Monday, November 10, 2008

गोपाल को भोपाल जाने में है कई रोड़े

आष्टा 9 नवम्बर (नि.प्र.)। लम्बे समय से आष्टा विधान सभा क्षेत्र के मतदाताओं से जीत कर आष्टा भोपाल जाने के लिए कांग्रेस के नेता गोपालसिंह चौहान भोपाल से ज्यादा समय आष्टा में बीता रहे थे कांग्रेस की घोषित दूसरी सूची में आष्टा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी की मंशा अनुरूप गोपाल सिंह को प्रत्याशी बनाया गया। गोपाल सिंह के नाम की घोषणा होते ही कांग्रेस में जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार समर्थक छोड़कर सभी दावेदारों और उनके नेताओं में नाराजी छा गई ।

      गोपाल सिंह के अलावा आष्टा विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ओर से बापूलाल मालवीय, एच.आर. परमाल, डा. हेमंत वर्मा, महाराज ज्योतिरादित्य की ओर से पूर्व विधायक अजीत सिंह, यूथ कांग्रेस की ओर से घनश्याम जांगडा सहित बंशीलाल धनवाल सहित लगभग 19-20 दावेदार आष्टा से भोपाल दिल्ली तक प्रयास में लगे थे लेकिन सभी दावेदार और उनके नेताओं को पचौरी ने ऐसी पटकनी दी कि उनकी आवाज भी नहीं निकली। जिसे कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है वो आष्टा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मुल्लानी के रहने वाले है जन्म इनका यहीं का है लेकिन उनकी कर्मभूमि भोपाल ही रही है यही कारण है कि गोपालसिंह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं आष्टा के मतदाताओं के लिए एक नया और अनजान चेहरा माना जा रहा है वही गोपाल सिंह पर पचौरी परमार नाम का ठप्पा भी लगा है जो कांग्रेस के अन्य गुटों को रास नहीं आ रहा है नाम घोषित होने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय का शुभारंभ हुआ। जिसमें कांग्रेस की एकता दिखाने के पूरे प्रयास किये लेकिन क्या जो एकता दिखाई गई है वो पूरे चुनाव में नजर आयेगी इसको लेकर एक प्रश् चिन्ह खडा है।

      गोपाल सिंह को कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार घोषित किये जाने से आष्टा क्षेत्र के उन सभी दावेदारों और कार्यकर्ताओं में नाराजी का एक प्रमुख जो कारण उभरकर एवं चर्चाओं के माध्यम से सामने आया वो यह की कांग्रेस के लिए संघर्ष हम करें, काम हम करें, झंडे बेनर हम लगाये, डंडे हम खाये, प्रकरण हम पर दर्ज हो यहां तक की एक कार्यकर्ता का तो यह भी कहना था कि कांग्रेस के बेनर तले जनता की समस्याओं को उठाने के लिए जिला बदर हमारा साथी हो और जब टिकिट की बात आये तो जिसने कांग्रेस के लिए कुछ नहीं किया ऐसे व्यक्ति को थोपा हम क्या और क्यों कार्य करे। गोपाल सिंह इंजीनियर पर पचौरी परमार का ठप्पा लगना भी परेशानी का कारण रहेगा। वही एक चल रही चर्चा जो सत्य है या अफवाह लेकिन वो चर्चा आष्टा से दिल्ली तक गूंज रही है वो चर्चा अब ग्रामों तक जा पहुंची है जिसका तोड़ प्रत्याशी के पास भी नहीं है वैसे परमार जो अपनी कार्यशैली, व्यवहार के कारण आष्टा क्षेत्र में जाने-पहचाने जाते है इस चुनाव के पूरे सूत्र भी उनके हाथ में है तथा उनमें वो कला है की वे नाराज और रूठो को मनाकर कार्य पर ले आयेंगे। वे इस चुनाव में ऐसा कर पाने में कितने सफल होते है यह इंतजार कर देखना होगा लेकिन गोपाल सिंह को अगर भोपाल जाना है तो जो उनकी राह में छोटे बड़े स्टापडेम है उन्हें पार करना होगा तो ही उनका भोपाल का सपना पूरा हो सकेगा।


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बोर भाजी आंवला उठो देव सांवला

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)। देवउठनी ग्यारस पर आज पूरे नगर में उत्साह का वातावरण रहा। आज ही बड़ी मात्रा में ग्यारस की पूजा अर्चना की गई। मंदिरों पर भी विशेष पूजा अर्चना की गई। मंदिरों पर भी विशेष पूजा अर्चना की गई। गन्ने बेचने वाले भी बड़ी संख्या में आये थे। शाम को पूजन के बाद देर रात तक आतिशबाजी चलती रही। घरों पर दीप मालाओं का प्रकाश भी देखा गया।

      दीपावली का बड़ा धार्मिक उत्सव आज  देवउठनी ग्यारस के साथ समाप्त हो गया। देवउठनी ग्यारस को लेकर कल से ही तैयारियाँ का दोर चल रहा था। ग्यारस के लिये एक बार फिर घर की थोड़ी बहुत साफ-सफाई, धुलाई की जाकर घर के ओटलों पर महिलाओं में ढिग-मांडने भी किये। सुन्दर मांडनों से घर आंगन भी सजाये।

