवर जैसे तैसे भौरासा पुलिस तक पहुंचा और पाु घटना क्रम बताया तत्काल भौरासा टी.आई. ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराया और चन्दू मिन्टो में ही चारों और सूचना हो गई सूचना आष्टा पुलिस को मिली तो एडीओपी मनुव्यास, टीआई अतिक खान, सादल बल के साथ निकल पड़े भोपाल नाके पर जब सभी खड़े तो उक्त क्वालिस जैसे ही आई उसे रोकने के प्रयास किये लेकिन वो नही रूकी भागने में सफल हो गई । तत्काल आष्टा पुलिस ने कोठरी में तैनात अपने प्रधानद आरक्षक कृष्णकांत गिरि को सूचना की गिरी ने कोठरी मेन रोड पर ग्रामीणों का सहयोग लेकर ट्रेक्टर-ट्राली टायर और आदि रखकर मार्ग रोका जैस ही उक्त क्वालिस कोठरी पहुंची तो मार्ग अवरूद्ध देखा तो साइड में भगाने की कोशिश की और इस प्रयास में उक्त क्वालिस को कोठरी में रमेश पटेल की कड़ी मेहनत के कारण पकड़ा गया पीछे से श्री मनुव्यास, टीआई आदि पहुंच गये लेकिन इस दौरान जो तीन लुटेरे क्वालिस में सवार थे में से एक लुटेरा विजय गोस्वामी निवासी तिलम्बा गुजरात भागने में सफल हो गया । लेकिन दो लुटेरे प्रतीक गिरि और कमल बहादूर क्वालिस सहित पकड़े गये । जिन्हें बाद में देवास पुलिस अपने साथ ले गई । पकड़े गये दोनों लुटेरो से सोनकच्छ में पुछताछ की जा रही है । वही भागे लुटेरे की खोजबीन में देवास पुलिस जुटी है । श्रीमनुव्यास ने आगे बताया कि ये तीनों लुटेरो के बारे में यह जानकारी मिली है कि ये रतलाम की होटल पलाश में काम करते है । पुलिस इन लुटेरों के बारे में और गहराई से पुछताछ और जानकारी एकत्रित करने में जुटी है । देवास पुलिस का इन लुटेरो को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रा. आरक्षक कृष्णकांत गिरि, एवं कोठरी निवासी रमेश पटेल को सम्मानित करना चाहिये ।
Thursday, April 3, 2008
ठूंस-ठूंस कर भरी गायों का ट्रक जप्त
आष्टा 2 अप्रैल (नि.प्र.)। आष्टा थाना पुलिस ने एक ट्रक क्रूरता पूर्वक बांधकर ले जाये जा रहे 45 नग गायों का जहां मुक्त कराया है वही दो आरोपी को पशु क्रू रता अधि. की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर आष्टा थाने में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक श्री मिश्रा सादल बल के पुराना दशहरा मैदान पहुँचे और वाहन को चारों और से घेरकर धर दबोचा। ट्रक में अवैध रूप से कुछ मवेशियों को क्रूरतापूर्वक बांधकर महाराष्ट्र ले जाया जा रहा है। मुखविर की सूचना पर आष्टा पुलिस ने रात्रि में पुराना दशहरा मैदान में समीप निगरानी प्रारंभ कर दी ।
बताया जाता है कि जैसे ही ट्रक क्रं. एमपी-09एचआर-2924 वहां से गुजर रहा था पुलिस स्टाफ ने इस ट्रक को रोकना चाहा किंतू ट्रक चालक ने पुलिस द्वारा रोक जाने के बावजूद ट्रक को वहां से नही रोका और भागने की चेष्टा की और पुलिस कर्मियों द्वारा जब इस ट्रक को रोक लिया गया तब इसमें से 45 नग गाय बरामद की गई ।
पुलिस ने ट्रक मे सवार जहीर खां, एवं बने सिंह निवासी आष्टा को पशु क्रूरता अधि. के तहत गिरफ्तार कर लिया है । जिनका एक साथी जाकिर पटेकल अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गया । पुलिस ने ट्रक से मुक्त कराये गये मवेशियों को निकटवर्ती गौशाला में भेज दिया गया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर आष्टा थाने में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक श्री मिश्रा सादल बल के पुराना दशहरा मैदान पहुँचे और वाहन को चारों और से घेरकर धर दबोचा। ट्रक में अवैध रूप से कुछ मवेशियों को क्रूरतापूर्वक बांधकर महाराष्ट्र ले जाया जा रहा है। मुखविर की सूचना पर आष्टा पुलिस ने रात्रि में पुराना दशहरा मैदान में समीप निगरानी प्रारंभ कर दी ।
