Saturday, July 12, 2008

वन्य प्राणी अगर फसल बर्वाद करेंगे तो मुआवजा देगी सरकार

सीहोर 11 जुलाई (नि.सं.)। राज्य शासन द्वारा वनों के अंदर या वन सीमा के पांच किलोमीटर की परिधि में स्थित ग्रामों में वन्य प्राणियों द्वारा फसल हानि किए जाने पर सम्बंधित व्यक्तियों को मुआवजा दिये जाने का लिया गया है। फसल हानि का आंकलन राजस्व विभाग में प्रचलित प्रक्रिया अनुसार राजस्व अधिकारियों द्वारा किया जायेगा।
वनमण्डलाधिकारी द्वारा प्रभावित व्यक्ति को मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा। वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि इस निर्णय से वन्य प्राणियों के संरक्षण के विभागीय प्रयासों में जन साधारण का अपेक्षित सहयोग मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि जन प्रतिनिधियों द्वारा वन्य प्राणियों से फसल हानि के संबंध में प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया जाता रहा है। वन मंत्री ने बताया कि अभी हाल ही में राज्य शासन ने वन्य प्राणियों द्वारा जन हानि तथा पशु हानि से प्रभावित व्यकितयों को आर्थिक अनुदान की राशि को बढ़ाने का निर्णय लिया है। प्रदेश में अभी तक केवल जंगली हाथियों द्वारा फसल हानि, मकान तथा अन्य संपत्ति की हानि के लिये क्षतिपूर्ति का प्रावधान उपलब्ध है।
अन्य वन्य प्राणियों द्वारा फसल हानि के लिये किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता का प्रावधान नहीं था। राज्य शासन के इस निर्णय से वन के अन्दर या वन क्षेत्र की सीमा के पांच किलोमीटर की परिधि में स्थित ग्रामों मे वन्य प्राणियों द्वारा फसल हानि किये जाने पर संबंधित व्यक्तियों को राजस्व पुस्तक परिपत्रा में किये गये प्रावधानों के अनुरूप मुआवजा दिया जा सकेगा । फसल हानि का आंकलन राजस्व विभाग में प्रचलित प्रक्रिया अनुसार राजस्व अधिकारियों द्वारा किया जायेगा तथा क्षति का आंकलन कर दिये जाने वाले मुआवजे का निर्धारण प्रभावित क्षेत्रों के राजस्व अधिकारियों द्वारा किया जायेगा।
संबंधित वनमण्डलाधिकारी को भुगतान के लिये राशि का विवरण उपलब्ध कराया जायेगा। क्षेत्रो के संबंधित वनमण्डल अधिकारी द्वारा प्रभावित व्यक्ति को भुगतान किया जायेगा।
वन्य प्राणियों द्वारा फसल क्षति किये जाने पर प्रभावित व्यकित द्वारा फसल हानि होने के 24 घंटे के भीतर आवेदन निकटतम राजस्व अधिकारी को प्रस्तुत किया जायेगा। राजस्व अधिकारी द्वारा हानि का आंकलन कर जिलाध्यक्ष को प्रतिवेदन दिया जायेगा। वनमण्डलाधिकारी को कलेक्टर से मुआवजा राशि संबंधित विवरण प्राप्त होने की में एक माह के भीतर राशि का भुगतान किया जायेगा।
इछावर नादान और नसरुल्लागंज सहित अनेक ग्रामों के आसपास जंगल मौजूद है। हालांकि कितने जंगलों में स्थानीय वन विभाग जानवरों की उपस्थिति को मान्यता देता है। यूँ तो जमोनिया के आसपास के ग्रामों में कुछ हिरण देखने में आ जाते हैं, ऐसे ही इस क्षेत्र में मोर भी बहुत बड़ी संख्या में हैं इन्हे कहाँ-कहाँ तक वन विभाग मानेगा क्योंकि मोर भी कुछ फसलों को पसंद करते हैं। एक अन्य जानवर वृगदा से ग्रामीण जन परेशान रहते हैं। देखते हैं आगामी दिनों में कितने जानवर ग्रामीणों की फसलों को बर्वाद करते हैं और कितने प्रकरण वन विभाग को सूचित किये जाने के बाद पंजीबध्द होते हैं।


