Monday, November 17, 2008

कांग्रेस में सुरेन्द्र,भाजपा में देवेन्द्र, जनशक्ति में लोकेन्द्र पर दारोमदार सुरेन्द्र ठाकुर के आ जाने से कांग्रेस में आई जान

सीहोर 16 नवम्बर (विशेष संवाददाता)। विशाल विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों में फतह हासिल करने और झण्डे गाड़ने के लिये हर पार्टी का मुख्य प्रत्याशी ही अकेला कुछ नहीं कर सकता।  इसके लिये ग्रामीण क्षेत्र के प्रभावी क्षेत्रज्ञ का उपयोग भी पार्टी प्रत्याशी करने को मजबूर रहते हैं। कांग्रेस और भाजपा के अलावा इस बार जनशक्ति के पास भी ऐसे ही ग्रामीण क्षेत्रों के जानकार का महत्व बड़ा हुआ है। यही लोग ग्रामीण क्षेत्रों में क्षेत्ररक्षण करते हुए पाल बांधने और गढ़ सुरक्षित करने का काम कर रहे हैं। लेकिन विगत चार दिनों से कांग्रेस के कद्दावर नेता सुरेन्द्र सिंह ठाकुर की ग्रामीण क्षेत्रों में उपस्थिति ने भाजपा और उसकी बहन जनशक्ति को परेशानी में डाल दिया है। धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस भी मजबूत होने की स्थिति में आने लगी है। विधानसभा चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली सेंधमारी ही सर्वाधिक प्रभाव डालती है। हालांकि अभी शुरुआत है लेकिन आगामी 10 दिनों में कौन क्या करता है किस ग्राम का रुख किस और बढ़ता है....। भाजपा, कांग्रेस और जनशक्ति के भेजे गये यह नेता अपने पक्ष में कितना प्रभाव जमा पाते हैं यह समय आने पर ही पता चल सकेगा....।

      पिछले विधानसभा चुनाव में जिस कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह ठाकुर ने अपनी कुशल रणनीतिक कला और स्वयं के समर्पित विशाल कार्यकर्ताओं बाहुबलि फौज के दम पर पूरे ग्रामीण क्षेत्रों में अपना प्रभाव बहुत अल्प समय में बना लिया था और बहुत लम्बे समय बाद ग्रामीण क्षेत्रों से भी  कांग्रेस अच्छे मत लेकर आई थी उन्ही सुरेन्द्र सिंह ठाकुर ने अचानक कांग्रेस प्रत्याशी अखलेश स्वदेश राय के पक्ष में अपनी वापसी करते हुए मैदान संभाल लिया है। विधानसभा चुनाव में शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र की मजबूती भी एक महत्वपूर्ण मायने रखती है जिसमें प्रारंभ से ही भाजपा प्रत्याशी रमेश सक्सेना का एक तरह से वर्चस्व रहा है लेकिन पिछले चुनाव में जिस ढंग से सुरेन्द्र सिंह ठाकुर ने सेंधमारी की थी उससे सक्सेना को परेशानी आ गई थी। पिछले ही चुनाव में सक्सेना को पसीने आ गये थे और उन्हे अत्याधिक कड़ी मेहनत ग्रामीण क्षेत्रों में करना पड़ गई थी।

      हालांकि सक्सेना के पक्ष में यह अच्छी बात थी कि वह सत्ता के विरोध में भाजपा प्रत्याशी थे और कांग्रेस के विरोध में ग्रामीण क्षेत्रों तक लहर चल रही थी उस पर पूरे मध्य प्रदेश में उमाश्री भारती की छत्रछाया भी कायम थी जिसके चलते भाजपा की लहर अंत तक चलती रही और ग्रामीण क्षेत्रों से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह द्वारा मतदाताओं की भारी तोड़-फोड़ कर लिये जाने के बावजूद भाजपा की जीत हो गई थी हालांकि वह जीत का अंतर इतना कम था कि भाजपा प्रत्याशी ने सार्वजनिक रुप से इसे स्वीकारते हुए कहा कि आश्चर्य है कि हम 5-5 साल तक ग्रामीण क्षेत्रों में हर दिन जाते हैं और एक बाहरी प्रत्याशी 6 माह पूर्व से आकर इतने अधिक मत ले जाता है। निश्चित रुप से सुरेन्द्र सिंह ठाकुर की कुशलता पर सवालिया निशान लगाना मुश्किल बात है। ऐसे में अब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष  सुरेश पचौरी द्वारा सीहोर के लिये कद्दावर नेता सुरेन्द्र सिंह ठाकुर को अपने साथ उड़नखटोले में लाकर ससम्मान सीहोर के लिये काम करने का कहना कहीं ना कहीं ठाकुर के लिये तो उत्साहित करने वाली बात है ही बल्कि कांग्रेस में भी इसने नई जान फूंक दी है। अब कांग्रेस का ग्रामीण क्षेत्र का दारोमदार सुरेन्द्र सिंह ठाकुर के नेतृत्व में चल रहा है।

