आष्टा 29 मई (नि.प्र.)। धार्मिक शिविरों के आयोजन से व्यक्ति धर्म से जुड़कर ज्ञान भी बढ़ाता है । बच्चो में भी एक अलग उत्साह दिखा । धार्मिक कार्यो के प्रति सभी को सक्रिय रहना चाहिये ।
उक्त उद्गार दस दिवसीय अनेकांत, सम्यग्ज्ञान पर शिक्षण एवं संस्कार शिविर के समापन के अवसर पर श्री दिगम्बर जैन पार्श्वनाथ मंदिर किला पर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री मनु व्यास ने व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे शिविरों से धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है और ज्ञान भी । श्री दिगम्बर जैन समाज के प्रवक्ता एवं समारोह की अध्यक्षता कर रहे नरेन्द्र गंगवाल ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार के शिविर होते रहना चाहिये । भावी पीढ़ी को धर्म का ज्ञान तो मिलता ही है, साथ ही उन्हें संस्कार भी मिलते है, श्री गंगवाल ने आगे कहा कि इस शिविर से बच्चे, बुर्जुग सभी ने जिस उत्साह से भाग लिया वो इस बात का सूचक है कि धर्म के प्रति सभी में आस्था व लगाव बढ़ रहा है। प्रारंभ में समारोह के मुख्य अतिथि श्री व्यास एवं अध्यक्षता कर रहे श्री गंगवाल ने संत शिरोमणी आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रावलित कर समारोह का शुभारंभ किया । अतिथि द्वय का स्वागत समाज के अध्यक्ष पवन जेन एवं महामंत्री मुकेश बड़जात्या ने किया। शिविर के आयोजन पर डा. मगन जैन ने विस्तार से प्रकाश डाला तथा मृदुमन महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमति मोनिका जैन, महेन्द्र जादूगर, कु. नेहा जैन ने भी संबोधित किया ।
मंगलाचरण शरद जैन एवं स्वागत गीत कु . नेहा जैन ने गाया । दस दिवसीय शिविर में क्या सीखा इसको जानने के लिए परीक्षा भी आयोजित कि गई थी , जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय आने वालो का मुख्य अतिथि श्री व्यास एवं श्री गंगवाल ने पुरूस्कृत किया ।
संचालन सुरेन्द्र जैन अलीपुर ने तथा आभार मुकेश बड़जात्या ने व्यक्त किया। इस अवसर पर काफी संख्या में समाज के श्रावक-श्राविकायें उपस्थित थे।
पहली बार इतना उत्साह देखा
इस शिविर को संपन्न कराने वाले ब्रम्ह्चारी संजय भैया ने कहा कि समाज में शिविर के प्रति काफी उत्साह देखा गया । धर्म के प्रति हमें अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिये । शिविर में भाग लेने वाले शिविरार्थी अपने संकल्प को निभाएं तथा समाज को नई दिशा देवें ।
Friday, May 30, 2008
पटवारियों ने पीडित किसानों को ऐसे नुकसान पहुंचाया
आष्टा 29 मई (नि.प्र.)। पाले से प्रभावित किसानों की गेहूं-चने की नष्ट हुई फसलो का निरीक्षण करने पहुचें पटवारियों ने किसानों को अपनी मनमानी का शिकार बनाकर आर्थिक नुकसान पहुचाने की पोल अब जब प्रभावितों को चैक मिल रहे है तब खुल रही है । मैना के कृषक मिश्रीलाल खाती ने तो तहसीलदार आष्टा को अपने हल्के के पटवारी की शिकायत की है।