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नकाबपोश महिलाओं ने लम्बा हाथ मारा आभूषण गायब किये

इछावर 11 जुलाई (नि.सं.)। आभूषण देखने के लिये आई नकाबपोश महिलाओं ने अपने बुर्के का नाजायज फायदा उठाकर एक वेलर्स पर लम्बा हाथ मार दिया। सोने के कई आभूषण यह महिलाएं गायब कर गईं। जबकि अन्य कई दुकानों पर भी यह पहुँची थी। न सिर्फ वेलरी बल्कि यह साड़ी दुकानदारों को भी निशाना बनाने की फिराक में थी। पुलिस मामले को बताने से बच रही है जबकि दुकानदार ने अपना आवेदन दे दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इछावर शंकर मंदिर के पास स्थित मकरैया वेलर्स पर कल आटो में 5-6 नकाबपोश महिलाएं आईं। यह बुर्का पहनी थीं और आंखो पर जाली लगी हुई थी। यह महिलाएं सुबह से ही इछावर में मंडराती हुई कुछ साड़ी दुकानों पर पहुँची फिर 4-5 वेलर्स की दुकानों पर भी गईं लेकिन वहाँ इनकी दाल नहीं गली इसके बाद यह मकरैया वेलर्स पर राजेश मक रैया के पास आईं। यहाँ राजेश इन्हे समझ पाया और उसने इनके सोने के आभूषण दिखाने की बात पर आभूषण दिखाना शुरु कर दिये। इनका भाई नरेन्द्र भी यहीं था। दोनो ने ढेर सारे आभूषण दिखाये लेकिन इन्हे पसंद नहीं आये और सारी महिलाएं चली गईं। रात जब दुकान मंगल करते समय आभूषण की गिनती हुई तो पता चला कि 4 टाप्स, एक जोड़ कुंडल, एक जोड़ पेंडिल, एक अंगूठी सहित एक मंगलसूत्र गायब है। इस प्रकार करीब 30 हजार रुपये से अधिक माल गायब हो चुका था। इन्होने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई लेकिन अभी तक सिर्फ आवेदन लेकर रख लिया गया है। अज्ञात महिलाएं फरार हैं।


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नकाबपोश महिलाओं ने लम्बा हाथ मारा आभूषण गायब किये

इछावर 11 जुलाई (नि.सं.)। आभूषण देखने के लिये आई नकाबपोश महिलाओं ने अपने बुर्के का नाजायज फायदा उठाकर एक वेलर्स पर लम्बा हाथ मार दिया। सोने के कई आभूषण यह महिलाएं गायब कर गईं। जबकि अन्य कई दुकानों पर भी यह पहुँची थी। न सिर्फ वेलरी बल्कि यह साड़ी दुकानदारों को भी निशाना बनाने की फिराक में थी। पुलिस मामले को बताने से बच रही है जबकि दुकानदार ने अपना आवेदन दे दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इछावर शंकर मंदिर के पास स्थित मकरैया वेलर्स पर कल आटो में 5-6 नकाबपोश महिलाएं आईं। यह बुर्का पहनी थीं और आंखो पर जाली लगी हुई थी। यह महिलाएं सुबह से ही इछावर में मंडराती हुई कुछ साड़ी दुकानों पर पहुँची फिर 4-5 वेलर्स की दुकानों पर भी गईं लेकिन वहाँ इनकी दाल नहीं गली इसके बाद यह मकरैया वेलर्स पर राजेश मक रैया के पास आईं। यहाँ राजेश इन्हे समझ पाया और उसने इनके सोने के आभूषण दिखाने की बात पर आभूषण दिखाना शुरु कर दिये। इनका भाई नरेन्द्र भी यहीं था। दोनो ने ढेर सारे आभूषण दिखाये लेकिन इन्हे पसंद नहीं आये और सारी महिलाएं चली गईं। रात जब दुकान मंगल करते समय आभूषण की गिनती हुई तो पता चला कि 4 टाप्स, एक जोड़ कुंडल, एक जोड़ पेंडिल, एक अंगूठी सहित एक मंगलसूत्र गायब है। इस प्रकार करीब 30 हजार रुपये से अधिक माल गायब हो चुका था। इन्होने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई लेकिन अभी तक सिर्फ आवेदन लेकर रख लिया गया है। अज्ञात महिलाएं फरार हैं।


