सीहोर 21 मई (नि.सं.)। हाल ही में भाजपा के 13 पार्षदों ने भाजपा सरकार, विधायक व सांसद से नाराज होकर अचानक भाजपा की सदस्यता से ही इस्तिफा दे डाला है। उनका कहना है कि हमें भाजपा सरकार होते हुए जो मदद मिलना चाहिये, जो काम हमारे वार्ड में होना चाहिये वह नहीं हो रहे हैं लेकिन आज अचानक सारे पार्षदों का रुख ही बदल गया है। वह जहाँ संगठन से नाराज थे अब वह जिला प्रशासन को 13 सूत्रीय मांग पत्र सौंपने पहुँच गये हैं। 13 की यह संख्या पार्षदों को इतनी भा रही है उन्होने 13 सूत्रीय मांग पत्र ही सौंपा है।
इस बार 13 पार्षदों ने कहा है कि सीहोर नगर की पेयजल व्यवस्था के लिये दो पानी की टंकियां जो गंज एवं मंडी क्षेत्र में एक वर्ष पूर्व बनकर तैयार हो चुकी है जिनके चालू होने से आधे नगर में पानी की सप्लाई की जा सकती है उन्हे तत्काल चालू किया जाये। दूसरा नगर में टेक्टर टेंकर से हो रहे जल प्रदाय में जो भेदभाव किया जा रहा है उसे रोका जावे और प्रत्येक वार्ड में एक टैंकर से प्रतिदिन 7 ट्रीप जल प्रदाय किया जाना सुनिश्चित किया जाये।
तीसरा नगर के प्रत्येक वार्डों में आठ-आठ इंच के दो-दो बोर खनन करवाये जायें।
चौथा सीहोर नगर के गरीबों के नाम गरीबी रेखा सूची में जोड़े जावें जिनका सर्वे कार्य पूरा हो चुका है इसके बाद भी नाम नहीं जोड़े गये हैं उन्हे तत्काल जोड़ा जाये। पाँचवा नगर में रोशनी के लिये विभिन्न क्षेत्रों में स्ट्रीट लाईट नहीं लगी है वहाँ इसकी व्यवस्था की जाये। छटा नगर के प्रमुख चौराहों पर पानी की टंकी रखी जाये। इसके अलावा इन्होने नगर की सफाई व्यवस्था बदतर होती जा रही है उसे सुधारा जाये व वर्षा पूर्व शहर की समस्त नालियों की सफाई की जावे। मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में सीहोर के विकास के लिये जो राशि मंजूर की गई है उसे उपलब्ध कराया जाये। नगर की जल समस्या के स्थाई निदान क लिये कोलार से पानी को सीहोर नगर में लाने के लिये कार्य योजना बनाकर शासन से स्वीकृत कराई जाये। शहर में जहाँ पाईप लाईन नहीं है वहाँ पाईप लाईन डलवाकर जल प्रदाय किया जाये। जमोनिया व भगवानपुरा जलाशय जिससे सीहोर नगर में पानी लिया जाता है उसका गहरीकरण किया जाये। इसी प्रकार शासन द्वारा जो गरीबों को पट्टे देने के लिये सर्वे कार्य किया जा रहा है उसमें भारी गड़बड़ी की आशंका है। उसका पुन: सर्वे कराया जाये जहाँ सर्वे हो रहा है वहाँ के संबंधित वार्ड पार्षद की उपस्थिति में हो। नगर में अभी तक जो 8 इंच के बोर करवाये गये हैं उनकी जांच करवाई जाये क्योंकि उन बोरों में प्रारंभ में 8 इंच एवं बाद में 6 इंच बोर किये गये हैं एवं उनकी गहराई की भी जांच सक्षम अधिकारी द्वारा कराया जाये कि बोर का खनन कितने फिट किया गया है।
इस प्रकार 13 पार्षदों ने उपरोक्त 13 मांगे नगर की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन को सौंप दी है। इसके पीछे इनकी क्या मंशा है यह तो राम ही जाने।
13 का अंक किसी डंक से कम नहीं...
पश्चिमी परम्परा में 13 का अंक डंक से कम नहीं माना जाता। 13 नम्बर का वहाँ मकान नहीं होता। 13 नंबर की मंजिल नहीं होती। वे मानते हैं कि 13 का अंक शैतानी अंक है। शायद शैतान का बर्थडे हो। इस दिन जो पैदा होता है उसकी डेथ इधर-उधर तक कर दी जाती है वहां। लेकिन पश्चिमी परम्परा वाले भी क्या करें ? हर महिने 13 तारीख आती ही होगी । काल चक्र की बात है। बेचारे गिनती से 13 का अंक निकाल नहीं सकते इसलिये इसे भूले रहते हैं।
हाँ 13 का अंक यहाँ अटल सरकार के लिये अवश्य बड़ा फायदा का हुआ था लेकिन वह प्रारंभ में ही हुआ था। मसलन पहले 13 दिन तक सरकार बनी थी, फिर 13 महिने सरकार चली थी, तेरहवीं लोकसभा में अटल जी की सरकार बनी थी। लेकिन हाय-रे किस्मत 13 मई 2004 को जब रिजल्ट आये तो यही 13 का अंक अशुभ हो गया था।
यूँ तो भारतीय परम्परा के अनुसार यदि 13 के अंक को तेरहवीं से जोड़कर देखें तो हिन्दू परम्परा में इसे भटकती आत्मा की मुक्ति का दिन माना जाता है। सच्चाई क्या है पता नहीं लेकिन ऐसा माना जाता है कि मरने वालों की आत्मा 13 दिन तक यत्र तत्र सर्वत्र भटकती रहती है। हाँ यह अलग बात है कि 13 वे दिन ब्राह्मण भोज के बाद ऐसी भटकती आत्मा का रास्ता मिल जाता है। देखते हैं सीहोर में 13 का अंक पसंद करने वाले भाजपाईयों का भविष्य क्या होता है....?
