Wednesday, August 27, 2008
अखण्ड भजन सप्ताह और भागवत पूर्णाहूति के साथ हुई घनघोर हुई बर्षा
आजादी के पूर्व से ही नगर की एक प्राचीन परम्परा के तहत प्राचीन श्री राम मंदिर कस्बा सीहोर में हर वर्ष भादो में 7 दिन की अखण्ड भजन सप्ताह का आयोजन किया जाता है। यह परम्परा लम्बे समय से अखण्ड रुप से विद्यमान है जहाँ सप्ताह समाप्ति होने के साथ ही प्रसिध्द पंडित आचार्य श्री पृथ्वीबल्लभ दुबे हवन भी कराते हैं। आज भी 7 दिन के भजन समाप्त होने के साथ ही यहाँ जैसे ही हवन की तैयारियाँ शुरु हुई की तेज बरसात शुरु हो गई। उधर पंडित दीनदयाल नगर हाउसिंग बोर्ड कालोनी में साहित्यकार कृष्णहरि पचौरी के यहाँ भी सात दिन की भागवत कथा विराजित थी यहाँ आज भागवत समाप्ति के साथ हवन की पूर्णाहूति हुई और जोरदार वर्षा हुई।
दोनो ही स्थानों पर भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताह भर से ही रामानुज सम्प्रदाय के पूय संत प्रवर 1008 श्री स्वामी रंगनाथाचार्य जी महाराज भी सीहोर आये हुए हैं। जिनके मुखारबिन्द से श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह चल रहा है और आज इसका छटवा दिन था। जहाँ कल धूमधाम से गोवर्धन पूजन की गई और आज इन्द्र देवता ने बरसात कर दी। यहाँ भी बहुत बड़ी संख्या में उपस्थित भक्तों का उत्साह दुगना हो गया। आज कथा में रुकमणी विवाह का आयोजन किया गया था जिसमें माता रुकमणी व श्रीकृष्ण का स्वांग रचे हुए कलाकार जैसे ही कथा स्थल पर पहुँचे पूरा स्थल माता रुकमणी व श्रीकृष्ण के साक्षात दर्शन के स्वरुप को देख अति उत्साहित हो गया। ऊपर से बरसात ने उत्साह दो गुना कर दिया । आज यहाँ रुकमणी श्रीकृष्ण विवाह के दौरान कुछ ने झूम के नृत्य भी किया।
आज लम्बे समय बाद हुई वर्षा से एक बार फिर हर किसी के चेहरे पर चमक नजर आई। विगत सप्ताह भर से उमस, गर्मी से परेशान नागरिकों को जहाँ कुछ चैन मिला वहीं फसलों में नई जान आ गई और इल्लियों से राहत मिली। नगर के व्यापारियों में बरसात को लेकर खुशी नजर आई।
सीवन नदी में एक नई तरंग दौड़ गई, पुन: धार चल पड़ी।
उधर गंज क्षेत्र में तो आज की वर्षा ने जबर्दस्त उत्साह का संचार किया। यहाँ गंज के निचले क्षेत्रों सहित राठौर धर्मशाला चौराहा तक सड़क पर एक फुट तक पानी भरा हुआ था। पूरा गंज पानी से सराबोर था। अधिकांश सड़कें पानी में डूब गई थीं और यहाँ तालाब से बन गये थे। समाचार में संलग् छाया चित्रों से गंज की स्थिति देखी जा सकती है।
ज्ञातव्य है कि अभी तक सीवन नदी में एक भी बड़ी पूर नहीं निकली है जिसके कारण यहाँ पूरी नदी व उसके घांट जलकुंभी से भरे पड़े हैं। जलकुंभी के कारण यहाँ घांट पर कपड़े धोने व नहाने वालों को काफी परेशानी आ रही है। हालांकि आज सीवन नदी के ऊपरी क्षेत्र में भी जोरदार वर्षा होने से सीवन नदी की धार चल पड़ी थी लेकिन इसके बावजूद अभी जलकुंभी बह नहीं पाई है। देखते हैं कब तक एक जोरदार वर्षा होती है।
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दिन दहाड़े पुलिस चौकी से लगे घर में घुसकर चैन खींची
