आष्टा 27 अप्रैल (सुशील संचेती)। नगर के लिए जिस प्रकार पार्वती नदी नगर के नागरिकों के लिए जीवनदायनी मानी जाती है ठीक उसी प्रकार आष्टा नगर के वार्ड क्रं. 16 में नगर वर्षो पुराना तालाब जिसे काले तालाब के नाम से जाना जाता है । जो कन्नौद रोड से लगा हुआ है । और लगभग 32 एकड़ क्षैत्र में फैला है उक्त काला तालाब आष्टा नगर के लिए काफी महत्वपूर्ण तो है ही लेकिन इस तालाब के आस-पास बसी कालोनी, सांई कालोनी, बजरंग नगर, चन्दन नगर, भोपाल नाका क्षैत्र,पुष्प विद्यालय रोड, काछीपुरा शास्त्री कालोनी, मुकाती कालोनी, सेमनरी रोड, अब्दुल्लापुरा सहित दूर दूर तक फैले क्षैत्र के कुंओ और टयूबेलों के लिए जल स्त्रोंतो इसी काले तालाब से जिंदा रहते है । इस तालाब के आस-पास बसी 3-4 कालोनीयों में रहने वालो के मकानों में लगे टयूबेलों तो इसी काले तालाब के कारण जीवित तब तक रहते है । जब तक इसमें पानी रहता है।
जब से म.प्र. सरकार ने जल अभिषेक अभियान गर्मी में प्रत्येक वर्ष जनभागीदारी से शुरू किया आष्टा के पार्षद रवि सोनी के विशेष प्रयासों से इस काले तालाब का भी जल अभिषेक के तहत जन भागीदारी से नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश परमार ने विशेष रूचि लेकर हर वर्ष इसको गहरीकरण करवाया उसी का परिणाम है कि आज इस तालाब का काफी क्षैत्र काफी गहरा हो गया है । लेकिन इस तालाब का क्षैत्रफल काफी लम्बा है और 2-4 साल में इसका गहरीकरण संभव नही है कम से कम 10-15 साल प्रत्येक गर्मी में महिनों गहरीकरण का कार्य इसमें चलेगा तभी यह तालाब गहरा होगा । गर्मी का सीजन प्रारम्भ हो गया है तालाब भी लगभग पानी से खाली हो गया है केवल पाल से लगा क्षैत्र में ही थोड़ा पानी नजर आ रहा है और अब पुन: इस तालाब के गहरीकरण की शुरूआत आविलम्ब शुरू की जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है जब तक पाल के पास पानी है तब तक तालाब के पीछले हिस्से से जो पुरा सुख चुका है गहरीकरण की शुरूआत की जा सकती है। न.पा. अध्यक्ष कैलाश परमार, वार्ड के जागरूक पार्षद रवि सोनी को इसके लिए सोचना चाहिये ।
किसानों के लिए है वरदान:- 32 एकड़ क्षैत्र में फैला उक्त काला तालाब एक और जहां आस-पास रहने वाले नागरिकों के लिए तो पानी का महत्वपूर्ण जल स्त्रोत है वही उक्त तालाब आस-पास के किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस तालाब में बरसात का जो पानी स्टोर होता है उसके कारण दूर-दूर तक के खेतो में बने कुएं और टयूबेलो भी इसके कारण जीवित रहते है । इस कारण से निश्चित उक्त तालाब एक तरह से किसानों के लिए वरदान माना जाता है ।
पानी चौरी भी किया जाता है:- इस तालाब में बरसात का इतना पानी स्टोर हो जाता है कि जो अगर इस तालाब से खेतो के मालिक गेहूं-चने की फसलो को पानी की चौरी कर सिंचाई करते है । अगर उक्त सिंचाई रूक जाये तो निश्चित इस तालाब का पानी पुरी गर्मी भरा रहे और आस-पास कालोनीयों में गर्मी में जल संकट की दस्तक सुनाई नही है । लेकिन कभी भी इस तालाब से पानी की चौरी को रोकने के लिए कोई ठोस प्रयास नही किये गये । यही कारण रहता है कि पूरे साल इसमें पानी तो भरा रहता है लेकिन गेंहू-चने की बुवाई के बाद 1-2 माह में उक्त तालाब पूरा खाली हो जाता है ।