मिश्रीलाल खाती ने फुरसत को बताया कि उनके 15 एकड़ के चने जल गये पटवारी सर्वे करने आया तो उसने मौके पर ही 80प्रतिशत नुकसान होना पेन्सिल से लिखा लेकिन अब जब चैक मिला तो 15 एकड़ में नष्ट हुई फसल का मात्र 9 हजार रुपये मुआवजा दिया जब पटवारी से बात की तो काफी असभ्यता से पेश आया और कहने लगा कि मै क्या करू कम्प्यूटर की गलती है । मिश्रीलाल खाती का कहना है कि अनकी 80 प्रतिशत से अधिक फसल नष्ट हुई शासन के मापदंड से उन्हें कम से कम 40 से 45 हजार का मुआवजा मिलना चाहिये था । यह तो एक किसान का मामला है ऐसे सैकड़ो किसान तहसील के चक्कर लगा रहे है । जिनका सर्वे के दौरान कुछ लिखा और मुआवजा कम मिला । आष्टा क्षैत्र में पटवारियों की इस हरकत से किसानों को काफी कम मुआवजा मिला है। जो किसानों में रोष का कारण बना हुआ है।
मिश्रीलाल खाती ने फुरसत को बताया कि उनके 15 एकड़ के चने जल गये पटवारी सर्वे करने आया तो उसने मौके पर ही 80प्रतिशत नुकसान होना पेन्सिल से लिखा लेकिन अब जब चैक मिला तो 15 एकड़ में नष्ट हुई फसल का मात्र 9 हजार रुपये मुआवजा दिया जब पटवारी से बात की तो काफी असभ्यता से पेश आया और कहने लगा कि मै क्या करू कम्प्यूटर की गलती है । मिश्रीलाल खाती का कहना है कि अनकी 80 प्रतिशत से अधिक फसल नष्ट हुई शासन के मापदंड से उन्हें कम से कम 40 से 45 हजार का मुआवजा मिलना चाहिये था । यह तो एक किसान का मामला है ऐसे सैकड़ो किसान तहसील के चक्कर लगा रहे है । जिनका सर्वे के दौरान कुछ लिखा और मुआवजा कम मिला । आष्टा क्षैत्र में पटवारियों की इस हरकत से किसानों को काफी कम मुआवजा मिला है। जो किसानों में रोष का कारण बना हुआ है।
गेंग मैन के साथ अभ्रद व्यवहार
सीहोर 30 मई (नि.सं.)। बुदनी थाना पुलिस ने एक रेल्वे के गेंग मेन के साथ मारपीट कर अभ्रद व्यवहार करने वाले चार लोंगो के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार घैघरा बुदनी निवासी हरिसिंह यादव गुरूवार को रेल्वे पुल परर् कत्तव्यरत था तभी शाम साढ़े पांच बजे घै:घरा निवासी उमेश रैल्वे टे्रक की और जाने लगा जिसे हरिसिंह ने रोका तो वह नही माना और उसके साथ अभ्रद व्यवहार कर शासकीय कार्य में बांधा पहुंचाते हुए मारपीट की हरिसिंह जब डयूटी समाप्त होने के बाद शाम को अपने घर आया तो उमेश अपने साथी सुरेन्द्र, मुकेश, मनोज के साथ उसके घर पर पहुंचकर पुन: मारपीट की ।
कल से हेलमेट पहनना जरुरी, होगी कार्यवाही
सीहोर 30 मई (नि.सं.)। पुलिस मुख्यालय के आदेशानुसार प्रदेश में निरन्तर बढ़ रही वाहन दुर्घटनाओं एवं इसके फलस्वरूप मृतकों एवं घायलों की संख्या हो रही अत्याधिक वृद्धि के कारण आगामी माह अगस्त-सितम्बर-अक्टूबर-08 में जिला ईकाई में निम्ानुसार यातायात प्रवर्तन की कार्यवाही तहत प्रभारी तरीके से विशेष अभियान के तहत पुलिस द्वारा संचालित की जावेगी । इस संबंध में जिला पुलिस अधिक्षक ने अपने अधिनस्थ सभी राजपत्रित अधिकारियों, थाना प्रभारियों को अभियान को सफल बनाने हेतू प्रभावी तरीके से कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है ।
