सीहोर 23 अप्रैल (नि.सं.)। जिला क्रिकेट एसोसियेशन द्वारा स्थानीय बीएसआई क्रिकेट मैदान में आयोजित 60 दिवसीय ग्रीष्म कालीन क्रिकेट प्रशिक्षण शिविर में आधुनिक मशीनों और बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त कोच देंगे क्रिकेट प्रशिक्षण। इस अवसर पर जिला क्रिकेट एसोसियेशन के कोषाध्यक्ष आशीष शर्मा, जिला कोच मोहनिश त्रिवेदी, मदन कुशवाह और राजेश विलय ने एक विशेष बैठक आयोजित कर ग्रीष्म कालीन क्रिकेट प्रशिक्षण शिविर के संबंध में आगे की रणनीति बनाई।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला क्रिकेट एसोसियेशन के प्रवक्ता मनोज मामा ने बताया कि जिले के क्रिकेट खिलाड़ियों का 1 मई से पंजीयन किया जा रहा है। क्लबों और खिलाड़ियों के पंजीयन का कार्य मुम्बई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और इन्दौर की तर्ज पर किया जा रहा है। इससे क्लब संस्कृति को विकसित करने तथा भविष्य में अच्छे क्रिकेटरों को तैयार करने के लिये मदद मिलेगी।
श्री दीक्षित ने बताया कि अब वे ही खिलाडी अथवा क्लब अधिकृत होंग जो जिला क्रिकेट एसोसियेशन से पंजीकृत होकर मान्यता प्राप्त कर लेंगे। इसी प्रकार खिलाड़ी भी आगामी वर्ष से केवल उन्ही स्पर्धाओं में भाग ले सकेंगे, जिन्हे एसोसियेशन मान्यता प्रदान करेगी। गैर पंजीकृत खिलाड़ी एसोसियेशन की चयन ट्रायल्स में भाग नहीं ले सकेंगे। खिलाड़ियों, क्लबों और स्पर्धाओं के पंजीयन को किसी भी हालत में जुलाई माह से अंतिम रुप दे दिया जायेगा, ताकि एक 1 अगस्त से यह नियम लागू किया जा सके। यह पंजीयन जिला क्रिकेट एसोसियेशन के अन्तर्गत आने वाले सभी तहसीलों, ग्रामों तथा ब्लाक स्तर पर होंगे। श्री दीक्षित ने बताया कि 10 अप्रैल से जारी इस शिविर में तहसीलों, ग्रामों तथा ब्लाक स्तर से लगभग 80 क्रिकेट खिलाड़ी अभी इस शिविर में फार्म भर चुके हैं। 1 मई से इस प्रशिक्षण शिविर में आयु वर्ग अंडर 14, 16, 18, 19 एवं सीनियर वर्ग के खिलाड़ियों को बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त प्रशिक्षकों द्वारा इच्छुक क्रिकेट खिलाडियों को आधुनिक मशीनों द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा। शिविर में खिलाडियों के पर्सनालटी डेवलमेंट और क्रिकेट की बारीकियों से अवगत किया जायेगा। श्री दीक्षित ने बताया कि फार्म तथा नियमावली के इच्छुक क्रिकेट खिलाड़ी बीएसआई क्रिकेट मैदान पर प्रात: 10 बजे से शाम 5 बजे तक जिला क्रिकेट एसोसियेशन के कोषाध्यक्ष आशीष शर्मा, क्रिकेट कोच मोहनिश त्रिवेदी, मदन कुशवाह और राजेश विलय से संपर्क कर सकते हैं।
Thursday, April 24, 2008
हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास एवं 10 हजार का दण्ड
आष्टा 23 अप्रैल (नि.सं.)। न्यायालय द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रेक कोर्ट आष्टा श्री राजेश श्रीवास्तव द्वारा सत्र प्र.क्र . 1607 म.प्र. राय विरुध्द नफीस खां में निर्णय पारित करते हुए आरोपी नफीस खां पुत्र शकूर खां निवासी ग्राम बांदरिया डाल तहसील आष्टा को धारा 302 भादवि के आरोप में सिध्द दोष मानकर आजीवन कारावास एवं 10 हजार रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया। अर्थदण्ड की राशि मृतक सुरेन्द्र के माता-पिता को प्रदाय किये जाने के आदेश भी निर्णय में दिया गया।
