Sunday, June 15, 2008

राकेश राय मनोरंजन टैक्स जमा करते रहे और सर्कस मनोरंजन करके चलता बना नगर पालिका कर्मचारियों ने सर्कस खूब लिये मजे, पालिका का हुआ नुकसान

सीहोर 14 जून (नि.सं.)। नगर पिछले दिनों एक सर्कस आया था और उसे देखने वालों की भीड़ भी बहुत थी। सर्कस ने भारी भरकम जमीन पर अपना सर्कस फैलाकर कई दिनों तक सीहोर की जनता का मनोरंजन किया लेकिन इससे नगर पालिका ने मनोरंजन कर के नाम पर आधी से भी कम राशि वसूली। जबकि हर दिन कई नगर पालिका कर्मी यहाँ सर्कस देखने पहुँच जाया करते थे।
जिस नगर पालिका का अध्यक्ष खुद हजारों रुपये का मनोरंजन कर हर माह चुकाता हो उसी नगर पालिका ने मनोरंजन कर में भारी छूट किसी बाहरी सर्कस कम्पनी को दे डाली। अब इसे छूट कहें या सेटिंग लेकिन पिछले दिनों जो ईसा स्टार सर्कस बस स्टेण्ड के पास लगा हुआ था उसके प्रतिदिन 2 शो के हिसाब से बहुत बड़ी राशि मनोरंजन कर के रुप में बनती थी लेकिन नगर पालिका के कुछ कर्मचारियों ने इससे मनोरंजन की उक्त राशि जमा ही नहीं करवाई।
उल्लेखनीय है कि सर्कस करीब एक माह से अधिक समय तक सीहोर में रहा और हर दिन इसके दो शो हुए। हालांकि बीच में इसकी दो दिन के लिये छुट्टी थी क्योंकि सर्कस के कर्मचारियों का आपस में विवाह समारोह था। सर्कस 17 अप्रैल से आया था और 18 मई तक इसने अपना प्रदर्शन किया था। इस प्रकार दो शो रोज के हिसाब से प्रति शो 50 रुपये के मान से भी 3 हजार रुपये के करीब इसका मनोरंजन कर जमा कराया जाना था । सुविज्ञ सूत्रों का कहना है कि मनोरंजन कर की बड़ी राशि ईसा स्टार सर्कस से वसूली जाना थी । क्या उसे वसूला गया या नहीं इसे तो नहीं कहा जा सकता लेकिन मात्र 1 हजार रुपये जमा करवा दिये गये हैं जबकि राशि अधिक वसूल की जाना चाहिये थी। इस दौरान कुछ नगर पालिका के कर्मचारी अक्सर अपने परिजनों या मिलने वालों के साथ सर्कस देखने पहुँच जाते थे यह अलग बात है। लेकिन विचारणीय बात यह है कि जिस नगर पालिका का अध्यक्ष ही हजारों रुपये का मनोरंजन कर चुकाता है उसी नगर पालिका ने किसी दूसरे पर इतनी रहमदिली कैसे दिखा दी ? देखते हैं क्या नगर पालिका अध्यक्ष इस खुले आम हुई गड़बड़ी की जांच करते हैं या नहीं ।

मुख्यमंत्री की उपस्थिति में विधायक हंसी का पात्र बने

आष्टा 14 जून (नि.सं.)। 12 जून को जावर में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में हजारों जनता के सामने आष्टा विधायक रघुनाथ मालवीय ऐसे हंसी के पात्र बने की मंच पर बैठे मुख्यमंत्री भी विधायक पर हंसे बिना नहीं रह सके। कारण यह था कि मुख्यमंत्री के आगमन के बाद मंच से भाषण देने वालों का सिलसिला शुरु हुआ इसी कड़ी में संचालक ने विधायक को भाषण के लिये आमंत्रित किया भाषण शुरु करने के पहले उन्होने एक नारा लगवाया लेकिन विधायक नारा भूल गये और नारा लगवाने में चूक गये तो मंच संचालक बाबुलाल पटेल ने विधायक को भूल गये नारा याद दिलाया फिर विधायक ने उक्त नारा लगवाने का प्रयास कियो लेकिन फिर भी वे भूल गये तो जनता खूब हंसी। मंच पर बैठे मुख्यमंत्री भी हंसी नहीं रोक पाये जब विधायक उक्त नारा नहीं लगवा पाये तो संचालक बाबुलाल पटेल ने ही उक्त नारा लगवाया और इस तरह आष्टा विधायक अपनी झांकी जमाने के चक्कर में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हजारों जनता के बीच हंसी के पास बन गये। बाद में उन्होने अपना भाषण पूरा किया।

