Wednesday, September 24, 2008

कांग्रेस के नामों की चर्चाएं सरगर्म, कौन देगा दिल्ली में किसको मात

सीहोर 23 सितम्बर (आनन्द गाँधी)। एक लम्बे समय बाद कांग्रेस की टिकिट दावेदारी में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण नाम सामने हैं जो चर्चाएं खास बन गये हैं। यूँ तो सीहोर के पुराने और दमदार नेताओं के नाम कांग्रेस से आगे आने चाहिये थे लेकिन परिस्थितियाँ और समय की गति ने इनके नाम पीछे कर दिये हैं लेकिन आज जिनके नाम सामने हैं वो नाम कुछ ऐसे हैं जिन्हे आज से 5 साल पूर्व इस स्थिति में देखा और समझा नहीं जा सकता था। ऐसे नामों का आज कांग्रेस में सीहोर विधान सभा सीट के लिये अपनी दमदारी और दावेदारी पेश करना, कांग्रेसी हल्कों में ही नहीं बल्कि हर राजनैतिक गलियारे में चर्चाओं में बना हुआ है।
यूँ तो प्रसिध्द आबकारी ठेकेदार राकेश राय को कांग्रेस ने कभी वजनदारी से नहीं लिया था। पूर्व में उन्हे कांग्रेस सेवादल का जिले का प्रभार अवश्य सौंपा गया था और इसीलिये जब कांग्रेस से उन्हे टिकिट नहीं मिला तो राकेश राय अपने दम पर कांग्रेस के विरुध्द निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए मैदान में कूद गये तो उन्हे नगर पालिका अध्यक्ष के पद पर जनता ने बड़ी आशा और विश्वास के साथ काबिज कर दिया।
सीहोर नगर पालिका चुनाव में एक निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ रहे आबकारी ठेकेदार राकेश राय को और अधिक विशेष लाभ मिला उनके छोटे भाई अखिलेश राय की लोकप्रिय छवि का। जिस समय अखलेश राय ने राकेश राय के पक्ष में प्रचार की कमाल संभाली तो जनता सड़क पर निकलकर उनके साथ हो गई। अंतत: कई घोषणाओं के अंबार और उस पर जनता के विश्वास ने राकेश राय को उस समय विजयश्री वरण दिलाई। निर्दलीय राकेश राय को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी ने एक बार फिर अपने साथ कर लिया और आज राकेश राय वापस कांग्रेस में शामिल हो गये।
नगर पालिका अध्यक्ष बने पूर्ववर्ती दमदार कांग्रेस नेता जसपाल सिंह अरोरा ने भी नपाध्यक्ष बनने के बाद विधानसभा चुनाव की दावेदारी की थी। इसके बाद अब राकेश राय भी नगर पालिका अध्यक्ष बनने के साथ ही विधानसभा की दावेदारी करते नजर आ रहे हैं।
बरसात के इस मौसम में जहाँ पूरा नगर शुध्द पेयजल के लिये तरस रहा है, नगर में सड़क कम गड्डे यादा नजर आ रहे हैं, भ्रष्टाचार की चर्चाएं सरगर्म हैं तो फिर ऐसे में सीहोर नगरीय क्षेत्र में राकेश राय को विधानसभा का टिकिट मिले इस पक्ष में कितने लोग हैं और जनता उन्हे कितना चाहती है ? यदि इस आंकलन पर कांग्रेस ने टिकिट तय किया तो निश्चित ही राकेश राय के लिये परिस्थितियाँ कुछ गंभीर हो जायेंगी।
दूसरी और भी अचानक उभरे नेता के रुप में अक्षत कासट हैं, जो दिल्ली से लेकर सीहोर तक की राजनीति करने में माहिर नजर आ रहे हैं। दिल्ली के केन्द्रीय विभाग में वह केन्द्रिय पद पर क्या बैठे सीहोर में उनके समर्थकों ने एक विशाल स्वागत जुलूस निकाल दिया। तब से लेकर अब तक अधिकांश आंदोलन और सार्वजनिक घटनाक्रमों में अक्षत कासट का नाम सामने आ ही जाता है। यूँ अक्षत सीहोर में कांग्रेस के उन पुरोध्दा पूयनीय श्री भंवरलाल जी साहब कासट के पौते हैं जिनका नाम आज भी कांग्रेस के वरिष्ठजन अतिसम्मान के साथ लेते हैं। कासट परिवार का कांग्रेस में अच्छा-खासा दखल भी है। और जब सुरेश पचौरी लोक सभा का चुनाव सीहोर से लड़े थे तब देश की सबसे यादा प्रभावी नेत्री उमाश्री भारती तक को कुछ हिलाकर उन्होने रख दिया था तो उस समय देखने में आया था कि सीहोर के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष श्री नारायण कासट नदीम, सुरेश पचौरी के साथ उनके वाहन में अति विशेष सलाहकार के रुप में मौजूद रहते थे।
