Monday, October 20, 2008

चुड़ेल की छन-छन करती आवाज से छुपे रहे मोहल्ले वाले, चोर कमाल दिखा गये

         सीहोर 19 अक्टूबर (घुमक्कड़)। छन-छन-छन करती पायल की आवाज, सायं-सायं करती हवाएं, मोहल्ले में बने कुएं की मुंडेर पर किसी साये का वास नजर आना और उसके बाद कुएं के अंदर से किसी के रोने की आवाज और इसके बाद कुएं के पानी में होने वाली हलचल, रात का अंधेरा और रह-रहकर कुत्तो का भौंकना... इतना सबकुछ काफी एक मोहल्ले में चुडैल की उपस्थिति और उसके आतंक को बनाने के लिये।

      जी हाँ एक चुड़ेल इन दिनाें नगर के मध्य गंज में एक मोहल्ले में प्रकट हो गई है। यहीं मोहल्ले में स्थित एक कुएं पर इस भूत चुड़ेल की उपस्थिति का कई लोगों को आभास होने लगा है। कुछ दिनों पूर्व एक कुएं में एक महिला डूबने की घटना के बाद यह अफवाह बहुत तेजी से फैलाई जाने लगी है कि रात के समय यहाँ किसी महिला भूत की उपस्थिति नजर आती है। कई मोहल्लों में कु ए के पास भूतनी या चुड़ेल का आभास करते लोग रात अंधेरा होते ही घर के अंदर चले जाते हैं और फिर बाहर कुछ भी हो....किसी भी तरह की आवाज आये....कोई भी हलचल हो इन्हे यही लगता है कि हो सकता यह आवाज उस चुडेल या भूतनी द्वारा ही की जा रही होगी।

      कुछ चोर-उचक्के किस्म के लोगों ने इस अफवाह को फैलाने में यादा महत्वपूर्ण काम किया है। वह नये-नये किस्से भूत और चुड़ेल के दिनभर मोहल्ले में करते हैं, कुछ साया आदि दिखने की बातें, कुएं के पास कुछ नजर आने की बात किया करते हैं। जिससे इस एक मोहल्ला विशेष में तो आजकल रात होते ही सुनसान हो जाता है। लोग घरों के अंदर चले जाते हैं। इसी का लाभ उठाकर इन चोर-उचक्कों ने बड़ा लम्बा हाथ मार दिया है। दो दिन पूर्व जब अज्ञात भय से पूरा मोहल्ला घर के अंदर छुपा हुआ था अज्ञात चोरों ने यहीं बन रहे एक मकान की सेंटिंग की करीब 60-70 लोहे की प्लेट जिनमें प्रत्येक का वजन करीब 20 किलो था। सारी की सारी प्लेट उठाकर अज्ञात चोर ले गये। इन्होने बन रहे नये मकान से आराम से प्लेट उठाई। इसकी आवाज भी लोगों की आती रही लेकिन वह घर के अंदर से ही सोचते रहे कि हो ना हो बाहर कोई आत्मा इस तरह की आवाजें कर रही है...इसलिये मोहल्ले के लोगों ने बाहर झांकना भी उचित नहीं समझा। चद्दरों को आवाज को लोग चुड़ेल की आवाज समझते रहे और चोरों ने अपना कमाल दिखा दिया। दूसरे दिन मकान मालिक ने सुबह देखा तो वह हक्का बक्का रह गया। पुलिस को शिकायत की और अब जांच जारी है। 

भगवान के चढ़ावे के नाम पर सोने की अंगूठी निकलवा ली

      सीहोर 19 अक्टूबर (नि.सं.)। दिन के ठीक 12 बजे बड़ा बाजार सत्तनारायण मंदिर के पट बंद कर मंदिर पुजारिन श्रीमति पारिख जाने की तैयारी में ही थी कि अचानक दो युवक मोटर साईकिल से आये और मंदिर पर चढ़ने लगे। बंद दरवाजे देख उन्होने पुजारिन से कहा कि कृपया दरवाजे खोल दें हमें अंदर दर्शन करना हैं, 50-50 के दो नोट भी इन्होने निकालते हुए कहा कि हमें रुपये भी चढ़ाने हैं।

