सीहोर 30 जून (नि.सं.)। दो दिन से यात्री वाहनों की प्रदेश व्यापी हड़ताल का असर सीहोर में भी देखने को तो मिल रहा है लेकिन कुछ विशेष समस्याएं भी आ खड़ी हुई हैं। यहाँ आज यात्री सेवाओं से जुड़े चालक-परिचालकों ने एक रोगी को लेकर आई जीप के कांच फोड़ दिये और मारपीट भी की।
आज सुबह करीब 11 बजे एक जीप में एक ग्राम के ग्रामीणजन सवार होकर सीहोर आ रहे थे। इन्दौर नाके पर खड़े चालक-परिचालकों ने इस वाहन को रोका और अचानक लड़ाई करने को उतारु हो गये। जब इन्हे वाहन चालक ने बताया कि भैया मरीज को लेकर सीहोर अस्पताल आया है, सवारी नहीं मरीज है तब भी इन्दौर नाके पर खड़े इन ड्रायवर-कंडेक्टरों ने नहीं माना और सीधे लट्ठ मार-मारकर जीप के कांच फोड़ दिये। इस पर वाहन चालक अपना वाहन सीधे जिलाधीश कार्यालय ले गया जहाँ से शिकायत सुनकर कहा गया कि आप पुलिस में शिकायत करें इसके बाद जीप कोतवाली थाने पहुँची। पुलिस ने भी इस पर कार्यवाही करते हुए इन्दौर नाका जाकर घटना स्थल देखा। इसके बाद मरीज को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया।
Tuesday, July 1, 2008
आपात कालीन सेवा में बैठे चिकित्सक एमटीवी देख रहे
सीहोर 30 जून (नि.सं.)। जिला चिकित्सालय में चिकित्सक अपनी सेवा से परहेज कर रहे हैं और आपात सेवा में बैठने की बजाय अंदर टीवी देखते हैं यह तरीका ठीक नहीं है। इससे मरीजों को खासी परेशानी होती है।
भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य और सांसद प्रतिनिधि भाजपा नेता ओम शर्मा ने फुरसत को बताया कि सायं काल 4 बजे बाद आपात कालीन सेवा में उपलब्ध रहने वाले एक चिकित्सक की कारगुजारी ठीक प्रतीत होती। दो दिन पूर्व जब इन्हे दिखाने के लिये मरीज बाहर लाईन लगाकर खड़े थे तब यह आपात सेवा में भी अंदर वातानुकूलित यंत्र का मजा उठा रहे थे और आराम से एम टीवी देख रहे थे। बाहर मरीज परेशान हो रहे हैं और यह चिकित्सक एम टीवी देख रहे हैं इन्हे शर्म आनी चाहिये। श्री शर्मा ने कहा कि चिकित्सक को अपना सेवा धर्म निभाना चाहिये यदि एम टीवी देखना यादा ही शोक है तो वह घर जाकर देखें और यदि घर में देखने में दिक्कत आती है तो कोई और व्यवस्था तलाशें लेकिन अस्पताल को दूषित न करें। यहाँ अनेक तरह के मरीज आते हैं।
श्री शर्मा ने चिकित्सक का नाम न बताते हुए सिर्फ आगाह किया है कि चिकित्सक अपने कर्तव्य की तरफ ध्यान दें। अन्यथा किसी भी दिन कोई बड़ा बखेड़ा खड़ा हो सकता है।
भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य और सांसद प्रतिनिधि भाजपा नेता ओम शर्मा ने फुरसत को बताया कि सायं काल 4 बजे बाद आपात कालीन सेवा में उपलब्ध रहने वाले एक चिकित्सक की कारगुजारी ठीक प्रतीत होती। दो दिन पूर्व जब इन्हे दिखाने के लिये मरीज बाहर लाईन लगाकर खड़े थे तब यह आपात सेवा में भी अंदर वातानुकूलित यंत्र का मजा उठा रहे थे और आराम से एम टीवी देख रहे थे। बाहर मरीज परेशान हो रहे हैं और यह चिकित्सक एम टीवी देख रहे हैं इन्हे शर्म आनी चाहिये। श्री शर्मा ने कहा कि चिकित्सक को अपना सेवा धर्म निभाना चाहिये यदि एम टीवी देखना यादा ही शोक है तो वह घर जाकर देखें और यदि घर में देखने में दिक्कत आती है तो कोई और व्यवस्था तलाशें लेकिन अस्पताल को दूषित न करें। यहाँ अनेक तरह के मरीज आते हैं।
