सीहोर 18 जनवरी (फुरसत)। जिले के विभिन्न थाना क्षैत्रों में हुए अलग-अलग सड़क हादसों में तीन युवको की मौत हो गई तथा सात लोग घायल हो गये । पुलिस ने सभी मामले दर्ज कर लिये है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधनी थाना अन्तर्गत ग्राम बेदाखेड़ी निवासी कै लाश यादव अपने जमाई महेश यादव के साथ गुरूवार को अपने गांव से स्कूटर क्रमांक एमपी-05-एफ-3388 से होशंगाबाद जा रहे थे तभी नर्वदा ब्रिज के समीप मोटर सायकल क्रं. एमपी-05-एएफ-0459 के चालक ने तेजगति एवं लापरवाही से वाहन चलाकर इनकी स्कूटर में टक्कर मारकर घायल कर दिया ।
इधर कोतवाली थाना अर्न्तगत ग्राम कांकड़खेड़ा निवासी 35 वर्षीय चम्पालाल खाती गत गुरूवार को राम बगस के साथ मोटर सायकल से सीहोर आ रहे थे। तभी हसनावाद के समीप गुप्ता बस क्रमांक एमआईसी 7433 के बस चालक ने पीछे से ओवर टैक कर मोटर सायकल में टक्कर मार दी जिसमें दोनों घायल हो गये ।
उधर सिद्धिकगंज थाना अर्न्तगत ग्राम नरपाखेड़ी निवासी जितेन्द्र आ. लखनसिंह एवं टकेसिंह नाल 27 दिसम्बर की रात मोटर सायकल से आष्टा से खाचरोंद तरफ जा रहे थे तभी खामखेड़ा पुलिया के समीप पीछे से अज्ञात डम्पर के चालक ने लापरवाही पूर्वक टक्कर मार दी परिणाम स्वरूप 25 वर्षीय टकेसिंह नाल की मृत्यु हो गई तथा जितेन्द्र गंभीर रूप से घायल होने के कारण उपचारार्थ हमीदिया अस्प. भोपाल में भर्ती रहा ।
इधर आष्टा थाना क्षैत्र में आज ग्राम भंवरा निवासी सहायक शिक्षक छमामीलाल अपने छोटे भाई नृपत सिंह के साथ मोटर सायकल क्रं. एमपी-04-एनबी-1799 से आष्टा आ रहे थे तभी सेमरी रोड पर आष्टा तरफ से आ रहे मोटर सायकल क्रं. एमपी-04-3475 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर टक्कर मार दी जिसमें छदामीलाल को चोट आई।
Sunday, January 20, 2008
जिला उपभोक्ता फोरम ने बिल निरस्त कर दिलाया हर्जाना
सीहोर 18 जनवरी (फुरसत)। जिला उपभोक्ता फोरम ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में आदेश पारित किये है कि आवेदक पन्नालाल आ. किशन लाल डोहर निवासी डोहर मोहल्ला गंज सीहोर को अनावेदक द्वारा दिया गया बिल 25 मई 07 का निरस्त किया जावे एवं 500रूपये क्षतिपूर्ति एवं 500रू. परिवाद व्यय स्वरूप दिलाये जावे
प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक पन्नालाल डोहर जो कि दीपावली के बाद अपने पूरे परिवार के साथ मजदूरी करने घर से बाहर चले जाते है इस संबंध में एक आवेदन अनावेदक विद्युत कंपनी को दिया कि मेरा कनेक्षन दिनांक 6.11.07 से अस्थाई रूप से बंद कर दिया जावे परंतु अनावेदक ने कनेक्षन दिनांक बंद नही किया और नियमित रूप से बिल दिये जाते रहे जबकि आवेदक उक्त अवधि में कनेक्षन का उपयोग नही कर रहा था । अनावेदक ने दिनांक 26 मई,07 को 1950 रूपये का बिल आवेदक को प्रेषित किया । आवेदक ने अपने अधिवक्ता जी.डी.बैरागी से सलाह लेकर उपभोक्ता फोरम सीहोर में बिल निरस्त करने के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया । अनावेदक ने उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत किया एवं आवेदन निरस्त करने की मांग की ।
