सीहोर 9 फरवरी (फुरसत)। रायल टेलर्स के संस्थापक श्री गोपीचंद जी झमटानी का आज लम्बी बीमारी के चलते असामायिक निधन हो गया। आप 80 वर्ष के थे। नेत्रदान प्रेरक कमल झंवर एवं वासुदेव जाधवानी की प्रेरणा से आपके पुत्र द्वय मुकेश व विनोद झमटानी ने इस दुखद घड़ी में भी अपने पिता के नेत्र दान की स्वीकृति दी।
अवधपुरी कालोनी निवासी रायल टेलर्स के संस्थापक श्री गोपीचंद जी झमटानी का आज लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया। अपनी 80 वर्षीय लम्बी उम्र में भी आप सक्रिय रहे। शुक्रवार दोपहर आपका अंतिम यात्रा नगर के प्रमुख मार्ग से निकली। विश्राम घांट पर आपका अंतिम संस्कार किया गया। इस दुखद घड़ी में भी आपके पुत्र द्वय मुकेश व विनोद झमटानी ने अपने पिता के नेत्रदान की स्वीकृति देकर समाज में अपने दायित्व का निर्वहन किया। जिससे दो नेत्र हीनों के जीवन में उजाला हो जायेगा। डॉ एस.के.जैन व नेत्र सहायक प्रभात जैन ने यह नेत्र प्राप्त किये जिन्हे सेवा सदन बैरागढ़ भोपाल भेज दिया गया है। इस नेत्र दान पर सेवा के अध्यक्ष कैलाश अग्रवाल, अनिल पालीवाल, राजकुमार गुप्ता, प्रकाश व्यास काका, उमेश राठौर, बद्री प्रसाद परमार, सोनू सोलंकी, पं. रामचन्द्र तिवारी, मधुसुदन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मरावी ने इस अनुकरणीय कार्य के लिये मानव समाज की और से आभार व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 में यह पहला नेत्रदान हुआ है। sehore fursat
Sunday, February 10, 2008
नपा में स्वास्थ्य अधिकारी के साथ सफाई कर्मी द्वारा झूमा-झटकी
आष्टा 9 फरवरी (फुरसत)। कल का दिन आष्टा नगर पालिका के इतिहास में एक ऐसा दिन लिखा जायेगा जिसे कभी मिटाया नहीं जा सकेगा वहीं कल जो घटनाक्रम नगर पालिका में घटा उससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि नगर पालिका में किसी का कोई नियंत्रण नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कल शाम को नगर पालिका आष्टा में पदस्थ स्वास्थ्य अधिकारी श्री जगजीवन दास गुप्ता अपने कक्ष में बैठे थे तभी एक सफाई कर्मचारी आया और उसने उनके साथ झूमा-झटकी करने लगा तथा चिल्ला-चिल्लाकर भोपाली में गालियाँ बक रहा था इस सबके पीछे कारण क्या था ? कौन गलती पर था यह तो अगर उक्त घटना की शिकायत हो और शिकायत कर जांच हो तो ही स्पष्ट होगा। लेकिन बताते हैं कि जिस सफाई कर्मचारी ने उक्त अधिकारी के साथ मारपीट झूमा-झटकी की वो नशे में था ऐसा प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं। उक्त घटना के पहले एक बार कुछ दिनों पूर्व एक पार्शद का और एक अधिकारी का वाद-विवाद हो चुका है बताते हैं उक्त पार्षद एक सफाई कर्मचारी को कचरे की टेक्टर ट्राली पर लगवाना चाहता था लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था।
इसी को लेकर उस वक्त भी काफी वाद विवाद हुआ था आष्टा नगर पालिका में कोई किसी की सुनने को और आदेश मानने को तैयार नहीं होता है कल जो घटी घटना उसने यह स्पष्ट कर दिया है।
प्रतिक्रिया- आप जैसी घटना घटी बता रहे हैं ऐसी मेरे पास अभी कोई शिकायत नहीं आई है आयेगी तो कार्यवाही करुंगा लेकिन नगर पालिका में आप जैसा बता रहे हैं ऐसी घटना घटी इसकी मुझे जानकारी जरुर लगी है आज मैं भोपाल में हूँ सोमवार को इस मामले को देखूंगा। sehore fursat
प्राप्त जानकारी के अनुसार कल शाम को नगर पालिका आष्टा में पदस्थ स्वास्थ्य अधिकारी श्री जगजीवन दास गुप्ता अपने कक्ष में बैठे थे तभी एक सफाई कर्मचारी आया और उसने उनके साथ झूमा-झटकी करने लगा तथा चिल्ला-चिल्लाकर भोपाली में गालियाँ बक रहा था इस सबके पीछे कारण क्या था ? कौन गलती पर था यह तो अगर उक्त घटना की शिकायत हो और शिकायत कर जांच हो तो ही स्पष्ट होगा। लेकिन बताते हैं कि जिस सफाई कर्मचारी ने उक्त अधिकारी के साथ मारपीट झूमा-झटकी की वो नशे में था ऐसा प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं। उक्त घटना के पहले एक बार कुछ दिनों पूर्व एक पार्शद का और एक अधिकारी का वाद-विवाद हो चुका है बताते हैं उक्त पार्षद एक सफाई कर्मचारी को कचरे की टेक्टर ट्राली पर लगवाना चाहता था लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था।
इसी को लेकर उस वक्त भी काफी वाद विवाद हुआ था आष्टा नगर पालिका में कोई किसी की सुनने को और आदेश मानने को तैयार नहीं होता है कल जो घटी घटना उसने यह स्पष्ट कर दिया है।
प्रतिक्रिया- आप जैसी घटना घटी बता रहे हैं ऐसी मेरे पास अभी कोई शिकायत नहीं आई है आयेगी तो कार्यवाही करुंगा लेकिन नगर पालिका में आप जैसा बता रहे हैं ऐसी घटना घटी इसकी मुझे जानकारी जरुर लगी है आज मैं भोपाल में हूँ सोमवार को इस मामले को देखूंगा। sehore fursat
विभिन्न सड़क हादसों में एक मृत आठ घायल
