सीहोर 28 जून (नि.सं.)। गरीबी रेखा सूची का हालांकि सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है और 3 माह पूर्व ही इस कार्य को करके नगर पालिका के शहरी गरीबी उपशमन प्रकोष्ट में सौंप दिया गया है लेकिन इधर जिलाधीश डी.पी. आहूजा का आगमन हुआ है और अचानक कुछ अधिकारियों ने सर्वे जांच कार्य पुन: शुरु करवा दिया है। ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा रहा है कि 3 दिन में युध्द स्तर पर होने वाले इस कार्य में संभावित है कि सैकड़ो नाम कट भी सकते हैं, जांच दल में तहसील के कुछ कर्मचारियों को भी लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार नगरीय क्षेत्र में राय शासन के अनुसार विगत 3 माह पूर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) कार्यालय के निर्देश पर प्राप्त आवेदनों के आधार पर गरीबी रेखा में नाम जोड़ने का कार्य शुरु किया गया था। जिसमें 35 वार्डों में सर्वे कराया जाकर कई नाम जोड़े गये थे। और इस सूची को शहरी गरीबी उपशमन प्रकोष्ठ में सौंप दिया गया था। तीन माह पूर्व जो सर्वे हुआ था उसमें बड़ी बारीकी से जांच की जाकर नये नाम जोड़े गये थे व कुछ हटाये गये थे लेकिन अब एक बार फिर जिलाधीश के स्थानान्तरण होते ही नये सिरे से इस कार्य को कराये जाने का कार्य शुरु हुआ है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा एक बार फिर नगर पालिका कर्मचारियों और तहसील के पटवारी आदि कर्मियों की संयुक्त कमेटी के माध्यम से प्रत्येक वार्ड में फिर गरीबी रेखा की सूची की जांच शुरु हो गई है। इस बार जांच सूची में शामिल लोगों के यहाँ जाकर की जा रही है कि वह वास्तव में इस सूची में शामिल होने लायक हैं या नहीं, ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा रहा है कि 3 दिन में जब इसकी रिपोर्ट सौंपी जायेगी संभवत: सैकड़ो नाम सूची में से कटने की स्थिति में आ जायेंगे। देखते हैं क्या होता है।