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राजस्व अधिकारियों की हड़ताल शुरु

सीहोर 11 जुलाई (नि.सं.)। प्रान्तीय संघ के आव्हान पर सीहोर जिले में मध्यप्रदेश शासकीय लिपिंक वर्गीय कमचारी संघ द्वारा 11 जुलाई से अनिश्चित कालीन हड़ताल प्रारंभ की गई। राजस्व विभाग के अर्न्तगत तहसीलों जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय कोषालय आदि में शत प्रतिशत अनिश्चितकालीन हड़ताल रही। कार्यालयो कार्य नही हुये तथा सन्नाटा छाया रहा। इससे अन्य कार्यलयों में संपर्क अनुसार अन्य कार्यालयों में भी पूर्णत: अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने पर कार्यवाही की जा रही है।
मध्य प्रदेश लिपिंक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा समाचार पत्रों सीहोर स्थानीय टी.व्ही.केवल सीहोर पर भी समस्त जिले के कर्मचारियों से उक्त अनिश्चित हड़ताल सम्मलित होने की अपील लगातार की जा रही है उनके द्वारा हड़ताल में सम्मलित होने का आश्वासन पूर्णत: दिया गया है। रामगोपाल सेन प्रान्तध्यक्ष.म.प्र.शासकीय अधिकारी कर्मचारी संघ द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय के समीप मंच पर आकर पूर्णत: हड़ताल का समर्थन किया गया है। नगर पालिका कर्मचारियों की रैली के साथ उपस्थित होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का पूर्णत: समर्थन किया जाकर नारे आदि लगाये गये। मध्यप्रदेश शासकीय लिपिंक वर्गीय कर्मचारी जिला शाखा सीहोर समस्त कर्मचारी गण पुरूषोतम पारीख अध्यक्ष म.प्र.शासकीय कर्मचारी वर्गीय कर्मचारी संघ सीहोर, पुरूषोतम राय सभागीय उपाध्यक्ष वी.एम.शर्मा, श्री ढाके सोलंकी, मुकेश शर्मा, जितेन्द्र वर्मा, मंगलसिंह पेठारी, सहसचिव अशोक माथुर, बी.एस.पेठारी लखन घावरे,राजेन्द्र मिश्रा, अनीस मोहम्मद, दिनेश सक्सेना, मो.युनिस, सी.के.कुलकर्णी, बृजेश विश्वकर्मा, भगवान दास पारीख, रमेश कारपेंटर एन.एस.परमार, संतराम जाटव, रामचन्दर सेन, जीवनबाबू तिवारी, दिग्विजय सिंह मनोहर परमार, आर.एन. परमार, बाबूलाल मालवीय, एवं उक्त हडताल में महिला कर्मचारीगण श्रीमति चन्द्रकांता गुप्ता, श्रीमति सुनीता मुंगरे, श्रामति चन्द्रकांता जोशी, श्रीमति स्नेलता सक्सेना, श्रीमति चंदा मालवीय, श्रीमति पुष्पलता राजपूत, श्रीमति सरोज भलावी, श्रीमति मरावी, आदि सम्मिलित थी लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ की लंबित 7 सूत्रीय मांगो का शीध्र निराकरण किये जाने हेतु मांग की गई तथा सीहोर जिले के समस्त जिला कार्यालयो के लिपिक वर्गीय कर्मचारीगणो से उक्त अनिश्चित कालीन हड़ताल में सम्मिलित होने की अपील की गई।


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अनूठा उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं वार्ड वाय, दाई और स्वीपर