श्री शर्मा ने चिकित्सक का नाम न बताते हुए सिर्फ आगाह किया है कि चिकित्सक अपने कर्तव्य की तरफ ध्यान दें। अन्यथा किसी भी दिन कोई बड़ा बखेड़ा खड़ा हो सकता है।
पन्नानाथ ने नागिन पकड़ी
सीहोर 30 जून (नि.सं.)। क्षेत्र के प्रसिध्द सपेरे पन्नानाथ ग्राम नापली ने कल सीहोर में एक घर में घुस आई डेढ़ हाथ की बड़ी नागिन को पकड़ा है।
जानकारी के अनुसार चाणक्यपुरी निवासी पदम कुमार जैन के निवास पर कल एक नागिन ने प्रवेश कर लिया था। इसकी सूचना श्री जैन ने जब पन्नानाथ को दी तो पन्नानाथ ने आकर अपने हुनर से इस नागिन को बस में कर लिया और पकड़ लिया। इन दिनों बरसात के दौरान अनेक स्थानों पर सांप निकल रहे हैं, पन्नानाथ ने सभी से निवेदन किया है कि वह नाग देवता को मारे नहीं बल्कि उन्हे पकड़वा दें। नाग देवता को जब तक छेड़ा नहीं जाता वह किसी को परेशान नहीं करते।
जानकारी के अनुसार चाणक्यपुरी निवासी पदम कुमार जैन के निवास पर कल एक नागिन ने प्रवेश कर लिया था। इसकी सूचना श्री जैन ने जब पन्नानाथ को दी तो पन्नानाथ ने आकर अपने हुनर से इस नागिन को बस में कर लिया और पकड़ लिया। इन दिनों बरसात के दौरान अनेक स्थानों पर सांप निकल रहे हैं, पन्नानाथ ने सभी से निवेदन किया है कि वह नाग देवता को मारे नहीं बल्कि उन्हे पकड़वा दें। नाग देवता को जब तक छेड़ा नहीं जाता वह किसी को परेशान नहीं करते।
साहब ने नहीं लिया गुलदस्ता, अब क्या होगा बेचारों का...
सीहोर 30 जून (नि.सं.)। किसी भी प्रशासनिक अधिकारी की चमचागिरी में माहिर और घुटने-घुटने तक उनके आगे झुके रहने वाले कुछ ऐय्यार तो ऐसे हैं कि जो भी अधिकारी नया आता है उसके पास किसी भी बहाने से पहुँच ही जाते हैं और फिर चमचागिरी की वह मिसाल पेश करते हैं कि अधिकारी जरा-भी कमजोर दिल का हो, अनुभवहीन हो तो समझ लो गया बेचारा। और उसके बाद ऐसे ऐय्यार उस अधिकारी के नाम का दोहन कर-कर करके क्या-क्या मजे लेते हैं यह किसी से छुपा नहीं है। ऐसे ऐय्यारों से सीहोर नगर पिछले एक दशक से खासा पीड़ित है।
कल ही एक नेताजी शाम हाथ मे एक बड़ा-सा गुलदस्ता लेकर जिलाधीश निवास की तरफ जाते दिखे। उन्होने जिलाधीश निवास पर पहुँचकर संदेशा भिजवाया कि बस भेंट करके गुलदस्ता देना है और सीहोर पधारने पर स्वागत करना है...। संदेश वाहक संदेशा लेकर भी गया। पर यह क्या उन्हे उचित जबाव जो मिला वह यह था कि यदि मिलना ही है तो कृपया कल कार्यालयीन समय पर आयें, यह निवास है यहाँ कोई मेल-मुलाकात नहीं होती। आफिस का काम आफिस में ही होगा। सीधी-सीधी बात सीधे-सीधे ढंग से कह दी गई है। अब यह घटना धीरे-धीरे नगर में फैलती जा रही है कि साहब काम पसंद करते हैं....फालतू की मेल-मुलाकात से परहेज करते हैं।
लेकिन इसके साथ ही यह चर्चाएं भी चल पड़ी हैं कि अब उन बेचारों का क्या होगा ? जो सुबह से साहब के बंगले पहुँचने की फिराक में रहते हैं और शाम जब तक साहब सो न जाये तब तक डयूटी बजाना अपना धर्म समझते हैं अथवा उनका क्या होगा जो बिना साहब के करीबी बने खुद को असहाय महसूस करते हैं। गुलदस्ता पृथा वालों को भी दिक्कत हो गई है बेचारे अब नया फार्मूला इजाद करने में लगे हैं।
