Friday, January 2, 2009

31 दिसम्बर रात ईसाई न्यू ईयर मना खूब, जमकर पी गई दारु, मंदिरों में लगी रही भीड़

      सीहोर 1 जनवरी (नि.सं.)। अंग्रेजी नववर्ष मनाने वाले भारतीयों ने कल ईसाई पध्दति से रात की 12 बजे त्यौहार मनाया और खुशी जाहिर की। आज 1 जनवरी को बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुँचे और नववर्ष की शुभकामना दी व एसएमएस किये।

      विदेशी त्यौहार भी धीरे-धीरे भारतीय संस्कृति में रचने बसने लगे हैं और इसी का परिणाम है कि ईस्वी सन के साथ-साथ नये ईस्वी वर्ष को भी भारत में मनाये जाने लगा है। हालांकि समीपस्थ देशों में जहाँ विश्व की प्राचीन व मान्य संस्कृति चीन हो या जापान इन देशों में आज भी नववर्ष उनके स्थानीय रीति-रिवाज के साथ पूरा देश एक साथ एक स्वर में मनाता है लेकिन भारतवर्ष में ईसाई नववर्ष मनाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

      यहाँ भारतीय संस्कृति में सूर्य उदय से नये दिन की शुरुआत मानी जाती है, लेकिन ईसाईयों की तरह रात के 12 बजे से ही अंग्रेजी केलेण्डर का दिन बदल जाता है इसलिये बड़ी संख्या में कल 31 दिसम्बर की रात को नवयुवा वर्ग देर रात तक जगा और 12 बजने के बाद एक-दूसरे को नववर्ष की बधाईयाँ दी गई। कल युवकों ने जमकर व्हीस्की और दारु पीकर भी नववर्ष मनाया, विदेशी त्यौहार की यही संस्कृति है इसलिये कल खाने-पीने के अलावा नाच गाना भी खूब हुआ।

      आज 1 जनवरी को बड़ी संख्या में लोगों ने मंदिरों में जाकर ईसाई नये वर्ष को मनाते हुए भगवान से आशीर्वाद मांगा कि ईसाई वर्ष 2009 के सालभर हमारे अच्छे से दिन बीतें।

      आज गणेश मंदिर सहित सभी मंदिरों में दर्शनार्थी पहुँचे। गणेश मंदिर में लगी लम्बी लाईनों के कारण लोगों को घंटो दर्शन के लिये इंतजार करना पड़ा।

जब तक डाक्टरों की गुटबाजी खत्म नहीं होगी, अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं सुधर सकती

      आष्टा 1 जनवरी (नि.प्र.)। जो खुद अपनों के कारण गंभीर रुप से व्यवस्थाओं की बीमारी से बीमार हो वो दूसरे आने वाले मरीजों को क्या ठीक करेगा। आष्टा का सिविल अस्पताल में डाक्टरों की गुटबाजी, एक दूसरे को नीचा दिखाना, कर्मचारियों की मनमानी आदि अनेकों ऐसे कारण है जिससे आष्टा को सिविल अस्पताल गंभीर रुप से बीमार है। कल रात्री में इसका उदाहरण देखने को मिला जब ब्लास्ट के कारण आये गंभीर मरीजों को अस्पताल की लापरवाही के कारण अंधेरे के कारण मरीजों को टार्च के उजाले में उपचार कर रवाना करना पड़ा। आष्टा सिविल अस्पताल रोकस की अध्यक्ष एसडीएम ने व्यवस्थाओं को सुधारने के काफी प्रयास किये। लेकिन उनके सभी प्रयासों को अस्पताल की गंदी राजनीति ने निराशा में बदल दिया।