आष्टा 11 जुलाई (सुशील)। स्वास्थ्य विभाग के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल होने से सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है आने वाले मरीज परेशान हैं वहीं प्रभारी डॉ. हीरा दलोदरिया के साथ सभी डाक्टर मानव सेवा ही सर्वोपरि है। इसी मूलमंत्र को लेकर आने वाले मरीजों को देख भी रहे हैं और इलाज भी कर रहे हैं। यहाँ तक की डाक्टर स्वयं पर्ची भी बना रहे उसकी इन्ट्री रजिस्टर से भी कर रहे हैं और मरीज को देख भी रहे हैं। निश्चित हड़ताल में डाक्टरों की सेवा देख कर हर कोई अभिभूत है।
आज फुरसत ने सुबह अस्पताल का दौरा कर पाया कि डॉ. हीरा दलोदरिया घूम-घूम कर व्यवस्था देख रहे थे। के.के.चतुर्वेदी, ए.के.जैन, प्रवीर गुप्ता, डॉ.बड़गैय्या, डॉ.असलम मरीजों को देख भी रहे थे। पर्ची भी बनाकर उसे रजिस्टर में इंट्री कर रहे थे। सुबह एक बालक अचानक बीमारी के बाद आया उसे भोपाल स्थानान्तरित किया वहीं महिला चिकित्सक माधवी राय, अंजना सिंह, अर्चना सोनी महिलाओं को देखकर प्रसूति आदि के कार्यों में व्यस्त थीं। हड़ताल में आष्टा सिविल अस्पताल में सेवा निवृत्त वार्डवाय पर्वत सिंह ड्रेसिंग कक्ष में अस्पताल को निशुल्क सेवा दे रहे हैं। वहीं दाई जो वर्षों से स्थाई होने का इंतजार कर रही हैं। जिसका नाम सुन्दर बाई है 4 दिनों से रोजाना 24-24 घंटे डयूटी देकर एक रिकार्ड बना रही है। स्वीपर इन्द्रा बाई भी 24-24 घंटे की डयूटी देकर अपनी सेवा दे रही हैं। वहीं आर.सी.एच. नर्स की डयूटी आष्टा में लगाई है जो 8-8 घंटे डयूटी दे रही है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग भरपूर प्रयास कर रहा है कि स्वास्थ्य सेवाएं यादा प्रभावित ना हो फिर भी हड़ताल का पूरा असर अस्पताल में नजर आ रहा है।
आज अचानक खंडेलवाल परिवार में आयोजित शादी समारोह में बहु प्रिया नीलू खंडेलवाल की अचानक तबियत खराब होने पर सिविल अस्पताल लेकर पहुँचे। इमरजेंसी में डाक्टरों ने उन्हे आई.सी.यू. में भर्ती कर इलाज शुरु किया। हड़ताल में जन स्वास्थ्य रक्षक भी अपनी सेवा दे रहे हैं। आज भ्रमण में पाया कि पुरुष वार्ड में हड़ताल के कारण मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। वहीं एक्स-रे कक्ष, इंजेक्शन कक्ष, ओ.पी.डी. पर्ची कक्ष, स्टोर लेब कक्ष, नेत्र इकाई कक्ष आदि में ताले लटके पाये गये। स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के कारण प्रायवेट डाक्टरों के यहाँ भीड़ बढ़ गई है वहीं मरीजों को एक्सरे व अन्य जांचों के लिये प्रायवेट में जाना पड़ रहा है। जो वार्ड वाय पर्वत सिंह, दाई सुन्दर बाई एवं इन्द्रा बाई का ऐसे विकट समय में सेवा देने के बदले रोगी कल्याण समिति की और से समारोह पूर्वक सम्मान किया जाना चाहिये तथ दाई सुन्दर बाई का जो स्थाई नियुक्ति का प्रकरण शासन के पास पड़ा है उसे स्थाई किया जाना चाहिये यही उनकी सेवा के बदले सम्मान होगा।



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स्वास्थ्य अधिकारी ने 80 किलो आम नष्ट कराये

