Thursday, March 20, 2008

पानी के बहाने पार्षदों ने अध्यक्ष पर डाली अड़ी

पार्षद चाहते हैं कि उन्हे टैंकर भरपूर चलाने को दिये जायें, अध्यक्ष इससे बच रहे...
सीहोर 19 मार्च (नि.सं.)। नगर में होली पर्व के ठीक दो दिन पूर्व अचानक नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय की अध्यक्षीय समिति के पार्षदों ने तरह-तरह के बहाने बनाकर उनसे पल्ला झाड़ने की बात कही है। इनका कहना है कि अध्यक्ष जी सुनते-समझते नहीं है पूरे नगर में पानी की त्राही-त्राही मची है। उधर अध्यक्ष का कहना है कि पार्षद चाहते हैं कि टैंकर चलें हम चाहते हैं कि टंकी में पानी भराकर सबको समान वितरण हो?
उल्लेखनीय है कि हर बार पानी की किल्लत आने के साथ ही पार्षदों को टैंकर चलाने का मौका भी भरपूर मिलता है। इन टैंकरों के बहाने कितने टैंकर कहाँ चलते हैं, कितने कहाँ डलते हैं ? कितने चलते भी हैं या नहीं सिर्फ कागजों पर दौड़ लगाते हैं ? की चर्चाएं बल्कि आरोप-प्रत्यारोप और जांच तक हर वर्ष होती है।
पूर्व में एक पार्षद ने इस मामले लंबी कमाई भी कर डाली थी। एक पार्षद ने एक जमाने में टैंकरों के नाम से लाख रुपये से अधिक के फर्जी बिल बनवाकर अपनी प्यास मिटाई थी। लेकिन अब इनकी प्यास फिर जाग गई है।
दो दिन पूर्व जिस सचेतक राहुल यादव ने जरा-से तिलक पार्क में काम कराकर 5 लाख रुपये से अधिक के बिल पास करवाये हैं और अध्यक्ष राकेश राय के साथ फोटो खिंचवाकर अखबारों में भेजे हैं आज उन्होने कहा है कि अध्यक्ष की दोमुही नीति से परेशान हैं और उनका पुतला जलायेंगे।
पार्षद चाहते क्या हैं ? यह समझ नहीं आ रहा है। क्या सिर्फ इन्हे टैंकर चलवाये जाने से ही मतलब है या फिर टैंकर विवाद से बचते हुए असल में समस्या का हल चाहते हैं। अध्यक्ष का इस मामले में कहना है वह किसी भी तरह टैंकरों के माध्यम से लाल टंकी को भरवाकर फिर जनता को समान रुप से जल वितरण कराना चाहते हैं। क्या पार्षद इसमें राजी हैं? या फिर कुछ और बात है ?

प्रदर्शन, विरोध स्वरुप पूरी मण्डी बंद रही

सीहोर 19 मार्च (नि.सं.)। मण्डी एवं गंज क्षेत्र में पेयजल सप्लाई के साधन के रुप में बनकर तैयार हुई पानी की टंकी जिससे अभी तक पानी की सप्लाई नहीं की गई है जो कि सीहोर की गंदी राजनीति का कारण है। जिसकी वजह से मण्डी एवं गंज क्षेत्र की जनता को पिछले 6 वर्षों से बूंद- बूंद पानी के लिये यहाँ-वहाँ भटकना पड़ रहा है।
जनता पानी के लिये परेशान है एवं शासन प्रशासन एवं नगर पालिका सीहोर को इन दोनो पानी की टंकी सप्लाई चालू करवाने की चिंता नहीं है इसी को लेकर आज गंज एवं मण्डी के नागरिकों ने सीहोर के सभी पार्षदों को लेकर आज धरना एवं प्रदर्शन का आयोजन किया जो कि बहुत ही सफल रहा।
इस सिलसिले में मण्डी के युवा पार्षद राम प्रकाश चौधरी ने बताया कि इस टंकी से सप्लाई चालू करवाने के लिये पिछले लंबे समय से शासन एवं प्रशासन को कई आवेदन दिये लेकिन इस और कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की गई इसी वजह से मजबूर होकर हमें आम जनता को साथ लेकर सभी दल के पार्षदों ने शहर की गंदी राजनीति से उठकर सभी से एक होकर अपनी आवाज उठाई है और चेतावनी दी कि अगर 15 दिनों में पानी की टंकी से सप्लाई चालू करने की ठोस पहल नहीं की गई तो क्षेत्र में उग्र धरना एवं प्रदर्शन किया जायेगा। इस अवसर पर शहर के सभी क्षेत्र के लोगों ने इस धरने में उपस्थिति दर्ज कराई जिनमें प्रमोद पटेल, हीरालाल साहू, प्रेम पहलवान, तुलसीराम सेन, दिलीप शाह, अजय खण्डेलवाल, राकेश साहू, जयंत शाह, राजकिशोर गुप्ता, सरजू प्रसाद, रंजीत वर्मा, सीताराम अहिरवार, भोजराज यादव, दिनेश भैरवे, मिंदी अरोरा, राहुल यादव, विपिन सास्ता, रामप्रकाश चौधरी, राजकुमार श्रीवास, अवध शर्मा, हृदेश राठौर, अनूप चौधरी, राजू राठौर, मुन्ना शर्मा, राधेश्याम भारती, ताराचंद राठौर, प्रवीण राठौर, महेन्द्र पंवार, अंकित अग्रवाल, श्याम यदुवंशी, राजू, नीरज साहू, विनय राठौर, शफीक, शफीक भाई, ताराचंद साहू, सुनील साहू, मंदू शर्मा, नाना, नितेश राठौर, एस.कुमार राठौर, अन्नी राठौर, मंजीद मोंगिया आदि नागरिक शामिल हुए।

