सीहोर 4 अप्रैल (नि.सं.)। आश्चर्य किन्तु सत्य। भ्रष्टाचार की सिरमोर बनी नगर पालिका में एक और नया कारनामा सामने आया है। हालांकि पानी को लेकर भ्रष्टाचार की नर्वदा बहाने वाली सीहोर की नगर पालिका इस वर्ष भी लाखों रुपयों का खेल तो अभी तक कर ही चुकी है।
आगे भी पानी के नाम पर लाखों रुपये का खेल जारी है, लेकिन जिस नगर पालिका अध्यक्ष ने इस वर्ष सूखी होली मनाने की बात नगर के नागरिकों से की थी और होली दहन स्थल पर कं डे तक नहीं दिये गये थे जिस नगर पालिका ने एकम, दूज और पंचमी पर पानी तक वितरण नहीं कराया था, जिस नगर पालिका में दूज के दिन पानी वितरण नहीं होने के कारण नाराज हुरियारों ने गदर किया था, टंकी पर नारेबाजी हुई थी उसी नगर पालिका में होली पर जल वितरण के नाम पर लाखों रुपये के बिल बन गये हैं बल्कि इतना ही नहीं रंग-गुलाल के नाम पर भी बिल बना दिये गये हैं।
नगर पालिका ने इस वर्ष रंग पंचमी पर जल वितरण तक नहीं किया था बल्कि टंकी से पूरे नगर में भी जल वितरण नहीं हुआ था, इतना ही नहीं जुलूस के आगे-आगे चलने वाले टैंकर तक इस वर्ष नहीं चलाये जाने के कारण जुलूस का पर्याप्त स्वागत नहीं हुआ था और मोहल्ले के होली उत्सव समितियों ने अपने रुपये खर्च कर पानी खरीदा था और होली मनाई थी। जब पानी ही नहीं वितरण किया गया तो इस नगर पालिका से रंग-गुलाल की अपेक्षा करना ही बेमानी है।
ऐसे में सूत्रों का कहना है कि नगर पालिका में होली को भी नहीं छोड़ा गया है, भ्रष्टाचार करने के लिये होली का सहारा लेकर एक-दो लाख रुपये का बड़ा खेल सब मिलजुलकर कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि 52 हजार रुपये का जल वितरण सूखी रंगपंचमी पर किये जाने का एक बिल बनाकर नगर पालिका में लगा दिया गया है इसकी बकायदा फाईल बन गई है जिसमें कुछ महत्वपूर्ण लोगों ने हर बार की तरह सेटिंग करके फाईल निकाली है। इतना ही नहीं 50 हजार का रंग गुलाल का भी बिल नगर पालिका में लगा है जबकि रंग-गुलाल नगर में वितरित ही नहीं हुई है। नगर पालिका में इस प्रकार 1-2 लाख रुपये के निकल जायेंगे जबकि नागरिकों को सुविधा मिली ही नहीं है। जबकि सूत्रों का कहना है कि ऐसे फर्जी बिलों व फाईलों का आडिट भी हो चुका है।
Saturday, April 5, 2008
सीहोर में बड़े-बड़े दावों की पोल खुली, नगर में मच रही पानी को लेकर हायतौबा
सीहोर 4 अप्रैल (नि.सं.)। बड़े-बड़े दावों के साथ स्थानीय प्रशासन जिला प्रशासन और स्वयं विधायक सीहोर आये दिन शहर के नागरिकों को शुध्द पेयजल उपलब्ध कराने की बात तो कर रहे है। नगर पालिका अध्यक्ष क्षेत्र में प्रति सप्ताह एक बार पानी मुहैया कराने के लिये नलों से पानी सप्लाय करने की बात कह रहे हैं वहीं विधायक सक्सेना की और से आये दिन पेयजल संकट से वाशिंदों को निजात दिलाने के लिये भारी भरकर विज्ञप्तियों का प्रसारण किया जा रहा है तो जिला प्रशासन टैंकरों से नागरिकों को पानी प्रदाय करने के दावे करने में थक नहीं रहा है।
जबकि दूसरी और शहर का आम आदमी पानी के लिये स्वयं ही जद्दोजहद कर रहा है। किसी नागरिक के घर टयूबवेल आज अच्छी स्थित में है तो क्षेत्र के रहवासियों की भीड़ वहाँ टूटती दिखाई देती है। आराकस मोहल्ले में एक स्थान पर टयूबवेल में पानी होने से उस क्षेत्र के नागरिक वहाँ से पानी लेकर अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने लगे हैं।