गंदा पानी तालाब में जा रहा है:- आज की स्थिति में फुरसत ने इस तालाब को जब जाकर देखा तो पुरा तालाब लगभग खाली हो चुका है केवल मेन रोड से लगी जो तालाब की पाल है उस पाल से लगे कुछ क्षैत्र में थोड़ा पानी भरा नजर आ रहा है। वो पानी भी नगर का जो गंदा पानी बहकर तालाब के प्रवेश द्वार से होता हुआ तालाब में पहुंच रहा है । वही इस तालाब को आस-पास के लोगों ने सुबह एक खुला शौचालय के रूप में इस्तेमान कर तालाब को गंदा किया जाता है तालाब में इन दिनों जो प्रवेश द्वार से नगर का व आस-पास का जो गंदा पानी प्रवेश कर रहा है उसे रोका जाना चाहिये । तथा जो गंदगी कुड़ा-कचरा तालाब में भेजा जाता है इस पर भी सख्ती से रोक लगाना चाहिये ।
कब विकसित होगा यह तालाब :- जब आष्टा के विधायक स्वर्गीय नन्दकिशोर खत्री थे और म.प्र. मे सुंदरलाल पटवा के नेतृत्व में प्रदेश की भाजपा की सरकार थी तब से ही लेकर आज तक इस तालाब के विकास, सौन्दर्यीकरण, पिकनीक स्पांट के रूप में विकसित करने तालाब की पाल पर वृक्षारोपण करने एवं इस तालाब को सुंदर और आकर्षित बनाने की बात हो रही है । योजना भी बनाई गई शासन को भी भेजी गई लेकिन इस दौरान लगभग 18 साल बीत गये लेकिन आज तक इस तालाब के विकास, सौन्दर्यीकरण, वृक्षारोपण, के लिए कुछ नही हुआ क्या इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि चाहे वो स्वर्गीय नन्दकिशोर खत्री रहे हो, रंजीत सिंह गुणवान रहे हो, या वर्तमान विधायक जो है उनका जिम्मेदार माना जाये या आष्टा नगर पालिका को खैर इसके लिए कोई भी जिम्मेदार हो लेकिन अब तो न.पा. आष्ट, क्षैत्र के पार्षद एवं वर्तमान विधायक को इस और ध्यान देना चाहिये क्योंकि उक्त तालाब का विकास आष्टा के लिए जरूरी हो गया है । अगर ऐसा होता है तो नगर के नागरिकों, के लिए घुमने-फिरने के लिए एक अच्छा स्थान उपलब्ध हो जायेगा ।
अतिक्रमण से मुक्त होना चाहिये :- आष्टा का उक्त तालाब जो 32 एकड़ क्षैत्र में फैला है जल अभिषेक अभियान के प्रथम वर्ष इस तालाब के आस-पास जो अतिक्रमण था उसे हटाया गया था उसके पहले भी अतिक्रमण हटाने की मांग पर एक बार उक्त पूरे तालाब को नापकर सीमांकन किया था लेकिन फिर भी अतिक्रमण हो गया । इस और भी ध्यान दिया जाना चाहिये कि तालाब अतिक्रमण से मुक्त हो और उसके सीमांकन किया जाये। एवं चारो और की तालाब की पाल को भी चौडा किया जाना चाहिये ।
शुरूआत तो हुई है:- विकास का इंतजार कर रहे नगर के काले तालाब पर विकास का श्री गणेश हुआ है पानी के प्रवेश द्वार के पास काले तालाब पर नहाने आने वालो की सुविधा के लिए एक बड़े सर्व सुविधा युक्त घाट निर्माण का गत दिवस भूमि पूजन हुआ है । उक्त घाट को निर्माण में अनाज-तिलहन व्यापारी संघ की और से 50 हजार, सांसद कैलाश जोशी ने सांसद निधि से 1 लाख, न.पा. आष्टा ने एक लाख एवं जिला योजना समिति से 50 हजार कुल 3 लाख से घाट का निर्माण हो रहा है । इसे एक अच्छे सकारात्मक सोच के साथ विकास के रूप में नई शुरूआत माना जा रहा है ।
विकास के लिए केन्द्र को भेजी है एक योजना:- आष्टा नगर पालिका के अध्यक्ष कैलाश परमार ने काले तालाब के विकास, गहरीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के लिए एक योजना नगरपालिका से बनाकर केन्द्रिय बन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार को लगभग 25 से 30 लाख की भेजी है। उसकी स्वीकृ ति का भी न.पा. को इंतजार है। इसके पहले इस तालाब के विकास की एक योजना म.प्र.शासन को भी भेजी गई थी उसका भी अभी तक कुछ हुआ नही है । अब तो आवश्यता है कि सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस तालाब के विकास के लिए अपने-अपने स्तर पर ठोस प्रयास करने की अगर ऐसा हुआ तो आष्टा को एक अच्छी सौगात मिल सकती है बशर्ते प्रयास ईमानदारी से हो.....