कल ही एक नेताजी शाम हाथ मे एक बड़ा-सा गुलदस्ता लेकर जिलाधीश निवास की तरफ जाते दिखे। उन्होने जिलाधीश निवास पर पहुँचकर संदेशा भिजवाया कि बस भेंट करके गुलदस्ता देना है और सीहोर पधारने पर स्वागत करना है...। संदेश वाहक संदेशा लेकर भी गया। पर यह क्या उन्हे उचित जबाव जो मिला वह यह था कि यदि मिलना ही है तो कृपया कल कार्यालयीन समय पर आयें, यह निवास है यहाँ कोई मेल-मुलाकात नहीं होती। आफिस का काम आफिस में ही होगा। सीधी-सीधी बात सीधे-सीधे ढंग से कह दी गई है। अब यह घटना धीरे-धीरे नगर में फैलती जा रही है कि साहब काम पसंद करते हैं....फालतू की मेल-मुलाकात से परहेज करते हैं।
लेकिन इसके साथ ही यह चर्चाएं भी चल पड़ी हैं कि अब उन बेचारों का क्या होगा ? जो सुबह से साहब के बंगले पहुँचने की फिराक में रहते हैं और शाम जब तक साहब सो न जाये तब तक डयूटी बजाना अपना धर्म समझते हैं अथवा उनका क्या होगा जो बिना साहब के करीबी बने खुद को असहाय महसूस करते हैं। गुलदस्ता पृथा वालों को भी दिक्कत हो गई है बेचारे अब नया फार्मूला इजाद करने में लगे हैं।
मंहगाई के इस दौर में बिजली के बिल करंट मार रहे
सीहोर 30 जून (नि.सं.)। मंहगाई के इस दौर में हर तरफ मंहगाई की मार झेलना पड़ रही है वहीं दूसरी तरफ आवश्यक सेवाओं में समाहित बिजली के बिलों ने इस बार कुछ ऐसा झटका मारा है कि आम व्यक्ति इसकी मार से अधमरा होने की स्थिति में आ गया है।
हाय मंहगाई हाय हाय मंहगाई करते हुए जब आम व्यक्ति हेरान परेशान स्थिति में है, हर तरफ से उसे मंहगाई के इस दौर से जूझना पड़ रहा है, जुलाई का माह प्रारंभ होने को है और बच्चों की पढ़ाई के लिये मासिक शुल्क, वार्षिक शुल्क, प्रवेश शुल्क , यूनिफार्म की खरीदारी, किताबों की और महंगी कापियों की खरीदारी, स्कूल जाने के लिये आटो की व्यवस्था, स्कूल बेग, बाटल, लंच बाक्स, जूते-मोजे खरीदने का नया भार आया हुआ है ऐसे में मौका देखकर चौका मारने की स्टाईल में विद्युत मण्डल ने आम व्यक्ति की गले में अपना फंदा भी कस दिया है।
इस बार मध्य प्रदेश क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के विद्युत देयक बिल हर माह की अपेक्षा से अधिक आये हैं। क्यों आये हैं...? कैसे आये हैं....? क्या ऐसा हो सकता है....? यह सब बातें और प्रश् लिखत-पढ़त में तो हो सकते हैं लेकिन असल में बिल बढ़े हुए ही आये हैं। सामान्य बिलों से बढ़कर आये इन बिलों ने परेशानी खड़ी कर दी है।
आम व्यक्ति जहाँ कहीं से राहत महसूस नहीं कर पा रहा है उसे इन बिजली के बिलों ने भारी झटका दिया है। जो भी हो एक तरफ बच्चों की पढ़ाई की अनिवार्यत: और दूसरी तरफ बिजली के बिल का भरना भी जरुरी है। आम जन खासा परेशान है और दिक्कत महसूस कर रहा है।
हाय मंहगाई हाय हाय मंहगाई करते हुए जब आम व्यक्ति हेरान परेशान स्थिति में है, हर तरफ से उसे मंहगाई के इस दौर से जूझना पड़ रहा है, जुलाई का माह प्रारंभ होने को है और बच्चों की पढ़ाई के लिये मासिक शुल्क, वार्षिक शुल्क, प्रवेश शुल्क , यूनिफार्म की खरीदारी, किताबों की और महंगी कापियों की खरीदारी, स्कूल जाने के लिये आटो की व्यवस्था, स्कूल बेग, बाटल, लंच बाक्स, जूते-मोजे खरीदने का नया भार आया हुआ है ऐसे में मौका देखकर चौका मारने की स्टाईल में विद्युत मण्डल ने आम व्यक्ति की गले में अपना फंदा भी कस दिया है।
इस बार मध्य प्रदेश क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी लिमिटेड के विद्युत देयक बिल हर माह की अपेक्षा से अधिक आये हैं। क्यों आये हैं...? कैसे आये हैं....? क्या ऐसा हो सकता है....? यह सब बातें और प्रश् लिखत-पढ़त में तो हो सकते हैं लेकिन असल में बिल बढ़े हुए ही आये हैं। सामान्य बिलों से बढ़कर आये इन बिलों ने परेशानी खड़ी कर दी है।
