आष्टा 16 फरवरी (सुशील संचेती)। कई महिनों से आष्टा नगर में लगातार हो रही चोरियों, मोटर साईकिल चोरी, ट्रक कटिंग, जुंआ, सट्टा को लेकर नगर का संभ्रांत नागरिक, व्यापारी, आमजन तंग आ चुका था वहीं निष्क्रिय टी.आई. के कारण नगर में ना ही चोरियाँ रुक पा रही थीं और ना ही जुंआ, सट्टा, ट्रक कटिंग आदि अपराधों में कमी आ रही थी। पीड़ित थाने तो जाता था पहले तो रिपोर्ट यह कहकर नहीं लिखी जाती थी कि टीआई आयेंगे तब लिखेंगे अभी लिखित में दे जाओ, ऐसा किस कानून में लिखा है कि टीआई कहेंगे तो ही रिपोर्ट लिखेंगे ? जैसे-तैसे रिपोर्ट लिख भी ली जाती तो चोर पकड़े ही नहीं जाते, उल्टे पुलिस को जुंआरियों-सटोरियों असामाजिक तत्वों के साथ चाय-पानी की पार्टी के रुप में नगर में कहीं भी देखा जा सकता था लम्बे समय से आष्टा के नागरिक यहाँ तक सत्ता पक्ष के नेताभी नागरिकों की मांग पर टीआई को हटाने की मांग कर रहे थे लेकिन इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था।
आज सुबह लगभग 3 बजे आष्टा नगर के कन्नौद रोड पर मोतीलाल पाटीदार के मकान-दुकान की शटर चोरों ने ऊंची की तो अंदर सो रहे पाटीदार उनके पुत्र एवं परिवार की महिलाएं जाग गईं। पाटीदार ने समय गंवाये बिना उठकर जब दुकान में आने के लिये कमरे का फाटक खोला तो एक चोर दुकान में रखे कापर वायर के रिम दूसरे चोर को दे रहा है। पाटीदार ने जब विरोध किया तो उस पर चोरों ने हमला बोलकर घायल कर दिया जान बचाने के उद्देश्य से पाटीदार घर में घुसे तब चोरों ने फाटक पर वार कर फाटक तोड़ा इसी दौरान पुलिस को सूचना की। पुलिस 15-20 मिनिट में पहुँचे तब तक चोर लगभग 40 हजार रुपये का कापर वायर पाटीदार को घायल कर भाग गये। पाटीदार ने थाने पहँचकर शिकायत दर्ज कराई। सुबह कृषि उपकरण विक्रेता संघ व नगर के अन्य व्यापारी संगठन के सदस्यों को तथा पत्रकारों को सूचना दी सूचना मिलते ही लगभग 200 से अधिक घटना स्थल पर पहुँच गये। यहीं पर सभी व्यापारी संगठनों ने बैठक कर एक स्वर में निर्णय लिया कि जब तक आष्टा थाने में टीआई बी.के.उपाध्याय के रहते हुए ना ही चोरियाँ रुकेंगी और ना ही चोर पकड़े जायेंगे क्योंकि जब तक चोर पुलिस एक साथ हो तो कैसे विश्वास करें कि चोर पकड़े जायेंगे और चोरियो रुकेंगी। तत्काल सभी के निर्णय पर एक ज्ञापन विशाल जुलूस के रुप में तहसील कार्यालय पहुँचा और एसडीएम जीव्ही रश्मि को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा गया कि मोतीलाल पाटीदार की दुकान में चोरों ने 1-2 बार नहीं 4 बार धाबा बोलकर चोर लाखों का सामान ले जा चुके हैं। इसके पूर्व मोतीलाल पाटीदार की परदेशीपुरा में जब दुकान थी तब चोरों ने 7 जुलाई 06, फिर 21 दिसम्बर 06 और 9 अक्टूबर 07 को भी चोरी कर लाखों का सामान ले गये थे। परेशान होकर आखिर पाटीदार ने वहाँ से उक्त दुकान खाली कर कन्नौद रोड पर ले गये लेकिन यहाँ भी चोर पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। अब