अतिरिक्त लोक अभियोजक श्री बी.एस. ठाकुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अभियोजन का प्ररकण इस प्रकार था की घटना दिनाँक 31.12.06 को मृतक सुरेन्द्र रुपये वसूलने हेतु ग्राम नीलबड़ जा रहा था तभी ग्राम बांदरिया डाल आम रास्ते पर आरोपी नफीस ने अपने घर के सामने दिन के लगभग 2 बजे बहन को छेड़ने की पुरानी रंजिश के कारण मृतक के सीने में चाकू घोंप कर उसकी हत्या कर दी जिसे मृतक के भाई वीरेन्द्र ने मारते देखा एवं घर वालों को बताया जिनके पहुँचने पर सुरेन्द्र की मृत्यु हो गई थी। घटना की सूचना थाना सिध्दिकगंज को दूरभाष से प्राप्त होने पर पुलिस घटना स्थल पर पहुँची तथा वीरेन्द्र द्वारा रिपोर्ट लिखाई जाने के पश्चात थाना सिध्दिकगंज में अपराध पंजीबध्द होकर विवेचना उपरांत अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया तथा प्रकरण माननीय सत्र न्यायालय सीहोर को उपार्पित होने पर इस न्यायालय को विचारण हेतु प्राप्त हुआ। प्रकरण में अभियोजन पक्ष की और से 15 साक्षीगण के कथन न्यायालय में कराये जाने के पश्चात अभियुक्त कथन उपरांत उभयपक्ष की बहस श्रवण किये जाने के पश्चात विद्वान न्यायाधीश श्री राजेश श्रीवास्तव द्वारा बचाव पक्ष की इस दलील को अस्वीकार करते हुए कि ग्राम में साम्प्रदायिक वातावरण के कारण आरोपी को झूठा फंसाया है अभियोजन साक्ष्य का गंभीर एवं सूक्ष्म अवलोकन करते हुए विश्वसनीय मानकर आरोपी को दोष सिध्द मानते हुए दण्डित किया। प्रकरण में शासन की और से श्री बी.एस.ठाकुर अतिरिक्त लोक अभियोजक आष्टा द्वारा पैरवी की गई।
अतिरिक्त लोक अभियोजक श्री बी.एस. ठाकुर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अभियोजन का प्ररकण इस प्रकार था की घटना दिनाँक 31.12.06 को मृतक सुरेन्द्र रुपये वसूलने हेतु ग्राम नीलबड़ जा रहा था तभी ग्राम बांदरिया डाल आम रास्ते पर आरोपी नफीस ने अपने घर के सामने दिन के लगभग 2 बजे बहन को छेड़ने की पुरानी रंजिश के कारण मृतक के सीने में चाकू घोंप कर उसकी हत्या कर दी जिसे मृतक के भाई वीरेन्द्र ने मारते देखा एवं घर वालों को बताया जिनके पहुँचने पर सुरेन्द्र की मृत्यु हो गई थी। घटना की सूचना थाना सिध्दिकगंज को दूरभाष से प्राप्त होने पर पुलिस घटना स्थल पर पहुँची तथा वीरेन्द्र द्वारा रिपोर्ट लिखाई जाने के पश्चात थाना सिध्दिकगंज में अपराध पंजीबध्द होकर विवेचना उपरांत अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया तथा प्रकरण माननीय सत्र न्यायालय सीहोर को उपार्पित होने पर इस न्यायालय को विचारण हेतु प्राप्त हुआ। प्रकरण में अभियोजन पक्ष की और से 15 साक्षीगण के कथन न्यायालय में कराये जाने के पश्चात अभियुक्त कथन उपरांत उभयपक्ष की बहस श्रवण किये जाने के पश्चात विद्वान न्यायाधीश श्री राजेश श्रीवास्तव द्वारा बचाव पक्ष की इस दलील को अस्वीकार करते हुए कि ग्राम में साम्प्रदायिक वातावरण के कारण आरोपी को झूठा फंसाया है अभियोजन साक्ष्य का गंभीर एवं सूक्ष्म अवलोकन करते हुए विश्वसनीय मानकर आरोपी को दोष सिध्द मानते हुए दण्डित किया। प्रकरण में शासन की और से श्री बी.एस.ठाकुर अतिरिक्त लोक अभियोजक आष्टा द्वारा पैरवी की गई।
व्यापारी संघ एवं हम्माल संघ ने नई दर पर सहमति की मोहर तो लगाई?