शहरवासियों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध करायेंगे-राकेश राय

सीहोर 19 मार्च (नि.सं.)। नगर पालिका परिषद सीहोर के अध्यक्ष राकेश राय ने कहा है कि सीहोर शहरवासियों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिये पूरे प्रयास किये जा रहे हैं पार्षदों एवं नागरिकों के सहयोग से लगातार कदम उठाये जा रहे हैं। इन सबके बाद भी जैसा की सभी जानते हैं कि इस साल बरसात कम हुई है काहिरी में पानी नहीं है, जमोनिया का पानी बहा दिया गया है को जानबूझकर पानी को लेकर राजनीति की जा रही है यदि मेरा इस्तिफा पेयजल संकट का समाधान है तो इस्तीफा देने को तैयार हूं।
उक्त आशय की बातें आज शाम आयोजित पत्रकार वार्ता में नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ने कहीं। उन्होने कहा कि शहर में कुल 434 हेण्डपंप हैं जिनमें से 300 सौ चालू है शेष जल स्तर नीचे चले जाने से बंद हो गये हैं। इसी प्रकार शहर में प्रत्येक वार्ड में प्रतिदिन 5 टेंकर पानी भेजे जाने की व्यवस्था की जा रही है नगर पालिका ने कुल 63 स्थानों पर पानी की टंकिया रखवा दी है जिन्हे भरवाया जा रहा है काहिरी जलाशय के लिये रामपुरा डेम से छोड़ा गया पानी अभी तक नहीं पहुँचा है, अल्पवर्षा की स्थिति के चलते शहर में जल संकट की स्थिति निर्मित हुई है लेकिन कुछ लोग उनकी छवि को धूमिल करने के लिये पानी के नाम पर राजनीति कर रहे हैं जो कि किसी भी नजरिये से ठीक नहीं है।
श्री राय ने बताया कि उन्होने अध्यक्षीय परिषद तत्काल प्रभाव से भंग कर दी है तथा नई अध्यक्षीय परिषद का गठन शीघ्र किया जायेगा। शहरवासियों को समय पर पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिये कृत संकल्पित नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय ने सभी के सहयोग की अपेक्षा करते हुए धैर्य और संयम बनाये रखने का अनुरोध किया है। श्री राय ने नगर वासियों को आश्वस्त किया है कि उन पर भरोसा रखें सभी पार्षदों के सहयोग से नागरिकों को किसी भी कीमत पर पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा।