जिस व्यक्ति का यह टयूबवेल है वह भी इसे अपना कर्तव्य समझकर लोगों की प्यास बुझाने में सहयोग कर रहा है। इस स्थान पर सायं होते ही 400 से अधिक केन लाईन से रखी हुई दिखाई देती हैं। अमूमन यह नजारा प्रतिदिन शहर के कई हिस्सों में दिखाई देता है।
पानी की हायतौबा और दो केन पानी के लिये जद्दोजहद से अब्दुरहीम खानखाना की यह पंक्तियाँ बरबस होठों पर आ जाती हैं, रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून, जिला मुख्यालय पर पानी की किल्लत को देखते हुए नागरिकों को शुध्द पेयजल उपलब्ध कराने के सारे दावे थोथे दिखाई देने लगे हैं।
कहीं पानी के लिये भीड़-भाड़ तो कहीं पानी के लिये लट्ठम-लट्ठा जैसे हालात होने लगे हैं। विगत दिवस नमक चौराहे पर पानी भरने की बात पर विवाद इतना बड़ा की बात मारपीट पर पहुँच गई। वाद में मामला पुलिस तक भी पहुँचा। कार्यवाही क्या हुई इसका किसी को पता नहीं।
कल कस्बे के अंदर एक क्षेत्र में सार्वजनिक हेण्डपंप पर पानी भर रहे दो बच्चों के बर्तन उठाकर दो स्थानीय दादा किस्म के पहलवानों ने फेंक दिये। इसके बाद यहाँ तनाव बन गया। इस हेण्डपंप पर भी इनका एक तरह से कब्जा हो गया है। उनकी मर्जी के बिना कोई पानी भर नहीं सकता।
गंज में विगत कुछेक वर्ष से कुछ स्थानों पर हेण्डपंप में ताले लगाने की प्रथा भी विद्यमान हो ही चुकी है, जहाँ सर्वाधिक तनाव रहता है तो सिर्फ पानी भरने को लेकर। पानी के लिये यह तो आगाज है अंजाम ऊपर वाला ही जाने। विगत वर्षों इसी शहर में पानी बंदूकों के साये में वितरित करने के लिये प्रशासन को मजबूर होना पड़ा था और सीहोर सम्पूर्ण देश में प्रचारित भी हुआ था।
प्रशासन कहता है कि जरुरत मंदों को उनके क्षेत्र में टैंकर से पानी भेज रहे हैं लेकिन टैंकर तो प्रभावशाली लोगों के क्षेत्र में ही पहुँच कर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि पानी के लिये भटकते गरीब तबके के लोग परिवार सहित जिंदा जल स्त्रोतों की तलाश में अपनी सायकिल हाथ ठेलों पर पानी की कुप्पी लटकाये भटकते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं। शहर में जल संकट समाप्त करने की कवायद में अभी तक तीन-चार जगह विधायक के प्रयासो से हाइड्रोलिक बोर कराए जा चुके हैं। कहते हैं इन कराए गए वोरों में 3 से 5 इंच पानी भरपूर मात्रा में निकला है तो इसके बाद भी जल संकट बदस्तूर क्यों जारी है। यह बोर जिन क्षेत्रों में कराए गए हैं वहाँ के रहने वाले क्याें ? इधर-उधर से पानी की जुगाड़ कर रहे हैं यह विचारणीय प्रश् है जो व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।
जबकि दूसरी और शहर का आम आदमी पानी के लिये स्वयं ही जद्दोजहद कर रहा है। किसी नागरिक के घर टयूबवेल आज अच्छी स्थित में है तो क्षेत्र के रहवासियों की भीड़ वहाँ टूटती दिखाई देती है। आराकस मोहल्ले में एक स्थान पर टयूबवेल में पानी होने से उस क्षेत्र के नागरिक वहाँ से पानी लेकर अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने लगे हैं।
जिस व्यक्ति का यह टयूबवेल है वह भी इसे अपना कर्तव्य समझकर लोगों की प्यास बुझाने में सहयोग कर रहा है। इस स्थान पर सायं होते ही 400 से अधिक केन लाईन से रखी हुई दिखाई देती हैं। अमूमन यह नजारा प्रतिदिन शहर के कई हिस्सों में दिखाई देता है।