आष्टा 23 अप्रैल (नि.सं.)। 8 दिनो से हम्मालों की हम्माली की दर को लेकर आष्टा मंडी में जो कुछ घटना घटी, काला अध्याय लिखा गया, गंदी राजनीति हुई उस सबका आज पटाक्षेप होने की स्थिति एक बारगी बन गई।
कल आष्टा मंडी समिति की बैठक में व्यापारी प्रतिनिधि छीतरमल जैन के 2.10 पैसे के प्रस्ताव को स्वीकृत करने के बाद आज मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष नवनीत संचेती एवं हम्माल संघ के अध्यक्ष भगवान दास कुशवाह ने मंडी द्वारा तय की गई दर को किसान हित में स्वीकृत कर दोनो संघों ने स्वीकृति पत्र मंडी को सौंपे और मंडी सचिव छोटू खान ने बताया कि 24 अप्रैल को प्रात: खुशनुमा माहौल में पूर्व में घटी सब कुछ बातों को भूलकर सभी पक्ष मंडी में नीलामी कार्य तुलाई कार्य शुरू करेंगे। कल मंडी ने दोनो संघों को पत्र भेजकर बता दिया था कि 24 को नीलामी एवं हम्माली कार्य में भाग लेवें। आज दोनो संघों ने अपने-अपने सदस्यों की सहमति के बाद स्वीकृति पत्र मंडी को सौंपा।
स्मरण रहे 15 को मंडी में हम्मालों द्वारा अचानक कार्य बंद करने से किसान आक्रोशित हो गये थे और ऐसा घटनाक्रम घटा जिसे आष्टा मंडी के इतिहास में काला दिन अंकित हो गया उसके बाद भी कई ऐसे वाकिये हुए जिससे पूरा प्रशासन मंडी शुरु कराने के लिये जुट गया था। स्वयं म.प्र. के मुख्यमंत्री आष्टा मंडी को लेकर काफी चिंतित थे।
जिलाधीश राघवेन्द्र सिंह रोजाना मंडी सचिव से चर्चारत थे। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी ने स्वयं मुख्यमंत्री की चिंता अनुरुप कई बार व्यापारी संघ अध्यक्ष हम्माल संघ अध्यक्ष, मंडी के संचालकों, सचिव आदि से चर्चा कर हल निकालने के प्रयास किये थे और आज सभी के सहयोग से एक बारगी हल भी निकल गया। आठ दिनों से मंडी के बंद रहने से व्यापारियों मंडी को, हम्मालों को और खासकर पूरे आष्टा के व्यापारियों को विभिन्न तरह से लाखों का नुकसान हुआ। मंडी बंद रहने से किसान अपनी कृषि उपज को सीहोर, इछावर, सोनकच्छ, जावर, कन्नौद बेचने पहुँचे थे। अब सभी पक्षों के लिये आज यह शुभ खबर आई है कि सभी ने सभी की चिंता कर आज सहमति जता दी और अब 24 अप्रैल से रोजाना की तरह आष्टा मंडी में नीलामी जावक का कार्य शुरु होगा। मंडी सचिव छोटू खान ने क्षेत्र के सभी कृषक बंधुओं से अपील की है कि वे अपनी-अपनी कृषि उपज बेचने हेतु आष्टा मंडी में पधारे आष्टा मंडी में आपका स्वागत है। मंडी शुरु होने की सूचना से पूरा जिला और तहसील के प्रशासन ने बड़ी राहत की सांस ली है क्योंकि मंडी बंद होने से जो सरकारी खरीदी का लक्ष्य था वो भी गड़बड़ा रहा था। मंडी की जो दर तय हुई है वो दो वर्ष के एग्रीमेंट पर हुई है।
कल आष्टा मंडी समिति की बैठक में व्यापारी प्रतिनिधि छीतरमल जैन के 2.10 पैसे के प्रस्ताव को स्वीकृत करने के बाद आज मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष नवनीत संचेती एवं हम्माल संघ के अध्यक्ष भगवान दास कुशवाह ने मंडी द्वारा तय की गई दर को किसान हित में स्वीकृत कर दोनो संघों ने स्वीकृति पत्र मंडी को सौंपे और मंडी सचिव छोटू खान ने बताया कि 24 अप्रैल को प्रात: खुशनुमा माहौल में पूर्व में घटी सब कुछ बातों को भूलकर सभी पक्ष मंडी में नीलामी कार्य तुलाई कार्य शुरू करेंगे। कल मंडी ने दोनो संघों को पत्र भेजकर बता दिया था कि 24 को नीलामी एवं हम्माली कार्य में भाग लेवें। आज दोनो संघों ने अपने-अपने सदस्यों की सहमति के बाद स्वीकृति पत्र मंडी को सौंपा।
स्मरण रहे 15 को मंडी में हम्मालों द्वारा अचानक कार्य बंद करने से किसान आक्रोशित हो गये थे और ऐसा घटनाक्रम घटा जिसे आष्टा मंडी के इतिहास में काला दिन अंकित हो गया उसके बाद भी कई ऐसे वाकिये हुए जिससे पूरा प्रशासन मंडी शुरु कराने के लिये जुट गया था। स्वयं म.प्र. के मुख्यमंत्री आष्टा मंडी को लेकर काफी चिंतित थे।