      इधर भारतीय जनता पार्टी के बाहुबलि विधायक रमेश सक्सेना की ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँच से इंकार करना ही बेमानी है। पिछले दिनों नामांकन दाखिले के समय निकले उनके रेले इस बात को सिध्द भी कर दिया था लेकिन ग्रामीण क्षेत्राें का दारोमदार उनके जिस भतीजे देवेन्द्र सक्सेना के हवाले माना जा रहा है, और देवेन्द्र ने जिन ग्रामों में डेरा डाल लिया है वह वहाँ इस बार कितना प्रभाव डाल पाता है इसको स्पष्ट कहना अभी मुश्किल है। सक्सेना के पक्ष वाले ग्रामाें में ही देवेन्द्र अपने डेरे को डाले हुए है, देवेन्द्र के स्वभाव के आगे सुरेन्द्र सिंह ठाकुर का वजनदार व्यक्ति बहुत मायने रखता है वहीं देवेन्द्र इस चूंकि जनपद अध्यक्ष रहते हुए अपनी कार्यप्रणाली से बहुत कम लोगों को खुश रख सके ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के लिये भाजपा द्वारा छोड़ दिये देवेन्द्र की क्या स्थिति बनाकर लाते हैं यह स्पष्ट कहना मुश्किल है। लेकिन यह बात सही है कि देवेन्द्र सक्सेना ग्रामीण क्षेत्रों में लम्बे समय से सक्रिय रहते हैं। अब देखते हैं वह अपने वोट बैंक को सुरक्षित रख पाते हैं अथवा अंत में खुद विधायक रमेश सक्सेना को ही ग्रामीण क्षेत्रों की और कूच करना पड़ेगा। असल में लम्बे समय से ग्रामीणों में यह अफवाह लम्बे समय से प्रचलित होने लगी है कि देवेन्द्र को रमेश सक्सेना ने ग्रामीणों के लिये छोड़ देते हैं क्योंकि देवेन्द्र ग्रामीणों को सही तरह से हांक कर, डरा-धमका कर मनचाहे वोट ले सकते हैं, इस अफवाह का देवेन्द्र के कार्य पर विपरीत असर भी पड़ता है लेकिन जो भी हो भाजपा ने अभी देवेन्द्र को ही तिलक लगाकर ग्रामीण क्षेत्रों में फतह हासिल करने के लिये छोड़ा है, यह बात सर्वविदित है।

      इधर भाजपा से कुपित ग्रामीणों पर लम्बी सेंध मारने की फिराक में जनशक्ति ने विगत दो-ढाई साल से धीरे-धीरे कछुआ चाल से ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पैठ बनाना शुरु कर दी थी। बहन उमाश्री भारती के दुख-दर्द को समझाकर उनके पक्ष में बहुत धीमे-धीमें ग्रामीणों को मोड़ते हुए चुनाव की तैयारी में जनशक्ति के नेता लोकेन्द्र मेवाड़ा लगे हुए थे। लोकेन्द्र मेवाड़ा भी ग्रामीण नेता हैं और पूर्व में चूंकि वह सक्सेना के साथ लम्बे समय तक रहे हैं इसलिये ग्रामीण क्षेत्रों कहाँ कैसे सेंधमारी करना है और किस कला का उपयोग किया जाना है यह उन्हे बखूवी आता है।

      जनशक्ति के लिये आज भी लोकेन्द्र मेवाड़ा ग्रामीण क्षेत्रों की पूरी व्यवस्था संभाले हुए हैं लेकिन इनके लिये भी कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रत्याशी सुरेन्द्र ठाकुर का आ जाना एक विशेष समस्या बन गया है। जनशक्ति ने भाजपा विरोधियों पर डोरे डाले थे ठाकुर के आ जाने से वापस यह विरोधी ठाकुर के पाले में जाते हुए नजर आने लगे हैं। ठाकुर ने आते ही बहुत तेज गति से पाल बांधना शुरु कर दी है।