बताया जाता है कि जैसे ही ट्रक क्रं. एमपी-09एचआर-2924 वहां से गुजर रहा था पुलिस स्टाफ ने इस ट्रक को रोकना चाहा किंतू ट्रक चालक ने पुलिस द्वारा रोक जाने के बावजूद ट्रक को वहां से नही रोका और भागने की चेष्टा की और पुलिस कर्मियों द्वारा जब इस ट्रक को रोक लिया गया तब इसमें से 45 नग गाय बरामद की गई ।
पुलिस ने ट्रक मे सवार जहीर खां, एवं बने सिंह निवासी आष्टा को पशु क्रूरता अधि. के तहत गिरफ्तार कर लिया है । जिनका एक साथी जाकिर पटेकल अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गया । पुलिस ने ट्रक से मुक्त कराये गये मवेशियों को निकटवर्ती गौशाला में भेज दिया गया ।
महिलाओं ने दशा माता व्रत पर पीपल की पूजन की
आष्टा 2 अप्रैल (नि.प्र.)। चैत्र महिने की दसमी पर आष्टा क्षैत्र में महिलाओं ने दशामाता ब्रत का त्यौहार श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया । घर की दशा ठीक होने के लिए यह व्रत आराधना की लिये किया जाता है । इस दिन महिलाएं कच्चा सूत का डोरा लाकर डोरे की कहानी कहती है तथा पीपल की पूजनन कर दस बार पीपल की परिक्रमा कर उस पपर सूत लपेटती है तथा डोरे में दस गठान लगारक गले में बांधकर रखती है । पं. गजेन्द्र शास्त्री ने बताया कि इसके पीछे राजानल एवं रानी दमयंती की कथा है । रानी के गले में दशामाता का डोरा देखकर राजा ने डोरे का अपमान किया था । इसलिये राजपाठ सब कुछ चला गया बहुत दुखी हुए एवं राजा-रानी नगरों में भटकते रहे भटकते हुए एक दिन राजा रानी ने महिलाओं को दशा माता की पूजा करते देखा राजा ने बड़े सम्मान से डोरा लिया एवं रानी ने विधि पूर्वक पूजा व्रत किया इसके बाद उक्त डोरे को गले में धारण किया उसका फल यह मिला की राजा को राजपाट सब वापस मिल गया । इसलिए जो भी भक्त इस दशामाता का व्रत एवं पूजन करता है उसकी दरिद्रता घर से दूर चली जाती है । चैत्र माह में दशमी के दिन दशामाता का व्रत पूजन आष्टा में महिलाओं ने कि इस दिन अदालत के सामने बंजारी माता मंदिर गल चौराहे व अन्य स्थानों पर महिलाओं की भीड़ नजर आई ।
डेम में डूबी विवाहिता, युवक मृत अवस्था में मिला
इछावर 2 अप्रैल (नि.प्र.)। इछावर थाना क्षैत्र के ग्राम बारहखम्बा निवासी एक विवाहिता की डेम में डुबने से मौत हो गई , पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम हेतू भेज मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है । जानकारी के अनुसार ग्राम बारहखम्बा निवासी उदयसिंह अपने परिजन के साथ मंगलवार को ईट की भट्टी लगाने गये हुये थे घर पर उदयसिंह की बुड़ी मां, बहु मंजबाई पत्नी विनोद कोरकू 25 साल थी । बताया जाता है कि शाम करीब 6-7 बजे के लगभग जब उदयसिंह अपने परिजन के साथा वापस घर लौटा तो उसकी बहू मंजू बाई घर पर नही दिखी जिसकी तलाश कुंये पर किया तो जो वहां भी नही मिली फिर तलाश करता हुआ अपनी जमीन से लगी ओकार के डेम के पास पहुंचा तो वहां पर बहु मंजूबाई की चप्पल दिखी व मंजूबाई डेम में मरी पड़ी मिली । उधर नसरूल्लागंज थाना क्षैत्र में ग्राम झाली निवासी 28 वर्षीय ओमप्रकाश आ. हेमराज माली अपने मकान में मृत अवस्था में पाया गया सूचना पर पुलिस ने शव बरामद कर पोस्ट मार्टम हेतू भेज दिया और मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है ।