Monday, April 28, 2008
काबड़ से माता-पिता को करा रहे चार पुत्र चारधाम यात्रा......
आष्टा 26 अप्रैल (नि.सं.)। कलयुग में चार पुत्रों ने विवाह न करते हुए अपने माता-पिता को बारह योतिर्लिंग के दर्शन कराने व गौमुख गंगोत्री से कन्या कुमारी तक की यात्रा उन्हे जीप से तथा स्वयं पैदल करने वाले आज के श्रवण कुमारों की माता-पिता के प्रति यह भाव देखकर दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष पवन कुमार जैन, नगर भाजपा अध्यक्ष संतोष झंवर सहित अनेक नागरिक अचंभित रह गये। बाईस हजार किलो मीटर की अभी तक की सबसे लम्बी अद्वितीय काबड़यात्रा कर रहे हैं। 14 मई 07 को गोमुख से पैदल यात्रा प्रारंभ लेकर आज आष्टा में पहुँची थी।
ग्यारह माह पश्चात श्याम कसेरा अपनी पत्नि श्रीमति कमला देवी और चार पुत्रों सजन, अनिल, सुनील एवं अशोक के अलावा भतीजा महेश, ड्रायवर सुभाष सैनापति अपनी यात्रा के दौरान माँ पार्वती की नगरी आष्टा में पधारें। गणेश घांट कटक निवासी श्याम सुंदर कसेरा, ओडिसा हाईकोर्ट के बार के सदस्य भी हं। आपने दस सदस्यीय दल के साथ अलीपुर के प्राचीनतम हनुमान मंदिर में डेरा डाला और स्नान, ध्यान करने के पश्चात हनुमान जी, शंकर जी के दर्शन किये। श्री कसेरा ने हमारे प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए बताया कि उनके चारों पुत्र नित्य 25-30 किलो मीटर की पैदल यात्रा करते हैं। उन्होने शादी ब्याह करने से इंकार कर दिया कि पहले आपको हम बारह योर्तिलिंग सहित चारों धाम, सातों पुरी सहित सभी प्रसिध्द शिव-पीठ, शक्ति पीठों व पवित्र नर्मदा नदी की परिक्रमा करायेंगे फिर विवाह करेंगे।
इस संबंध में कटक ओडिशा निवासी श्याम सुन्दर कसेरा के चारों पुत्रों ने माता-पिता को भारत भ्रमण कराने के लिये शादी नहीं की और उनकी हार्दिक इच्छा थी कि हम सभी माता-पिता को यात्रा करायें। दो वर्ष में भारत के सभी तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर दर्शन करने का लक्ष्य है। श्री कसेरा के येष्ठ पुत्र सान कुमार का कहना है कि हमारी यात्रा का यही संदेश है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने माता-पिता की ईश्वर की तरह पूजा करे। देशवासियों में आपसी भाईचारों, राष्ट्रीय एकता व अखण्डता, परस्पर सद्भावना, समानता आपसी प्रेम तथा देश में नैतिक आदर्शों की स्थापना के साथ शांति का संदेश देना है। इस यात्रा ने अभी तक कुछ कीर्तिमान भी रच दिये हैं जिनमें एक हजार वर्ष में हिमाचल के पालमपुर के समीप बैजनाथ के प्रसिध्द शिव मंदिर में पहली बार काबड़ यात्रा पहुँची और अभिषेक किया। इसी प्रकार अमरनाथ में भी पहली काबड़ यात्रा ने रक्षाबंधन के दिन अभिषेक किया। केदार नाथ, नागेश्वर गुजरात, सोमनाथ के पश्चात प्रदेश की महांकाल की नगरी उजैन की योतिर्लिंग के दर्शन कर अभिषेक किये। श्याम कसेरा ने बताया कि उन्हे किसी से कोई अपेक्षा नहीं है यदि शासन चाहे तो वह मिट्टी के तेल की व्यवस्था करवा दें भोजन बनाने के लिये उसकी आवश्यकता पड़ती है।