सीहोर 9 फरवरी (फुरसत)। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुए अलग-अलग सड़क हादसों में एक की मौत हो गई वहीं आठ अन्य घायल हो गये पुलिस ने सभी मामले दर्ज कर लिये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना अन्तर्गत गत दिवस पौने सात बजे विवेकानंद कालेज के पास मेन रोड इन्दौर भोपाल राजमार्ग पर नौनीखेड़ी निवासी अर्जुन उर्फ गब्बर पुत्र मोहनलाल यादव 18 साल मोटर साईकिल से सीहोर से नोनीखेड़ी अपने धर जा रहा था कि पीछे से आ रहे डम्फर क्रमांक एम.के.डी.8453 के चालक ने वाहन को तेजगति व लापरवाही पूर्वक चलाकर अर्जुन की मोटर साईकिल में टक्कर मार दी परिणाम स्वरुप अर्जुन को गंभीर चोंट आने से प्राथमिक उपचार बाद भोपाल रिफर किया गया। इसी प्रकार गत दिवस शाम साढ़े सात बजे चाणक्यपुरी सीहोर में मुर्दी गंज निवासी रामचन्द्र पुत्र तल सिंह उम्र 45 अपने साथी किशनलाल निवासी हाउसिंह बोर्ड के साथ मोटर साईकिल क्रमांक एम.पी.37 बीए 1758 से भोपाल नाका तरफ से चाणक्यपुरी तरफ जा रहा था कि सामने से आ रही मोटर साईकिल एमपी 37 एमए 8910 से इंग्लिशपुरा निवासी अंकित सारस्वत पुत्र राजेन्द्र सारस्वत 15 साल निवासी अपने मित्र प्रियेस निवासी इंग्लिशपुरा के साथ चाणक्यपुरी से इंग्लिशपुरा तरफ आ रहा था की दोनों की आमने-सामने टक्कर हो गई।
जिसमें रामचन्द्र पुत्र तल सिंह उम्र 45 की मृत्यु हो गई एवं किशनलाल एवं प्रियेस को गंभीर चोंट होने से प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रिफर किया गया तथा अंकित जिला अस्पताल सीहोर में भर्ती होकर इलाजरत हैं।
उधर बुदनी थाना अन्तर्गत आज साढ़े 11 बजे भागनेर नदी के पास ऊंचाखेड़ा ग्राम तरफ चिचलाय खुर्द रेहटी निवासी रामदास पुत्र रामकरण 30 अपने साथी श्रीराम के साथ मोटर साईकिल एमपी 47 बी 7324 से वायां से बुदनी तरफ आ रहा था कि सामने से बोरी थाना रेहटी निवासी अब्दुल अजीज पुत्र अब्दुल मजीद 45 अपने साथी आरीफ खान के साथ मोटर साईकिल एमपी 37 एमबी 5090 से आ रहा था कि दोनो की आमने-सामने टक्कर हो गई जिसमें रामदास एवं श्रीराम तथा अब्दुल अजीज एवं आरीफ खान को चोंट होने से अस्पताल में इलाजरत है।
इधर अहमदपुर थाना अन्तर्गत आज दोपहर दो बजे अहमदपुर आम रोड ग्राम पाड़लिया के पास अहमदपुर निवासी भैयालाल पुत्र बाबूलाल लोहापीटा 35 साल अपने परिवार के साथ अहमदपुर से बरखेड़ा पैदल जा रहा था कि बरखेड़ा तरफ से आ रही एक अज्ञात बाइक के चालक ने भैयालाल के 6 वर्षीय पुत्र हुकुम सिंह को टक्कर मारकर घायल कर दिया जिससे मामूली चोंट आई। sehore fursat
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना अन्तर्गत गत दिवस पौने सात बजे विवेकानंद कालेज के पास मेन रोड इन्दौर भोपाल राजमार्ग पर नौनीखेड़ी निवासी अर्जुन उर्फ गब्बर पुत्र मोहनलाल यादव 18 साल मोटर साईकिल से सीहोर से नोनीखेड़ी अपने धर जा रहा था कि पीछे से आ रहे डम्फर क्रमांक एम.के.डी.8453 के चालक ने वाहन को तेजगति व लापरवाही पूर्वक चलाकर अर्जुन की मोटर साईकिल में टक्कर मार दी परिणाम स्वरुप अर्जुन को गंभीर चोंट आने से प्राथमिक उपचार बाद भोपाल रिफर किया गया। इसी प्रकार गत दिवस शाम साढ़े सात बजे चाणक्यपुरी सीहोर में मुर्दी गंज निवासी रामचन्द्र पुत्र तल सिंह उम्र 45 अपने साथी किशनलाल निवासी हाउसिंह बोर्ड के साथ मोटर साईकिल क्रमांक एम.पी.37 बीए 1758 से भोपाल नाका तरफ से चाणक्यपुरी तरफ जा रहा था कि सामने से आ रही मोटर साईकिल एमपी 37 एमए 8910 से इंग्लिशपुरा निवासी अंकित सारस्वत पुत्र राजेन्द्र सारस्वत 15 साल निवासी अपने मित्र प्रियेस निवासी इंग्लिशपुरा के साथ चाणक्यपुरी से इंग्लिशपुरा तरफ आ रहा था की दोनों की आमने-सामने टक्कर हो गई।
जिसमें रामचन्द्र पुत्र तल सिंह उम्र 45 की मृत्यु हो गई एवं किशनलाल एवं प्रियेस को गंभीर चोंट होने से प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रिफर किया गया तथा अंकित जिला अस्पताल सीहोर में भर्ती होकर इलाजरत हैं।
उधर बुदनी थाना अन्तर्गत आज साढ़े 11 बजे भागनेर नदी के पास ऊंचाखेड़ा ग्राम तरफ चिचलाय खुर्द रेहटी निवासी रामदास पुत्र रामकरण 30 अपने साथी श्रीराम के साथ मोटर साईकिल एमपी 47 बी 7324 से वायां से बुदनी तरफ आ रहा था कि सामने से बोरी थाना रेहटी निवासी अब्दुल अजीज पुत्र अब्दुल मजीद 45 अपने साथी आरीफ खान के साथ मोटर साईकिल एमपी 37 एमबी 5090 से आ रहा था कि दोनो की आमने-सामने टक्कर हो गई जिसमें रामदास एवं श्रीराम तथा अब्दुल अजीज एवं आरीफ खान को चोंट होने से अस्पताल में इलाजरत है।
इधर अहमदपुर थाना अन्तर्गत आज दोपहर दो बजे अहमदपुर आम रोड ग्राम पाड़लिया के पास अहमदपुर निवासी भैयालाल पुत्र बाबूलाल लोहापीटा 35 साल अपने परिवार के साथ अहमदपुर से बरखेड़ा पैदल जा रहा था कि बरखेड़ा तरफ से आ रही एक अज्ञात बाइक के चालक ने भैयालाल के 6 वर्षीय पुत्र हुकुम सिंह को टक्कर मारकर घायल कर दिया जिससे मामूली चोंट आई। sehore fursat
रंगे हाथ तीन चोर गिरफ्तार
आष्टा 9 फरवरी (फुरसत)। थाना जावर अन्तर्गत आने वाले ग्राम धींगाखेडी में आज तीन चोरों को चोरी करते रंगे हाथों जावर पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार धीगाखेड़ी निवासी 41 वर्षीय बिहारीलाल पुत्र गनपत अजा। के कुंआ में लगी 3 हार्स पावर की मोटर एवं 400 फिट पाईप कीमति 3500 रुपये का चोरी करते हुए सिध्दू पुत्र अमर सिंह बेलदार, अमर सिंह अजा। 35 साल, मनोहर पुत्र अम्बाराम 25 साल निवासीगण ग्राम धीगाखेडी क़ो रंगे हाथों गिरफ्तार कर फरियादी बिहारीलाल की रिपोर्ट पर भादवि की धारा 379 के तहत प्रकरण पंजीबध्द कर लिया जावर पुलिस इनसे अन्य मामलों में पूछतार कर रही है। sehore fursat
