Wednesday, December 31, 2008

महत्वाकांक्षी बाल फिल्म महोत्सव भूल गया विभाग दो दिन से एक भी बच्चा नहीं पहुँचा फिल्म देखने

सीहोर 30 दिसम्बर (नि.सं.)। जिला शिक्षा विभाग में व्याप्त अव्यवस्थाओं का आलम देखिये की सीहोर में बाल फिल्म महोत्सव दो दिन से जारी है और सीहोर के एक भी विद्यालय को इसकी सूचना पहले से नहीं दी गई। दो दिन से तय छविग्रहों में सुबह 8 बजे से फिल्म लेकर टाकीज संचालक  बैठे रहते हैं लेकिन एक भी बच्चा फिल्म देखने नहीं पहुँचा। कल उत्सव समाप्त हो जायेगा और  अब जाकर खानापूर्ति करते हुए कुछ विद्यालयों को बाल फिल्म महोत्सव की सूचनाएं भेजी गई हैं। इतनी बड़ी अव्यवस्था इसके पूर्व कभी देखने को नहीं मिली। शिक्षा विभाग में वो अधिकारी भारी लेन-देन करके यहाँ जमे बैठे हैं उनकी कार्यक्षमता अब जगजाहिर हो गई है। तेजतर्रार कर्तव्यनिष्ठ जिलाधीश डीपी आहूजा से उम्मीद की जाना लाजमी है कि ऐसी मक्कारी आखिर क्यों हुई और उस पर क्या उचित कार्यवाही वह करते हैं।

      जिला स्तरीय बाल फिल्म महोत्सव के चलते सीहोर में दो छविग्रहों में फिल्मों का प्रसारण किया जाना तय था। फिल्म मल्ली यहाँ बच्चों के लिये आई थी। यह बाल फिल्म पूर्व में नहीं आई है। विगत दो दिनों से महोत्सव शुरु हो चुका है लेकिन यहाँ विभिन्न विद्यालयों को इसकी सूचना नहीं दी गई है, इसलिये कोई भी बच्चा फिल्म देखने के लिये नहीं पहुँच रहा है।

      जिला शिक्षा अधिकारी और उनकी मण्डली के अधिकारीगणों निकम्मापन इस बात से ही जाहिर हो गया कि बाल फिल्म महोत्सव जिन बच्चों के लिये आयोजित किया गया है उनको सूचित ही नहीं किया जा सका है। आश्चर्य की बात है कि फिल्म महोत्सव की जब सूचना नहीं भेजी जा सकी थी तो इसकी तिथि आगे क्यों नहीं बढ़ाई गई।

      इधर छविग्रहों को जबरिया दादागिरी से जो फिल्म दिखाने के आदेश दिये जाते हैं उसके तहत दो दिनों छविग्रह के कर्मचारी सुबह बच्चों के लिये बकायदा तैयारी के साथ बैठते हैं, उनके पीने के पानी की व्यवस्था से लेकर अन्य व्यवस्थाएं की जाती हैं पर पता चलता है कि बच्चे यहाँ आते ही नहीं। किसी भी स्कूल के बच्चे जब छविग्रह नहीं पहुँचते मजबूरन यहाँ फिल्म का प्रसारण नहीं हो पाता।

      अब सूत्रों का कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने दो दिन बाद जब मामला उछलना शुरु हुआ तब आज अचानक सारे विद्यालयों को सूचना भेजी है कि वह बाल फिल्म महोत्सव में अपने विद्यालय के बच्चों को फिल्म दिखाने लेकर आयें। हो सकता है एक-दो विद्यालय इसमें शामिल हो भी जायें लेकिन संभावना नगण्य ही है। साथ ही शासन की इस महती योजना को सरेआम सिर्फ खानापूर्ति करते हुए भी लाखों रुपये के घोटालों में डूबा शिक्षा विभाग जरा भी घबराहट में नहीं है। ऊपर से सेटिंग करके, नेताओं को खुश करके और सरकार के मंत्रियों के मुँह पर रुपया फेंककर कुर्सी पर बैठे हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पूरा विश्वास है कि उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता।

      सौभाग्य से सीहोर में जिलाधीश श्री आहूजा अभी मौजूद हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब बाल फिल्म महोत्सव जिसका जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से भी अच्छा प्रचार-प्रसार होता है इस बार इसकी सिर्फ खानापूर्ति कर दी गई है। किन अधिकारियों ने इस मामले में गड़बड़ी की है उन पर जिलाधीश को सख्त से सख्त कार्यवाही करना चाहिये।

वन्य प्राणी का शिकार करने वाला रंगे हाथ पकड़ाया, एक फरार, एक आरोपी को बचाने में लगे कई लोग

          सीहोर 30 दिसम्बर (नि.सं.)। वन्य प्राणी भेड़की जो एक दुर्लभ वन्य प्राणी का शिकार करके चुपचाप लौट रहे विलाल कस्बा निवासी अपने साथी के साथ मोटर साईकिल पर सवार था जिसे अचानक धावा बोलकर वन विभाग ने पकड़ लिया। लेकिन सिर्फ विलाल ही विभाग के हाथ आ सका जबकि एक अन्य फरार हो गया। अभी मामला सिर्फ एक पर ही बना है। क्या एक अन्य फरार हुआ है और हुआ है तो वह कौन है इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है जबकि आज दिनभर अनेक महत्वपूर्ण लोग पुलिस विभाग के भी कुछ लोग इस दूसरे व्यक्ति को बचाने के लिये जी-जान से जुटे रहे।

      सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बोरदी इछावर थाना क्षेत्र अन्तर्गत में आज उपरोक्त घटनाक्रम घटित हुआ। यहाँ कस्बा सीहोर निवासी विलाल नामक युवक अपने साथियों के साथ एक शिकार खेलने के लिये गया था। जहाँ इन्होने भेड़की नामक दुर्लभ जंगली जानवर का शिकार किया। यह हिरण सरीखा ही होता है। इसका मांस भी टुकड़े में कर लिया गया था। इसके बाद एक बोरे में भरकर सीहोर लाया जा रहा था तभी वन विभाग के अमले ने इन्हे पकड़ लिया। लेकिन सिर्फ विलाल ही इनके हाथ आ सका जिससे मांस भी जप्त हो गया लेकिन दूसरा साथी विभाग नहीं पकड़ सका है।

      सूत्रों का कहना है कि एक अन्य साथी जिसके तार पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों से जुड़े हुए हैं वह भी इस वारदात में शामिल था और उसे बचाने के लिये आज दिनभर पुलिस विभाग के आला लोग लगे हुए थे। वन विभाग ने वन्य प्राणी अधिनियम के धाराओं के तहत मामला पंजीबध्द कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि जो युवक भाग गया है उसके पास शिकार करने के लिये एक बंदूक भी थी उसे लेकर ही वह भाग निकला।

कबर बिजू ने कराया दाऊ का क्वाटर खाली

      सीहोर 30 दिसम्बर (नि.सं.)। मांसाहारी जानवर कब्र बिजू क्या किसी का भला भी कर सकता है यह सोचना ही बेमानी है लेकिन यहाँ नगर पालिका के एक भोले-भाले कर्मचारी का इसने बड़ा भला कर दिया है और यह कर्मचारी कब्र बिजुओं के कारण बड़े लाभ में आ गया है।

      हुआ यह कि नगर पालिका द्वारा अपने कर्मचारियों के लिये कुछ क्वाटर दिये जाते हैं। ऐसे ही कुछ मकान यहाँ कलेक्ट्रेट के पास बाल विहार मैदान के सामने वाले मार्ग पर स्थित हैं। इन सारे ही मकानों के पीछे की जगह काफी गंदगी रहती है और यहाँ काफी जगह भी है। इसी जगह क ा और झाड़ियों का लाभ उठाकर कब्र बिजुओं ने इस क्षेत्र को अपना बड़ा ठिकाना बना रखा है। यूँ तो पूरे छावनी क्षेत्र में ही कब्र बिजुओं की तादात बहुत बड़ी मात्रा में बढ़ चुकी है और लगभग हर दूसरे घर की छत पर अथवा किसी भी सुनसान जगह पर कब्र बिजुओं ने अपने घर बना लिये हैं। रात अंधेरा होते ही यह जानवर अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं और फिर अपने शिकार को खोजते हैं। आक्रामक शैली का यह जानवर सामान्यत: मांसाहारी है और दूसरे जानवरों को अपना शिकार बनाता है।

      यहाँ नगर पालिका में एक  कर्मचारी हैं दाऊ।  दाऊ बड़े सीधे सरल स्वभाव के हैं हालांकि इनके पास काम बड़ा टेढ़ा सौंपा गया है लेकिन यह किसी तरह उससे निपट लेते हैं। इन्हे पिछले दिनों एक नगर पालिका क्वाटर आवंटित किया गया था यह उसमें रहते उसके पहले ही एक अन्य अधिकारी ने कुछ अपने पद का लाभ उठाते हुए यहाँ जबरिया घुसपैठ बना ली। यह जिससे इनका हक मारा गया।