ग्यारह माह पश्चात श्याम कसेरा अपनी पत्नि श्रीमति कमला देवी और चार पुत्रों सजन, अनिल, सुनील एवं अशोक के अलावा भतीजा महेश, ड्रायवर सुभाष सैनापति अपनी यात्रा के दौरान माँ पार्वती की नगरी आष्टा में पधारें। गणेश घांट कटक निवासी श्याम सुंदर कसेरा, ओडिसा हाईकोर्ट के बार के सदस्य भी हं। आपने दस सदस्यीय दल के साथ अलीपुर के प्राचीनतम हनुमान मंदिर में डेरा डाला और स्नान, ध्यान करने के पश्चात हनुमान जी, शंकर जी के दर्शन किये। श्री कसेरा ने हमारे प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए बताया कि उनके चारों पुत्र नित्य 25-30 किलो मीटर की पैदल यात्रा करते हैं। उन्होने शादी ब्याह करने से इंकार कर दिया कि पहले आपको हम बारह योर्तिलिंग सहित चारों धाम, सातों पुरी सहित सभी प्रसिध्द शिव-पीठ, शक्ति पीठों व पवित्र नर्मदा नदी की परिक्रमा करायेंगे फिर विवाह करेंगे।
इस संबंध में कटक ओडिशा निवासी श्याम सुन्दर कसेरा के चारों पुत्रों ने माता-पिता को भारत भ्रमण कराने के लिये शादी नहीं की और उनकी हार्दिक इच्छा थी कि हम सभी माता-पिता को यात्रा करायें। दो वर्ष में भारत के सभी तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर दर्शन करने का लक्ष्य है। श्री कसेरा के येष्ठ पुत्र सान कुमार का कहना है कि हमारी यात्रा का यही संदेश है कि प्रत्येक व्यक्ति अपने माता-पिता की ईश्वर की तरह पूजा करे। देशवासियों में आपसी भाईचारों, राष्ट्रीय एकता व अखण्डता, परस्पर सद्भावना, समानता आपसी प्रेम तथा देश में नैतिक आदर्शों की स्थापना के साथ शांति का संदेश देना है। इस यात्रा ने अभी तक कुछ कीर्तिमान भी रच दिये हैं जिनमें एक हजार वर्ष में हिमाचल के पालमपुर के समीप बैजनाथ के प्रसिध्द शिव मंदिर में पहली बार काबड़ यात्रा पहुँची और अभिषेक किया। इसी प्रकार अमरनाथ में भी पहली काबड़ यात्रा ने रक्षाबंधन के दिन अभिषेक किया। केदार नाथ, नागेश्वर गुजरात, सोमनाथ के पश्चात प्रदेश की महांकाल की नगरी उजैन की योतिर्लिंग के दर्शन कर अभिषेक किये। श्याम कसेरा ने बताया कि उन्हे किसी से कोई अपेक्षा नहीं है यदि शासन चाहे तो वह मिट्टी के तेल की व्यवस्था करवा दें भोजन बनाने के लिये उसकी आवश्यकता पड़ती है।
शिवराज सिंह को खून से तौलेंगे पंचायत कर्मी sehore
आष्टा 26 अप्रैल (नि.सं.)। म.प्र. की 23051 ग्राम पंचायतों में पदस्थ पंचायत कर्मी सचिव की 12 वर्ष पुरानी लंबित मांगों के निराकरण होने पर दशहरा मैदान भोपाल में मध्य प्रदेश पंचायत कर्मी संगठन भोपाल द्वारा स्वागत महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के सभी पंचायत कर्मी सचिव साथी उपस्थित होंगे। म.प्र. पंचायत कर्मी संगठन शाखा आष्टा के अध्यक्ष विक्रम सिंह ठाकुर एवं उपाध्यक्ष लक्ष्मी चंद वर्मा द्वारा गताया गया कि राय विधानसभा के वित्त वर्ष 08-09 के बजट में पंचायत कर्मियों का पदनाम परिवर्तन कर सचिव करने तथा नियमितीकरण कर वेतन मान दिये जाने संबंधित प्रावधान होने पर प्रदेश संगठन अध्यक्ष दिनेश शर्मा के आव्हान पर पंचायत कर्मी साथी अपनी खुशी का इजहार कर रक्त दान करेंगे तथा प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को अपने रक्त से तोलेंगे। इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, वित्त मंत्री राघव जी तथा पंचायत मंत्री रुस्तम सिंह का भी भव्य स्वागत किया जायेगा। ज्ञात हो कि शासन द्वारा 2700 से 3700 रुपये का वेतनमान देने, टीए, डीए तथा शासकिय कर्मचारियों को प्रदत्त अन्य सुविधाएं भी दिये जाने का प्रावधान किया गया है जिसका खुलासा मुख्यमंत्री स्वयं करेंगे इस अवसर पर आष्टा ब्लाक तथा सीहोर जिले के शत प्रतिशत पंचायत सचिव साथियों को भोपाल पहुँचने की अपील ब्लाक संगठन इकर्इा आष्टा द्वारा की गई।