इधर दमदार कांग्रेस नेता जसपाल अरोरा अवश्य इस बार कानून की पेचीगदी में उलझ गये हैं लेकिन वह भी चाची श्रीमति अमिता अरोरा के लिये विधानसभा का टिकिट लेने की इच्छा रखते हैं। रही बात दिग्विजय सिंह के करीबी मित्र कांग्रेस नेता प्रमोद पटेल की, तो सूत्रों का यह कहना है कि इस बार काकी कोकिला बेन पटेल के लिये पटेल परिवार टिकिट की मांग रखेगा, और यह दोनो ही नेता महिला कोटे का उपयोग करते हुए लाभ उठाना चाहते हैं।
यहाँ इतना अवश्य कहा जा सकता है कि पूर्ववर्ती नगर पालिका अध्यक्ष रुकमणी रोहिला हों या वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय। इन दोनो ही के कार्यकाल के चलते घर बैठे-ठाले कांग्रेस नेता जसपाल सिंह अरोरा की पूछ परख स्वत: बढ़ गई है और सीहोर में अरोरा के नगर पालिका कार्यकाल की याद हर आम व्यक्ति करता नजर आता है।
एक और दिशा से विचारा जाये तो जसपाल अरोरा और राकेश राय दोनो ही एक-एक बार कांग्रेस से निष्कासित हो चुके हैं और निर्दलीय चुनाव भी कांग्रेस के खिलाफ लड़ चुके हैं।
कांग्रेस की राजनीति का ऊँट कब किस करवट बैठ जाये ? कि न बातों से कौन-सा कांग्रेस नेता प्रभावित हो जाये ? और किन कारणों से किस प्रत्याशी को टिकिट मिल जाये। कांग्रेस में भी इसका भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि पिछली बार ही जहाँ इछावर से बलवीर तोमर और अभय मेहता वजनदार नजर आते थे वहीं हेमराज परमार को पिछली बार टिकिट दिया गया था। सीहोर में भी अचानक बाहरी उम्मीद्वार थोपकर सबको स्तब्ध कर दिया गया था। तो कुल मिलाकर यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि कांग्रेस में टिकिट किसको मिलेगा ।
आज एक प्रादेशिक समाचार पत्र में आये समाचार के अनुसार दिल्ली में जिन दो नामों की चर्चाएं कांग्रेस से चल रही हैं उनमें एक नाम युवा नेता अक्षत कासट का है और दूसरा नाम नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय का है।
अब चर्चाएं चल रही हैं कि यदि राहुल भैया गाँधी का युवा फेक्टर काम करेगा तो निश्चित ही सीहोर से एक युवा अक्षत कासट को भी टिकिट मिल सकता है लेकिन क्या अक्षत को कांग्रेस इतनी-सी उम्र में टिकिट देगी ? दूसरी और यदि प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी की चली तो वह उनके समर्थक राकेश राय को ही टिकिट देंगे ऐसा भी विश्वास व्यक्त किया जा रहा है।
हालांकि जानकारों का कहना है कि हर बार की तरह राजधानी से लगे सीहोर में सबसे आखिरी में टिकिट घोषित होंगे और देश की राजधानी दिल्ली में भले ही पूरे मध्य प्रदेश के अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों के नाम घोषित हो जायें लेकिन विवादित और असमंजस वाली सीहोर सीट के नाम आखिरी में घोषित होंगे।
इन सारी चर्चाओं को भूलकर एक बार सुरेन्द्र सिंह ठाकुर का स्मरण भी कर लिया जाना चाहिये। कांग्रेस ने पिछली बार समीपस्थ बैरसिया निवासी सुरेन्द्र सिंह ठाकुर को सीहोर का टिकिट दिया था लेकिन आश्चर्य तो तब हुआ था कि एक बाहरी कांग्रेसी उम्मीद्वार ने स्थानीय भाजपा के लोकप्रिय उम्मीद्वार रमेश सक्सेना के लिये परेशानी खड़ी कर दी थी। और हवाओं का रुख मोड़ते हुए मतलब जहाँ पूरे प्रदेश में एक तरफा भाजपा की हवा थी वहाँ सीहोर में एक बाहरी कांग्रेस उम्मीद्वार सुरेन्द्र सिंह ठाकुर ने 10-20 हजार वोट नहीं बल्कि 42 हजार मत प्राप्त किये थे। इतने अधिक मत एक बाहरी उम्मीदवार को मिलना भी चर्चाओं में आ गया था। लेकिन इस बार सुरेन्द्र सिंह ठाकुर को क्या टिकिट दिया जायेगा ? क्या वह अब कांग्रेस में इसकी पात्रता रखते हैं।
कुल मिलाकर कांग्रेसी हल्कों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है ? सीहोर से किसको ? किसके कोटे से टिकिट मिलता है ? क्या चल रहे नामों में से ही किसी एक को टिकिट मिलेगा अथवा इस बार भी कोई नया नाम कांग्रेस पेश करेगी देखते हैं...।

