Wednesday, December 9, 2009

18 वर्ष की बिना माँ-बाप की जबलपुर की लड़की को शादी के बहाने 35 हजार में बेचते पकड़ाये आष्टा के 2 युवक, वो जा रही थी गोटेगांव

सीहोर 9 दिसम्बर (अबतक)। एक नवयुवती को देखकर दो नवयुवाओं ने उसे किसी तरह बातचीत में उलझाया, युवती ने जब अपना दुख बताया कि वो बिना माँ-बाप की है तो उसकी शादी कराने का झांसा देकर युवक उसे अपने घर आष्टा ले गये और फिर एक ग्राहक ढूंढकर 35 हजार में लड़की को बेचने का सौदा कर लिया। वो तो अच्छा हुआ कि लड़के का पिता समझदार था उसने मामले की शिकायत पुलिस को कर दी, पुलिस मामले की तह में जा रही है, इधर लड़की अभी जिस लड़के को बेचने के लिये लाई गई थी उसी लड़के के यहाँ पुलिस ने रखवाई है। सूत्र बताते हैं कि लड़का लड़की से शादी करने को भी तैयार है।

उक्त रोचक घटनाक्रम आज उस समय सामने आया जब लड़की को जो खरीदने वाले थे उन्होने ही पुलिस को सूचना कर दी। विस्तार पूर्वक घटनाक्रम कुछ इस प्रकार है कि आष्टा गवाखेड़ा में रहने वाले दो युवक पिछले दिनों जब सीहोर रेल्वे स्टेशन पर एक 18 वर्ष की लड़की से मिले तो वह लड़की कुछ हैरान-परेशान नजर आई। युवकों ने उससे बातचीत की। युवती ने बताया कि वह तो जबलपुर से रेल में बैठी थी और गोटेगांव जा रही थी। लेकिन रास्ते में उसकी नींद लग गई और रेल चलते हुए सीहोर आ गई उसकी नींद खुली तो वह यहीं स्टेशन पर उतर गई। युवती ने कहा कि उसका इस दुनिया में कोई नहीं है। माँ-बाप नहीं है तब लड़को ने उसे अपने जाल में लेते हुए कहा कि क्या हुआ यदि तुम्हारा दुनिया में कोई नहीं है, अब हम तुम्हारे ही हैं, तुम हमारे साथ हमारे घर चलो, वहां तुम्हे हमारे माता-पिता अपनी बेटी की तरह की समझेंगे।

बिना माँ-बाप की युवती की भावनाएं माता-पिता के प्यार के लिये निश्चित ही तड़प उठे। युवती उनके साथ चल दी। दोनो युवक जिनका नाम कैलाश और जितेन्द्र बताया जा रहा है, उसे अपने साथ गवाखेड़ा में अपने घर ले गये।

इसके बाद शुरु हुआ लड़की को बेचने का गोरखधंधा। कैलाश और जितेन्द्र में से कैलाश दोराहा थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम तजपुरा में पहले काम करने गया था उसने राम सिंह मास्टर के यहाँ काम किया था इसलिये इस गांव से यह परिचित था और गांव वाले भी इसे जानते हैं। यहीं आकर कैलाश ने घीसीलाल अहिरवार से आकर कहा कि एक बहुत खूबसूरत लड़की है, जिसके माता-पिता नहीं है, तुम्हारे लड़के की शादी हम करवा देते हैं लेकिन लड़की लाने में 35 हजार रुपये लगेंगे। घीसीलाल ने इसके लिये रजामंदी देते हुए कहा कि पहले लड़की लेकर आओ, उसे देख ले तब मामला जम सकता है। कैलाश और जितेन्द्र उक्त लड़की गीताबाई को तज ग्राम में ले आये और यहां उन्होने घीसीलाल अहिरवार के घर लड़की दिखाई।

घीसीलाल ने ग्राम के एक परिचित अहसान भाई और जनपद सदस्य गजराज मेवाड़ा को भी इसकी सूचना दी। इन दोनो को जब मामला संदिग्ध लगा तो उन्होने पुलिस को सूचना कर दी। पुलिस आई और दोनो युवकों को अपने साथ थाने में ले गई। पुलिस ने काफी समय तक इनसे पूछताछ की।

सूत्रों का कहना है कि पुलिस पहले तो मामला घुमा रही थी, इन दो युवकों को आर्म्स एक्ट के तहत पकड़ा जाना बताती रही, लेकिन धीरे-धीरे मामला सामने आ गया। यह अलग बात है कि पुलिस मामले को क्या रंग और क्या रुप देगी।

अभी दोपहर तक के समाचार के अनुसार जबलपुर से आई गीता को संभवत: घीसीलाल जी अपने बेटे के लिये स्वीकार करने को तैयार है, अभी गीता बाई उन्ही के घर है।.
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