दिन रात चल रही सीवन में मोटरें, कर रही पानी की चोरी
सीहोर 26 अप्रैल (नि.सं.)। इधर सीवन नदी में पानी आता है और उधर इसके किनारे रहने वालों द्वारा मोटरें डाल दी जाती हैं। रात होते ही जब बिजली की कोई समस्या नहीं रहती है यह लोग खुलेआम मोटरें सीवन में डालकर पानी खींचना शुरु कर देते हैं।
बढ़ियाखेड़ी क्षेत्र में सीवन नदी के किनारे लगे कुछ लोग द्वारा अपने कुंओं व बोर में हर दिन सीवन नदी से पानी खींचकर डाल दिया जाता है और फिर उससे आराम से खेतों की सिंचाई आदि की जाती है। सीवन से पानी खींचने का यह क्रम कस्बा क्षेत्र में भी चारों तरफ जारी है। सीवन से पानी खींचकर आराम से खेती की जा रही है।
उधर गणेश मंदिर के पास भूतेश्वर महादेव तक सीवन नदी में मोटरें लगी दिखती हैं जिससे सरेआम पानी खींचा जाता है और खेती जाती है। इस प्रकार पानी की चोरी हर दिन जारी है और सीवन को खाली करने का उपक्रम चलता रहता है। अभी ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ ही हुई है लेकिन अपने प्रचण्ड रुप को दिखा चुकी है। अप्रैल चल रहा है और वेशाख शुरु ही हुआ है इसके बाद मई, जून और जुलाई का आधा माह अभी बाकी है। तब तक लगातार सीवन से पानी खींचा जायेगा। नगर पालिका को इन पानी चोरों को रोकने के लिये भरसक प्रयास करने की आवश्यकता है। सीवन के जल स्तर कम होने के कारण नगर के जल स्तर पर भी विपरीत असर पड़ता है। सीवन में जल होने पर नगर के जल स्त्रोत भी सूखते नहीं है और नगर में पानी की हायतौबा नहीं मचती।
बढ़ियाखेड़ी क्षेत्र में सीवन नदी के किनारे लगे कुछ लोग द्वारा अपने कुंओं व बोर में हर दिन सीवन नदी से पानी खींचकर डाल दिया जाता है और फिर उससे आराम से खेतों की सिंचाई आदि की जाती है। सीवन से पानी खींचने का यह क्रम कस्बा क्षेत्र में भी चारों तरफ जारी है। सीवन से पानी खींचकर आराम से खेती की जा रही है।
उधर गणेश मंदिर के पास भूतेश्वर महादेव तक सीवन नदी में मोटरें लगी दिखती हैं जिससे सरेआम पानी खींचा जाता है और खेती जाती है। इस प्रकार पानी की चोरी हर दिन जारी है और सीवन को खाली करने का उपक्रम चलता रहता है। अभी ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ ही हुई है लेकिन अपने प्रचण्ड रुप को दिखा चुकी है। अप्रैल चल रहा है और वेशाख शुरु ही हुआ है इसके बाद मई, जून और जुलाई का आधा माह अभी बाकी है। तब तक लगातार सीवन से पानी खींचा जायेगा। नगर पालिका को इन पानी चोरों को रोकने के लिये भरसक प्रयास करने की आवश्यकता है। सीवन के जल स्तर कम होने के कारण नगर के जल स्तर पर भी विपरीत असर पड़ता है। सीवन में जल होने पर नगर के जल स्त्रोत भी सूखते नहीं है और नगर में पानी की हायतौबा नहीं मचती।
दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज sehore fursat