दलालों की दलाली से मचा दलदल से परेशान हुए दावेदार

आष्टा 23 सितम्बर (नि.प्र.)। किसी बीमारी का अगर शुरुआती लक्षण नजर आने की उचित इलाज मिल जाये तो वो बीमारी बड़ा रुप नहीं लेती है और समय पर इलाज हो जाने से बीमारी जड़ मूल से खत्म होकर आगे सुख देती है लेकिन मजे में आकर जो मौत को भूल जाता है। उसे बाद में पछताना पड़ता है ऐसा ही हो रहा है इन दिनों भाजपा के एक टिकिट के दावेदार के साथ जिसे अब डीपी के उन दलालों ने दलदल में ऐसा फंसाया है कि वो दलाली की मीठी सुई अभी तक तो मजे दे रही थी लेकिन अब दलालाें की दलाली की वो सुई टिकिट की दावेदारी में छोटी नहीं बड़ी परेशानी का कारण बनती जा रही है। कहते हैं जब व्यक्ति को अनायास पर कुर्सी, प्रसिध्दि, मान-सम्मान सबकुछ अचानक मिल जाता है। तो वो सबकुछ इसमें भूल जाता है और ऐसे व्यक्ति के चारों और ऐसे चापलूस, दलाल और समय की राजनीति करने वाले जुड़ जाते हैं और इन जुड़े लोगों से ऐसा व्यक्ति ऐसा घिर जाता है की उसे यह भी भान नहीं रहता है कि आज मैं जो कुछ हूँ वो किसके कारण हूँ कैसे हूँ ? किसे मुझे साथ रखना चाहिये किससे मुझे दूर रहना चाहिये ? यह सब भूल जाता है और उसके परिणाम आज देखने सुनने और पढ़ने को मिल रहे हैं कि चापलूसों दलालों, स्वार्थियों से घिरने का परिणाम यह आ रहा है कि क्षेत्र की जनता जो सबकुछ है वो उनसे कोसो दूर हो गई है। डीपी की दलाली जहाँ जा रहे हैं वहाँ वो पीछा नहीं छोड़ रही है।
अभी तक आमजन कार्यकर्ता मौन था अब तो उक्त दावेदार के खिलाफ आमजन कार्यकर्ता खुलकर बैठकों में बोल रहा है यहाँ तक की परेशान लोगों ने अपनी भावना से संगठन को भी अवगत करा कर कह दिया भैया देखना, सोचना और फिर निर्णय लेना।