फोरम ने दिलाई नई घड़ी
सीहोर 9 फरवरी (फुरसत)। जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष ए.के.तिवारी ने एक फैसले में खराब घड़ी के बदले नई घड़ी परिवादी को दिलाये जाने का आदेश दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवादी अनिल कुमार चौरसिया ने एक सोनाटा कम्पनी की घड़ी 1150 रुपये में खरीदी थी जिस पर एक वर्ष की ग्यारंटी दी गई थी। जो ग्यारंटी पीरियेड में खराब हो गई थी । फोरम के अध्यक्ष ए.के.तिवारी सदस्य अंबादत्त भारतीय एवं शकुन विजयवर्गीय ने परिवाद स्वीकार करते हुए दुकानदार को निर्देश किया कि वह परिवादी को विक्रय की गई सोनाटा कम्पनी की नई घड़ी प्रदान करे और परिवादी को पुन: विधिवत ग्यारंटी प्रदान करे तथा परिवारी को 200 रुपये परिवाद शुल्क भी अदा करे। sehore fursat
प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवादी अनिल कुमार चौरसिया ने एक सोनाटा कम्पनी की घड़ी 1150 रुपये में खरीदी थी जिस पर एक वर्ष की ग्यारंटी दी गई थी। जो ग्यारंटी पीरियेड में खराब हो गई थी । फोरम के अध्यक्ष ए.के.तिवारी सदस्य अंबादत्त भारतीय एवं शकुन विजयवर्गीय ने परिवाद स्वीकार करते हुए दुकानदार को निर्देश किया कि वह परिवादी को विक्रय की गई सोनाटा कम्पनी की नई घड़ी प्रदान करे और परिवादी को पुन: विधिवत ग्यारंटी प्रदान करे तथा परिवारी को 200 रुपये परिवाद शुल्क भी अदा करे। sehore fursat
जिला उपभोक्ता फोरम ने दिलाया गाय का बीमा मय हर्जाने के
सीहोर 9 फरवरी (फुरसत)। जिला उपभोक्ता फोरम ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में आवेदिका चंद्रकांता बाई पत्नि गजराज सिंह निवासी पारवां गोसांई तहसील आष्टा जिला सीहोर को गाय का बीमा 15 हजार रुपये एवं मानसिक त्रास स्वरुप 5 हजार रुपये एवं परिवाद व्यय स्वरुप 500 रुपये अनावेदक यूनाईटेड इंडिया इंश्योरेंस कम्पनी शाखा सीहोर से दिलाये।
आवेदिका ने अनावेदक से अपनी गाय का बीमा 15 हजार रुपये का कराया था। आवेदिका की गाय की 26 नवम्बर 06 को मृत्यु हो गई थी आवेदिका ने पोस्ट मार्टम रिपोर्ट, मृत पशु के टेग, पंचनामा, पशु क्रय रसीद, क्लेम फार्म के साथ भरकर संलग् कर विपक्षी को प्रस्तुत की थी लेकिन विपक्षीगण ने उसके क्लेम का निराकरण नहीं किया। जिससे दुखी होकर आवेदिका ने अपने अधिवक्ता जी.डी. बैरागी से सलाह लेकर जिला उपभोक्ता फोरम में आवेदन प्रस्तुत किया। अनावेदक ने उपस्थित होकर जबाव प्रस्तुत किया और क्लेम के निराकरण नहीं करने का कारण गाय की मृत्यु की सूचना विलंब से देना बताया एवं परिवाद निरस्त किये जाने की प्रार्थना की। जिला उपभोक्ता फोरम के विद्वान अध्यक्ष ए.के. तिवारी सदस्य श्रीमति शकुन विजयवर्गीय ने दोनो पक्षों के तर्क श्रवण कर एवं रिकार्ड का अवलोकन कर आदेश पारित किया कि विपक्षी बीमा कंपनी आवेदिका को मृत गाय की बीमा राशि 15 हजार रुपये एवं मानसिक त्रास 5 हजार रुपये एवं परिवाद व्यय स्वरुप 5 सौ रुपये विपक्षी अदा करे। प्रकरण में आवेदिका की और से पैरवी अधिवक्ता जी.डी.बैरागी ने की। sehore fursat
आवेदिका ने अनावेदक से अपनी गाय का बीमा 15 हजार रुपये का कराया था। आवेदिका की गाय की 26 नवम्बर 06 को मृत्यु हो गई थी आवेदिका ने पोस्ट मार्टम रिपोर्ट, मृत पशु के टेग, पंचनामा, पशु क्रय रसीद, क्लेम फार्म के साथ भरकर संलग् कर विपक्षी को प्रस्तुत की थी लेकिन विपक्षीगण ने उसके क्लेम का निराकरण नहीं किया। जिससे दुखी होकर आवेदिका ने अपने अधिवक्ता जी.डी. बैरागी से सलाह लेकर जिला उपभोक्ता फोरम में आवेदन प्रस्तुत किया। अनावेदक ने उपस्थित होकर जबाव प्रस्तुत किया और क्लेम के निराकरण नहीं करने का कारण गाय की मृत्यु की सूचना विलंब से देना बताया एवं परिवाद निरस्त किये जाने की प्रार्थना की। जिला उपभोक्ता फोरम के विद्वान अध्यक्ष ए.के. तिवारी सदस्य श्रीमति शकुन विजयवर्गीय ने दोनो पक्षों के तर्क श्रवण कर एवं रिकार्ड का अवलोकन कर आदेश पारित किया कि विपक्षी बीमा कंपनी आवेदिका को मृत गाय की बीमा राशि 15 हजार रुपये एवं मानसिक त्रास 5 हजार रुपये एवं परिवाद व्यय स्वरुप 5 सौ रुपये विपक्षी अदा करे। प्रकरण में आवेदिका की और से पैरवी अधिवक्ता जी.डी.बैरागी ने की। sehore fursat
समस्या हल करने वाला ढोंगी तांत्रिक एक महिला को ठग पूरे जेवरात ले उड़ा
सीहोर 9 फरवरी (विशेष प्रतिनिधि)। हर समस्या का हल बताने वाले एक तांत्रिक ने यहाँ सीहोर में पम्पलेट बंटवाये, आफिस बनाया, बोर्ड लगाया और फिर शुभम टीवी पर विज्ञापन दिया। फिर इसके झांसे में फंसी एक महिला नेहरु कालोनी निवासी जिसका 30 हजार रुपये कीमति हार चोरी हो चुका था ने इसकी शरण ली। बाबा ने किस प्रकार उसके घर के एक-एक छोटे से छोटा बल्कि शरीर पर पहना हर एक गहना उतरवाकर ठगी करके कल दिन दहाड़े फरार हो गया है.....इस सनसनीखेज घटना पर एक नजर
नेहरु कालोनी निवासी विश्राम सिंह ठाकुर अध्यापक ग्राम बड़नगर के घर में विगत माह एक कीमति सोने का हार कहीं गायब हो गया है। यह हार को लेकर काफी चिंतित हैं। पूरा परिवार दुखी है।
