आष्टा 9 नवम्बर (नि.प्र.)। लम्बे समय से आष्टा विधान सभा क्षेत्र के मतदाताओं से जीत कर आष्टा भोपाल जाने के लिए कांग्रेस के नेता गोपालसिंह चौहान भोपाल से ज्यादा समय आष्टा में बीता रहे थे कांग्रेस की घोषित दूसरी सूची में आष्टा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी की मंशा अनुरूप गोपाल सिंह को प्रत्याशी बनाया गया। गोपाल सिंह के नाम की घोषणा होते ही कांग्रेस में जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार समर्थक छोड़कर सभी दावेदारों और उनके नेताओं में नाराजी छा गई ।
गोपाल सिंह के अलावा आष्टा विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ओर से बापूलाल मालवीय, एच.आर. परमाल, डा. हेमंत वर्मा, महाराज ज्योतिरादित्य की ओर से पूर्व विधायक अजीत सिंह, यूथ कांग्रेस की ओर से घनश्याम जांगडा सहित बंशीलाल धनवाल सहित लगभग 19-20 दावेदार आष्टा से भोपाल दिल्ली तक प्रयास में लगे थे लेकिन सभी दावेदार और उनके नेताओं को पचौरी ने ऐसी पटकनी दी कि उनकी आवाज भी नहीं निकली। जिसे कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है वो आष्टा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मुल्लानी के रहने वाले है जन्म इनका यहीं का है लेकिन उनकी कर्मभूमि भोपाल ही रही है यही कारण है कि गोपालसिंह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं आष्टा के मतदाताओं के लिए एक नया और अनजान चेहरा माना जा रहा है वही गोपाल सिंह पर पचौरी परमार नाम का ठप्पा भी लगा है जो कांग्रेस के अन्य गुटों को रास नहीं आ रहा है नाम घोषित होने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय का शुभारंभ हुआ। जिसमें कांग्रेस की एकता दिखाने के पूरे प्रयास किये लेकिन क्या जो एकता दिखाई गई है वो पूरे चुनाव में नजर आयेगी इसको लेकर एक प्रश् चिन्ह खडा है।
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