पानी की हायतौबा और दो केन पानी के लिये जद्दोजहद से अब्दुरहीम खानखाना की यह पंक्तियाँ बरबस होठों पर आ जाती हैं, रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून, जिला मुख्यालय पर पानी की किल्लत को देखते हुए नागरिकों को शुध्द पेयजल उपलब्ध कराने के सारे दावे थोथे दिखाई देने लगे हैं।
कहीं पानी के लिये भीड़-भाड़ तो कहीं पानी के लिये लट्ठम-लट्ठा जैसे हालात होने लगे हैं। विगत दिवस नमक चौराहे पर पानी भरने की बात पर विवाद इतना बड़ा की बात मारपीट पर पहुँच गई। वाद में मामला पुलिस तक भी पहुँचा। कार्यवाही क्या हुई इसका किसी को पता नहीं।
कल कस्बे के अंदर एक क्षेत्र में सार्वजनिक हेण्डपंप पर पानी भर रहे दो बच्चों के बर्तन उठाकर दो स्थानीय दादा किस्म के पहलवानों ने फेंक दिये। इसके बाद यहाँ तनाव बन गया। इस हेण्डपंप पर भी इनका एक तरह से कब्जा हो गया है। उनकी मर्जी के बिना कोई पानी भर नहीं सकता।
गंज में विगत कुछेक वर्ष से कुछ स्थानों पर हेण्डपंप में ताले लगाने की प्रथा भी विद्यमान हो ही चुकी है, जहाँ सर्वाधिक तनाव रहता है तो सिर्फ पानी भरने को लेकर। पानी के लिये यह तो आगाज है अंजाम ऊपर वाला ही जाने। विगत वर्षों इसी शहर में पानी बंदूकों के साये में वितरित करने के लिये प्रशासन को मजबूर होना पड़ा था और सीहोर सम्पूर्ण देश में प्रचारित भी हुआ था।
प्रशासन कहता है कि जरुरत मंदों को उनके क्षेत्र में टैंकर से पानी भेज रहे हैं लेकिन टैंकर तो प्रभावशाली लोगों के क्षेत्र में ही पहुँच कर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि पानी के लिये भटकते गरीब तबके के लोग परिवार सहित जिंदा जल स्त्रोतों की तलाश में अपनी सायकिल हाथ ठेलों पर पानी की कुप्पी लटकाये भटकते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं। शहर में जल संकट समाप्त करने की कवायद में अभी तक तीन-चार जगह विधायक के प्रयासो से हाइड्रोलिक बोर कराए जा चुके हैं। कहते हैं इन कराए गए वोरों में 3 से 5 इंच पानी भरपूर मात्रा में निकला है तो इसके बाद भी जल संकट बदस्तूर क्यों जारी है। यह बोर जिन क्षेत्रों में कराए गए हैं वहाँ के रहने वाले क्याें ? इधर-उधर से पानी की जुगाड़ कर रहे हैं यह विचारणीय प्रश् है जो व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।
आष्टा में बेग चुराकर भागे युवक को यातायात पुलिस ने पकड़ा
आष्टा 4 अप्रैल (नि.प्र.)। कल आष्टा नये बस स्टेण्ड पर तैनात यातायात पुलिस के जवान गीतमसिंह ने राज्य परिवहन निगम की भोपाल शिर्डी बस के चालक का बेग चुराकर भागे एक युवक को मुखविर की सूचना पर नदी किनारें एक चाय की दुकान पर पकड़ा चुराकर ले गये बेग में परिचालक का लाइसेंस कागजात एवं 1720 रुपये नगदी थे । बाद में आष्टा थाने में परिचालक ओ.पी.सेन आ. गणेश राम सेन निवासी गंजबासौदा ने थाने में रिर्पोट दर्ज कराई । प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल शिर्डी बस खराब हो जाने के कारण उक्त बस का परिचालक श्री सेन अपना बेग एक अन्य बस की सीट पर रखकर खड़ा था तभी एक युवक जिसका नाम मुकेश सिलावट निवासी मुकेरी मोहल्ला सीहोर ने मौका पाया और बेग लेकर भाग गया भाग कर नदी किनारे एकचाय की होटल पर पहुंचा और बेग की जांच करने लगा तभी मुखविर की निगाह पड़ी उसने तत्काल यातायात पुलिस के जवान गीतमसिंह को खबर दी कि गीतमसिंह वहां पहुंचा और उसे दबोचा उससे पूछा यह बेग किसका है तो बताया कि मेंरे दोस्त का शंका होने पर गीतमसिंह ने अपने साथी बनेसिंह, लाड़सिंह, गजराज को बुला लिया और उक्त युवक को पकड़कर चौकी ले आये । बाद में चोर युवक ने बताया कि मुझे किसी के 3 हजार रुपये अर्जेन्ट में देना है इसलिए मैनें आज पहली बार चौरी की है और इस तरह पहली बार चौरी करने वाला अनाड़ी चौर पुलिस के हत्थे चढ़ गया और थाने में पहुंच गया ।
