Monday, February 18, 2008

आष्टा टीआई उपाध्याय कोतवाली सीहोर आये अतीक खान गये आष्टा

दो दिन में हो गया आंदोलन का असर
आष्टा 17 फरवरी (फुरसत)। पिछले लम्बे समय से आष्टा नगर क्षेत्र में स्थानीय थाना प्रभारी की निष्क्रियता के कारण एक तरह से पूरा क्षेत्र चोर, जुंआरियों, सटोरिये एवं असामाजिक तत्वों के हवाले सा हो गया था। तभी से नगर का आम जन वर्तमान थाना प्रभारी को हटाने की मांग कर रहा था। दो दिन पूर्व आष्टा नगर में एक व्यापारी मोतीलाल पाटीदार के यहाँ चोरों ने लगातार पाँचवी चोरी कर उस पर हमला तक कर दिया तब नगर के सभी व्यापारी संगठनों का रोष सड़क पर उतर आया था तथा सभी व्यापारी संगठनों ने टीआई उपाध्याय को हटाने की मांग को लेकर तथा नहीं हटाने पर नगर बंद की चेतावनी का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम आष्टा को सौंपा था।
तब जाकर नीचे से लेकर ऊपर तक हलचल प्रारंभ हुई तब जिला पुलिस अधीक्षक डॉ राजेन्द्र प्रसाद एवं भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी ने प्रभारी मंत्री से हुई चर्चा के आधार पर व्यापारियों से तीन दिन का समय मांगा। व्यापारियों ने इनकी बात पर विश्वास कर नगर बंद का आव्हान वापस लेते हुए समय दे दिया था।
आज भाजपा नगर अध्यक्ष ललित नागौरी ने बताया कि सीहोर कोतवाली टीआई अतीक खान को आष्टा टीआई के रुप में पदस्थ किया गया है तथा आष्टा टीआई को कोतवाली सीहोर में भेजा गया है। उक्त खबर आते ही नगर के व्यापारियों में हर्ष व्याप्त है। fursat sehore

गंज पानी टंकी की पाईप लाईन के 30 लाख कहाँ गये

गंज के ३५ हजार लोगों के साथ कर रही नगर पालिका छल
सीहोर 17 फरवरी (फुरसत)। वार्ड 12 अयोध्या बस्ती घोषित की गई थी जहाँ जनसुविधाओं की योजनाएं भी लागू हुई। क्षेत्र में जल प्रदाय हेतु एक विशाल पानी की टंकी का निर्माण कराया साथ ही पाईप लाईन के लिये मध्य प्रदेश शासन ने 30 लाख रुपये की भारी भरकम राशि का आवंटन नगर पालिका को किया ? इस राशि को आये 2 साल बीत चुके हैं लेकिन नगर पालिका की अकर्मण्यता के चलते आज तक यहाँ यह जरा-सा कार्य नहीं हुआ है। हालांकि पाईप लाईन डालने के लिये निविदा स्वीकृत भी हो चुकी है लेकिन 6 माह से ठेके दार को कार्य आदेश नहीं दिया जा रहा है ? भ्रष्टाचार की अग्रोहा बनी नगर पालिका को क्या कोई पंसद ठेकेदार नहीं मिल रहा है जो स्वीकृति देने वालों को खुश कर दे या कुछ और बात है ? यह विषय जन चर्चा में है।
पूरा गंज क्षेत्र लम्बे समय से पेयजल संकट से जूझ रहा है। करीब 35 हजार आबादी वाले गंज क्षेत्र में पेयजल की समस्या हमेशा मुँह बाये खड़ी रहती है। नगर पालिका के वर्तमान अध्यक्ष यहाँ दिखावटी काम तो कराते हैं लेकिन मूलभूत समस्याओं की तरफ ध्यान ही नहीं देते।
उधर मध्य प्रदेश शासन ने गंज क्षेत्र वार्ड 12 को अयोध्या बस्ती घोषित किया है और वहाँ पेयजल आपूर्ति के लिये एक टंकी का निर्माण भी हो चुका है। इस विशेष उपलब्धि से जहाँ स्थानीय नागरिक खुश थे वहीं वर्तमान राकेश राय की अध्यक्षता वाली निकम्मी परिषद ने विगत दो साल से अभी तक यहाँ पाईप लाईन तक नहीं डलवाई है। जबकि 30 लाख रुपये की भारी भरकम राशि नगर पालिका को आवंटित हो चुकी है। स्थानीय पार्षद भोजराज यादव ने भी इस संबंध में एक समाचार विज्ञप्ति जारी की है।
हालांकि 3000000 लाख रुपये की भारी भरकम राशि को डकारने या किन्ही दूसरे कामों में लगा देने के सारे प्रयास विफल हो जाने के बाद ही मजबूरन यहाँ करीब 6 माह पूर्व निविदा आमंत्रित कर पाईप लाईन लगवाने की कवायद शुरु की गई थी। लेकिन इस मामले में भी ठेकेदारों ने सक्रियता दिखाते हुए जब निविदाएं कम से कम मूल्य की डाल दीं और उसे स्वीकृति देनी पड़ गई तो अब राकेश राय की अध्यक्षता वाली परिषद और मुख्य नगर पालिका अधिकारी मनमानी करते हुए अभी तक ठेकेदार को कार्य का आदेश नहीं दे रहे हैं ? क्याें नहीं दे रहे हैं ? क्या इससे कमीशन की पटरी नहीं बैठ रही है ? क्या अध्यक्ष राकेश राय इस ठेकेदार से संतुष्ट नहीं है ? क्या ठेकेदार कुछ उनके अनुसार उनकी इच्छा पूरी नहीं कर पा रहा है ? आखिर क्या कारण है कि पाईप लाईन डलने का कार्य शुरु नहीं हो रहा।
आगामी गर्मी के दिनों में जब जनता पानी के लिये त्राही-त्राही करेगी और टेंकर चलाकर लाखों रुपये बर्वाद किये जायेंगे उस समय निश्चित ही गंज क्षेत्र में काफी समस्या आयेगी। यहाँ स्थानीय पार्षद भोजू यादव ने तो अयोध्या बस्ती में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी के विरुध्द कार्यवाही की मांग कर डाली है। उन्होने शासन की महत्वपूर्ण योजना को विफल करने की साजिश बताया है ताकि इससे भाजपा की छवि धूमिल हो जाये।
भोजराज यादव ने नगर पालिका पर आरोप लगाया है कि जानबूझकर गंज में काम नहीं कराकर बदला लिया जा रहा है और जब गर्मी में गंज क्षेत्र की जनता आंदोलन करेगी तो भारी परेशानी आयेगी। fursat sehore