जिलाधीश राघवेन्द्र सिंह रोजाना मंडी सचिव से चर्चारत थे। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी ने स्वयं मुख्यमंत्री की चिंता अनुरुप कई बार व्यापारी संघ अध्यक्ष हम्माल संघ अध्यक्ष, मंडी के संचालकों, सचिव आदि से चर्चा कर हल निकालने के प्रयास किये थे और आज सभी के सहयोग से एक बारगी हल भी निकल गया। आठ दिनों से मंडी के बंद रहने से व्यापारियों मंडी को, हम्मालों को और खासकर पूरे आष्टा के व्यापारियों को विभिन्न तरह से लाखों का नुकसान हुआ। मंडी बंद रहने से किसान अपनी कृषि उपज को सीहोर, इछावर, सोनकच्छ, जावर, कन्नौद बेचने पहुँचे थे। अब सभी पक्षों के लिये आज यह शुभ खबर आई है कि सभी ने सभी की चिंता कर आज सहमति जता दी और अब 24 अप्रैल से रोजाना की तरह आष्टा मंडी में नीलामी जावक का कार्य शुरु होगा। मंडी सचिव छोटू खान ने क्षेत्र के सभी कृषक बंधुओं से अपील की है कि वे अपनी-अपनी कृषि उपज बेचने हेतु आष्टा मंडी में पधारे आष्टा मंडी में आपका स्वागत है। मंडी शुरु होने की सूचना से पूरा जिला और तहसील के प्रशासन ने बड़ी राहत की सांस ली है क्योंकि मंडी बंद होने से जो सरकारी खरीदी का लक्ष्य था वो भी गड़बड़ा रहा था। मंडी की जो दर तय हुई है वो दो वर्ष के एग्रीमेंट पर हुई है।
टापरी में आग लगने पर सीहोर में 1 लाख रुपये दिये
सीहोर 23 अप्रैल (नि.सं.)। टापरी में आग लग जाने के एक प्रकरण में कलेक्टर राघवेन्द्र कुमार सिंह ने मृतक के वारिस को एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता मंजूर की है। इस सिलसिले में आदेश जारी कर दिए गए हैं। जारी आदेश के मुताबिक सीहोर तहसील के ग्राम नवीपुर निवासी श्रीमती मेहताब बाई पत्नी मोतीनाथ की टापरी में आग लग जाने से हुई मृत्यु के एक प्रकरण में मृतक के वारिस उसके पुत्र बनेसिंह, पुत्री भूरीबाई एवं कमलाबाई को एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता मंजूर की गई है। यह आर्थिक सहायता अनुदान राजस्व पुस्तक परिपत्र में निहित प्रावधानों के तहत स्वीकृत किया गया है। कलेक्टर द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सीहोर को निर्देश दिए गए हैं कि वे राशि आहरित कर संवंधितों को उसका भुगतान कराने की व्यवस्था करें।
माखन लाल चतुर्वेदी स्मृति समारोह 26-27 को सीहोर में
सीहोर 22 अप्रैल (नि.सं.)। मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, संस्कृति परिषद के तत्वाधान में भारतीय आत्मा कहे जाने वाले राष्ट्रीय काव्यधारा के कवि, पत्रकार, संपादक, स्वतंत्रता सेनानी पं. माखनलाल चतुर्वेदी की स्मृति में दो दिवसीय माखनलाल चतुर्वेदी स्मृति समारोह का आयोजन 26-27 अप्रैल को सीहोर में किया जा रहा है ।
साहित्य अकादमी के निदेशक डा. देवेन्द्र दीपक ने बताया कि समारोह का शुभांरभ 26 अप्रैल को प्रात: 9 बजे केन्द्रीय विद्यालय सभागार, सीहोर में होगा । शुभारंभ सत्र की अध्यक्षता कृष्णकांत सक्सेना करेंगे। समारोह में माखनलाल चतुर्वेदी की कविताओं की विद्यार्थियो द्वारा पाठ प्रस्तुति प्रतियोगिता भी होगी । शुभारंभ के बाद समारोह का आयोजन स्थल शासकीय आवासीय खेलकू द संस्थान, सभागार, भोपाल नाका सीहोर होगा । इस दिन शाम 7 बजे के सत्र की अध्यक्षा शिमला के डा. चमनलाल गुप्ता करेंगे । इस मौके पर शुभारंभ वक्तव्य डा. कृष्णदत्त पालीवाल, दिल्ली एवं रमेश शर्मा, उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय एकता समिति का होगा । समारोह में सुप्रसिद्ध नाटय निर्देशक आलोक चटर्जी के निर्देशन में दोस्त नाटय संस्था द्वारा कृष्णाअर्जुन युद्ध नाटय की प्रस्तुति होगी । दो दिवसीय माखनलाल चतुर्वेदी समारोह में अगले दिन 27 अप्रैल के सत्र की अध्यक्षा इंदौर के कृष्ण कुमार अष्ठाना करेंगे । इस मौके पर समापन वक्तव्य आयुक्त, भोपाल संभाग, डा. पुखराज मारू का होगा । इस दिन हमें आज माखनलाल चाहिये विषय पर डा. नीरजा माधव, सारनाथ, डा. रामप्यारी धुर्बे, डा. राजेश श्रीवास्तव, शंम्बर, पंकज पुरोहित, विनय त्रिपाठी और विजय एस.गौर वक्तव्य देंगे । इस कार्यक्रम के समन्वयक पाठक मंच सीहोर के संयोजक डा. हुकुम सिंह मण्डलोई होंगे । साहित्य अकादमी के निदेशक डा. देवेन्द्र दीपक ने साहित्य प्रेमियों से अपील की है कि वे इस समारोह में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों ।