आष्टा में सदल-बल के पहुँचकर वर्षों पुराना अतिक्रमण हटाया, पत्रकारों ने प्रशासन को दिया धन्यवाद
आष्टा 4 अप्रैल (नि.सं.)। आष्टा नगर के वार्ड क्रं.8 में वरिष्ठ पत्रकार मंजूर खां के काजीपुरा स्थित मकान के सामने किया गया अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर पिछले दिनों नगर के सभी पत्रकारों ने स्थानीय प्रशासन को एक ज्ञापन दिया था समय सीमा खत्म होने पर कल पत्रकारों ने सामूहिक रुप से तहसील के सामने धरना दिया।
पत्रकारों के मैदान में आने के बाद कल शाम को प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि आज सुबह अतिक्रमण हटा देंगे धरना समाप्त कर दें। प्रशासन के आश्वासन पर धरना स्थगित किया। आज प्रात: प्रशासन अपने वादे के मुताबिक सादल बल के जिसमें राजस्व, नगर पालिका, पुलिस, महिला पुलिस बड़ी संख्या में जे.सी.बी. मशीन के साथ पहुँचे और अतिक्रमण हटा दिया। खबर है कि अतिक्रमण कर्ताओं की और से हल्का जब विरोध किया तो उन्हे उनकी भाषा में समझाया। प्रशासन ने पूरा अतिक्रमण हटा दिया। कामरेड मंजूर खां ने सहयोग दिये जाने एवं उनकी समस्या को हल करवाने में सहयोग देने वाले श्रमजीवी पत्रकार संघ, आंचलिक पत्रकार संघ, प्रेस क्लब सहित सभी संगठनों के पत्रकार साथियों का आभार व्यक्त किया। वहीं श्रमजीवी पत्रकार संघ के ब्लाक अध्यक्ष रऊपलाला ब्लाक पत्रकार संघ के सैयद नवाब अली, सुधीर पाठक आदि ने सभी का सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया।
पत्रकारों के मैदान में आने के बाद कल शाम को प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि आज सुबह अतिक्रमण हटा देंगे धरना समाप्त कर दें। प्रशासन के आश्वासन पर धरना स्थगित किया। आज प्रात: प्रशासन अपने वादे के मुताबिक सादल बल के जिसमें राजस्व, नगर पालिका, पुलिस, महिला पुलिस बड़ी संख्या में जे.सी.बी. मशीन के साथ पहुँचे और अतिक्रमण हटा दिया। खबर है कि अतिक्रमण कर्ताओं की और से हल्का जब विरोध किया तो उन्हे उनकी भाषा में समझाया। प्रशासन ने पूरा अतिक्रमण हटा दिया। कामरेड मंजूर खां ने सहयोग दिये जाने एवं उनकी समस्या को हल करवाने में सहयोग देने वाले श्रमजीवी पत्रकार संघ, आंचलिक पत्रकार संघ, प्रेस क्लब सहित सभी संगठनों के पत्रकार साथियों का आभार व्यक्त किया। वहीं श्रमजीवी पत्रकार संघ के ब्लाक अध्यक्ष रऊपलाला ब्लाक पत्रकार संघ के सैयद नवाब अली, सुधीर पाठक आदि ने सभी का सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया।
जावर में नवरात्रि पर्व की तैयारी जोरों पर, बगोई माता मंदिर पर लगेगा भव्य मेला
जावर 4 अप्रैल (नि.सं.)। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र का पर्व उत्सव से मनाये जाने के लिये नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में तैयारियाँ चल रही है इन नौ दिनों में माँ के भक्त अपने-अपने ढंग से माँ की आराधना करेंगे।