शेलेन्द्र मंगल को एक वर्ष की सजा, एक हजार का जुर्माना
आष्टा 2 अप्रैल (नि.प्र.)। विगत दिवस अभियोगी दीपक कुमार जैन द्वारा प्रस्तुत परिवाद पत्र अंतर्गत धारा 138 परक्राम्य लिखत अधिनियक में चैक बाउंस के मामले में न्यायिक दण्डाधिकारी महो. प्र.श्रे. सुधीर चौधरी ने साक्ष्य को विश्वसनीय मानते हुए आरोपी शेलेन्द्र कुमार मंगल भोपाल को एक वर्ष की सश्रम कारावास एवं 1000रुपये का अर्थदंड की सजा दी गई ।
मामले में अभियोगी दीपक कुमार कंप्यूटर व्यवसाय का कार्य करता था इस बीच आरोपी शेलेंद्र कुमार ने परिवादी दीपक कुमार से संपर्क किया तथा कंप्यूटर के नेतटवर्किग के कार्य हेतू कम्प्यूटर के नेटवर्क से अन्य लोगों को जोड़ने संबंधी योजना रखी तथा व्यवसायिक लाभ हेतू प्रस्ताव रखा और इस प्रस्ताव हेतू आरोपी शेलेन्द्र कुमार ने अभियोगी दिपक कुमार से 45,500 रुपये मांगे जिस पर दीपक कुमार ने अपने परिचित लोगों से उधार लेकर आरोपी को रुपये इस आशय से दे दिये कि उसे व्यवसाय लाभ होगा किंतू रुपये प्राप्त करने के बाद आरोपी ने अभियोगी को किसी प्रकार की कोई व्यवसायिक सहायता नही पहुंचाई और धोखा देकर 45,500 रुपये ले गया तत्पश्चात अभियोगी ने आरोपी से उक्त रुपयों की मांग की जिस पर से अरोपी ने दिनांक 25.12.02 को एक चैक 45,500 रुपये की धनराशि का कार्पोरेशन बैंक भोपाल का दिया जिसे अभियोगी ने भुगतान हेतू पंजाब नेशनल बैंक में जमा किया जहां से उक्त चैक इस टीप के साथ वापस हुआ कि उक्त खाता बंद हो गया । इस पर अभियोगी ने अपने अधिवक्ता आर.एम.धारवां के माध्यम से एक नोटिस पहुंचाया इसके पश्चात नयायालय में परिवाद दायर किया जिस पर आरोपी द्वारा बचाव साक्षी मनीष आचार्य एवं सुरेन्द्रसिंह पवन को प्रस्तुत किया तथा उनके द्वारा दी गई गवाही को विश्वनीय नही मानते हुए उपरोक्त आरोपी शुलेन्द्र कुमार को एक वर्ष का सश्रम कारावास एवं एक हजार रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया । ज्ञात रहे पूर्व में दीपक कुमार द्वारा सुरेन्द्रसिंह पवन के विरूद्व भी कंप्यूटर नेटवर्किग के संबंध में दिये गये चैक का मुकदमा लगाया था जिस पर सुरेन्द्रसिंह पवन द्वारा राजीनामा किया गया था । आरोपी शेलेन्द्र कुमार तथा सुरेंद्र सिंह पवन द्वारा आष्टा के काफी प्रतिष्ठित परिवार के नवयुवकों को धोखा देकर व्यवसायिक लाभ हेतू रुपये लेकर चैक दिये गये थे । इस कारण आष्टा नगर में उपरोक्त निर्णय की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है । उपरोक्त प्रकरण में अभियोगी दीपक कुमार की और से पैरवी आर.एम.धारवां एवं धीरज कुमार की और से की गई ।