      सहज भाव में पुजारिन ने बकायदा मंदिर खोला दिया और वह अंदर आ गये। मंदिर में प्रवेश करते हुए ही इन युवकों ने अचानक अपने जेब तलाशना शुरु कर दी। एक दूसरे की जेव की दिखाई फिर दोनो ने जेब देखी फिर आश्चर्य के भाव चेहरे पर इन दोनो युवकों ने पैदा किये और कहा अरे कहाँ गई ? जेब में तो है ही नहीं....सोने की अंगूठी...। फिर दूसरे ने कहा लगता है कि वो घर पर ही रह गई।

      तब इन्होने मंदिर की पुजारिन से कहा कि हमें भगवान को एक सोने की अंगूठी चढ़ाना थी, जो हम घर भूल आये हैं। कल हमारी दुकान का उद्धाटन है, इसके पूर्व अंगूठी चढ़ाना थी। अब क्या करें ऐसा कीजिये आपके  हाथ में जो अंगूठी है कृपया वह उतारकर हमें दे दीजिये, हम इसे भावना से चढ़ा देते हैं ताकि हमारी अर्जी हो जाये, कल दुकान खुलने के बाद फिर वो नई अंगूठी भी चढ़ा जायेंगे।

      एक रुमाल भी इस दौरान इन दोनो युवकों ने निकाल लिया और हाथ में ले लिया। पुजारिन ने सहज भाव में अंगूठी निकालकर इन्हे दे दी जो इन्होरे रुमाल पर रखते हुए उसे भगवान को चढ़ाने का उपक्रम किया। इसके बाद धोक दिये और बहुत तेजी के साथ मंदिर के बाहर निकल गये।

      उधर इनके बाहर निकलते-निकलते ही पुजारिन ने तत्काल उठकर भगवान के चरणों में चढ़ी अंगूठी और रुमाल देख डाला। पता चला उसमें अंगूठी तो थी ही नहीं। वह वहीं से चिल्लाई कि अंगूठी कहाँ है।

      इधर एक युवक ने मोटर साईकिल चालू कर ली थी दूसरा युवक वाहन पर बैठ पाता इसके पूर्व ही पुजारिन ने आवाज लगा दी तब मजबूरन घबराये दोनो युवक जिन्होने बड़ी ही चालाकी के साथ अंगूठी गायब कर दी थी उसे वहीं मंदिर में छोड़कर यह भाग निकले। युवकों ने 50-50 के नोट भी मंदिर में नहीं चढ़ाये।

      इस प्रकार आज मंदिर में चढ़ावे को लेकर एक नये ही ढंग से ठगों ने अपना कमाल दिखाया लेकिन वह कुछ कर नहीं पाये। 

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गद्दार और फर्जी प्रत्याशी बर्दाश्त नहीं होगा- कांग्रेसजन, कांग्रेस नेताओं ने की प्रत्याशी को लेकर बैठक

सीहोर 19 अक्टूबर (नि.सं.)। रविवार को जिला पंचायत सदस्य जफरलाला के फार्म हाउस पर सीहोर विधानसभा के वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक आगामी चुनावों और विधानसभा प्रत्याशी को लेकर रखी गई थी और बैठक में उपस्थित कांग्रेस के लगभग हर खेमे के लोग उपस्थित थे और एक मत से गद्दार व फर्जी लोगों को प्रत्याशी बनाये जान का विरोध यहाँ किया गया। उपस्थित सभी कांग्रेस नेताओं ने अपना संबोधन भी दिया। कार्यक्रम की अध्यक्ष वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओमदीप ने की।

      कार्यकर्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा इस बार पर्यवेक्षक नहीं भेजे हैं। न प्रत्याशी के चयन में कार्यकर्ताओं से राय ली गई है। इसलिये इस बैठक के माध्यम से एकजुटता से सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पास कर हाई कमान को भेजा जाये की कांग्रेस द्वारा निष्ठावान एवं ईमानदार कायकर्ता को जिसने हमेशा कांग्रेस के प्रत्याशियों को विजय बनाने में पूरी ईमानदारी से काम किया हो। ऐसे कार्यकर्ता को ही प्रत्याशी बनाया जाये।