खुले आम चल रही है नदी में मोटरें, कुछ ने जलपरी डाल रखी

सीहोर 14 जून (नि.सं.)। सीवन नदी में यूं तो पानी की चोरी का किस्सा नया नहीं हैं यहाँ 12 महिने पानी की चोरी खुले आम होती है और बढ़ियाखेड़ी तथा कस्बाई क्षेत्र में तो नदी किनारे की जमीनों पर नदी से पानी ले-लेकर खेती भी चलती रहती है लेकिन इस बार तो हद यह हो गई की कस्बा क्षेत्र में कई लोगों ने नदी में मोटरें डाल दी एक ने तो बकायदा जलपरी ही नदी में पटक दी।
नगर में एक तरफ भयावह जल संकट का दौर रहता है ओर दूसरी और सीवन नदी में पानी की चोरी का क्रम कभी टूटता ही नहीं है। जिला प्रशासन से कई बार कहने के बाद भी वह सीवन नदी से हो रही खुले आम पानी की चोरी को रोकने के लिये सक्रिय नहीं होता। पूरे वर्ष में सिर्फ एक बार ही पिछले दिनों प्रशासन की सक्रियता के चलते कुछ मोटरें पकड़ाई थीं लेकिन अभी भी बढ़ियाखेड़ी और कस्बा क्षेत्र के आसपास ढेर सारी मोटरें सीवन नदी में डली हुई हैं। पानी की चोरी करती यह मोटरें धीरे-धीरे बड़े हार्स पावर की इस्तेमाल की जाने लगी है। सीवन के किनारे सटे अधिकांश खेत मालिक नदी से पानी चुराने से बाज नहीं आते हैं। कुछ खुले आम तो कुछ छुपकर रात के समय मोटर डालते हैं।
इस बार कस्बा जनता घांट के आसपास तो कुछ लोगों ने जलपरी मोटर ही डाल दी थी और खुले आम पानी की चोरी की थी। उल्लेखनीय है सिंचाई विभाग को भारी भरकम रकम चुकाने के बाद भगवान पुरा तालाब से सीहोर की सीवन नदी के लिये पानी छोड़ा जाता है तब जाकर नगर के सभी पेयजल स्त्रोत कुएं, बावड़ी और नलकूर रिचार्ज हो पाते हैं लेकिन पानी चोर सीवन को समय से पहले ही खाली कर देते हैं।

टेम्पों मोटर साईकिल भिड़े, 4 घायल

सीहोर 14 जून (नि.सं.)। इछावर थाना क्षेत्र में गत दिनों शाम साढ़े चार बजे हुए इछावर सीहोर र्मा कांकड़खेड़ा के समीप एक टेम्पों और मोटर साईकिल की टक्कर में चार लोग घायल हो गये। सूचना पर पुलिस ने प्रकरण पंजीबध्द कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फूल मोगरा मण्डी निवासी महेन्द्र वर्मा पुत्र भागीरथ वर्मा 30 साल अपनी बाइक एमपी 37 0498 से इछावर अपनी भाभी एवं दो बच्चियों को लेकर फूल मोबरा आ रहा था कि पीछे से आ रहे टेम्पो क्रमांक एमपी 04 के 7967 के चालक ने तेजगति एवं लापरवाही पूर्वक टेम्पो चलाकर इनकी बाइक में टक्कर मार दी। परिणाम स्वरुप महेन्द्र को सिर में चोंट आने से सीहोर रिफर किया गया तथा भावी कमलाबाई, बच्ची सविता एवं मनीषा को भी इलाज हेतु अस्पताल सीहोर भेजा गया।