मामले में अभियोगी दीपक कुमार कंप्यूटर व्यवसाय का कार्य करता था इस बीच आरोपी शेलेंद्र कुमार ने परिवादी दीपक कुमार से संपर्क किया तथा कंप्यूटर के नेतटवर्किग के कार्य हेतू कम्प्यूटर के नेटवर्क से अन्य लोगों को जोड़ने संबंधी योजना रखी तथा व्यवसायिक लाभ हेतू प्रस्ताव रखा और इस प्रस्ताव हेतू आरोपी शेलेन्द्र कुमार ने अभियोगी दिपक कुमार से 45,500 रुपये मांगे जिस पर दीपक कुमार ने अपने परिचित लोगों से उधार लेकर आरोपी को रुपये इस आशय से दे दिये कि उसे व्यवसाय लाभ होगा किंतू रुपये प्राप्त करने के बाद आरोपी ने अभियोगी को किसी प्रकार की कोई व्यवसायिक सहायता नही पहुंचाई और धोखा देकर 45,500 रुपये ले गया तत्पश्चात अभियोगी ने आरोपी से उक्त रुपयों की मांग की जिस पर से अरोपी ने दिनांक 25.12.02 को एक चैक 45,500 रुपये की धनराशि का कार्पोरेशन बैंक भोपाल का दिया जिसे अभियोगी ने भुगतान हेतू पंजाब नेशनल बैंक में जमा किया जहां से उक्त चैक इस टीप के साथ वापस हुआ कि उक्त खाता बंद हो गया । इस पर अभियोगी ने अपने अधिवक्ता आर.एम.धारवां के माध्यम से एक नोटिस पहुंचाया इसके पश्चात नयायालय में परिवाद दायर किया जिस पर आरोपी द्वारा बचाव साक्षी मनीष आचार्य एवं सुरेन्द्रसिंह पवन को प्रस्तुत किया तथा उनके द्वारा दी गई गवाही को विश्वनीय नही मानते हुए उपरोक्त आरोपी शुलेन्द्र कुमार को एक वर्ष का सश्रम कारावास एवं एक हजार रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया । ज्ञात रहे पूर्व में दीपक कुमार द्वारा सुरेन्द्रसिंह पवन के विरूद्व भी कंप्यूटर नेटवर्किग के संबंध में दिये गये चैक का मुकदमा लगाया था जिस पर सुरेन्द्रसिंह पवन द्वारा राजीनामा किया गया था । आरोपी शेलेन्द्र कुमार तथा सुरेंद्र सिंह पवन द्वारा आष्टा के काफी प्रतिष्ठित परिवार के नवयुवकों को धोखा देकर व्यवसायिक लाभ हेतू रुपये लेकर चैक दिये गये थे । इस कारण आष्टा नगर में उपरोक्त निर्णय की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है । उपरोक्त प्रकरण में अभियोगी दीपक कुमार की और से पैरवी आर.एम.धारवां एवं धीरज कुमार की और से की गई ।
विद्युत मंडल का दावा नगर पालिका झूठ बोल रही है
आष्टा 2 अप्रैल (नि.प्र.)। आज आष्टा नगर पालिका ने नगर में एलान कराकर सभी गणमान्य नागरिकों को सूचना दी कि नगर पालिका द्वारा जल प्रदाय इसलिए बराबर समय पर नही किया जा रहा है कि विद्युत की अघोषित कटौती जल प्रदाय में बांधा बनी हुई है ।
जब नगरपालिका की उक्त सूचना विद्युत मंडल ने सुनी तो वो आग -बबुला हो गई विद्युत मंडल का कहना है कि नगरपालिका जो कह रही है वो झूठ के अलावा और कुछ नही है क्योंकि आष्टा नगर में छुट्टी के दिन को छोड़कर शेष दिवस में प्रतिदिन आष्टा नगर में 19 से अधिक घंटै बिजली सप्लाई की जा रही है। इस संबंध में डीई श्याम लाल नरेडा ने फुरसत को बताया कि म.प्र. विद्युत मंडल आष्टा नगर में रोजाना रात्रि में 10 से 12 बजे तक (2घंटे ) और प्रात: 10 से 10.30 बजे तक घोषित विद्युत कटौती कर रहा है रात्रि में 1 से 2 घंटै जब कोई वड़ी परेशानी नही आती हैतब अघोषित विद्युत कटोती करती है । जब नगर में 19 से साढ़े 19 घंटै बिजली सप्लाई हो रहा है तो और इसके बाद भी न.पा. टंकीयों में पानी नही भरे और जनता को सप्लाई न करें इसके लिए मंडल को जिम्मेदार कैसे हो सकता है । न.पा. ने आज जो सार्वजनिक एलान किया वो केवल न.पा. ने अपनी असफलता को छुपाने के लिए मंडल पर दोषारोपण किया है । न.पा. चाहे तो मंडल में आकर रिकार्ड देख सकती है कि कितनी बिजली आष्टा नगर में रोजाना दी जा रही है । वही इस संबंध में सीएमओ दीपक राय का कहना है कि रात्रि में घंटो बिजली गायब रहती है इस कारण टंकी नही भरा पा रही है । और सुबह से जल वितरण का पुरा कार्यक्रम फैल हो जाता है । कल रात्रि में घंटो बिजली गुल रही और टँकी नही भरा पाई इसलिए आज जनता को जलप्रदाय क्यों नही समय पर हो पाया इसलिए उक्त ऐंलान कराकर सूचित किया है जो न.