      कांग्रेस के सुर, भाजपा के देव और जनशक्ति के लोक यह तीनों ही इन्द्र, इस समय इन्द्रशक्ति के रुप में तीनों के लिये अमृत का काम करने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस के सुर+इन्द्र ने आते ही प्रभाव दिखाया है, भाजपा के देव+इन्द्र का वज्र प्रभावी है और भयाक्रांत करता है तथा जनशक्ति लोक+इन्द्र ऐरावत पर सवार शांति का दूत बनकर उमाश्री के लिये आशीष मांगता नजर आ रहा है। तीनों ही इन्द्र अपनी-अपनी अलग कलाएं ग्रामीणों पर आजमा रहे हैं।

      कौन-कितना जादू बिखेरता है...कौन कितना प्रभाव जमाता है...कौन क्षेत्ररक्षण में कुशलता दिखाता है.....कौन चक्रव्यूह रचकर दूसरे का प्रवेश रोकता है....कौन मोहिनी डाल पाता है... यह तो वक्त ही बतायेगा। लेकिन तीनाें ही प्रमुख पार्टियों के तीन इन्द्र इस समय सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य में जुटे हुए हैं और इन पर पार्टी का महत्वपूर्ण दारोमदार भी टिका है।

 

कांग्रेस के लिये जोधाराम गुर्जर और भाजपा के लिये कमलछाप कांग्रेसी का भी महत्व...

     सीहोर। भाजपा और कांग्रेस के लिये सुरेन्द्र सिंह ठाकुर व देवेन्द्र सक्सेना के अलावा दो और महत्वपूर्ण नेता काम कर रहे हैं जिनका उल्लेख किये बिना ग्रामीण क्षेत्रों की बात बेमानी प्रतीत होती है। कांग्रेस में सुरेन्द्र सिंह ठाकुर के आने के साथ ही जोधाराम गुर्जर पूर्व विधायक की वजनदार उपस्थिति ने कहीं न कहीं कांग्रेस का प्रभाव बढ़ा दिया है। जोधाराम गुर्जर भी कांग्रेस के लिये एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे। असल में सीहोर के ग्रामीण क्षेत्राें में गुर्जर पूर्व में घूम चुके हैं और उन्हे अपने समाज के लोगों पर कसावट करने में जरा-भी दिक्कत आने वाली नहीं है। जोधाराम गुर्जर चूंकि पूर्व विधायक हैं इसलिये उनकी राजनैतिक सूझबूझ पर संदेह किया जाना गलत हो सकता है।  वहीं भाजपा के लिये एक कमल छाप कांग्रेसी नेता जिनसे पिछले दिनों भाजपा विधायक की लम्बी बातचीत के किस्से अब आम हो चुके हैं उन्होने मोर्चा खोल रखा है। कमल छाप कांग्रेसी नेता अपने साथ और अन्य कमल छाप कांग्रेसियों को ले जा रहे हैं और बार-बार ग्रामीणों को कमल पर मोहर लगाने के लिये कसमें दे रहे हैं। इनका प्रभाव कितना ग्रामीणों पर पड़ता है यह तो वक्त ही बतायेगा, लेकिन भाजपा ने इन्हे काम सौंपा है तो निश्चित ही कुछ सोच समझकर उपयोग किया जा रहा है।




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अंतत: जसपाल अरोरा भाजपा में शामिल जसपाल समर्थक भाजपाईयों में छाई खुशी, भाजपा कार्या. में मिठाई बंटी

सीहोर 16 नवम्बर (नि.सं.)। कांग्रेस के दमदार नेता और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने आज अंतत: कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में आस्था जाहिर कर दी। भोपाल में देर रात 11 बजे मुख्यमंत्री निवास पर शिवराज सिंह चौहान ने उन्हे माला पहनाकर स्वागत किया और कहा कि अब हम साथ हैं, तुम्हे हमारा साथ देना हैं, सीहोर ही नहीं बल्कि बुदनी की जिम्मेदारी भी लो, करीब डेढ़ सौ समर्थकों के साथ अनेक वाहनों का काफिला लेकर आज जसपाल सिंह अरोरा शाम से ही भोपाल की और कूच कर गये थे। मुख्य-मंत्री निवास पर जाकर अरोरा को कुछ देर रुकना पड़ा। आज मुख्यमंत्री की विधायकों के साथ बैठक थी। उधर विधायक रमेश सक्सेना भी भोपाल में ही थे। रात करीब 10.30 बजे शिवराज सिंह चौहान निवास पर पहुँचे यहाँ उन्होने जसपाल से बातचीत की और उनके कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने पर बधाई देते हुए माला पहनाकर स्वागत किया। रात फुरसत सूत्रों के अनुसार जसपाल अरोरा को मुख्यमंत्री ने सीहोर व बुदनी में काम करने की बात भी कही। इधर सीहोर बड़ा बाजार भाजपा कार्या. पर मिठाई वितरित हुई है। भाजपा के जसपाल समर्थकों में खुशी छा गई है।