साहित्य अकादमी के निदेशक डा. देवेन्द्र दीपक ने बताया कि समारोह का शुभांरभ 26 अप्रैल को प्रात: 9 बजे केन्द्रीय विद्यालय सभागार, सीहोर में होगा । शुभारंभ सत्र की अध्यक्षता कृष्णकांत सक्सेना करेंगे। समारोह में माखनलाल चतुर्वेदी की कविताओं की विद्यार्थियो द्वारा पाठ प्रस्तुति प्रतियोगिता भी होगी । शुभारंभ के बाद समारोह का आयोजन स्थल शासकीय आवासीय खेलकू द संस्थान, सभागार, भोपाल नाका सीहोर होगा । इस दिन शाम 7 बजे के सत्र की अध्यक्षा शिमला के डा. चमनलाल गुप्ता करेंगे । इस मौके पर शुभारंभ वक्तव्य डा. कृष्णदत्त पालीवाल, दिल्ली एवं रमेश शर्मा, उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय एकता समिति का होगा । समारोह में सुप्रसिद्ध नाटय निर्देशक आलोक चटर्जी के निर्देशन में दोस्त नाटय संस्था द्वारा कृष्णाअर्जुन युद्ध नाटय की प्रस्तुति होगी । दो दिवसीय माखनलाल चतुर्वेदी समारोह में अगले दिन 27 अप्रैल के सत्र की अध्यक्षा इंदौर के कृष्ण कुमार अष्ठाना करेंगे । इस मौके पर समापन वक्तव्य आयुक्त, भोपाल संभाग, डा. पुखराज मारू का होगा । इस दिन हमें आज माखनलाल चाहिये विषय पर डा. नीरजा माधव, सारनाथ, डा. रामप्यारी धुर्बे, डा. राजेश श्रीवास्तव, शंम्बर, पंकज पुरोहित, विनय त्रिपाठी और विजय एस.गौर वक्तव्य देंगे । इस कार्यक्रम के समन्वयक पाठक मंच सीहोर के संयोजक डा. हुकुम सिंह मण्डलोई होंगे । साहित्य अकादमी के निदेशक डा. देवेन्द्र दीपक ने साहित्य प्रेमियों से अपील की है कि वे इस समारोह में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों ।
गर्मी की छुट्टियों में भी मिलेगा बच्चों को ताजा भोजन
सीहोर 23 अप्रैल (नि.सं.)। राज्य शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के मुताबिक सूखा ग्रस्त घोषित क्षेत्रों की प्राथमिक शालाओं में ग्रीष्म गतु के दौरान भी मध्यान्ह भोजन कार्यम (एम.डी.एम.) जारी रहेगा। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अरूण कुमार तोमर द्वारा सूखा घोषित सीहोर, आष्टा, बुधनी और नसरूगागंज विकासखंड की प्राथमिक शालाओं में ग्रीष्म अवकाश में मध्यान्ह भोजन के सुचारू क्रियान्वयन के मद्देनजर जिला शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना समन्वयक को आवश्यक निर्देश जारी किए गए है। निर्देशों का कडाई से पालन सुनिश्चित किया गया है। जारी निर्देशों में कहा गया है कि सूखा घोषित क्षेत्र के विकास खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया जाय कि वे गर्मियों की छुट्टियों में लक्षित शालाओं में शाला के प्रघानाध्यापक- प्रभारी प्रधानाध्यापक के मार्गदर्शन में महिला स्व-सहायता समूहपी.टी.ए. द्वारा मध्यान्ह भोजन कार्यम का क्रियान्न्वयन करवाने हेतु निर्देश जारी करें। विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रधानाध्यापक प्रभारी प्रधानाध्यापक के माध्यम से शाला में पढने वाले सभी विद्यार्थियों को यथासमय यह सूचना दी जाये कि वे छुट्टियों के दौरान निर्धारित समय पर शाला में आकर मध्यान्ह भोजन ग्रहण करें। मध्यान्ह भोजन कार्यम के क्रियान्वयन हेतु प्रत्येक शाला मे एक शिक्षक की डयूटी लगाई जायगी। जिसकी सूचना जिला पंचायत आवश्यक रूप से देगी। गर्मियों की छुट्टियों में सूखा प्रभावित क्षेत्रों की शालाओं में मध्यान्ह भोजन कार्यम के क्रियान्वयन का अनुश्रवण का दायित्व जन शिक्षक प्रभारी को सौपा जायगा। मध्यान्ह भोजन कार्यम का समय प्रात: 10.00 से 12.00 का रहेगा जिसे शाला की दीवार पर लिखा जायगा। गौरतलब है कि जिले की इछावर तहसील को छोड़कर शेष तहसीलों को सूखा ग्रस्त घोषित किया गया हैं।
चार बार दवाओं जब एक बार लगेगा....