Thursday, May 22, 2008
13 पार्षदों ने दिया 13 सूत्रीय मांग पत्र, संगठन से लड़ते-लड़ते अब प्रशासन की तरफ मुड़े पार्षद
सीहोर 21 मई (नि.सं.)। हाल ही में भाजपा के 13 पार्षदों ने भाजपा सरकार, विधायक व सांसद से नाराज होकर अचानक भाजपा की सदस्यता से ही इस्तिफा दे डाला है। उनका कहना है कि हमें भाजपा सरकार होते हुए जो मदद मिलना चाहिये, जो काम हमारे वार्ड में होना चाहिये वह नहीं हो रहे हैं लेकिन आज अचानक सारे पार्षदों का रुख ही बदल गया है। वह जहाँ संगठन से नाराज थे अब वह जिला प्रशासन को 13 सूत्रीय मांग पत्र सौंपने पहुँच गये हैं। 13 की यह संख्या पार्षदों को इतनी भा रही है उन्होने 13 सूत्रीय मांग पत्र ही सौंपा है।
इस बार 13 पार्षदों ने कहा है कि सीहोर नगर की पेयजल व्यवस्था के लिये दो पानी की टंकियां जो गंज एवं मंडी क्षेत्र में एक वर्ष पूर्व बनकर तैयार हो चुकी है जिनके चालू होने से आधे नगर में पानी की सप्लाई की जा सकती है उन्हे तत्काल चालू किया जाये। दूसरा नगर में टेक्टर टेंकर से हो रहे जल प्रदाय में जो भेदभाव किया जा रहा है उसे रोका जावे और प्रत्येक वार्ड में एक टैंकर से प्रतिदिन 7 ट्रीप जल प्रदाय किया जाना सुनिश्चित किया जाये।
तीसरा नगर के प्रत्येक वार्डों में आठ-आठ इंच के दो-दो बोर खनन करवाये जायें।
चौथा सीहोर नगर के गरीबों के नाम गरीबी रेखा सूची में जोड़े जावें जिनका सर्वे कार्य पूरा हो चुका है इसके बाद भी नाम नहीं जोड़े गये हैं उन्हे तत्काल जोड़ा जाये। पाँचवा नगर में रोशनी के लिये विभिन्न क्षेत्रों में स्ट्रीट लाईट नहीं लगी है वहाँ इसकी व्यवस्था की जाये। छटा नगर के प्रमुख चौराहों पर पानी की टंकी रखी जाये। इसके अलावा इन्होने नगर की सफाई व्यवस्था बदतर होती जा रही है उसे सुधारा जाये व वर्षा पूर्व शहर की समस्त नालियों की सफाई की जावे। मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में सीहोर के विकास के लिये जो राशि मंजूर की गई है उसे उपलब्ध कराया जाये। नगर की जल समस्या के स्थाई निदान क लिये कोलार से पानी को सीहोर नगर में लाने के लिये कार्य योजना बनाकर शासन से स्वीकृत कराई जाये। शहर में जहाँ पाईप लाईन नहीं है वहाँ पाईप लाईन डलवाकर जल प्रदाय किया जाये। जमोनिया व भगवानपुरा जलाशय जिससे सीहोर नगर में पानी लिया जाता है उसका गहरीकरण किया जाये। इसी प्रकार शासन द्वारा जो गरीबों को पट्टे देने के लिये सर्वे कार्य किया जा रहा है उसमें भारी गड़बड़ी की आशंका है। उसका पुन: सर्वे कराया जाये जहाँ सर्वे हो रहा है वहाँ के संबंधित वार्ड पार्षद की उपस्थिति में हो। नगर में अभी तक जो 8 इंच के बोर करवाये गये हैं उनकी जांच करवाई जाये क्योंकि उन बोरों में प्रारंभ में 8 इंच एवं बाद में 6 इंच बोर किये गये हैं एवं उनकी गहराई की भी जांच सक्षम अधिकारी द्वारा कराया जाये कि बोर का खनन कितने फिट किया गया है।
इस प्रकार 13 पार्षदों ने उपरोक्त 13 मांगे नगर की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन को सौंप दी है। इसके पीछे इनकी क्या मंशा है यह तो राम ही जाने।
13 का अंक किसी डंक से कम नहीं...