होली को लेकर पुलिस प्रशासन अतिगंभीर ग्राम-ग्राम में शांति समितियों की हुई बैठक

आष्टा 19 मार्च (सुशील संचेती)। होली रंगपंचमी का पाँच दिवसीय रंग पर्व को लेकर संवेदनशील आष्टा नगर एवं तहसील के सभी प्रमुख ग्रामों में डीआईजी भोपाल श्रीमति अनुराधा शंकर सिंह के निर्देश के बाद एसडीओपी आष्टा मनु व्यास टीआई अतीक खान, जावर मोहन सिंह जाट, मैना चौकी प्रभारी श्री मालवीय एवं सिध्दिकगंज अमलाह प्रभारी श्री पाण्डेय एवं सेंगर ने अपने-अपने क्षेत्रों के प्रमुख ग्रामों में पहुँच कर यहाँ-वहाँ पर शांति समितियों की बैठक ली ।
रंग पर्व व अन्य त्यौहार आपसी भाईचारे शांति सद्भाव के साथ मनाये जाये को लेकर सभी जगह पर प्रमुख लोगों को पुलिस ने अपने सहयोग के लिये विशेष पुलिस अधिकारी बनाया एवं निगरानी रखने के लिये उन्हे तैनात भी किया।
इस संबंध में अभी तक सिध्दिकगंज, जावर, मेहतवाड़ा, मैना, बरछापुरा, कोठरी, अमलाह, बड़खोला, खाचरौद, पगरिया हाट, नीलबड़ सहित अनेको ग्रामों में पुलिस अधिकारियों ने बैठकें ली। कल आष्टा थाने में एसडीओपी मनु व्यास टीआई अतीक खान ने आष्टा नगर की सभी होली उत्सव समितियों के सदस्यों को आमंत्रित किया एवं उनकी बैठक ली पुलिस ने सभी समितियों के आये सदस्यों से सहयोग की कि वे अपने अपने क्षेत्र में ध्यान रखे की जबरन चंदा वसूली ना हो, शरीर को हानी पहुँचाने वाले रंगो का उपयोग ना करें, रंग गुलाल से ही होली खेले, नशा करके कोई वाहन ना चलाये, तेजगति से वाहन चलाने वालों को समझाये, बिजली के तारों के नीचे होली दहन ना हो, नशे की हालत में हुलियारे नदी पर ना जाये तथा कहीं कोई बात हो तो सभी को समझाये व पुलिस को सूचना दे। एसडीओपी श्री मनु व्यास ने बताया कि होली रंगपंचमी व अन्य सभी त्यौहार शांति सद्भाव में मनाये जाये इसके लिये सभी से सहयोग की अपेक्षा पुलिस ने की है। पुलिस अपने स्तर पर भी कानून एवं व्यवस्था के पूरे इंतजाम कर रही है।

प्रभु का चमत्कार ही तो है....

सीहोर 19 मार्च (फुरसत)। जाको राखे....मार सके ना कोय उक्त उक्ति को आज सार्थक होते हुए खजांची लाईन में लोगों ने अपने आंखो से देखा जब प्रभु श्री गोवर्धन नाथ जी की निर्माणाधीन हवेली जी के निर्माण दौरान एक तरफ की अतिप्राचीन 30 फिट ऊँची दीवार अचानक गिर गई जिसकी चपेट में 4-5 मजदूर आ गये लेकिन यह प्रभु श्रीनाथ जी का चमत्कार ही तो है कि किसी को भी खरोंच तक नहीं आई। हमारे सुविज्ञ प्रत्यक्षदर्शी सूत्र ने बताया कि खजांची लाईन में भव्य हवेली जी का निर्माण हो रहा है। मजदूर दोपहर के समय भोजन के अवकाश में दीवार के पास बैठे अल्प विश्राम ले रहे थे कि तभी 30 फिट ऊँची दीवार पूरी गिर पड़ी। गोवर्धन नाथ जी की हवेली का नवनिर्माण के दौरान हुई इस दुर्घटना में किसी को कोई खरोंच नहीं आई।

गेहूँ की बाली में दाने ही नहीं निकले

आष्टा 19 मार्च (फुरसत)। ठंड से चने को तो काफी नुकसान हुआ है लेकिन अब गेहूं में भी नुकसान होने की खबर है। ग्राम मुगली निवासी सोभाल सिंह आत्मज बंशीलाल ने तहसील में शिकायत की है कि उसके खेत में गेहूं की जो फसल पककर तैयार तो खड़ी है लेकिन गेहूँ की बाली में गेहूँ के दाने नहीं के बराबर है जो कि ठंड से नुकसान होना एक कारण है। अब किसान ने तहसील को फसल का सर्वे कर नुकसान का मुआवजा देने की मांग की।

पार्वती लबालब हुई सीहोर के लिए पानी रवाना

आष्टा 19 मार्च (फुरसत)। रामपुरा डेम से आष्टा एवं सीहोर के लिए छोडा गया पानी आष्टा पहुंच गया और पार्वती लबालब भरा गई अब आ रहा पानी ऊपर से बहकर सीहोर के लिए रवाना हो गया है। तथा नदी मार्ग से उक्त बहता हुआ पानी दुपाड़िया -चुपाडिया तक पहुंच गया है । लम्बे समय से पुरा नदी मार्ग खाली पड़ा होने के कारण उक्त पानी बहता हुआ सीहोर कब पहुंचेगा इसका कोई अनुमान नही है । लेकिन डेम से छोड़ा गया उक्त पानी को सीहोर तक पहुंचने में काफी समय लगने की उम्मीद है । सीहोर को रामपूरा डेम से छोडा पानी पहुंचने के लिए काफी इंतजार करना पड़ सकता है ।