      खैर जो भी हो वो अधिकारी यहाँ घुस तो गया लेकिन इसका परिवार बहुत छोटा-सा है। बच्चे नन्हे मुन्ने हैं, जब रात के समय हुआ तो एक-दो घर के पीछे कुछ उछल-कूद की आवाज आई यह समझ नहीं पाया कि इतनी रात को बंदर हैं या बिल्ली । बाद में इसे पता चला कि यह तो कबर बिजू हैं और यह खतरनाक भी हैं, इनसे बचना भी मुश्किल है। जब इसे अन्य लोगों ने नेक सलाह दी कि भैया घर में छोटे बच्चे हैं, तुम घर में नहीं हुए उस समय कोई अनहोनी हो गई तो क्या होगा ? तब इनके समझ आई कि घटना बड़ी हो सकती है। तब उन्होने घबराहट में वापस यह मकान खाली किया।

      इस प्रकार कबर बिजुओं के कारण नगर पालिका के कर्मचारी दाऊ को उनके लिये आवंटित मकान वापस मिल गया।

जल अभाव ग्रस्त होने के बाद भी नवीन टयूवबेल खनन जारी

      जावर 30 दिसम्बर (नि.प्र.)। इस वर्ष जिले में हुई अल्प वर्षा को देखते हुए पिछले दिनों जिलाधीश द्वारा जिले को जल अभाव ग्रस्त घोषित किया गया। इस दौरान कई भी बिना अनुमति के नवीन बोर खनन नहीं होने की बात कही गई थी लेकिन क्षेत्र में प्रतिदिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से बोर खनन का काम जारी है।

            गौरतलब है कि इस वर्ष जिले में हुई अल्प वर्षा को देखते हुए जिलाधीश द्वारा पिछले दिनां जिले को जल अभाव ग्रस्त घोषित कर दिया गया। लेकिन इसके बावजूद क्षेत्र में नवीन बोर खनन का काम जारी है प्रतिदिन धड़ले से मशीन इधर से उधर जाती दिखाई देती है। ज्ञात रहे कि जल अभाव ग्रस्त घाषित होने के बाद यदि किसी को नवीन टयूबेल खनन करवाना है तो उसे इसकी प्रशासन से अनुमति लेना पडेगी लेकिन क्षेत्र में ऐसा नहीं हो रहा है गांव-गांव के बेरो कटोक नवीन टयूबेल खनन धड़ल्ले से हो रहे है

            क्या कहते है अधिकारी तहसीलदार शिवराम कनासे का कहना है कि क्षेत्र में नवीन टयूबेल खनन की अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है यदि कही से सूचना मिलेगी तो जरूर कार्यवाही करेंगे हालांकि गांवों में चौकीदारों के माध्यम से मुनादी फिरवा दी गई है। 

मोहर्रम का चांद देखकर चौकी धोने की रस्म अदा की गई

      सीहोर 30 दिसम्बर (नि.सं.)। हजरत इमाम हसन हुसैन की शाहदत्त की याद में बनाये जाने वाला मोहर्रम का त्यौहार मोहर्रम के माह का चांद देखने से शुरू हो जाता है।

      यह त्यौहार लगातार 10 दिनों तक अल्हा की इबाजद कर व गरीब मोहताजों की मदद कर व रोजे रखकर मनाया जाता है वही कुछ लोग ताजिया बनाकर अपने प्यारे रसूल के नवासे की शाहदत्त को याद करते है इसी क्रम में हमारे सीहोर शहर के मुस्लिम धर्म बंधुओं द्वारा चांद देखकर चौकी धुलाई की रसम बड़ी धूमधाम से जनाब जहीर भाई उर्फ भैया भाई हरमाल वाले के जनीब से चौकी धुलाई की रसम पुरी की गई।

      जहीर भाई द्वारा डीजे की धूम के साथ एक जुलूस कसेरे वाले कुआं कस्बे से शुरू कर करबला तक जुलूस को ले जाया गया। इस अवसर पर कस्बे क्षेत्र के सभी ताजियें बनाने वाले बड़े आकिदत से इसमें शरिक हुये।

      इसमें प्रमुख रूप से मुन्ने भाई साईकिल वाले, रिजवान पठान, मंजूर भाई, सलीम बाबा, अन्नु भाई, छोटे भाई, इमरान आटो, मुनव्वर मामू, अजहर मियां, रफीक शर्मा, मो. शाहिद, अनवर भाई, नौशे भाई टेलर, असलम हरमाल, इरफान पचोर, नईम खां, अजहर खां सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। इस अवसर पर इन लोगों ने अपनी-अपनी चौकियों को शरिक किया, उनमें प्रमुख रूप से एलाने मोहम्मद इमामबाड़ा, मुन्ना भाई साईकिल वाले, मंशाराम, इस्लामी चौकी, छोटे पहलवान, अबरार मियां गोहापुरा, जमशेद अली जलालीपुरा, खटिक साहब कलारपुरा, चुम्मु भाई मेवातीपुरा, अंसार सिलावट जमशेद नगर, रामचन्दर बाबा निजामत रोड़ सहित अनेक लोगों की चौकियों शरिक थे। 

टोल फ्री नंबर स्थापित

      सीहोर 30  दिसंबर (नि.सं.)। जिले में मध्यान्ह भोजन कार्यम का व्यवस्थित एवं बेहतर संचालन सुनिश्चित किया गया है। कार्यम के तहत किसी भी प्रकार की शिकायत अथवा सुझाव के लिए जिला पंचायत के एमडीएम सेल में नि:शुल्क टोल फ्री नंबर 18002331133 लगा हुआ है। इस पर कार्यालयीन दिवस  समय में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

      जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अरूण कुमार तोमर ने बताया कि मध्यान्ह भोजन कार्यम के तहत शाला स्तर पर किसी प्रकार की शिकायत  कमी के लिए टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

      श्री तोमर ने जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र सहित समस्त जनपद पंचायताें के मुख्य कार्यपालन अधिकारियाें को निर्देश दिए हैं कि वे इस टोल फ्री नं. 18002331133 को प्रत्येक शाला के किचन शेड तथा ग्राम पंचायत कार्यालय की दीवार पर अंकित कराएं।

 

Tuesday, December 30, 2008

हम्माली बढ़ाने की मांग पर मण्डी बंद, किसानों ने किया चक्काजाम

सीहोर 29 दिसम्बर (नि.सं.)। हम्मालों ने एक बार फिर आज भरपूर आवक के मौसम में अचानक तौल कार्य बंद करके मण्डी व्यापारियों व किसानों को परेशानी में डाल दिया। काफी माथाफोड़ी के बाद भी जब यह नहीं माने तब आक्रोशित किसानों ने अंतत: शाम को सड़क पर आकर अपना आक्रोश प्रकट किया और चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम होते ही जिला प्रशासन जाग गया और दौड़ा भागी मच गई। पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने यहाँ मामले को देखा। मण्डी सचिव की उपस्थिति में अंतत: व्यापारियों व हम्मालों की बैठक हुई और आज किसी तरह वापस तुलाई चालू हो सकी।
जानकारी के अनुसार हर दो साल में यहाँ मण्डी के हम्मालों का एक तय मानदेय के अनुसार हम्माली बढ़ाने का प्रावधान है। करीब 20 दिन पूर्व हम्मालों के दो साल पूर्ण हो गये हैं। इसके बाद हम्मालों की राशि नहीं बढ़ाये जाने पर हम्मालों में आक्रोश था। 2-3 दिन पूर्व हम्मालों की एक बैठक भी इसी तारतम्य में हुई थी लेकिन उसमें कोई उचित निर्णय नहीं लिया जा सका था और ना ही व्यापारियों अथवा मण्डी सचिव तक अपनी बात उन्होने पहुँचाई थी। इसके बाद आज अचानक हम्मालों ने तुलाई बंद कर दी और साथ ही अपनी हम्माली बढ़ाने की मांग भी शुरु कर दी।
आज सोमवार को बड़ी मात्रा में किसान अपनी फसल लेकर मण्डी में बेचने के लिये आये थे जिन्हे अच्छी खासी परेशानी हो गई थी। दिनभर की तुलाई बंद से यहाँ आये बड़ी मात्रा में किसानों में आक्रोश फैलने लगा। शाम करीब 4 बजे तक किसान एकत्र हो गये और बाहर 4.30 बजे तक सड़क पर आ गये यहाँ किसानों ने चक्काजाम कर दिया और वाहन खड़े कर दिये जिससे दोनो तरफ से निकलने वाले लोगों का रास्ता अवरुध्द हो गया। मण्डी रेल्वे गेट के पास हुए चक्काजाम से अचानक पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन को भी जागना पड़ा।
तत्काल पुलिस के अलावा एसडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे भी मण्डी पहुँचे। उन्होने पहले चक्काजाम बंद कराकर किसानों को अंदर बुलाया। यहाँ मण्डी सचिव कार्यालय में बातचीत हुई जहाँ व्यापारियों, हम्मालों का आपसी सामंजस्य काफी मशक्कत के बाद हो सका। आज की तुलाई किसी भी तरह चालू कराये जाने के निर्देश दिये गये। जिसके बाद शाम तुलाई फिर चालू हो गई।
व्यापारिक सूत्रों के अनुसार आज हम्मालों की मांग के अनुसार 13 प्रतिशत हम्माली में बढ़ोत्तरी कर दी गई है जिससे अब हम्मालों की मांग पूरी हो चुकी है जबकि हम्माल सूत्रों के अनुसार अभी हम्माल संतुष्ट नहीं हैं और आगामी दिनों में कुछ भी हो सकता है।