आज दिन दहाड़े दोपहर 12.30 बजे छावनी कस्बा चौकी के पास स्थित एक घर को एक लुटेरे ने अपना निशाना बनाया। चौकी के पास ही रहने वाले प्रतिष्ठित नागरिक श्री गोविंद जाजू जब आज पिछले दिनो हुई घर में गमी से निवृत्त होने के बाद परिवार सहित एक मंदिर दर्शन करने के लिये गये थे तो इधर घर में उनकी बुजुर्ग माताजी अकेली थी। इसका लाभ उठाकर एक लुटेरा घर में प्रवेश कर गया। उसने घर में घुसते ही पहले तो आवाज लगाना शुरु की, ताकि यदि कोई हो तो वह सामने आ जाये वरना वह घर में चोरी कर लेता। लेकिन जब पूय माताजी ने उसकी आवाज सुनी तो वह धीरे-धीरे एक कमरा बाहर आईं, उन्होने देखा एक 25 के करीब उम्र का लड़का पूछा है कि कोई है या नहीं, उन्होने जबाव दिया कि अभी कोई नहीं है तुम बाद में आना। इस पर वह युवक पलटा और बहुत फुर्ती के साथ उसने माताजी के गले में डली सोने की चैन खेंच ली।
लेकिन सौभाग्य माताजी ने भी अपनी चैन पकड़ ली, लेकिन युवक ने झपटा तेज मारा था उसने ताकत लगाकर चैन खीची तो वह टूट गई और आधी चैन उसके हाथ में आ गई जबकि आधी चैन माताजी के हाथ में रह गई। चैन हाथ में आते ही लुटेरा युवक बहुत तेजी से भाग निकला। इस पर माताजी ने बाहर आकर कुछ आवाज भी लगाई लेकिन वह तब तक जा चुका था।
इस प्रकार सरे आम पुलिस चौकी के पास ही एक लुटेरे ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया है, और आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस को इसकी जानकारी होते हुए भी वह ना तो कोई कार्यवाही करने का मन बना पाई ना ही उसने कोई प्रयास किये।
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चैन खींचकर मनाया कृष्ण जन्मोत्सव
प्रसाद वितरण के दौरान जब माखन-मिश्री का प्रसाद बंट रहा था इसी दौरान बहुत संभावित है कि किसी महिला ने ही दो महिलाओं के गले की चैन खींच ली। प्रसाद से निपटने के बाद इन महिलाओं ने जब अपने गले की तरफ ध्यान दिया तो पता चला कि उनकी चैन गायब है।
यहाँ तरुण गर्ग, गर्ग स्टूडियो पान चौराहा की माताजी श्रीमति हेमलता गर्ग के गले की चैन भी किसी ने खेंच ली थी। यह मामला पुलिस को भी बता दिया गया है। इस प्रकार अज्ञात चोर ने चैन खींचकर कृष्ण जन्म उत्सव मना लिया।
उल्लेखनीय है कि यहाँ महिलाओं के बीच यह घटना किसी महिला द्वारा ही की गई थी जिसकी खोजबीन अभी तक नहीं की जा सकी है।
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किसी के सामने कहने से कम होता है भगवान का प्रेम-स्वामी रंगनाथाचार्य जी
सीहोर 26 अगस्त (नि.सं.)। प्रेम अंत:करण की आध्यात्मिक प्यास होती है। भगवान का आपके प्रति प्रेम है तो उसे महसूस करें लेकिन किसी से कहें नहीं। यदि किसी को बताओगे कि भगवान के प्रेम का तुम अनुभव कर रहे हों तो भगवान का प्रेम कम हो जाता है। जैसे दीपक घर के अंदर जलता है किन्तु घर की देहरी पर रखते ही उसकी लौ बिगड़ने लगती है, यदि बाहर रख दें तो दीपक बुझ जाता है इसी प्रकार हमें अपने ह्दय के मंदिर में भगवान के प्रेम रूपी दीपक को रखना चाहिए। यह दीपक सिर्फ भगवान और भक्त के बीच ही जलना चाहिए यदि इसे बाहर निकाला तो प्रेम का दिया बुझ जाएगा।
उक्त आशय के उद्गार स्थानीय बड़ा बाजार में श्री रामानुज मंडल के तत्वाधान में चल रहे श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ महोत्सव में छठवें दिन उौन से पधारे परम पूजनीय संत प्रवर 1008 श्री स्वामी रंगनाथाचार्य जी महाराज, व्याकरण वेदान्ताचार्य श्री रामानुज कोट उौन ने अपनी ओजस्वी एवं अमृतमयी वाणी से बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुजनों को कथामृत का पान कराते हुए व्यक्त किए। स्वामी जी ने कहा कि हर व्यक्ति प्रेम चाहता हैद्व ह्दय की निर्मल अनुभूति का नाम है, प्रेम। प्रेम मनुष्य ही नहीं पशु-पक्षी भी चाहते हैं। किन्तु इस स्वाभाविक वृत्ति का वर्णन नहीं किया जा सकता बस इसे महसूस किया जा सकता है। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की रासलीला का सुंदर चित्रण करते हुए कहा कि भगवान ने साक्षात आनन्द के रूप में जन्म लिया था, इसलिए कहा जाता है कि नंद घर आनन्द भयो जय कन्हैयालाल की, यह नहीं कहा जाता कि नंद घर छोरा भयो, जय कन्हैयालाल की। जब भगवान ने पूर्व जन्म की तपस्या के आधार पर गोपी रूप में आए ऋषि-मुनियों के साथ महारासलीला की तब भगवान शिव भी उसका आनन्द लेने के लिए गोपी का रूप धरकर आए और उन्हें गोपेश्वर महादेव भी कहा गया। स्वामी जी ने कहा कि वे लोग भाग्य शाली हैं जो लौकिक जगत की वस्तुओं को प्राप्त करते हैं लेकिन वे लोग महाभाग्यशाली हैं जिन्हें भगवान से प्रेम प्राप्त होता है। स्वामी जी ने कहा कि भगवान ने पहले ब्रह्मा जी का फिर इन्द्र का और फिर वरूण और तत्पश्चात कामदेव का भी अहंकार अपनी लीलाओं से दूर किया। गोपियां भी जब अहंकार हुआ कि भगवान श्री कृष्ण हमें छोडकर जा ही नहीं सकते तब उन्होंने गोपियों को भी अपने वियोग का अहसास करा दिया। स्वामी जी ने कहा कि भगवान की प्रतिज्ञा वाले वाक्यों को अपने घर में रखना चाहिए ताकि जब मोह-ममता सताए तो उसको पढ़ लें। चीरहरण प्रसंग का भी जिक्र करते हुए स्वामी ने कहा कि चीरहरण का अधिकार भी उसी को है जिसमें चीर बढ़ाने की शक्ति हो। भगवान ने केवल जीवात्मा को परमात्मा के बीच पर्दा हटाने के लिए चीरहरण किया था किन्तु उन्होंने जरूरत पड़ने पर चीर बढ़ाया भी था।
स्वामी जी ने जब आए श्याम सरकार, नंद में राधाजी के साथ तो घुंघरू बाज उठे जैसे अत्यंत सुंदर भजन समेत अन्य भजन सुनाए जिससे श्रोतागण आनन्द मग् होकर नृत्य करने लगे। आज महिलाओं ने जमकर भजनों पर नृत्य किया। श्रीमद भागवत कथा को सुनने पूरे शहर भर से लोग एकत्रित हो रहे हैं। महिलाओं की संख्या श्रोताओं में सर्वाधिक रहती है। श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ महोत्सव के मुख्य यजमान विधायक रमेश सक्सेना ने सभी श्रद्धालुजनों से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर पुण्यलाभ प्राप्त करें।
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मुझे मेरी बीबी दिलाओ हीरा सोना के लिए बेचेन
बताया जाता था कि सोना बाई का पार्षद पिता व भाई इस विवाह से खुश नहीं थे और वे सोना बाई की मर्जी के खिलाफ उसका नात्रा (विवाह) न्य व्यक्ति के साथ पैसा लेकर जबरन कराना चाहते थे इसीलिए उन्होने पहले तो सोनाबाई को अपनी भोली भाली मीठी बातों में फंसाने का षडयंत्र रचा लेकिन सोना बाई अन्य व्यक्ति से विवाह नहीं करना चाहती जब सोनाबाई के पार्षद पिता की ये चाल कामयाब होती नहीं दिखी तो उसने बलपूर्वक अपने अन्य रिश्तेदारों व साथियों की मदद से जब सोनाबाई के परिवार सदस्य घर से बाहर थे तब दिनांक 18 अगस्त 2008 को रामलाल, विजेन्द्र सिंह, अलकुंवरबाई, मौतनबाई, गंगाबाई, देवबाई व अन्य रिश्तेदारों ने मिलकर सोना बाई के साथ मारपीट करके उसका अपहरण करके कहीं छुपा दिया है। अब सोनाबाई को उसका पति हीरालाल द्वारका दर-दर ढूंढा जा रहा है और पुलिस के पास बार-बार जाने के बाद भी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है क्योंकि रामलाल वर्तमान में पार्षद होकर नेता व्यक्ति है। हीरालाल ने अपनी पत्नि को दिलवाने हेतु कई जगह गुहार लगाई है।