बुदनी के एक छोटे से गांव में शिवराज ने 21 करोड़ दे डाले

सीहोर 23 सितम्बर (नि.सं.)। प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सीहोर जिले की तहसील बुधनी के ग्राम डोबी में करीब इक्कीस करोड़ की राशि के विकास कार्यों की आधारशिला रखी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ण विकसित मध्य प्रदेश मेरा सपना है और इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

शिलान्यास समारोह को कृषि एवं सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव और बकतरा मण्डी अध्यक्ष श्री चौहानसिंह चौहान ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर म.प्र. बेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राजपूत, मार्कफेड अध्यक्ष रमाकांत भार्गव, बुधनी नगर पंचायत अध्यक्ष आजाद सिंह राजपूत, रेहटी मण्डी अध्यक्ष आशाराम यादव, म.प्र. पाठय पुस्तक निगम अध्यक्ष विजयपाल सिंह, मंडल अध्यक्ष वीरसिंह चौहान आदि सहित बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज डोबी में 11 करोड़ 31 लाख की लागत से नर्मदा नदी से सरदार नगर उद्वहन सिंचाई योजना, 3 करोड़ 40 लाख की लागत से डोबी, मछवाई, सतरामउ, गोंदाखेड़ा, सागपुर और सियागहन में स्टापडेम निर्माण, 98 लाख की लागत से नर्मदा नदी पर सरदार नगर में घाट निर्माण, 86 लाख की लागत से नर्मदा नदी पर हथनौरा में पक्के घाट का निर्माण, 104.43 लाख की लागत से 3311 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र गादर, 58.18 लाख की लागत से किसान सड़क निधि से स्वीकृत शाहगंज, डोबी, बकतरा मार्ग से ग्राम मछवाई सीसी रोड, 174.00 लाख से ग्राम आमोन से खेरी सिलगेना में सीमेन्ट काींट कार्य, 51.00 लाख की लागत से रेहटी, जोनतला और बुधनी में कम्युनिटी हॉल का निर्माण कार्य तथा 45.00 लाख की लागत से बकतरा, डोबी एवं सरदारनगर में सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया।

विकास की ओर मजबूत कदम

मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश ने अब विकास के रास्ते पर मजबूती से कदम बढाएं हैं। सडक, स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई आदि मूलभूत जरूरतों की ओर विशेष ध्यान दिया जाकर इस दिशा में ठोस कार्य किए गए है। उन्होंने कहा कि समाज का कोई भी ऐसा तबका शेष नही बचा जिसके लिए प्रदेश सरकार ने योजनाएं नहीं बनाई। मुख्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने किसानों की भरपूर मदद की है जिससे प्रदेश का किसान खुशहाल बन सका है। उन्होंने कहा कि खेती के कार्य में लगे किसी भी आदमी को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने अनेक निर्णय लिए हैं।

थ्रेसर से नुकसान पर सहायता

मुख्य मंत्री ने बताया कि खेती के कार्य में घायल होने पर संबंधित व्यक्ति की आर्थिक मदद की जाएगी। यहां तक कि यदि थ्रेसर में किसी आदमी का हाथ कट जाता है तो उसे तत्काल बीस हजार रूपयों की मदद सरकार की ओर से दी जाएगी।