      आष्टा के सिविल अस्पताल में विद्युत कटौती के वक्त अस्पताल में उजाला रहे इसके लिये एक बूढ़ा जनरेटर है जो महिने में 5-10 बार खराब होता है। जनरेटर, इनवर्टर, बिजली आदि सुधारने जाने का एक ठेके दार को 1 हजार रुपये प्रति माह में ठेका दिया है ये महाशय क्या करते हैं क्या नहीं करते? यह किसी से नहीं छुपा है। जब इनकी वास्तविकता ज्ञात हुई तो एसडीएम ने इनसे कार्य ना कराकर किसी अन्य से कार्य कराने को कहा है अस्पताल में कई लाईट पंखे बंद पड़े हैं। लाईने खुली है, जनरेटर जब देखो तब खराब रहता है कोई डाक्टर व्यवस्था सुधारने की बात करता है तो दूसरा उसकी टांग खेंच देता है। अस्पताल से पहले इनवर्टर चोरी गया जो आज तक नहीं मिला। थोड़े दिन पहले एक कर्मचारी को ग्लूकोज की बोतलें ले जाते पकड़ा था। वहीं फुरसत को खबर है कि यहाँ से और भी कई सामान गायब है अगर गंभीरता से जांच हो और स्टाक मिलाया जाये तो जरुर बहुत कुछ उजागर होगा। नये विधायक रणजीत सिंह गुणवान को अपना रुप दिखाना होगा तथा अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिये उन्हे कमर कसना होगा। अस्पताल की बिगड़ी व्यवस्थाओं को लेकर कभी भी जनता को रोष भड़क सकता है।

मिलन समारोह तो एक बहाना है... असल में जो हुआ उसे दबाना है....

      आष्टा 1 जनवरी (नि.प्र.)। आज बीआरसी कार्यालय में शिक्षा परिवार के नाम से नववर्ष 2009 के आगमन पर स्वागत एवं नववर्ष मिलन समारोह का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में जिन्हे अतिथि बनाया गया वे सभी ऐसे नेता है जो गुड़ी पड़वा को नववर्ष मानते हैं लेकिन वे आज पाश्चात्य संस्कृति के नववर्ष के कार्यक्रम पहुँचेंगे ? वैसे अभी तक का इतिहास रहा है कि बीआरसी में शिक्षा परिवार ने कभी नववर्ष का ना ही कोई कार्यक्रम किया है और ना ही मिलन स्वागत समारोह आयोजित किया। अचानक इस वर्ष इस शासकिय विभाग को यह आयोजन क्यों करना पड़ रहा है ?

      खबर है कि पिछले दिनों आष्टा के इस शासकिय कार्यालय में जो एक बर्तन की दुकान ऊपर से लेकर नीचे तक के अधिकारियों के आशीर्वाद से लगी थी जिसकी शिकायत और गूंज आष्टा से मुख्यमंत्री के यहाँ तक पहुँची थी उसको दबाने और उसकी जांच की आंच आष्टा पर नहीं पड़े इसके लिये यह आयोजन आयोजित किया है। जांच की आंच के कवच बनाने के लिये ही इस कार्यक्रम में विधायक आष्टा, तीनों मंडलों के अध्यक्ष एवं अन्य नेताओं को यहाँ पर अतिथि बनाया गया है ताकि जब भी जांच की आंच आये तो ये नेता इस स्वागत सम्मान के बदले सुरक्षा कवच बन सके। पाश्चात्य संस्कृति के नववर्ष के स्वागत में देखना है कि गुड़ी पड़वा को ही अपना नववर्ष मानने वाले आज इस कार्यक्रम में जाते हैं या नहीं? कार्यक्रम को आयोजित करने वालों की मंशा को भी नेताओं को समझना होगा क्योंकि अचानक इस ही वर्ष तो नववर्ष नहीं आया है इसके पहले भी कई बार नववर्ष आये थे ? लेकिन इस आयोजन को करने के पीछे संस्था का स्वार्थ अधिक नजर आ रहा है। भारतीय संस्कृति की बात करने वाले नेता आज पाश्चात्य संस्कृति के कार्यक्रम में नजर आयेंगे।

संत श्री गोविन्द जाने की भव्य अगवानी की

आष्टा 1 जनवरी (नि.प्र.)। आज से आष्टा में संतश्री गोविन्द जाने के श्री मुख से श्रीमद भागवत कथा का भव्य कार्यक्रम शुरु हुआ। आज प्रात: संतश्री का शुजालपुर से आष्टा आने पर गोविन्द जाने समिति ने इन्दौर नाके पर भव्य अगवानी कर स्वागत वंदन किया। संतश्री के आगमन पर समिति अध्यक्ष गजेन्द्र टेलर, गोपी सेठी, विजय बबली खंडेलवाल, सुशील जैन, पर्वत सिंह, महेन्द्र तलवारा, प्रदीप राठौर, गोपाल दास राठी, नरेन्द्र गंगवाल, सुशील संचेती, त्रिलोक बोहरा, मनोज काका, अनिल भाटी, मुकेश बड़जात्या, राजेश सोनी, भैया माथुर, जयंत जोशी, राजा मेवाड़ा, मंदरुप सिंह, धीरज वोहरा सहित अनेकों सदस्य उपस्थित थे। उन्होने स्वागत किया बाद में वाहन रैली के रुप में संत जी को गंतव्य तक लेकर आये।