      देवउठनी ग्यारस पर गन्ने की बिक्री पूजन के लिये होती है। ईख के साथ ही ग्यारस की पूजन पूर्ण मानी जाती है। यही कारण है कि ग्यारस पर आज सुबह से ही ट्रालियों से भरकर गन्ना नगर में बिकने के लिये आया था। नगर में हर एक प्रमुख चौराहों पर गन्ने बिक रहे थे। यह बहुत अधिक महंगा 10 रुपये का एक तक बिक रहा था। जबकि शाम तक 2-2 रुपये तक में भी गन्ने खूब बिके।

      पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन का बड़ा महत्व है। इस दिन देव उठ जाते हैं ऐसा माना जाता है। इस दिन से शादी विवाह के कार्यक्रम भी प्रारंभ हो जाती है। लौकिक रुप से ऐसा माना जाता है कि वर्षाकाल में अनेक बीमारियाँ फैलने का डर बना रहता है कई फल व हरी सब्जियाँ इस दौरान खाने के लिये वर्जित रहती है तथा इन्ही कारणों से सांस्कृतिक आयोजन भी रुके रहते हैं। वर्षा ऋतु समाप्ति पर देवउठनी ग्यारस से यह सब आयोजन प्रारंभ हो जाते हैं। आज की महत्वपूर्ण तिथि पर होने वाली पूजन के लिये नये ऋतुपुल, बोर, गन्ना, आंवला, फली, वार, बाजरा, अमरुद, भटे, मैथी, चने की भाजी खरीदकर लाई जाती है तथा इनकी विधिवत पूजन कर आज से इनका भोजन में उपयोग प्रारंभ किया जाता है। घर-घर आज ईख की पूजा के साथ ही तुलसी माता व सालिगराम जी के विवाह का कार्यक्रम भी सम्पन्न किया जाता है। आज देवउठनी ग्यारस की पूजन के साथ ही सारे धार्मिक आयोजन प्रारंभ हो जायेंगे। वैवाहिक कार्यक्रम प्रारंभ हो जायेंगे। आज शाम को घरों-घर पूजन अर्चना के बाद दीप मालिकाओं से घर द्वार सजे हुए दिख रहे थे। आतिशबाजी की दुकानों से बिक्री भी खूब हुई। इनके मूल्य भी आज काफी कम थे। आज जमकर आतिशबाजी चली।

 

बोर भाजी आंवला उठो देव सांवला

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)। देवउठनी ग्यारस पर आज पूरे नगर में उत्साह का वातावरण रहा। आज ही बड़ी मात्रा में ग्यारस की पूजा अर्चना की गई। मंदिरों पर भी विशेष पूजा अर्चना की गई। मंदिरों पर भी विशेष पूजा अर्चना की गई। गन्ने बेचने वाले भी बड़ी संख्या में आये थे। शाम को पूजन के बाद देर रात तक आतिशबाजी चलती रही। घरों पर दीप मालाओं का प्रकाश भी देखा गया।

      दीपावली का बड़ा धार्मिक उत्सव आज  देवउठनी ग्यारस के साथ समाप्त हो गया। देवउठनी ग्यारस को लेकर कल से ही तैयारियाँ का दोर चल रहा था। ग्यारस के लिये एक बार फिर घर की थोड़ी बहुत साफ-सफाई, धुलाई की जाकर घर के ओटलों पर महिलाओं में ढिग-मांडने भी किये। सुन्दर मांडनों से घर आंगन भी सजाये।

      देवउठनी ग्यारस पर गन्ने की बिक्री पूजन के लिये होती है। ईख के साथ ही ग्यारस की पूजन पूर्ण मानी जाती है। यही कारण है कि ग्यारस पर आज सुबह से ही ट्रालियों से भरकर गन्ना नगर में बिकने के लिये आया था। नगर में हर एक प्रमुख चौराहों पर गन्ने बिक रहे थे। यह बहुत अधिक महंगा 10 रुपये का एक तक बिक रहा था। जबकि शाम तक 2-2 रुपये तक में भी गन्ने खूब बिके।

      पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन का बड़ा महत्व है। इस दिन देव उठ जाते हैं ऐसा माना जाता है। इस दिन से शादी विवाह के कार्यक्रम भी प्रारंभ हो जाती है। लौकिक रुप से ऐसा माना जाता है कि वर्षाकाल में अनेक बीमारियाँ फैलने का डर बना रहता है कई फल व हरी सब्जियाँ इस दौरान खाने के लिये वर्जित रहती है तथा इन्ही कारणों से सांस्कृतिक आयोजन भी रुके रहते हैं। वर्षा ऋतु समाप्ति पर देवउठनी ग्यारस से यह सब आयोजन प्रारंभ हो जाते हैं। आज की महत्वपूर्ण तिथि पर होने वाली पूजन के लिये नये ऋतुपुल, बोर, गन्ना, आंवला, फली, वार, बाजरा, अमरुद, भटे, मैथी, चने की भाजी खरीदकर लाई जाती है तथा इनकी विधिवत पूजन कर आज से इनका भोजन में उपयोग प्रारंभ किया जाता है। घर-घर आज ईख की पूजा के साथ ही तुलसी माता व सालिगराम जी के विवाह का कार्यक्रम भी सम्पन्न किया जाता है। आज देवउठनी ग्यारस की पूजन के साथ ही सारे धार्मिक आयोजन प्रारंभ हो जायेंगे। वैवाहिक कार्यक्रम प्रारंभ हो जायेंगे। आज शाम को घरों-घर पूजन अर्चना के बाद दीप मालिकाओं से घर द्वार सजे हुए दिख रहे थे। आतिशबाजी की दुकानों से बिक्री भी खूब हुई। इनके मूल्य भी आज काफी कम थे। आज जमकर आतिशबाजी चली।