आज तंग आ चुके व्यापारियों ने निर्णय लेकर टीआई को आष्टा से हटाने तथा चोरों को पकड़ने की मांग को ज्ञापन सौंपा। रात्रि में स्थानीय विश्राम गृह पर घटना की गंभीरता को देखते हुए तथा व्यापारियों के आक्रोश की खबर लगते ही जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद आष्टा आये उन्होने भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी की उपस्थित में सभी व्यापारी संगठन के अध्यक्षों ने जिला पुलिस अधीक्षक से चर्चा कर एक स्वर में टीआई को आष्टा से हटाने की मांग तथा आंदोलन के बारे में बात की। लम्बी वार्तालाप में जिला पुलिस अधीक्षक ने ठोस आश्वासन दिया कि 3 दिन में टीआई को हटा दिया जायेगा उनके इस आश्वासन पर नगर बंद का आव्हान वापस ले लिया गया।
पुलिस को व्यापारियों ने खदेड़ा- चोरी की सुबह रिपोर्ट करने के बाद जब सुबह पुलिस घटना स्थल पर पहुँची तब तक लगभग 50-100 व्यापारी एकत्रित हो गये थे। नाराज व्यापारियों ने आई पुलिस को देखकर मुर्दाबाद टीआई हटाओ नगर बचाओ के नारे लगाकर पुलिस को खदेड़ दिया। पुलिस जवान जीप में बयान लेने आये थे लेकिन व्यापारियों की नाराजी देख चलते बने।
टीआई घटना स्थल पर नहीं आये- रात्री में 3 बजे चोरी के बाद पाटीदार ने पुलिस को सूचना कर दी थी। गश्त वाहन 15-20 मिनिट बाद घटना स्थल पर पहुँचा तब तक चोर माल समेट कर भाग चुके थे लेकिन उसके बाद भी सुबह 12 बजे तक भी टीआई बी.के. उपाध्याय ने घटना स्थल पर पहुँचने की तकलीफ नहीं की इसके पूर्व भी कई बार ऐसा हुआ है कि घटना स्थल पर सूचना देने के बाद भी टीआई नहीं पहुँचे और अधिनस्थों को भेज दिया। बसंत पंचमी को एक दुर्घटना में 22 लोग आष्टा के घायल हो गये जो सड़क पर सुबह 5 बजे से तड़पते रहे पुलिस को सचना देने के बाद भी एक-डेढ़ घंटे वहाँ नहीं पहुँचे तब नगर के एक पत्रकार स्वयं एम्बुलेंस लेकर वहाँ पहुँचे और घायलों को अस्पताल ले कर आये। अलीपुर में भी इसके पहले कन्हैया गेहलोत के यहाँ जब चोर घुसे तब उन्होने टीआई को मोबाइल लगाया लेकिन उन्होने उस वक्त मोबाइल नहीं उठाया और चोर भाग गये। बाद में पुलिस काफी देर से पहुँची थी।
भाजपा ने भी टीआई को हटाने की मांग की थी- महिनों पहले आष्टा में जब भाजपा का विकास शिविर हुआ था तब सभी कार्यकर्ताओं ने शिविर में एक स्वर में प्रभारी मंत्री से टीआई को आष्टा से हटाने की मांग की थी लेकिन वे भी उन्हे नहीं हटा सके और टीआई आज तक आष्टा में हैं।
आज भाजपा-कांग्रेस भी व्यापारियों के साथ थी- आज जब नगर के सभी व्यापारी जब टीआई को हटाने तथा नगर बंद का ज्ञापन देने जा रहे थे तब भाजपा और कांग्रेस के नेता भी व्यापारियों के साथ कदम से कदम मिला कर उनकी मांग के समर्थन में साथ थे व्यापारियों के जुलूस में जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार भाजपा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष धरम सिंह वर्मा, कालु भट्ट, भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सुशील संचेती, कांग्रेस के जिला प्रतिनिधि प्रदीप प्रगति जुलूस में साथ थे।