पश्चिमी परम्परा में 13 का अंक डंक से कम नहीं माना जाता। 13 नम्बर का वहाँ मकान नहीं होता। 13 नंबर की मंजिल नहीं होती। वे मानते हैं कि 13 का अंक शैतानी अंक है। शायद शैतान का बर्थडे हो। इस दिन जो पैदा होता है उसकी डेथ इधर-उधर तक कर दी जाती है वहां। लेकिन पश्चिमी परम्परा वाले भी क्या करें ? हर महिने 13 तारीख आती ही होगी । काल चक्र की बात है। बेचारे गिनती से 13 का अंक निकाल नहीं सकते इसलिये इसे भूले रहते हैं।
हाँ 13 का अंक यहाँ अटल सरकार के लिये अवश्य बड़ा फायदा का हुआ था लेकिन वह प्रारंभ में ही हुआ था। मसलन पहले 13 दिन तक सरकार बनी थी, फिर 13 महिने सरकार चली थी, तेरहवीं लोकसभा में अटल जी की सरकार बनी थी। लेकिन हाय-रे किस्मत 13 मई 2004 को जब रिजल्ट आये तो यही 13 का अंक अशुभ हो गया था।
यूँ तो भारतीय परम्परा के अनुसार यदि 13 के अंक को तेरहवीं से जोड़कर देखें तो हिन्दू परम्परा में इसे भटकती आत्मा की मुक्ति का दिन माना जाता है। सच्चाई क्या है पता नहीं लेकिन ऐसा माना जाता है कि मरने वालों की आत्मा 13 दिन तक यत्र तत्र सर्वत्र भटकती रहती है। हाँ यह अलग बात है कि 13 वे दिन ब्राह्मण भोज के बाद ऐसी भटकती आत्मा का रास्ता मिल जाता है। देखते हैं सीहोर में 13 का अंक पसंद करने वाले भाजपाईयों का भविष्य क्या होता है....?
इस बार 13 पार्षदों ने कहा है कि सीहोर नगर की पेयजल व्यवस्था के लिये दो पानी की टंकियां जो गंज एवं मंडी क्षेत्र में एक वर्ष पूर्व बनकर तैयार हो चुकी है जिनके चालू होने से आधे नगर में पानी की सप्लाई की जा सकती है उन्हे तत्काल चालू किया जाये। दूसरा नगर में टेक्टर टेंकर से हो रहे जल प्रदाय में जो भेदभाव किया जा रहा है उसे रोका जावे और प्रत्येक वार्ड में एक टैंकर से प्रतिदिन 7 ट्रीप जल प्रदाय किया जाना सुनिश्चित किया जाये।
तीसरा नगर के प्रत्येक वार्डों में आठ-आठ इंच के दो-दो बोर खनन करवाये जायें।
चौथा सीहोर नगर के गरीबों के नाम गरीबी रेखा सूची में जोड़े जावें जिनका सर्वे कार्य पूरा हो चुका है इसके बाद भी नाम नहीं जोड़े गये हैं उन्हे तत्काल जोड़ा जाये। पाँचवा नगर में रोशनी के लिये विभिन्न क्षेत्रों में स्ट्रीट लाईट नहीं लगी है वहाँ इसकी व्यवस्था की जाये। छटा नगर के प्रमुख चौराहों पर पानी की टंकी रखी जाये। इसके अलावा इन्होने नगर की सफाई व्यवस्था बदतर होती जा रही है उसे सुधारा जाये व वर्षा पूर्व शहर की समस्त नालियों की सफाई की जावे। मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में सीहोर के विकास के लिये जो राशि मंजूर की गई है उसे उपलब्ध कराया जाये। नगर की जल समस्या के स्थाई निदान क लिये कोलार से पानी को सीहोर नगर में लाने के लिये कार्य योजना बनाकर शासन से स्वीकृत कराई जाये। शहर में जहाँ पाईप लाईन नहीं है वहाँ पाईप लाईन डलवाकर जल प्रदाय किया जाये। जमोनिया व भगवानपुरा जलाशय जिससे सीहोर नगर में पानी लिया जाता है उसका गहरीकरण किया जाये। इसी प्रकार शासन द्वारा जो गरीबों को पट्टे देने के लिये सर्वे कार्य किया जा रहा है उसमें भारी गड़बड़ी की आशंका है। उसका पुन: सर्वे कराया जाये जहाँ सर्वे हो रहा है वहाँ के संबंधित वार्ड पार्षद की उपस्थिति में हो। नगर में अभी तक जो 8 इंच के बोर करवाये गये हैं उनकी जांच करवाई जाये क्योंकि उन बोरों में प्रारंभ में 8 इंच एवं बाद में 6 इंच बोर किये गये हैं एवं उनकी गहराई की भी जांच सक्षम अधिकारी द्वारा कराया जाये कि बोर का खनन कितने फिट किया गया है।
इस प्रकार 13 पार्षदों ने उपरोक्त 13 मांगे नगर की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन को सौंप दी है। इसके पीछे इनकी क्या मंशा है यह तो राम ही जाने।
13 का अंक किसी डंक से कम नहीं...
