सीहोर 26 अगस्त (नि.सं.) आजादी के बाद देश में भले ही मुस्लिमों में सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन आएं हो मगर तालीम, तंजीम ओर तिजारत को लेकर अभी भी बहुत कुछ किए जाने की सख्त आवश्यकता है। वैश्विक दृष्टिकोण से इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने की नाकाम कोशिशें के बीच मुस्लिमों का फर्ज है कि वह आज के प्रगतिशील दौर में अपने को ज्यादा जागरूक ओर अपडेट रखें।
यह बात तहसील चौराह के पास स्थित सरदार अमरजीत हायर सेकेण्डरी स्कूल के सभागार में आयोजित पहली गैर सियासी मुस्लिम कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजिस्थान मुस्लिम एज्यूकेशन सोसायटी के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज डा. आजम बेग ने व्यक्त किए। उन्होने इस मौके पर उपस्थित मुस्लिमों को कुरान-ए-पाक और हदीस के वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अवगत करया। उन्होंने देश के आजादी के आंदोलन में मुस्लिमों की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे खून से सींचकर हमने आजादी प्राप्त की है। आज भी हिन्दुस्तान में तहजीबी विरासत को मुस्लिमों ने समेट कर रखा है।
कांफ्रेंस के अतिथि म.प्र. अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष मो. इब्राहिम कुरैशी ने कहा कि म.प्र. में मुस्लिमों को जागरूक करने के लिए एस.ई.एस ने यह पहल की है। आवश्यकता इस बात की है कि मुस्लिम अब तालीम, तंजीय और तिजारत को लेकर एक गंभीर तरीके से बदलाव की दिशा में बढ़ना होगा। केन्द्र सरकार और शासन की योजनाओं का भी लाभ तभी मिलेगा जबकि हम शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक होकर अपनी तालीमी जरूरतों को पूरा करें।
एम.ई.एस. के कार्यकारी अध्यक्ष मो. डा. एस.ए. फारूखी ने कहाकि मुस्लिम को एक रहकर अब नए बदलाव की और बढ़ना पढ़ेगा। गीवत और अशिक्षा से परे इल्म की रोशनी में समान को तरक्की के पायदान पर आगे बढ़ाना पड़ेगा। आजादी के बाद भी मुस्लिमों की बुनियादी जरूरतों में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुआ जो चिन्ता का विषय है।
इसके साथ ही कांफ्रेंस को शिक्षाविद प्रो. मेहफूज खान, एम. ई.एस. के सहसचिव मो. आरिफ, संयोजक एडवोकेट के.यू. कुरैशी, जिलाध्यक्ष मो शाकेब खान, ए.आर शेख मुंशी आदि ने संबोधित किया।
इससे पहले कांफ्रेन्स की शुरूआत कुरान-ए-पाक की आयातो से हुई। मेहमानों का स्वागत संयोजक एडवोकेट के.यू. कुरैशी, जिलाध्यक्ष मो. शाकेब खान, शाकिर खान, आर.यू. खान, मो. मेहफूज खान, एजाज इलाही सिद्दीकी ने किया। स्वागत बैच एडवोकेट वसीम कुरैशी ने लगाए।
इस मौके पर विभिन्न स्तरों पर श्रेष्ठ कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र मोमेंट सम्मानित होन वालों में मेहफूज अली खान, जमीन हसन सिद्दीकी, डा. नसीमशाह खां, खालिद, डॉ. ए.के. कुरैशी, डा. युनूस खान, सईदुल हसन, मो. सरदार दिलेर खान, मुनीस अंसारी, फैज अंसारी, नवेद पहलवान, सुश्री सुबूही कमाल, सुश्री जुबेदा खान, सुश्री उदेशा बहादुर, डॉ. मो. आजम, अब्दुल उरुफलाला, मेहमूद अंसारी, एच.आर. सिद्दीकी, हाजी वसीम उल्लाह, जफरलाल, आफताब खान, कलीम पठान आदि शामिल हैं।
कार्यक्रम का सफल संचालन नवाब सिद्दीकी ने किया अंत में आभार एम.ई.एस. के जिलाध्यक्ष मो. शाकेब खान ने व्यक्त किया। जिला कांफ्रेंस में जिले भर के मुस्लिम बिदादरी के लोग सैकड़ों की संख्या में सम्मिलित हुए।
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