जिला उपभोक्ता फोरम के विद्धवान अध्यक्ष ए.के.तिवारी सदस्य अम्बादत्त भारती एवं श्रीमति शकुन विजयवर्गीय ने दोनो अधिवक्ताओं के तकर् श्रवण कर एवं दोनो अधिवक्ताओं के तर्क श्रवण कर आदेश पारित किये कि अनावेदक द्वारा प्रेषित बिल दिनांक 26.5.07 निरस्त किया जावे एवं 500रू. मानसिक त्रास एवं 500 रूपये परिवाद व्यय अनावेदक आवेदक को अदा करे । प्रकरण में पैरवी अधिवक्ता जी.डी. बैरागी ने की । इस प्रकार विद्युत कम्पनी द्वारा की जाने वाली यादगी पर उपभोक्ता फोरम के माध्यम से अंकुश लग गया ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक पन्नालाल डोहर जो कि दीपावली के बाद अपने पूरे परिवार के साथ मजदूरी करने घर से बाहर चले जाते है इस संबंध में एक आवेदन अनावेदक विद्युत कंपनी को दिया कि मेरा कनेक्षन दिनांक 6.11.07 से अस्थाई रूप से बंद कर दिया जावे परंतु अनावेदक ने कनेक्षन दिनांक बंद नही किया और नियमित रूप से बिल दिये जाते रहे जबकि आवेदक उक्त अवधि में कनेक्षन का उपयोग नही कर रहा था । अनावेदक ने दिनांक 26 मई,07 को 1950 रूपये का बिल आवेदक को प्रेषित किया । आवेदक ने अपने अधिवक्ता जी.डी.बैरागी से सलाह लेकर उपभोक्ता फोरम सीहोर में बिल निरस्त करने के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया । अनावेदक ने उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत किया एवं आवेदन निरस्त करने की मांग की ।
जिला उपभोक्ता फोरम के विद्धवान अध्यक्ष ए.के.तिवारी सदस्य अम्बादत्त भारती एवं श्रीमति शकुन विजयवर्गीय ने दोनो अधिवक्ताओं के तकर् श्रवण कर एवं दोनो अधिवक्ताओं के तर्क श्रवण कर आदेश पारित किये कि अनावेदक द्वारा प्रेषित बिल दिनांक 26.5.07 निरस्त किया जावे एवं 500रू. मानसिक त्रास एवं 500 रूपये परिवाद व्यय अनावेदक आवेदक को अदा करे । प्रकरण में पैरवी अधिवक्ता जी.डी. बैरागी ने की । इस प्रकार विद्युत कम्पनी द्वारा की जाने वाली यादगी पर उपभोक्ता फोरम के माध्यम से अंकुश लग गया ।
क्या ? हरकत-उल-जिहाद-ए-इसलामी ने दी हिन्दु उत्सव समिति अध्यक्ष को धमकी
सीहोर 18 जनवरी (फुरसत)। पाकिस्तान के दो संगठन जमात-उल-उलेमा-ए-इसलामी (जुल) और तबलीग-ए-जमात (तीज) को मिलाकर सन 1980 में बनाये गये आतंकी संगठन हरकत-उल-जिहाद- ए-इसलामी (हुजी) के पैर सीहोर में भी पड़ गये हैं इसका आंशिक आभास कल उस वक्त हुआ जब हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष सतीश राठौर को एक धमकी भरा अंतरदेशीय पत्र हुजी द्वारा मिला। जिसमें स्पष्ट लिखा था कि तुमने हमारे खिलाफ पेपर में खूब बयानबाजी करके हमे गोली से उडा दिये जाने की बात कही है अब तुम व तुम्हारा परिवार ही हमारी गोली के निशाने पर आ गये हैं। हुजी द्वारा प्रेषित इस पत्र का शीर्षक है इंतकाम-इंतकाम। क्या हरकत-उल-जिहाद-ए-इसलामी सीहोर में आ गया है तो फिर पुलिस व खुफिया तंत्र क्या कर रहा है यह जांच का विषय है।