सड़क हादसे में पाँच घायल

सीहोर 29 दिसम्बर (नि.सं.)। जिले के थाना आष्टा अन्तर्गत ट्रक एवं इंडिका की टक्कर में पाँच लोग घायल हो गये। पुलिस ने प्रकरण कायम कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार काकर वार्ड पाटन निवासी धर्मेन्द्र पुत्र धु्रवकुमार राजपूत आज सुबह इंडिका कार एमपी 09 एचबी 9978 से अपने साथी सुमित खरे, गौरव बोहरा निवासी भोपाल, अमरप्रीत निवासी दिल्ली, शशिकांत निवासी उजैन के साथ उजैन जा रहे थे कि इन्दौर भोपाल राजमार्ग स्थित ग्राम आमला के पास इन्दौर तरफ से आ रहे ट्रक एमपी 09 केबी 6686 के चालक ने अपने वाहन को तेजगति एवे लापरवाही पूर्वक चलाते हुए उनकी इंडिका कार में टक्कर मार दी जिससे पाँचो लोग घायल हो गये। जिन्हे प्राथमिक उपचार हेतु अस्पताल आष्टा भेजा गया।

पराजित प्रत्याशी की शिकायत पर आष्टा के 5 कांग्रेसियों को नोटिस

आष्टा 29 दिसम्बर (नि.सं.)। विधान सभा क्षेत्र से 10 हजार के करीब रिकार्ड मतो से पराजित कांग्रेस प्रत्याशी इंजीनियर गोपालसिंह द्वारा भीतर घात की शिकायत के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आष्टा के पूर्व विधायक अजीत सिंह वरिष्ठ नेता मिर्जा बशीर बेग, एच. आर. परमाल पूर्व पार्षद सुनील सेठी, सनव्वर खां को कारण बताओं नोटिस जारी किये है एवं नोटिस का जबाव एक सप्ताह में मंगा गया है। अब नोटिस आने के बाद नेता जबाव देने में जुट गये है।
खबर है कि 1-2 ने जबाव भेज भी दिया है फुरसत को भेजे गये जबाव प्राप्त होने का इंतजार है। परिणाम के दिन इंजीनियर गोपाल सिंह ने मतगणना स्थल पर फुरसत से चर्चा करते हुए आये परिणाम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि जनता का फैसला स्वीकार है पाटी के ही लोगों ने खिलाफ कार्य किया इसकी शीघ्र शिकायत करूंगा।
हम अपनी आपसी फुट के कारण ही हारे है हारने के बाद भी क्षेत्र के विकास के लिए जनता की समस्याओं को उठाने का कार्य करता रहूंगा।

युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की

सीहोर 29 दिसम्बर (नि.सं.)। बीती रात अम्बेडकर उद्यान गंज सीहोर निवासी एक युवक ने अज्ञात कारणों से अपने घर में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अम्बेडकर पार्क गंज निवासी 23 वर्षीय जितेन्द्र पुत्र राजेन्द्र बरकड़े ने अज्ञात कारणों के चलते बीती रात अपने मकान में फांसी लगाकर खुदकु शी कर ली। पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम हेतु भेज मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है।
गंज क्षेत्र में सुबह जैसे ही जितेन्द्र द्वारा फांसी लगाये जाने की खबर फैली वैसे ही चर्चाओं का बाजार सरगर्म हो गया। युवक मिलनसार और सामाजिक होने के कारण मोहल्ले में सबका प्रिय था। लेकिन उसके द्वारा आत्महत्या का निर्णय क्यों लिया गया यह बात किसी को भी समझ नहीं आ सकी।

मोहर्रम की शुरुआत हुई चौकी का जुलूस निकला

सीहोर 29 दिसम्बर (नि.सं.)। मोहर्रम की पहली तारीख पर चाँद दिखते ही सीहोर मुस्लिम समाज ने मोहर्रम का त्यौहार मनाया। पहले दिन आज छावनी में मोहम्मदी अखाड़े के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शामिल समाज के लोगों की उपस्थिति में चौकी धुलने का जुलूस निकला।
देर रात 9 बजे मुस्लिम त्यौहार कमेटी की अगुवाई व मोहम्मदी अखाड़े के नेतृत्व में बद्री महल चौराहे से उठे चौकी धुलाई के जुलूस में आज गंज तथा मछली बाजार से बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए। जुलूस गाँधी मार्ग से नमक चौराहा होता हुआ महिला घांट सीवन नदी किनारे पहुँचा यहाँ से वापस रवाना हो जाता है।
आज जुलूस में मोहम्मदी अखाड़े के अलावा मासूम अखाड़ा मछली बाजार व आजाद अखाड़ा रानी मोहल्ला गंज भी शामिल थे। मोहम्मदी अखाड़े के अजीज चाचा, सिध्दिकी पहलवान, रईस लोहार, हनीफ, नईम राइन सहित मुस्लिम त्यौहार कमेटी के अध्यक्ष रिजवान पठान, उपाध्यक्ष मोहम्मद इरशाद, सचिव अन्नू मंसूरी, हाजी अतिकुर्रहमान, फारुक अंजुम, मोहसीन बेग, मो. हारुन, मो. कय्यूम, हनीफु रर्हमान, हाजी शरीफ भाई राईन,जफर नागौरी, कल्लू पहलवान, नौजवान त्यौहार कमेटी जाहिद खान, अजहर मंसूरी भी प्रमुख रुप से शामिल थे। आज निकले चौकी के जुलूस में दो डीजे भी शामिल थे। बड़ी संख्या में युवा वर्ग शामिल था। इस वर्ष समिति निर्णय लिया है कि वह मशालों का कम से कम उपयोग करेंगे। आज से नया वर्ष हीजरी 2930 भी लग गया है।
आज कस्बा में पीली मस्जिद से चौकी धुलाई का जुलूस पुख्ता मस्जिद से होता हुआ बजरिया पहुँचा यहाँ से सीधे कर्बला पहुँचा जहाँ चौकी धोई गई। कस्बा क्षेत्र में काफी संख्या में मुस्लिम वर्ग के युवा शामिल हुए।

मोहरर्म कमेटी काजीपुरा आष्टा का गठन

आष्टा 29 दिसम्बर (नि.प्र.)। जमात खाना काजीपुरा आष्टा में मोहर्रम का त्योहार मनाने हेतु एक मिटिंग हाजी अब्दुल मजीदखा पठान के सदारत में रखी गई। जिसमें सभी पदाधिकारियों का गठन इत्तेफाक राय से गठन किया गया। जिसमें सर्व सम्मति से सदर जाकिर पटेल व नाय िसदर शब्बन पठान किला व अंसारअली एवं सचिव श्री मतीन खा पठान एवं सह सचिव शेपू कुरेशी व खजांची शेख आरिफ पत्रकार व तारिक मेहमूद को चुना गया जिसमें सरपरस्त हाजी अब्दुल मजीदखा, हिफुजुर्रहमान भैया मियां, मुबारिकउददीन, पप्पू भाई सरपंच पदमसी, अनवार हुसैन साहब पार्षद हाली शेख शफी साहब शेख इमदाद, मुन्नेभाई, एम.पी. शेख सलीम घडी वाले अजीज भाई अंसारी पार्षद, मेहमूद हसन अंसारी नूर अंसारी गंज, बब्बन भाई नियाजी किला, मसूदखान, शेख लइक, शेख इरशाद, नोशाखा हम्माल, प्यारा चक्की, जमीर हुसेनी दादा, शन्नाभाई सरपंच गबू कुरेशी, सादिक कुरेशी, अनीस कुरेशी, खाजू कुरेशी, गुलाशाह, सलीम अंसारी, शहजादाशह भाई सेफ, अमीन अकरम पठान, पप्पू होटल, इरफानभाई कबाडी, इब्राहीम भाई राईन, इसरार मिर्जा, खालिद पठान, शेख रईस भाई, नेता शेख समर, शेख अतीक, उस्ताद सुक्कू लाईट, मो. हबीब प्रिंस, हनीफ, शेखलाल, रियाज हाफिज बब्बन, सा. ताशा सदर इममूशा व नन्नूशाह अययूब कुरेशी हलीम शाह आदि को चुना गया।

