आष्टा 28 जून (नि.प्र.)। नगर पालिका में कार्यरत चंदन डोले शोध सहायक ने अपनी मनमरजी का राज स्थागित कर रखा है, सीएम ओ दीपक राय भी उन्हें कट्रोल करने में अपने आपको असहाय पा रहे है, कारण कि डोले जी भोपाल में मंत्री जी के बंगले से किसी अधिकारी कर्मचारी से फोन करवा देते हैं और डोले सा0 का वेतन पेमेंट हो जाता है काम के नाम सिपर है।
बताया जाता है कि चंदन डोले शोध सहायक न0पा0 में कोई भी काम कभी कार्यालय आ जाते है और पिछलें सभी कार्य दिवस के हस्ताक्षर कर तफरी कर, दो चार शिकायतें सीएमओ की सीएम तक भेजकर चले जातें है और फिर भोपाल से मंत्री जी के बंगले से किसी अफसर से फोन लगवा देते है, जिससे सीएमओ को कार्यवाही नही क रने के लिए मजबूर कर देते है इनका वेतन लगभग 600 रू प्रतिदिन है। पिछले दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण में जब श्री डोले की डयटी लगाई गई तो आदस से मजबूर डोले चार दिन गोल मार गये जब काम पिछे हो गया तो अपनी डि्वटी हटवाने के लिए भोपाल से फोन लगवा दिया और फिर गैर हाजिर हो गए, जिसका फायदा यह हुआ कि इनकी डयूटी हटा ली गई काम पीछे कर दूसरे कर्मचारी को काम दे दिया गया, वेतन निकालना जरूर नही भूलते हैं डोले जी, काम का कह दो तो दुनिया भर पंचायत लगा लेते है।
चंदन डोले के रवैया से क्षुब्ध होकर न0पा0 नगर पालिका के कर्मचारियों ने अध्यक्ष कैलाश परमार तथा सीएमओ दीपक राय को ज्ञापन दिया है कि डोले पर काम नही तो वेतन नही का सिंद्धान्त लगाकर वेतन भुगतान पर रोक लगाई जाए तथा विभागीय कार्यवाही की जाए, क्योकि न0पा0स्वायत्त शासी निकाय है, सभी कर्मचारी मेहनत कर वेतन जीपीएफ वसूली आदि कार्य कर इंतजाम करते है तो श्री डोले जी सभी को चकमा देकर बिना काम किए वेतन लेकर भोपाल भाग जाते है। मदन किलोदिया, फारूख हसन, रशीद जेडी गुप्ता एचओ. नागर अनिरूद्ध लेखापाल, हबीब असलम, अरूणा सोनी, कप्तान सिंह, कैलाश श्रीवास्तव, शांतिलाल फूलसिंह, कमल किशोर, अजय द्विवेदी आदि ने ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की है।