ग्राम अतरालिया जावर में स्थित बगोई माता मंदिर पर चैत्र नवरात्रि का पर्व उत्साह से मनाये जाने के लिये ग्राम लोग तैयारी कर रहे हैं। आयोजन समिति के सदस्य विजेन्द्र सिंह ने बताया कि चैत्र नवरात्रि पर्व के दौरान बगोई माता मंदिर पर भव्य मेला एवं प्रवचन का आयोजन किया गया है। सात अप्रैल को ध्वजारोहण कलश स्थापना एवं पूजन किया जायेगा। दस अप्रैल से प्रवचन शुरु होंगे। प्रवचन पं. कैलाश चन्द्र व्यास ढाबलाराय के होंगे। प्रवचन का समय 3.30 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। 14 अप्रेल नवरात्रि के समापन पर हवन पूजन के साथ कन्या भोजन के साथ ही प्रसादी वितरण की जायेगी। बगोई माता मंदिर पर चैत्र नवरात्रि पर्व पर होने वाले प्रवचन कार्यक्रम एवं माता के दर्शन लाभ लेने की अपील समिति ने लोगों से की है।
ग्राम अतरालिया जावर में स्थित बगोई माता मंदिर पर चैत्र नवरात्रि का पर्व उत्साह से मनाये जाने के लिये ग्राम लोग तैयारी कर रहे हैं। आयोजन समिति के सदस्य विजेन्द्र सिंह ने बताया कि चैत्र नवरात्रि पर्व के दौरान बगोई माता मंदिर पर भव्य मेला एवं प्रवचन का आयोजन किया गया है। सात अप्रैल को ध्वजारोहण कलश स्थापना एवं पूजन किया जायेगा। दस अप्रैल से प्रवचन शुरु होंगे। प्रवचन पं. कैलाश चन्द्र व्यास ढाबलाराय के होंगे। प्रवचन का समय 3.30 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। 14 अप्रेल नवरात्रि के समापन पर हवन पूजन के साथ कन्या भोजन के साथ ही प्रसादी वितरण की जायेगी। बगोई माता मंदिर पर चैत्र नवरात्रि पर्व पर होने वाले प्रवचन कार्यक्रम एवं माता के दर्शन लाभ लेने की अपील समिति ने लोगों से की है।
मांगे नहीं मानी तो मंडी के हम्माल हड़ताल पर जायेंगे
आष्टा 4 अप्रैल (नि.सं.)। आष्टा कृषि उपज मण्डी में कार्यरत हम्माल मजदूर संघ ने घोषणा की है कि अगर 7 अप्रैल सोमवारह्व से कांटे से बोरा उतारने की हम्माली 3 रुपया नहीं की तो सभी हम्माल अनिश्चिकालीन हड़ताल पर जायेंगे।
4 अप्रैल को आष्टा मण्डी प्रांगण में हम्माल मजदूर संघ की एक बैठक भारतीय हम्माल मजदूर संघ के प्रांतीय सचिव कमलेश कुशवाह के मुख्य आतिथ्य एवं आष्टा के अध्यक्ष भगवान दास कुशवाह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक को संबोधित करते हुए कमलेश कुशवाह ने कहा कि संगठन में ही शक्ति होती है। हम सभी को एकजुट रहकर कार्य करना चाहिऐ अगर संगठन मजबूत होगा तो कोई भी हमारा शोषण नहीं कर पायेगा।
आष्टा का संगठन अच्छा कार्य कर रहा है। बैठक में पप्पु कुशवाह को पैर के इलाज के लिये संघ की और से 500 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है इस अवसर पर एक समिति भी बनाई जिसमें हम्माल संघ के पप्पु जाट, मुकेश रैकवाल, मदर मेवाड़ा, सुवागमल मेवाड़ा, घनश्याम कुशवाह, मेहरबान मेवाड़ा, रतन मालवीय, दयाराम मालवीय, नत्थे खां, मुकेश मालवीय को शामिल किया गया है।
हम्माल मजदूर संघ के अध्यक्ष भगवान दास कुशवाह ने बताया कि मंडी में हमारे हम्माल और कृषक हम्माल बराकर का कार्य और मेहनत कर रहे हैं इसके बदले उन्हे अधिक हम्माली और हमें कम हम्माली मिल रही है। हमने अपनी उक्त मांग की सूचना व्यापारी संघ की और मंडी समिति को दे दी है। इस संबंध में मंडी सचिव छोटू खान ने बताया कि हमें भी सूचना मिल गई है। आज व्यापारियों के साथ संघ की बैठक है विश्वास है हल निकल जायेगा। मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष नवनीत संचेती ने बताया कि हमें सूचना मिली है हमने उन्हे वर्तमान दर में 12 प्रतिशत वृध्दि का बोल दिया है वे 3 रुपया मांग रहे हैं जो संभव नहीं है इस संबंध में हम्माल मजदूर संघ के साथ आज बैठक है उसमें चर्चा करेंगे।