जल संकट से निपटने के लिये नगर पंचायत ने शुरू की तैयारी

जावर 29 दिसम्बर (नि.प्र.)। भविष्य में आने वाले जल संकट को देखते हुए नगर पंचायत ने अपनी तेयारी शुरू कर दी है। जल संकट से निपटने के लिए न.पा. ने 27 लाख 11 हजार 500 सौ रूप्ये की कार्य योजना बना कर जिला प्रशासन को भेज दी है। इस वर्ष हुई अल्प वर्षा का नगर के टयूबेलों व हैण्पम्प पर अभी से दिखाई देने लगा है नगर में पानी की कमी को देखते हुए नगर पंचायत ने अब नगर में दो दिन छोड़कर पानी देना शुरू कर दिया हे। नगर व आस-पास एक कोई जल नहीं है जिससे पानी लिया जा सकें नगर में फिलहाल टयूबेलों के जरिये ही पानी सप्लाई किया जा रहा है तो कुछ वार्डो के लोग हैण्डपम्पों से पानी की पूर्तिकर रहे है तो कई वार्डो के लोग निजी टयूबेलों से पानी ला रहे है नगर से एक कि.मी. की दूरी पर बना स्टापडेम खाली पड़ा है। नगर पंचायत ने उसके जल स्त्रोत बंद होने की स्थिति में निजी टयूबेलों का अधिग्रहण करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। नगर पंचायत अधिकारी राहुल शर्मा ने बताया कि जो जिला प्रशासन को 27 लाख 11 हजार 5 सौ रूपये की कार्य योजना बनाकर भेजी है उक्त राशि परिवहन पर नही खर्च की जायेगी जिसमें डीजल मजदूर व आवश्यकता पड़ने पर टेक्ट्रर व टेकर भी किराये से लेना है इसके अलावा 27 लाख रूपये की कार्य योजना बनाकर नगरीय प्रशासन भोपाल को भी भेजी गई है। उक्त राशि में से दस नये टयूबेल बोर खनन करवाना, नये हैण्डपम्प लगवाना जो टयूबेल सुख गये है उन्हें ही बोर करवाना एक टेक्ट्रर टेंकर क्रय करना साथ ही बिजली नहीं रहने की स्थिति में जनरेटर इंजन भी क्रय करना शामिल है। आगे शर्मा ने बताया कि हमारी कोशिश रहेगी कि नगरवासियों को बराबर पानी उपलब्ध करवाया जाय इसमें उन लोगों का भी सहयोग लिया जायेगा जिनके बोरों में पानी है। पंचायत अध्यक्ष फूलसिंह मालवीय ने बताया भविष्य में आने वाले जल संकट को देखते हुए व उससे निपटने के लिए नगर पंचायत ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इस बार भी जिन वार्डो में पाईप लाइन के जरिए पानी नहीं पहुंचेगा उन वार्डो में टेंकरों के माध्यम से पानी पहुंचाया जायेगा।

जनादेश का हरण हुआ: उमाश्री

सीहोर 29 दिसम्बर (नि.सं.)। भारतीय जनशक्ति पार्टी का जिला सम्मेलन में यह उद्गार करते हुए भारतीय जनशक्ति पार्टी सुश्री राष्ट्रीय अध्यक्षा उमा भारतजी ने आज सीहोर जिला सम्मेलन में कही उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि मॉ सीता का हरण होने के बाद राम की सेना में जो मातमी थी वही आज जनशक्ति के कार्यकर्ता के चेहरे पर है आज हजारों कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में कही। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित युवा नेता सन्नी महाजन, रमीला परमार, श्याम चोरसिया, कमलेश राठौर, बालकृष्ण नामदेव, कमलेश कुशवाह, द्वारकादास अग्रवाल, आदि लोगों ने सभा को सम्बोधित किया। सभा कस सफल संचालन पार्षद कमलेश राठौर ने किया और आभार व्यक्त सन्नी महाजन ने किया। मंच पर उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से हिरदेश राठौर, कमल प्रजापति, आशीष विश्वकर्मा, विनोद यादव, सेवा यादव, प्रदीप यादव, रामसिंह धनगर, शिव गुप्ता, प्यारेलाल पाटीदार। स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से कमल प्रजापति, जहीर खान, अजहर मंसूरी, हरीश विश्वकर्मा, श्रीमती शुक्ला हरनाथ सिंह, तीरथ दांगी, घनश्याम मेवाड़ा, उत्तम सिंह चौहान रेहटी, रामचरण राठौर, लखन परमार, संतोष चौहान, सुरेन्द्र सिंह लोधी, चन्द्रशेखर नामदेव, गोकल प्रसाद छाया, मूलचन्द छाया, मनोज राठौर, रिंकू महाजन, विवेक राय, लखन कुशवाह आदि।

रातभर चलता रहा कवि सम्मेलन

सीहोर 29 दिसम्बर (नि.सं.)। हिन्दू उत्सव समिति द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवियों ने मुम्बई की आतंकी घटनाओं पर जमकर तीखे प्रहार किये। कड़कड़ाती ठंड के बावजूद रात भर ये कवि सम्मेलन चलता रहा।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री रमेश सक्सेना, अध्यक्ष अम्बादत्त भारतीय, विशिष्ट अतिथि बेनी प्रसाद राठौर तथा हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष सतीश राठौर ने मॉ सरस्वती तथा मुम्बई की घटना में शहीद सैनिकों के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि श्री रमेश सक्सेना ने हिन्दू उत्सव समिति को बधाई दी कि उन्होंने सीहोर में शहीदों को समर्पित एक आयोजन रचा है। अम्बादत्त भारतीय ने सीहोर के स्वतंत्रता संग्राम का जिक्र किया।
हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष सतीश राठौर ने अपने भाषण में हिन्दू उत्सव समिति की गतिविधियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इससे पूर्व समिति के पंडित वासुदेव मिश्रा, शंकर प्रजापति, हरी पालीवाल, मोहन चौरसिया, डॉ. आर.सी. जैन, राजेश जायसवाल, दिलीप राठौर आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के प्रथम खण्ड का संचालन मीडिया प्रभारी प्रदीप समाधिया ने किया।
कवि सम्मेलन को मुम्बई में शहीद सैनिकों तथा भारतीय सेना को समर्पित किया गया था। कवि सम्मेलन का शुभारंभ प्रसिद्ध कवियित्री अनु शर्मा सपन ने सरस्वती वंदना से किया। इसके पश्चात मालवी कवि हजारीलाल हवालदार ने मालवी भाषा में अपनी ही शेली में चुटीली कविताएं पढ़ी। कवि जलाल मयकश ने पाकिस्तान तथा पाक समर्थकों पर अपनी कविताओं में तीखे प्रहार किये तथा कहा कि कश्मीर तेरे बाप की जागीर नहीं हे। सीहोर के कवि पंकज सुबीर ने आतंकवाद पर तीखे छंद पढ़े तथा गलत बयानी कर रहे नेताओं पर कहा शहादत पर प्रश्न जो उठाये ऐसे मंत्रियों की कुर्सियाें से छीन के उतार देना चाहिए। वही कवियित्री शबाना शबनम ने अपनी सुमधुर आवाज में श्रृंगार रस के कई गीत पढ़े। ओज के कवि मदन मोहन समर ने आतंकवाद पर ज्वलंत प्रश्न उठाय ओर समाधान के रूप में कहा एक डोर पर फॉसी टांगो अफजल और कसाब को मुम्बई के कवि अलबेला खत्री ने लाफटर शो के अपने कई आइटम प्रस्तुत किये अटल बिहारी वाजपेयी की शैली की उनकी कविता ये अच्छी बात नहीं है को खूब पसंद किया गया। गीतकार रमेश शर्मा ने एक आम सी लड़की तथा गांव की कहानी दो गीत पढ़े जिनको खूब पसंद किया गया। कवियित्री अनु शर्मा सपन ने कई मधुर गीत पढ़े जिन्दा रहना है तो जिंदगी से लड़ो आसमां से नही रोटियां आएगी को खूब पसंद किया गया। कार्यक्रम का सफलता पूर्वक संचालन कर रहे संदीप शर्मा हास्य कवि ने हास्य की अपनी ही विशिष्ठ शैली में काव्य पाठ करते हुए श्रोताओं को जमकर गुदगुदाया। हास्य कवि सोड नरसिंहपुरी ने राजनैतिक घटनाक्रम पर चुटीली रचनाऐं पढ़ी तथा कुछ दिनों पूर्व सम्पन्न हुए चुनावों पर छंद पढ़ा। ओज के शीर्ष कवि विनीत चौहान ने आतंकवाद पर कडे प्रहार किये। उन्होंने अफजल को फॉसी नहीं देने पर अपनी कविताओं में सरकार पर तीखे प्रहार किये। कड़कड़ाती ठंड के बाद भी स्थानीय बस स्टेण्ड पर सुबह चार बजे तक आसपास के क्षेत्रों से आये हजारों श्रोता कवि सम्मेलन को सुनते रहे। सुबह चार बजे कवि सम्मेलन का समापन हुआ। हिउस द्वारा आभार। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के सफलता पूर्वक सम्पन्न होने पर समिति ने पुलिस प्रशासन, नगर पालिका, स्थानीय पत्रकार बंधुओं, श्रोताओं तथा अन्य सभी सहयोगियों को आभार व्यक्त किया है। समिति के अध्यक्ष सतीश राठौर ने कवि सम्मेलन की सफलता को सभी के सहयोग का फल बताते हुए कहा कि समिति हर वर्ष आयोजन करेगी।
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Monday, December 29, 2008

जब तक पेयजल समस्या हल नहीं तब तक सम्मान नहीं कराऊंगा-रमेश सक्सेना, अनौपचारिक पत्रकार वार्ता में कहा विधायक ने