मैं इछावर से रिश्ता जोड़ने आया हूं-कमलनाथ

वर्षों बाद कांग्रेस की सभा में दशहरा मैदान खचाखच भराया

      सीहोर 16 नवम्बर (नि.सं.)। मध्य प्रदेश मूल्यों का प्रदेश है। यहां की संस्कृति मूल्यों की संस्कृति है। ऐसे प्रदेश में भाजपा की सरकार ने पांच वर्षो के शासन में जनता के विश्वास को छलनीकर बस भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। जो कुछ भी थोड़ी योजनाएं मध्य प्रदेश में चली वह बस केन्द्र सरकार की योजनाऐं थी। मैं आज कांग्रेस प्रत्याशी और मेरे छोटे भाई बलवीर तोमर के लिए वोट मांगने ही नहीं बल्कि इछावर से एक रिश्ता जोड़ने आया हूं। मैं विश्वास दिलाता हूं कि इस रिश्ते में कभी खटास नहीं आने दूंगा।

      यह उदगार रविवार को इछावर के दशहरा मैदान में हजारों की संख्या में एकत्रित कांग्रेस कार्यकर्ता और कांग्रेस प्रत्याशी डा. बलवीर तोमर के समर्थकों के बीच आयोजित ऐतिहासिक चुनावी आम सभा को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय वाणिजय और उद्योग मंत्री कमलनाथ ने व्यक्त किए।

      ऐतिहासिक आमसभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ ने आगे कहा कि कांग्रेस की नीति नीयत और सोच हमेशा स्पष्ट रहा है जबकि भाजपा ने धर्म और जाति के नाम पर भाई को भाई से अलग कर बस वोट की राजनीति की है। मध्य प्रदेश में शिवराज की सरकार ने हर वर्ग को स्वन्न दिखाकर उन्हें तबियत से छला है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आने वाली कांग्रेस की सरकार इस प्रदेश की तकदीर और तस्वीर दोनों को बदल देगी।

      इस मौके पर संवेदनाओं के सागर माने वाले वाले केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं बलवीर तोमर के लिए वोट मांगने तो आया हूं मगर आपसे और आपके क्षेत्र से एक जीवन भर का रिश्ता भी जोडने आया हूं। आने वाली 27 तारीख को आपको कांग्रेस के पंजे पर बटन दबाकर इछावर क्षेत्र में महापरिवर्तन की एक नई शुरुआत करनी है।

      सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीज कुरैशी ने कहा कि हम इस बार बलवीर तोमर को ऐतिहासिक मतों से विजय दिलवाकर विधानसभा में भेजेंगे। बस हमे केन्द्रीय मंत्री के रूप में मौजूद म.प्र. के भविष्य माने वाले वाले कमलनाथ से यह कहना चाहता हूं कि वह इछावर क्षेत्र के छले हुए मतदाताओं को आशीर्वाद प्रदान करें। पूर्व मंत्री श्री कुरैशी ने कहा कि वर्ष 1978 में इसी इछावर ने एक नए इतिहास रथ था जबकि इंदिरा जी के नेतृत्व में यहां प्रदेश की पहली जिला कांग्रेस कमेटी का गठन हुआ था। इस क्षेत्र में शत प्रतिशत विद्युतीकरण, तालाब तथा विकास के सभी काम मेरे कार्यकाल में हुए थे। अब मेरे स्‍वप्‍नों को डा. बलवीर तोमर पूरा करेंगे बस इसके लिए सभी को 27 तारीख को हाथ के पंजे पर बटन दबा कर उन्हें प्रचण्ड मतों से विजयी बनाना पडेगा।

      इस अवसर पर कांग्रेस के योग्य जुझारू तथा कर्मठ प्रत्याशी डा. बलवीर तोमर ने भी संबोधित किया। उन्होने कहा कि मुझे क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद चाहिए। इसके लिए 27 तारीख को सूरज की पहल किरण के साथ हाथ के पंजे पर बटन दबाकर मुझे विजयी बनाइए।