 

त्रिपाल काटकर 3 कार्टून उतारे

      आष्टा 9 नवम्बर (नि.सं.)। गत रात्रि में लगभग 8 बजे पगारिया घाटी के मिडवे होटल के बीच अज्ञात चोरों ने इन्दौर से सागर जा रहे ट्रक क्रमांक एमपी 20 जीए 2938 की त्रिपाल एवं रस्से काटकर तीन परचून के कार्टून उतार लिये।

      बाद में फरियादी मेहराज खान निवासी कसाई मण्डी सागर ने आष्टा थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई। 

नागरिक मंच ने कहा : क्या तुम इस लायक हो कि वोट दिये जायें...

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)।  सीहोर नागरिक मंच ने सभी उम्मीद्वारों को एक पत्र प्रेषित कर दिया है जिसमें उन्होने कहा कि है नगर के वलंत समस्याओं की तरफ जब आपने कभी ध्यान ही नहीं दिया तो फिर आप मत प्राप्त करने के लिये पात्र व्यक्ति भी नहीं हैं।

      नागरिक मंच ने रमेश सक्सेना भाजपा, सुदेश राय कांग्रेस, सन्नी महाजन जनशक्ति आदि उम्मीद्वारों को पत्र में लिखा है कि 27 नवम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव में आप लोग सीहोर से विधायक पद के प्रत्याशी हैं। सीहोर नगर की कुछ वलंत समस्याएं हैं जिनके प्रति आप सदैव उदासीन रहे हैं और उनके निराकरण के लिये आज तक आपके द्वारा कोई गंभीर सार्थक प्रयास नहीं किया गया है तो फिर क्या नैतिक आधार पर सीहोर नगर के मतदाताओं से आप मत प्राप्त करने के पात्र हैं ? यदि हैं तो क्यों और किस आधार पर हैं यह बात आप अपने चुनावी जनसम्पर्क के दौरान स्पष्ट करें।

      नागरिक मंच ने जनसमस्याओं में 8 प्रमुख बातें कही है जिसमें सीहोर नगर की पेयजल समस्या के स्थायी एवं नियमित समाधान हेतु कोलार आदि से जोड़ना, सीहोर नगर की जर्जर धूल ग्रस्त गड्डे युक्त सड़कें, नगर के बस स्टेण्ड की दुर्दशा, शहर व गल्ला मण्डी के बीच रेल्वे लाईन वा ओवर ब्रिज का निर्माण, रेल्वे स्टेशन पर विभिन्न फास्ट ट्रेनों के स्टापेज, नगर को छोड़कर सीधे वायपास मार्ग से बसे रात्री में गुजरने के कारण आने जाने वालों को परेशानी, नगर में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु उद्योगों की स्थापना एवं पुराने शकर, सोयाबीन प्लांट आदि कारखानों का पुन:निर्माण तथा शिक्षा उपकर की समाप्ति पूर्व घोषणा के अनुसार।

      इन सभी मामलों में उम्मीद्वारों से नागरिक मंच ने पूछा है कि उन्होने आज तक यदि कुछ किया है तो पहले वह बतायें फिर मत मांगे। 

शिवराज के पास है मात्र 55 सौ रुपये की सस्ती रिवाल्वर

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)। बुदनी विधानसभा क्षेत्र से अपना निर्वाचन निर्देशन पत्र भरने वाले शिवराज सिंह चौहान पुत्र प्रेम सिंह चौहान उम्र 50 वर्ष ग्राम जेत बुदनी निवासी ने अपने पत्र में जानकारी दी है कि उन पर किसी भी प्रकार का, किसी भी न्यायालय का कोई मामला विचाराधीन नहीं है।

      शिवराज सिंह चौहान के पास नगद रुपये मात्र 30 हैं जबकि उनकी पत्नि साधना सिंह के पास 35 हजार रुपये मात्र है। बैंक एवं वित्तीय संस्थानों और गैर बैकिंग वित्तिीय कम्पनियों में जमा धनराशि में शिवराज के पास 10 लाख 50 हजार तथा पत्नि साधना के पास 1 लाख 80 हजार रुपये हैं। साधना सिंह के पास एम्बेसेडर 1 लाख 53 रुपये की है जिसका माडल 2000 है। इसी प्रकार शिवराज के नाम 64 ग्राम सोना है जबकि साधना सिंह के पास 470 ग्राम सोना जेवरात, जड़ाऊ कुल 6 लाख 60 हजार रुपये के रखे हैं।