सीहोर 28 दिसम्बर (नि.सं.)। शहर की गंभीर पेयजल संकट को देखते हुए क्षेत्र के नवनिर्वाचित विधायक रमेश सक्सेना ने कल कवि सम्मेलन के सार्वजनिक मंच पर और आज पत्रकारों को दिये गये सहभोज में भी घोषणा की कि शहर को जब तक पेयजल समस्या से छुटकारा नहीं दिला सकूंगा तब तक मैं कोई सम्मान या स्वागत स्वीकार नहीं करुंगा।
आज कुईयाश्री गार्डन में आयोजित सहभोज कार्यक्रम में विधायक श्री सक्सेना ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि इस बार चुनाव प्रचार में जिस जगह भी गया उसी गली-मोहल्ले में पेयजल की समस्या एक गंभीर मुद्दा बनकर मेरे सामने आया। पिछले पाँच वर्ष के कार्यकाल में मैने अपनी और से जितनी बन सकी कोशिश विधायक निधि के माध्यम से स्थान-स्थान पर बोर-नलकूप खनन कराकर उसके माध्यम से पानी उपलब्ध कराया। लेकिन इससे समाधान नहीं हो सका। अब जब मैं आभार व्यक्त करने भी निकल रहा हूँ तो यह समस्या महत्वपूर्ण रुप से फिर सामने आई है। उस समस्या के हल की मैं पूरी कोशिश करुंगा।
पत्रकारों से इस विषय पर उठाये गये प्रश्न पर विधायक श्री सक्सेना ने कहा कि शहर को पानी चाहिये और वो किस माध्यम से आयेगा यह काम देखना शासन का है। कोलार से अगर पानी आ सकता है तो कोलार से दिया जाये या नर्वदा मैया जब बैरागढ़ तक आ गई हैं तो उस माध्यम से भी अगर पानी आ सकता है तो दिया जाये। आपने कहा कि हमें पानी चाहिये और शासन कैसे उपलब्ध कराता है यह काम उन्हे देखना है।
एक अन्य सवाल के जबाव पर आपने कहा कि माननीय अटल जी का जो स्वप् नदी जोड़ो अभियान का था उस स्वप्न को भी इस तरह युवा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान साकार कर सकते हैं कि नर्वदा जी का पानी आष्टा के निकट पार्वती नदी में छुड़वाया जाये तो आष्टा से लेकर सीहोर जैसे बड़े दो शहरों के अलावा सैकड़ो गांव भरपूर जल से सम्पन्न हो जायेंगे। जहाँ आष्टा और सीहोर की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान इस माध्यम से हो सकेगा वहीं क्षेत्र में कृषि को भी लाभ मिलेगा।
श्री सक्सेना ने कहा कि सीहोर में पार्वती योजना का बैरागर्क करने में नगर पालिका यादा जिम्मेदार रही है। पेयजल के लिये आये करोड़ो रुपयाें को दीगर जगह खर्च कर भारी भ्रष्टाचार कर लिया है। नहीं तो केन्द्र शासन से आई एक योजना में पार्वती पेयजल योजना के खारपा डाल पर एक स्टापडेम बनना था, टंकियों का निर्माण होना था, लेकिन यह नहीं हो सका। इसलिये नगर पालिका पर कोई विश्वास किया ही नहीं जा सकता। अब मैं स्वयं प्रयास कर रहा हूँ कि खारपा डाल पर एक बड़ा स्टापडेम बन जाये जिससे योजना के मूल स्थान पर पानी का यादा भंडारण बना रहे ताकि आगामी वर्षों में अपने स्तर पर पानी की समस्या से निजात पा सकें।
एक पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर की इस बार चुनाव में भाजपा में भीतरघात करने वालों की क्या आपने शिकायत की है या आप शिकायत करने वाले हैं के जबाव में श्री सक्सेना ने कहा कि किनने काम किया और नहीं किया यह काम संगठन को देखना है। मैं शिकायतों पर विश्वास नहीं करता। ना ही मैं चाहता हूँ की वो पार्टी से बाहर हों। श्री सक्सेना ने मुस्कुराते हुए अपने अंदाज में कहा कि पार्टी में रहेंगे तो शांति से अपना समय निकालेंगे और बाहर निकालने के बाद तो वो और बाहर जाकर विरोध ही करेंगे। जो लोग भाजपा छोड़कर गये हैं वो तो पिछले चुनाव में भी मेरे साथ नहीं थे। उस चुनाव में भी उन्होने मेरा विरोध ही किया था। और उनके जाने या रहने का मुझे कोई लाभ हुआ ना ही कोई नुकसान। आज विधायक श्री सक्सेना ने सभी पत्रकारों का चुनाव में दिये गये सहयोग पर आभार व्यक्त करते हुए कहा की जिस तरह का पत्रकारों का मुझे सहयोग बना रहा है वैसा ही सहयोग मुझे आगामी पाँच साल तक मिलता रहे और मार्गदर्शन भी देते रहें। सीहोर विधानसभा प्रभारी प्रकाश व्यास काका ने भी आज सभी का आभार व्यक्त किया।

समन्वित प्रयासों से टीकाकरण की लक्ष्यपूर्ति करें - कलेक्टर

सीहोर 28 दिसंबर (नि.सं.)। शासन की मंशा के अनुरूप जिले में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के नियमित और गुणवत्तापूर्ण टीकाकरण के लिए जिला प्रशासन द्वारा ठोस पहल की जा रही है। जिले में विभिन्न विभागों के सहयोग से शत प्रतिशत टीकाकरण की लक्ष्यपूर्ति सुनिश्चित की गई है। इस सिलसिले में बाल्य स्वास्थ्य पर जिला स्तरीय तीन दिवसीय कार्यशाला प्रारंभ हुई। जिसमें कलेक्टर डी.पी.आहूजा की मौजूदगी में प्रतिभागियों को टीकाकरण, पोषण तथा सुपर विजन की ट्रेनिंग दी गई। कार्यशाला में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अरूण कुमार तोमर, डी.एफ. ओ. के.पी.बांगर, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल संभाग डॉ बी.एस.ओहरी, इम्यूनाइजेशन बेसिक्स लखनऊ डॉ.मनीष जैन, संभागीय टीकाकरण समन्वयक भोपाल संभाग डॉ. रत्ना मूले, स्टेट प्रोग्राम अधिकारी डॉ. राजन दुबे एवं जिले के सभी एस.डी.एम.,जनपद पंचायतों के सीईओ एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
द क्रिसेन्ट रिसोर्ट क्लब सीहोर में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर डी.पी.आहूजा ने कहा कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं के नियमित टीकाकरण के लिए वर्तमान व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्य में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय मानकों का पालन बहुत जरूरी है। नियमित टीकाकरण कार्यम का संचालन बेहतर तरीके से हो इसके लिए यह जरूरी है कि विभिन्न विभागों खासकर स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, जिला पंचायत, वन, शिक्षा और राजस्व, आदिम जाति कल्याण का समन्वय होना आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कार्यशाला आयोजित की गई है।
कलेक्टर श्री आहूजा ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने भ्रमण के दौरान नियमित टीकाकरण कार्यम की समीक्षा करें ताकि इसकी शत प्रतिशत लक्ष्यपूर्ति हासिल की जा सके। उन्हाेंने कहा कि विभिन्न विभागों के समन्वित प्रयासों से टीकाकरण के लिए जाने वाली कार्यवाही के संबंध में कार्यशाला में विस्तृत जानकारी दी जायगी ताकि जिला, खण्ड एवं सेक्टर स्तर पर अनुश्रवण की स्थिति को कारगर बनाया जा सके। उन्होने नियमित रूप से कोल्डचेन मेन्टेन करने, समय समय पर व्हेक्सीन और कोल्ड चेन उपकरणों का सुपरवीजन करने, लक्षित बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करने, आंगनबाड़ी के जरिए बच्चों को पौष्टिक आहार देने तथा जन जागरूकता लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
कार्यशाला में डॉ.बी.एस.ओहरी ने स्वागत भाषण दिया। कार्यशाला में मौजूद प्रतिभागियों को विभिन्न स्तर पर सपोर्टिव सुपरवीजन के लिए चैक लिस्ट और सार्वभौमिक टीकाकरण के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया तथा आवश्यक प्रपत्र एवं जानकारी उपलब्ध कराई गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.एल.मरावी ने बताया कि टीकाकरण एवं बाल्य स्वास्थ्य के संबंध में आयोजित तीन दिवसीय इस कार्यशाला के दूसरे और तीसरे दिन एक-एक टीम जिले के प्रत्येक ब्लाक में अनुश्रवण के लिए भेजी जायगी और टीमों द्वारा एकत्र ब्यौरे की समीक्षा की जायगी।
कार्यशाला में एस.डी.एम. सीहोर चन्द्र शेखर वालिम्बे, एसडीएम आष्टा श्रीमती जी.व्ही.रश्मि, एसडीएम बुधनी चन्द्रमोहन मिश्रा, एसडीएम इछावर रवि शंकर पटले, एसडीएम नसरूल्लागंज एस.के.उपाध्याय, सिविल सर्जन डॉ.टी. एन. चतुर्वेदी सहित सभी ब्लाक मेडिकल ऑफीसर्स, महिला बाल विकास अधिकारी एवं बाल विकास परियोजनाओं के समस्त सी.डी.पी.ओ.,जिला शिक्षा अधिकारी सहित सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी, आयुष चिकित्सक, वन एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।

Sunday, December 28, 2008

भूसे को बाहर ले जाने पर लगे रोक

जावर, 26 दिसम्बर (नि.प्र.) इस वर्ष हुई अल्प वर्षा का असर चौतरफा दिखाई देने लगा है नगर सहित गांवों में अल्प वर्षा के कारण अभी से जल संकट दिखाई देने लगा है वही कम बारिश होने के कारण क्षेत्र में गेहूं की बोवनी काफी कम क्षेत्र में हुई है। जहां कई पहले किसानों ने गेहूं की बुआई भी कर दी थी तो अब उस फसल को पानी नहीं मिल रहा है।

      ऐसी स्थिति में इस वर्ष गेहूं का भूसा कम होने की आशंका से क्षेत्र का पशुपालक किसान अभी से चिंतित दिखाई देने लगा है। हालांकि जिले में भूसे की कही कोई कमी नहीं है लेकिन प्रतिदिन क्षेत्र व जिले की सीमा से बाहर के लोग आकर भूसा खरीद कर ले जा रहे हे जिस कारण भूसा मंहगा किने लगा है क्षेत्र के पुशपालकों ने जिलाधीश से जिले से बाहर भूसा ले जाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