4 अप्रैल को आष्टा मण्डी प्रांगण में हम्माल मजदूर संघ की एक बैठक भारतीय हम्माल मजदूर संघ के प्रांतीय सचिव कमलेश कुशवाह के मुख्य आतिथ्य एवं आष्टा के अध्यक्ष भगवान दास कुशवाह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक को संबोधित करते हुए कमलेश कुशवाह ने कहा कि संगठन में ही शक्ति होती है। हम सभी को एकजुट रहकर कार्य करना चाहिऐ अगर संगठन मजबूत होगा तो कोई भी हमारा शोषण नहीं कर पायेगा।
आष्टा का संगठन अच्छा कार्य कर रहा है। बैठक में पप्पु कुशवाह को पैर के इलाज के लिये संघ की और से 500 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है इस अवसर पर एक समिति भी बनाई जिसमें हम्माल संघ के पप्पु जाट, मुकेश रैकवाल, मदर मेवाड़ा, सुवागमल मेवाड़ा, घनश्याम कुशवाह, मेहरबान मेवाड़ा, रतन मालवीय, दयाराम मालवीय, नत्थे खां, मुकेश मालवीय को शामिल किया गया है।
हम्माल मजदूर संघ के अध्यक्ष भगवान दास कुशवाह ने बताया कि मंडी में हमारे हम्माल और कृषक हम्माल बराकर का कार्य और मेहनत कर रहे हैं इसके बदले उन्हे अधिक हम्माली और हमें कम हम्माली मिल रही है। हमने अपनी उक्त मांग की सूचना व्यापारी संघ की और मंडी समिति को दे दी है। इस संबंध में मंडी सचिव छोटू खान ने बताया कि हमें भी सूचना मिल गई है। आज व्यापारियों के साथ संघ की बैठक है विश्वास है हल निकल जायेगा। मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष नवनीत संचेती ने बताया कि हमें सूचना मिली है हमने उन्हे वर्तमान दर में 12 प्रतिशत वृध्दि का बोल दिया है वे 3 रुपया मांग रहे हैं जो संभव नहीं है इस संबंध में हम्माल मजदूर संघ के साथ आज बैठक है उसमें चर्चा करेंगे।
आष्टा-जावर को चाहिये फायर बिग्रेड, 302 ग्रामों के लिए केवल एक फायर बिग्रेड है
आष्टा 4 अप्रैल (नि.प्र.)। जैसे-तैसे समय बीतता जा रहा है क्षैत्रफल की दृष्टि से आष्टा क्षैत्र का रहवासी क्षैत्र, कृषि का रकबा, व्यापार-व्यवसाय, व्यापारियों की संख्या में भी लगातार इजाफा होता जा रहा है जबकि सुविधाएं जस की तस ही है । मार्च माह से क्षैत्र में गर्मी का पारा धीरे-धीरे चढ़ने लगा है ।
ग्रीष्म ऋतु के आते ही आगजली की घटनाओं में भी वृद्धि शुरू हो गई है । अभी गर्मी शुरू हुए मात्र लगभग एक माह ही हुआ है लेकिन इस दौरान अभी तक क्षैत्र में आगजली की लगभग 20 घटनाएं विभिन्न ग्रामों में घट चुकी है । जिसमें लाखों का नुकसान हो चुका है । वही 2-3 दिन पूर्व ग्राम कुमकावदा ग्राम में जिस गरीब की टपरी में आग लगी थी उसके तो खानेद के ही लाले पड़ गये है साथ ही उसकी एक भैस और एक केडा जल कर मर गया । आष्टा तहसील में कुल 302 ग्राम है जिसमें 288 राजस्व ग्राम है तथा 14 वन ग्राम है क्षैत्रफल भी अगर देखा जाये तो आष्टा से जो अन्य ग्राम बसे है ।
