Monday, January 5, 2009

ट्रकों के पहिये थमे

      आष्टा 5 जनवरी (नि.प्र.)। आज से पुरे प्रदेश में ट्रक आपरेटरों की हडताल शुरू हो गई। आज आष्टा में ट्रक मालिकों ने अपने अपने ट्रकों को कही नहीं भेजा और ना ही आये बहार से माल आया। उक्त ट्रकों की हड़ताल अगर ज्यादा खिची तो परेशानी आ सकती है। ट्रकों की हड़ताल के कारण आज आष्टा कृषि उपज मंडी से माल का लदान नहीं हो पाया। अगर हड़ताल खिची तो मंडी में भी व्यापारी खरीदी बंद कर सकते है आज तो मंडी में नीलामी हुई है। 

अग्रवाल समाज का परिचय सम्मेलन जनवरी में

      सीहोर 5 जनवरी (नि.सं.)। सीहोर अग्रसेन सोशल ग्रुप विदिशा एवं जिले की विभिन्न अग्रवाल संस्थाओं के सहयोग से विदिशा में पुन चतुर्थ निशुल्क अग्रवाल वैवाहिक युवक युवती परिचय सम्मेलन का भव्य आयोजन आगामी 25 जनवरी दिन रविवार, 26 जनवरी दिन सोमवार को दो दिवसीय परिचय सम्मेलन स्थान गिरधर गार्डन खरीफाटक रोड़ अरिहंत विहार के सामने आयोजित किया जा रहा है यह जानकारी मध्य प्रदेश अग्रवाल युवा जाग्रति मंच के अध्यक्ष आशीष गुप्ता ने प्रेस समाचार में कहा कि परिचय सम्मेलन के फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 10 जनवरी 2009 तक जमा किये जायेगे विवाह योग युवक युवतियों की जानक ारी रजिस्टेशन परिचय पुस्तिका में निशुल्क प्रकाशित किया जाएगा ।

      परिचय पुस्तिका की सहयोग राशि जमा करके निर्धारित स्थान पर उपलब्ध हो पायेगी आयोजित परिचय सम्मेलन के फार्म व सम्मेलन संबंधित जानकारी के लिये अग्रबंधु हरिश अग्रवाल, ओम रोहिला, विष्णु भारतीय, डा.कैलाश अग्रवाल, राजकुमार गुप्ता, भारत अग्रवाल, श्रीमति हेमा अग्रवाल, श्रीमति चन्द्र अग्रवाल, श्रीमति तार अग्रवाल, कैलास अग्रवाल, मोहित गोयल,गोविन्द मित्तल, राजेन्द्र गुप्ता, महेश गुप्ता, राजेश अग्रवाल, अमीत अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, ज्ञनु अग्रवाल, से प्राप्त व संपर्क कर सकते है गुप्ता ने कहा कि आयोजित परिचय सम्मेलन से निश्चित समाज के युवक युवतीयों को सुयोग्य जीवन साथी चुनने का अवसर मिलेगा अत प्रत्याशियों के अभिभावक से अपील है कि अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों।

मंगलवार को झण्डा, जोरदार तैयारियाँ जारी, आतंकवाद के खिलाफ भक्तों का शक्ति प्रदर्शन, हर एक व्यक्ति से शामिल होने की अपील

सीहोर 4 जनवरी (नि.सं.)। लगातार 24 वर्षों से सीहोर की एकता और शक्ति का परिचायक हनुमान जी का झण्डा विशाल प्रभात फेरी कल 6 जनवरी को प्रात: 4 बजे निकलेगा। मारुती नवयुवक सेवा संगठन ने नगर के हर एक नागरिक, हनुमान भक्त से कहा है कि पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ हमें एक साथ उठकर खड़े होना है और झण्डे में बड़ी संख्या में शामिल होकर हिन्दु शक्ति का प्रदर्शन करना है। इस वर्ष भव्य मानस गान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है।

      देश पर आये दिन हो रहे पाकिस्तानी आतंकवादी हमलो के खिलाफ इस वर्ष मारुति नवयुवक सेवा संगठन ने हनुमान जी के झण्डे व विशाल प्रभात फेरी में बड़ी संख्या में लोगों से शामिल होने की अपील की है। समिति विगत 10 दिनों से प्रभात फेरी की तैयारियों में जुटी हुई है। जिसके लिये आसपास के करीब 40 से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक प्रचार-प्रसार कर दिया गया है।

