अम्बादत्त भारतीय : पितामह हस्तिनापुर से बंधे
रामनारायण ताम्रकार : अच्छे बुरो की पहचान हुई
पुरुषोत्तम कुईया : मैं सामने कैसे आऊं
जय उपाध्याय : यह तो होना ही था
महेन्द्र ठाकुर मनकी : डिमोशन से प्रमोशन पर लौटे
सुनील शर्मा : आगे आगे देखो होता है क्या
ओम मोदी : हमें कुछ नहीं मालूम भैया
विमल जैन : फिलहाल नहीं है चैन
अनिल राय : जमीन से जुड़ा पत्रकार
सुशील संचेती : आष्टा में रेल रुकवायेंगे
शैलेष तिवारी : हमारा जजमेंट कभी गलत नहीं निकलता
महेश दुबे मुन्ना : गैस वालों से परेशान
राजा भैया गाँधी : कोई मेरी भी शादी करा दो
आनन्द भैया गाँधी : कलम से समझौता नहीं
सुरेश साबू : नेता कम हलवाई यादा
बलजीत ठाकुर : दाढ़ी में तिनका
प्रदीप चौहान : चैनल गिरोह के सरगना
धर्मेन्द्र यादव : ये भी लौटे प्रमोशन पर
संतोष कुशवाह : अपने पास सारे फोटो हैं
शेख मुंशी : अपना काम अलग है
राकेश समाधिया : पार्वती आंदोलन के हीरो
संतोष सिंह : आजकल तीर्थ यात्रा करा रहे
प्रदीप समाधिया : अचूक निशाना
बिल्लु समाधिया : अपने तो कलेक्टर साहब
बब्बल गुरु : फोटो नहीं लगते यार....
अमित कुईया : क्रांतिकारी पतरकार