      अन्य सम्पत्तियों में शिवराज सिंह के नाम 5500 रुपये मात्र एक रिवाल्वर, घरेलू सामान जिसकी कीमत करीब 1 लाख 80 हजार, एडवांस, लोन आदि करीब 14 लाख है। जबकि पत्नि साधना सिंह के पास सर्वधर्म प्लाट भोपाल हेतु 41100 रुपये का है। इनके पुत्र कार्तिकेय व कुणाल के नाम से मात्र 15-15 हजार रुपये हैं।

      ग्राम जैत में शिवराज के पास 4.79 एकड़ तथा विदिशा में 3.20 एकड़ जमीन है। जबकि पत्नि साधना सिंह के पास 12 एकड ज़मीन ग्राम बैस विदिशा में, एक डायवटर्े भूमि पर 45 हजार वर्गफिट पर वेयर हाउस निर्मित जिसकी लागत 36 लाख 15 हजार है, इसे ऋ ण लेकर बनाया है।

      इस प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जिनके ऊपर सर्वाधिक खनिज घोटाले के आरोप हैं, जिन पर न्यायालय में मामले भी चल चुके हैं, जिनकी पत्नि के पास नोटों गिनने की मशीन होने की बात सार्वजनिक रुप से कही जा रही है, उन्होने अपने नाम निर्देशन पत्र में मात्र 30-35 हजार रुपये ही नगदी बताये हैं....जिससे आश्चर्य पैदा हो रहा है। 

भाजपा कार्यालय में सन्नाटा, कुईया गार्डन में भीड़

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)। रविवार के दिन भाजपा प्रत्याशी रमेश सक्सेना, कांग्रेस प्रत्याशी स्वदेश राय, भाजश प्रत्याशी गौरव सन्नी महाजन तीनों ही कहीं ना कहीं चुनावी दौरे में व्यस्त थे। यहाँ  देखने में आया कि बड़ा बाजार स्थित भाजपा कार्यालय में तो सन्नाटा पसरा पड़ा था। वहाँ कोई नजर नहीं आ रहा था। जबकि कुईया गार्डन वाले कांग्रेस कार्यालय में अवश्य भोजन बन रहा था और कुछ गणितज्ञ कांग्रेसी व अन्य लोग बैठे हुए थे। यहाँ रात तक भीड़ लगी रही। इस प्रकार आज सीहोर में दिनभर मामला शांत रहा। कुछ वाहनों से प्रचार अवश्य होता रहा । 

खड़ी में बिना अनुमति के माईक का उपयोग करना महंगा पड़ा

      आष्टा 9 नवम्बर (नि.प्र.)। कल जावर थाने के अन्तर्गत आने वाले ग्राम खडी में राम लीला चल रही थी। यहाँ पर बिना अनुमति के रामलीला वालों ने माईक आदि लगा रखे थे। जिस पर जावर पुलिस ने किसन सरदार उर्फ सिध्दू चमार, प्रेम चमार, मुरादी बाई, नाू भाई के खिलाफ 188 के तहत प्रकरण दर्ज कर दो माईक, 3 स्टेण्ड, स्टेबलाईजर आदि जप्त किये।

      सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खड़ी में जो यह रामलीला हो रही थी जब उक्त रामलीला में कांग्रेस के प्रत्याशी अपने साथियों के साथ वहाँ पहुँच गये और वहाँ पर जब राजनीतिक बात करने लगे तब किसी ने स्थानीय प्रशासन को आचार संहिता का उल्लंघन होने की खबर दी। खबर मिलते ही रात्री में ही तहसीलदार आष्टा खड़ी पहुँचे वहीं जावर से भी पुलिस खड़ी पहुँची इस संबंध में तहसीलदार बिहारी सिंह ने बताया कि जिस वक्त हम पहुँचे वहाँ पर रामलीला चल रही थी तथा कुछ लोगों ने यह भी बताया कि यहाँ पर कांग्रेस के प्रचार करने वाले लोग आये थे जिसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर एसडीएम को प्रस्तुत कर दी गई है।


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सिविल अस्पताल से इनवर्टर की बड़ी बैटरी चोरी गई

      आष्टा 9 नवम्बर (नि.प्र.)। आष्टा सिविल अस्पताल के डाक्टर डयूटी रूम में रखी इनर्वटर की एक बड़ी बैठरी 27 अक्टूबर को चोरी चली गई जिसकी रिपोर्ट अस्पताल की ओर से लिखित में पुलिस को तो की है लेकिन खबर है कि अस्पताल के कुछ लोगों को एवं यहां तैनात सैनिकों को मालूम है कि उक्त बैठरी कौन ले गया परन्तु इस पर पर्दा डालने के प्रयास किये जा रहे है सूत्र बताते है कि उक्त बड़ी बैठरी जिसकी कीमत 10 से 15 हजार की है जिसे जो ले गया है उसके बांटे में यहां तैनात सैनिकों को मालूम है उसके बाद भी पुलिस में अस्पताल की ओर से अज्ञात चोरों की रिपोर्ट की है जब इस सम्बंध में आज बी्एम.ओ. रामचन्द्र गुप्ता से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मेडम ने सैनिकों से बयान के लिए कहा है उक्त बैठरी के पहले आष्टा सिविल अस्पताल से एक इनवर्टर भी चोरी गया था वो भी आज तक नहीं मिला।