आष्टा 11 जुलाई (नि.सं.)। नगर में बरसात के मौसम में एहतियात के तौर पर बीमारियों की रोकथाम हेतु नगर पालिका आष्टा द्वारा विशेष प्रयास जारी है।
उक्त संबंध में नगर पालिका आष्टा के स्वास्थ्य अधिकारी जगजीवनदास गुप्ता ने विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि शासन के आदेशानुसार नपाध्यक्ष केलाश परमार एवं दीपक राय सीएमओ के मार्गदर्शन अनुसार नगर के सभी वार्डों के बड़े नालों नालियों एवं कचरा मलवा ढेरों की सफाई कराई जा रही है, कीटनाशक न्यूआन एवं फिनाईल का छिड़काव कराया जा रहा है। सड़कों पर घूम रही अवारा मवेशियों को कांजी हाउस में बंद कराया जा रहा है।
वार्ड 5 के पार्षद श्रीमति राशिदा अनवार हुसैन की मांग पर वार्ड 5 के अवारा कुत्तों को नष्ट कराया गया। 2 जुलाई एवं 9 जुलाई बुधवार हाट के दिन एवं अन्य दिनों में नगर के मोहल्लों में बिक रहे सड़े गले कटे 80 किलो ग्राम आम नष्ट कराये गये एवं खासे खाद्य पदार्थ, समोसे, जलेबी, चाशनी, खराब तेल नष्ट कराये गये।


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पार्वती के गेट खोले, धार चली

आष्टा 11 जुलाई (नि.सं.)। निश्चित समय से लगभग 1 माह बाद कल लगातार हो रही वर्षा से घबराकर आखिरकार नगर पालिका ने पार्वजी नदी पर लगी शटर खोलना शुरु कर दी।
गर्मी में जल संकट से निपटने के लिये रामपुरा डेम से आया पानी रोकने के लिये नगर पालिका ने शटर लगाई थी जो हर वर्ष निश्चित समय पर खोल दी जाती है लेकिन बराबर पपनास नदी पर फोरलेन का बन रहा पुल के कारण ऐसा नहीं हो पाया था और अब कल उक्त शटर खोली गई।

रुपये देने का बहाना करके छूट गया... नहीं दिये तो पुलिस ने चौराहे पर मारा

सीहोर 11 जुलाई (नि.सं.)। पुलिस द्वारा अक्सर कई चोर-उच्चक्के पकड़ाते रहते हैं। तरह-तरह के चोर पकड़ना और उनसे पुलिस द्वारा रुपये लेकर छोड़ देना आम बात है। कहा जाता है कि भारतीय पुलिस अगर चाहे तो पाताल से भी आरोपी को खोज लें लेकिन वो चाहती ही नहीं है, वो चाहती है सिर्फ सेटिंग, आराम और जेब खर्च ।
यहाँ सीहोर में कुछ दिन पूर्व एक मोटर चोर पकड़ा गया। उसने एक मोबाईल पर भी हाथ साफ कर दिया था। मोटर को लेकर तो जो होना था सो पुलिस ने किया लेकिन मोबाइल के लिये उससे दो पुलिस वालों ने सेटिंग करके छुड़वा दिया।
सेटिंग 100-200 की नहीं बल्कि 400 रुपये में हुई। चोर ने कहा कि मैं 400 रुपये 2-4 दिन में दे दूंगा और इस प्रकार छूटकर वह चला आया। लेकिन छूटने के बाद वह रुपया देने से बचता रहा। इस पर कल दो पुलिस वालों ने उसे नेहरु कालोनी चौराहे के पास पकड लिया।
पहले तो सीधे तरह से रुपये की बात की और फिर चकमा देने की नाराजी निकालते हुए यहीं उसकी अच्छी तरह ठुकाई कर दी, खूब मारा और मारकर चले गये। देखने वाले देखते रह गये पर आखिर माजरा क्या है....यह किसी के समझ नहीं आ सका।
भाई ये अंदर की बात है इसलिये आसानी से समझ नहीं आती।


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ये इंतजार करते रहे वो शादी में व्यस्त हो गये