खेत में मिली लाश जहर पाया गाया
आष्टा 30 मई (नि.प्र.)। कल जावर थाने के अर्न्तगत आने वाले ग्राम ग्वाला के रहने वाले जिस माखन पुत्र राजाराम की लाश कुर्ली-ग्वाला मार्ग पर मिली थी । खबर है कि उसके पीएम में यह आया है कि उसके शरीर में जहरीले पदार्थ पाया गया पुलिस को शक है कि या तो इसने कुछ खा लिया हो या फिर खेत जाते वक्त किसी जहरीले कीडे ने काटा हो । अभी पुलिस पीएम की प्रमुख रिपोर्ट का इंतजार कर रही है । तभी मृत्यु का सही कारण ज्ञात हो पायेगा ।
पालिका टाटा सूमो सप्लाई करके उन्हे खुश करती हैं
सीहोर 29 मई (नि.सं.)। नगर पालिका में इन दिनों किराये पर ली गई टाटा सूमों चर्चा में है। यह जहाँ अधिकारियों के लिये ऐश का साधन बन गई है वहीं इसकी लम्बी-लम्बी यात्राएं भी चर्चा में है जबकि आये दिन इसकी दूसरे विभाग के लोगों को की जा रही सप्लाई भी चर्चा में रहती है। हालांकि जितने किराये पर यह आई है उससे दुगने के इसके बिल बन रहे हैं लेकिन इतना भ्रष्टाचार को नगर पालिका में आम बात है, इतनी बात के लिये जांच करने का मन तो नगर पालिका अध्यक्ष का भी नहीं होता.....लेकिन खास चर्चा यह है कि यह कोटा तक गई थी तो कौन-से जल स्त्रोतों का भ्रमण करने गई थी....।
पहले गड़बड़ झाले की बात कर लें मसलन नगर पालिका में एक टाटा सूमों जो चर्चाओं में बनी हुई है उसे कब से किराये पर लिया गया है और किस कार्य के लिये उसे किराये पर लाये हैं। असल में जरा-से जल वितरण कार्य के लिये इस टाटा सूमों को नगर पालिका ने किराये पर लिया है ताकि नगर में पेयजल व्यवस्था का लगातार निरीक्षण किया जा सके। सिर्फ इतने कार्य के लिये इस सूमो वाहन को किराये पर लगाया गया है।
अब जांच का विषय यह है कि 1 अप्रैल से नगर पालिका ने जल वितरण के लिये नये सिरे कार्य शुरु किया है, और 1 अप्रैल से ही सारे टेंकर आदि शुरु हुए हैं, लेकिन इस टाटा सूमों के लिये 17 मार्च से ही बिल कटना शुरु होने की जानकारी है। तो फिर करीब 13 दिन पहले यह कैसे किराये पर लगा ली गई है इसकी जांच की जाना चाहिये।
अंदर की गणित जो नगर पालिका के कर्मचारियों के बीच चर्चाओं में है वह यह है कि एक निजी ट्रेवल्स से इसे 300 रुपये प्रतिदिन के किराये पर लिया जाकर इसका प्रतिदिन 550 रुपये का बिल बनाया जा रहा है। यह चर्चा फैलती जा रही है इसकी जांच की जाने की आवश्यकता है। क्या ट्रेवल्स वाले ने वाकई 550 रुपये रोज पर किराये पर दी है या कम पर दी है या कुछ और ही बात है क्योंकि इसमें पूरा डीजल भी नगर पालिका का डलता है।
जल कार्य के लिये लगाई गई टाटा सूमों अब तक नगर पालिका के कितने जल स्त्रोतों का भ्रमण करने गई है यह तो राम ही जाने लेकिन विदिशा, भोपाल से लेकर कोटा तक यह किन कामों से गई थी? इसमें कितना डीजल जलाया गया था ? इसकी भी जांच की आवश्यकता है? क्या नगर पालिका के जिले के बाहर भी जल स्त्रोत है जहाँ इस टाटा सूमों का जाना जरुरी था....?