      जब अस्पताल में सुरक्षा की दृष्टि से सेनिक तैनात है तो इतनी बड़ी वजनदार बैटरी कैसे चोरी हो गई यहां चर्चा का विषय तो है कही किसी की इस बैठरी व अन्य हुई चोरियों में मिली भगत तो नहीं यह जांच का विषय है।



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2003 में भाजपा को मिले 51 हजार जबकि कांग्रेस बसपा दोनो को मत मिले थे 75 हजार

             सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)। वर्ष 2003 में जहाँ पूरा प्रदेश बंटाढार को दूर से ही नमस्कार करने के लिये एक साथ खड़ा हो गया था। कांग्रेस की भारी विरोध की लहर थी, वहीं आष्टा में भी एक नये भाजपा प्रत्याशी के रुप में रुगनाथ मालवीय सामने थे।

      कांग्रेस के मंझे हुए खिलाड़ी अजीत सिंह की तैयारियाँ युध्द स्तर पर चल रही थी।  लेकिन कांग्रेस का जो गच्चा मिलने जा रहा था वह फूल सिंह रुपी कांटे के रुप में था। गांव-गांव में फूल सिंह ने कांग्रेस के लिये इतने कांटे उगा दिये थे कि जिन पर चलना कांग्रेस के लिये मुश्किल ही नहीं असंभव हो चुका था। 1 लाख 34 हजार 512 मत पूरे आष्टा विधानसभा क्षेत्र में गिरे थे जिनमें से मात्र 38.28 प्रतिशत मत भाजपा को मिले थे। मतलब 51503 मत भाजपा की झोली में गये थे। जबकि कांग्रेस को ऐसी विपरीत परिस्थितियों में भी भाजपा से 10652 मत ही कम मिले थे कुल 40851 जबकि कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी समस्या उसके वोट काटने वाली बहुजन समाज वादी पार्टी थी और फूल सिंह चौहान जैसा बहुजन समाज का नेता सामने था। बसपा ने भारी उलटफेर करते हुए कांग्रेस से मात्र 6 हजार कम मत प्राप्त किये थे। फूल सिंह चौहान को 34 हजार 395 मत प्राप्त हुए थे।

         इस प्रकार कांग्रेस और बसपा दोनो को मिलाकर 75 हजार 246 मत प्राप्त हुए थे जो भाजपा से डेढ़ गुना अधिक थे। इस मामले कहा जाता है कि बसपा जो मत प्राप्त करती है वह अक्सर कांग्रेस को ही नुकसान पहुँचाती है।

      गत विधानसभा चुनाव वर्ष 2003 में जहाँ उमाश्री भारती पूरे विधानसभा क्षेत्र में चुनाव का प्रचार करने भी पहुँच रही थीं वहीं यदि चुनाव परिणामों के दौरान जिन 14 चरणों में मत पेटियाँ खुली उन पर निगाह डाले तो यह बात सामने आती है की कई बसपा कांग्रेस से आगे रही और भाजपा को भी उसने पछाड़ दिया मतलब कुछ क्षेत्र बसपा और फूल सिंह के गढ़ थे। इसी प्रकार कुछ क्षेत्रों से कांग्रेस ने सर्वाधिक मत प्राप्त किये थे तथैव कहीं - कहीं अजीत सिंह का भी अच्छा दबदबा बना हुआ था। इस बार वर्ष 2008 में एक बार फिर चुनाव के समीकरण नये सिरे से बन रहे हैं जहाँ चतुष्कोणीय मुकाबला नजर आ रहा है। जहाँ भाजपा, कांग्रेस व बसपा के उम्मीद्वार तो सामने हैं ही वहीं भाजपा के बागी वर्तमान विधायक रुगनाथ मालवीय भी संभावित उम्मीद्वार हैं। इस प्रकार 4 प्रभावी उम्मीद्वार सामने रहने की उम्मीद है। 


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कांग्रेस और भाजपा के नाखुश कार्यकर्ताओं ने भाजश की सदस्यता ली

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)। भारतीय जनशक्ति के प्रदेश सचिव एवं जिला प्रभारी लोकेन्द्र सिंह मेवाड़ा की भाजश प्रत्याशी सन्नी महाजन (गौरव) की उपस्थिति में मो. जाहिद खान (ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी-अध्यक्ष) के नेतृत्व में 50 से अधिक कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनशक्ति की सदस्यता ग्रहण की यह जानकारी जिला सदस्यता प्रभारी दिनेश पुष्पद ने प्रेस नोट जारी कर दी।