आष्टा 23 अप्रैल (नि.प्र.)। अगर आपको आष्टा से जावर, मेहतवाड़ा, बार करना है तो कृपया ध्यान रखे केवल एक बार ही संबंधित का नम्बर दबाकर रुके नही क्योंकि टेलिफोन विभाग की लापरवाही और अनदेखी के कारण पीछले कई दिनों से जावर क्षैत्र की टेलिफोन व्यवस्था बिगड़ी पड़ी है । इस क्षैत्र के नागरिकों ने कई बार शिकायत की लेकिन धृतराष्ट्र कुम्भकरण की निन्द में सोये है । आष्टा के नागरिकों की कई दिनों से जावर बात नही हुई है । आज जब इस प्रतिनिधि में जावर 259039 पर बात करने की कोशिश की तो 1,2,3 बार उक्त नम्बर दबाया तो बात नही हुई चौथी बार नम्बर दवाया जब जाकर इस नम्बर पर बात हुई तब ज्ञात हुआ कि अगर जावर में कही किसी से बात करना हो तो 3-4 बार उक्त नम्बर दबाओं जब जाकर संबंधित नम्बर लगेगा और बात होगी। क्या एसडीओ आष्टा जावर क्षैत्र की बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने की कोशिश करेंगे ।
न्या.कर्म. पर कोषालय में राशि जमा नहीं करने पर आष्टा थाने में प्रकरण दर्ज
आष्टा। विद्वान न्यायाधीश एवं नाजरात इंचार्ज श्री सुधीर चौधरी की और से विनोद यादव द्वारा आज आष्टा थाने में एक आवेदन दिया गया है जिस पर आष्टा पुलिस ने तात्कालिक न्याययिक कर्मचारी श्री अमित शर्मा के खिलाफ धारा 409 के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज किया है। थाना प्रभारी अतीक अहमद खान ने उक्त जानकारी देते हुए फुरसत को बताया कि 30 नवम्बर 2007 को एक रसीद 10 हजार रुपये की काटी गई थी एवं उक्त राशि कोषालय में जमा होना थी। लेकिन जांच में पाया गया कि उक्त राशि कोषालय में जमा नहीं कराई गई। इस पर पुलिस ने श्री अमित शर्मा के खिलाफ धारा 409 के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
लाड़ली लक्ष्मी का लाभ उठाएं अपनी बेटी को लखपति बनाएं
सीहोर 23 अप्रैल (नि.सं.)। बेटी अभिशाप नहीं वरदान बने इसके लिए जिले में सरकार की लाड़ली लक्ष्मी योजना यिान्वित की जा रही है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि पात्र बालिका का पंजीकरण संबंधित ग्राम वार्ड के आंगनवाडी केन्द्र में ही होना चाहिए। महिला बाल विकास विभाग द्वारा नागरिकाें से लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ उठाने की अपील की गई है।
क्या है योजना
राज्य शासन द्वारा बालिकाओं के शैक्षणिक स्तर तथा आर्थिक स्तर में सुधार तथा उनके बेहतर भविष्य के मद्देनजर लाड़ली लक्ष्मी योजना चलाई जा रही है।
योजना की पात्रता
यह योजना एक जून, 2006 के बाद जन्म लेने वाली बालिकाओं के लिए है जिसके मातापिता आयकर दाता न हों और इन्होने परिवार नियोजन करा लिया हो तथा बालिका आंगनवाडी केन्द्र में पंजीकृत हो वह योजना के लिए पात्र है।
योजना का लाभ
लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत बालिका के पक्ष में प्रति वर्ष 6000 रूपये लगातार पांच साल तक कुल 30 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र (एन.एस.सी.) य किए जांएगे।
बेटी बनेगी लखपति
बालिका के कक्षा छठवीं में प्रवेश पर दो हजार, कक्षा नवमी में प्रवेश पर चार हजार, कक्षा ग्यारहवीं में प्रवेश पर साढे सात हजार तथा ग्यारहवीं और बारहवीं में पढ़ाई के समय दो वर्ष तक 200 रूपये प्रति माह दिए जाएंगे। बालिका के 21 वर्ष पूर्ण करने पर एवं 18 वर्ष के पूर्व विवाह न करने तथा 12वीं कक्षा की परीक्षा में सम्मिलित होने पर एक मुश्त राशि का भुगतान किया जाएगा। इस प्रकार भुगतान की गई राशि एक लाख रूपये से अधिक की होगी।
योजना में संशोधन
राज्य शासन द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना में किए गए संशोधन के मुताबिक अब उस बालिका को भी लाभ दिया जाएगा जिस परिवार में प्रथम बालिका हो। इसके लिए परिवार नियोजन की शर्त नहीं रहेगी किन्तु द्वितीय प्रसव पर परिवार नियोजन की शर्त यथावत रहेगी। इसी तरह जिस परिवार ने किसी बालिका को वैधानिक रूप से गोद (दत्तक) लिया है उसे प्रथम बालिका मानते हुए योजना का लाभ दिया जाएगा।