बिल्ली ने महिला के मुँह में डाल दिया जहर

      आष्टा 1 जनवरी (नि.प्र.)। अरंडिया ग्राम में एक महिला जो की घर में अपने बच्चे को दूध पिला रही थी तभी बिल्ली कूदी और मकान के ऊपर पटियों पर रखी कीटनाशक दवा का डिब्बा नीचे गिरा जो महिला के सिर पर गिरा और उसका कीटनाशक सिर से होता हुआ मुँह में पहुँच गया। जिसे बाद में आष्टा अस्पताल लाया गया। उक्त महिला जिसका नाम रुखसत पत्नि अंसार है को अस्पताल लायं यहाँ डाक्टर रामचन्द्र गुप्ता ने देखा और कीटनाशक मुँह में चले जाने के कारण उसे उल्टियाँ करवाई गई।

खजाना भरकर लाया हूँ, खजाना लुटाऊंगा -गोविन्द जाने

      आष्टा 1 जनवरी (नि.सं.)। आज से 10-12 साल पहले मै देवास में मजदूरी करता था लेकिन आज उस व्यक्ति के आशीर्वाद से मै आज आष्टा में आपके सामने मदभागवत कथा सुना रहा हूं खजाना भरकर लाया हूं मै आष्टा में खजाना लुटाउंगा जो भी पंडाल में बैठा है उसकी जिंदगी संवर जाएगी, देवास में टेकरी मंदिर के नीचे एक कुष्ठ रोगी भीख मांगने के लिए बैठा रहते थे,मै मजदूरी के पैसों से उनक ो दूध पिलाने जाया करता था सब लोग मुंह पर कपड़ा रखकर निकलते थे, उनके पैर में दर्द होने पर मै अपनी टाबिल से बांधता था, पैर दबाता था,उससे उन्हें बहुत आंनद मिलता था,6 दिन सेवा की,सातवें दिन जब मै जाने लगा तो उन्होंने एक ऐसी आवाज लगाई,मैने मुड़कर देखा उन्होंने मुझे बुलाया, अपना हाथ खुद के सिर पर रखकर रो पडे पलटकर देखा तो उनकी आखों में इतना तेज था कि मै देख नही सका, वह सातवां दिन ही हे कि में आष्टा की धरती पर आज आपके सामने बैठा हॅ इसके बाद से मै खोज रहा हूं वह मुझे दुबारा नही मिले है।

      उक्त उद्गार युवा संन्त सदगुरू श्री गाविन्द जाने ने श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए। सर्व प्रथम संतश्री ने विधिवत पूजा अर्चना कर गोविन्द जी का आव्हान कर आसन ग्रहण किया।

      नगर आगमन पर संतश्री की भव्य शोभायात्रा नगर के विभिन्न मार्गो से होती हुई कथा स्थल पर पहुंची, जहां पर वरिष्ठ समाजसेवी अनोखीलाल खंडेलवाल संरक्षक, विधायक रंजीत सिंह गुणवान, जिला भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, देवी सिंह परमार, मुकेश बड़जात्या, नरेंद्र गंगवाल तथा प्रकाश पोरवाल पत्रकार, तुलझाराम भोजवानी, राधेश्याम दलपति, कृपाल सिंह पटाड़ा, कैलाश दादू, समाज सेवी रामनारायण शर्मा प्राचार्य शास्त्री स्कूल, समिति अध्यक्ष गजेन्द्र टेलर, उपाध्यक्ष महेंद तलवारा,गोपी सेठी मनोज नागर, पर्वत लाल प्रहलाथिया, राजीव पंवार, बबली खंडेलवाल, संजीव दीक्षित, तथा समिति के सभी सदस्यों आदि ने भावभीनी स्वागत किया।

      इस बार की व्यवस्थाएं पिछले वर्ष से भव्य रूप से आवश्यकता को देखते हुए की गई,न.पा.द्वारा सफाई पानी की पुलिस प्रशासन द्वारा हनुमंतसिंह राजपूत टीआई के मार्गदर्शन में भक्तों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