      नफीस मियां, शदीक खां, मजहर मंसूरी, कलीम, नासीर पठान, राशिक खान, जावेद खान, मुशीर खान, शफीक , शदाब, मो. शेख शुबान, अखलाज, मो. इलियास, ठाकुर साहब मेवाड़ा (पूर्व संगठन मंडी-नगर मण्डल मंडी सीहोर भाजपा), गोकुल प्रसाद छाया (पूर्व पार्षद), शेखर सोलंकी, राजू ठाकुर, पप्पू राठौर, विनय भावसार, सुरेश सेन, अप्पी श्रीवास्तव, नीतू श्रीवास्तव, अमित कौशल, रंजीत इनकी सदस्यता पर लोकेन्द्र सिंह मेवाड़ा, सन्नी महाजन, श्याम चौरसिया, कमलेश राठौर, कमलेश कुशवाह, हेमंत राठौर, आशीष पचौरी, नंदकिशोर पाटीदार, पवन पाटीदार, चंद्रेश नामदेव, दीपक दलोदिया, कमल प्रजापति, जयराम जाट आदि ने बधाई दी।

बोतल सीरिज जाते पकड़ा

      आष्टा 9 नवम्बर (नि.प्र.) सिविल अस्पताल आष्टा से सरकार ग्लूकोज की बोतले एवं सीरिज रात के अंधेरे में एक झोले में रखकर ले जाते हुए डा. एम.एच. अंसारी ने ड्रेसर जी.एस. भटट को रंगे हाथों पकडा बाद में लिखित में आष्टा थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है।

      प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त ड्रेसर ने डयूटी के दौरान स्टोर से ग्लूकोज की बोतले और सीरिज निकलवाई और एक झोले में डयूटी खत्म होने पर जाते वक्त जब एक चाय की दुकान पर पहुंचा तो यहां पर उसे डा. अंसारी ने देखा झोला चैक किया तो उसमें दस बोतल ग्लूकोज की एवं लगभग 200 सीरींज भरी थी जिस पर शासकीय सील लगी थी अस्पताल की ओर से पुलिस में इसकी रिपोर्ट दर्ज करा दी है। सिविल अस्पताल को यह चोरी तो नजर आ गई लेकिन कई छोटी-मोटी चोरी यहां होती रहती है वो नजर क्यों नहीं आती है जांच जारी है।



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बसपा की बैठक सम्पन्न, कांग्रेस के 50 कार्यकर्ताओं ने ली सदस्यता

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)। विधान सभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी के.के. गुप्ता को पार्टी ने अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है। बसपा के सीहोर विधानसभा कार्यालय में पार्टी के कार्यकर्ताओं की आवश्यक बैठक सम्पन्न हुई। इसकी अध्यक्षता बसपा प्रत्याशी के.के. गुप्ता ने की।

      इस अवसर पर कांग्रेस के 50 से अधिक कार्यकर्ताओं ने बसपा की सदस्यता ग्रहण की। बैठक में पार्टी प्रत्याशी श्री गुप्ता ने कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि विगत 15 वर्षो से भाजपा के विधायक द्वारा क्षेत्र की जनता से धोखा किया जा रहा है, वही कांग्रेस के नपाध्यक्ष द्वारा नगर को विकास की बजाय विनाश की ओर धकेला जा रहा है। अब बसपा ही प्रदेश में सरकार बनाएगी। इसलिए भाजपा कांग्रेस को मतदाता अब नकारा देगा तथा सीहोर जिले की चारों सीटों पर बसपा के हाथी का परचम लहरायेगा। बैठक में उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से विजय कचनेरिया, कल्लू जाटव, मनीष कचनेरिया, शिवनाथ सोनकर, बब्लू जाटव, अकरम, आमिर, मुदस्सर, मो. शफी, असकरी दानिश, रफीक, शानू, नदीम, अजहर, सलमान, विधानसभा प्रभारी वीरेन्द्र अहिरवार, मो. इरफान, बिट्टू, हसीब, शमी, इरफान, कमलकिशोर नगर अध्यक्ष, इस्लाम, शराफत मियां, शहादत, शावेज, अरमान आदि कार्यकर्ता शामिल थे।

सड़क हादसे में घायल

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.)। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में घटित सड़क हादसे में लोग घायल हो गये। पुलिस ने मामले कायम कर लिये हैं।

      जानकारी के अनुसार ग्राम धोलपुर छोटेलाल जाट मण्डी गेट से होता हुआ रोड से पैदल दुर्गा चौक तरफ जा रहा था तभी सामने से आ रहे बाकइ क्रमांक एमपी-37-एमबी-6809 के चालक ने टक्कर मारकर घायल कर दिया। जिसे उपचार हेतु नस.गंज अस्पताल में भर्ती कराया गया।

योग एवं रोग निवारण शिविर का समापन

      सीहोर 9 नवम्बर (नि.सं.) नगर के बीएसआई ग्राउण्ड में आठ दिनों से चले आ रहे नि:शुल्क रोग निवारण शिविर का समापन रविवार को हुआ इस शिविर में नगर में हजारों पुरुष महिलाओं एवं बच्चों ने स्वस्थ्य रहने के लिये योग प्रणायाम का प्रशिक्षण लिया साथ ही विभिन्न बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए शिविर स्थल पर जड़ी बूटियों से बने काढ़े का सेवन भी किया।