जिस परिवार में अधिकतम दो संतान हैं तथा माता अथवा पिता की मृत्यु हो गई है उसके लिए परिवार नियोजन की शर्त अनिवार्य नहीं होगी। पति या पत्नी की मृत्यु का प्रमाण पत्र आवश्यक होगा। जिस परिवार में प्रथम बालक अथवा बालिका है तथा द्वितीय प्रसव पर दो जुड़वा बच्चियां जन्म लेती हैं तो ऐसे मामले में जुड़वा बच्चियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जाएगा।
क्या है योजना
राज्य शासन द्वारा बालिकाओं के शैक्षणिक स्तर तथा आर्थिक स्तर में सुधार तथा उनके बेहतर भविष्य के मद्देनजर लाड़ली लक्ष्मी योजना चलाई जा रही है।
योजना की पात्रता
यह योजना एक जून, 2006 के बाद जन्म लेने वाली बालिकाओं के लिए है जिसके मातापिता आयकर दाता न हों और इन्होने परिवार नियोजन करा लिया हो तथा बालिका आंगनवाडी केन्द्र में पंजीकृत हो वह योजना के लिए पात्र है।
योजना का लाभ
लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत बालिका के पक्ष में प्रति वर्ष 6000 रूपये लगातार पांच साल तक कुल 30 हजार रूपये के राष्ट्रीय बचत पत्र (एन.एस.सी.) य किए जांएगे।
बेटी बनेगी लखपति
बालिका के कक्षा छठवीं में प्रवेश पर दो हजार, कक्षा नवमी में प्रवेश पर चार हजार, कक्षा ग्यारहवीं में प्रवेश पर साढे सात हजार तथा ग्यारहवीं और बारहवीं में पढ़ाई के समय दो वर्ष तक 200 रूपये प्रति माह दिए जाएंगे। बालिका के 21 वर्ष पूर्ण करने पर एवं 18 वर्ष के पूर्व विवाह न करने तथा 12वीं कक्षा की परीक्षा में सम्मिलित होने पर एक मुश्त राशि का भुगतान किया जाएगा। इस प्रकार भुगतान की गई राशि एक लाख रूपये से अधिक की होगी।
योजना में संशोधन
राज्य शासन द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना में किए गए संशोधन के मुताबिक अब उस बालिका को भी लाभ दिया जाएगा जिस परिवार में प्रथम बालिका हो। इसके लिए परिवार नियोजन की शर्त नहीं रहेगी किन्तु द्वितीय प्रसव पर परिवार नियोजन की शर्त यथावत रहेगी। इसी तरह जिस परिवार ने किसी बालिका को वैधानिक रूप से गोद (दत्तक) लिया है उसे प्रथम बालिका मानते हुए योजना का लाभ दिया जाएगा।
जिस परिवार में अधिकतम दो संतान हैं तथा माता अथवा पिता की मृत्यु हो गई है उसके लिए परिवार नियोजन की शर्त अनिवार्य नहीं होगी। पति या पत्नी की मृत्यु का प्रमाण पत्र आवश्यक होगा। जिस परिवार में प्रथम बालक अथवा बालिका है तथा द्वितीय प्रसव पर दो जुड़वा बच्चियां जन्म लेती हैं तो ऐसे मामले में जुड़वा बच्चियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जाएगा।
आग से जली विवाहिता की मौत
सीहोर 23 अप्रैल (नि.सं.)। इछावर थाना क्षेत्र के ग्राम रामदासी में गत दिनों आग से जली एक विवाहिता की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है। इछावर क्षेत्र के ग्राम रामदासी में रहने वाले वीरेन्द्र सेंधव की 28 वर्षीय पत्नि अरोड़ा बाई गत दिनो अपने ही घर में आग से जल गई थी गंभीर रुप से चली विवाहिता को उपचार हेतु हमीदिया अस्पताल भोपाल में दाखिल कराया गया था जहाँ पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
नगर में जल संकट : 5 लोगों के टयूबवेल अधिग्रहित
जावर 23 अप्रैल (नि.सं.)। नगर में व्याप्त जल संकट को देखते हुए प्रशासन ने नगर के पाँच लोगों के 25 टयूबवेलों को अधिग्रहरण कर लिया है जिसकी सूची सभी पाँचों लोगों के पास भेज दी गई है। इन टयबवेलों से टैंकर के द्वारा पानी लाया जायेगा।