खास बात यह है कि नगर पालिका के अलावा एक दूसरे विभाग के अधिकारी को खुश करने के लिये यह टाटा सूमो सप्लाई की जाती है क्या यह सच है इसकी जांच की जाने की आवश्यकता है। नगर पालिका में एक टाटा सूमों क्या आई है बस चर्चाओं में बनी हुई है। टाटा सूमों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं रहती हैं। देखते हैं इस टाटा सूमों में डल रहे डीजल और हो रहे काम तथा किराये पर नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय कब तक नजर डालते हैं......।
पहले गड़बड़ झाले की बात कर लें मसलन नगर पालिका में एक टाटा सूमों जो चर्चाओं में बनी हुई है उसे कब से किराये पर लिया गया है और किस कार्य के लिये उसे किराये पर लाये हैं। असल में जरा-से जल वितरण कार्य के लिये इस टाटा सूमों को नगर पालिका ने किराये पर लिया है ताकि नगर में पेयजल व्यवस्था का लगातार निरीक्षण किया जा सके। सिर्फ इतने कार्य के लिये इस सूमो वाहन को किराये पर लगाया गया है।
अब जांच का विषय यह है कि 1 अप्रैल से नगर पालिका ने जल वितरण के लिये नये सिरे कार्य शुरु किया है, और 1 अप्रैल से ही सारे टेंकर आदि शुरु हुए हैं, लेकिन इस टाटा सूमों के लिये 17 मार्च से ही बिल कटना शुरु होने की जानकारी है। तो फिर करीब 13 दिन पहले यह कैसे किराये पर लगा ली गई है इसकी जांच की जाना चाहिये।
अंदर की गणित जो नगर पालिका के कर्मचारियों के बीच चर्चाओं में है वह यह है कि एक निजी ट्रेवल्स से इसे 300 रुपये प्रतिदिन के किराये पर लिया जाकर इसका प्रतिदिन 550 रुपये का बिल बनाया जा रहा है। यह चर्चा फैलती जा रही है इसकी जांच की जाने की आवश्यकता है। क्या ट्रेवल्स वाले ने वाकई 550 रुपये रोज पर किराये पर दी है या कम पर दी है या कुछ और ही बात है क्योंकि इसमें पूरा डीजल भी नगर पालिका का डलता है।
जल कार्य के लिये लगाई गई टाटा सूमों अब तक नगर पालिका के कितने जल स्त्रोतों का भ्रमण करने गई है यह तो राम ही जाने लेकिन विदिशा, भोपाल से लेकर कोटा तक यह किन कामों से गई थी? इसमें कितना डीजल जलाया गया था ? इसकी भी जांच की आवश्यकता है? क्या नगर पालिका के जिले के बाहर भी जल स्त्रोत है जहाँ इस टाटा सूमों का जाना जरुरी था....?
खास बात यह है कि नगर पालिका के अलावा एक दूसरे विभाग के अधिकारी को खुश करने के लिये यह टाटा सूमो सप्लाई की जाती है क्या यह सच है इसकी जांच की जाने की आवश्यकता है। नगर पालिका में एक टाटा सूमों क्या आई है बस चर्चाओं में बनी हुई है। टाटा सूमों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं रहती हैं। देखते हैं इस टाटा सूमों में डल रहे डीजल और हो रहे काम तथा किराये पर नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय कब तक नजर डालते हैं......।
विद्युत है तो पर देते नहीं...ईमानदार बुजुर्ग किसान हैरान परेशान, विद्युत विभाग के कारण फसल सूख रही
सीहोर 29 मई (नि.सं.)। विद्युत मण्डल की लापरवाही से एक बुजुर्ग किसान की फसल सूखने की कगार पर है, 80 वर्षीय किसान की 8 एकड़ की फसल विद्युत होते हुए भी तार नहीं जोड़े के कारण सूखने की कगार पर है। कर्मचारी हैं कि जाकर तार जोड़ते ही नहीं, और इधर जिसके घर के सामने ट्रांसफार्मर लगा है वो इनका कनेक्शन रात को काट देता है ताकि उसके घर में पर्याप्त वोल्टेज मिल सके। इस प्रकार एक किसान परेशान है।