      उल्लेखनीय है कि नगर के बी.एस.आई. ग्राउंड पर 2 नवम्बर से 9 नवम्बर तक स्वामी रामेश्वर श्री योग सेवा समिति द्वारा नि:शुल्क योग और योग निवारण शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें उत्तरांचल गंगोत्री से आये स्वामी रामेश्वर श्री महाराज ने रोजाना सुबह 5 बजे से लेकर सुबह साढ़े सात बजे तक योग प्रणायाम का प्रशिक्षण महिलाओं, पुरुषों एवं बच्चों को दिया योग प्रशिक्षण के बाद शिविर स्थल पर कब्जा, हाई ब्लडप्रेशर, आस्थमा, मलेरिया, सरदर्द, हिरदेय रोग, बी.पी.,कमरदर्द बुखार, आंखों के दर्द जैसी विभिन्न बीमारियों से छुटकारा दिलाने के लिए जड़ी बूटियों से बने काढ़े का सेवन नागरिकों को करवाया रविवार को आठ दिवसीय शिविर का समापन हुआ। इस मौके पर समिति संरक्षक अखलेश राय, प्रमोद पटेल, प्रकाश व्यास, अक्षत कासट इस मौके पर समिति सदस्यों सुरेशचंद्र वशिष्ठ, संतोष कुशवाहा, योगेश राठी ने तिलक लगाकर शाल श्री फल से सम्मान किया एवं समिति सदस्यों ने पुरुषोत्तम कुईया, जितेन्द्र परमार, नरेन्द्र गोस्वामी, राजेन्द्र राजपूत, नरेन्द्र कुमार जैन, प्रकाश जैन पिंटू, प्रदीप वशिष्ठ, आनन्द चंदेल, विष्णु पहलवान, राकेश पाठक, आर.के. सिंह, श्यामसिंह चन्द्रवंशी, राकेश पाठक, कैलाश वशिष्ठ, डा. अरविन्द सिंह, जीतू काका, धर्मेन्द्र राठौर, मदन कुशवाहा, वंटी विलय, संयोग राठी, राहुल कुशवाहा, गोलू पंजाबी, महिला सदस्यों में श्रीमति सरोज वशिष्ठ, श्रीमति संगीता राठी, वीणा व्यास प्रिया गांधी एवं तुलसीमानस मण्डल हाउसिंग बोर्ड के सदस्यों द्वारा सम्मान पत्र भेंट करके सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप चौहान द्वारा किया गया। आभार योगेश राठी के द्वारा किया गया।

लापरवाही मंहगी पड़ी, दो प्राचार्य को दिये नोटिस

      सीहोर 8 नवम्बर (नि.सं.)। चुनाव कार्य में लापरवाही सरकारी अधिकारियों पर भी भारी पड़ने लगी है जिसके चलते दो प्राचार्यो को उप जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा कारण बताओ नोटिस थमा दिए गए।

      शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भाऊखेड़ी और शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सीहोर के प्राचार्यो को इस कारण, कारण बताओ नोटिस थमा दिए गए कि उन्होंने स्पष्ट निर्देशों के बावजूद जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा मांगी गई जानकारी में गलतियां की। निर्वाचन कार्यालय द्वारा इन प्राचार्यो से निर्वाचन कार्य में लगाने के लिए अपने कर्मचारियों की जानकारी चाही गई थी जिसमें बीमार और विकलांग कर्मचारियों का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाना था। प्राचार्यों द्वारा दी गई जानकारी में बीमार और विकलांग कर्मचारियों का उल्लेख नहीं होने के चलते तीन कर्मचारियों की डयूटी लगा दी गई। डयूटी लग जाने के बाद यह क्लीयर हुआ कि ये तीन कर्मचारी या तो गंभीर बीमार हैं या विकलांग हैं।

      उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस लापरवाही को गंभीर त्रुटि मानते हुए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भाऊखेड़ी और शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस थमाकर तीन दिन में जवाब चाहा है।

       कारण बताओ नोटिस में यह भी साफ किया गया है कि अन्यथा की दशा में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में निहित प्रावधानों के मुताबिक अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायगी। 

चुनाव में लगे कर्मचारी आयोग के अधीन कर्तव्य में कोताही पड़ेगी महंगी

सीहोर 8 नवम्बर (नि.सं.)। चुनाव के काम में लगने वाला पूरा प्रशासनिक और पुलिस अमला अब भारत निर्वाचन आयोग के अधीन हो गया है। इसके चलते डयूटी में कोई कोताही तो महंगी पड़ेगी ही, इनमें से किसी की निष्पक्षता को लेकर कोई सवाल उठा तो भी दोषी कर्मचारी आयोग की सीधी कार्रवाई का पात्र हो जाएगा।   