ललित नागौरी घटना स्थल पर पहुँचे- मोतीलाल पाटीदार के यहाँ चौथी बार चोरी होने की सूचना मिलते ही भाजपा जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, कोषाध्यक्ष मुकेश बड़जात्या, व्यापारी प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष अशोक शीतल, नगर अध्यक्ष पंकज नाकोड़ा पाटीदार के प्रतिष्ठान पर पहुँचे यहाँ पर नागौरी ने घटना की जानकारी ली और वहीं से आईजी भोपाल, प्रभारी मंत्री, जिला पुलिस अधीक्षक से बात कर श्री नागौरी ने व्यापारियों की मांग का समर्थन कर कहा कि जब तक टीआई को आष्टा से नहीं हटाया जायेगा व्यापारियों का आव्हान वापस नहीं हो सकता। तहसील कार्यालय में ज्ञापन का वाचन कपड़ा व्यापारी, नरेन्द्र जैन ने किया तथा व्यापारी संघ के अध्यक्ष नवनीत संचेती, विनय आर्य, बबलु पार्षद रवि सोनी, संजय बंटु सोनी, राजेश मित्तल, अशोक शीतल, राजेन्द्र जैन, सुरेश जैन, प्रवीण धाड़ीवाल, कैलाश जैन, रजनीश सुराना, हाफिज बब्बन भाई, विजय खण्डेलवाल, नगीन छाजेड़, प्रमोद राठौर, बद्रीलाल पाटीदार, तेज सिंह पाटीदार सहित सैकड़ो व्यापारी शामिल थे। sehore fursat
Saturday, February 16, 2008
विधायक समर्थक रमाकांत समाधिया, प्रदीप गौतम सहित ओम शर्मा, महेश पारिक भी शामिल............
ब्राह्मण समाज ने सुरेश पचौरी की बधाई दी
सीहोर 15 फरवरी (फुरसत)। सर्व ब्राह्मण समाज व सर्वब्राह्मण नवयुवक संगठन ने ब्राह्मण नेता व केन्द्रीय मंत्री व ब्राह्मणों के मसीहा सुरेश पचौरी को म.प्र. कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाये जाने पर उन्हे सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मदन मोहन शर्मा व सर्व ब्राह्मण नवयुवक संगठन के अध्यक्ष एवं युवा नेता अनिल शर्मा ने बधाई दी। बधाई देने वालों में प्रमुख रुप से सर्वब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पं. मदन मोहन शर्मा, ब्राह्मण नवयुवक संगठन के अध्यक्ष अनिल शर्मा, सुरेश शर्मा, चन्द्रशेखर पहलवान, गीता प्रसाद शर्मा, कमलेश कटारे, प्रदीप गौतम, रमाकांत समाधिया, अभय शर्मा, प्रदीप शर्मा, राकेश पाठक, दीपक शर्मा, ओम शर्मा, सुभाष शर्मा, अशोक नायक, रवि शर्मा, महेश पारिक, राजेश चतुर्वेदी, शैलेष तिवारी, वरुण शर्मा, जयकृष्ण त्यागी, प्रहलाद दास शर्मा, विवेक शर्मा, मनोहर शर्मा कोषाध्यक्ष, संजय शुक्ला, राजेश दुबे, त्रिलोक ी शर्मा, पंकज व्यास, मनोहर शर्मा मन्नु, जितेन्द्र शर्मा, ईशान शर्मा, रमेश शर्मा, रवि पारे, राजेन्द्र शर्मा कल्लु, सुमित शर्मा, राजेश शर्मा, शेषनारायण शर्मा, सिध्दार्थ शर्मा ने बधाई दी। sehore fursat
शासन ने कोटवारों को साईकिल वितरण कार्यक्रम रस्म अदायगी की तरह किया
