सीहोर 24 नवम्बर (नि.सं.)। नगर पालिका को हमने 15 सौ करोड़ रुपये दिलाये हैं, आपके पास अभी तीन दिन हैं आप चाहो तो पता कर लो, यदि हमने नहीं दिलाये हो रुपये तो रमेश सक्सेना की गिरेबान पकड़ लेना और यदि 15 सौ लाख रुपये नगर पालिका में आये और काम नहीं हुआ तो फिर उनकी गिरेबान पकड़ लो।
चुनाव के अंतिम क्षणों में अपनी आक्रामक शैली में आते हुए विधायक रमेश सक्सेना ने कल रविवार को शाम अनेक जगहों पर सभाएं ली। छोटे मंचों पर विधायक हुई इन नुक्कड़ सभाओं में उन्होने कहा कि कल तक विधायक निधि से हमें जितना रुपया मिलता था वह हम खर्च करते थे। जब-जब गर्मियों में जल संकट आया है सर्वाधिक हेण्डपंप विधायक निधि से लगे हैं आप चाहे तो देख सकते हैं। सर्वाधिक रुपया हमने इस कार्य में लगाया । जनता भगवान का रुप होती है। जिस नगर में, जनता ने हमें वोट दिया है हम उसी सेवा पूरी ईमानदारी से करते हैं। उनके पास हजारों एकड़ शुगर फेक्ट्री की जमीन है जिस पर उन्होने कब्जा कर रखा है, यह सीहोर के साथ अन्याय है। शिवराज ने जनता के लिये काम किया है यदि नहीं किया हो तो आप वोट मत देना। शिवराज ने आम आदमी के लिये काम किया है, कोई भेदभाव नहीं किया, सबके लिये काम किया है तो फिर निश्चित रुप से कमल पर मोहर आपको भी लगना चाहिये।
अपनी सभाओं में रमेश सक्सेना ने कहा कि मैं तो इतना कहना चाहता हूँ कि नगर के विकास में सबसे बड़ी बात साम्प्रदायिक सौहार्द्र होता है हमने इसके लिये हमेशा प्रयास किया है। हमने प्रण लिया है कि पार्वती योजना में दम नहीं है, इसलिये कोलार का पानी सीहोर को लाकर देंगे। मेरे मन में शंका थी कि कोलार नहीं आ सकती, लेकिन अब तो कोलार भी आयेगी और नर्वदा का पानी भी उसमें डलकर आयेगा। आज मैं 59 साल को हो गया हूं लम्बे राजनीतिक जीवन में कोई भी माई का लाल यह कह दे कि मैंने रुपये लिये हैं तो राजनीति छोड़ दूंगा। आपने मुझे स्थापित किया है, नेता बनाया है।
आप नहीं बनाते तो भाजपा मुझे घांस डालने वाली नहीं थी। आपका आदमी हूं। सक्सेना ने कहा कि कोई चोर, लुच्चा, लफंगा नहीं हूं सबको सम्मान देता हूं सम्मान चाहता हूँ। कभी गलत बात नहीं करता, आपका साथ चाहता हूं।