आम व्यक्ति जहाँ कहीं से राहत महसूस नहीं कर पा रहा है उसे इन बिजली के बिलों ने भारी झटका दिया है। जो भी हो एक तरफ बच्चों की पढ़ाई की अनिवार्यत: और दूसरी तरफ बिजली के बिल का भरना भी जरुरी है। आम जन खासा परेशान है और दिक्कत महसूस कर रहा है।
8 जुंआरी गिरफ्तार अवैध शराब जप्त तलवार धारी बंदी
सीहोर 30 जून (नि.सं.)। मण्डी थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गत दिवस जमोनिया तालाब के समीप ताश पत्तों से हार जीत का दाव लगाकर जुंआ खेल रहे नरेश नन्नू मनोज बेनीप्रसाद, हरिप्रसाद राजेश राजू, राजकुमार को रंगे हाथों गिरफतार किया है पुलिस ने इनके कब्जें से 1480 रूपये नगदी व ताश पत्ते जप्त कर घूत अधि.के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
इधर जावर थाना पुलिस ने स्थानीय जावर निवासी अकरम आ.हकीम खॉ को बाइक पर अवैध रूप से 20 लीटर देशी मदिरा ले जाते हुये गिरफतार कर आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की है।
इसी प्रकार जावर पुलिस द्वारा सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से तलवार लेकर धूमते पाया जाने पर पटाड़ा देवास निवासी पवन आ. मदनलाल को गिरफतार कर आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही की है।
इधर जावर थाना पुलिस ने स्थानीय जावर निवासी अकरम आ.हकीम खॉ को बाइक पर अवैध रूप से 20 लीटर देशी मदिरा ले जाते हुये गिरफतार कर आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की है।
इसी प्रकार जावर पुलिस द्वारा सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से तलवार लेकर धूमते पाया जाने पर पटाड़ा देवास निवासी पवन आ. मदनलाल को गिरफतार कर आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही की है।
बीएससी की कक्षाएं शुरु होने से छात्रों में हर्ष, शुरु दिन 5 प्रवेश
आष्टा 30 जून (नि.प्र.)। पूर्व शिक्षा मंत्री स्वर्गीय लक्ष्मण सिंह गौड ने आष्आ में आयोजित एक कार्यक्रम में घोषणा की थी कि अगले शिक्षा सत्र से छात्र परिषद ने बीएससी की कक्षा शुरु करने की जो मांग की है वो पूरी होगी और कक्षाएं शुरु होगी लेकिन इसी बीच श्री गौड़ का एक दुर्घटना में निधन हो गया।
लेकिन म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वर्गीय गौड़ की घोषणा को पूरा कर एक तरह से उन्हे सच्ची श्रध्दांजली अर्पित की वहीं नये सत्र से आष्टा के शासकिय महाविद्यालय से बीएससी प्रथम वर्श के एडमिशन शुरु हो गये। अभी तक 5 प्रवेश हो गये हैं। इस घोषणा को पूरा कर नये शिक्षा सत्र से बीएससी की कक्षाएं शुरु कराने में भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष रवि सोनी एवं महाविद्यालय परिवार का भी काफी सहयोग रहा।
आष्टा के शासकिय महाविद्यालय में कई वर्षों से बीएससी की कक्षाएं शुरु नहीं होने से इस विषय में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं को आष्टा से अन्यत्र जाना जाता था। महंगी पढ़ाई होने के कारण गरीब बाहर नहीं जा पाता था और वो मजबूरी से दूसरा विषय लेता था। लेकिन म.प्र. के मुख्यमंत्री ने इस पीड़ा को समझा और लम्बे समय से उठ रही उक्त मांग को पूरा कर छात्र छात्राओं को एक बड़ा तोहफा दिया। महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं छात्र परिषद के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