इसलिये निरक्षरों का अंगूठा मान्य होता है

आष्टा 14 जून (नि.सं.)। जो लोग निरक्षर होते हैं और वे जरुरी दस्तावेतों व अन्य लिखा पढ़ी में हस्ताक्षर नहीं कर पाते हैं इसलिये उनका अंगूठा मान्य होता है। अंगूठे की निशानी को ही हस्ताक्षर माना जाता है। अब प्रश् यह उठता है कि हाथ में पाँच अंगुलिया होती हैं उनमें से किसी अंगुली को अंगूठे की तरह मान्यता क्यों नहीं अंगुलियों को दस्तावेजों पर या लिखापढ़ी में निशानी क्यों नहीं ली जाती है। शायद इसके बारे में किसी को ज्ञान हो ऐसा कम को ही मालूम होगा लेकिन इसके पीछे एक ऐसा सत्य छुपा है जो परिवर्तित नहीं हो सकता। अंगूठे को ही निशानी या निरक्षर व्यक्ति के हस्ताक्षर के रुप में इसलिये मान्य किया गया है क्योंकि हाथ में जो अंगूठे के अलावा चार अन्य ऊंगलियां हैं इनकी रेखाएं परिवर्तित होती हैं जबकि अंगूठा एक मात्र ऐसा है जिसकी रेखाएं कभी भी परिवर्तित नहीं होती हैं इसलिये अंगूठे की निशानी को निरक्षरों के हस्ताक्षर के रुप में मान्य किया गया है। उक्त रहस्यमय तथ्य परक बात महावीर स्वामी श्वेताम्बर प्यास प्रवर मुनि श्री वीररत्न विजय जी ने धर्मसभा में अरिहंत की वाणी को समझाने के लिये बताई। मुनिश्री ने बताया कि जिस प्रकार अंगूठे की रेखा परिवर्तित नहीं होती है ठीक उसी प्रकार अरिहंत की वाणी में कभी भी किसी भी युग में परिवर्तित नहीं होती है।

स्थानान्तरण होते ही एसपी इलेवन ने कलेक्टर इलेवन की धजियाँ बिखेर दीं

सीहोर 14 जून (नि.सं.)। एक रोमांचक मुकाबले एसपी इलेवन के स्टार बल्लेबाज मदन कुशवाह की 22 गेंदो पर 42 रनों की धमाकेदार पारी की बदौलत एसपी इलेवन क्रिकेट टीम ने कलेक्टर इलेवन को 8 विकेट से पटखनी देकर विदा किया। जिलाधीश राघवेन्द्र सिंह का स्थानान्तरण होने के बाद उनका यह दूसरा महत्वपूर्ण मैच था एक मैच वह आष्टा में तीन दिन पूर्व खेलने पहुँचे थे जहाँ बरसात के कारण दोनो टीमों को बराबर कर दिया गया।
उक्तआशय की जानकारी देते हुए जिला क्रिकेट संघ के प्रवक्ता ने बताया कि आज सुबह एसपी इलेवन के कप्तान डॉ.राजेन्द्र प्रसाद ने टास जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी कलेक्टर इलेवन की शुरुआत काफी खराब हुई।
सलामी बल्लेबाज मोहनिश त्रिवेदी 5 रनों के निजी स्कोर पर कैच आउट होकर चलते बने क्रीज पर आये कमलेश परोचे भी 11 रनों के स्कोर पर संजय पटेल की गेंद पर आउट होकर पैवेलियन लौट गये। विषम स्थिति में फंसी कलेक्टर इलेवन के कप्तान राघवेन्द्र सिंह की साहसिक 59 गेंदो पर 39 रनों की पारी की बदौलत निर्धारित 20 ओवर में 129 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसमें आशीष शर्मा ने 29गेंदों पर 38 रन, होमगार्ड कंमाडेंट केएस परिहार ने 17 गेंदों पर 14 रन और अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी मुनिश अंसारी ने 5 गेंदो पर 10 रनों की धुंआधार पारी खेली। एसपी इलेवन की और से गेंदबाजी करते हुए सचिन कीर, संजय पटेल, चेतन मेवाड़ा और पिंटु केशरिया ने 1-1 विकेट झटके। जबाव में लक्ष्य का पीछा करने उतरी एसपी इलेवन ने विजय लक्ष्य 19.2 ओवर में 2 विकेट खोकर प्राप्त कर लिया। जिसमें मदन ने 22 गेंदों पर 40 रन, हेमंत केशरिया ने 35 गेंदो पर 36 रन, चेतन व सचिन कीर ने 20 रन शानदार पारी खेली। आज मैच के अंत में जिला क्रिकेट एसोसियेशन के सचिव प्रमोद पटेल, पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, होमगार्ड कमाडेंट केएस परिहार, एस.एन. पहलवान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जी.एस.राजपूत, व्ही.पी.सिंह, ओम वर्मा, बाबूलाल परमार, आशीष गेहलोत, रमेश चतुर्वेदी, उल्लास मामा, विशाल परदेशी, भगवान चन्द्रवंशी, राजेश विलय, अतुल कुशवाह, गौरव खरे, महेन्द्र शर्मा आदि ने कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह को विदाई दी। इस अवसर पर कांग्रेस नेता प्रमोद पटेल ने कहा कि कलेक्टर राघवेन्द्र ईमानदार, कर्मठ, जनसेवक हैं मैं ही नहीं हर खेल प्रेमी उन्हे हमेशा याद करता रहेगा।