मुख्य नगर पंचायत अधिकारी राहुल शर्मा ने बताया कि वर्तमान में नगर पंचायत के जितने भी जल स्त्रोत थाने के पास के को छोड़कर सभी में पानी काफी कम हो गया है। कुछ टयूबवेल हेण्डपंप तो बंद भी हो गये हैं। नगर में जल संकट की समस्या को देखते हुए हमने नगर के पाँच लोगों के जिनके टयूबवेलों में पर्याप्त पानी है की सूची बनाकर एसडीएम कार्यालय आष्टा भेजी थी वहाँ से आदेश मिलते ही हमने टयूबवेल अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई और उन सभी पाँचों लोगों के पास टयूबवेल अधिग्रहण की जानकारी भी दी गई है। जिन लोगों के टयूबवेल अधिग्रहण किये गये हैं उनके नाम इस प्रकार हैं, सेंट पाल स्कूल, चन्दर सिंह पुत्र मोती सिंह, रमेश चंद पांचाल, लक्ष्मी नारायण पाटीदार, चन्दर सिंह पुत्र करण सिंह। इन लोगों के टयूबवेलाें से टैंकरों के जरिये पानी लाकर टंकियों में डाला जायेगा। इसके बाद पाईप लाईन के जरिये नगर में पानी सप्लाई किया जायेगा।
मुख्य नगर पंचायत अधिकारी राहुल शर्मा ने बताया कि वर्तमान में नगर पंचायत के जितने भी जल स्त्रोत थाने के पास के को छोड़कर सभी में पानी काफी कम हो गया है। कुछ टयूबवेल हेण्डपंप तो बंद भी हो गये हैं। नगर में जल संकट की समस्या को देखते हुए हमने नगर के पाँच लोगों के जिनके टयूबवेलों में पर्याप्त पानी है की सूची बनाकर एसडीएम कार्यालय आष्टा भेजी थी वहाँ से आदेश मिलते ही हमने टयूबवेल अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई और उन सभी पाँचों लोगों के पास टयूबवेल अधिग्रहण की जानकारी भी दी गई है। जिन लोगों के टयूबवेल अधिग्रहण किये गये हैं उनके नाम इस प्रकार हैं, सेंट पाल स्कूल, चन्दर सिंह पुत्र मोती सिंह, रमेश चंद पांचाल, लक्ष्मी नारायण पाटीदार, चन्दर सिंह पुत्र करण सिंह। इन लोगों के टयूबवेलाें से टैंकरों के जरिये पानी लाकर टंकियों में डाला जायेगा। इसके बाद पाईप लाईन के जरिये नगर में पानी सप्लाई किया जायेगा।
1 वरमाला वेणी का मूल्य 100 रुपये हुआ
आष्टा 23 अप्रैल (सुशील संचेती)। भारत सरकार मंहगाई को काबू करने में हर क्षेत्र में असफल सिध्द हो रही है। मंहगाई को काबू करने के वो प्रयास भी करती है लेकिन किये प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं यही कारण है कि पूरे देश में मंहगाई का असर हर आम और खास का पसीना निकल रहा है। अब मंहगाई का असर फूलों पर भी आ गया है यही कारण है कि जिस परिवार में विवाह कार्यक्रम है उस परिवार के सदस्य जब वर-वधु के लिये वरमाला, दुल्हन के लिये बेड़ी लेने हारफूल भंडार पर जाता है तो भाव सुनकर दंग रह जाता है। फूलों की तंगी और भरपूर लग् होने के कारण फूलों की मांग कई गुना बढ़ गई है आष्टा में यूँ तो कई लोग फूलों की खेती करते हैं लेकिन वे मांग के अनुरुप पूर्ति नहीं कर पाते हैं यही नहीं आष्टा में फूलों का इतना उत्पादन होता है क्योंकि कृषि विभाग ने कभी इस और रुचि ही नहीं ली कि क्षेत्र का किसान फूलों की खेती करें। आष्टा में मांग अधिक और पूर्ति कम होने के कारण यहाँ के हारफूल भंडार के व्यापारी तरह-तरह का फूल इन्दौर-उजैन, देवास, सीहोर, भोपाल आदि शहरों से मंगाकर आष्टा की पूर्ति करते हैं। इन दिनों हर जगह फूलों की मांग अत्याधिक बढ़ जाने के कारण फूलों का थोक व्यापार करने वालों के मजे हो गये हैं। आष्टा में हारफूल भंडार के व्यापारी सुन्दरलाल कुशवाह एवं प्रकाश कुशवाह ने फुरसत को बताया कि फूलों के भावों में कई गुना वृध्दि हो जाने के कारण हालत खराब है। आष्टा में वर-वधु की वरमाला जो पहले हम 51 रुपये में एक बेचते थे आज वो ही वरमाला 101 रुपये में बेच रहे हैं। दुल्हन की वेणी जो 101 रुपये में बेचना पड़ रही है। हारफू ल के व्यापारी सुन्दर लाल कुशवाह ने बताया कि जो मोगरे के फूल 80 से 100 रुपये किलो था वो आज 350 रुपये मिल रहा है। नवरंग फूल जो 30 से 40 रुपये था अब यह 60 से 70 रुपये किलो आ रहा है। गुलाब का फूल पहले 100 रुपये था अब 200 रुपये किलो आ रहा है। फूलों के भावों में वृध्दि के कारण जो हार 2 से 5 रुपये में बिकता था आज वो सादा हार 5 से 10 रुपये में बिक रहा है। वरमाला और वेणी के रेट में दुगनी वृध्दि हो जाने से विवाह वाले परिवार मजबूरी में इतनी महंगा वरमाला खरीद रहे हैं।
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