एक तरफ तो शासन किसानों की सुविधाओं के लिये सबकुछ करने को तैयार नजर आता है। तरह-तरह की सुविधाएं व कर माफी तक की जाती है दूसरी तरफ ईमानदार किसान ही परेशान होते रहते हैं। यहाँ समीपस्थ ग्राम पीपलिया मीरा निवासीखुशीराम बाबूजी 80 वर्षीय किसान है जिनका बालक भी विकलांग है, वह स्वयं ही किसी तरह खेती किसान करते हैं, उनके 8 एकड़ जमीन पर सब्जियाँ उगी हुई हैं, विशेषकर लताओं वाली सब्जी है जिसके लिये प्रतिदिन पानी चाहिये। इनका पहले कनेक्शन जिस पटेल वाले ट्रांसफार्मर से था, वह खराब हो गया है अब नेहरु वाले ट्रांसफार्मर से इन्होने कनेक्शन लिया है तो यहाँ दिक्कत आ रही है। नेहरु वाला ट्रांसफार्मर रामप्रसाद बाबुलाल के टयूबवेल के पास लगा है लेकिन वहाँ रामप्रसाद के परिवार वाले आये दिन यह कनेक्शन काट रहे हैं, कल भी उन्होने ऐसा ही किया, उनके घर में पर्याप्त वोल्टेल नहीं मिलने के कारण वह खुशीराम बाबूजी का कनेक्शन काट रहे हैं। इस कारण खासी दिक्कत आ रही है। इन्होने बरखेड़ी सब स्टेशन पर दो बार शिकायत भी कर दी है, लेकिन आपरेटर शिकायत ही नहीं लिखता। यहाँ से एक लाईनमेन झागरिया गया हुआ है तो दूसरा लसूड़िया ग्राम चला जाता है और यहाँ पीपलियामीरा में ग्रामीण परेशान होते रहते हैं। एक ईमानदार जिसके बिल पूरे भरे हुए हैं वह परेशान हो रहा है, उसके जंफर बार-बार काटे जा रहे हैं और दूसरे किसान मजे उठा रहे हैं।
एक तरफ तो शासन किसानों की सुविधाओं के लिये सबकुछ करने को तैयार नजर आता है। तरह-तरह की सुविधाएं व कर माफी तक की जाती है दूसरी तरफ ईमानदार किसान ही परेशान होते रहते हैं। यहाँ समीपस्थ ग्राम पीपलिया मीरा निवासीखुशीराम बाबूजी 80 वर्षीय किसान है जिनका बालक भी विकलांग है, वह स्वयं ही किसी तरह खेती किसान करते हैं, उनके 8 एकड़ जमीन पर सब्जियाँ उगी हुई हैं, विशेषकर लताओं वाली सब्जी है जिसके लिये प्रतिदिन पानी चाहिये। इनका पहले कनेक्शन जिस पटेल वाले ट्रांसफार्मर से था, वह खराब हो गया है अब नेहरु वाले ट्रांसफार्मर से इन्होने कनेक्शन लिया है तो यहाँ दिक्कत आ रही है। नेहरु वाला ट्रांसफार्मर रामप्रसाद बाबुलाल के टयूबवेल के पास लगा है लेकिन वहाँ रामप्रसाद के परिवार वाले आये दिन यह कनेक्शन काट रहे हैं, कल भी उन्होने ऐसा ही किया, उनके घर में पर्याप्त वोल्टेल नहीं मिलने के कारण वह खुशीराम बाबूजी का कनेक्शन काट रहे हैं। इस कारण खासी दिक्कत आ रही है। इन्होने बरखेड़ी सब स्टेशन पर दो बार शिकायत भी कर दी है, लेकिन आपरेटर शिकायत ही नहीं लिखता। यहाँ से एक लाईनमेन झागरिया गया हुआ है तो दूसरा लसूड़िया ग्राम चला जाता है और यहाँ पीपलियामीरा में ग्रामीण परेशान होते रहते हैं। एक ईमानदार जिसके बिल पूरे भरे हुए हैं वह परेशान हो रहा है, उसके जंफर बार-बार काटे जा रहे हैं और दूसरे किसान मजे उठा रहे हैं।
नगर पालिका की दुकानों पर कितनों का है कब्जा ? और कौन नहीं देता किराया..!
