Tuesday, November 25, 2008

मैं अखाड़े का छोटा पहलवान हूँ, वो मेरे छोटे भाई हैं, अब हम कोलार भी लायेंगे और उसमें नर्वदा का जल भी होगा, उद्योग भी लगेंगे

सीहोर 24 नवम्बर (नि.सं.)। नगर की सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है और इसके लिये मैने उच्च स्तरीय बातचीत करके खुद मुख्यमंत्री जी से इसके हल के लिये कोलार की बात की है। हम आगामी दिनो में सीहोर कोलार लायेंगे, खुशी की बात तो यह है कि उसके साथ माँ नर्वदा का पानी भी आयेगा क्योंकि अब नर्वदा का पानी कोलार में डाला जा रहा है, इस प्रकार कोलार से आने वाले पानी में नर्वदा का जल भी होगा।

      भाजपा प्रत्याशी विधायक रमेश सक्सेना कल उक्त बात अपनी एक पत्रकार वार्ता में कही। जब उनसे पूछा गया कि कल तक आप कोलार का विरोध करते थे तो उन्होने कहा कि मुझे गलत जानकारी थी, मैं समझता था कि कोलार नहीं आ सकती, भोपाल वाले नहीं देंगे लेकिन अभी कुछेक दिन पूर्व ही मुझे पता चला तब से मैं कोलार लाने के लिये प्रयत्नशील हूँ।

      विधायक श्री सक्सेना ने कहा कि इसके अलावा हम बंद पड़े उद्योग धंधों को लेकर भी चिंतित हैं एक उच्च  स्तरीय चर्चा जारी है, मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम शीघ्र ही यहाँ सीहोर में भी एक बड़ा उद्योग लगाया जायेगा।

      विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि 15 करोड़ रुपये पिछले 3 साल में हमारे शासन ने नगर पालिका में दिये हैं, जिसका पूरा हिसाब हमारे पास है लेकिन वह रुपया नपाध्यक्ष ने कहाँ लगा दिया यह उनसे पूछा जाना चाहिये। इस आरोप कि विधायक नगर पालिका में दखल रखते हैं का जबाव देते हुए सक्सेना ने कहा कि मेरी नहीं बल्कि राकेश राय की सीएमओ सुनते हैं इसका उदाहरण यह है कि परिषद की एक बैठक में जब हम सबने एक 14 लाख रुपये के बिजली के भुगतान को रोकने का प्रस्ताव अध्यक्ष जी के कहने पर सर्वसम्मति से पास कर दिया था तब बाद में पता चला कि उन्होने खुद हस्ताक्षर करके वह भुगतान करवा दिया है। ऐसा तभी हुआ होगा जब सीएमओ उनकी सुनता हो।

      विधायक ने अपने अंदाज में कहा कि मैं इसी चुनावी अखाड़े का सबसे छोटा पहलवान हूँ। दोनो ही प्रमुख उम्मीद्वार मेरे छोटे भाई हैं।

      विधायक पर लगाये जा रहे गुण्डाराज के आरोपों के विषय में उन्होने कहा कि मुझे पिछले 15 साल में एक भी रिकार्ड बता दें, एक भी व्यक्ति कह दे कि हमने कोई दादागिरी, गुण्डागर्दी करी हो तो अपने पद से हट जाऊ ंगा, घर बैठ जाऊंगा।

      श्री सक्सेना ने नपाध्यक्ष राकेश राय पर चुटकी लेते हुए कहा कि चुनाव हो रहे हैं यह तो अपनी जगह है लेकिन जिस तरह से उन्हे अलग-थलग कर दिया गया है, मैं अखलेश से चुनाव बाद बात करुंगा कि उसे ऐसा नहीं करना चाहिये। बड़ा भाई तो हमारे यहाँ राम के समान पूज्‍य होता है। जब सक्सेना को बताया गया कि राकेश राय ग्रामीण क्षेत्रों को संभालने के लिये भेजे गये हैं तो उन्होने कहा कि हाँ यह हो सकता है, क्योंकि सेवादल के माध्यम से उनका ग्रामीण क्षेत्रों में लम्बे समय से आना-जाना लगा रहा होगा।

      भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के लिये सबसे महत्वपूर्ण बात होती है साम्प्रदायिक सद्भाव कायम रहना, और पिछले 15 साल से शहर में शांति, अमन चैन कायम है। मेरा यही मुख्य ध्येय है कि शहर में शांति अमन कायम रहे।

      उन्होने कहा कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में हमने 200 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराये हैं। प्रत्याशी कोई भी कमजोर नहीं होता, जो भी आता है जीतने के लिये आता है।

      जब सक्सेना से यह पूछा गया कि पुरानी भाजपा नजर नहीं आ रही, त्यागी गुट गायब है तो उन्होने स्पष्ट कहा कि पुरानी भाजपा का मतलब है आदरणीय गोपाल दास राठौर, नारायण दास जी कुईया की उम्र के लोग, उन्होने कई बुजुर्ग भाजपाईयों के नो लेते हुए कहा कि वह सब आज भी भाजपा के  साथ हैं। और रही बात त्यागी जी की तो वह भी लगे हुए हैं, आप चाहें तो मोबाइल लगाकर पूछ लें वह आपको बता देंगे की भाजपा का ही काम कर रहे हैं और कहाँ क्या काम कर रहे हैं।

      कांग्रेस नेता जसपाल अरोरा के भाजपा में आ जाने के संबंध में सक्सेना ने कहा कि इनके आने से तो लाभ है ही और जो नहीं आये हैं, वह भी हमारा काम कर रहे हैं, जरुरी नहीं कि खुलकर ही काम करें, विरोधी पक्ष की जानकारियाँ भी मिलना जरुरी है इसलिये हमारे चाहने वाले वहाँ मौजूद हैं।