आष्टा 15 फरवरी (फुरसत)। स्थानीय प्रशासन लगता है सरकार की अच्छी मंशा और उनकी घोषणाओं को पतीला लगाने में कहीं से भी पीछे नहीं रह रहे हैं आज स्थानीय प्रशासन ने मुख्यमंत्री द्वारा कोटवारों की पंचायत में की गई ऐतिहासिक घोषणा के पूरे होने पर एक कार्यक्रम आयोजित कर आष्टा तहसील के सभी 298 कोटवारों (चौकीदारों) को आमंत्रित कर उन्हे साईकिलों का समारोह पूर्वक वितरण करना था, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने उक्त पूरा कार्यक्रम रस्म अदायगी की तरह करके इतिश्री कर ली।
ऐसा ही स्थानीय प्रशासन ने 26 जनवरी को किया था जब म.प्र. सरकार की घोषणा के अनुरुप समारोह आयोजित कर किसानों को नई भू-अधिकार ऋण पुस्तिका का वितरण करना था लेकिन जहाँ पर ध्वजारोहण हो रहा था वहीं पर आष्टा नगर के 4-5 किसानों को बुलवा लिया और उन्हे उक्त अधिकार पुस्तिका बांट कर इतिश्री कर ली। आखिर स्थानीय प्रशासन को ऐसी क्या परेशानी थी कि आज रस्म अदायगी की तरह तहसील में चंद गिनती के कोटवारों को बुलवा कर उन्हे साईकिल वितरण कर दी। आष्टा तहसील में लगभग 298 कोटवार हैं आज उन सभी को आमंत्रित करके एक समारोह आयोजित कर सभी कोटवारों को मुख्यमंत्री की घोषणा एवं चौकीदारों की मांग पर म.प्र.के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब प्रदेश के प्रथम नागरिक ने प्रशासन के निचले स्तर के सबसे अंतिम कर्मचारी चौकीदारों को अपने निवास पर बुलवाया और उनसे उनकी सुनी। उसी पंचायत में कोटवारों ने मुख्यमंत्री के सामने मांग रखी थी कि उन्हे आने-जाने में काफी परेशानी होती है। इसी मांग पर मुख्यमंत्री जी ने पंचायत में घोषणा की थी कि सरकार सभी चौकीदारों को साईकिल देगी और उक्त घोषणा पूरी हुई लेकिन स्थानीय प्रशासन ने आज उक्त घोषणा की रस्म अदायगी की तरह निपटा दिया। आज केवल 50-60 कोटवार ही कार्यक्रम में उपस्थित थे। उन्हे विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय एवं जिला अध्यक्ष ललित नागौरी, संतोष झंवर, मुकेश बड़जात्या, कुमेर सिंह भाटी, एसडीएम जी.व्ही.रश्मि की उपस्थिति में रस्मी तौर पर साइकिलें वितरित कर दी। आखिर उक्त कार्यक्रम को वृहद स्तर पर स्थानीय प्रशासन ने क्यों आयोजित नहीं किया ? क्या कारण थे कि 298 चौकीदार उपस्थित नहीं हुए क्या उन्हे सूचना दी भी गई थी कि वहीं नगर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों को क्यों सूचना नहीं दी गई। यह सब ऐसे प्रश् हैं जो स्थानीय प्रशासन को कटघरे में खड़े करते हैं वहीं वरिष्ठ अधिकारी चाहे तो जबाव-तलब भी कर सकते है। 26 जनवरी को जिन 4-5 किसानों को भू अधिकार ऋण पुस्तिका वितरण कर प्रशासन ने उक्त कार्यक्रम की भी जो रस्म अदायगी की थी उसके बाद शेष किसानों को उक्त ऋण पुस्तिका का अभी तक क्यों वितरण नहीं हुआ क्योंकि स्थानीय प्रशासन ने अभी तक प्रेस को किसी भी प्रकार की जानकारी आदि देना मुनासिफ नहीं समझा है। sehore fursat