लेकिन म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वर्गीय गौड़ की घोषणा को पूरा कर एक तरह से उन्हे सच्ची श्रध्दांजली अर्पित की वहीं नये सत्र से आष्टा के शासकिय महाविद्यालय से बीएससी प्रथम वर्श के एडमिशन शुरु हो गये। अभी तक 5 प्रवेश हो गये हैं। इस घोषणा को पूरा कर नये शिक्षा सत्र से बीएससी की कक्षाएं शुरु कराने में भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष रवि सोनी एवं महाविद्यालय परिवार का भी काफी सहयोग रहा।
आष्टा के शासकिय महाविद्यालय में कई वर्षों से बीएससी की कक्षाएं शुरु नहीं होने से इस विषय में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं को आष्टा से अन्यत्र जाना जाता था। महंगी पढ़ाई होने के कारण गरीब बाहर नहीं जा पाता था और वो मजबूरी से दूसरा विषय लेता था। लेकिन म.प्र. के मुख्यमंत्री ने इस पीड़ा को समझा और लम्बे समय से उठ रही उक्त मांग को पूरा कर छात्र छात्राओं को एक बड़ा तोहफा दिया। महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं छात्र परिषद के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ द्वारा तहसील के सामने के न्द्र सरकार का पुतला जलाया
आष्टा 30 जून (नि.प्र.)। भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ ने केन्द्र सरकार द्वारा बेतहशा बढती मंहगाई के खिलाफ आष्टा तहसील कार्यालय के सामने केन्द्र सरकार का रावण रूपी पुतला दहन किया। जिसमें प्रधानमंत्री मर्दाबाद सोनिया गांधी मुर्दाबाद केन्द्र सरकार मुर्दाबाद के नारे लगे। भाजपा पिछड़ा वर्ग के नगर अध्यक्ष राकेश कुशवाह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उपस्थित होकर केन्द्र की रीति नितियों के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया और खुब नारेबाजी की। राकेश कुशवाह ने संबोधित करते बताया कि केन्द्र सरकार ने रावणीरूप कवच धारण कर लिया है।
केन्द्र मे बैठी भ्रष्ट कांग्रेस सरकार भष्टाचार मे लिप्त हो चुकी है जिसका सामना आम जनता को करना पड़ रहा है। मंहगाई के कारण सभी वर्ग गरीब जनता व्यापारी उधोगपतियों की कमर तोड दी है जिससे देश मे बैरोजगारी एवं भूखमरी बढती जा रही है। केन्द्र सरकार महंगाई को रोकने में असफल हुई है। अत: मुद्रास्फिति के दिनोदिन बढने के कारण भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के सभी कार्यकर्ताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।
जिसमे मोती लालजी परमार, सुनील राठौर, सुनील प्रजापति, कुमेरसिंह भाटी, जितेन्द्र कुशवाह, राजू कुशवाह, राकेश नायक, उपेश राठौर, रवि विश्वकर्मा, रोहित सोनी, विरेन्द्र जसमत, प्रकाश कुशवाह, सुरेन्द्र मेवाड़ा, दीपक कुशवाह, गोपाल सेनेट्री,एलकार राजपूत, जितेन्द्र राजपूत, राकेश साहु, संतोष जयसवाल, रम्बू कुशवाह, ऐलकार राजपूत, राहुल वर्मा, लखन वर्मा, मुकेश कुशवाह, कैलाश बगाना, अंकित तिवारी, प्रकाश कुशवाह, आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कार्यकर्ता का आभार उपाध्यक्ष सुरेन्द्र मेवाड़ा ने व्यक्त किया।
परीक्षार्थी 321 थे और पेपर 142 आये...