पश्चिमी परम्परा में 13 का अंक डंक से कम नहीं माना जाता। 13 नम्बर का वहाँ मकान नहीं होता। 13 नंबर की मंजिल नहीं होती। वे मानते हैं कि 13 का अंक शैतानी अंक है। शायद शैतान का बर्थडे हो। इस दिन जो पैदा होता है उसकी डेथ इधर-उधर तक कर दी जाती है वहां। लेकिन पश्चिमी परम्परा वाले भी क्या करें ? हर महिने 13 तारीख आती ही होगी । काल चक्र की बात है। बेचारे गिनती से 13 का अंक निकाल नहीं सकते इसलिये इसे भूले रहते हैं।
हाँ 13 का अंक यहाँ अटल सरकार के लिये अवश्य बड़ा फायदा का हुआ था लेकिन वह प्रारंभ में ही हुआ था। मसलन पहले 13 दिन तक सरकार बनी थी, फिर 13 महिने सरकार चली थी, तेरहवीं लोकसभा में अटल जी की सरकार बनी थी। लेकिन हाय-रे किस्मत 13 मई 2004 को जब रिजल्ट आये तो यही 13 का अंक अशुभ हो गया था।
यूँ तो भारतीय परम्परा के अनुसार यदि 13 के अंक को तेरहवीं से जोड़कर देखें तो हिन्दू परम्परा में इसे भटकती आत्मा की मुक्ति का दिन माना जाता है। सच्चाई क्या है पता नहीं लेकिन ऐसा माना जाता है कि मरने वालों की आत्मा 13 दिन तक यत्र तत्र सर्वत्र भटकती रहती है। हाँ यह अलग बात है कि 13 वे दिन ब्राह्मण भोज के बाद ऐसी भटकती आत्मा का रास्ता मिल जाता है। देखते हैं सीहोर में 13 का अंक पसंद करने वाले भाजपाईयों का भविष्य क्या होता है....?
गलत बयान दे रही है वार्ड 3 की पार्षद भाजपा को हराकर बन रही है भाजपा की हिमायती
सीहोर 21 मई (नि.सं.)। नगर के इन्दौर नाका वार्ड 3 की पार्षद श्रीमति लीला बाई लोधी शायद यह भूल गई है कि वे नगर पालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को हराकर चुनाव जीतकर आई है। तब उन्हे भाजपा नहीं दिखी और आज वे भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही है।
वहीं अपनी अकर्मण्यता, नाकामी का ठीकरा सांसद महोदय, क्षेत्रीय विधायक महोदय, राय सरकार पर फोड़ रही है। श्रीमति लीला बाई लोधी के वार्ड 3 से पार्षद पद पर विजयी होने के थोड़े दिनों उपरांत माननीय विधायक रमेश सक्सेना द्वारा इन्ही के वार्ड में लोटियापुल के पास एक सार्वजनिक हेण्ड पंप खुदवाया गया। जिससे आज भी आसपास के नागरिक पानी प्राप्त करते हैं। वहीं वर्तमान में इन्दौर नाके पर अलमदार पेट्रोल टैंक के सामने चैन सिंह कुशवाह के बगीचे के पास माननीय सांसद विधायक निधि से एक और सार्वजनिक हेण्डपंप खनन किया गया है इसमें भी पानी निकला है। उक्त बात अनूप चौधरी पूर्व जिला कार्यालय मंत्री भारतीय जनता पार्टी ने उक्त बात कहते हुए आगे कहा है कि इस तरह पार्षद महोदय द्वारा क्षेत्रीय सांसद महोदय, विधायक महोदय पर उनके वार्ड 3 में कोई अनुदान न देने की बात व उपेक्षा किये जाने का आरोप स्वत: ही झूठा सिध्द हो रहा है। वे ऐसे भ्रामक और झूठे बयान देकर भाजपा के सांसद व विधायक की छवि धूमिल करने का प्रयास जरुर कर रही हैं। अच्छा होगा कि वे पार्षद पद से ही इस्तीफा दे दें।
वहीं अपनी अकर्मण्यता, नाकामी का ठीकरा सांसद महोदय, क्षेत्रीय विधायक महोदय, राय सरकार पर फोड़ रही है। श्रीमति लीला बाई लोधी के वार्ड 3 से पार्षद पद पर विजयी होने के थोड़े दिनों उपरांत माननीय विधायक रमेश सक्सेना द्वारा इन्ही के वार्ड में लोटियापुल के पास एक सार्वजनिक हेण्ड पंप खुदवाया गया। जिससे आज भी आसपास के नागरिक पानी प्राप्त करते हैं। वहीं वर्तमान में इन्दौर नाके पर अलमदार पेट्रोल टैंक के सामने चैन सिंह कुशवाह के बगीचे के पास माननीय सांसद विधायक निधि से एक और सार्वजनिक हेण्डपंप खनन किया गया है इसमें भी पानी निकला है। उक्त बात अनूप चौधरी पूर्व जिला कार्यालय मंत्री भारतीय जनता पार्टी ने उक्त बात कहते हुए आगे कहा है कि इस तरह पार्षद महोदय द्वारा क्षेत्रीय सांसद महोदय, विधायक महोदय पर उनके वार्ड 3 में कोई अनुदान न देने की बात व उपेक्षा किये जाने का आरोप स्वत: ही झूठा सिध्द हो रहा है। वे ऐसे भ्रामक और झूठे बयान देकर भाजपा के सांसद व विधायक की छवि धूमिल करने का प्रयास जरुर कर रही हैं। अच्छा होगा कि वे पार्षद पद से ही इस्तीफा दे दें।