उल्लेखनीय है कि सबसे बड़े आतंकवादी संगठन अलकायदा ने हुजी के जरिये पूरे भारत देश में पैर पसारने के प्रयास शुरु कर दिये हैं। पिछले दिनों नवम्बर में उत्तर प्रदेश में हुए बम धमाकों के बाद कई लोगों ने इसकी निंदा की थी जिस पर सीहोर हिन्दु उत्सव समिति सहित न्यायालय से जुड़े अभिभाषकों ने भी आंदोलन किया था। उत्तर प्रदेश न्यायालयों में हुए बम धमाकों में इसी आतंकवादी संगठन हुजी के होने की रिपोर्ट मिली थी बल्कि संगठन हुजी के प्रमुख आतंकवादी अल्ताफ हुसैन अंसारी उर्फ मुख्तार उर्फ राजू को कोलकत्ता में गिरफ्तार कर लिया था। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के विशेष कार्य बल एसटीएफ ने भी 23 नवम्बर को हुए विस्फोटो के मामले में हुजी के दो आतंकवादियों तारिक और खालिद को गिरफ्त में ले लिया था जिनके पास से सवा किलो आरडीएक्स व जिलेटिन भी बरामद किया गया था। इसके पूर्व हुजी ने हैदराबाद में भी बम धमाके किये थे लेकिन तब भी इनके सदस्य पकड़ा गये थे।
इस प्रकार हुजी संगठन भारत में सक्रिय तो है लेकिन जब भी यह कोई घटनाक्रम करता है तो इससे जुड़े देशद्रोही भारतीय पुलिस व सुरक्षा बल के हाथों दबोच लिया जाता है। ऐसे में निश्चित ही इनके खिलाफ बयानबाजी करने वालों से हुजी से जुड़े लोगों को नाराजगी आती होगी ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा सकता है।
हालांकि पूर्व में भी कई बार कुछ अलसुलझी घटनाएं इस बात का अंदेशा दे चुकी है कि यहाँ सीहोर में भी बाहरी आतंकी संगठनों की दस्तक संभवत: है लेकिन यहाँ पहली बार देश में सबसे यादा सक्रिय आतंकवादी संगठन हुजी के नाम से एक हिन्दु उत्सव समिति अध्यक्ष को चेतावनी मिली है।
हुजी की अभी तक सबसे बड़ी कार्यप्रणाली यही सामने आई है कि वह भारत में अपने पैर पसारने के लिये भारतीयों का ही सहयोग ले रहा है। उसने भारत में रहने वाले ही देशद्रोहियों को अपने संगठन का हिस्सा बनाना शुरु किया है पूर्व में जितने भी हुजी के आतंकवादी पकड़ाये हैं वह सारे के सारे ही भारतीय रहे हैं। हालांकि इसका पूरा केन्द्र बांग्लादेश है और बांग्लादेश के लोग बड़ी संख्या में यहाँ भारत में देखे जा सकते हैं। सीहोर में भी बांग्लादेशी शरणार्थी रहते हैं।
कई बार तरह-तरह की शंका-कुशंका सीहोर के नागरिकों ने पुलिस को जाहिर भी की है और गंभीरता के साथ सीहोर में सतर्क रहने, निगाह रखने की मांग उठाई है लेकिन पुलिस कभी सक्रिय नहीं दिखी। उल्लेखनीय है कि यहाँ अवैध रुप से पाकिस्तानियों के रहने संभावनाएं भी बनी रहती है। कल हिन्दु उत्सव समिति ने जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक को इस मामले में एक ज्ञापन सौंपते हुए जानकारी दी है तथा आवश्यक कार्यवाही करते हुए तनाव व भय के वातावरण से नगर को मुक्त करने की मांग की है।
हुजी का उद्देश्य
हुजी का उद्देश्य हिंसा के माध्यम से जम्मु और कश्मीर को भारत से अलग करना साथ ही देश के अन्य भागों में आतंरिक सुरक्षा को नुकसान पहुँचाना भी इसका उद्देश्य है।
किसका है संरक्षण
हुजी को पाकिस्तानी देवबंदी कट्टरपंथियों का समर्थन हासिल है। इसे गतिविधियों में आईएसआई का भी सक्रिय सहयोग मिलता है।
पूरे देश में पैर पसारने में लगा
21 अगस्त 2007 को भारत म्यांमार सीमा पर अल कायदा के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद हुजी के नेटवर्क को पश्चिम बंगाल में नेस्तनाबूद करने वाली एसटीएफ और भारतीय खुफिया एजेंसियों ने माना है कि हूजी के पीछे अलकायदा है। अलकायदा हूजी के जरिये देश भर में पैर पसारने में जुटा है। हूजी के खास कारकून कमर उर्फ नाटा को बांग्लादेश की सरकारी बंगलों में पनाह मिलती है।
वारदातें क्या-क्या की