सीहोर 26 अप्रैल (नि.सं.)। अपने घर में बहु को दहेज के लिये प्रताड़ित करने वाले ससुरालियों के खिलाफ रेहटी पुलिस ने दहेज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार 28 वर्षीय नीतू का विवाह ग्राम चकल्दी निवासी विजय वर्मा के साथ हुआ था। बताया जाता है कि नीतू का पति विजय वर्मा नीतू को दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित करता था और उसके साथ मारपीट कर शारीरिक यातनाएं भी देता था। उसके इस कार्य में नीतू का ससुर मनोहर, सास, सुलोचना, देवर अजय, मामा ससुर पदम, नंदोई जीवन व प्रियंका भी सहयोग करते थे। इनकी इस प्रताड़ना से तंग आकर नीतू ने रेहटी थाना पहुँचकर अपनी व्यथा पुलिस को सुनाई जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार 28 वर्षीय नीतू का विवाह ग्राम चकल्दी निवासी विजय वर्मा के साथ हुआ था। बताया जाता है कि नीतू का पति विजय वर्मा नीतू को दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित करता था और उसके साथ मारपीट कर शारीरिक यातनाएं भी देता था। उसके इस कार्य में नीतू का ससुर मनोहर, सास, सुलोचना, देवर अजय, मामा ससुर पदम, नंदोई जीवन व प्रियंका भी सहयोग करते थे। इनकी इस प्रताड़ना से तंग आकर नीतू ने रेहटी थाना पहुँचकर अपनी व्यथा पुलिस को सुनाई जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।
उपचार के दौरान मौत sehore fursat
सीहोर 26 अप्रेल (नि.सं.)। ग्राम पचपिपलिया निवासी एक ग्राम की उपचार के दौरान मौत हो गई मंडी पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी। जानकारी के अनुसार मंडी थाना क्षेत्र के ग्राम पचपिपलिया निवासी 60 वर्षीय बक्शीलाल पुत्र उमराव के सिर में गत दिनों घर के ऊपर रखी टीन की चद्दर तेल हवा उड़ाकर लग गई थी जिससे बक्शी लाल गंभीर रुप से घायल हो जिसे उपचार हेतु हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहाँ पर उसकी मौत हो गई थी।
सड़क दुर्घटना में चार घायल sehore
सीहोर 26 अप्रैल (नि.सं.)। जावर थाना क्षेत्र के ट्रक की टक्कर लगने से बाइक सवार ससुर व दामाद हो गये वहीं नस.गंज क्षेत्र में बाइक की टक्कर से दो अन्य लोग घायल हो गये। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिय है। ग्राम मरेठिया सुतारपुरा निवासी देवकरण विश्वकर्मा अपने दामाद संतोष के साथ बीती रात को इन्दौर खामखेड़ा बैजनाथ आ रहा था तभी राजमार्ग स्थित मेहतवाड़ा के समीप सामने से आ रहे ट्रक क्रमांक जी.जी.12 सी 2172 के चालक ने तेजगति व लापर वाही पूर्वक वाहन चलाकर इनकी बाइक में टक्कर मारकर घायल कर दिया। दोनो घायलों को प्राथमिक उपचार हेतु आष्टा अस्पताल दाखिल कराया गया है। उधर नस.गंज क्षेत्र ने पलासी कला निवासी नर्वदा प्रसाद अपने साथी कैलाश चन्द्र के साथ बाइक से नसरुल्लागंज आ रहे थे तभी ओसर मियां के खेत के समीप मोड़ पर नसरुल्लागंज तरफ से आ रहे बाइक एमपी 37 बी.1003 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर टक्कर मारकर घायल कर दिया।
वनखेड़ा में नवकुण्डात्मक श्रीराम महायज्ञ में पूजन व ब्राह्मण वरण, विधायक मां विंध्यवासिनी की टेकरी पर करा रहे धार्मिक आयोजन sehore
सीहोर 26 अप्रैल (नि.सं.)। विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बनखेड़ा देवीपुरा स्थित माताजी की टेकरी पर माँ विंध्यवासिनी माताजी के दरबार में नवकुण्डात्मक श्रीराम महायज्ञ की प्रारंभिक तैयारियों के साथ धार्मिक आयोजन सम्पन्न किये जा रहे हैं। आज महायज्ञ स्थल पर देवांग पूजन किया गया तथा ब्राह्मण वरण की प्रक्रिया पूर्ण की गई। आज महायज्ञ में आसपास के कई ग्रामों के श्रध्दालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। यहाँ कल रात से श्रीराम लीला का आयोजन भी प्रारंभ हो गया है।