अनकी दुरी 30 से 40 कि.मी. दूर तक हैं । इतनी बड़ी तहसील में गर्मी के इस सीजन में जब आगजली की घटनाओं में इजाफा होता है। आग बुझाने के लिए केवल आष्टा नगर पालिका के पास एक मात्र बुढ़ा फायर-बिग्रेड और उसमें टूटे फूटे पाइप है। जो जनसंख्या, ग्राम एवं क्षैत्रफल के मान से अप्रर्याप्त है । जिले की इस सबसे बड़ी तहसील मुख्यालय पर स्थित आष्टा नगरपालिका को एक नई फायर बिग्रेड जो आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हो की अति आवश्यकता है । साथ ही जावर नगर पंचायत को भी एक नई फायर बिग्रेड शासन को मुहैया कराना चाहिये क्योंकि जावर जो की टप्पा है इसके आसपास भी लगभग 75 ग्राम लगते है । जो जावर से काफी नजदीक होते है आष्टा नगर पालिका के पास वर्तमान में जो फायर बिग्रेड है वो बुढी हो चुकी है ।
सन् 1991 में आष्टा नगर पालिका को उक्त फायर बिग्रेड मिली थी 17 साल में उक्त फायर बिग्रेड निश्चित बुढ़ी हो गई है । आष्टा नगर पालिका के पास वर्तमान में जो फायर बिग्रेड है समय आने पर जब भी कहीं आस-पास कोई बड़ी घटना दुर्घटना घटित होती है तो यह वहां भी पहुँचती है जब कोई वी.आई.पी. हेलिकाप्टर से आते है तो इसकी सेवा हेलिपेड पर भी लगाई जाती है व अन्य कार्यो में भी समय-समय पर इसका प्रयोग होता रहता है । अभी गर्मी का सीजन शुरू हुए लगभग एक माह का समय ही हुआ इस दौरान क्षैत्र में 20 स्थानों पर आगजली की घटना घटी है । आगजली की सूचना मिलते ही उक्त फायर बिग्रेड आष्टा से आग से प्रभावित ग्रामों में पहुंची और अपनी सेवा दी।
जब उक्त वाहन किसी दुरस्त ग्राम में आग बुझाने जाती है तो आष्टा फायर बिग्रेड विहिन हो जाता है । ऐसे में अगर और कहीं आगजनी की घटना घट जायें और सूचना आ जाये तो फिर क्या भेजे। इसलिए आष्टा को अब एक और फायर बिग्रेड की अति आवश्यकता है । मांग को ध्यान में लेकर इस मांग को पुरी की जाना चाहिये । वही जावर नगर पंचायत को भी अब एक फायर बिग्रेड सरकार को उपलब्ध कराना चाहिये क्योंकि जावर का क्षैत्रफल भी अब काफी बढ़ गया है ।
इन स्थानों पर लगी आग
एक मार्च से तीन मार्च तक आष्टा नगर के अलावा पगरिया चौर, खोयरा, खेडियो, आमलाजोड, हकीमाबाद, मेहतवाड़ा, खडीहाट, अरनिया गाजी, जताखेड़ा, भरोनी मुगली, भमूरा, चुपाड़िया, शांतिनगर, गऊखेड़ी, सहित नगर के अन्य क्षैत्रों में आगजनी की घटनाएं घटी है ।
हमने नई फायर ब्रिगेड के लिये शासन को प्रस्ताव भेजा है - कैलाश
आष्टा। नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश परमार ने इस संबंध में फुरसत को बताया कि वर्तमान में जो फायर ब्रिगेड है वो 1991 में शासन से आष्टा नगर पालिका को प्राप्त हुई थी वो अब काफी पुरानी हो गई है। आष्टा नगर पालिका परिषद ने 10 मार्च 05 को एक प्रस्ताव राय शासन को नई फायर ब्रिगेड आष्टा नगर पालिका को देने हेतु भेजा है लेकिन अभी तक शासन की और से कोई सकारात्मक रुख नजर नहीं आया है। शीघ्र पुन: शासन को एक और पत्र पुराने भेजे पत्र का स्मरण कराते हुए लिखेंगे। वर्तमान में आष्टा नगर पालिका को एक और नई फायर ब्रिगेड की आवश्यकता है इसमें कोई दो मत नहीं है।
ग्रीष्म ऋतु के आते ही आगजली की घटनाओं में भी वृद्धि शुरू हो गई है । अभी गर्मी शुरू हुए मात्र लगभग एक माह ही हुआ है लेकिन इस दौरान अभी तक क्षैत्र में आगजली की लगभग 20 घटनाएं विभिन्न ग्रामों में घट चुकी है । जिसमें लाखों का नुकसान हो चुका है । वही 2-3 दिन पूर्व ग्राम कुमकावदा ग्राम में जिस गरीब की टपरी में आग लगी थी उसके तो खानेद के ही लाले पड़ गये है साथ ही उसकी एक भैस और एक केडा जल कर मर गया । आष्टा तहसील में कुल 302 ग्राम है जिसमें 288 राजस्व ग्राम है तथा 14 वन ग्राम है क्षैत्रफल भी अगर देखा जाये तो आष्टा से जो अन्य ग्राम बसे है ।