       जिनमें चांदबड़, मगरखेड़ा, पलासी, निपानिया, बावड़िया, राजूखेड़ी, मगरखेड़ा, खजूरिया, खजूरिया कलां, खुर्द, निवारिया, बिछिया, खजूरी, दोराहा, श्यामपुर, अहमदपुर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्र शामिल हैं। दूसरी और हसनाबाद, भाऊखेड़ी, मोगराराम, आमाझिर, गुड़भेला, नापली सहित अनेक ग्रामों में प्रभात फेरी के लिये ग्रामीणों तक सूचना पहुँचाई गई है। 

      कउड़िया, मउड़िया, संग्रामपुर, पचपीपलिया, लसूड़िया आदि ग्रामों से भी भारी संख्या में ग्रामीणजन विशाल प्रभात फेरी में आयेंगे।

      चमत्कारी हनुमान फाटक मंदिर के लिये निकलने वाले इस विशाल झण्डे की शुरुआत प्राचीन श्रीराम मंदिर कस्बा से होगी जो तहसील चौराहा, पान चौराहा, कोतवाली चौराहा से गंज के प्रमुख मार्गों में पहुँचेगा। गंज में बड़ी संख्या में इस वर्ष लोग शामिल होंगे, जहाँ अनेक स्थानों पर भव्य स्वागत भी होगा। इसके बाद कोतवाली चौराहा, गाड़ी अड्डा, नमक चौराहा, बड़ा बाजार से होता हुआ सीहोर टाकीज से सीधे बाबा की शरण में हनुमान फाटक मंदिर कस्बा पहुँचेगा जहाँ हनुमान जी की आरती होगी। यहीं संत श्री गुरु महाराज हरिरामदास जी महंत हंसदास मंदिर द्वारा उपस्थित जनसमुदाय को आशीवर्चन दिये जायेंगे। इस वर्ष आसपास के साधु-संतों की मण्डलियाँ सहित भजन मण्डलियाँ भी शामिल रहेंगी।

      समिति ने सीहोर के नागरिकों से आतंकवाद के खिलाफ मुँहतोड़ जबाव देने के लिये एक साथ एक समय पर उठ खड़े होने का आव्हान किया है तथा धर्म ध्वजा के नीचे हनुमान जी के झण्डे प्रभात फेरी में शामिल होने को कहा है। समिति ने कहा कि जिस प्रकार आतंककारी रावण की लंका में अकेले ही हनुमान जी महाराज ने जयश्रीराम का नारा लगाते हुए प्रवेश कर लिया था और पूरी लंका ध्वस्त कर आये थे उसी प्रकार आज हर एक श्रीराम भक्त और हनुमान की धर्मध्वजा के साथ उठ खड़े होना है और आतंकवाद के खिलाफ हनुमान जी से सामुहिक प्रार्थना करना है तथा पाकिस्तान जैसे आतंकवादी देश भी लंका की तरह ध्वस्त हो जाये ऐसी प्रार्थना करना है।

      इस वर्ष समिति ने भव्य मानस गान प्रतियोगिता का भी आयोजन किया है जिसमें प्रथम पुरुस्कार 1501 रुपये, द्वितीय पुरुस्कार 1001 रुपये तथा तृतीय पुरुस्कार 501 रुपये रखा गया है। सांत्वना पुरुस्कार भी शामिल हैं।

भगवत सुमिरन में अधिक समय देना संत की विशेषता-पंडित अजय पुरोहित

      सीहोर 4 जनवरी (नि.सं.) संत वही होता है जो अपने लिये कम से कम समय रखता है और भगवान के सुमिरन में अधिक समय देता है। हम जितना अपने समय में कटौती करके भगवान के सुमिरन में लगने वाले समय को बढ़ाते जाते है उतना ही हम संतत्व की और बढ़ते हैं। पंड़ित अजय पुरोहित ने निकटस्थ ग्राम भाऊखेड़ी में तीसरे दिन की कथा में संत की परिभाषा और भगवत सुमिरन के महत्व को बताते हुए कहा।