प्रमाणित बीज नहीं मिलने से किसान परेशान

जावर 14 जून (नि.सं.)। क्षेत्र में खरीफ की बुआई का काम शुरु हो गया है। लेकिन किसानों को अभी भी प्रमाणित बीज नहीं मिल रहा है। क्षेत्र के किसान रोज प्रमाणित बीज के लिये समिति के चक्कर काट रहे हैं लेकिन बीज कहीं भी नहीं मिल रहा है परेशान किसानों ने जिला प्रशासन से क्षेत्र की समितियों से प्रमाणित बीज शीघ्र उपलब्ध कराने की मांग की है। क्षेत्र में पूर्व जनपद सदस्य कल्याण सिंह का कहना है कि क्षेत्र में बारिश का दौर शुरु हो गया। कई-कई बोवनी भी शुरु हो गई है लेकिन किसान अभी भी प्रमाणित बीज नहीं मिलने से इधर-उधर बीज के लिये भटकता फिर रहा है लेकिन उसे कोई भी संतोषजनक जबाव नहीं देता। वह मजबूरी में बीज विक्रेताओं से मंहगे भाव पर बीज खरीदने को मजबूर है। सिंह का कहना है कि जिला प्रशासन को बोवनी के समय को देखते हुए क्षेत्र की समितियों में शीघ्र बीज बेचने की व्यवस्था करना चाहिये ताकि समय रहते किसान बोवनी कर सके। उधर सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक सान सिंह का कहना है कि हमने समिति की और से तीन माह पहले ही 50 क्विंटल बीज भेजने की डिमांड भेज चुके हैं लेकिन हमारे पास अभी तक बीज के नाम पर एक दाना भी नहीं आया है ।

महिला चिकित्सक अंजना सिंह, 2 दिन की छुट्टी पर गई थीं 51 दिन बाद भी नहीं लौटी...

आष्टा 14 जून (नि.सं.)। सिविल अस्पताल में पदस्थ महिला चिकित्सक डॉ. श्रीमति अंजना सिंह 26 अप्रेल को 2 दिन की छुट्टी पर गई थीं लंकिन 15 जून को उन्हे 51 दिन हो गये हैं। 51 दिन बाद भी वे आष्टा अस्पताल कार्य पर नहीं लौटी हैं। दो दिन की छुट्टी खत्म होने के बाद जरुर उनकी और से एक टेलिग्राम आया था कि छुट्टी बढ़ा देवें कितने दिन की छुट्टी बढ़ाना है यह स्पष्ट नहीं है। आष्टा सिविल अस्पताल में तीन महिला चिकित्सक पदस्थ हैं इसमें से अंजना सिंह 2 दिन की छुट्टी पर गई थीं जो 51 दिन बाद भी नहीं लौटी हैं। शेष 2 महिला चिकित्सक श्रीमति अर्चना सोनी एवं श्रीमति माधवी राय हैं इसमें से एक नाईट में कार्य करती हैं तो दूसरे दिन उनका आफ रहता है शेष एक महिला चिकित्सक के जिम्मे अस्पताल के आने वाली सभी महिला मरीजों को एवं प्रसूति के लिये आने वाली महिलाओं की जिम्मेदारी रहती है जो संभालना मुश्किल का कार्य होता है और इस कारण से महिला मरीजों को कई बार परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। 2 दिन की छुट्टी पर गई महिला चिकित्सक 51 दिन बाद भी नहीं लौटी। इस संबंध में बीएमओ रामचन्द्र गुप्ता से जब चर्चा की तो उन्होने बताया कि 2 दिन की छुट्टी के बाद टेलिग्राम पर उनकी छुट्टी बढ़ाने की सूचना आई थी वैसे हमने इसकी सूचना जिला कार्यालय कर दी है।