किसान उर्वरक जल्दी से उठायें
सीहोर 21 मई (नि.सं.)। कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों से उर्वरक का अग्रिम उठाव करने की अपील की गई है। जिले के डबल लॉक केन्द्रों और सोसायटियों में पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध है। उप संचालक कृषि ने बताया कि खरीफ 2008 के लिए डबल लॉक केन्द्रों में 6 हजार 587 टन और समितियों में एक हजार 636 टन विभिन्न उर्वरक का भण्डारण किया गया है। किसानों को चाहिए कि वे बोवनी के लिए उर्वरक का अग्रिम उठाव कर ले ताकि उर्वरक की चिन्ता से मुक्त हो सकें। उर्वरक का अग्रिम उठाव करने से जहां वे उर्वरक से निश्चिंत होंगे वहीं समितियों एवं डबल लॉक केन्द्रों पर स्थान रिक्त होने से पुन: उर्वरक भण्डारण किया जा सकेगा।
प्रेमी ने प्रेमिका के पिता भाई सहित चार को घायल किया
सीहोर 21 मई (नि.सं.)। मंगलवार की शाम वायपास रोड सेकड़ाखेड़ी में स्थित ईंट भट्टे पर लकड़ी को जबरन शादी हेतु ले जाने से मना करने पर एक युवक ने अपने पिता एवं भाई सहित चार लोगों पर चाकू से प्रहार कर जान लेवा चोंट पहुँचाई व स्वयं भी इस हादसे में घायल हो गया। गंभीर रुप से घायल एक महिला सहित चार लोगों को भोपाल अस्पताल में तथा आरोपी को सीहोर अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मुंगलिया छाप थाना खजूरी निवासी शिव प्रसाद अजा.वायपास रोड सैकड़ाखेडी स्थित रमेश प्रजापति के ईंट भट्टा पर अपने बच्चों के साथ रहकर काम करता है। वहीं पर हरि प्रसाद तथा उसका भाई हीरालाल भी काम करते हैं। बताया जाता है हरिप्रसाद भील का पुत्र सोनू बुधवार की शाम सात बजे ईंट भट्टे पर आया और शिव प्रसाद की पुत्री उर्मिला की माँ रामबती बाई सोनू को रोकने लगे जिस पर सोनू ने बालमुकुंद को चाकू से सिर में व अन्य जगहों पर व रामबती बाई को कुल्हें में प्रहार कर चोंट पहुँचाई आवाज सुनकर सोनू का पिता हरि प्रसाद व भाई हीरालाल बचाने आये तो सोनू ने उन्हे भी चाकू से प्रहार कर घायल कर दिया। इसी बीच सोनू के भाई ने जब उससे चाकू छुड़ाने का प्रयास किया तो सोनू को सिर पर पुष्ठे पर चोंट लगी। घायल बालमुकुंद, रामबती बाई, हरि प्रसाद व हीरालाल को सीहोर अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल भेजा गया तथा सोनू सीहोर अस्पताल में उपचारार्थ भर्ती हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मुंगलिया छाप थाना खजूरी निवासी शिव प्रसाद अजा.वायपास रोड सैकड़ाखेडी स्थित रमेश प्रजापति के ईंट भट्टा पर अपने बच्चों के साथ रहकर काम करता है। वहीं पर हरि प्रसाद तथा उसका भाई हीरालाल भी काम करते हैं। बताया जाता है हरिप्रसाद भील का पुत्र सोनू बुधवार की शाम सात बजे ईंट भट्टे पर आया और शिव प्रसाद की पुत्री उर्मिला की माँ रामबती बाई सोनू को रोकने लगे जिस पर सोनू ने बालमुकुंद को चाकू से सिर में व अन्य जगहों पर व रामबती बाई को कुल्हें में प्रहार कर चोंट पहुँचाई आवाज सुनकर सोनू का पिता हरि प्रसाद व भाई हीरालाल बचाने आये तो सोनू ने उन्हे भी चाकू से प्रहार कर घायल कर दिया। इसी बीच सोनू के भाई ने जब उससे चाकू छुड़ाने का प्रयास किया तो सोनू को सिर पर पुष्ठे पर चोंट लगी। घायल बालमुकुंद, रामबती बाई, हरि प्रसाद व हीरालाल को सीहोर अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल भेजा गया तथा सोनू सीहोर अस्पताल में उपचारार्थ भर्ती हैं।
विवाहिता सहित तीन की अकाल मौत लापता विवाहिता का अस्थि पंजर मिला
सीहोर 21 मई (नि.सं.)। अज्ञात कारणों के चलते जहरीला पदार्थ सेवन करने वाले एक विवाहिता की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है।
जानकारी के अनुसार मण्डी थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम रायपुरा निवासी ज्ञान सिंह की 30 वर्षीय पत्नि धापूबाई ने गत दिनो अज्ञात कारणों से जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था जिसे उपचार हेतु हमीदिया अस्पताल भोपाल में दाखिल कराया गया था जहाँ पर उसकी मौत हो गई।
