Monday, March 3, 2008

ढोल की पोल खुली: पास-पास जमीन पर बैठाकर ली परीक्षा, शहर में खूब हुई नकल




सीहोर 1 मार्च (आनन्‍द गांधी)। व्यवस्थाओं की ढोल पीटने वाले शिक्षा विभाग की पोल आज वार्षिक परीक्षा प्रारंभ होने के साथ ही खुल गई जब यहाँ बैठने तक की व्यवस्थाएं नहीं की गई थी, खुद नकल कराने की व्यवस्थाएं जिला शिक्षा विभाग द्वारा करवा दी गई थी। टेबल-कुर्सी पर बैठने वाले विद्यार्थियों को जमीन पर बैठकर परीक्षा देने की मजबूरी थी। अधिकांश परीक्षार्थियों की आंखों में आंसू छलक रहे थे, उत्तर पुस्तिका रखने के लिये इनके पास तख्ती भी नहीं थी, कैसे लिखे, पुस्तिका कहां रखे, पर्याप्त जगह तक नहीं थी....अनेक समस्याएं थी। ढोल की पोल खोलता उक्त चित्रमय समाचार स्वयं ही सबकुछ कह रहा है.....कुछ लिखने की जरुरत नहीं।

आष्टा में 10 दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव का कुंभ स्थापना के साथ भव्य शुभारंभ

आष्टा 2 मार्च (सुशील संचेती)। तीर्थ नगरी आष्टा में आज 2 मार्च से 11 मार्च तक होने वाली भव्य अंजन शलाका एवं प्रतिष्ठा महोत्सव पर भव्य शुभारंभ प्रात: शुभ मुहूर्त में कुंभ स्थापना के साथ हुआ।
आज प्रथम दिन के कार्यक्रम को सम्पन्न कराने लाभ सुश्रावक आष्टा निवासी दिलीप कुमार नवनीत कुमार पुनीत, बिरल संचेती परिवार द्वारा लिया गया। प्रात: पूय आचार्य देव श्रीमद् अजीत सेन सुरीश्वर महाराज सा., पूय आचार्य देव श्रीमद् विजय नयवर्धन सूरीश्वर म.सा., पन्यास प्रवर पूय श्री हर्ष तिलक विजय म.सा. की शुभनिश्रा में प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रथम दिन मंत्रोच्चार कार्यक्रम विधि-विधान के साथ कुंभ स्थापना, अखण्ड दीपक स्थापना, ध्वजा रोहण, जवारा रोहण, क्षेत्रपाल स्थापना, माणेक स्ंतभारोपण तोरण बांधना आदि के कार्यक्रम सम्पन्न हुए। वहीं आज मणिभद्र वीर एवं अम्बिका देवी की देव कुलिका की शिला स्थापना हुई। इस स्थापना का लाभ आष्टा निवासी श्री इंदरमल, महेन्द्र कुमार, बसंत कुमार सुराणा परिवार ने किया। आज दोपहर में श्री पारसनाथ पंचकल्याणक पूजन मंदिर जी में हुई जिसमें बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लेकर धर्म लाभ उठाया। रात्रि को मंदिर जी में प्रभु भक्ति का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