तीन दिन पूर्व तक नगर भर में बाहर से आये एक तांत्रिक बाबा जिनके पम्पलेट बंट रहे थे कि बाबा के पास हर समस्या का हल है। यहीं बाबा ने अपना एक कार्यालय नगर में ही नेहरु कालोनी क्षेत्र में ही बनाया था। साथ ही इसी बाबा का स्थानीय केवल पर भी विज्ञापन चल रहा था। मतलब चारों और प्रचार-प्रसार जारी था कि बाबा के पास हर समस्या का हल है।
विश्राम सिंह ठाकुर के घर से उनकी पत्नि ने यह सोचकर की हो सकता है यह अपना हार दिलवा दें उनसे सम्पर्क किया। तीन दिन पूर्व बुधवार को वह गईं तो कथित तांत्रिक ने कहा कि निश्चित ही यह काम हो जायेगा। अपनी बातों से उसने श्रीमति ठाकुर को संतुष्ट भी कर लिया उसने कहा कि घर में ही हार है, घर के ही व्यक्ति इसमें हाथ है और बहुत आसानी से यह मिल जायेगा। लेकिन इसके लिये जो पूजन लगती है वह आपको लगाना पड़ेगी। 30 हजार कीमत के कीमति हार के लिये श्रीमति ठाकुर छोटी-मोटी पूजा के लिये राजी हो गईं।
कथित बाबा तांत्रिक समझ रहा था कि वह उसके घापे में आ रही हैं उसने पूजन की सामग्री लिखाते हुए कहीं आधा किलो चावल, घी अगरबत्ती से लेकर जाने क्या-क्या लिखवा दिया और कहा कि तीन दिन तक लगातार पूजन होगी।
जब इस सब बात के लिये भी श्रीमति ठाकुर राजी हो गईं। तब अचानक तांत्रिक बाबा ने यह भी कहा कि कल 10 बजे जब आप सारी सामग्री लाओ तो उसके साथ घर की हर छोटी से छोटी सोने की रकम तक बीनकर लेती आना, घर की रकम यहाँ ले आना उसकी भी पूजन कर दी जायेगी ताकि वह शुध्द हो जाये और फिर आगे से ऐसी आफत ही नहीं आये उस पूजन से भी हार मिलने की प्रक्रिया सरल हो जायेगी। जब इस बात के लिये भी श्रीमति ठाकुर राजी हो गईं तो फिर बाबा ने यह और कह दिया कि इस बात को आप घर के लोगों को मत बताना। किसी भी कुछ भी कहे बिना ही आपको पूजन के लिये आना है।
दूसरे दिन जब पूरी रकम लेकर श्रीमति ठाकुर उसके अस्थाई कार्यालय पहुँची तो वहाँ बाबा पहले से ही तैयार था। उसने तत्काल गंभीर भाव भंगिमा बनाकर पूजन पाठ शुरु कर दिया। सारी पूजन सामग्री खोलकर वह बैठ गया। तरह-तरह के उपक्रम करने लगा। फिर उसने सारी रकम हाथ में लेकर एक बडे क़पड़े में बांध दी। पूजन सामग्री भी बांध दी। काफी देर पूजन करने के बाद उसने श्रीमति ठाकुर से कहा कि अब आप गहनों की यह पोटली बंधी हुई ही लेकर जाओ और तीन दिन तक इसे खोलना मत। यदि तीन दिन में भी गुमा हुआ हार नहीं मिले तो फिर चौथे दिन और इंतजार करना फिर भले ही इसे आप खोल लेना इस दौरान स्वयं ही आपको हार मिल जायेगा। मंत्र शक्ति बड़ी बलवान होती है मैने सब कुछ बांध दिया है। आप विश्वास रखना.....और ऐसे ही जाने क्या-क्या प्रभावी वाक्य वह बोलता चला गया।
भोली भाली सरल व धार्मिक स्वभाव की श्रीमति ठाकुर धर्म की आड़ और देवताओं के नाम से किये गये इस छल को समझ नहीं पाई और चुपचाप सारे आभूषणों की पोटली अपने हाथ में लेकर आ गईं और घर में रख ली।
तीन दिन बाद कल जब वह उस बाबा के कार्यालय की तरफ गईं तो पता चला कि वह तो ताला डालकर जा चुका है कमरा खाली कर गया है। वह घबरा कर अपने घर आईं और पोटली खोली तो पता चला कि उसमें उनके जेवरात थे ही नहीं बल्कि उसमें तो कचरा कूड़ा भरा था और लोहे की चैन आदि बंधी थी। श्रीमति ठाकुर स्तब्ध रह गईं।
आज इस मामले की शिकायत थाना कोतवाली में कर दी गई है। पुलिस ने मामला पंजीबध्द करके अपराधी की गहन तलाश शुरु कर दी है। उसके मोबाइल नम्बर से उसे पकड़ने के प्रयास किये जायेंगे। उल्लेखनीय है कि ऐसे मामलों में पूर्ववर्ती एसडीओपी विनय पाल बहुत गंभीरता से अपने स्तर पर ऐसे मामले सुलझाने में आगे आ जाते थे। लेकिन वर्तमान में ऐसी कोई स्थिति नहीं दिख रही। sehore fursat
नेहरु कालोनी निवासी विश्राम सिंह ठाकुर अध्यापक ग्राम बड़नगर के घर में विगत माह एक कीमति सोने का हार कहीं गायब हो गया है। यह हार को लेकर काफी चिंतित हैं। पूरा परिवार दुखी है।
तीन दिन पूर्व तक नगर भर में बाहर से आये एक तांत्रिक बाबा जिनके पम्पलेट बंट रहे थे कि बाबा के पास हर समस्या का हल है। यहीं बाबा ने अपना एक कार्यालय नगर में ही नेहरु कालोनी क्षेत्र में ही बनाया था। साथ ही इसी बाबा का स्थानीय केवल पर भी विज्ञापन चल रहा था। मतलब चारों और प्रचार-प्रसार जारी था कि बाबा के पास हर समस्या का हल है।
विश्राम सिंह ठाकुर के घर से उनकी पत्नि ने यह सोचकर की हो सकता है यह अपना हार दिलवा दें उनसे सम्पर्क किया। तीन दिन पूर्व बुधवार को वह गईं तो कथित तांत्रिक ने कहा कि निश्चित ही यह काम हो जायेगा। अपनी बातों से उसने श्रीमति ठाकुर को संतुष्ट भी कर लिया उसने कहा कि घर में ही हार है, घर के ही व्यक्ति इसमें हाथ है और बहुत आसानी से यह मिल जायेगा। लेकिन इसके लिये जो पूजन लगती है वह आपको लगाना पड़ेगी। 30 हजार कीमत के कीमति हार के लिये श्रीमति ठाकुर छोटी-मोटी पूजा के लिये राजी हो गईं।
कथित बाबा तांत्रिक समझ रहा था कि वह उसके घापे में आ रही हैं उसने पूजन की सामग्री लिखाते हुए कहीं आधा किलो चावल, घी अगरबत्ती से लेकर जाने क्या-क्या लिखवा दिया और कहा कि तीन दिन तक लगातार पूजन होगी।
जब इस सब बात के लिये भी श्रीमति ठाकुर राजी हो गईं। तब अचानक तांत्रिक बाबा ने यह भी कहा कि कल 10 बजे जब आप सारी सामग्री लाओ तो उसके साथ घर की हर छोटी से छोटी सोने की रकम तक बीनकर लेती आना, घर की रकम यहाँ ले आना उसकी भी पूजन कर दी जायेगी ताकि वह शुध्द हो जाये और फिर आगे से ऐसी आफत ही नहीं आये उस पूजन से भी हार मिलने की प्रक्रिया सरल हो जायेगी। जब इस बात के लिये भी श्रीमति ठाकुर राजी हो गईं तो फिर बाबा ने यह और कह दिया कि इस बात को आप घर के लोगों को मत बताना। किसी भी कुछ भी कहे बिना ही आपको पूजन के लिये आना है।