उधर रेहटी थाना क्षेत्र में ग्राम मालीवायां निवासी 38 वर्षीय फिरदोश पुत्र फिरोज खान की आज सुबह अपनी ससुराल में जिने से गिरने से मौत हो गई है। बताया जाता है कि फिरदोश अपनी ससुराल खजूरी गया था जहाँ पर वह टेलीफोन करने के लिये पानी की टंकी पर चढ रहा था तभी अचानक जीना टूट गया जिससे वह नीचे आ गिरा घायल फिरदोश को बेहोंशी की अवस्था में इलाज हेतु भोपाल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। इधर दोराहा थाना क्षेत्र में ग्राम रिछड़ी काला पीपल निवासी 24 वर्षीय निजाम पुत्र छितर खां की मृत्यु कीटनाशक दवा के सेवन से इमलिया हसन में अयूब भाई के मकान पर हो गई। उधर अहमदपुर थाना क्षेत्र में ग्राम हिनौती निवासी स्वा. देवी सिंह ठाकुर की 40 वर्षीय पत्नि रजनी बाई जो लापता थी का अस्थि पंजर आज पुलिस ने कोट बड़ली बुढ़ाखेड़ा खाईखेड़ा के जंगल से बरामद मर्ग कायम कर लिया है।
जानकारी के अनुसार मण्डी थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम रायपुरा निवासी ज्ञान सिंह की 30 वर्षीय पत्नि धापूबाई ने गत दिनो अज्ञात कारणों से जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था जिसे उपचार हेतु हमीदिया अस्पताल भोपाल में दाखिल कराया गया था जहाँ पर उसकी मौत हो गई।
उधर रेहटी थाना क्षेत्र में ग्राम मालीवायां निवासी 38 वर्षीय फिरदोश पुत्र फिरोज खान की आज सुबह अपनी ससुराल में जिने से गिरने से मौत हो गई है। बताया जाता है कि फिरदोश अपनी ससुराल खजूरी गया था जहाँ पर वह टेलीफोन करने के लिये पानी की टंकी पर चढ रहा था तभी अचानक जीना टूट गया जिससे वह नीचे आ गिरा घायल फिरदोश को बेहोंशी की अवस्था में इलाज हेतु भोपाल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। इधर दोराहा थाना क्षेत्र में ग्राम रिछड़ी काला पीपल निवासी 24 वर्षीय निजाम पुत्र छितर खां की मृत्यु कीटनाशक दवा के सेवन से इमलिया हसन में अयूब भाई के मकान पर हो गई। उधर अहमदपुर थाना क्षेत्र में ग्राम हिनौती निवासी स्वा. देवी सिंह ठाकुर की 40 वर्षीय पत्नि रजनी बाई जो लापता थी का अस्थि पंजर आज पुलिस ने कोट बड़ली बुढ़ाखेड़ा खाईखेड़ा के जंगल से बरामद मर्ग कायम कर लिया है।
दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज
आष्टा 21 मई (नि.सं.)। आष्टा पुलिस ने एक विवाहिता की फरियाद पर पति सहित पाँच लोगों के विरुध्द दहेज प्रताड़ना के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार ग्राम रसूड़िया निवासी हेमरात खाती की पुत्री सीमा का विवाह ग्राम कोठरी निवासी धर्म सिंह खाती के साथ हुआ था, बताया जाता है कि शादी के बाद से ही सीमा का पति धर्म सिंह एवं ससुर माखन, सास केसर बाई, जेठ ओम प्रकाश, चंदर दहेज में एक बाइक व नगदी पचास हजार रुपये की मांगकर उसके साथ मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे।
पति व ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से तंग आकर आष्टा थाने पहुँची और अपनी व्यथा पुलिस को सुनाई जिस पर पुलिस ने इन लोगों के विरुध्द आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम रसूड़िया निवासी हेमरात खाती की पुत्री सीमा का विवाह ग्राम कोठरी निवासी धर्म सिंह खाती के साथ हुआ था, बताया जाता है कि शादी के बाद से ही सीमा का पति धर्म सिंह एवं ससुर माखन, सास केसर बाई, जेठ ओम प्रकाश, चंदर दहेज में एक बाइक व नगदी पचास हजार रुपये की मांगकर उसके साथ मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे।
पति व ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से तंग आकर आष्टा थाने पहुँची और अपनी व्यथा पुलिस को सुनाई जिस पर पुलिस ने इन लोगों के विरुध्द आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है।
ईमानदारी अभी जिंदा है...