एक लाख गम्बूशिया मछली मलेरिया रोकने आयेगी

सीहोर 14 जून (नि,स, ) मलेरिया निरोधक माह जून मनाये जाने हेतु जिला स्तरीय टास्क फोर्स बैठक एडीएम श्री मति भावना वालिम्बे की अध्यक्षता में कलेक्टर सभा कक्ष सीहोर में सम्पन्न की गई । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी सीहोर डा एल मरावी, एवं आंनद शर्मा, आर सी सिरसाठिया सहायक मलरिया अधिकारी द्वारा मलेरिया माह जून में आयोजित गतिविधियों पर बैठक मे उपस्थित समस्त जिला स्तरीय विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अवगत कराया गया। बैठक मे डा मरावी द्वारा मलेरिया के लक्षण एवं उसके बचाव की जानकारी दी।
मुख्य रूप से मच्छर उत्पत्ति वाले स्थानों पर कीट नाशक एवं स्थायी जल स्त्रोंतो में विभाग द्वारा गम्बूसिया मछली डालने कि जानकारी दी ग्रामीण क्षेत्र की जनता को मलेरिया डेगुं चिकनगुनिया से बचाव कि जानकारी दी । साथ डा मरावी ने कार्य योजना अनुसार अवगत कराया कि प्रत्येक विकास खण्ड पर मलेरिया एडवोकेसी वर्कशाप ब्लाक के अन्य विभाग के अधिकारियों कर्मचारियो जनप्रतिनिधियो को आमंत्रित करें। मलेरिया डेगुं चिकनगुनिया के बचाव हेतु विस्तृत जानकारी दी जावें। इस प्रकार स्थायी एवं अस्थायी जल स्त्रोंतो से मच्छर की उत्पत्ति के नियंत्रण हेतु लार्वाभक्षी गम्बुसिया मछली एक लाख मछलियां डाली जावेगी । मलेरिया प्रमावित गांवो मे विशेष सर्वे लेंस कराया जावें। समस्त बी एम ओ अपने-2 ब्लाकों मे हाट बाजारों में माईकिंग पेम्पलेट एवं पोस्टरो द्वारा आम जनता को मलेरिया से बचाव हेतु प्रचार प्रसार कराया जावें । निर्देश दिऐ गए है कि पंचायत स्तर पर भी मलेरिया एडवोकेसी वर्कशाप आयोजन हेतु अवगत कराया । प्रति बल मे 40 ग्राम पंचायतों मे मलेरिया में एडवोकेसी कार्यशालाओं का आयोजन कराया जाना है। मलेरिया रथ जिले के के समस्त विकास खण्डों में एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर आम जनता को मलेरिया रोड डेगुं एवं चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारियों के बचाव संम्बन्धी जानकारी देगा । माह जून मे मच्छरो की उत्पत्ति पर नियंत्रण एवं मलेरिया डेगुं चिकनगुनिया बीमारियों से बचाव हेतु किसी व्यक्ति को बुखार आने पर नजदीकी स्वास्थ केन्द्रों या स्वास्थ कार्यकताओं से खून की जांच अवश्यक करावें । जांच में अगर मलेरिया पाया जाता है, तो दवाई का पूर्ण कोर्स किसी स्वास्थ केन्द्र से या स्वास्थ कार्यकर्ता से प्राप्त करें। मलेरिया चिकनगुनिया डेगुं आदि खतरनाक बीमारियों से बचाव हेतु समस्त आम जनता अपने -2 घरों के आस पास सफाई रखे, घरों के आस पास गढढों में पानी इकठ्ठा न होने दे मच्छर दानी का प्रयोग करें । साथ ही डेगुं का लक्षण , जैसे तेज बुखार त्वचा पर खून के धब्बे जोडो पर दर्द खून की उल्टी , सिरदर्द आदि चिकनगुनिया के लक्षण जैसे तेज बुखार जोडो में सुजन सांस लेने मे कठिनाई आदि। मलेरिया के लक्षण दिखने पर निम् उपाय करें। बुखर आने पर स्वयं दवा न ले तुरन्त निकट के चिकित्सालय मे अथवा चिकित्सा केन्द्र पर डाक्टर को दिखावें , अधिक मात्रा में पानी ग्लूकोज फलो का रस आदि पिलावें, तेज बुखार आने पर शरीर को गीले कपड़े से पोंछे एवं पेरासिटामाल की, गोली चिकित्सक से परामर्श लें।