ऐसा ही स्थानीय प्रशासन ने 26 जनवरी को किया था जब म.प्र. सरकार की घोषणा के अनुरुप समारोह आयोजित कर किसानों को नई भू-अधिकार ऋण पुस्तिका का वितरण करना था लेकिन जहाँ पर ध्वजारोहण हो रहा था वहीं पर आष्टा नगर के 4-5 किसानों को बुलवा लिया और उन्हे उक्त अधिकार पुस्तिका बांट कर इतिश्री कर ली। आखिर स्थानीय प्रशासन को ऐसी क्या परेशानी थी कि आज रस्म अदायगी की तरह तहसील में चंद गिनती के कोटवारों को बुलवा कर उन्हे साईकिल वितरण कर दी। आष्टा तहसील में लगभग 298 कोटवार हैं आज उन सभी को आमंत्रित करके एक समारोह आयोजित कर सभी कोटवारों को मुख्यमंत्री की घोषणा एवं चौकीदारों की मांग पर म.प्र.के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब प्रदेश के प्रथम नागरिक ने प्रशासन के निचले स्तर के सबसे अंतिम कर्मचारी चौकीदारों को अपने निवास पर बुलवाया और उनसे उनकी सुनी। उसी पंचायत में कोटवारों ने मुख्यमंत्री के सामने मांग रखी थी कि उन्हे आने-जाने में काफी परेशानी होती है। इसी मांग पर मुख्यमंत्री जी ने पंचायत में घोषणा की थी कि सरकार सभी चौकीदारों को साईकिल देगी और उक्त घोषणा पूरी हुई लेकिन स्थानीय प्रशासन ने आज उक्त घोषणा की रस्म अदायगी की तरह निपटा दिया। आज केवल 50-60 कोटवार ही कार्यक्रम में उपस्थित थे। उन्हे विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय एवं जिला अध्यक्ष ललित नागौरी, संतोष झंवर, मुकेश बड़जात्या, कुमेर सिंह भाटी, एसडीएम जी.व्ही.रश्मि की उपस्थिति में रस्मी तौर पर साइकिलें वितरित कर दी। आखिर उक्त कार्यक्रम को वृहद स्तर पर स्थानीय प्रशासन ने क्यों आयोजित नहीं किया ? क्या कारण थे कि 298 चौकीदार उपस्थित नहीं हुए क्या उन्हे सूचना दी भी गई थी कि वहीं नगर के स्थानीय जनप्रतिनिधियों को क्यों सूचना नहीं दी गई। यह सब ऐसे प्रश् हैं जो स्थानीय प्रशासन को कटघरे में खड़े करते हैं वहीं वरिष्ठ अधिकारी चाहे तो जबाव-तलब भी कर सकते है। 26 जनवरी को जिन 4-5 किसानों को भू अधिकार ऋण पुस्तिका वितरण कर प्रशासन ने उक्त कार्यक्रम की भी जो रस्म अदायगी की थी उसके बाद शेष किसानों को उक्त ऋण पुस्तिका का अभी तक क्यों वितरण नहीं हुआ क्योंकि स्थानीय प्रशासन ने अभी तक प्रेस को किसी भी प्रकार की जानकारी आदि देना मुनासिफ नहीं समझा है। sehore fursat
जहर खाने वाली विवाहिता की मौत
सीहोर 15 फरवरी (फुरसत)। शाहगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सागपुर में अज्ञात कारणों से जहर खाने वाली एक विवाहिता की मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम सारंगपुर में रहने वाले राजेश चौहान की 28 वर्षीय पत्नि कुंतीबाई ने गत गुरुवार की शाम अपने घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पी.एम.हेतु भेज मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है। sehore fursat
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