जनाक्रोश से घबराये शिवराज-अक्षत कासट

सीहोर 2 मार्च। शिवराज सिंह चौहान ने यदि सीहोर की अपनी रैली स्थगित की है तो वह इसलिये नहीं की क्योंकि उन्हे किसी बच्चो को परीक्षाओं का ख्याल आ गया है बल्कि वह तो सिर्फ इसलिये मारे भय के पीछे हट गये कि सीहोर में उनका कोई जनाधार नहीं है, जनता में उनके प्रति आक्रोश है, और जिन सुषमा स्वराज के दम पर वह भीड़ जुटाना चाहते थे उनका आना स्थगित हो गया था। इस भय से शिवराज घबरा गये क्योंकि वह जानते हैं कि उनके प्रति जनता में आक्रोश है । उपरोक्त बात आज युवा तुर्क नेता व हेण्डीक्राफ्ट बोर्ड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अक्षत कासट ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से कही। श्री अक्षत कासट ने कहा कि शिवराज सिंह बुदनी के नेता हो सकते हैं, बाकी प्रदेश में और सीहोर में उनका कोई जनाधार नहीं है, सीहोर से तो वह विशेष रुप से बदला लेने पर उतारु रहते हैं, तभी तो सारे विकास कार्य अपने बुदनी क्षेत्र में करवा रहे हैं।
श्री अक्षत कासट ने कहा कि यदि आजकल शिवराज सिंह चौहान विद्यार्थियों के पत्र भी पढ़ने लगे हैं, तो फिर आम समस्याओं पर और प्रदेश भर की लाखों समस्याओं के आवेदन पर उनका ध्यान क्याें नहीं जाता। क्या यह राजनीतिक स्टंट नहीं है कि उन्होने बच्चों की परीक्षाओं के लिये रैली छोड़ दी? यदि परीक्षार्थियों का इतना ही ख्याल है तो फिर परीक्षा दे रहे बच्चों के लिये बिजली की पर्याप्त व्यवस्था क्याें नहीं करवा देते ? परीक्षा हाल में उनके बैठने के लिये कुर्सी-टेबल क्यों उपलब्ध नहीं करवा देते ? असल बात तो यह है कि सुषमा स्वराज का आना अचानक स्थगित हुआ। भाजपा को समझ आ गई कि कांग्रेस का माननीय सुरेश पचौरी जी के नेतृत्व में जो महारैला निकलने वाला है उसके आगे भाजपा का प्रदर्शन बौना साबित हो जायेगा इसलिये भाजपा ने पैर पीछे खींच लिये हैं।
भाजपा ने बाल विहार मैदान में जितना टेंट लगवाया था कांग्रेस ने उससे अधिक बढ़वा दिया है। जनता प्रदेश शासन के खिलाफ आक्रोशित है और यही जनाक्रोश कल महारैली के रुप में सबको दिख जायेगा। कांग्रेस की जनाक्रोश रैली को लेकर जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आमजनमानस में उत्साह है और कांग्रेस के होने जा रहे विशाल प्रदर्शन से भयाक्रांत होकर भाजपा ने अपनी सभा वापस ली है, यह बात जनता अच्छी तरह समझती है। इस पर किसी को सफाई देने की आवश्यकता नहीं है।

दिनभर चली तैयारियाँ, मुख्य मार्ग बेनर-होर्डिंग से पटा, होगा शक्ति परीक्षण

सीहोर 1 मार्च (फुरसत)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकप्रिय कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी कल प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जनआक्रोश रैली व साथ सभा को संबोधित करने पहली बार सीहोर आ रहे हैं। पचौरी के आगमन को लेकर भारी उत्साह कांग्रेस में देखने को मिल रहा है। रविवार को तो दिनभर हर एक कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी के स्वागत की तैयारियों में ही व्यस्त दिखा। जबकि बड़े नेता अपने-अपने स्तर पर शक्ति परीक्षण के लिये समर्थकों को कल सीहोर में भारी संख्या में पहुँचने का आव्हान करने ग्रामीण क्षेत्रों में घूमते रहे। प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी ही आगामी चुनावों में अब प्रत्याशी के टिकिट तय करेंगे। इसको लेकर संभावित प्रत्याशियों में खासा उत्साह और जोश है। वह श्री पचौरी को खुश और प्रसन्न करने के साथ ही अपनी दावेदारी सुनिश्चित करने के लिये शक्ति परीक्षण करने का भी प्रयास कर रहे हैं। इसी के चलते जिले भर के कांग्रेस नेता कल अपने-अपने समर्थकों की रैलियाँ लाकर सुरेश पचौरी के नेतृत्व में निकलने वाले रैले में शामिल होंगे। जिले भर से बहुत बड़ी संख्या में कांग्रेसियों के आने की संभावना है। यूँ तो जन आक्रोश रैली के रुप में कल की सभा आयोजित है लेकिन कांग्रेसजन इसे आगामी चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए पूरे जोश-खरोश से जुट गये हैं। कल इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेसियों के जुटने की संभावना है कि एक बारगी बाल विहार मैदान पूरी तरह भरा दिख जायेगा। यहाँ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं राजकुमार पटेल बुदनी, अभय मेहता इछावर, जसपाल अरोरा, कैलाश परमार सहित अक्षत कासट, राकेश राय, राजकुमार जायसवाल, सुरेश साबू सहित अन्य कांग्रेसजनों रुकमणी रोहिला, कमलेश कटारे, हरीष राठौर व अन्य के होर्डिंग बाजार में लगे हुए हैं। नेतागण अपने-अपने स्तर पर अपने समर्थकों को भी कल की रैली में शामिल होने का आव्हान कर चुके हैं। देर रात तक कांग्रेस कार्यकर्ता जहाँ-जहाँ जगह दिख रही है वहाँ-वहाँ होर्डिंग लगाने में लगे देखे गये।