इस सम्बंध में जावर पुलिस ने फुरसत को बताया कि हीरालाल मालवीय निवासी जावर का शिकायत आवेदन प्राप्त हुआ है जिसकी जांच की जा रही है जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी हीरालाल ने फुरसत को इस सम्बंध में हस्ताक्षर युक्त विज्ञप्ति भेजी है। शपथ पत्रभी संलग् किया है।
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पूज्य डॉ. सैयदना साहब का उपहार 16 परिवारों को निशुल्क मकान दिये, शहजादा तहखूम भाई सीहोर पधारे
सीहोर 26 अगस्त (नि.प्र.) दाऊदी बोहरा समाज के 52 वें धर्मगुरू डा. सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब (त.उ.श.) द्वारा सीहोर बोहरा समाज के 16 परिवारों को मकान उपलब्ध करवाये गये।
विगत दिवस मुम्बई में आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ. सैयदना साहब द्वारा 16 परिवारों के मुखिया को फ्लेट्स की चाबी सौंपी गई।
एक अन्य कार्यक्रम में शहजादा तहखूम भाई ने सीहोर पहुंचकर लाल फीता खोलकर फ्लेट्स में गृह प्रवेश की रस्म को पूरा किया एवं बिल्डिंग के निर्माण को देखकर संतोष व्यक्त किया।
इस मौके पर बोले हुए आमिल जनाब मुस्तफा भाई ने कहा कि सीहोर बोहरा समाज के 16 परिवारों को जो फ्लेट्स उपलब्ध कराये गये हैं वो सैयदना साहब द्वारा पूरी दुनिया में समाज के आवासहीन परिवारों के लिये चलाई जा रही योजना का एक अंग हैं। अधिकांश परिवारों के लिये अपना स्वयं का मकान एक सपना था, उसे साकार करना संभव हुआ।
इस फ्लेट्स का निर्माण बिजली घर चौराहे के नजदीक किया गया है। हर परिवार को इन फ्लेट्स में एक हाल, एक कमरा, एक किचिन उपलब्ध कराये गये हैं। इन फ्लेट्स में हवा, पानी एवं रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था है। पार्किंग के साथ पानी के लिये भूमिगत टैंक का निर्माण किया गया है। साथ ही हर फ्लेटस में कारपेट, पंखे एवं टयूबलाईट्स भी लगाकर दिये गये हैं। इसके पूर्व शहजादा तहखूब भाई के सीहोर पहुंचने पर आतिशबाजी चलाकर एवं फूलों के गुलदस्ते भेंट कर भव्य स्वागत किया गया।
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कांग्रेस सेवादल का शिविर आज से
27 से 29 अगस्त तक आयोजित इस शिविर का उद्धाटन 27 अगस्त को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेश पचौरी करेंगे, केम्प के प्रभारी कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष राकेश राय है। शिविर में शामिल होने के लिये अनेक पदाधिकारी मंगलवार की शाम शिविर स्थल पर पहुंच चुकें है।
आज बुधवार से शिविर आरंभ होगा, जो तीन दिनों तक चलेगा।
कांग्रेस सेवादल की जिला महिला संगठक जागृति ठाकुर ने बताया कि म.प्र. कांग्रेस सेवादल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विशेष चुनाव प्रशिक्षण शिविर आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का चुनाव प्रचार-प्रसार एवं कांग्रेस सेवादल की प्रभावशाली भूमिका सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
कांग्रेस सेवादल का यह शिविर जिला मुख्यालय पर सुंदर गार्डन पटेल मार्केट में आयोजत किया है, केम्प प्रभारी कांग्रेस सेवादल जिला अध्यक्ष राकेश राय ने शिविर आयोजन के लिये तैयारी पूरी कर ली है। शिविर में शामिल होने के लिये अनेक पदाधिकारीगण सीहोर पहुंच गये है।
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अज्ञात कारणों से मृत्यु