आष्टा। आज के इस युग में कई ऐसे इंसान भी हैं जो थोड़े से रुपयों में अपना ईमान बेच देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि इस युग में ईमानदारी पूरी तरह से खत्म ही हो गई है। ईमानदारी अभी जिंदा है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज आष्टा में एक मसाला चक्की पर देखने को मिला। सेमनरी रोड पर स्थित लक्ष्मीनारायण साहू की मसाला चक्की पर आज कुरावर के मनोहर जायसवाल घर का खड़ा धना पिसवाने आये थे। मनोहर ने उक्त धना मसाला चक्की के मालिक को दिया। मसाला चक्की वाले ने उक्त चक्के को जैसे ही ग्राइण्डर में डाला तो उसमें से एक सोने की रकम रखी हुई डिब्बी निकली जिसमें लगभग 3 तोले का सोने का हार था। उसने उक्त सोने के हार की डिब्बी निकाली और धना पिसाने आये सरपंच पति मनोहर जायसवाल को लौटाई। उक्त डिब्बी देखकर मनोहर जायसवाल आश्चर्यचकित हो गया। बाद में उसने मसाला चक्की मालिक को कुछ ईनाम देना चाहा लेकिन उक्त मालिक ने किसी भी प्रकार का इनाम लेने से इंकार करते हुए उसे धन्यवाद दिया और ईनाम स्वरुप एक चाय पी। उक्त जानकारी मनोहर जायसवाल ने दी।
लापरवाही से क्षेत्र में हो रही है हरे भरे पेड़ों की कटाई
जावर 21 मई (नि.प्र.)। एक और सरकार प्रदेश व क्षेत्र को हरा भरा बनाने के लिये हर वर्ष लाखों करोड़ों रुपये खर्च कर पौधा रोपण अभियान चलाती है। वहीं स्थानीय वन विभाग की लापरवाही के कारण क्षेत्र में प्रतिदिन सैकड़ो हरे भरे पेड़े कट रहे हैं। यदि इसी तरह पेड़ों की कटाई होती रही तो आने वाले वर्षों में पेड़ो का नामो निशान नहीं दिखेगा। इन्दौर-भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनो तरफ पहले विभिन्न प्रजातियों के हजारों पेड़ खड़े थे लेकिन बीते कुछ वर्षों में आधे से यादा पेड़ लोग काट कर ले गये लेकिन इस और कोई देखने सुनने वाला नहीं। यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों के भी हैं पिछले दो वर्ष से क्षेत्र के बाहर के कुछ लोग आकर ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँचकर हरे भरे पेड़ किसानों को खरीदकर जिनमें फलदार वृक्ष भी हैं कटवा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी पैसों के लालच में हरे पेड़ लकड़ी का व्यापार करने वाले लोग टेक्टर ट्रालियों में लकड़ी भरकर ला रहे हैं और आरामशीनों पर उसके गुटके बनवा कर देवास इन्दौर व अन्य जगहों पर भेज रहे हैं प्रतिदिन हरे पेड़ों की लकड़ी से भरी ट्रेक्टर ट्राली नगर में आती जाती दिखाई देती है इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन का इस और ध्यान नहीं है।
डरते-डरते अधिकारी भी जन्मदिन में पहुँचे
आष्टा 21 मई (नि.सं.)। कल आष्टा में सरपंच संघ द्वारा विधायक का जन्मदिन जनपद पंचायत के परिसर में मनाया गया कईयों के कार्ड पहुँचे कईयों को निर्देश की जन्मदिन में आना ही है जिन्हे कार्ड मिले वो तो मर्जी के मालिक थे जिन्हे जाना था वे गये जिन्हे नहीं जाना थे वे नहीं गये लेकिन जिन्हे निर्देश थे की जन्मदिन है आना ही पड़ेगा बेचारे क्या करते ना चाहकर भी छुपते-छुपाते डरते-डरते पहुँचे जल्दी-जल्दी हाथ मिलाया हार पहनाया बधाई दी और....। बस धीरे से निकल लिये। एक अधिकारी के बड़े मजे आये ये महाशय जन्मदिन के कार्यक्रम में जाना ही नहीं चाहते थे लेकिन क्या करते शीघ्र स्थानान्तरण का मौसम चालू होने वाला है कहीं इस मौसम में नाम ना जुड़ जाये इसलिये मन मारकर पहुँचे पहले तो प्रयास किया कि कोई उन्हे देखे नहीं और बधाई देकर चुप चाप निकल लें लेकिन ऐसा हो नहीं सका जब पहुँचे तो फोटो वाला केमरा लेकर सामने आ गया तब इन अधिकारी ने मुँह तेड़ा कर लिया लेकिन फिर भी फोटो तो खिंच ही गया। इन्हे अब डर सता रहा है कि जन्मदिन पर बधाई देते हुए का फोटो कहीं पत्रकारों के हत्थे नहीं चढ़ जाये....।
यादगार बनी एक शाम शहीदों के नाम भारत माता की आरती का भव्य आयोजन
सीहोर 21 मई (नि.सं.)। जिला मुख्यालय पर गत दिवस एक शाम शहीदों के नाम - भारत माँ की आरती का भव्य आयोजन किया गया। भारत भक्ति संस्थान मुंबई के बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा भारत माँ की आरती की अद्भत मंचीय प्रस्तुति से वातावरण राष्ट्रमय हो गया।
1857 के स्वतंत्रता संग्राम की 150वीं वर्षगांठ पर अमर शहीदों की स्मृति में बाल बिहार ग्राउण्ड पर एक शाम शहीदों के नाम-भारत माता की आरती का जन अभियान परिषद म.प्र. के समन्वय से आयोजन किया गया। स्वराज संस्थान संचालनालय संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस अनूठे कार्यम में बाबा सत्यनारायण मौर्य ने वंदे मातरम् गीत गाते हुए मंच पर पहुंचकर देखते ही देखते वीर योध्दा शिवाजी और अमर शहीद भगत सिंह के चित्र उकेर दिए। बाबा मौर्य द्वारा एक हाथ में माइक लेकर गीत गाना और दूसरे हाथ में रंग भरे ब्रश से चित्रकारी कर अमर शहीदों को श्रध्दांजलि अर्पित करने वाले इस अनूठे कार्यम ने वातावरण को जोश से भर दिया।