2002 में कोलकत्ता के अमेरिकन इंनफार्मेशन सर्विस पर हमला के साथ-साथ गोधरा काण्ड में भी इसी संगठन का हाथ बताया जाता है।
2007 में उत्तरप्रदेश में बम धमाके 23 नवम्बर 2007 में उत्तर प्रदेश के तीन शहरों वाराणसी, लखनऊ व फैजाबाद में आतंकवादियों ने 20 मिनिट में एक के बाद एक 6 धमाके कर डाले थे जिसमें 18 लोग मरे व 86 घायल हो गये थे। यह धमाके न्यायालय परिसर में हुए थे। जांच एजेंसियों ने इसमें बांगलादेश आतंकवादी संगठन हरकत उल जिहादी इस्लामी (हुजी) का हाथ माना है। बाद यह बात सिध्द भी पाई जा चुकी है।
उल्लेखनीय है कि सबसे बड़े आतंकवादी संगठन अलकायदा ने हुजी के जरिये पूरे भारत देश में पैर पसारने के प्रयास शुरु कर दिये हैं। पिछले दिनों नवम्बर में उत्तर प्रदेश में हुए बम धमाकों के बाद कई लोगों ने इसकी निंदा की थी जिस पर सीहोर हिन्दु उत्सव समिति सहित न्यायालय से जुड़े अभिभाषकों ने भी आंदोलन किया था। उत्तर प्रदेश न्यायालयों में हुए बम धमाकों में इसी आतंकवादी संगठन हुजी के होने की रिपोर्ट मिली थी बल्कि संगठन हुजी के प्रमुख आतंकवादी अल्ताफ हुसैन अंसारी उर्फ मुख्तार उर्फ राजू को कोलकत्ता में गिरफ्तार कर लिया था। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के विशेष कार्य बल एसटीएफ ने भी 23 नवम्बर को हुए विस्फोटो के मामले में हुजी के दो आतंकवादियों तारिक और खालिद को गिरफ्त में ले लिया था जिनके पास से सवा किलो आरडीएक्स व जिलेटिन भी बरामद किया गया था। इसके पूर्व हुजी ने हैदराबाद में भी बम धमाके किये थे लेकिन तब भी इनके सदस्य पकड़ा गये थे।
इस प्रकार हुजी संगठन भारत में सक्रिय तो है लेकिन जब भी यह कोई घटनाक्रम करता है तो इससे जुड़े देशद्रोही भारतीय पुलिस व सुरक्षा बल के हाथों दबोच लिया जाता है। ऐसे में निश्चित ही इनके खिलाफ बयानबाजी करने वालों से हुजी से जुड़े लोगों को नाराजगी आती होगी ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा सकता है।
हालांकि पूर्व में भी कई बार कुछ अलसुलझी घटनाएं इस बात का अंदेशा दे चुकी है कि यहाँ सीहोर में भी बाहरी आतंकी संगठनों की दस्तक संभवत: है लेकिन यहाँ पहली बार देश में सबसे यादा सक्रिय आतंकवादी संगठन हुजी के नाम से एक हिन्दु उत्सव समिति अध्यक्ष को चेतावनी मिली है।
हुजी की अभी तक सबसे बड़ी कार्यप्रणाली यही सामने आई है कि वह भारत में अपने पैर पसारने के लिये भारतीयों का ही सहयोग ले रहा है। उसने भारत में रहने वाले ही देशद्रोहियों को अपने संगठन का हिस्सा बनाना शुरु किया है पूर्व में जितने भी हुजी के आतंकवादी पकड़ाये हैं वह सारे के सारे ही भारतीय रहे हैं। हालांकि इसका पूरा केन्द्र बांग्लादेश है और बांग्लादेश के लोग बड़ी संख्या में यहाँ भारत में देखे जा सकते हैं। सीहोर में भी बांग्लादेशी शरणार्थी रहते हैं।
कई बार तरह-तरह की शंका-कुशंका सीहोर के नागरिकों ने पुलिस को जाहिर भी की है और गंभीरता के साथ सीहोर में सतर्क रहने, निगाह रखने की मांग उठाई है लेकिन पुलिस कभी सक्रिय नहीं दिखी। उल्लेखनीय है कि यहाँ अवैध रुप से पाकिस्तानियों के रहने संभावनाएं भी बनी रहती है। कल हिन्दु उत्सव समिति ने जिलाधीश व पुलिस अधीक्षक को इस मामले में एक ज्ञापन सौंपते हुए जानकारी दी है तथा आवश्यक कार्यवाही करते हुए तनाव व भय के वातावरण से नगर को मुक्त करने की मांग की है।