पा. का कर्तव्य है । वही डी.ई श्याम लाल नरेडा ने आष्टा नगरमें 26 मार्च से 31 मार्च तक कितनी बिजली सप्लाई की और कितनी कटौती हुई का व्यौरा देते हुये बताया कि 26 मार्च को 3 घंटे 25 मिनिट कटौती एंव 20 घंटे 33 मिनिट सप्लाई, 27 मार्च को 4 घंटे कटौती 20 घंटे सप्लाई, 28 मार्चष् को 2 घंटे 20 मिनिट कटौती एवं 21 घंटे 40 मिनिट सप्लाई, 29 मार्च को 4.25 मिनिट कटौती 19 घंटे 35 मिनिट सप्लाई, 30 मार्च को 8 घंटे कटौती 16 घंटे सप्लाई, तथा 31 मार्च को 3.50 मिनिट कटौती एवं 20 घंटे 10 मिनिट सप्लाई दी । इतनी सप्लाई के बाद भी अगर नगर पालिका अपनी लापरवाही छुपाकर जनता को गुमराह कर अपना दोष विद्युत मंडल के माथे मड़े तो यह न.पा. को शोभा नही देता जो सत्य है उसे जनता के सामने रखना चाहिये।
जब नगरपालिका की उक्त सूचना विद्युत मंडल ने सुनी तो वो आग -बबुला हो गई विद्युत मंडल का कहना है कि नगरपालिका जो कह रही है वो झूठ के अलावा और कुछ नही है क्योंकि आष्टा नगर में छुट्टी के दिन को छोड़कर शेष दिवस में प्रतिदिन आष्टा नगर में 19 से अधिक घंटै बिजली सप्लाई की जा रही है। इस संबंध में डीई श्याम लाल नरेडा ने फुरसत को बताया कि म.प्र. विद्युत मंडल आष्टा नगर में रोजाना रात्रि में 10 से 12 बजे तक (2घंटे ) और प्रात: 10 से 10.30 बजे तक घोषित विद्युत कटौती कर रहा है रात्रि में 1 से 2 घंटै जब कोई वड़ी परेशानी नही आती हैतब अघोषित विद्युत कटोती करती है । जब नगर में 19 से साढ़े 19 घंटै बिजली सप्लाई हो रहा है तो और इसके बाद भी न.पा. टंकीयों में पानी नही भरे और जनता को सप्लाई न करें इसके लिए मंडल को जिम्मेदार कैसे हो सकता है । न.पा. ने आज जो सार्वजनिक एलान किया वो केवल न.पा. ने अपनी असफलता को छुपाने के लिए मंडल पर दोषारोपण किया है । न.पा. चाहे तो मंडल में आकर रिकार्ड देख सकती है कि कितनी बिजली आष्टा नगर में रोजाना दी जा रही है । वही इस संबंध में सीएमओ दीपक राय का कहना है कि रात्रि में घंटो बिजली गायब रहती है इस कारण टंकी नही भरा पा रही है । और सुबह से जल वितरण का पुरा कार्यक्रम फैल हो जाता है । कल रात्रि में घंटो बिजली गुल रही और टँकी नही भरा पाई इसलिए आज जनता को जलप्रदाय क्यों नही समय पर हो पाया इसलिए उक्त ऐंलान कराकर सूचित किया है जो न.पा. का कर्तव्य है । वही डी.ई श्याम लाल नरेडा ने आष्टा नगरमें 26 मार्च से 31 मार्च तक कितनी बिजली सप्लाई की और कितनी कटौती हुई का व्यौरा देते हुये बताया कि 26 मार्च को 3 घंटे 25 मिनिट कटौती एंव 20 घंटे 33 मिनिट सप्लाई, 27 मार्च को 4 घंटे कटौती 20 घंटे सप्लाई, 28 मार्चष् को 2 घंटे 20 मिनिट कटौती एवं 21 घंटे 40 मिनिट सप्लाई, 29 मार्च को 4.25 मिनिट कटौती 19 घंटे 35 मिनिट सप्लाई, 30 मार्च को 8 घंटे कटौती 16 घंटे सप्लाई, तथा 31 मार्च को 3.50 मिनिट कटौती एवं 20 घंटे 10 मिनिट सप्लाई दी । इतनी सप्लाई के बाद भी अगर नगर पालिका अपनी लापरवाही छुपाकर जनता को गुमराह कर अपना दोष विद्युत मंडल के माथे मड़े तो यह न.पा. को शोभा नही देता जो सत्य है उसे जनता के सामने रखना चाहिये।
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