दूसरे दिन जब पूरी रकम लेकर श्रीमति ठाकुर उसके अस्थाई कार्यालय पहुँची तो वहाँ बाबा पहले से ही तैयार था। उसने तत्काल गंभीर भाव भंगिमा बनाकर पूजन पाठ शुरु कर दिया। सारी पूजन सामग्री खोलकर वह बैठ गया। तरह-तरह के उपक्रम करने लगा। फिर उसने सारी रकम हाथ में लेकर एक बडे क़पड़े में बांध दी। पूजन सामग्री भी बांध दी। काफी देर पूजन करने के बाद उसने श्रीमति ठाकुर से कहा कि अब आप गहनों की यह पोटली बंधी हुई ही लेकर जाओ और तीन दिन तक इसे खोलना मत। यदि तीन दिन में भी गुमा हुआ हार नहीं मिले तो फिर चौथे दिन और इंतजार करना फिर भले ही इसे आप खोल लेना इस दौरान स्वयं ही आपको हार मिल जायेगा। मंत्र शक्ति बड़ी बलवान होती है मैने सब कुछ बांध दिया है। आप विश्वास रखना.....और ऐसे ही जाने क्या-क्या प्रभावी वाक्य वह बोलता चला गया।
भोली भाली सरल व धार्मिक स्वभाव की श्रीमति ठाकुर धर्म की आड़ और देवताओं के नाम से किये गये इस छल को समझ नहीं पाई और चुपचाप सारे आभूषणों की पोटली अपने हाथ में लेकर आ गईं और घर में रख ली।
तीन दिन बाद कल जब वह उस बाबा के कार्यालय की तरफ गईं तो पता चला कि वह तो ताला डालकर जा चुका है कमरा खाली कर गया है। वह घबरा कर अपने घर आईं और पोटली खोली तो पता चला कि उसमें उनके जेवरात थे ही नहीं बल्कि उसमें तो कचरा कूड़ा भरा था और लोहे की चैन आदि बंधी थी। श्रीमति ठाकुर स्तब्ध रह गईं।
आज इस मामले की शिकायत थाना कोतवाली में कर दी गई है। पुलिस ने मामला पंजीबध्द करके अपराधी की गहन तलाश शुरु कर दी है। उसके मोबाइल नम्बर से उसे पकड़ने के प्रयास किये जायेंगे। उल्लेखनीय है कि ऐसे मामलों में पूर्ववर्ती एसडीओपी विनय पाल बहुत गंभीरता से अपने स्तर पर ऐसे मामले सुलझाने में आगे आ जाते थे। लेकिन वर्तमान में ऐसी कोई स्थिति नहीं दिख रही। sehore fursat
कुष्ठ रोगियों की सहायता में तत्पर लायनेस क्लब सीहोर
सीहोर 8 फरवरी। कुष्ठ निवारण दिवस 30 जनवरी को हमारे क्लब की सदस्याएं कुष्ठ रोगियों के लिये 100 किलो गेहूँ 50 किलो चावल लेकर उनके निवास पर गई थीं और ला.राजू पालीवाल की शादी की सालगिरह भी फल वितरित कर वहीं पर मनाई। बहुत संतुष्ठि प्राप्त होती है जब वे निर्वल निशक्त रोगी यह कहते कि हमारो तो पेट भर दियो है आपने, और बड़ी आशाओं के साथ उन्होने अनुरोध भी किया चाय शक्कर दूध की भी व्यवस्था करवा दो तो बड़ी कृपा होगी। क्लब ने सहर्ष आश्वासन दिया है कि अगले माह यह भी कर देंगे। ला.रीता दुबे, राजू पालीवाल, उमा पालीवाल, सीमा जोशी, मंजू अग्रवाल, तारामणी अग्रवाल, साधना सक्सेना, शशि विजयवर्गीय सभी सदस्य गण प्रसन्नता से सेवा कार्य करके लौटे। sehore-फुरसत
जीप की टक्कर से सायकल सवार घायल
सीहोर 8 फरवरी (फुरसत)। इंदौर-भोपाल राजमार्ग पर इंदौर नाका आष्टा के समीप आज जीप की टक्कर लगने से सायकल सवार युवक घायल हो गया । जिले आष्टा अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल के लिये रिफर किया गया है ।
आष्टा थाना अंर्तगत आने वाले ग्राम चिन्नौटा निवासी 18 वर्षीय अरविन्द्र आ. बोदा जी अजा. अपने घर से सायकल से गेहूं पिसान जा रहा था तभी आज सवा दो बजे के करीब इंदौर नाका के समीप सामने से आ रही जीप क्रमांक एमपी-37-एल-0211 के चालक ने तेज गति एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर अरविन्द की सायकल में टक्कर मारकर घायल कर दिया जिसे प्राथमिक उपचार के बाद उपचार हेतू भोपाल भेजा गया । sehore-fursat
आष्टा थाना अंर्तगत आने वाले ग्राम चिन्नौटा निवासी 18 वर्षीय अरविन्द्र आ. बोदा जी अजा. अपने घर से सायकल से गेहूं पिसान जा रहा था तभी आज सवा दो बजे के करीब इंदौर नाका के समीप सामने से आ रही जीप क्रमांक एमपी-37-एल-0211 के चालक ने तेज गति एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर अरविन्द की सायकल में टक्कर मारकर घायल कर दिया जिसे प्राथमिक उपचार के बाद उपचार हेतू भोपाल भेजा गया । sehore-fursat
दिनदहाड़े सरेआम चोरी
सीहोर 8 फरवरी (फुरसत)। दिनदहाड़े आज एक कपड़ा दुकान अंबर होटल के पास से एक युवक कपड़े खींचकर ले भाग रहा था। असल में कपड़ा दुकान पर बाहर कपड़े टंगे रहते हैं उन्हे यह खींच कर भाग रहा था जिसे दूर बैठे कुछ व्यापारियों ने देख लिया और वह इसके पीछे चिल्लाते हुए दौड़ लगा गये और उसे पकड़ लिया। नगर में अब इस तरह की घटना भी होना चर्चा का विषय बन गई।sehore-fursat
मण्डी सचिव और व्यापारी में हुआ विवाद चर्चा का विषय बना
आष्टा 8 फरवरी (फुरसत)। कृषि उपज मण्डी के सचिव एवं एक व्यापारी के बीच में कार्यालय में हुआ विवाद पूरी मण्डी प्रांगण में चर्चा का विषय बना हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मण्डी व्यापारी और सचिव के बीच में किसी बात को लेकर उनके कार्यालय में जमकर उठापटक और भोपाली में जो कुछ वार्तालाप हुआ जिसे देखने और सुनने के लिये कक्ष के बाहर कई लोग जमा हो गये थे अब वह विवाद दोनो के बीच जो हुआ उस विवाद के पीछे क्या कारण है ?