सीहोर 29 मई (नि.सं.)। नगर पालिका की सम्पत्तियों पर पालिका से जुड़े कई लोगों ने तथा कुछ नेता किस्म के अड़ीबाज लोगों ने कब्जा कर रखा है। नगर भर में नगर पालिका की अनेक दुकानें बनी हुई हैं इनमें से कई दुकानों पर कुछ नेता लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। जिससे नगर पालिका की सम्पत्ति का ह्रास तो हो ही रहा है बल्कि आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। नगर पालिका के एक कर्मचारी ने ऐसे कुछ अड़ीबाजों से सेटिंग करके उन्हे दुकानें उपलब्ध करा रखी है जिस पर सख्त कार्यवाही की आवश्यकता है।
पूरे नगर में बस स्टेण्ड से लेकर भोपाली फाटक तक और सीहोर टाकीज से लेकर नेहरु कालोनी तक अनेक दुकानें नगर पालिका की बनी हुई हैं। सीहोर टाकीज चौराहा पर बनी दुकानों सहित कुछ अन्य मार्केट में बनी दुकानों पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। यह अवैध कब्जा है जहाँ लोगों ने अपना सामान आदि रख लिया है। कुछ लोग जबरिया कार्यालय बनाये बैठे हुए हैं तो कुछ दुकान चला रहे हैं। ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही करने की आवश्यकता है।
लेकिन कार्यवाही हो भी तो कैसे? जहाँ नगर पालिका के स्वयं के ही अधिकारी ऐसे कामों में सहयोग कर रहे हैं, फालतू के लोगों को झुमाये हुए हैं और उन्हे प्रश्रय दे रहे हैं। एक तरफ यही अधिकारी दूसरे दुकानदारों से किराया वसूली करने पहुँचते हैं और दूसरी तरफ ऐसे लोगों को जबरन नगर पालिका की दुकानों पर कब्जा करवाते हैं। नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय की स्वच्छ छवि के रहते भी ऐसे लोगों को नगर पालिका कर्मचारी प्रश्रय देकर उनकी छवि धूमिल करने में लगे हुए हैं। एक दो दुकानों पर कुछ तत्वों का भी कब्जा होने की जानकारी हैं जो यहाँ गलत कार्य में नगर पालिका दुकानों का उपयोग कर रहे हैं, यदि यह सही है तो फिर नगर पालिका को तत्काल इस पर कार्यवाही करते हुए कब्जा हटवाना चाहिये।
पूरे नगर में बस स्टेण्ड से लेकर भोपाली फाटक तक और सीहोर टाकीज से लेकर नेहरु कालोनी तक अनेक दुकानें नगर पालिका की बनी हुई हैं। सीहोर टाकीज चौराहा पर बनी दुकानों सहित कुछ अन्य मार्केट में बनी दुकानों पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। यह अवैध कब्जा है जहाँ लोगों ने अपना सामान आदि रख लिया है। कुछ लोग जबरिया कार्यालय बनाये बैठे हुए हैं तो कुछ दुकान चला रहे हैं। ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही करने की आवश्यकता है।
लेकिन कार्यवाही हो भी तो कैसे? जहाँ नगर पालिका के स्वयं के ही अधिकारी ऐसे कामों में सहयोग कर रहे हैं, फालतू के लोगों को झुमाये हुए हैं और उन्हे प्रश्रय दे रहे हैं। एक तरफ यही अधिकारी दूसरे दुकानदारों से किराया वसूली करने पहुँचते हैं और दूसरी तरफ ऐसे लोगों को जबरन नगर पालिका की दुकानों पर कब्जा करवाते हैं। नगर पालिका अध्यक्ष राकेश राय की स्वच्छ छवि के रहते भी ऐसे लोगों को नगर पालिका कर्मचारी प्रश्रय देकर उनकी छवि धूमिल करने में लगे हुए हैं। एक दो दुकानों पर कुछ तत्वों का भी कब्जा होने की जानकारी हैं जो यहाँ गलत कार्य में नगर पालिका दुकानों का उपयोग कर रहे हैं, यदि यह सही है तो फिर नगर पालिका को तत्काल इस पर कार्यवाही करते हुए कब्जा हटवाना चाहिये।
तिलक पार्क के सामने खुदे नलकूप की फाईल कहाँ हैं
सीहोर 29 मई (नि.सं.)। तिलक पार्क के आसपास और कस्बा क्षेत्र में पहले से ही नलकूपों थोक में खुदे हैं लेकिन तिलक पार्क के हाल ही में एक बोर कैसे खुद गया यह चर्चा का विषय बन गया है। आखिर इसे खोदने के पहले क्या परिषद की मंजूरी हुई है ? या प्रशासन ने कहा है अथवा अध्यक्ष का हाथ है ? चर्चा है कि इसकी फाईल बिना बने ही काम करा दिया गया है और अब जबरन फाईल बनाई जा रही है ? अगर यह चर्चा सही है स्वच्छ छवि के अध्यक्ष राकेश राय को इस पर कार्यवाही करते हुए भुगतान रोकने की प्रक्रिया शुरु करना चाहिये?