सीहोर 11 जुलाई (नि.सं.)। चुनाव के एन वक्त पर वयोवृध्द भाजपा नेता (भाजपा के संत पुरुष) कैलाश जोशी सांसद सीहोर आने की घोषणा करने के बाद नहीं आये। यहाँ भाजपा कार्यकर्ता उनका इंतजार करते रह गये और वो वहाँ अन्य कार्यों में व्यस्त हो गये।
कल 10 जुलाई को श्री कैलाश जोशी भाजपा कार्यकर्ताओं की कुछ सुनने और कुछ अपनी सुनाने आने वाले थे, यहाँ कार्यकर्ता भी उनसे मिलकर अपनी समस्याएं बताने को उद्यत थे। लेकिन कल वो आये ही नहीं। पता चला कि संत पुरुष किसी वैवाहिक कार्यक्रम में व्यस्त हैं। अब देखते हैं वो कब आते हैं।


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राम को काल्पनिक बताने वाले रघुपति राघव जपने की नोटंकी कर रहे

जावर 11 जुलाई (नि.सं.)। प्रदेश के लोकप्रिय एवं जनजन के प्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर अनर्गल आरोप लगाने वाले एवं कानून का उल्लंधन करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने कार्य काल में प्रदेश को गत में ले जाने वाले एवं सामंतवाद की तानाशाही चलाने वाले दूसरों पर कीचड़ उछाल कर आग में धी डालने का काम कर रहे है।

उक्त आरोप लगाते हुए भाजपा जिला मंत्री बाबूलाल पटेल ने कहा कि जो लोग अभी तक राम को काल्पनिक बताते रहे है उनके मुंह से रधुपति राधव का जाप करना नोटंकी है। जिस कांग्रेस की सरकार ने अमरनाथ यात्रियों को सुविधा देने वाला श्राईन बोर्ड को भूमि संबंधी आदेश वापस लिया हो वह एक तरफ से आंतकवादियों के पक्ष में खड़ी है। ऐसी सरकार के नुमाइंदों को जनता का मंहगाई से ध्यान हटाकर एवं तृष्टिकरण द्वारा वोट के लिये झूठ का नाटक रचना पुरानी आदत रही है।

पटेल ने आगे कहा कि मुददा विहीन कांग्रेस जो कि सोनिया गांधी के इशारे पर कार्य कर रही है केन्द्र में बैठी इस सरकार से देश की अर्थ व्यवस्था को खतरा पैदा हो रहा है। मार्क्सवादी के सहारे चलने वाली केन्द्र सरकार को देश की संस्कृति और एकता से कोई लगाव नही है वह पाकिस्तानी कट्टर पंथियों के हाथों की कठपुतली बनी हुई है।



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10 रुपये स्टाम्प की कमी दूर की जाये

सीहोर 11 जुलाई (नि.सं.)। भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यक छात्र छात्राओं के शिक्षा क े लिये कई प्रकार की छात्रवृति दी जा रही है। उसके लिये छात्रों के पालकों द्वारा अपनी वार्षिक आय के लिये 10 रूपये के नान जूडिशियल स्टाम्प पर अपने आय का ब्यौरा देना होता हे उस 10 रू वाले स्टाम्प की आष्टा मे कमी हे। उसका लाभ उठा कर स्टाम्प वेन्डर 10 के बजाय 20 रूपये का स्टाम्प दे रहे हे। उसने काला बाजारी करके 25 रू वसूल कर रहे हे।

इस प्रकार स्टाम्प वेन्डर गरीब छात्रों का आर्थिक शोषण कर रहे है। इस बार छात्रवृत्ति चाहने वाले छात्रों की संख्या करीब 2 हजार है और आष्टा मे 10 रू वाले स्टाम्प उपलब्ध नही हे कृपया अपने स्तर प्रयास करके 10 रू वाले स्टाम्प की व्यवस्था अतिशीघ्र करने का प्रयास करें क्योंकि पिछड़ा वर्ग संचालनाय में फार्म जमा होने की आखिरी तारिख 31 जुलाई है। उक्त मांग मे एक ज्ञापन मिर्जा हकीम बैग ने अल्पसंख्यक आयोग म.प्र.एवं कलेक्टर सीहोर को भेजा है।



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