Wednesday, December 2, 2009

केन्‍द्र सरकार की योजना के खिलाफ मध्‍य प्रदेश शासन ने 50 लाख की फसल को कुचला, तुअर की खेती हुई बर्वाद

सीहोर 2 दिसम्बर (नि.सं.)। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बुदनी के ग्राम खटपुरा में आज अचानक स्थानीय प्रशासन ने करीब 50 एकड़ जमीन पर खड़ी तुअर दाल की फसल को रोंद दिया और वर्षो से जिस वनभूमि पर ग्रामीणों का कब्जा था उसे हटवा दिया। इन्ही ग्रामीणों ने गत वर्ष मुख्यमंत्री के सामने धरना देकर यह मांग भी की थी कि इस जमीन पर उनका वर्षों से कब्जा होने के कारण उन्हे पट्टा दिया जाये। लेकिन आज पट्टा तो नहीं मिला बल्कि जमीन पर उनकी सत्ता जरुर छीन ली गई। मंहगाई के इस दौर में कम मूल्य पर तुअर दाल बांटने चले मुख्यमंत्री तुअर दाल तो नहीं बंटवा पाये लेकिन उनके ही प्रशासन ने करीब 50 लाख की तुअर अवश्य उजाड़ दी।

एक तरफ तो तुअर की दाल के भाव सातवे आसमान को छू रहे हैं, गरीबों की दाल कहलाने वाली दाल आज करीब ढाई गुना मंहगी हो चुकी है। कल 32-34 रुपये किलो बिकने वाली तुअर दाल 85 रुपये किलो से भी अधिक भाव में बिक रही है। ऐसे में आज अचानक करीब 50 लाख रुपये मूल्य की तुअर दाल फसल पर जो 50 एकड़ जमीन पर ग्रामीणों ने बोई थी उसे जिला प्रशासन द्वारा नष्ट करवा दिया गया है। यह घटना स्वयं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में घटी है जहाँ ग्राम खटपुरा में ग्रामीणों ने वनभूमि पर यह फसल बोई थी।

ज्ञातव्य है कि ग्राम खटपुरा में पिछले कई वर्षों से वनभूमि पर ग्रामीणों ने कब्जा कर रखा है और वह भूमि पर फसल भी लेते हैं। पिछले कई वर्षों से यहां इनका कब्जा है। गत वर्ष जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह आदेश निकाला था कि जिस जमीन पर वर्षों से लोगों ने कब्जा कर रखा है, उन्हे पट्टे दिये जायेंगे तो उस समय यहां के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के सामने धरना देकर उन्हे भी जमीन का पट्टा दिये जाने की मांग रखी थी। लेकिन तब उन्हे पट्टा नहीं दिया गया था।

अब आज अचानक ग्राम खटपुरा में स्थानीय तहसीलदार आकाश श्रीवास्तव सादल बल के साथ पहुँचे। वहां उन्होने जिस वनभूमि पर ग्रामीणों ने फसल बोई हुई थी उस जमीन पर से कब्जा हटाने की कार्यवाही शुरु कर दी। कब्जा हटाने के लिये शासन ने वहां फसल को ही नष्ट करना उचित समझा। यहां पूरे 50 एकड़ जमीन पर तुअर की दाल बोई गई थी जिसे नष्ट कर दिया गया है। इस पर यहां ग्रामीणों का कब्जा हटा दिया गया है।

क्या प्रशासन की हडबड़ाहट पूर्ण साजिश है ?

असल में खटपुरा ग्राम में करीब 15 साल से अधिक समय से ग्रामीणों को 100 एकड़ से अधिक वनभूमि पर कब्जा है। उधर केन्द्र सरकार ने यह घोषणा की है कि 1995 से पूर्व जिन लोगों का वनभूमि पर कब्जा है उन्हे वन अधिकार प्रमाण पत्र दिया जायेगा और उसके बाद उनका कब्जा स्थायी हो जायेगा। उनका कब्जा नहीं हटाया जायेगा। इसके विपरीत प्रदेश शासन के कारिंदों ने आखिर क्यों केन्द्र सरकार की योजना के विपरीत वनभूमि को खाली करा लिया। जबकि यहां ग्रामीणों का कब्जा व्यवस्थित कराया जाना था। ऐसा लगता है कि शासन ने हड़बड़ाहट में यह कदम उठाया है, ताकि ग्रामीणों का नियमानुसार यहाँ स्थायी कब्जा ना हो जाये।

ज्ञातव्य है कि मंहगाई के इस दौर में जहाँ लोगों को तुअर की दाल के आसमान छूते दाम परेशान किये हुए हैं, ऐसे में 50 लाख रुपये की तुअर दाल का नष्ट करवाया जाना समझ से परे है। यदि शासन चाहता तो फसल पूरी पकने के बाद उस फसल को शासन के कोटे में जमा भी करवा सकता था। लेकिन यहां तो फसल ही नष्ट कर दी गई।.
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खाद नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने की नारेबाजी, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