वो अस्पष्ट है लेकिन मामला कुछ विशेष ही लगता है। इस विवाद के बाद एक चर्चा और उभरकर आई है कि मण्डी प्रशासन ने कुछ ऐसा कार्य भी किया है जो नियम विरुध्द हुआ है।
वो क्यों और कैसे हुआ यह मण्डी बोर्ड के लिये जांच का विषय हो सकता है लेकिन आष्टा मण्डी प्रांगण में सचिव और व्यापारी के बीच हुआ विवाद जरुर कोई गहरी बात भविष्य में सामने लायेगा।sehore-fursat
प्राप्त जानकारी के अनुसार मण्डी व्यापारी और सचिव के बीच में किसी बात को लेकर उनके कार्यालय में जमकर उठापटक और भोपाली में जो कुछ वार्तालाप हुआ जिसे देखने और सुनने के लिये कक्ष के बाहर कई लोग जमा हो गये थे अब वह विवाद दोनो के बीच जो हुआ उस विवाद के पीछे क्या कारण है ?
वो अस्पष्ट है लेकिन मामला कुछ विशेष ही लगता है। इस विवाद के बाद एक चर्चा और उभरकर आई है कि मण्डी प्रशासन ने कुछ ऐसा कार्य भी किया है जो नियम विरुध्द हुआ है।
वो क्यों और कैसे हुआ यह मण्डी बोर्ड के लिये जांच का विषय हो सकता है लेकिन आष्टा मण्डी प्रांगण में सचिव और व्यापारी के बीच हुआ विवाद जरुर कोई गहरी बात भविष्य में सामने लायेगा।sehore-fursat
अतत: जावर अस्पताल बना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, नागरिकों में खुशियाँ छाई
जावर 8 फरवरी (फुरसत)। स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा दिये जाने के शासन के आदेश की खबर मिलते ही नगर व क्षैत्र के नागरिकों में हर्ष की लहर दौड़ गई लोगो ने अस्पताल को अपग्रेड करने के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान, प्रभारी मंत्री रूस्तमसिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष ललित नागौरी, क्षत्रिय विधायक रघुनाथ मालवीय का आभार व्यक्त किया और कहा भाजपा सरकार की क्षैत्र के लिये सबसे बड़ी सौगात है ।
ज्ञात है कि नगर व क्षैत्र वासी स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा देने की मांग लम्बे समय से करते आ रहे थे । इसके लिये लोगो ने कई बार आंदोलन भी किया था, तब आश्वासन के सिवा कुछ नही मिला था । भाजपा जिला मंत्री बाबूलाल पटेल ने कहा कि क्षैत्र को यहां सबसे बड़ी उपलब्धि दिलवाने में क्षैत्रिय विधायक रघुनाथसिंह का अहम रोल रहा है । इसके लिये हम क्षैत्रिय विधायक एंव मुख्यमंत्री के आभारी है इसके पहले भी क्षैत्रिय विधायक के प्रयास से ही जावर कजलास मार्ग की भी स्वीकृति मिल चुकी है जिसका निर्माण कार्य चल रहा है । युवा नेता सुभाष भावसार का कहना है कि स्थानीय अस्प. जो कि वर्तमान में 12 पंलग का था, जिसे सरकार अपग्रेडकर तीस पंलग का कर दिया, अभी तक जो सुविधा आष्टा, सोनकच्छ, में मिलती थी वह अब जावर में ही मिलने लगेगी लोगो को अब इलाज के लिये बाहर नहीं होना पड़ेगा 70 से 80 गांवो के लोगो को इसका लाभ मिलेगा । स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा दिलवाने के लिये भाजपा सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगो ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जिला प्रभारी मंत्री एक क्षैत्रिय विधायक का आभार व्यक्त किया । इनमें प्रमुख रूप से नन्नू लाल वर्मा, विक्रमसिंह, कल्याणसिंह, राकेश सिंह, आजादसिंह पहलवान, मानसिंह, किशोर पाटीदार, राधेश्याम पाटीदार, जयसिंह, रमेश पाटीदासर, संजय अजमेरा, कैलाश राठौर, हरिश शर्मा, संतोष लश्कार, कृपालसिंह, भूपेन्द्र सिंह, कैलाश सोलंकी, राजपाल ठाकूर, सुनील जैन, दयाराम, तेजसिंह, शैलेष वेद्य, नरेन्द्र सिंह, धीरजसिंह, शांतिलाल भावसार, प्रेमसिंह, राजेन्द्रसिंह सेंधव, कृपालसिंह, सतीश विश्वकर्मा, प्रहलाद मिस्त्री, असलम कुरैशी, कमलसिंह, रूपसिंह, जीवन सिंह आदि
यहां 18 पद बढेंग़े
प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सत्रह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो को अपग्रेड कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा दिये जाने के आदेश जारी कर दिये गये है । इनमें जावर का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी है । अस्पताल प्रभारी डा. गजराज गुर्जर ने बताया कि स्थानीय अस्पताल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा मिलने के बाद लोगो को ओर अधिक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने लगेगी वर्तमान स्टाप के अलावा 18 पद भी नये स्वीकृत किये गये है है । जो इस प्रकार है सर्जिकल विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, निश्चेतना विशेषज्ञ, 6 स्टाफ नर्स, रेडियों ग्राफर, नेत्र सहायक, लेखापाल, लेब अटेन्डेर, ओ टी. अटेन्डेर, वार्ड वाय, स्पीकर, वाहन चालक आदि । sehore-fursat