      भाऊखेड़ी में चल रही श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन शनिवार को आस पास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं को तीसरे दिन की कथा सुनाते हुए पंड़ित अजय पुरोहित ने कहा कि हमें ये जो जीवन मिला है ये भगवान की देन है और हमें प्रयास करना चाहिये कि हम अधिक से अधिक समय भगवान के सुमिरन में ही लगायें। उन्होंने एक क था सुनाते हुए कहा कि एक संत थे वे पहले रोटियां खाया करते थे लेकिन जब उन्होंने देखा कि रोटियों को खाने में अधिक समय लगता है तथा उतना समय भगवान के सुमिरन में कम हो जाता है तो उन्होंने मां से कह कर खिचड़ी खानी प्रारंभ कर दी। जब गर्म खिचड़ी को खाने में भी अधिक समय लगने लगा तो उन्होंने आटे की राबड़ी बना कर पीनी प्रारंभ कर दी और अतत: उनको लगा कि भोजन करने जो समय लगता है वो भोजन त्याग करके पूरा ही बचाया जा सकता है तो उन्होंने भोजन त्याग ही कर दिया और भगवान का सुमिरन करना प्रारंभ कर दिया और अंतत: मोक्ष को प्राप्त हुए। पंडित अजय पुरोहित ने कहा कि तुलसी का पौधा हर व्यक्ति के घर में होना ही चाहिये और संध्या के समय तुलसी के पौधे के सम्मुख दीपक अवश्य प्रज्वलित करना चाहिये क्योंकि ये हमारे घर से अंधकार को दूर करता है। तीसरे दिन की कथा में उन्होंने सनत कुमार की क था सुनाते हुए कहा कि वैकुण्ठ के सात दरवाजों काम,क्रोध, मद, मोह, था जिससे कि वे कुपित हो गये और श्राप दे दिया कि तीनजन्मो में असुर होना पडेग़ा उसी कारण दोनों को तीन जन्मो में हिरणाक्ष हिरण्कयकश्यप,रावण,कुं भकर्ण, तथा देवावक्र और शिशुपाल बनना पड़ा था। ये सातों दरवाजे हममे से हर एक को पार करने होते है। यही सातों दरवाजों पार करके वैकुण्ठ को पहुंचा जाता हे लेकिन हम इन्ही दरवाजों में रूक जाते है। ये सातों दरवाजों हमारे अंदर की सात बुराइयां है जो हमारे और भगवान के मिलन में बाधा है जब तक हम इन दरवाजों को पार नही करेंगें तब तक हम भगवान के दर्शन नही कर सकते है। तीसरे दिन की क था में सुमधुर भजनों पर श्रद्धालुओं ने आनंद विभोर होकर खूब नृत्य किया। कल चौथे दिन की कथा में भगवान के जन्म की कथा कही जायेगी और जन्मोत्सव मनाया जायेगा। 

श्री गुरू गोविन्द सिंह जी की जयंती आज कई धार्मिक कार्यक्रम होगें

      सीहोर 4 जनवरी (नि.सं.)। सीहोर सिख समाज के सचिव राजिन्दर सिंह लाम्बा ने बताया कि सिख समाज धर्म ही नही देश की आजादी में परिवार का हसंते हसतें बलिदान देने वाले दसमेश पिता श्री गुरू गोविन्द सिंह ही की जयंती स्थानीय गुरूद्वारा सा.में श्रद्धा भक्ति भाव एवं उमंग से मनाई जायेगी। इस शुभ अवसर पर श्री अखंड पाठ सा.दिनांक 3.1.09 को 9.00 बजे स्थानीय गुरूद्वारा साहिब में आरम्भ हुये पाठ साहब की समाप्ति दिनांक 5.1.09 को प्रात: लगभग 9 बजे होगी तद्उपरांत शबद कीर्तन का रसगायन 12 बजे तक होगा जन्मोत्सव पर नगर के पत्रकार बंधुओं, नगर पालिका प्रशासन,विद्युत मंडल, जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारियों का एवं समाज के लोगों का सम्मान किया जायेगा,तद्उपरांत गुरू का लगर होगा इसी दिन रात्रि को दीवान 7.00 बजे से आरम्भ होगा जो कि रात्रि 10 बजे तक चलेगा,इस शुभ अवसर पर प्रभात फेरी दिनांक 4.1.09 को प्रात: 6 बजे गुरूद्वारा साहिब से आरम्भ होगी जो कि गाड़ी अड्डा रोड से होते हुये मुख्य बाजार खंजाची लाईन से होती हुई वापिस गुरूद्वारा साहिब पहुंचेगी।

      समाज के अध्यक्ष महेन्द सिंह अरोरा,गुरूचरण सिंह सेठी, राजिन्दर सिंह लाम्बा,गुरमीत सिंह दुआ, गुरमीत सिंह सलूजा, महेन्दर सिंह खनुजा, अजीत सिंह सलूजा, पपिन्दर सिंह विरेन्द्र सिंह रतन, जसबीर सिंह, हरभजन सिंह उप्पल, गुरूचरण सिंह वाधवा, पूरनसिंह,महेन्दर सिंह छाबड़ा, गुरूवचन सिंह होरा, सन्नी राजपाल, पुनीत खनुजा, सेकीं रतन, विक्की चावला, सन्नी तलवार, सेकी सलुजा, विनी दुआ सहित समाज के लोगों ने इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर धर्मलाभ प्राप्त करने की अपील की हैं।