उपस्थित जन समूह की करतल ध्वनि ने बाबा की इस मंचीय प्रस्तुति का स्वागत किया। बाबा मौर्य ने बताया कि उनकी शिक्षा दीक्षा मध्यप्रदेश में हुई है और वे इसी प्रदेश के निवासी हैं। विगत 12 वर्षो से उनकी विदेशों में प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। उन्होने कहा कि अमर शहीदों की स्मृति में अक्षुण्णु बनाए रखने और क्रांतिवीरों की गाथा जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से भारत माँ की आरती का आयोजन प्रदेश भर में किया जा रहा है। उन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्याटोपे और अजीमुगा खां के चित्र भी चित्र गीत गुनगनाते हुए बनाए।
इससे पूर्व अन्य कलाकारों ने राष्ट्र गीतों की प्रस्तुति दी। टीम लीडर अकोदिया मंडी के रामकृष्ण उपाध्याय ने कार्यम का संचालन किया। देवास के श्री जितेन्द्र शर्मा द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की गई। मुंबई के श्री राजन, आसाम की कु.पिंकी विश्वास, उज्जैन के श्री बाबूलाल एवं श्री अजय तथा श्री भरत गुप्ता, अनिरूध्द अग्रवाल राजवीर एवं बाबा के बडे भ्राता श्री धनश्याम मौर्य का जनअभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री कल्याण सिंह राजपूत ने परिचय कराया। कलाकारों का स्वागत संस्कार भारती के श्री मुकेश सक्सेना, हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष श्री सतीश राठौर, समाजसेवी श्री शंकरलाल प्रजापति, शंभूदयाल राठौर, नीरज चौरसिया, श्रीमती उषा सक्सेना आदि द्वारा किया गया। कार्यम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनिता भण्डेरिया एवं अन्य जनप्रतिनिधि, एसडीएम श्री चन्द्र मोहन मिश्रा, तहसीलदार श्री राजेश शाही, नायब तहसीलदार श्री नरेन्द्र ठाकुर सहित अन्य अधिकारी, पत्रकार, समाज सेवी, गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
1857 के स्वतंत्रता संग्राम की 150वीं वर्षगांठ पर अमर शहीदों की स्मृति में बाल बिहार ग्राउण्ड पर एक शाम शहीदों के नाम-भारत माता की आरती का जन अभियान परिषद म.प्र. के समन्वय से आयोजन किया गया। स्वराज संस्थान संचालनालय संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस अनूठे कार्यम में बाबा सत्यनारायण मौर्य ने वंदे मातरम् गीत गाते हुए मंच पर पहुंचकर देखते ही देखते वीर योध्दा शिवाजी और अमर शहीद भगत सिंह के चित्र उकेर दिए। बाबा मौर्य द्वारा एक हाथ में माइक लेकर गीत गाना और दूसरे हाथ में रंग भरे ब्रश से चित्रकारी कर अमर शहीदों को श्रध्दांजलि अर्पित करने वाले इस अनूठे कार्यम ने वातावरण को जोश से भर दिया।
उपस्थित जन समूह की करतल ध्वनि ने बाबा की इस मंचीय प्रस्तुति का स्वागत किया। बाबा मौर्य ने बताया कि उनकी शिक्षा दीक्षा मध्यप्रदेश में हुई है और वे इसी प्रदेश के निवासी हैं। विगत 12 वर्षो से उनकी विदेशों में प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। उन्होने कहा कि अमर शहीदों की स्मृति में अक्षुण्णु बनाए रखने और क्रांतिवीरों की गाथा जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से भारत माँ की आरती का आयोजन प्रदेश भर में किया जा रहा है। उन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, तात्याटोपे और अजीमुगा खां के चित्र भी चित्र गीत गुनगनाते हुए बनाए।
इससे पूर्व अन्य कलाकारों ने राष्ट्र गीतों की प्रस्तुति दी। टीम लीडर अकोदिया मंडी के रामकृष्ण उपाध्याय ने कार्यम का संचालन किया। देवास के श्री जितेन्द्र शर्मा द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की गई। मुंबई के श्री राजन, आसाम की कु.पिंकी विश्वास, उज्जैन के श्री बाबूलाल एवं श्री अजय तथा श्री भरत गुप्ता, अनिरूध्द अग्रवाल राजवीर एवं बाबा के बडे भ्राता श्री धनश्याम मौर्य का जनअभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री कल्याण सिंह राजपूत ने परिचय कराया। कलाकारों का स्वागत संस्कार भारती के श्री मुकेश सक्सेना, हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष श्री सतीश राठौर, समाजसेवी श्री शंकरलाल प्रजापति, शंभूदयाल राठौर, नीरज चौरसिया, श्रीमती उषा सक्सेना आदि द्वारा किया गया। कार्यम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनिता भण्डेरिया एवं अन्य जनप्रतिनिधि, एसडीएम श्री चन्द्र मोहन मिश्रा, तहसीलदार श्री राजेश शाही, नायब तहसीलदार श्री नरेन्द्र ठाकुर सहित अन्य अधिकारी, पत्रकार, समाज सेवी, गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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