आष्टा 30 जून (नि.प्र.)। म.प्र. संस्कृत बोर्ड का आज 10 वीं कक्षा का गणित का पेपर उत्कृष्ठ विद्यालय आष्टा में था इस परीक्षा में आज उहापोह की स्थिति बन गई क्योंकि परीक्षार्थी 321 थे और बोर्ड से पेपर 142 आये थे।
इसके पीछे कारण यह बतया जा रहा है कि संस्कृत बोर्ड के जिन छात्रों को कोर्ट से 28 जून को स्टे मिल गया था उन्होने इसकी सूचना परीक्षा केन्द्र प्रमुख को नहीं दी और 142 छात्रों के हिसाब से पेपर आ गये लेकिन परीक्षा में 321 छात्र जब उपस्थित हुए और स्थिति स्पष्ट हुई की स्टे मिल जाने के कारण सभी परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुँचे हैं तब सुबह भागमभाग मची 142 जो पेपर आये थे वो तो परीक्षार्थियों को वितरित कर दिये शेष के लिये सुबह शिक्षक फोटो कापी के लिये बाजार में भागे लेकिन सुबह को उक्त समय विद्युत कटौती का था इसलिये कहीं भी फोटो काफी पेपर की नहीं हुई तब निर्णय लिया कि शेष बचे छात्रों को परीक्षा का समय 1 घंटा बढ़ाया जायेगा।
इस प्रकार कुछ छात्रों ने परीक्षा प्रात: 8 से 11 तक दी शेष ने 9 से 12 तक दी बताया जाता है कि इसमें पूरी गलती संस्कृत बोर्ड की थी उन्होने परीक्षा केन्द्र प्रमुख को स्टे की सूचना नहीं दी जिससे यह स्थिति बनी। देखना है कि इस लापरवाही की जिम्मेदारी किस पर थोपी जाती है क्या कार्यवाही होती है ?
इसके पीछे कारण यह बतया जा रहा है कि संस्कृत बोर्ड के जिन छात्रों को कोर्ट से 28 जून को स्टे मिल गया था उन्होने इसकी सूचना परीक्षा केन्द्र प्रमुख को नहीं दी और 142 छात्रों के हिसाब से पेपर आ गये लेकिन परीक्षा में 321 छात्र जब उपस्थित हुए और स्थिति स्पष्ट हुई की स्टे मिल जाने के कारण सभी परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुँचे हैं तब सुबह भागमभाग मची 142 जो पेपर आये थे वो तो परीक्षार्थियों को वितरित कर दिये शेष के लिये सुबह शिक्षक फोटो कापी के लिये बाजार में भागे लेकिन सुबह को उक्त समय विद्युत कटौती का था इसलिये कहीं भी फोटो काफी पेपर की नहीं हुई तब निर्णय लिया कि शेष बचे छात्रों को परीक्षा का समय 1 घंटा बढ़ाया जायेगा।
इस प्रकार कुछ छात्रों ने परीक्षा प्रात: 8 से 11 तक दी शेष ने 9 से 12 तक दी बताया जाता है कि इसमें पूरी गलती संस्कृत बोर्ड की थी उन्होने परीक्षा केन्द्र प्रमुख को स्टे की सूचना नहीं दी जिससे यह स्थिति बनी। देखना है कि इस लापरवाही की जिम्मेदारी किस पर थोपी जाती है क्या कार्यवाही होती है ?
कृषि महा.डीन ने श्रमिक को कुत्ते पर धक्का दिया कुत्ते ने काटा, पर पुलिस ने कार्यवाही नहीं की
सीहोर 30 जून (नि.सं.)। आर.ए.के कृषि माहविद्यालय सीहोर के प्रभारी डीन अधिष्ठाता डॉ. एस.के. श्रीवास्तव द्वारा विगत जनवरी पांच माह पूर्व यहॉ कार्यरत एक श्रमिक भॅवर जी को गाली गलौच कर मार पीट कर कुत्ते पर धक्का दिए जाने से कुत्ते ने कॉट खाया था।
उक्त प्रकरण में गवाहों व पीड़ित के बयान हो जाने के उपरांत भी प्रभारी डीन पर पुलिस पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई थी। साथ ही मजदूरों पर दमन चक्र चलाते हुए आर.ए.के .कृषि महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा मिट्टी उठाने का ठेका भी दिया गया व चौकीदारी आदि कार्यो को ठेके पर दिए जाने की तैयारी अंदर ही अंदर चल रही है। जबकि श्रम नियमों के अनुसार संस्थान मे कार्यरत मजदूर यूनियनों से इस संबंध में कोई भी चर्चा, सूचना व्यवस्था बदलनें का प्रश् था। फिर भी मजदूर यूनियनों को विश्वास मे नही लिया जाना कृषि महाविद्यालय प्रबंधन की मनमानी, तानाशाही, मजदूर विरोधी नीति का प्रमाण है।