आष्टा 26 अगस्त (नि.प्र.) कल अस्पताल में छापर निवासी शोभा राम की पत्नि शान्ताबाई उम्र 40 वर्ष को इलाज हेतु लाये थे। यहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। अस्पताल की सूचना पर आष्टा पुलिस ने मर्ग कायम कर मृत्यु के कारणों की जांच शुरू की।
पत्नि गायब हुई
आष्टा 26 अगस्त (नि.प्र.)ग्राम काजीखेड़ी निवासी दिनेश मेवाड़ा ने आष्टा थाने में रिपोर्ट की और कहा कि सुबह जब घर पहुंचा तो घर पर उसकी पत्नि नहीं थी खोजा जब नहीं मिली तो रिपोर्ट की आष्टा पुलिस ने गुम इंसान कायम किया है।
डूबने से मौत
आष्टा 26 अगस्त (नि.प्र.) गाजना निवासी बापूलाल मालवीय की 11 वर्षीय बालिका कुमारी रानू की डूबने से मृत्यु हो गई। सूचना के बाद सिद्दीकगंज पुलिस ने मर्ग कायम किया है।
सड़क हादसे में दो घायल
सीहोर 26 अगस्त (नि.सं.)। जिले के आष्टा एवं मण्डी थाना क्षेत्र में ट्रक की टक्कर से दो लोग घायल हो गये पुलिस ने मामले दर्ज कर लिये हैं।
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पर्यूषण के दौरान मांसाहार व्यवसाय बंद हो, ज्ञापन सौंपा
ज्ञापन के साथ माननीय सर्वोच्च न्यायालय का फैसला प्रतिबंधित आदेश की छाया प्रति संलग् है। हिंसा विरोधी संघ द्वारा अपील क्रं. 1684405 व अन्य द्वारा विभिन्न एस.एल.पी. सिविल अपीले मा. सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत की गई थी जिनमें माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अपने निर्णय दिनाँक 14 मार्च 2008 में ऐतिहासिक फैसला पारित कर यह बताया कि मात्र 9 दिनों के लिये कत्लखानों पर प्रतिबंध लगाने से संविधान का कहीं उल्लंघन नहीं होता है व भारत देश एक मिली-जुली संस्कृति का देश है जहाँ अलग-अलग धर्म के मानने वाले लोग रहते हैं व अपने-अपने ढंग से उपासना करते हैं इसमें किसी समुदाय (जैन)की भावनाओं को आदर देते हुए पर्यूषण पर्व के 10 दिन के प्रतिबंध को अनुचित नहीं मानते हुए प्रतिबंध वैध ठहराया तथा फैसले में यह भी उद्धृत किया गया कि जब अकबर राजा द्वारा जैन समाज के संपर्क में आने पर उसके राय में 6 माह का प्रतिबंध लगाया गया था तो वर्तमान में इस प्रकार के प्रतिबंध को कैसे अनुचित कहा जा सकता है तथा इस प्रकार के प्रतिबंध से व्यापार करने के अधिकार को ठेस नहीं पहुँचती हैं यह प्रतिबंध विभिन्न समाज में सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बनाने में भी सहायक होगा। उक्त न्याय दृष्टांत का अनुसरण करते हुए आष्टा ही नहीं अपितु सम्पूर्ण सीहोर जिले में मूक पशुओं के कत्लखाने व संबंधित व्यापार पर्यूषण अवधि में प्रतिबंधित किये जाने के आदेश प्रसारित किये जावें व जैन समाज की भावनाओं से प्रदेश सरकार को अवगत कराते हुए सम्पूर्ण प्रदेश में भी कत्लखानों व संबंधित व्यवसाय पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई।
ज्ञापन का वाचन नगीन जैन एडवोकेट ने एवं संचालन सुशील संचेती द्वारा किया गया। इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ सदस्य सवाईमल बोहरा, कैलाश चन्द्र गोखरु, अशोक देशलहरा, सुरेश भविष्य सुराना, पत्रकार नरेन्द्र गंगवाल, नवरत्न परिवार के प्रदेशाध्यक्ष पवन सुराना, लोकेन्द्र बनवट, दिलीप संचेती, रविन्द्र रांका, उमेश श्रीश्रीमाल, राहुल, प्रताप, रविन्द्र, नरेन्द्र चतरमुथा, विजय देशचंद, बसंत, आलोक, प्रदीप, अंकुर बोहरा, पंकज नाकोड़ा, महेन्द्र, अंकित रुनवाल, मुकेश मेहता, रुपचंद सुशील आनंद रांका, मोहित वेदमूथा, मनीष, नीलेश, सौरभ सुराना, अशोक राका, प्रकाश, विमल मनोज गांग, पुष्पेन्द्र मालू, जितेन्द्र सुराना, शंकर बोडाना, भेरुलाल धनगर सहित अनेकों नागरिक उपस्थित थे।