पाला प्रभावित किसानों को 12 करोड़ मुआवजा वितरित

आष्टा 14 जून (नि,स,) तहसील आष्टा मे प्राकृतिक आपदा सहायता राशि अंतर्गत माह जनवरी 08 में शीत लहर तथा पाला से चना फसल प्रभावित होने के कारण समस्त ग्रामों का सर्वे कराया गया । तथा सर्वे उपरांत तहसील के 287 ग्रामों में कुल 26023 कृषकों को आर बी सी नियम 6-4 के अंतर्गत सहायता रूपयें 121309861 (शब्दों में रूपयें बारह करोड़ तैरह लाख नौ हजार आठ सौ इकसठ) स्वीकृति उपरांत संबधित कृषकों को एकाउण्ट पैय चैक के माध्यम से राशि का वितरण किया गया है एवं कुछ ग्राम के कृषकों द्वारा सहायता राशि प्राप्त न होने तथा सर्वे सूची में न होने के संबध में शिकायती आवेदन पत्र प्राप्त हुयें हैं। इस संबध में आवेदन पत्रों की जाचं हेतु दल गंठन कर कार्यवाही की जा रही है। जाचं प्रतिवेदन उपरांत यदि आवेदनकर्ता कृषकगण सहायता पाने की परिधि में आते है तो इनको भी सहायता राशि स्वीकृत कर राशि वितरण किया जावेगा । उक्त जानकारी तहसीलदार बिहारी सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति मे दी है।

मनकामेश्वर मंदिर पर विधायक श्री सक्सेना ने कराया नलकूप खनन

सीहार 14 जून (नि.सं.)। शहर के प्रसिध्द मनकामेश्वर महादेव मंदिर पर प्रतिवर्ष गर्मी होने वाली पानी की समस्या को देखते हुए श्रध्दालुओं के आग्रह पर विधायक श्री रमेश सक्सेना ने एक नलकूप खनन कराया है। नलकूप खनन में पर्याप्त मात्रा में पानी निकला है। अब मंदिर मे भगवान कि सेवा के लिए पानी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा। उल्लेखनीय है कि शहर के शिव मंदिरों मे मनकामेश्ववर मंदिर का विशिष्ट स्थान है और शहर के इस शिव मंदिर से सबसे ज्यादा भकों की आस्था जुड़ी हुई है। यहां एक बावड़ी भी है किन्तु फरवरी मार्च माह मे ही बावड़ी का पानी सूख जाता है। इससे यहां भगवान की सेवा के लिए भी जल उपलब्ध नहीं हो पाता है। इसके पहले भी विधायक श्री रमेश सक्सेना ने मंदिर के बाहर एक नलकूप कराकर हैन्डपंप लगवाया था किन्तु इस बार गर्मी मे वह सूख गया । मंदिर से जुडे भकों ने विधायक श्री रमेश सक्सेना से आग्रह कर एक नलकूप खनन की मांग की जिसपर श्री सक्सेना ने सहर्ष से स्वीकृत देकर यहां विधिवत पूजन कराकर खनन कराया। यहां कुल 410 फिट नलकूप खनन कार्य हुआ, जिसमे पर्याप्त पानी निकला है। जलस्तर काफी नीचे जाने के कारण बोर की गहराई बढ़ना पड़ी किन्तु प्रसन्नता इस बात की है कि बोर में पानी निकल आया है। नलकूप खनन के अवसर पर विधायक श्री रमेश सक्सेना पंडित श्री रमेश शुक्ला, भाजपा जिला महामंत्री पं, रमाकांत समाधिया, नपा उपाध्यक्ष अशोक सिसोदिया, नगर मंडल अध्यक्ष श्री धमेंद्र राठौर, बन्टी राय, भागीरथ जांगडा, रामचंद्र पटेल, खुशाल दादा, शेलेन्द्र भावसार, मनोज विश्वकर्मा, संजु सोलंकी, बबलू पहलवान, गब्बर पहलवान, मुकेश राय, सचिन मानवीय, रविन्द्र जैन, सुशील चौकसे, तरूण विश्वकर्मा, पप्पू पहलवान, राजु राजपूत, मुकेश रघुवंशी, राकेश जयसवाल, रवि राठौर, हेमराज शर्मा, पुरूषोतम त्यागी, लच्छू खत्री, कालीचरण, लीलाकिशन गूजर, सौरभ भावसार, राजेश पहलवान, आदि अनेक लोग उपस्थित रहे।