उपरोक्त बात अनूप चौधरी श्रमिक नेता ने अपनी एक विज्ञप्ति में कही । इन्होने विज्ञप्ति में कहा है कि पूर्व मे भी यहां वर्षा से कार्यरत श्रमिकों जिनकी संस्था लगभग 175 के आसपास है को ठेकेदारी प्रथा लाद कर ठेका मजदूर बना दिया गया था। एक लंबी लडाई संघर्ष के बाद यह प्रथा समाप्त हो पाई थी। विगत सप्ताह जवाहर लाल नेहरु कृषि कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर ने श्रमिकों का काम बंद आंदोलन को स्थगित करने की अपील 15 दिन का समय नियमित करण अनुकंपा नियुक्ति पूरे माह काम आदि निराकरण हेतु मांगा था। उक्त ठेका दिए जाने से बढ़ी संख्या मे वर्षा से कार्यरत मजदूर प्रभावित हो रहे है। इस संबंध में कल प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह जी द्वारा मा.जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए गये।
उक्त प्रकरण में गवाहों व पीड़ित के बयान हो जाने के उपरांत भी प्रभारी डीन पर पुलिस पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई थी। साथ ही मजदूरों पर दमन चक्र चलाते हुए आर.ए.के .कृषि महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा मिट्टी उठाने का ठेका भी दिया गया व चौकीदारी आदि कार्यो को ठेके पर दिए जाने की तैयारी अंदर ही अंदर चल रही है। जबकि श्रम नियमों के अनुसार संस्थान मे कार्यरत मजदूर यूनियनों से इस संबंध में कोई भी चर्चा, सूचना व्यवस्था बदलनें का प्रश् था। फिर भी मजदूर यूनियनों को विश्वास मे नही लिया जाना कृषि महाविद्यालय प्रबंधन की मनमानी, तानाशाही, मजदूर विरोधी नीति का प्रमाण है।
उपरोक्त बात अनूप चौधरी श्रमिक नेता ने अपनी एक विज्ञप्ति में कही । इन्होने विज्ञप्ति में कहा है कि पूर्व मे भी यहां वर्षा से कार्यरत श्रमिकों जिनकी संस्था लगभग 175 के आसपास है को ठेकेदारी प्रथा लाद कर ठेका मजदूर बना दिया गया था। एक लंबी लडाई संघर्ष के बाद यह प्रथा समाप्त हो पाई थी। विगत सप्ताह जवाहर लाल नेहरु कृषि कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर ने श्रमिकों का काम बंद आंदोलन को स्थगित करने की अपील 15 दिन का समय नियमित करण अनुकंपा नियुक्ति पूरे माह काम आदि निराकरण हेतु मांगा था। उक्त ठेका दिए जाने से बढ़ी संख्या मे वर्षा से कार्यरत मजदूर प्रभावित हो रहे है। इस संबंध में कल प्रभारी मंत्री रूस्तम सिंह जी द्वारा मा.जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए गये।
जिले में 90 फीसदी बोनी हुई
सीहोर 30 जून (नि.सं.)। जिले में इस वर्ष खरीफ फसल के लक्ष्य 2 लाख 85 हजार 500 हैक्टेयर के विरूध्द 2 लाख 47 हजार 954 हैक्टेयर क्षेत्र में बोवनी की जा चुकी है और यह कार्य जारी है। जिले में 2 लाख 22 हजार 468 हैक्टेयर रकबे में सोयाबीन की बोवनी संपन्न हो चुकी है।
उप संचालक कृषि श्री एन.एस.रघु ने बताया कि जिले मे गत वर्ष दो लाख 75 हजार 10 हैक्टेयर रकबे में खरीफ फसलों की बोवनी की गई थी जबकि इस वर्ष 2 लाख 85 हजार 500 हैक्टेयर रकबे में फसलें ली जायगी।
उन्होंने बताया कि जिले में करीब 90 फीसदी बोवनी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और शेष कार्य 2-3 दिन में पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में 4361 हैक्टेयर में धान, 6750 हैक्टेयर में ज्वार, 7798 हैक्टेयर में मक्का, 5215 हैक्टेयर में अरहर, 230 हैक्टेयर में मूंग, 215 हैक्टेयर में उड़द, 398 हैक्टेयर में मूंगफली, 84 हैक्टेयर में तिल और 435 हैक्टेयर रकबे में कपास फसल की बोवनी की गई है। सर्वाधिक 2 लाख 22 हजार 468 हैक्टेयर रकबे में सोयाबीन फसल की बोवनी की गई है।