      पशु पालक राधेश्याम पाटीदार ने बताया कि इस वर्ष अल्प वर्षा के कारण काफी कम क्षेत्र में ही गेहूं की बुबाई हुई है ऐसी स्थिति में आने वाले समय में भूसे का संकट आना स्वाभाविक है।

      भाटीखेड़ा के अनिल मालवीय ने बताया कि क्षेत्र में अभी भूसे की कोई कमी नहीं है लेकिन अन्य जिलों से प्रतिदिन लोग आकर क्षेत्र से अधिक कीमत पर भूसा खरीद कर ले जा रहे है जिस कारण स्थानीय पशुपालकों को महंगा भूसा (बगदा) खरीदना पड़ रहा है।

      दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के अध्यक्ष रमेश पाटीदार का कहना है कि जिस तरह जिलाधीश ने जिले को जल अभाव ग्रस्त घोषित किया है ठीक उसी तरह से जिले की सीमा से बाहर खरीद कर ले जा रहे भूसे पर भी प्रतिबंध लगाना चाहिए। जिले की सीमा से बाहर भूसा ले जाने पर क्षेत्र के किसानों ने प्रतिबंध लगाने की मांग की है। मांग करने वालों में कमलसिंह, राजेन्द्र सिंह, फूलसिंह, विक्रमसिंह, खुमानसिंह, करण सिंह, धीरजसिंह, जसपाल सिंह, दयाराम, मान सिंह आदि। 

प्रशासनिक फेरबदल की अटकलें तेज

      सीहोर 27 दिसम्बर (नि.सं.)। मध्य प्रदेश शासन के चुनाव होने के साथ ही अब सीहोर की प्रशासनिक फेरबदल की अटकलें बहुत तेजी के साथ शुरु हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी नई पारी की शुरुआत करते हुए पहले ही दिन से प्रशासनिक कसावट के संकेत दे दिये थे। इन्दौर में पड़े बैंक डाके के मामले में मुख्यमंत्री ने कहा था कि सिर्फ रिजल्ट की बात कीजिये। इसी क्रम में मुख्यमंत्री जी जब सीहोर जिले में यात्रा हुई तब भी उन्होने स्पष्ट संकेत दे दिये थे कि यहाँ बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होगा। जिसमें कुछ अधिकारियों को जिले से बाहर जाने के संकेत हैं।

      मुख्यमंत्री जब बांद्राभान आये थे तब हेलीपेड उनकी एक प्रशासनिक अधिकारी क्या बातचीत हुई इसको लेकर चर्चाएं सरगर्म हैं। चुनाव के दौरान जिस तरह से प्रशासन काम कर रहा था और विशेषकर सीहोर विधानसभा क्षेत्र में प्रशासन का रुख एकदल बदला हुआ था और काफी हरकतें पुलिस विभाग ने भी की थी उससे लग रहा था कि निश्चित ही यदि भाजपा शासन फिर सत्ता में आया तो यहाँ बड़ा फेरबदल होगा। बहुत बड़ी संख्या में इस बार जहाँ जिला बदर की कार्यवाही हुई वहीं कई नामचीन लोगों को पुलिस ने भी चुनाव के दौरान उठवाया था।

      इधर भाजपा शासन वापस सत्ता में आते ही सबसे पहले जिला मुख्यालय पर प्रशासन की आंख-नाक एसडीएम को सीधे बुदनी नसरुल्लागंज भेज दिया गया है। एसडीएम श्री मिश्रा काफी चर्चाओं में थे और चुनाव के दौरान ही उनसे भाजपाई खफा-खफा थे।

      उधर जब मुख्यमंत्री बांद्राभान पहुँचे तो वहाँ उन्होने प्रशासनिक अधिकारियों से अपने अलग ही तेवर में बातचीत करते हुए स्पष्ट कर दिया कि यहाँ परिवर्तन होगा।

      स्थानान्तरण होने के यह संकेत सर्वाधिक चर्चाओं में बने हुए हैं। साथ ही पुलिस प्रशासन में काफी हलचल मची हुई है। जिला प्रशासन भी यह मानकर चल रहा है कि आगामी दिनों में जो भी स्थानान्तरण की सूचियाँ जारी होंगी उनमें सीहोर के नाम भी प्रमुखता से शामिल रहेंगे।

      भाजपा का पिछला शासन जहाँ प्रशासनिक ढील के कारण आम कार्यकर्ताओं व जनता के  लिये परेशानी का कारण बना हुआ था वहीं अब मुख्यमंत्री के तेवरों से यह संकेत दिख रहे हैं कि कुछ कसावट सामने आयेगी। देखते हैं क्या  होता है। 

कार्यों को शीघ्रता से पूरा करें - कलेक्टर

      सीहोर 27 दिसंबर (नि.सं.)। कलेक्टर डी.पी.आहूजा ने आज एक बैठक में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत वन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्हाेंने कार्यों की धीमी गति पर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए कार्यों को गति के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम श्रीमती भावना वालिम्बे, जिला पंचायत के सीईओ  अरूण कुमार तोमर, डीएफओ  के.पी.बांगर सहित जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं वन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

      बैठक में कलेक्टर श्री आहूजा ने वन विभाग के रेन्ज अधिकारियों से रैंजवार प्रशासकीय स्वीकृति एवं किए गए कार्यों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एनआरई जीएस) के कार्यों में शिथिलता को गंभीरता से लिया जायगा। जहां कार्य प्रारंभ नहीं हुए हैं वहां तत्काल कार्य प्रारंभ कराए जाएं और इनका निरंतर रिव्यू किया जाये। अधिकारी ग्राम पंचायतों से समन्वय बनाकर एनआरई जीएस के कार्यों को शीघ्रता से पूरा करें और कार्यों में कितना श्रम लगा इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट भिजवाएं। उन्होंने बताया कि   23 नए कार्यों के लिए एक करोड़ 25 लाख की राशि मंजूर की गई है।

      बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी अरूण कुमार तोमर ने बताया कि एनआरईजीएस के तहत 18 कार्यो के लिए 86 लाख की राशि मंजूर की गई है जिसमें से 43 लाख की राशि वन विभाग को 6 माह पूर्व जारी की जा चुकी है। डीएफओ श्री बांगर ने बताया कि एनआरईजीएस के तहत कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं और फरवरी,09 तक इन्हें पूरा कर लिया जाएगा।

      बैठक में एसडीएम सीहोर चन्द्रशेखर वालिम्बे, एसडीएम आष्टा श्रीमती जी.व्ही.रश्मि, एसडीएम बुधनी चन्द्रमोहन मिश्रा, एसडीएम इछावर रविशंकर पटले, एसडीएम नसरुल्लागंज एस.के.उपाध्याय, रैन्ज आफीसर एस. के.जैन, ए.के.जैन, व्ही.एस. तोमर, वाय. एस. परमार, आर.के.सिंह, पी.के. त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। 

दस हजार वर्ष तक भोगनी पड़ती है प्रेतयोनी-पं.उपाध्याय

               सीहोर27 दिसम्बर (नि.सं.)। माता-पिता को जो पीड़ा पहुंचाते हैं जो कपूत उन्हें वृद्धास्था में सहारा न देकर वृद्ध आश्रम पहुंचाते हैं पर स्त्रीगमन करते हैं। निर्धनों को सताते हैं और दूसरों का धन हड़प लेते हैं। दान पुण्य से जो दूर रहते हैं ऐसे दुष्ट दुर्जन मानवों को दस हजार वर्ष तक प्रेत योनी भोगनी पड़ती है। उनका कल्याण भगवान भी नहीं करते हैं।

      उक्त प्रेरणादायी उदगार भागवत कथा वाचक पंडित चेतन्य उपाध्याय ने श्रद्धालुओं ने श्रवण कराएं। इंदौर नाका स्थित वटेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में सोमवार से श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा प्रारंभ की गई। इससे पूर्व कलश यात्रा निकाली गई जिसमें मुख्य यजमान के रूप में सन्नी महाजन तथा पत्नि शोभना महाजन सम्मिलित हुए।

      नवयुवक मारूति नंदन मण्डल द्वारा इंदौर नाका स्थित वटेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में श्रीमद भागवत कथा आयोजित की जा रही है। कथा के पहले दिन वटेश्वर महादेव मंदिर से कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा ढोल ढमाकों के साथ दशहरा मैदान स्थित राधाकृष्ण मंदिर पहुंची जहां पर पंडित चेतन्य उपाध्याय के सानिध्य में यजमान सन्नी महाजन ने सपत्निक तथा भूपेन्द्र सिंह पटेल ने भगवान कृष्ण तथा व्यास गादी और देवी देवताओं की विधिवत पूजा अर्चना की तत्पश्चात कलश यात्रा दशहरा बाग और बजरंग कालोनी का भ्रमण करती हुई वापस कथा स्थल पर पहुंची जहां पर विधि विधान से पंडित चेतन उपाध्याय द्वारा श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ किया गया उन्होंने पहले दिन श्रद्धालुओं को भक्ति वैराग्य और गीताजी का महत्व धार्मिक प्रसंगों के माध्यम से श्रवण कराया।