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गायत्री शक्ति पीठ में श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई
उपस्थित सदस्यों को प्रेरित करते हुए शांति कुंज परिव्राजक द्वारा भगवान श्री कृष्ण के बताये हुए मार्ग पर चलने की आवश्यकता पर बल दिया। पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य का संदेश देते हुए उन्होंने बताया कि भारतीय धर्म की अवतारी चेतना में राम और कृष्ण सूर्य और चन्द्रमा के समान है। श्री राम ने जो आदर्श आचरण प्रस्तुत किये उन्हें परिजन अपने जीवन में धारण करें। श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाना तभी सार्थक होगा कि उनके द्वारा उपदेशित गीता जी जो कि हमारे लिये अनुकरणीय हैं अपने जीवन में अपनाना चाहिये भारतीय संस्कृति मतानुसार पंचगा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि गंगा जल का पान करें, गीता का पाठ करें, गुरू का सम्मान करें, गायत्री मंत्र का जप करें और गौ माता का संरक्षण करें।
गीता जी में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को अपने विराट रूप का दर्शन कराते हुए बताया कि यह प्रत्यक्ष विश्व ही मेरा आकार रूप है। हम सभी भारतीयों को उनके दिये गये उपदेशों को याद कर अपने जीवन में अपना कर समचू विश्व के सामने भारत की उावल छवि को प्रस्तुत करें तभी श्री कृष्ण का जन्म दिवस मनाना हमारे लिये सार्थक होगा।
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राठौर क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष पद पर नरेन्द्र राठौर निर्विरोध चुने गए
चुनाव अधिकारी द्वारा निर्विरोध अध्यक्ष पद के लिये संचालनकर्ता किशन राठौर के माध्यम से आगामी 2 वर्षों के लिये अध्यक्ष पद पर निर्विरोध अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार राठौर पिता स्व. श्री हरीशराम राठौर का नाम घोषित किया गया। साथ ही उन्हें अपनी कार्यकारिणी गठित करने हेतु अधिकृत किया।
मंच व सभा में उपस्थित सभी सम्मानीय बन्धुओं ने सामूहिक रूप से जोरदार करतल ध्वनि के साथ नवनियुक्त अध्यक्ष का स्वागत करते हुये उन्हें बधाई एवं शुभकामनाऐं दी और मिठाई वितरण कर खुशियां बांटी गई।
बधाई देने वालों में प्रमुख रूप से नन्नूलाल, रामसिंह, प्रेम पहलवान, गेंदालाल, मन्नूलाल असैया, गेन्दालाल ईसीवार, कुन्दनलाल जावरोलिया, पुनीत, अमैया पूर्व पार्षद, कमलेश कुमार राठौर विधायक पार्षद, रामचन्दर राठौर महोनिया, किशन राठोर, मुकेश राठौर, प्रदीप कुमार, घनयाम राठौर, शैलेश राठौर, राकेश अल्लूआ, राजेश पेरिया, एस.कुमार राठौर, ओमप्रकाश बाबा, प्रकाश भरोदिया, निर्मल कुमार बीलवार, पवन राठौर पूर्व पार्षद, अर्जुन राठौर पार्षद, अजय कुमार लोकटा, अशोक कुमार राठौर, राजेन्द्र कुमार, गणेशराम राठौर गन्नू, मोहनलाल झलवासिया, रामप्रसाद राजोरिया, राजू राठौर, विवेक राठौर, गोविन्द पहलवान रूपेरिया, विनित राठौर, जितेन्द्र राठौर, लोकेन्द्र राठौर, सोनू चौधरी, संजय भारद्वाज, नेतराम राठोर, राजकुमार राठोर, महेश खरेटियां, कैलाश राजोरिया, सुरेन्द्र रूपेरिया, रामसिंह राठौर, महेश खरेटिया, कैलाश राजोरिया, सुरेन्द्र कुमार रूपेरिया, रामसिंह राठोर, रेपुरिया, नेतराम राजोरिया शामिल थे। चुनाव संचालन समाज के पूर्व महामंत्री किशनलाल राठौर नरवरिया द्वारा किया गया।
