Wednesday, December 31, 2008

महत्वाकांक्षी बाल फिल्म महोत्सव भूल गया विभाग दो दिन से एक भी बच्चा नहीं पहुँचा फिल्म देखने

सीहोर 30 दिसम्बर (नि.सं.)। जिला शिक्षा विभाग में व्याप्त अव्यवस्थाओं का आलम देखिये की सीहोर में बाल फिल्म महोत्सव दो दिन से जारी है और सीहोर के एक भी विद्यालय को इसकी सूचना पहले से नहीं दी गई। दो दिन से तय छविग्रहों में सुबह 8 बजे से फिल्म लेकर टाकीज संचालक  बैठे रहते हैं लेकिन एक भी बच्चा फिल्म देखने नहीं पहुँचा। कल उत्सव समाप्त हो जायेगा और  अब जाकर खानापूर्ति करते हुए कुछ विद्यालयों को बाल फिल्म महोत्सव की सूचनाएं भेजी गई हैं। इतनी बड़ी अव्यवस्था इसके पूर्व कभी देखने को नहीं मिली। शिक्षा विभाग में वो अधिकारी भारी लेन-देन करके यहाँ जमे बैठे हैं उनकी कार्यक्षमता अब जगजाहिर हो गई है। तेजतर्रार कर्तव्यनिष्ठ जिलाधीश डीपी आहूजा से उम्मीद की जाना लाजमी है कि ऐसी मक्कारी आखिर क्यों हुई और उस पर क्या उचित कार्यवाही वह करते हैं।

      जिला स्तरीय बाल फिल्म महोत्सव के चलते सीहोर में दो छविग्रहों में फिल्मों का प्रसारण किया जाना तय था। फिल्म मल्ली यहाँ बच्चों के लिये आई थी। यह बाल फिल्म पूर्व में नहीं आई है। विगत दो दिनों से महोत्सव शुरु हो चुका है लेकिन यहाँ विभिन्न विद्यालयों को इसकी सूचना नहीं दी गई है, इसलिये कोई भी बच्चा फिल्म देखने के लिये नहीं पहुँच रहा है।

      जिला शिक्षा अधिकारी और उनकी मण्डली के अधिकारीगणों निकम्मापन इस बात से ही जाहिर हो गया कि बाल फिल्म महोत्सव जिन बच्चों के लिये आयोजित किया गया है उनको सूचित ही नहीं किया जा सका है। आश्चर्य की बात है कि फिल्म महोत्सव की जब सूचना नहीं भेजी जा सकी थी तो इसकी तिथि आगे क्यों नहीं बढ़ाई गई।

      इधर छविग्रहों को जबरिया दादागिरी से जो फिल्म दिखाने के आदेश दिये जाते हैं उसके तहत दो दिनों छविग्रह के कर्मचारी सुबह बच्चों के लिये बकायदा तैयारी के साथ बैठते हैं, उनके पीने के पानी की व्यवस्था से लेकर अन्य व्यवस्थाएं की जाती हैं पर पता चलता है कि बच्चे यहाँ आते ही नहीं। किसी भी स्कूल के बच्चे जब छविग्रह नहीं पहुँचते मजबूरन यहाँ फिल्म का प्रसारण नहीं हो पाता।

      अब सूत्रों का कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने दो दिन बाद जब मामला उछलना शुरु हुआ तब आज अचानक सारे विद्यालयों को सूचना भेजी है कि वह बाल फिल्म महोत्सव में अपने विद्यालय के बच्चों को फिल्म दिखाने लेकर आयें। हो सकता है एक-दो विद्यालय इसमें शामिल हो भी जायें लेकिन संभावना नगण्य ही है। साथ ही शासन की इस महती योजना को सरेआम सिर्फ खानापूर्ति करते हुए भी लाखों रुपये के घोटालों में डूबा शिक्षा विभाग जरा भी घबराहट में नहीं है। ऊपर से सेटिंग करके, नेताओं को खुश करके और सरकार के मंत्रियों के मुँह पर रुपया फेंककर कुर्सी पर बैठे हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पूरा विश्वास है कि उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता।

      सौभाग्य से सीहोर में जिलाधीश श्री आहूजा अभी मौजूद हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब बाल फिल्म महोत्सव जिसका जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से भी अच्छा प्रचार-प्रसार होता है इस बार इसकी सिर्फ खानापूर्ति कर दी गई है। किन अधिकारियों ने इस मामले में गड़बड़ी की है उन पर जिलाधीश को सख्त से सख्त कार्यवाही करना चाहिये।

वन्य प्राणी का शिकार करने वाला रंगे हाथ पकड़ाया, एक फरार, एक आरोपी को बचाने में लगे कई लोग

          सीहोर 30 दिसम्बर (नि.सं.)। वन्य प्राणी भेड़की जो एक दुर्लभ वन्य प्राणी का शिकार करके चुपचाप लौट रहे विलाल कस्बा निवासी अपने साथी के साथ मोटर साईकिल पर सवार था जिसे अचानक धावा बोलकर वन विभाग ने पकड़ लिया। लेकिन सिर्फ विलाल ही विभाग के हाथ आ सका जबकि एक अन्य फरार हो गया। अभी मामला सिर्फ एक पर ही बना है। क्या एक अन्य फरार हुआ है और हुआ है तो वह कौन है इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है जबकि आज दिनभर अनेक महत्वपूर्ण लोग पुलिस विभाग के भी कुछ लोग इस दूसरे व्यक्ति को बचाने के लिये जी-जान से जुटे रहे।

      सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बोरदी इछावर थाना क्षेत्र अन्तर्गत में आज उपरोक्त घटनाक्रम घटित हुआ। यहाँ कस्बा सीहोर निवासी विलाल नामक युवक अपने साथियों के साथ एक शिकार खेलने के लिये गया था। जहाँ इन्होने भेड़की नामक दुर्लभ जंगली जानवर का शिकार किया। यह हिरण सरीखा ही होता है। इसका मांस भी टुकड़े में कर लिया गया था। इसके बाद एक बोरे में भरकर सीहोर लाया जा रहा था तभी वन विभाग के अमले ने इन्हे पकड़ लिया। लेकिन सिर्फ विलाल ही इनके हाथ आ सका जिससे मांस भी जप्त हो गया लेकिन दूसरा साथी विभाग नहीं पकड़ सका है।

      सूत्रों का कहना है कि एक अन्य साथी जिसके तार पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों से जुड़े हुए हैं वह भी इस वारदात में शामिल था और उसे बचाने के लिये आज दिनभर पुलिस विभाग के आला लोग लगे हुए थे। वन विभाग ने वन्य प्राणी अधिनियम के धाराओं के तहत मामला पंजीबध्द कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि जो युवक भाग गया है उसके पास शिकार करने के लिये एक बंदूक भी थी उसे लेकर ही वह भाग निकला।

कबर बिजू ने कराया दाऊ का क्वाटर खाली

      सीहोर 30 दिसम्बर (नि.सं.)। मांसाहारी जानवर कब्र बिजू क्या किसी का भला भी कर सकता है यह सोचना ही बेमानी है लेकिन यहाँ नगर पालिका के एक भोले-भाले कर्मचारी का इसने बड़ा भला कर दिया है और यह कर्मचारी कब्र बिजुओं के कारण बड़े लाभ में आ गया है।

      हुआ यह कि नगर पालिका द्वारा अपने कर्मचारियों के लिये कुछ क्वाटर दिये जाते हैं। ऐसे ही कुछ मकान यहाँ कलेक्ट्रेट के पास बाल विहार मैदान के सामने वाले मार्ग पर स्थित हैं। इन सारे ही मकानों के पीछे की जगह काफी गंदगी रहती है और यहाँ काफी जगह भी है। इसी जगह क ा और झाड़ियों का लाभ उठाकर कब्र बिजुओं ने इस क्षेत्र को अपना बड़ा ठिकाना बना रखा है। यूँ तो पूरे छावनी क्षेत्र में ही कब्र बिजुओं की तादात बहुत बड़ी मात्रा में बढ़ चुकी है और लगभग हर दूसरे घर की छत पर अथवा किसी भी सुनसान जगह पर कब्र बिजुओं ने अपने घर बना लिये हैं। रात अंधेरा होते ही यह जानवर अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं और फिर अपने शिकार को खोजते हैं। आक्रामक शैली का यह जानवर सामान्यत: मांसाहारी है और दूसरे जानवरों को अपना शिकार बनाता है।

      यहाँ नगर पालिका में एक  कर्मचारी हैं दाऊ।  दाऊ बड़े सीधे सरल स्वभाव के हैं हालांकि इनके पास काम बड़ा टेढ़ा सौंपा गया है लेकिन यह किसी तरह उससे निपट लेते हैं। इन्हे पिछले दिनों एक नगर पालिका क्वाटर आवंटित किया गया था यह उसमें रहते उसके पहले ही एक अन्य अधिकारी ने कुछ अपने पद का लाभ उठाते हुए यहाँ जबरिया घुसपैठ बना ली। यह जिससे इनका हक मारा गया।

      खैर जो भी हो वो अधिकारी यहाँ घुस तो गया लेकिन इसका परिवार बहुत छोटा-सा है। बच्चे नन्हे मुन्ने हैं, जब रात के समय हुआ तो एक-दो घर के पीछे कुछ उछल-कूद की आवाज आई यह समझ नहीं पाया कि इतनी रात को बंदर हैं या बिल्ली । बाद में इसे पता चला कि यह तो कबर बिजू हैं और यह खतरनाक भी हैं, इनसे बचना भी मुश्किल है। जब इसे अन्य लोगों ने नेक सलाह दी कि भैया घर में छोटे बच्चे हैं, तुम घर में नहीं हुए उस समय कोई अनहोनी हो गई तो क्या होगा ? तब इनके समझ आई कि घटना बड़ी हो सकती है। तब उन्होने घबराहट में वापस यह मकान खाली किया।

      इस प्रकार कबर बिजुओं के कारण नगर पालिका के कर्मचारी दाऊ को उनके लिये आवंटित मकान वापस मिल गया।