माँ विंध्यवासिनी मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं विधायक रमेश सक्सेना ने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं को शांत करने एवं सम्पूर्ण क्षेत्र में सुख-शांति, समृध्दि और सुवृष्टि की कामना से कराये जा रहे इस महायज्ञ में आसपास के 80 से भी अधिक ग्रामों के ग्रामीणजनों की सक्रिय भागीदारी हो रही है। इस महायज्ञ से 2 मई को पूर्णाहूति होने तक पूरे क्षेत्र में माहौल धर्ममयी रहेगा। यहाँ प्रतिदिन रात्रि में संगीतमयी श्रीराम लीला का आयोजन भी किया गया है।
इस महायज्ञ के आज के चरण में यज्ञाचार्य पंडित श्री राधेश्याम शास्त्री जी के मार्गदर्शन में पंचांग पूजन एवं ब्राह्मण वरण की धार्मिक प्रक्रिया पूरी श्रध्दा और उत्साह के माहौल में पूरी की गई। यज्ञ में कुल 39 जोड़े यजमान के रुप में बैठे हैं। यज्ञ स्थल पर आकर्षक साज-सजा की गई है जिससे माताजी की टेकरी पर अत्यंत आकर्षक दृश्य निर्मित हो गया है।
रात 9 से 12 बजे तक बाजार बरखेड़ा की मंडली द्वारा श्री रामलीला का भव्य एवं धार्मिक प्रस्तुति प्रारंभ कर दी गई है। श्रीरामलीला की मनोहारी प्रस्तुति देखने के लिये बड़ी संख्या में ग्रामीण श्रध्दालुजन आये, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं विधायक रमेश सक्सेना ने सभी धार्मिकजनों ने बनखेड़ा टेकरी पर आयोजित श्रीराम महायज्ञ एवं रात्रि में आयोजित श्रीराम लीला में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर पुण्य लाभ लेने की अपील की है। कल महायज्ञ स्थल पर अग्नि स्थापना कर देवार्चन कर महायज्ञ का हवन प्रारंभ हो जायेगा।
माँ विंध्यवासिनी मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं विधायक रमेश सक्सेना ने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं को शांत करने एवं सम्पूर्ण क्षेत्र में सुख-शांति, समृध्दि और सुवृष्टि की कामना से कराये जा रहे इस महायज्ञ में आसपास के 80 से भी अधिक ग्रामों के ग्रामीणजनों की सक्रिय भागीदारी हो रही है। इस महायज्ञ से 2 मई को पूर्णाहूति होने तक पूरे क्षेत्र में माहौल धर्ममयी रहेगा। यहाँ प्रतिदिन रात्रि में संगीतमयी श्रीराम लीला का आयोजन भी किया गया है।
इस महायज्ञ के आज के चरण में यज्ञाचार्य पंडित श्री राधेश्याम शास्त्री जी के मार्गदर्शन में पंचांग पूजन एवं ब्राह्मण वरण की धार्मिक प्रक्रिया पूरी श्रध्दा और उत्साह के माहौल में पूरी की गई। यज्ञ में कुल 39 जोड़े यजमान के रुप में बैठे हैं। यज्ञ स्थल पर आकर्षक साज-सजा की गई है जिससे माताजी की टेकरी पर अत्यंत आकर्षक दृश्य निर्मित हो गया है।
रात 9 से 12 बजे तक बाजार बरखेड़ा की मंडली द्वारा श्री रामलीला का भव्य एवं धार्मिक प्रस्तुति प्रारंभ कर दी गई है। श्रीरामलीला की मनोहारी प्रस्तुति देखने के लिये बड़ी संख्या में ग्रामीण श्रध्दालुजन आये, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं विधायक रमेश सक्सेना ने सभी धार्मिकजनों ने बनखेड़ा टेकरी पर आयोजित श्रीराम महायज्ञ एवं रात्रि में आयोजित श्रीराम लीला में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर पुण्य लाभ लेने की अपील की है। कल महायज्ञ स्थल पर अग्नि स्थापना कर देवार्चन कर महायज्ञ का हवन प्रारंभ हो जायेगा।
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