सीहोर 2 दिसम्बर (नि.सं.)। यहां आज मार्केटिंग सोसायटी में उस समय विषम स्थिति बन गई जब ग्रामीणों ने खाद नहीं मिलने पर मार्केटिंग सोसायटी के सामने नारेबाजी शुरु कर दी। स्थिति संभालने आई पुलिस ने यहाँ लाठी चार्ज किया तो यहाँ ग्रामीणों ने पत्थर बाजी भी की।

इस बार इन्द्र देवता काफी मेहरबान है, लेकिन मार्केटिंग सोसायटी द्वारा खाद उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण ग्रामीण किसान परेशान हैं। आज सुबह से मार्केटिंग सोसायटी के कार्यालय पर लाईन लगाकर खड़े ग्रामीणों को जब यहां से खाद नहीं दी गई जब किसान नाराज हो गये। उन्होने नाराजगी जताते हुए यहां नारेबाजी करना शुरु कर दी। किसानों के लंबे आंदोलन-नारेबाजी से घबराये अधिकारियों ने पुलिस की मदद ली तब पुलिस ने आकर यहाँ किसानों को समझाने का प्रयास किया। जब किसान नहीं माने तो लाठीचार्ज की स्थिति भी बन गई। पुलिस ने एक सरपंच को भी अपने वाहन में बैठा लिया था। जिस पर नाराज किसानों ने पुलिस के वाहन का ही घेराव कर लिया। काफी देर बाद मामला शांत हो सका।

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पहली एसएमएस समाचार सेवा सीहोर में शुरु, फुरसत ने फुरसत-अबतक के नाम से की समाचार सेवा की शुरुआत पहले ही दिन 463 लोगो ने सेवा का लाभ उठाया

सीहोर 2 दिसम्‍बर । दैनिक फुरसत समाचार पत्र ने अपने सुधी पाठकों के लिये अब हर वक्‍त ताजा तरीन समाचार उन तक पहुंच सके इसके लिये एसएमएस समाचार सेवा की शुरुआत कर दी है। सीहोर में ही नहीं बल्कि संभवत: पूरे मध्‍य प्रदेश में और यह अपनी तरह की पहली मोबाइल संदेश समाचार-सेवा है जिसमें 24 घंटे अबतक घटी हर महत्‍वपूर्ण घटना की जानकारी पाठकों को दी जायेगी।

ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सीहोर नगर में ही इस सेवा से करीब 20 हजार से अधिक से लोग हर दिन लाभांवित होंगे। आज अगहन सुदी पूर्णिमा दिन बुधवार से इस सेवा की शुरुआत की गई है। जिसके तहत निशुल्‍क एसएमएस समाचार उपलब्‍ध कराये जायेंगे।

फुरसत समाचार पत्र समूह का मानना है कि कई बार समाचार पत्र समाचार देने में देरी करता है, चूंकि घटना के दूसरे दिन वह समाचार के रुप में छपकर आता है। जबकि घटना की यदि तत्‍काल जानकारी हर व्‍यक्ति को हो सके तो यह बेहतर और सुविधायुक्‍त व्‍यवस्‍था होगी। कई बार बड़ी महत्‍वपूर्ण घटनाएं घट जाती है, चक्‍काजाम, बंदूक से फायरिंग, बड़ी आगजनी अथवा कई बार ऐसा भी होता है कि नगर में कोई नामचीन हस्‍ती फिल्‍मी हस्‍ती, साधु-संत या कोई राष्‍ट्रीय नेता आकर चले जाते हैं और इसकी जानकारी दूसरे दिन समाचार पत्रों के द्वारा मिलती है। कई बार मंदिरों में दूध के गायब होने के चमत्‍कार हो जाते हैं, अथवा कोई अन्‍य चमत्‍कारिक घटना घटती है लेकिन उसकी जानकारी भी समाचार-पत्र दूसरे दिन देते हैं। ऐसे ही अनेक विषयों की तत्‍काल जानकारी पाठकों तक पहुंचाने के प्रयास स्‍वरुप ही फुरसत समाचार पत्र समूह ने यह निशुल्‍क समाचार सेवा शुरु की है।

जो व्‍यक्ति भी इस सेवा का लाभ्‍ा उठाना चाहता है वह फुरसत कार्यालय के दूरभाष 07562-405070 पर अपना नाम व मोबाइल नम्‍बर लिखा सकता है, इसके तत्‍काल बाद से ही उसे समाचार मिलना शुरु हो जायेंगे।
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