अनकी दुरी 30 से 40 कि.मी. दूर तक हैं । इतनी बड़ी तहसील में गर्मी के इस सीजन में जब आगजली की घटनाओं में इजाफा होता है। आग बुझाने के लिए केवल आष्टा नगर पालिका के पास एक मात्र बुढ़ा फायर-बिग्रेड और उसमें टूटे फूटे पाइप है। जो जनसंख्या, ग्राम एवं क्षैत्रफल के मान से अप्रर्याप्त है । जिले की इस सबसे बड़ी तहसील मुख्यालय पर स्थित आष्टा नगरपालिका को एक नई फायर बिग्रेड जो आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हो की अति आवश्यकता है । साथ ही जावर नगर पंचायत को भी एक नई फायर बिग्रेड शासन को मुहैया कराना चाहिये क्योंकि जावर जो की टप्पा है इसके आसपास भी लगभग 75 ग्राम लगते है । जो जावर से काफी नजदीक होते है आष्टा नगर पालिका के पास वर्तमान में जो फायर बिग्रेड है वो बुढी हो चुकी है ।
सन् 1991 में आष्टा नगर पालिका को उक्त फायर बिग्रेड मिली थी 17 साल में उक्त फायर बिग्रेड निश्चित बुढ़ी हो गई है । आष्टा नगर पालिका के पास वर्तमान में जो फायर बिग्रेड है समय आने पर जब भी कहीं आस-पास कोई बड़ी घटना दुर्घटना घटित होती है तो यह वहां भी पहुँचती है जब कोई वी.आई.पी. हेलिकाप्टर से आते है तो इसकी सेवा हेलिपेड पर भी लगाई जाती है व अन्य कार्यो में भी समय-समय पर इसका प्रयोग होता रहता है । अभी गर्मी का सीजन शुरू हुए लगभग एक माह का समय ही हुआ इस दौरान क्षैत्र में 20 स्थानों पर आगजली की घटना घटी है । आगजली की सूचना मिलते ही उक्त फायर बिग्रेड आष्टा से आग से प्रभावित ग्रामों में पहुंची और अपनी सेवा दी।
जब उक्त वाहन किसी दुरस्त ग्राम में आग बुझाने जाती है तो आष्टा फायर बिग्रेड विहिन हो जाता है । ऐसे में अगर और कहीं आगजनी की घटना घट जायें और सूचना आ जाये तो फिर क्या भेजे। इसलिए आष्टा को अब एक और फायर बिग्रेड की अति आवश्यकता है । मांग को ध्यान में लेकर इस मांग को पुरी की जाना चाहिये । वही जावर नगर पंचायत को भी अब एक फायर बिग्रेड सरकार को उपलब्ध कराना चाहिये क्योंकि जावर का क्षैत्रफल भी अब काफी बढ़ गया है ।
इन स्थानों पर लगी आग
एक मार्च से तीन मार्च तक आष्टा नगर के अलावा पगरिया चौर, खोयरा, खेडियो, आमलाजोड, हकीमाबाद, मेहतवाड़ा, खडीहाट, अरनिया गाजी, जताखेड़ा, भरोनी मुगली, भमूरा, चुपाड़िया, शांतिनगर, गऊखेड़ी, सहित नगर के अन्य क्षैत्रों में आगजनी की घटनाएं घटी है ।
हमने नई फायर ब्रिगेड के लिये शासन को प्रस्ताव भेजा है - कैलाश
आष्टा। नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश परमार ने इस संबंध में फुरसत को बताया कि वर्तमान में जो फायर ब्रिगेड है वो 1991 में शासन से आष्टा नगर पालिका को प्राप्त हुई थी वो अब काफी पुरानी हो गई है। आष्टा नगर पालिका परिषद ने 10 मार्च 05 को एक प्रस्ताव राय शासन को नई फायर ब्रिगेड आष्टा नगर पालिका को देने हेतु भेजा है लेकिन अभी तक शासन की और से कोई सकारात्मक रुख नजर नहीं आया है। शीघ्र पुन: शासन को एक और पत्र पुराने भेजे पत्र का स्मरण कराते हुए लिखेंगे। वर्तमान में आष्टा नगर पालिका को एक और नई फायर ब्रिगेड की आवश्यकता है इसमें कोई दो मत नहीं है।
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