Wednesday, August 27, 2008

गायत्री शक्ति पीठ में श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई

सीहोर 26 अगस्त (नि.सं.) स्थानीय गायत्री शक्ति पीठ, सीहोर के समस्त परिजनों ने प्रात: कालीन गायत्री महायज्ञ के माध्यम से श्री कृष्ण जन्माष्टमी सभी के मंगलमय जीवन की प्रार्थना कर महा मृत्युन्जय आहूति व जन्माष्टिमी आहूति यज्ञ देवता के समर्पित की गई। सायं कालीन कार्यक्रम में दीप यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें भगवान श्री कृष्ण जी का जन्म दिन मनाया गया।
उपस्थित सदस्यों को प्रेरित करते हुए शांति कुंज परिव्राजक द्वारा भगवान श्री कृष्ण के बताये हुए मार्ग पर चलने की आवश्यकता पर बल दिया। पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य का संदेश देते हुए उन्होंने बताया कि भारतीय धर्म की अवतारी चेतना में राम और कृष्ण सूर्य और चन्द्रमा के समान है। श्री राम ने जो आदर्श आचरण प्रस्तुत किये उन्हें परिजन अपने जीवन में धारण करें। श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाना तभी सार्थक होगा कि उनके द्वारा उपदेशित गीता जी जो कि हमारे लिये अनुकरणीय हैं अपने जीवन में अपनाना चाहिये भारतीय संस्कृति मतानुसार पंचगा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि गंगा जल का पान करें, गीता का पाठ करें, गुरू का सम्मान करें, गायत्री मंत्र का जप करें और गौ माता का संरक्षण करें।
गीता जी में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को अपने विराट रूप का दर्शन कराते हुए बताया कि यह प्रत्यक्ष विश्व ही मेरा आकार रूप है। हम सभी भारतीयों को उनके दिये गये उपदेशों को याद कर अपने जीवन में अपना कर समचू विश्व के सामने भारत की उावल छवि को प्रस्तुत करें तभी श्री कृष्ण का जन्म दिवस मनाना हमारे लिये सार्थक होगा।


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