एक ठेकेदार ने हाल ही में ढेर सारे नलकूप खनन कराये हैं, चाहे जैसे चाहे जहाँ नलकूप खनन हुए हैं। इसी क्रम में उनके साथी मित्र को खुश करने के लिये तिलक पार्क के पास भी एक नलकूप खनन करा दिया है। तिलक पार्क का यह नलकून खनन सब और चर्चा में है। असल में इसकी कोई न तो जानकारी दी गई थी ना ही कोई इस जगह पर खुदाई होना थी ना ही कोई फाईल आदि बनाई गई थी। बिना बात ही यहाँ नलकूप खनन कराकर वाहवाही लूटने वालों ने वाहवाही लूट ली और अब भुगतान के लिये भी इसकी फाईल नगर पालिका में पेश की जा रही है। नगर पालिका इस बिना स्वीकृति के नलकूप का भुगतान क्यों करेगी ? यह प्रश् चिन्ह नगर पालिका में पैदा हो रहा है। चर्चा है कि इस प्रकार तो चाहे जो जैसा काम करा लेगा और भुगतान कराता रहेगा तो यहाँ ऐसे ही दादागिरी चलेगी। अगर यह अफवाह जो चल रही है सही है तो फिर नगर पालिका अध्यक्ष को इस और ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि उनकी छवि धूमिल न हो।
एक ठेकेदार ने हाल ही में ढेर सारे नलकूप खनन कराये हैं, चाहे जैसे चाहे जहाँ नलकूप खनन हुए हैं। इसी क्रम में उनके साथी मित्र को खुश करने के लिये तिलक पार्क के पास भी एक नलकूप खनन करा दिया है। तिलक पार्क का यह नलकून खनन सब और चर्चा में है। असल में इसकी कोई न तो जानकारी दी गई थी ना ही कोई इस जगह पर खुदाई होना थी ना ही कोई फाईल आदि बनाई गई थी। बिना बात ही यहाँ नलकूप खनन कराकर वाहवाही लूटने वालों ने वाहवाही लूट ली और अब भुगतान के लिये भी इसकी फाईल नगर पालिका में पेश की जा रही है। नगर पालिका इस बिना स्वीकृति के नलकूप का भुगतान क्यों करेगी ? यह प्रश् चिन्ह नगर पालिका में पैदा हो रहा है। चर्चा है कि इस प्रकार तो चाहे जो जैसा काम करा लेगा और भुगतान कराता रहेगा तो यहाँ ऐसे ही दादागिरी चलेगी। अगर यह अफवाह जो चल रही है सही है तो फिर नगर पालिका अध्यक्ष को इस और ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि उनकी छवि धूमिल न हो।
अवैध मादक पदार्थ गांजा सहित एक गिरफ्तार
सीहोर 29 मई (नि.सं.)। अहमदपुर पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ गांजा सहित एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर एन.डी.पी.एस.एक्ट. की धारा 820 के अर्न्तगत प्रकरण कायम किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को अहमदपुर पुलिस को मुखविर से इस आशय की सूचना मिली की रमेश बैरागी राधाकृष्ण मंदिर में अवैध रूप से गांजा की ब्रिकी कर रहा है । मुखविर की सूचना कि तस्दीक हेतू उप पुलिस अधीक्षक अपने सहयोग स्टाफ के साथ राधाकृष्ण मंदिर पहुंचकर रमेश दास बैरागी की तलाशी ली तो उसके बंडी की जेब से 2345 रुपये नगदी एवं कमरे से एक पन्नी में खुला गांजा वजनी 700 ग्राम एवं दूसरी पन्नी में पुड़ियों में बंधा 600 ग्राम गांजा व वही पर तराजू बांट मिले जिसे जप्त कर आरोपी रमेश दास बेरागी को गिरफ्तार किया गया ।
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