जल अभाव ग्रस्त होने के बाद भी नवीन टयूवबेल खनन जारी

      जावर 30 दिसम्बर (नि.प्र.)। इस वर्ष जिले में हुई अल्प वर्षा को देखते हुए पिछले दिनों जिलाधीश द्वारा जिले को जल अभाव ग्रस्त घोषित किया गया। इस दौरान कई भी बिना अनुमति के नवीन बोर खनन नहीं होने की बात कही गई थी लेकिन क्षेत्र में प्रतिदिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से बोर खनन का काम जारी है।

            गौरतलब है कि इस वर्ष जिले में हुई अल्प वर्षा को देखते हुए जिलाधीश द्वारा पिछले दिनां जिले को जल अभाव ग्रस्त घोषित कर दिया गया। लेकिन इसके बावजूद क्षेत्र में नवीन बोर खनन का काम जारी है प्रतिदिन धड़ले से मशीन इधर से उधर जाती दिखाई देती है। ज्ञात रहे कि जल अभाव ग्रस्त घाषित होने के बाद यदि किसी को नवीन टयूबेल खनन करवाना है तो उसे इसकी प्रशासन से अनुमति लेना पडेगी लेकिन क्षेत्र में ऐसा नहीं हो रहा है गांव-गांव के बेरो कटोक नवीन टयूबेल खनन धड़ल्ले से हो रहे है

            क्या कहते है अधिकारी तहसीलदार शिवराम कनासे का कहना है कि क्षेत्र में नवीन टयूबेल खनन की अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है यदि कही से सूचना मिलेगी तो जरूर कार्यवाही करेंगे हालांकि गांवों में चौकीदारों के माध्यम से मुनादी फिरवा दी गई है। 

मोहर्रम का चांद देखकर चौकी धोने की रस्म अदा की गई

      सीहोर 30 दिसम्बर (नि.सं.)। हजरत इमाम हसन हुसैन की शाहदत्त की याद में बनाये जाने वाला मोहर्रम का त्यौहार मोहर्रम के माह का चांद देखने से शुरू हो जाता है।

      यह त्यौहार लगातार 10 दिनों तक अल्हा की इबाजद कर व गरीब मोहताजों की मदद कर व रोजे रखकर मनाया जाता है वही कुछ लोग ताजिया बनाकर अपने प्यारे रसूल के नवासे की शाहदत्त को याद करते है इसी क्रम में हमारे सीहोर शहर के मुस्लिम धर्म बंधुओं द्वारा चांद देखकर चौकी धुलाई की रसम बड़ी धूमधाम से जनाब जहीर भाई उर्फ भैया भाई हरमाल वाले के जनीब से चौकी धुलाई की रसम पुरी की गई।

      जहीर भाई द्वारा डीजे की धूम के साथ एक जुलूस कसेरे वाले कुआं कस्बे से शुरू कर करबला तक जुलूस को ले जाया गया। इस अवसर पर कस्बे क्षेत्र के सभी ताजियें बनाने वाले बड़े आकिदत से इसमें शरिक हुये।

      इसमें प्रमुख रूप से मुन्ने भाई साईकिल वाले, रिजवान पठान, मंजूर भाई, सलीम बाबा, अन्नु भाई, छोटे भाई, इमरान आटो, मुनव्वर मामू, अजहर मियां, रफीक शर्मा, मो. शाहिद, अनवर भाई, नौशे भाई टेलर, असलम हरमाल, इरफान पचोर, नईम खां, अजहर खां सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। इस अवसर पर इन लोगों ने अपनी-अपनी चौकियों को शरिक किया, उनमें प्रमुख रूप से एलाने मोहम्मद इमामबाड़ा, मुन्ना भाई साईकिल वाले, मंशाराम, इस्लामी चौकी, छोटे पहलवान, अबरार मियां गोहापुरा, जमशेद अली जलालीपुरा, खटिक साहब कलारपुरा, चुम्मु भाई मेवातीपुरा, अंसार सिलावट जमशेद नगर, रामचन्दर बाबा निजामत रोड़ सहित अनेक लोगों की चौकियों शरिक थे। 

टोल फ्री नंबर स्थापित

      सीहोर 30  दिसंबर (नि.सं.)। जिले में मध्यान्ह भोजन कार्यम का व्यवस्थित एवं बेहतर संचालन सुनिश्चित किया गया है। कार्यम के तहत किसी भी प्रकार की शिकायत अथवा सुझाव के लिए जिला पंचायत के एमडीएम सेल में नि:शुल्क टोल फ्री नंबर 18002331133 लगा हुआ है। इस पर कार्यालयीन दिवस  समय में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

      जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अरूण कुमार तोमर ने बताया कि मध्यान्ह भोजन कार्यम के तहत शाला स्तर पर किसी प्रकार की शिकायत  कमी के लिए टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

      श्री तोमर ने जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र सहित समस्त जनपद पंचायताें के मुख्य कार्यपालन अधिकारियाें को निर्देश दिए हैं कि वे इस टोल फ्री नं. 18002331133 को प्रत्येक शाला के किचन शेड तथा ग्राम पंचायत कार्यालय की दीवार पर अंकित कराएं।