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तालीम, तंजीम को लेकर मुस्लिमों को अब जागरूक होने की आवश्यकता
यह बात तहसील चौराह के पास स्थित सरदार अमरजीत हायर सेकेण्डरी स्कूल के सभागार में आयोजित पहली गैर सियासी मुस्लिम कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजिस्थान मुस्लिम एज्यूकेशन सोसायटी के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज डा. आजम बेग ने व्यक्त किए। उन्होने इस मौके पर उपस्थित मुस्लिमों को कुरान-ए-पाक और हदीस के वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अवगत करया। उन्होंने देश के आजादी के आंदोलन में मुस्लिमों की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे खून से सींचकर हमने आजादी प्राप्त की है। आज भी हिन्दुस्तान में तहजीबी विरासत को मुस्लिमों ने समेट कर रखा है।
कांफ्रेंस के अतिथि म.प्र. अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष मो. इब्राहिम कुरैशी ने कहा कि म.प्र. में मुस्लिमों को जागरूक करने के लिए एस.ई.एस ने यह पहल की है। आवश्यकता इस बात की है कि मुस्लिम अब तालीम, तंजीय और तिजारत को लेकर एक गंभीर तरीके से बदलाव की दिशा में बढ़ना होगा। केन्द्र सरकार और शासन की योजनाओं का भी लाभ तभी मिलेगा जबकि हम शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक होकर अपनी तालीमी जरूरतों को पूरा करें।
एम.ई.एस. के कार्यकारी अध्यक्ष मो. डा. एस.ए. फारूखी ने कहाकि मुस्लिम को एक रहकर अब नए बदलाव की और बढ़ना पढ़ेगा। गीवत और अशिक्षा से परे इल्म की रोशनी में समान को तरक्की के पायदान पर आगे बढ़ाना पड़ेगा। आजादी के बाद भी मुस्लिमों की बुनियादी जरूरतों में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुआ जो चिन्ता का विषय है।
इसके साथ ही कांफ्रेंस को शिक्षाविद प्रो. मेहफूज खान, एम. ई.एस. के सहसचिव मो. आरिफ, संयोजक एडवोकेट के.यू. कुरैशी, जिलाध्यक्ष मो शाकेब खान, ए.आर शेख मुंशी आदि ने संबोधित किया।
इससे पहले कांफ्रेन्स की शुरूआत कुरान-ए-पाक की आयातो से हुई। मेहमानों का स्वागत संयोजक एडवोकेट के.यू. कुरैशी, जिलाध्यक्ष मो. शाकेब खान, शाकिर खान, आर.यू. खान, मो. मेहफूज खान, एजाज इलाही सिद्दीकी ने किया। स्वागत बैच एडवोकेट वसीम कुरैशी ने लगाए।
इस मौके पर विभिन्न स्तरों पर श्रेष्ठ कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र मोमेंट सम्मानित होन वालों में मेहफूज अली खान, जमीन हसन सिद्दीकी, डा. नसीमशाह खां, खालिद, डॉ. ए.के. कुरैशी, डा. युनूस खान, सईदुल हसन, मो. सरदार दिलेर खान, मुनीस अंसारी, फैज अंसारी, नवेद पहलवान, सुश्री सुबूही कमाल, सुश्री जुबेदा खान, सुश्री उदेशा बहादुर, डॉ. मो. आजम, अब्दुल उरुफलाला, मेहमूद अंसारी, एच.आर. सिद्दीकी, हाजी वसीम उल्लाह, जफरलाल, आफताब खान, कलीम पठान आदि शामिल हैं।
कार्यक्रम का सफल संचालन नवाब सिद्दीकी ने किया अंत में आभार एम.ई.एस. के जिलाध्यक्ष मो. शाकेब खान ने व्यक्त किया। जिला कांफ्रेंस में जिले भर के मुस्लिम बिदादरी के लोग सैकड़ों की संख्या में सम्मिलित हुए।
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