ज्ञात है कि नगर व क्षैत्र वासी स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा देने की मांग लम्बे समय से करते आ रहे थे । इसके लिये लोगो ने कई बार आंदोलन भी किया था, तब आश्वासन के सिवा कुछ नही मिला था । भाजपा जिला मंत्री बाबूलाल पटेल ने कहा कि क्षैत्र को यहां सबसे बड़ी उपलब्धि दिलवाने में क्षैत्रिय विधायक रघुनाथसिंह का अहम रोल रहा है । इसके लिये हम क्षैत्रिय विधायक एंव मुख्यमंत्री के आभारी है इसके पहले भी क्षैत्रिय विधायक के प्रयास से ही जावर कजलास मार्ग की भी स्वीकृति मिल चुकी है जिसका निर्माण कार्य चल रहा है । युवा नेता सुभाष भावसार का कहना है कि स्थानीय अस्प. जो कि वर्तमान में 12 पंलग का था, जिसे सरकार अपग्रेडकर तीस पंलग का कर दिया, अभी तक जो सुविधा आष्टा, सोनकच्छ, में मिलती थी वह अब जावर में ही मिलने लगेगी लोगो को अब इलाज के लिये बाहर नहीं होना पड़ेगा 70 से 80 गांवो के लोगो को इसका लाभ मिलेगा । स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा दिलवाने के लिये भाजपा सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगो ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जिला प्रभारी मंत्री एक क्षैत्रिय विधायक का आभार व्यक्त किया । इनमें प्रमुख रूप से नन्नू लाल वर्मा, विक्रमसिंह, कल्याणसिंह, राकेश सिंह, आजादसिंह पहलवान, मानसिंह, किशोर पाटीदार, राधेश्याम पाटीदार, जयसिंह, रमेश पाटीदासर, संजय अजमेरा, कैलाश राठौर, हरिश शर्मा, संतोष लश्कार, कृपालसिंह, भूपेन्द्र सिंह, कैलाश सोलंकी, राजपाल ठाकूर, सुनील जैन, दयाराम, तेजसिंह, शैलेष वेद्य, नरेन्द्र सिंह, धीरजसिंह, शांतिलाल भावसार, प्रेमसिंह, राजेन्द्रसिंह सेंधव, कृपालसिंह, सतीश विश्वकर्मा, प्रहलाद मिस्त्री, असलम कुरैशी, कमलसिंह, रूपसिंह, जीवन सिंह आदि
यहां 18 पद बढेंग़े
प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सत्रह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो को अपग्रेड कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा दिये जाने के आदेश जारी कर दिये गये है । इनमें जावर का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी है । अस्पताल प्रभारी डा. गजराज गुर्जर ने बताया कि स्थानीय अस्पताल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा मिलने के बाद लोगो को ओर अधिक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने लगेगी वर्तमान स्टाप के अलावा 18 पद भी नये स्वीकृत किये गये है है । जो इस प्रकार है सर्जिकल विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, निश्चेतना विशेषज्ञ, 6 स्टाफ नर्स, रेडियों ग्राफर, नेत्र सहायक, लेखापाल, लेब अटेन्डेर, ओ टी. अटेन्डेर, वार्ड वाय, स्पीकर, वाहन चालक आदि । sehore-fursat
कुष्ठ अस्पताल बंद कर दिया और अब कुष्ठ रोग मिटाने की रैली निकाल रहे
इलाज को तरसते कुष्ठ रोगी घिसट-घिसट कर जीवन जी रहे
सीहोर 8 फरवरी (आनन्द गांधी) । प्रदेश में कुष्ठ रोग का पूरी तरह उन्मूलन हो चुका है। इसलिये अब प्रदेश में कुष्ठ चिकित्सालयों की कोई आवश्यकता ही नहीं है। यह कुतर्क देकर दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में सीहोर सहित प्रदेश में कार्यरत कुष्ठ चिकित्सालय बंद कर दिये गये थे और सीहोर कुष्ठ चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को उजैन की किसी स्वयंसेवी संस्था को सौंप दिया गया था। जहाँ से यह कुष्ठ रोगी घबराकर और बीमारी से परेशान होकर कुछ समय बाद ही सीहोर लौट आये थे और फिर दर-दर की ठोकरें खाते हुए भीख मांग कर अपना गुजारा करने को मजबूर हो गये। इसके बावजूद एक तरफ कुष्ठ चिकित्सालय अधिकारी का पद व पूरा कार्यालयीन कर्मचारी मण्डल का उपयोग नहीं हो रहा ? कुष्ठ चिकित्सालय भवन पर कब्जा हो रहा है ? लेकिन कथनी-करनी में अंतर करते हुए शिवराज सरकार ने गत दिवस प्रशिक्षु नर्स युवतियों से कुष्ठ अधिकारियों के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि को कुष्ठ निवारण दिवस के रुप में मनाते हुए शहर के प्रमुख मार्गों से रैली निकालकर कुष्ठ रोग को जड से समाप्त करने का संकल्प दोहराया बल्कि 31 जनवरी से लेकर 20 फरवरी तक कुष्ठ जन जाग्रति अभियान भी चलाया जा रहा है ? प्रश् उठता है कि जब कुष्ठ रोग का उन्मूलन ही हो चुका है ? कुष्ठ चिकित्सालय ही बंद कर दिया गया है ? तो यह कौन-से कुष्ठ रोग को जड़ से समाप्त करने के नारे लगाये जा रहे हैं ? तो फिर किस प्रकार कुष्ठ रोग को लेकर जनता को चेताया जा रहा है ? इस हिन्दुराष्ट्र में सबसे बुरा रोग कुष्ठ रोग माना जाता है और उसी को लेकर दो मुँही कार्यप्रणाली सरकार द्वारा चलाई जा रही है। आखिर सरकार क्या चाहती है......कुष्ठ रोग के संबंध में चल रही इस कार्यप्रणाली पर प्रस्तुत है फुरसत की विशेष खबर।
गोर फरमाईये कि प्रदेश में कुष्ठ रोग चिकित्सालय बकायदा स्थापित थे और अनेक कुष्ठ रोगी इन चिकित्सालयों में इलाज भी करवा रहे थे। हालांकि चिकित्सालय गिनती मात्र 4-5 ही थे लेकिन पूरे प्रदेश के लिये यह पर्याप्त थे। एक समय अचानक दिग्विजय सिंह सरकार के समय कहा गया कि पूरे प्रदेश से अब कुष्ठ रोग समाप्त हो चुका है और इसलिये कुष्ठ चिकित्सालय बंद किये जाना चाहिये और तत्काल चिकित्सालय बंद भी कर दिये गये। सीहोर में इसको लेकर विरोध भी हुआ और कहा गया कि इसकी आवश्यकता है लेकिन फिर भी किसी नहीं सुनी ।