हुजी का उद्देश्य
हुजी का उद्देश्य हिंसा के माध्यम से जम्मु और कश्मीर को भारत से अलग करना साथ ही देश के अन्य भागों में आतंरिक सुरक्षा को नुकसान पहुँचाना भी इसका उद्देश्य है।
किसका है संरक्षण
हुजी को पाकिस्तानी देवबंदी कट्टरपंथियों का समर्थन हासिल है। इसे गतिविधियों में आईएसआई का भी सक्रिय सहयोग मिलता है।
पूरे देश में पैर पसारने में लगा
21 अगस्त 2007 को भारत म्यांमार सीमा पर अल कायदा के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद हुजी के नेटवर्क को पश्चिम बंगाल में नेस्तनाबूद करने वाली एसटीएफ और भारतीय खुफिया एजेंसियों ने माना है कि हूजी के पीछे अलकायदा है। अलकायदा हूजी के जरिये देश भर में पैर पसारने में जुटा है। हूजी के खास कारकून कमर उर्फ नाटा को बांग्लादेश की सरकारी बंगलों में पनाह मिलती है।
वारदातें क्या-क्या की
2002 में कोलकत्ता के अमेरिकन इंनफार्मेशन सर्विस पर हमला के साथ-साथ गोधरा काण्ड में भी इसी संगठन का हाथ बताया जाता है।
2007 में उत्तरप्रदेश में बम धमाके 23 नवम्बर 2007 में उत्तर प्रदेश के तीन शहरों वाराणसी, लखनऊ व फैजाबाद में आतंकवादियों ने 20 मिनिट में एक के बाद एक 6 धमाके कर डाले थे जिसमें 18 लोग मरे व 86 घायल हो गये थे। यह धमाके न्यायालय परिसर में हुए थे। जांच एजेंसियों ने इसमें बांगलादेश आतंकवादी संगठन हरकत उल जिहादी इस्लामी (हुजी) का हाथ माना है। बाद यह बात सिध्द भी पाई जा चुकी है।
मोहम्मदी अखाड़ा की सद्भावना पूर्ण पहल: आओ सब मिलकर मनाये त्यौहार
सीहोर 18 जनवरी (फुरसत)। मोहम्मदी अखाड़ा चकला मोहल्ला सीहोर ने एक बार फिर अपनी राष्ट्रवादी सोच का परिचय देते हुए यहाँ मातमी जुलूस में सभी नगर वासियों से मिलजुल कर सम्मिलित होने की अपील की है बल्कि मोहम्मदी अखाड़ा ने इसके लिये बकायदा नगर के सम्मानित नागरिकों को दावत नामा देकर एक मिसाल कायम कर दी है।
उल्लेखनीय है कि चकला मोहल्ला के मोहम्मदी अखाड़ा अपने राष्ट्रवादी सोच के चलते कई बार महत्वपूर्ण मामलों में सकारात्मक स्थिति लाता है। इस बार नगर में मोहर्रम का पर्व बहुत अधिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। कल गुरुवार को गंज बजरिया से मोहर्रम की 7 तारीख को एक जोरदार मातमी जुलूस निकला जिसमें पूरे उत्साह के साथ कस्बे के लोग भी शामिल हुए और एक बडा विशाल मातमी जुलूस निकला।
जो गंज से होता हुआ छावनी मोहम्मदी अखाड़ा के नेतृत्व में पहुँचा और यहाँ से घूमता हुआ वापस गंज बजरिया में देर रात 12 बजे समाप्त हो गया था।
लेकिन आज मोहम्मदी अखाड़ा ने मोहर्रम की 8 तारीख शुक्रवार को अपने राष्ट्रवादी सोच का परिचय देते हुए मोहर्रम पर्व को मनाने के लिये सभी को आमंत्रित किया है। उन्होने नगर के सभी प्रतिष्ठित नागरिकों हिन्दुओं को सम्मिलित होने की अपील करते हुए मातमी जुलूस में शामिल होने की अपील की है बल्कि बकायदा एक एलान भी कराया गया है। रात 10 बजे चकला चौराहा से एक जोरदार मातमी जुलूस तैयार हुआ जिसमें कस्बा क्षेत्र के लोग भी अखाड़े और झांकी के साथ सम्मिलित हुए। मुस्लिम कौंसिल सदर अब्दुल हमीद चौधरी, मुस्लिम त्यौहार कमेटी के अध्यक्ष रिजवान पठान, उपाध्यक्ष मोहम्मद इरशाद (भगोली), अजीज