      श्रीमद भागवत कथा भक्तो को भक्ति की गंगा में गोते लगवाने में संतश्री तथा उनकी भजन मण्डली गोविन्द जाने ने भक्तो से आव्हान किया कि आष्टा की पावन धरती पर इतने सारे श्रद्धालुओं   को देखकर मै सबको साधुवाद देता हॅू आज नववर्ष की शुरूआत बहुत अच्छी हो रही है मध्य और अंत भी बहुत अच्छा होगा, व्यक्ति में दो तरह का आनंद लेने की प्रवृत्ति होनी है, एक विषयानंद दूसरा ब्रह्मानंद एक मौत का द्वार है तो दूसरा मोक्ष का द्वार, आत्म हत्या वही करता है,जिसे कोई रास्ता नही दिखता ब्रम्हानंद में इसका रास्ता मौजुद है,हम करोडो बार मर चुके है और मां की कोख से पैदा हो चुके है लेकिन विषयानंद में आज तक फंसे हुए है आत्मा को तीन प्रकार के कष्ट होते है,कर्ज का शरीर का और मानसिंक कष्ट, हिमालय में तप करते समय यदि साधक के पास शेर आ जाए या सांप उसके शरीर पर चढ़ जाए तो उसे कोई फर्क नही पड़ता क्योकि वह ब्रह्मानंद में है,हरिजन बन तो ऐसा बन, कि हरि सुमिरन की हद कर दे भजन कर तो ऐसा कर कि यमराज का खाता भी रद्ध कर दे, भजन करने वाले नौ द्वार की नगरीय में एक द्वार भी है जहां पर मौत नही पहुंच पाती,महापुरूषो की नींव कुईयों के आशीर्वाद से बनी है,इसीलिए आज हम उनका नाम लेते है, आशीर्वाद मांगों, जिससे आप बहुत अमीर हो जाएंगे।

      आप एक मां का घर में तिरस्कार करते है, दूसरी मां को चुनरी ओढ़ाने मंदिर जाते है तो मां आपको क्या आशीर्वाद देगी। श्रीमद भागवत कथा आज प्रथम दिन था जो की आगामी 7 जनवरी तक दोपहर 12 से 4 बजे तक निर्विध्न जारी रहेगी, श्री गोविन्द जाने समिति के पदाधिकारियों ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे सहपरिवार कथा पंडाल में पधारकर भक्ति रस आ आनंद लेकर जीवन सफल बनाएं। 

सिक्के शासन निधि के रुप में अर्जित

      सीहोर 1 जनवरी (नि.सं.)। जिले की तहसील बुधनी में कोसमी से भूरी टैंक सड़क बनाए जाने के दौरान मिले चाँदी जैसे 240 सिक्कों को शासन निधि के रूप में अर्जित कर लिया गया है। कलेक्टर द्वारा इस सिलसिले मे आदेश जारी कर दिए गए हैं।

      जिले की तहसील बुधनी की ग्राम पंचायत बारदी थाना रेंहटी में कोसमी से भूरी टैंक तक सडक बनाए जाने के दौरान उर्दू या अरबी भाषा में लिखे 240 चाँदी जैसे सिक्के प्राप्त हुए थे। सिक्काें को धारा 25 पुलिस एक्ट के तहत जिला कार्यालय की नजारत शाखा में जमा कराया गया। इस सिलसिले में भू-निखात निधि अधिनियम में निहित प्रावधानों के मुताबिक 4 जुलाई,07 को अधिसूचना जारी कर 20 जुलाई,07 तक दावे  आपत्तियां बुलाई गई। निर्धारित तिथि तक कोई दावा  आपत्ति प्राप्त नहीं होने के चलते इन 240 सिक्कों को शासन निधि के रूप में अर्जित कर लिया गया है। कलेक्टर द्वारा इस सिलसिले में भू-निखात निधि अधिनियम में निहित प्रावधानों के तहत आदेश जारी कर दिए गए हैं।

पत्रकार गुप्ता को श्रद्धांजली

      सीहोर 1 जनवरी (नि.सं.) नसरुल्लागंज के वरिष्ठ पत्रकार राम अवतार जी गुप्ता के निधन पर जिला पत्रकार संघ ने श्रद्धांजली अर्पित की।

      वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार जी गुप्ता के निधन पर जिला पत्रकार संघ ने बैठक आहुत कर श्री गुप्ता को श्रद्धांजली दी।