      जनता किसी फर्जी व गद्दार जो भाजपा एवं बजरंग दल के साथ मिलकर कांग्रेस की पीठ में छूरा घोंपने वाले को बर्दाश्त नहीं करेगी। अब की बार सभी कार्यकर्ता एक जुटता से कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाने के लिये अभी से लग जायें। क्योंकि अब समय बहुत कम बचा है। सीहोर के विधायक द्वारा पिछले 15 वर्षों से क्षेत्र की जनता को धोखा देकर व झूठे वादे करके जीत जाते हैं। भाजपा की दोगली नीति अब जनता समझ चुकी है। सभी कार्यकर्ता एकजुटता से संकल्प लें कि कांग्रेस को विजयी बनाने के लिये पूरी ईमानदारी से कार्य करेंगे। कांग्रेस नेता धर्मेन्द्र ठाकुर ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज के विधानसभा में सबसे अधिक मतदाता है। इसलिये अल्प संख्यक समाज के व्यक्ति को टिकिट दिया जाना चाहिये।

      इस अवसर पर मांगीलाल मंझेड़ा, सुरेश साबू, हरीश राठौर, धर्मेन्द्र ठाकुर, राजेन्द्र वर्मा, राहुल यादव पार्षद, महेन्द्र सिंह अरोरा मिंदी, रफ्फू भाई पूर्व पार्षद, दर्शन सिंह वर्मा, पार्षद दिनेश भैरवे, आशीष गेहलोत पार्षद, सतीश दरोठिया, मनोज गुजराती पार्षद, राम प्रकाश चौधरी पार्षद, सरपंच कलीम पठान, पूर्व सरपंच लीला किशन मेवाड़ा, राजा राम बड़े भाई, मेहफूज बंटी, अखलेश राठौर, योगेन्द्र राय, राजेश आजाद, राहुल उपाध्याय, शिराज शाह, पूर्व पार्षद कल्लू शर्मा, मुकेश ठाकुर, महेश दुबे, पूर्व पार्षद पवन राठौर, पार्षद हफीज चौधरी, हेमंत शर्मा, सोहन वर्मा, ओम प्रकाश कल्लू, भरत वारिया, राजकुमार श्रीवास, राकेश वर्मा, श्रीमान सिंह सेन, जनपद सदस्य सकील अहमद, अमीन पठान, पार्षद शमीम अहमद, साजिद अंसारी, दुलारे भाई सहित सीहोर विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन युवा नेता अशफाक खान ने किया। 

क्या थी व्यूह रचना और क्या-क्या हो गया?

      सीहोर। कांग्रेस से उम्मीद्वारी जता रहे कुछ कांग्रेसी नेताओं के पक्ष में और कुछ को रास्ते से हटाने अथवा मामला स्पष्ट कर देने की रणनीति के तहत संभवत: आज बैठक बुलाई गई थी। जिसमें बहुत ही कुटनीतिक अंदाज में अपनी बात सबसे कहलवाने का प्रयास किया जा रहा था। जफरलाल का यह पहला कांग्रेसी नेताओं को मिला आमंत्रण था जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता पहुँच भी गये।

      इधर जिन कांग्रेस नेताओं की उम्मीद्वार दिल्ली में यादा प्रभावी है उनके सीहोर समर्थक भी और लगभग कांग्रेस के हर वजनदार नेता के समर्थकों को भी जब इस बैठक की सूचना मिली तो वह आवश्यक रुप से यहाँ उपस्थित हो गये। जब हर पक्ष के लोग उपस्थित हुए तो निश्चित ही किसी ने किसी का भी नाम नहीं लिया और खुलकर नाम लेकर विरोध भी यहाँ नहीं हो सका।

      कुल मिलाकर घुमा-फिराकर बातचीत होती रही और एक-दूसरे का सब मुँह भी देखते रहे।  इशारे-बाजी और आंख दिखाई भी यहाँ आपस में कुछ पार्षदों की चलती रही। जफरलाल के आमंत्रण पर पूरे अल्पसंख्यक पार्षदों की उपस्थिति नहीं होना ही यहाँ चर्चा का विषय बन गई। कुल मिलाकर बैठक क्यों रखी थी यह तो एक राज है पर उसका निष्कर्ष कुछ खास नहींनिकला...? यह बात जरुर चर्चाओं में है।

      जफरलाला की विज्ञप्ति में जहाँ उल्लेख किया गया है कि भाजपा व बजरंग दल का साथ देकर कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने वाले कांग्रेसी बर्दास्त नहीं होंगे ऐसे कांग्रेसी नेताओं का नाम किसी ने नहीं लिया है। कुल मिलाकर कमल छाप कांग्रेसियों का विरोध हो रहा है। इधर दिल्ली में जितने प्रत्याशी है वह नये हैं और सीहोर में कमल छाप कांग्रेसी वर्षों पुराने नेता हैं, जिनका नाम ही नहीं चल रहा है। अब इशारा किस तरफ यह तो राम ही जाने...। 

