सीहोर 11 नवम्बर (नि.सं.)। उम्मीदवारों द्वारा चुनाव प्रचार में इस्तेमाल की जा रही सामग्री और साधनों पर खर्च की सही जानकारी देना जरूरी रहेगा। वास्तविक खर्च पर नजर रखने के लिए आयोग के निर्देश पर यह व्यवस्था की गई है कि सामग्री के मूल्य मानकों की सूची पहले ही तैयार की जाएगी। इसके आधार पर जिला निर्वाचन अधिकारी ऐसी सामग्री की दरें पता लगाकर उसे अपने क्षेत्र के प्रेक्षक को तत्काल उपलब्ध कराएंगे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डी.पी.आहूजा ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के हवाले से बताया है कि आयोग का पिछले चुनावों में यह भी अनुभव रहा है कि उम्मीदवार विभिन्न प्रचार सामग्री और साधनों पर खर्च किए गए पैसों की सही जानकारी नहीं देते हैं। इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए मूल्य मानक और दरों की सूची पहले ही तैयार की जा रही है। इस सिलसिले में कुछ तयशुदा सामग्री की दरें पता लगाई हैं। अलबत्ता, यह सामग्री परिवर्तनशील होगी ।
फिलहाल प्रचार साधनों और सामग्री की तैयार सूची में माइक्रोफोन और एम्प्लीफायर के साथ लाउडस्पीकर का भाड़ा, पंडाल और पोडियम बनाने पर खर्च, कपड़ों और अन्य चीजों से बनाए जाने वाले झण्डे तथा बैनर; हैण्डबिल्स, पोस्टर्स, होर्डिंग्स, लकड़ी के साथ ही कपड़े और अन्य चीजों के बने कटआउट्स, वीडियो और ऑडियो कैसेट्स, हारों और आर्चों का निर्माण, दैनंदिन किराए पर लिए जाने वाले जीप, टेम्पों, ट्रेकर, सूमो, क्लासिक, कार, तीन पहिया वाहन, साईकिल रिक्शा आदि का किराया, होटल और अतिथि कक्षों के किराए, ड्रायवर के वेतन की मदें, फर्नीचर और फिक्सचरों पर खर्च, नगर पालिका अफसरों से होर्डिंग्स का किराया और जिले में इस्तेमाल की जा सकने वाली अन्य चीजों की वहाँ रेट लिस्ट जिला निर्वाचन अधिकारी तैयार करेंगे।