      श्रद्धांजली देने वालों में प्रमुख रूप से शंकर लाल जी साबू, रामनारायण ताम्रकार, पुरूषोतम कुईया, जय उपाध्याय, विमज जैन, बंसत दासवानी, राकेश समाधिया, सुरेश साबू, गोपाल सोनी, श्याम सोनकर, आनंद गांधी, हरि सोनी, विनय पालीवाल, श्रवण मवाई, अमित कुईया, सुनील शर्मा, डा.अनीस खान आदि उपस्थित थे। 

कांग्रेस सेवादल ने अनाज वितरित कर किया नववर्ष का अभिनंदन

      सीहोर 1 जनवरी (नि.सं.)। कांग्रेस सेवादल की सीहोर जिला इकाई के अध्यक्ष एवं नपाध्यक्ष राकेश राय ने नये साल का स्वागत गरीबों एवं जरूरतमन्दो को अनाज वितरित कर किया उल्लेखनीय है कि श्री राय विगत कई सालों से एक जनवरी के दिन अनाज का वितरण करते है।

      नववर्ष के पहले दिन एक जनवरी को कांग्रेस सेवादल के मेन रोड स्थित कार्यालय पर भिक्षा मांग कर जीवन यापन करने वाले गरीबों एवं जरूरत मन्दो को नगर पलिका अध्यक्ष राकेश राय ने अनाज वितरित कर नये साल की शुरूआत की इस अवसर पर कांग्रेस नेता संतोष सिंह पत्रकार, धर्मेन्द्र यादव, महेन्द्र सिंह ठाकुर मनकी, कांग्रेस नेता धनश्याम यादव, संदीप राय, नरेश राय, प्रताप पंवार, राजू प्रजापति, नवाब मुनव्हर, सोनू मेवाड़ा, भावेश व्यास, राजा खाना, परवेज शेख, शकील खान आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय, रही है।

      कांग्रेस सेवादल के प्रवक्ता नवाब मुनव्वर खान ने बताया कि अन्नदान महादान की परम्परा को जारी रखकर हर साल नये साल के पहले दिन नगर पालिका अध्यक्ष एवं कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष राकेश राय, एक अच्छा सन्देश देते है व समाज के अंतिम छौर पर खडे हुये को अनाज वितरित कर मानवता की सच्ची सेवा का परिचय देते हैं। 

अंधेरे में डूबे अस्पताल में घायल मरीज तड़पते रहे

      आष्टा 1 जनवरी (नि.सं.)। एक और जहाँ प्रदेश के मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश को स्वर्णिम मध्य प्रदेश बनाने का सोचते हुए दूसरी पारी की शुरुआत कर रहे हैं वहीं आष्टा में सिविल अस्पताल का अंधेरा दूर नहीं हो पा रहा है।

      आज रात्रि में विद्युत कटौती के दौरान चन्नोटा जोड़ पर एक दुर्घटना में घायल हुए दो लोग जिन्हे एक वाहन वाला इलाज के लिये सड़क से उठाकर सिविल अस्पताल लाया लेकिन अंधेरे में डूबा सिविल अस्पताल यह दोनो आये मरीज काफी देर तक इलाज के लिये तड़पते रहे। बाद में डयूटी पर तैनात चिकित्सक श्री चतुर्वेदी ने बाजार से दो गैस मंगवाये और जैसे-तैसे सिविल अस्पताल में उजाला किया तब जाकर इन घायलों को प्राथमिक उपचार मिल पाया। बाद में इन्हे उच्च इलाज के लिये भोपाल भेजा गया। देवास से नेमावर के लिये एक मोटर साईकिल क्रं. एमपी 09 एमएन 3181 पर सवार होकर नेमावर निवासी प्रेमनारायण लाईनमेन एवं दीपगांव निवासी रामनिवास जब चन्नोटा जोड़ के पास आये तब एक अज्ञात वाहन इन्हे टक्कर मारकर भाग गया। सिविल अस्पताल में अंधेरे के कारण दोनो काफी देर तक इलाज नहीं मिल पाया। प्रेमनारायण के मुँह से खून की धार बह रही थी तथा रामनिवास के सिर में गंभीर चोंट आने के कारण अचेत अवस्था में पड़ा था यहाँ तक की घटना की सूचना मिलने पर आई पुलिस को भी लिखापढ़ी टार्च के उजाले में करना पड़ी। कल रात चिकित्सकों ने कहा था कि अस्पताल का जनरेटर चालू हैं लेकिन आज इस बात की भी पोल खुल गई और चिकित्सकों का झूठ उजागर हो गया।