      इससे पहले केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ, पूर्वमंत्री अजीज कुरैशी का स्वागत ब्ला कांग्रेस अध्यक्ष उषा चौहान, शंकरलाल साबू, कमर खां मन्सूरी, अनीस कुरैशी, बंशी पहलवान, प्रभु बड़ोदिया, सुनील चांडक, चन्दरसिंह वर्मा, दिलीप सिंह वर्मा, बाबूलाल जाट, मनोहर वर्मा, लीलाधर वर्मा, प्रहलाद सिंह भगत, लखन लाल वर्मा, मदनलाल इटावा, अहमद खां खैरी, जितेन्द्र परिहार, संतोष गुप्ता, नरेन्द्र मकरैया, हरिसिंह परमार, देवीसिंह परमार, सरदारसिंह, अनिल राठौर, दिवाडिया गजराज सिंह, विष्णु मेवाडा, मानसिंह मेवाड़ा, भूपेन्द्रसिंह सिसोदिया आदि ने स्वागत भाषण ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कु.उषा चौहान ने दिया जबकि आभार रामदयाल परमार ब्लाक कांग्रेस सीहोर के अध्यक्ष ने किया। इस सभा को अन्य वरिष्ठ कांग्रेसियों ने सम्बोधित किया। सुरेश विश्वकर्मा, मुशरफ पठान, शेरउल्ला, लक्ष्मण सालीखेडा, हाजीलतीफ खान, दौलतसिंह ठाकुर आदि।

 

 

भाजपा एवं निर्दलीय प्रत्याशी के प्रचार वाहन  के खिलाफ प्रकरण बने

      आष्टा 16 नवम्बर (नि.सं.)। भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी रणजीत सिंह गुणवान एवं निर्दलीय प्रत्याशी श्रीमति रम्बा धनवाल के प्रचार वाहन जिन पर लाउडस्पीकर व झण्डे स्वीकृति से अधिक लगे पाये जाने पर पुलिस ने भाजपा प्रचार में लगी जीप क्रमांक एमपी 09 व्ही 3325 के चालक गोकुल पुत्र प्रेम के खिलाफ धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज किया।

      वहीं निर्दलीय प्रत्याशी के प्रचार में लगी वाहन जीप क्रमांक 6197 के चालक ज्ञान सिंह पुत्र फूल सिंह के खिलाफ भी धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।

जमीन विवाद में मुरावर में झगड़ा एक गंभीर घायल

आष्टा 16 नवम्बर (नि.सं.)। आज जावर थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम कुरावर में एक पुत्र ने अपने काका-काकी के साथ मिलकर अपने पिता को जमीन विवाद में लाठी और कुल्हाड़ी से हमला कर गंभीर रुप से घायल कर दिया। जिन्हे सीहोर अस्पताल में रवाना किया गया।  पुलिस के अनुसार घायल पुत्र रामप्रसाद पुत्र माधो सिंह निवासी मुरावर की दो पत्नियाँ हैं बड़ी पत्नि के पुत्र बलवान ने 15 दिन पहले अपनी माँ के साथ मारपीट की थी। इस पर पिता राम प्रसाद ने जब आज उक्त मारपीट के बाद अपनी जमीन बेचने की बात कही जो बलवान को नगवार गुजरी। बलवान ने अपने काका मोती एवं अपनी काकी चिंता बाई के साथ अपने पिता रामप्रसाद को लट्ठ एवं कुल्हाड़ी से मारकर गंभीर रुप से घायल कर दिया। बाद में इन्हे अस्पताल भेजा गया।

 

जीप ने टक्कर मारी, युवक की मौत

      आष्टा 16 नवम्बर। आज सुबह साढ़े 12 बजे इन्दौर भोपाल मार्ग पर भीलखेड़ी फार्म हाउस के सामने दुकान की वसूली करके लौट रहे मुनिम विनोद कुमार जैन को जो की मोटर साईकिल पर थे, जीप क्रमांक एमपी 09 एच.ए.8449 के चालक ने वाहन को तेजी व लापरवाही पूर्वक चलाते हुए टक्कर मार दी। जिससे वसूली पर जा रहे विनोद जैन गंभीर रुप से घायल हो गये। इन्हे उच्च इलाज के लिये भोपाल हमीदिया अस्पताल भेजा गया था लेकिन गंभीर रुप से घायल होने के कारण विनोद जैन की इसी अस्पताल में मृत्यु हो गई। थाना प्रभारी ने बताया कि सूचना मिलते ही उक्त जीप की घेराबंदी की तथा उसे पकड़ लिया गया है।