      उन्होंने धुंधली तथा गोकरण कथा प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जो पर स्त्री गमन करते हैं अपने माता-पिता का अपमान करते हैं, पराया धन हड़पते हैं, निर्धनों को कष्ट पहुंचाते हैं ऐसे दुर्जनों को दस हजार वर्ष तक प्रेत योनी भोगनी पड़ती है जिसमें उन्हें मनुष्य योनी से भी कई अधिक कष्टों का सामना करना पड़ता है। यह दस हजारी प्रेत योनी गंगाजी में पिण्डदान और तर्पण करने से भी नहीं छूट पाती है। पहले दिन ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंडाल में कथा श्रवण करने उपस्थित हुए थे।

      सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ में अजामिल, प्रहलाद चरित्र, वामन अवतार, रामअवतार, कृष्ण जन्म, महारास, भ्रमर गीत, गोर्वधन पूजा, रूकमणी विवाह, सुदामा चरित्र इत्यादि कथाएं होंगी। समिति के देवेन्द्र सेंगर ने बताया कि प्रतिदिन दोपहर एक बजे से शाम 4 बजे तक कथा आयोजित की जा रही हैं। कथा स्थल पर महिला श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था विशेष रूप से की गई है।

अहमदपुर में भव्य मानस गान प्रतियोगिता का समापन

      सीहोर 27 दिसम्बर (नि.सं.)। विधायक रमेश सक्सेना के जन्मदिन के उपलक्ष्य में देवीपुर ग्राम (अहमदपुर में) भव्य मानस गान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

      इस प्रतियोगिता में 19 टीमों ने भाग लिया इसमें सीहोर आर्दश तुलसी मानस मंडल कुरावर, नवयुवक बजरंग मंडल नरसिंहगढ़, बजरंग मानस मंडल बैरसिया, रामायण समिति गुनगा, रामचरित मानस मंडल बाबई कीर्तन मंडल मानस प्रचार समिति बाजार बरखेड़ा प्रमुख रूप से उपस्थित थे इन प्रमुख मंडलों की प्रस्तुति को सुमधुर लय में गाकर सुनने वाी जनता का मन मोह लिया प्रतियोगिता का गायन रात्रि नौ बजे से सुबह 6 बजे तक चलता रहा। इसमें प्रथम पांच मंडलों की प्रस्तुति इस प्रकार रही मानस प्रचार समिति बाजार बरखेड़ा आर्दश तुलसी मानस मंडल गंज सीहोर, बजरंग मानस मंडल गुनगा, रामायण समिति बैरसिया, बजरंग रामायण समिति नरसिंहगढ़, रही प्रथम पुरूस्कार में 5000 रूपये ओर शील्ड द्वितीय पुरूस्कार में 3100 रूपये व शील्ड, तृतीय  पुरूस्कार में 2100 रूपये व शील्ड प्रदान की गई। पुरूस्कार का वितरण देवेन्द्र सक्सेना जनपद अध्यक्ष अमरसिंह मीणा मारकेटिंग के अध्यक्ष एवं मायाराम जी गौर पूर्व मंडल अध्यक्ष ने किया।

      इस अवसर पर श्री महेश गुप्ता जी, परमानन्द जी मीणा सरपंच प्रदीप कुमार सक्सेना गुडूवना जी सरपंच चांदबड़ भीमसिंह सरपंच, अनूप सिंह सरपंच विश्राम सिंह जी मीणा कोलूखेड़ी पूनम चंद तिवारी सचिव पंचायत बरखेड़ा हसन द्वारका प्रसाद सरपंच पीलूखेड़ी आदि और क्षेत्र की जनता की उपस्थिति में किया गया। आभार प्रदर्शन राधेश्याम शर्मा द्वारा किया गया। 

वार्ड 10 में अब 4 उम्मीदवार मैदान में

      आष्टा 27 दिसम्बर (नि.प्र.)। आष्टा नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 10 में हो रहे उप चुनाव में आज नाम वापसी दिवस पर एक उम्मीदवार परसादी बाई कन्हैयालाल खत्री ने अपना नाम वापस ले लिया अब इस वार्ड में चार उम्मीदवार मैदान में शेष बचे है।

      इस वार्ड से भाजपा की ओर से समिति सिद्धीकी बी पत्नि भूरू खां, कांग्रेस की ओर से मूमताज बी पत्नि नासीर खां के अलावा साबीया बी एवं चाँद बी मैदान में शेष है आज नाम वापसी के समय के बाद निर्वाचन अधिकारी द्वारा शेष बचे चारों उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिये गये है। नाम वापसी के बाद अब वार्ड में पुरी तरह से स्थिति स्पष्ट हो गई है आज से चुनाव प्रचार के साथ जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो जायेगी। 

आसमान से बादल साफ होते ही ठंड ने जोर पकड़ा

जावर 27 दिसम्बर (नि.प्र.)। आसमान में छाये बादल छटते ही ठंड ने जोर पकड़ा ठंड के कारण लोगों ने किया गर्म कपड़े पहना शुरू अच्छी ठंड शुरू हाने से फसल को होगा फायदा। पिछले कुछ दिनों से आसमान में बादल छाये रहने से ठंड बिल्कुल गायब हो गई थी। तेज ठंड नहीं पड़ने से किसान भी चिंतित होने लगा था इसके अलावा गर्म कपड़ों का व्यापार भी ठंड नहीं पड़ने से मंदा पड़ा था लेकिन दो तीन दिनों से आसमान में छाये बादल अब पूरी तरह से साफ हो गये है।

      बादल साफ होते ही तेज ठंड पड़ना शुरू हो गई। ठंड शुरू होने के साथ ही जगह-जगह ठंड से बचने के लिए लोग अलाव जलाने लगे है साथ ही गर्म कपड़ों का सहारा भी लेने लगे है सुबह शाम के अलावा दिन में भी गर्म कपड़े पहने दिखाई देते है लोग ठंड के कारण सुबह की कुन-कुन धूप भी सुहानी लगने लगी है। ठंड से बचने के लिए बच्चे भी अपनी पढ़ाई आंगन या छत पर धूप में बैठकर पढ़ना पसंद कर रहे है। सेकूखेड़ा के कृषक देवरण ने बताया कि कुछ समय से ठंड नहीं पड़ने से गेहूं चने की फसल ठी से बढ़ नहीं पा रही थी उक्त फसल के लिए ठंड पड़ना भी जरूरी रहता है। कृषक मांगीलाल ने बताया कि दो तीन दिनों से अच्छी ठंड पड़ने लगी है जिससे गेहूं चने की फसल को फायदा होगा साथ ही चने की फसल में पड़ रही इल्ली में भी ठंड के कारण कमी आएगी।

      कृषक लखन सिंह ने बताया कि दो दिनों से अच्छी पड़ रही ठंड से गेहूं की फसल में चमक दिखाई देने लगी है। वही कुछ किसानों का मानना है कि यदि ठंड के साथ सुबह-सुबह कई हल्की हवा चल गई तो जल्दी बोई गई चने की फसल जिसमें इस समय भरपूर फूल आ रहे तो कई खेतों में दाना बैठने लगा है को नुकसान भी हो सकता है। 

माहेश्वरी समाज के चुनाव सम्पन्न सुरेश सचिव बने

      सीहोर 27 दिसम्बर (नि.सं.)। गत दिनों सीहोर माहेश्वरी समाज के चुनाव सपन्न हुए। चुनाव मे  राधारमण कासट को सर्वसम्मित से आगामी 3 वर्ष के लिये अध्यक्ष चुना गया,कासट को कार्यकारिणी गठन हेतु अधिकृत किया गया।

      कासट ने कार्यकारिणी गठन मे युवा समाज सेवी सुरेश साबू को सचिव,कमल भंवर व पंकज भंवर को उपाध्यक्ष,प्रदीप साबू को कोषाध्यक्ष,महेश माहेश्वरी व विजय हरकट को सांस्कृतिक सचिव,सत्तनारायण चांडक प्रचार सचिव, व भवन व्यवस्थापक धनश्याम दास घूत को नियुक्ति किया गया है। कार्यकारिणी में शांतीलाल साबू, मनोहर भंवर, जगदीश सोडानी, पुरषोत्तम कुईया, अक्षय कासट, अशोक बिहाणी, वल्लभ बियाणी, मनमोहन राठी, गोपाल चांडक, राकेश बांगड, पंकज, मनोज झंरव, योगेश राठी, अनिल सोडानी, शरद बाहेती, श्री गोपाल मंत्री का मनोनयन किया गया है। डॉ. सुरेश झंवर, श्रीमती अंजना हुरकट, सत्यमामा मत्री, सरोज झंवर, रजनी बाहेती, राधा सोडानी, पवन साबू पदेन सदस्य रहेगी।

Saturday, December 27, 2008

क्यों भैंसों का श्राप ले रहे हो... पशु चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्था से परेशान पशुपालक

सीहोर 26 दिसम्बर (नि.सं.)। पशु चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सक भी निजी प्रेक्टिस कर स्वयं को धन्य करने में लगे हुए हैं और जब कभी शासकिय स्तर पर इन्हे पशुओं की सेवा करने का सौभाग्य मिलता है तो यह उसे टाल जाते हैं। जबकि शासकिय दवाओं को अपने बेग में भरकर ले जाते हैं और फिर निजी प्रेक्टिस में इसका उपयोग कर लेते हैं। कई पशुओं को बीमारी की अवस्था में देखते रहते हैं लेकिन इलाज करने से बचते हैं। यदि पशु पालक यादा बात करें तो कह देते हैं कि मेरा स्थानान्तरण हो चुका है इसलिये मैं पशु नहीं देखूंगा।