उप संचालक कृषि श्री एन.एस.रघु ने बताया कि जिले मे गत वर्ष दो लाख 75 हजार 10 हैक्टेयर रकबे में खरीफ फसलों की बोवनी की गई थी जबकि इस वर्ष 2 लाख 85 हजार 500 हैक्टेयर रकबे में फसलें ली जायगी।
उन्होंने बताया कि जिले में करीब 90 फीसदी बोवनी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और शेष कार्य 2-3 दिन में पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में 4361 हैक्टेयर में धान, 6750 हैक्टेयर में ज्वार, 7798 हैक्टेयर में मक्का, 5215 हैक्टेयर में अरहर, 230 हैक्टेयर में मूंग, 215 हैक्टेयर में उड़द, 398 हैक्टेयर में मूंगफली, 84 हैक्टेयर में तिल और 435 हैक्टेयर रकबे में कपास फसल की बोवनी की गई है। सर्वाधिक 2 लाख 22 हजार 468 हैक्टेयर रकबे में सोयाबीन फसल की बोवनी की गई है।
5 दिन में निशुल्क सिखायेंगे जेम,जेली, मुरब्बा बनाना
सीहोर 30 जून (नि.सं.)। उद्यमिता विकास केन्द्र द्वारा महिलाओं के लिए खाद्य प्रसंस्करण पर आधारित पांच दिवसीय प्रशिक्षण 7 से 11 जुलाई तक आयोजित किया जा रहा है।
उद्यमिता विकास केन्द्र के जिला समन्वयक श्री तल्हा उस्मानी ने बताया कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्थियों को विभिन्न प्रकार के अचार निर्माण की विधि, जेम, जेली, मुरब्बा, हल्दी, मिर्ची, धनिया, पावडर निर्माण विधि, बडी - पापडी निर्माण, चाट मसाला, टमाटर सॉस, छोला मसाला, कश्मीरी एवं जीरामन मसाला, अनारदाना चूर्ण आदि विभिन्न प्रकार के खाद्य प्रसंस्करण के निर्माण की प्रक्रिया की जानकारी दी जायेगी साथ ही विभिन्न शासकीय योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए इच्छुक युवतियांमहिलाएं 5 जुलाई, 08 के पूर्व उद्यमिता विकास केन्द्र में कार्यालयीन समय में अपने आवेदन जमा करा सकती हैं। प्रशिक्षणार्थियों की संख्या अधिक होने पर साक्षात्कार लिया जाएगा। प्रशिक्षण के संबंध में अधिक जानकारी भोपाल नाका सीहोर स्थित उद्यमिता विकास केन्द्र से प्राप्त की जा सकती है अथवा जिला समन्वयक एवं कार्यम संयोजक तल्हा उस्मानी के मोबाइल नम्बर 9826052586 या दूरभाष नम्बर 07562-403413 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।
उद्यमिता विकास केन्द्र के जिला समन्वयक श्री तल्हा उस्मानी ने बताया कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्थियों को विभिन्न प्रकार के अचार निर्माण की विधि, जेम, जेली, मुरब्बा, हल्दी, मिर्ची, धनिया, पावडर निर्माण विधि, बडी - पापडी निर्माण, चाट मसाला, टमाटर सॉस, छोला मसाला, कश्मीरी एवं जीरामन मसाला, अनारदाना चूर्ण आदि विभिन्न प्रकार के खाद्य प्रसंस्करण के निर्माण की प्रक्रिया की जानकारी दी जायेगी साथ ही विभिन्न शासकीय योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए इच्छुक युवतियांमहिलाएं 5 जुलाई, 08 के पूर्व उद्यमिता विकास केन्द्र में कार्यालयीन समय में अपने आवेदन जमा करा सकती हैं। प्रशिक्षणार्थियों की संख्या अधिक होने पर साक्षात्कार लिया जाएगा। प्रशिक्षण के संबंध में अधिक जानकारी भोपाल नाका सीहोर स्थित उद्यमिता विकास केन्द्र से प्राप्त की जा सकती है अथवा जिला समन्वयक एवं कार्यम संयोजक तल्हा उस्मानी के मोबाइल नम्बर 9826052586 या दूरभाष नम्बर 07562-403413 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।
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