सीहोर 27 दिसम्बर (नि.सं.)। मध्य प्रदेश शासन के चुनाव होने के साथ ही अब सीहोर की प्रशासनिक फेरबदल की अटकलें बहुत तेजी के साथ शुरु हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी नई पारी की शुरुआत करते हुए पहले ही दिन से प्रशासनिक कसावट के संकेत दे दिये थे। इन्दौर में पड़े बैंक डाके के मामले में मुख्यमंत्री ने कहा था कि सिर्फ रिजल्ट की बात कीजिये। इसी क्रम में मुख्यमंत्री जी जब सीहोर जिले में यात्रा हुई तब भी उन्होने स्पष्ट संकेत दे दिये थे कि यहाँ बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होगा। जिसमें कुछ अधिकारियों को जिले से बाहर जाने के संकेत हैं।
मुख्यमंत्री जब बांद्राभान आये थे तब हेलीपेड उनकी एक प्रशासनिक अधिकारी क्या बातचीत हुई इसको लेकर चर्चाएं सरगर्म हैं। चुनाव के दौरान जिस तरह से प्रशासन काम कर रहा था और विशेषकर सीहोर विधानसभा क्षेत्र में प्रशासन का रुख एकदल बदला हुआ था और काफी हरकतें पुलिस विभाग ने भी की थी उससे लग रहा था कि निश्चित ही यदि भाजपा शासन फिर सत्ता में आया तो यहाँ बड़ा फेरबदल होगा। बहुत बड़ी संख्या में इस बार जहाँ जिला बदर की कार्यवाही हुई वहीं कई नामचीन लोगों को पुलिस ने भी चुनाव के दौरान उठवाया था।
इधर भाजपा शासन वापस सत्ता में आते ही सबसे पहले जिला मुख्यालय पर प्रशासन की आंख-नाक एसडीएम को सीधे बुदनी नसरुल्लागंज भेज दिया गया है। एसडीएम श्री मिश्रा काफी चर्चाओं में थे और चुनाव के दौरान ही उनसे भाजपाई खफा-खफा थे।
उधर जब मुख्यमंत्री बांद्राभान पहुँचे तो वहाँ उन्होने प्रशासनिक अधिकारियों से अपने अलग ही तेवर में बातचीत करते हुए स्पष्ट कर दिया कि यहाँ परिवर्तन होगा।
स्थानान्तरण होने के यह संकेत सर्वाधिक चर्चाओं में बने हुए हैं। साथ ही पुलिस प्रशासन में काफी हलचल मची हुई है। जिला प्रशासन भी यह मानकर चल रहा है कि आगामी दिनों में जो भी स्थानान्तरण की सूचियाँ जारी होंगी उनमें सीहोर के नाम भी प्रमुखता से शामिल रहेंगे।
भाजपा का पिछला शासन जहाँ प्रशासनिक ढील के कारण आम कार्यकर्ताओं व जनता के लिये परेशानी का कारण बना हुआ था वहीं अब मुख्यमंत्री के तेवरों से यह संकेत दिख रहे हैं कि कुछ कसावट सामने आयेगी। देखते हैं क्या होता है।