जहाँ कुष्ठ रोगियों को प्रतिदिन सीहोर से समाजसेवी जन किसी भी आयोजन के समय याद कर ही लेते थे। लोग अपने जन्मदिन पर भी कुष्ठ रोगियों को भोजन खिलाने पहुँच जाते थे। कुष्ठ रोगियों को कपड़े एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना अपना धर्म समझते थे कि वे अभी भी समाज का अभिन्न अंग हैं। नागरिकों की सहानुभूति, सहायता और अपनापन कुष्ठ चिकित्सालय में भर्ती मरीजों में आत्मविश्वास का संचार करता रहता था। लेकिन शासन ने कहा कि जब रोग ही खत्म हो गया तो फिर अस्पताल किस बात का।
अब दूसरी बात पर गौर फरमाईये- प्रदेश सरकार ने 31 जनवरी शहीद दिवस को कुष्ठ उन्मूलन दिवस के रुप में मनाते हुए 20 फरवरी तक कुष्ठ जन जाग्रति अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत कुष्ठ रोग के प्रति जनजाग्रति की जायेगी। दोनो बातें सिरे से एक दूसरे की विरोधी हैं यदि कुष्ठ रोग समाप्त ही हो चुका है तो फिर इसे इतिहास की पुस्तकों में जगह दी जानी चाहिये लेकिन ऐसा नहीं किया जाकर कई लाख रुपये का बजट कुष्ठ रोग पखवाड़ों और जनजाग्रति अभियान के नाम से प्रचार-प्रसार के लिये बना दिया गया है। प्रश् उठता है कि क्या दिग्विजय सरकार कुष्ठ रोग से प्रदेश मुक्त कर चुकी थी और शिवराज सरकार के आने के बाद कुष्ठ रोग वापस आ गया है। असल में जब कुष्ठ रोग खत्म ही नहीं हुआ है तो कुष्ठ चिकित्सालयों को बंद करने की कौन-सी आवश्यकता आन पड़ी थी। जिस समय सीहोर कुष्ठ चिकित्सालय बंद किया गया था उस समय सीहोर चिकित्सालय में कुष्ठ रोग से गंभीर पीड़ित स्त्री-पुरुष उपचार के लिये भर्ती थे और वह पूरी तरह ठीक भी नहीं हुए थे। अब कुष्ठ रोग को लेकर जनजागरण की बात करना क्या बेमानी नहीं लगता ? क्या कुष्ठ निवारण के नाम पर शासकिय धन की बर्वादी नहीं होगी। लेकिन शासन के अफलातूनी आदेश पर बंद किये गये अस्पताल ने कुष्ठ रोगियों को कहीं का नहीं छोड़ा न वे घर के रहे और ना ही घांट के सरकार की नीतियों के परिणाम स्वरुप अपाहिज कुष्ठ रोगी आज अपना जीवन घिसट-घिसट कर गुजार रहे हैं। यदि अब नए कुष्ठ रोगी की पहचान होती है तो उसकी चिकित्सा कहाँ होगी ? यह विचारणीय प्रश् है।sehore-fursat
गोर फरमाईये कि प्रदेश में कुष्ठ रोग चिकित्सालय बकायदा स्थापित थे और अनेक कुष्ठ रोगी इन चिकित्सालयों में इलाज भी करवा रहे थे। हालांकि चिकित्सालय गिनती मात्र 4-5 ही थे लेकिन पूरे प्रदेश के लिये यह पर्याप्त थे। एक समय अचानक दिग्विजय सिंह सरकार के समय कहा गया कि पूरे प्रदेश से अब कुष्ठ रोग समाप्त हो चुका है और इसलिये कुष्ठ चिकित्सालय बंद किये जाना चाहिये और तत्काल चिकित्सालय बंद भी कर दिये गये। सीहोर में इसको लेकर विरोध भी हुआ और कहा गया कि इसकी आवश्यकता है लेकिन फिर भी किसी नहीं सुनी ।
जहाँ कुष्ठ रोगियों को प्रतिदिन सीहोर से समाजसेवी जन किसी भी आयोजन के समय याद कर ही लेते थे। लोग अपने जन्मदिन पर भी कुष्ठ रोगियों को भोजन खिलाने पहुँच जाते थे। कुष्ठ रोगियों को कपड़े एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना अपना धर्म समझते थे कि वे अभी भी समाज का अभिन्न अंग हैं। नागरिकों की सहानुभूति, सहायता और अपनापन कुष्ठ चिकित्सालय में भर्ती मरीजों में आत्मविश्वास का संचार करता रहता था। लेकिन शासन ने कहा कि जब रोग ही खत्म हो गया तो फिर अस्पताल किस बात का।
अब दूसरी बात पर गौर फरमाईये- प्रदेश सरकार ने 31 जनवरी शहीद दिवस को कुष्ठ उन्मूलन दिवस के रुप में मनाते हुए 20 फरवरी तक कुष्ठ जन जाग्रति अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत कुष्ठ रोग के प्रति जनजाग्रति की जायेगी। दोनो बातें सिरे से एक दूसरे की विरोधी हैं यदि कुष्ठ रोग समाप्त ही हो चुका है तो फिर इसे इतिहास की पुस्तकों में जगह दी जानी चाहिये लेकिन ऐसा नहीं किया जाकर कई लाख रुपये का बजट कुष्ठ रोग पखवाड़ों और जनजाग्रति अभियान के नाम से प्रचार-प्रसार के लिये बना दिया गया है। प्रश् उठता है कि क्या दिग्विजय सरकार कुष्ठ रोग से प्रदेश मुक्त कर चुकी थी और शिवराज सरकार के आने के बाद कुष्ठ रोग वापस आ गया है। असल में जब कुष्ठ रोग खत्म ही नहीं हुआ है तो कुष्ठ चिकित्सालयों को बंद करने की कौन-सी आवश्यकता आन पड़ी थी। जिस समय सीहोर कुष्ठ चिकित्सालय बंद किया गया था उस समय सीहोर चिकित्सालय में कुष्ठ रोग से गंभीर पीड़ित स्त्री-पुरुष उपचार के लिये भर्ती थे और वह पूरी तरह ठीक भी नहीं हुए थे। अब कुष्ठ रोग को लेकर जनजागरण की बात करना क्या बेमानी नहीं लगता ? क्या कुष्ठ निवारण के नाम पर शासकिय धन की बर्वादी नहीं होगी। लेकिन शासन के अफलातूनी आदेश पर बंद किये गये अस्पताल ने कुष्ठ रोगियों को कहीं का नहीं छोड़ा न वे घर के रहे और ना ही घांट के सरकार की नीतियों के परिणाम स्वरुप अपाहिज कुष्ठ रोगी आज अपना जीवन घिसट-घिसट कर गुजार रहे हैं। यदि अब नए कुष्ठ रोगी की पहचान होती है तो उसकी चिकित्सा कहाँ होगी ? यह विचारणीय प्रश् है।sehore-fursat
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