गरीबों की भरपूर मदद

मुख्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने गरीबों के हित में भी अनेक फैसले लिए है जिससे उनकी भरपूर मदद की जा सकें। उन्होंने मुख्य मंत्री मजदूर सुरक्षा योजना का जि करते हुए कहा कि इस योजना का उद्देश्य मजदूरों का सामाजिक और आर्थिक उत्थान करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हर उस गरीब की मदद करना तय किया है जिसे किसी न किसी रूप में सरकारी मदद की दरकार है। उन्होंने बताया कि सरकार ने हम्मालों और हाथठेला वालों तक की पंचायत बुलाकर उनकी समस्याओं को जाना समझा और उनका निराकरण किया।

शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए कृषि एवं सहकारिता मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि यह प्रदेश का सौभाग्य है कि आज शिवराज सिंह चौहान जैसा सहज व्यक्तित्व के हाथ में प्रदेश का नेतृत्व है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अत्यन्त उदार हृदय के है जिन्होंने आम आदमी की तकलीफों को दूर करने के लिए उदारता एवं तत्परता से मदद की।

सड़क हादसों में तीन घायल

सीहोर 23 सितम्बर (नि.सं.)। जिले के आष्टा एवं अहमदपुर थाना क्षेत्रों में हुये अलग-अलग तीन सड़क हादसों में तीन लोग घायल हो गये। पुलिस ने सभी मामले कायम कर लिये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना आष्टा अर्न्तगत आने वाले इंदौर भोपाल रोड पेट्रोल पम्प के पास गत दिवस शाम को दलपतपुरा निवासी माधवसिंह आ.शिवचरण मेवाड़ा 40 साल सायकल से आष्टा से घर जा रहा था कि पीछे से आ रहे ट्रेक्टर चालक ने वाहन को तेजगति से चलाकर एवं लापरवाही से चलाकर माधवसिंह की सायकल में टक्कर मार दी। परिणामस्वरूप माधव को चोट आने से अस्पताल आष्टा में भर्ती कराया गया।
वही गत दिनों साढे अाठ बजे खैनियापुरा जटालसिंह अपने गांव से मोटर सायकल से आष्टा आ रहा था कि लसुड़िया हर्राजखेडी के बीच पीछे से आ रही दुबे बस क्रमांक एमपी-14-जी-7228 के चालक ने वाहन को तेजगति एवं लापरवाही से चलाकर इसकी बाईक में टक्कर मारकर घायल कर दिया जिसे उपचार हेतु इंन्दौर अस्प.भेजा गया।
इधर थाना अहमदपुर थाना अर्न्तगत आने वाले ग्राम हीरापुरा निवासी अमरसिंह बंजारा का 4 वर्षीय पुत्र मांगीलाल रोड पर खेल रहा था कि ग्राम जुगलपुरा निवासी बाईक क्रमांक एमपी-37-बीए-2317 के चालक ने बाईक को तेजगति एवं लापरवाही से चलाकर मांगीलाल को टक्कर मारकर घायल कर दिया।




उपचार के दौरान दो की मौत
सीहोर 23 सितंबर (नि.सं.)। जिले के थाना जावर अर्न्तगत उपचार के दौरान एक बालक बालिका की उपचार के दौरान मोत हो गई। पुलिस ने सूचना पर मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार जावर थाना अर्न्तगत आने वाले ग्राम काकरिया खेडी निवासी कैलाश का 07 वर्षीय पुत्र निर्मल खेलते समय गत दिनों गुड़ की कड़ाई में गिरने से जल जाने के कारण इलाज हेतु हमीदिया अस्प.में दाखिल कराया गया था जहॉ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। वही सेवदा आष्टा निवासी नंदकिशौर की 16 वर्षीय पुत्री अभिलाषा को गत दिनों एक्सीडेंट में आई चोटों के कारण इलाज हेतु हमीदिया अस्प.भोपाल में दाखिल कराया गया था जहॉ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू क़र दी।