प्रशासन ने घांसलेट से चलने वाले वाहनों को पकड़ा

 

      आष्टा 19 अक्टूबर (नि.सं.)। लम्बे समय से आष्टा क्षेत्र से कई चलने वाले चौपहिया वाहन डीजल के बदले घांसलेट से चलाये जा रहे हैं। इन लोगों को राशन की दुकानों से घांसलेट दिया जाने की खबरों के बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर आज आष्टा में नायब तहसीलदार एच.पी. मकवाना, सहायक खाद्य अधिकारी श्री नकवी के नेतृत्व में इन्दौर नाके पर प्रशासन के अमले ने आष्टा से जावर तथा जावर जोड़ पर जावर से आष्टा सीहोर चलने वाली मिनी बस जीप आदि को चैक किया गया।

      आष्टा इन्दौर नाके पर जांच दल ने 60 वाहनों को जांचा जिसमें जीप एमपी 09 एस 0616 के टैंक में जब रस्सी से बंधी शीशी डाली गई और उसमें आया पदार्थ जांचा तो पाया उक्त वाहन घांसलेट से चल रहा है तब वाहन जप्त कर प्रकरण बनाया गया। इसी प्रकार जावर में अतिरिक्त तहसीलदार ने वाहनों को जांच किया यहां भी एक मिनी बस जो जावर से आष्टा आ रही थी एमपी 14 9223 बताया गया यह भी घांसलेट से चल रही थी। सूत्रों के अनुसार कल जावर पुलिस ने एक किसी वाहन को जिसमें घांसलेट भरा था पकड़ा था। पुलिस इस बात से इंकार कर रही है। 

रोटी मौत का कारण बनी

      आष्टा 19 अक्टूबर (नि.सं.)। 15 अक्टूबर बुधवार को आष्टा नगर के त्रिपोलिया क्षेत्र में रहने वाले बालकिशन मेवाड़ा के परिवार के सदस्यों द्वारा रात्री में खाई गई रोटी बीमारी का कारण बन गई तथा इस बीमारी के बाद उनके एक पुत्र इंदर मेवाड़ा की 3 दिन बाद भोपाल के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इस संबंध में आज मृतक के पिता बाल किशन मेवाड़ा एवं कल्लु मेवाड़ा ने फुरसत प्रतिनिधि को बताया कि बुधवार की शाम को इन्दर ने मण्डी के बाहर जो कि किसानाें का फुटकर गल्ला खरीदता था कुछ दिनो पूर्व 15 किलो किसी किसान का गेहूं खरीदा था ।

      उक्त गेहूं घर लेकर आया था बुधवार को अचानक आटा खत्म होने पर जल्दी के चक्कर में लाये गये गेहूं में से 5-6 किलो गेहूं पिसवाकर परिवार की महिलाओं ने रोटी बनवाई।

      जिसे इन्दर मेवाड़ा, छोटा मेवाड़ा, राहुल मेवाड़ा, प्रकाश (भूरी) मेवाड़ा, रोहित मेवाड़ा तथा बहन के लड़के अभिषेक आदि ने उक्त आटे की रोटियां खाई। रोटी खाते ही इन्दर और छोटू को उल्टियाँ होना चालू हो गई। जिन्हे तत्काल सिविल अस्पताल आष्टा ले जाया गया यहाँ से इन्हे सीहोर और सीहोर से बाद में भोपाल भेज दिया गया। परिवार के सदस्यों ने उच्च इलाज की मंशा के अनुरुप इन्हे भोपाल के एक प्रायवेट पालीवाल नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। यहाँ पर इन्दर सिंह मेवाड़ा उम्र 18 वर्ष की मृत्यु हो गई। बाद में इसका पीएम भी हमीदिया में हुआ। इसका अंतिम संस्कार आष्टा में किया गया। जिस रोटी खाने में अन्य लोग भी जिन्हे चक्कर व उल्टी आ रही थी उन्हे भी आष्टा के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था उन सभी के स्वास्थ्य ठीक हैं तथा वह सब घर आ गये हैं। परिवार सदस्य बताते हैं कि इन्दर ने जो गेहूं खरीदा था उसमें कोई दवा मिली थी। इसका आभास इस बात से हुआ की घटना के बाद जब उक्त गहूं को धोया गया तो उसमें किसी प्रकार की दवा की बदबू आई।