      पशु चिकित्सालय इन दिनो पशुवत व्यवहार के कारण परेशानी का कारण बन गया है। मूक पशुओं के प्रति संवेदनहीन एक पशु चिकित्सक के व्यवहार ने यहाँ लम्बे समय से पशु पालकों को परेशानी में डाल रखा है। यहाँ आने वाले मुख्यत: ग्रामीण क्षेत्र के पशु पालकों के पशुओं का इलाज तो होता ही नहीं है या तो उन्हे चिकित्सक का अभाव बता दिया जाता है, या कम्पाउण्डर नहीं होने की बात कही जाती है।

      पशु चिकित्सालय में यूँ तो भारी मात्रा में दवाईयाँ प्रशासन उपलब्ध कराता है लेकिन जब कभी किसी मूक पशु के इलाज के लिये दवाई की जरुरत पड़ती है तो यहाँ उसे उपलब्ध ही नहीं होती है आखिर लाखों रुपये की दवाईयाँ बिना लगे ही कैसे गायब हो जाती है यह एक जांच का विषय है।

      एक बाबू हैं कि बस गुटका चबाते हुए बैठे रहते हैं और काम करने के नाम अलसाते हैं। यहाँ आने वाली दवाईयाँ इनके बेग में चुपचाप रखा जाती है और फिर सेटिंग से यहाँ से दवाई की चोरी हो जाती है।

      बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं का इलाज करने यह निजी प्रेक्टिस करने शासकिय दवाओं के साथ जाते हैं और वहाँ शासकिय दवाओं को लगाकर ग्रामीण पशु पालकों से भारी भरकम रुपये वसूलते हैं।

      इन्ही यह अदा भी है कि जब कभी कोई पशु पालक यहाँ इलाज कराने आता है तो उसे बजाये चिकित्सालय से दवाएं उपलब्ध कराने के सीधे बाहर की दवाएं लिख देते हैं जिससे पशु पालकों को परेशानी होती है।

      पशु चिकित्सा विभाग के एक उच्चस्थ अधिकारी को खाने-पीने का जरा यादा ही शोक फरमाया हुआ है, इनका शोक कैसे पूरा हो ? इसके लिये एक जुगाड़ बनाई गई है। जुगाड़ यह है कि यहाँ पशु चिकित्सालय में दवाओं की चोरी की खुल्ली छूट दी गई है जिससे होने वाली कमाई के रुपयों से आये दिन मुर्गा-पार्टी का आयोजन होता है। इनके खाने-पीने की आदत पशुओं को भारी पड़ रही है। पशुओं के हिस्से का माल इनके पेट में जा रहा है।

      पशु चिकित्सालय में एक स्थानीय छुटभैया भाजपाई नेता भी अपने एक मित्र के साथ डटे ही रहते हैं...यूँ तो लोग अक्सर मनुष्यों के चिकित्सालय में बैठना पसंद करते हैं लेकिन इन छुटभैया नेता को जाने कौन-सा आनन्द मिलता है जो यह पशु चिकित्सालय में आने वाले पशुओं को गौर से देखकर उठाते हैं। इनकी भी उपस्थिति यहाँ परेशानी पैदा करती है, यहाँ किसी ना किसी प्रकार जुगाड़ बैठे-बैठे देखते हैं जिससे दबाव बनाकर कु छ जेब खर्च निकाल सकें।

      स्थिति तो यह बन गई है कि पिछले दिनों एक भैंस पशु पालक यहाँ आया तो था काफी देर तक परेशान होता रहा किसी ने उसकी सहायता नहीं की, उसकी भैंस के थन खराब हो गये थे, उसमें कीड़े पड़ गये थे, उसकी पेशाब में कीड़े भी पड़ गये थे जिसकी सफाई तो हो गई लेकिन उचित मार्गदर्शन, इंजेक्शन बाटल यहाँ नहीं दिया गया। हैरान परेशान पशु पालक यहाँ सबसे यही कह रहा है कि भैया क्यों भैंसो का श्राप ले रहे हो।

      पशुओं को भर्ती की व्यवस्था नहीं होने के कारण भी यहाँ एक बड़ी समस्या खड़ी हुई है जिला पशु चिकित्सालय होने के बावजूद यहाँ कोई व्यवस्था नहीं है। पशु कल्याण समिति के होते हुए यहाँ समस्याएं व्याप्त हैं।

...जब नदी किनारे अधिकारी ने पत्रकार को कर दिया पानी-पानी

सीहोर 26 दिसम्बर (नि.सं.)। सीवन नदी की सफाई के साथ ही वह पत्रकार भी सक्रिय हो गये थे और नदी के कीचड़ के साथ अपने पाप भी धोने की तैयारी में जुट गये थे जो अपनी नई-नई आदतों से कभी कभार चर्चा में आ जाते हैं। सीवन के किनारों ने कईयों को पार लगाया है, घर बैठे मक्खी मारने वाले लोग इसी सीवन से निकले कीचड़ में स्वयं को कमल बनाने में सफल हुए हैं....सीवन के इन्ही किनारों ने कईयों के बुझे हुए दीप जलाये हैं... सीवन के किनारों ने कईयों की कला को प्रखर किया है और ऊँचाईयाँ दी है....चंदा की किरणों में गोते लगाने का दुस्साहस भी सीवन के किनारे चलने वाली ठंडी हवाओं ने ही दिया....। जब-जब सीवन की सफाई हुई तब-तब नगर के कई लोगों की प्रशासनिक दूरियाँ नजदीकियों में बदली है।

      लेकिन लम्बे समय से ना तो यहाँ कोई सीवन के प्रति सोच रखने वाला आया और ना ही इस बहाने अधिकारियों से करीबी बनने का कोई सेतु बन सका। यह दीगर बात है कि सीवन के घांट पर ऐसे लोग अकेले में ही जाकर टहल आते हैं और कई बार उन पुरानी यादों में खो जाते हैं जब सीवन सफाई अभियान के साथ ही उनकी प्रशासनिक अधिकारियों से करीबी बनी थी....और बड़े अधिकारी से होने वाली गुप्तगु को देखने वाले कई छोटे अधिकारियों की निगाह में वह कुछ खास हो गये थे...कैसे उनकी चल पड़ी थी...हर अधिकारी उन्हे सम्मान से देखता था...हर तरफ वही मियां सूरमा बने हुए थे...।

      अब हाल ही में जब सीवन सफाई का अभियान फिर साहब की उपस्थिति में प्रारंभ हुआ तो कईयों के मुँह पानी आ गया.....वह वापस ख्वाब देखने लगे जैसे-जैसे सीवन का कीचड़ हटेगा वैसे-वैसे उनकी नजदीकियाँ साहब से बनने लगेगी।

      इसी क्रम में सबसे पहले मचले एक पत्रकार ने पहले ही दिन साहब के सामने सीवन सफाई को प्रदेश भर में ख्याति दिलाने का छोटा-सा लालच देते हुए कैमरा आगे कर दिया और उनसे पूछा कि सीवन नदी की सफाई के विषय में आप क्या कहना चाहते हैं ? यह प्रेरणा आपको कैसे मिली ? आदि आदि। लेकिन यह क्या........?

      साहब तो एकदम अलग ही अंदाज में नजर आये....उन्होने सीधे कह दिया कि हटाईये यह कै मरा, चलिये दूर हटिये, मैं कोई नेता नहीं हूँ। जो हो रहा देख लीजिये....। उफ् यह क्या हो गया.... पत्रकार साहब बड़े मायूस हो गये। नजदीकियों के वह स्वप्न चूर-चूर हो गये...साहब की वाणी ने उन्हे दिन में ही तारे दिखा दिये। 

      दूसरे नम्बर पर एक नये-नये पत्रकार साहब ने दाव लगाया....। काफी सोच-विचारकर इन्होने साहब को घापे में लेने के लिये, और अधिकारियों पर रंगदारी दिखाने के लिये एक ऐसा स्थान चुना जहाँ मामला जम ही जाये। यह साहब के पास पहुँचे पहले तो खडे रहे और अपनी जबरिया फीकी मुस्कुराहट बिखेरते रहे...बातों ही बातों में हाँ-हूँ के बाद यह एकदम पास पहुँचकर अपनी एक कथित महत्वपूर्ण राय देने के अंदाज में साहब के कान में अंदर अपना मुँह घुसाने लगे....और अपनी एक राय भी दे बैठे।

      लेकिन यह क्या....इन्हे भी सीधे साहब ने दो टका जबाव दे दिया...मिस्टर अपनी राय अपने पास रखें, हमें जब जरुरत होगी मांग लेंगे... अभी हम जो कर रहे हैं वह होने दीजिये...हमें किसी की राय-मशविरा की जरुरत नहीं है....। हाय-हाय जालिम यह साहब ने क्या कर डाला...दूसरों के दिलों पर साँप लौटाने गये थे लेकिन खुद ही जख्मी होकर आ गये हैं। अब सीवन सफाई अभियान के साथ ही घटित उपरोक्त घटनाओं ने नगर में चर्चाओं को जन्म दे दिया है...। लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं...कोई कह रहा है लो निकल गया कीचड...तो कोई कह रहा है उन्हे तो कर दिया पानी-पानी....।