जावर, 26 दिसम्बर (नि.प्र.) इस वर्ष हुई अल्प वर्षा का असर चौतरफा दिखाई देने लगा है नगर सहित गांवों में अल्प वर्षा के कारण अभी से जल संकट दिखाई देने लगा है वही कम बारिश होने के कारण क्षेत्र में गेहूं की बोवनी काफी कम क्षेत्र में हुई है। जहां कई पहले किसानों ने गेहूं की बुआई भी कर दी थी तो अब उस फसल को पानी नहीं मिल रहा है।
ऐसी स्थिति में इस वर्ष गेहूं का भूसा कम होने की आशंका से क्षेत्र का पशुपालक किसान अभी से चिंतित दिखाई देने लगा है। हालांकि जिले में भूसे की कही कोई कमी नहीं है लेकिन प्रतिदिन क्षेत्र व जिले की सीमा से बाहर के लोग आकर भूसा खरीद कर ले जा रहे हे जिस कारण भूसा मंहगा किने लगा है क्षेत्र के पुशपालकों ने जिलाधीश से जिले से बाहर भूसा ले जाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
पशु पालक राधेश्याम पाटीदार ने बताया कि इस वर्ष अल्प वर्षा के कारण काफी कम क्षेत्र में ही गेहूं की बुबाई हुई है ऐसी स्थिति में आने वाले समय में भूसे का संकट आना स्वाभाविक है।
भाटीखेड़ा के अनिल मालवीय ने बताया कि क्षेत्र में अभी भूसे की कोई कमी नहीं है लेकिन अन्य जिलों से प्रतिदिन लोग आकर क्षेत्र से अधिक कीमत पर भूसा खरीद कर ले जा रहे है जिस कारण स्थानीय पशुपालकों को महंगा भूसा (बगदा) खरीदना पड़ रहा है।