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के हवाले से बताया है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने भी कर्मचारियों को बाकायदा चेता दिया है कि वे अपना व्यवहार निष्पक्ष रखें और वह दिखना भी चाहिए। इस अधिनियम की धारा 28(क) के मुताबिक चुनाव संचालन में डयूटी पर तैनात किए गए सभी अधिकारी, कर्मचारी और राज्य सरकार द्वारा पदस्थ पुलिस अमला चुनाव नतीजों के ऐलान तक भारत निर्वाचन आयोग में प्रतिनियुक्ति पर रहेगा। इसके चलते ये कर्मचारी-अफसर आयोग के नियंत्रण, अधीक्षण और अनुशासन के दायरे में आ गए हैं। अब इनमें से कोई कोताही कर जाए तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई आयोग सीधे कर सकेगा। इस सिलसिले में साफ किया गया है कि चुनाव डयूटी को जिम्मेदाराना तरीके से निभाना सरकारी कर्मचारी का कानूनी फर्ज है और इसमें कोई कोताही उसे सजा का हकदार बना देगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आहूजा ने चुनावी डयूटी में लगे अफसरों और कर्मचारियों को आगाह किया गया है कि वे किसी पक्ष के लिए काम न करने लगें और न ही उसे वोट देने के लिए किसी मतदाता पर अपना प्रभाव जमाएं। उन्हें किसी के लिए चुनाव एजेंट हरगिज नहीं बनना है। 

      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आहूजा ने कहा है कि जहाँ तक सरकारी कर्मचारियों की बात है तो उनका चुनाव में पूरी तरह निष्पक्ष रहना जरूरी होगा। उन्हें कोई ऐसा काम नहीं करना है जिससे इस कसौटी पर खरी उतरने में नाकामी हाथ लगे या वे शक के दायरे में आ जांय। इस बारे में साफ किया गया है कि कर्मचारी न तो चुनाव प्रचार या अभियान में भाग लें और न ही किसी राजनैतिक दल या उम्मीदवार की कोई मदद करें। उन्हें सचेत रहना  है कि सरकार द्वारा उन्हें दिए गए किसी अधिकार और हैसियत का कोई दल या उम्मीदवार फायदा न उठा सके। किसी उम्मीदवार के हक में चुनाव के लिए काम करना मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के प्रावधानों का भी उल्लंघन होगा। श्री आहूजा ने केन्द्र अथवा राज्य के मंत्रियों को लेकर सारे सरकारी कर्मचारियों को आगाह कर दिया है कि जब भी कोई मंत्री या उम्मीदवार जिले में दौरे पर आएं और सर्किट हाऊस या रेस्ट हाऊस में ठहरें तो बहुत जरूरी होने पर ही सामान्य तरीके से मिला जा सकता है अकारण नहीं।

      यदि वे किसी निजी आवास गृह में ठहरें तो वहाँ उनकी आवाजाही के वक्त किसी अफसर को जाने की जरूरत नहीं है। यदि मंत्री सरकारी काम से किसी अफसर या कर्मचारी को सर्किट हाऊस या रेस्ट हाऊस बुलाएं तो ही जाएं, निजी आवास पर हरगिज नहीं। चुनाव से जुड़े कर्मचारियों पर इस बारे में चुनाव आयोग के निर्देश लागू होंगे।

मंत्री को निजी मकान में गार्ड नहीं

      आयोग ने यह साफ कर दिया है कि यदि मंत्री अपने दौरे के दौरान जिला मुख्यालय स्थित सर्किट हाऊस में ठहरें तो ही उनके लिए हमेशा की तरह गार्ड लगेगा। यदि मंत्री निजी आवास पर ठहरें या फिर गाँवों के दौरे पर वहाँ रेस्ट हाऊस में ठहरें तो वहाँ गार्ड का इंतजाम नहीं किया जाएगा। इस बारे में साफ किया गया है कि मंत्रियों की खुद की सुरक्षा के लिए उनके साथ बाडीगार्ड रहता ही है। फिर भी, यदि किसी खास वजह से पुलिस अधीक्षक इनकी अतिरिक्त, सुरक्षा जरूरी समझे तो सादे कपड़ो में एक या दो सिपाही लगाए जा सकेंगे।


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न मकान हैं ना नल कनेक्शन सीहोर में भी गजब के नेता हैं...

      सीहोर 8 नवम्बर (नि.सं.)। विधानसभा चुनाव में लड़ने के लिये जो प्रत्याशी खड़ा होता है वह किसी शासकिय संस्था का देनदार तो नहीं है यह भी पता लगाया जाता है, देनदार को चुनाव लड़ने की पात्रता नहीं है। इसलिये सभी आवेदक नेताओं को नगर पालिका से सम्पत्ति कर, जल कर आदि उन्होने पूरा भर दिया है और कोई शेष बकाया नहीं है इसका एक प्रमाण पत्र लेना पड़ता है।

      मजे की बात यह है कि सीहोर नगर में करीब 22 आवेदन पत्र जमा हुए थे। इन सभी नेता उम्मीद्वारों ने नगर पालिका से प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिये आवेदन भी दिया। अधिकांश ने अपने आवेदन में ही कह दिया था कि ना तो उनका कोई मकान है और ना ही उनके घर में कोई नल कनेक्शन है। जब नगर पालिका इसकी छानबीन की तो पता चला कि सारे के सारे नेताओं के नाम पर न तो कोई मकान है ना ही कोई नल कनेक्शन आदि है। तो यह चर्चा चल पड़ी की सीहोर के नेता भी गजब हैं जो रहते तो सीहोर में हैं राजनीति भी करते हैं लेकिन इनके पास खुद का एक मकान भी नहीं है, नल कनेक्शन तक इन्होने नहीं ले रखा है......गजब के नेता है।