          परिवार के लोगों ने बताया कि घटना के बाद उक्त गेहूं जो बचा था उसे जमीन में गाढ़ा गया गाढ़ते वक्त कुछ दाने जमीन पर गिरने से जब इन्हे चिड़िया ने चुगा तो एक चिड़िया की भी मृत्यु हो गई। उक्त दर्दनाक घटना के बाद पूरा परिवार तथा जहाँ यह रहने हैं पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है। 

मवेशियों से भरा टाटा 407 पलटी, दो गाय मरी

      सीहोर 19 अक्टूबर (नि.सं.)थाना कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत एक टाटा 407 मेडाडोर मवेशियों को कू्ररता पूर्वक भरकर ले जा रही थी जो आज सुबह 5 बजे ग्राम नयापुरा प्रेम लोधी की जमीन के पास पलट गई। बजरंग ने मिली सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचकर टाटा 407 में भरी नौ नग गायों को उसमें से निकालकर निकटवर्ती गौशाला में भिजवाया  पुलिस ने मेटाडोर चालक सहित, मेटाडोर मालिक एवं क्लीनर के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया हैं। बताया जाता हैं कि ये लोग ग्रामीणों व बजरंगियों के भाग गये। घटना में दो गायों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।

सड़क हादसों में पांच घायल

      सीहोर 19 अक्टूबर (नि.सं.) जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में हुये अलग-अलग सड़क हादसों में पांच लोग घायल हो गये। पुलिस ने सभी मामले कायम कर लिये हैं।

      प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र में जनपद पंचायत के सामने गत दिवस शाम साढ़े 6 बजे जमोनिया निवासी जितेन्द्र आ. हजारीलाल मालवीय को सीहोर से जमोनिया मोटर सायकल से जाते समय सामने से आ रहे महेन्द्रा ट्रेक्टर के चालक महेन्द्र आ. हरीचरण 25 वर्ष  निवासी छोटी कुलास ने वाहन को तेजगति एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर टक्कमर मारकर घायल कर दिया।

      उधर मण्डी थाना अन्तर्गत राजपथ ढाबा लालाखेड़ी जोड़ के पास भोपाल से इंदौर जा रही बस क्रमांक एम.पी. 04 एचबी-9374 के चालक ने वाहन को तेजगति एवं लापरवाही पूर्वक चलाकर गत दिवस शाम सात बजे बवूल के पेड से टकरा दी। परिणामस्वरूप बस में सवार रजनी शुक्ला, बबली पत्नी प्रेमनारायण, मोहम्मद अजहर, महेश आ. गोविन्द यादव को साधारण चोट आई।

करवा के संजारे में नेताजी की उपस्थिति रही चर्चाओं में

सीहोर 19 अक्टूबर (नि.सं.)। यूँ तो करवा चौथ महिलाओं का पर्व है और वह निजी पर्व है, सौभाग्य कामना के लिये कठिन व्रत निर्जला रहकर पूर्ण करने वाले इस पर्व में यदि अचानक किसी राजनेता की सक्रियता दिखने लगे तो कहा जा सकता है कि भैया चुनाव आ गये हैं....।

      कल गंज क्षेत्र में करवा चौथ के एक कार्यक्रम में संजारा का कार्यक्रम रखा गया था। संजारा करने वाली महिला द्वारा पारम्परिक रुप से अपने से बड़ी महिलाओं को साड़ी व अन्य सुहाग की सामग्रियाँ, मिठाई आदि दिया जाता है, इसका बड़े से बड़ा कार्यक्रम भी होता है। ऐसे ही एक संजारा कार्यक्रम में कल एक सीहोर के नेताजी की पीछे से उपस्थिति चर्चाओं में रही है। यहाँ हुए खर्च में जहाँ इन नेताजी ने अपना हाथ बंटाया वहीं महिलाओं को प्रसन्न भी कर लिया। आगामी चुनाव को लेकर अनेक उम्मीद्वार ऐसे अनेक आयोजनों पर निगाह रखे हुए हैं और मौका आते ही वह चौका मारने से नहीं चूक रहे हैं। कल हुए इस आयोजन में विधानसभा चुनाव के लिये उम्मीद्वारी जताने वाले इन नेताजी की उपस्थिति की चर्चाएं बहुत जोरों पर हैं....।