चाचा, अन्नु मंसूरी, हनीफ कुरैशी, हाजी अतीकुर्रहमान साहब, आफताब अली, शहादत पठान, सगीर पहलवान, फारुक अंजुम, पप्पु भाई फैजान, मुन्ना उस्ताद, मुन्ने राईन, रईस भाई कबाड़ी, प्यारे पहलवान, आबिद अली, अजीज भाई लोहार, कय्यूम भाई, हारुन मोहम्मद, हफीज भाई मंसूरी, शमीम पार्षद, हफीज चौधरी, इरफान बेल्डर, अशफाक पातल, हाजी सलीम पार्षद, अतीक मियां टेक्सी यूनियन अध्यक्ष आदि सम्मिलित रहे। जुलूस चकला चौराहा से प्रारंभ होकर गाड़ी अड्डा, कोतवाली चौराहा, पुराना बस स्टेण्ड, मछली पुल, मछली बाजार, पान चौराहा, गाँधी रोड, नमक चौराहा होता हुआ लाल मस्जिद चौराहे से पुन: देर रात चकला में समाप्त हुआ।
कल मोहर्रम की 9 तारीख शनिवार को मछली बाजार का जुलूस निकलेगा जिसकी तैयारियाँ जारी हैं। इधर चाँद की 9 तारीख शनिवार कत्ल की रात भी है जिसमें रात 2 बजे के बाद ताजिये भी निकलेंगे जो चकला, गंज व कस्बा क्षेत्र से निकलेंगे।
उल्लेखनीय है कि चकला मोहल्ला के मोहम्मदी अखाड़ा अपने राष्ट्रवादी सोच के चलते कई बार महत्वपूर्ण मामलों में सकारात्मक स्थिति लाता है। इस बार नगर में मोहर्रम का पर्व बहुत अधिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। कल गुरुवार को गंज बजरिया से मोहर्रम की 7 तारीख को एक जोरदार मातमी जुलूस निकला जिसमें पूरे उत्साह के साथ कस्बे के लोग भी शामिल हुए और एक बडा विशाल मातमी जुलूस निकला।
जो गंज से होता हुआ छावनी मोहम्मदी अखाड़ा के नेतृत्व में पहुँचा और यहाँ से घूमता हुआ वापस गंज बजरिया में देर रात 12 बजे समाप्त हो गया था।
लेकिन आज मोहम्मदी अखाड़ा ने मोहर्रम की 8 तारीख शुक्रवार को अपने राष्ट्रवादी सोच का परिचय देते हुए मोहर्रम पर्व को मनाने के लिये सभी को आमंत्रित किया है। उन्होने नगर के सभी प्रतिष्ठित नागरिकों हिन्दुओं को सम्मिलित होने की अपील करते हुए मातमी जुलूस में शामिल होने की अपील की है बल्कि बकायदा एक एलान भी कराया गया है। रात 10 बजे चकला चौराहा से एक जोरदार मातमी जुलूस तैयार हुआ जिसमें कस्बा क्षेत्र के लोग भी अखाड़े और झांकी के साथ सम्मिलित हुए। मुस्लिम कौंसिल सदर अब्दुल हमीद चौधरी, मुस्लिम त्यौहार कमेटी के अध्यक्ष रिजवान पठान, उपाध्यक्ष मोहम्मद इरशाद (भगोली), अजीज चाचा, अन्नु मंसूरी, हनीफ कुरैशी, हाजी अतीकुर्रहमान साहब, आफताब अली, शहादत पठान, सगीर पहलवान, फारुक अंजुम, पप्पु भाई फैजान, मुन्ना उस्ताद, मुन्ने राईन, रईस भाई कबाड़ी, प्यारे पहलवान, आबिद अली, अजीज भाई लोहार, कय्यूम भाई, हारुन मोहम्मद, हफीज भाई मंसूरी, शमीम पार्षद, हफीज चौधरी, इरफान बेल्डर, अशफाक पातल, हाजी सलीम पार्षद, अतीक मियां टेक्सी यूनियन अध्यक्ष आदि सम्मिलित रहे। जुलूस चकला चौराहा से प्रारंभ होकर गाड़ी अड्डा, कोतवाली चौराहा, पुराना बस स्टेण्ड, मछली पुल, मछली बाजार, पान चौराहा, गाँधी रोड, नमक चौराहा होता हुआ लाल मस्जिद चौराहे से पुन: देर रात चकला में समाप्त हुआ।
कल मोहर्रम की 9 तारीख शनिवार को मछली बाजार का जुलूस निकलेगा जिसकी तैयारियाँ जारी हैं। इधर चाँद की 9 तारीख शनिवार कत्ल की रात भी है जिसमें रात 2 बजे के बाद ताजिये भी निकलेंगे जो चकला, गंज व कस्बा क्षेत्र से निकलेंगे।
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