 

करमनखेड़ी 15 दिनों से अंधेरे में दूसरे गांव से पानी लाना पड़ रहा

      जावर 16 नवम्बर (नि.सं.)। नजदीकी ग्राम करमनखेड़ी में विगत पन्द्रह दिनों से अंधेरा छाया हुआ है जिस कारण लोगों को कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ग्राम के सवाई सिंह ने बताया कि करमनखेड़ी की गांव की बिजली जिस डी.पी. से सप्लाई हो रही थी वह 28 अक्टूबर से जली पड़ी है इस कारण पूरे गांव में विगत पन्द्रह दिनों से अंधेरा छाया हुआ है। गांव की बिजली सप्लाई बंद होने से ग्रामीणों को कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड रहा है अनाज पिसवाने तक दूसरे गांव जाना पड़ता है इसके अलावा पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है गांव में लगे हेन्डपंप  कम वर्षा होने के कारण ठीक से पानी नहीं दे रहे है मजबूरी में लोगों को दूर जंगलों के टयूबवेलों से पीने का पानी लाना पड़ता है। वहां की बिजली रहती है तो ठीक नहीं तो बिजली आने का इंतजार करना पडता है ग्रामीणों ने गांव की जली पडी डी.पी. की जगह नई डी.पी. लगाने की मांग की उधर मण्डल के ए.ई. आर.एस. मालवीय का कहना है कि करमनखेडी गांव की डी.पी. जलने की जानकारी मेरे नालेज में नहीं है यदि ऐसी बात है तो पता करता हूं।

 

ट्रक ने मारूती को टक्कर मारी चार घायल

      जावर 16 नवम्बर (नि.प्र.)। इन्दौर भोपाल राजमार्ग पर गैस एजेन्सी के पास इन्दौर तरफ से आ रहे ट्रक ड्राइवर ने तेजी व  लापरवाही पूर्वक चलाते हुए मारूति वेन को टक्कर मार दी जिससे वेन में बैठे चार लोगों को चोटे आई। थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरु वार की शाम पांच बजे इंदौर भोपाल राजमार्ग पर स्थित मनीष गैस एजेन्सी के पास इंदौर से भोपाल आ रहे ट्रक क्रमांक एमपी 04 एफ 8738 के चालक ने भोपाल से इन्दौर जा रही मारूति वेन क्रमांक एमपी 09 एच. 3991 को तेजी व लापरवाही पूर्वक चलाते हुए टक्कर मार दी जिससे मारूति रोड साइड खन्ती में जा गिरी और मारूति में बेठे इंदौर निवासी संतोष बडगैया पंकज पंचोली को मामूली चोटे आई बाद में जिन लोगों को चोटे आई वह खुद ही इंदौर इलाज करवाने के लिए चले गये पुलिस ने पिपलदा, खुडेल इंदौर निवासी गोपाल पिता जगन्नाथ पटेल की रिपोर्ट पर ट्रक चालक के खिलाफ के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया।

 

बोल्टेज की कमी से जल रही है जल मोटरे

      आष्टा 16 नवम्बर (नि.प्र.)। खेतों पर कहने को तो किसानों को 6 से 7 घंटे बिजली दी जा रही है अनेको क्षेत्रों में बिजली मिल भी रही हे लेकिन बोल्टेज बिलकुल कम आने से जल मोटरे उठ ही नहीं रही है वही अनेको किसानों की जल मोटरे कल बोल्टेज के कारण लगातार जल रही है जिन किसानों को बागैर और किलेरामा फीडर से बिजली दी जाती है।

      इस तरफ के अनेको किसानों की शिकायतें है की उन्हें बिजली उतनी नहीं मिल रही है जितनी मिलना चाहिये और अन्य क्षेत्रों में मिल रही है वोल्टेज भी इन क्षेत्रों में काफी कम आने से लगातार किसानों की मोटरे जल रही है। म.प्र. विद्युत मंडल के अधिकारियों से मुगली क्षेत्र के किसानों ने मांग की है कि किलेरामा और बागैर क्षेत्र के जो फीडर है यहां जो आव्यवस्थ है उसे सुधारा जाये