Friday, July 18, 2008

चार नाम वापसी के साथ नागरिक बैंक चुनाव चिन्ह आवंटित

सीहोर 17 जुलाई (नि.सं.)। अंतत: भारी जोड़-तोड़ के बाद आज चार नाम वापसी हुई जिससे आंशिक रुप से काका पैनल को लाभ हुआ है लेकिन अभी कई तीर बाकी हैं जो नागरिक सहकारी बैंक के चुनाव को रोचकता प्रदान कर देंगे। निश्चित ही आज जिन चार लोगों के नाम वापसी हुए हैं उनमें राजकुमार जायसवाल का नाम सर्वाधिक चर्चा में रहा। राजकुमार गुप्ता तो स्वयं ही चर्चा में थे। आज दिनभर बैंक के सामने कांग्रेस नेता किशन यादव की उपस्थिति में चर्चाओं में रही। जबकि दोपहर बाद सभी उम्मीद्वारों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिये गये हैं। अब चुनावी रणनीतियाँ बनना शुरु हो गई है।
जैसा की अनुमान लगाया जा रहा था कि कुछ लोगों को बैठाया जायेगा। और इसके लिये सारे जोड़-तोड़ भी बनाये जायेंगे। वैसा ही कुछ स्थिति आज नाम वापसी के दिन देखने को मिली। सीहोर नागरिक सहकारी बैंक के चुनाव की सरगर्मियाँ 15 जुलाई से ही तेज हो गई हैं जब काका की पैनल के सामने कुछ ऐसे नाम भी आ गये थे जिनके अनुभव और बाजारु पैठ से इंकार नहीं किया जा सकता था। ऐसे में चुनाव को आसान नहीं समझा जा रहा था।
इसी तारतम्य में 16 जुलाई का दिन भारी उथल-पुथल भरा रहा। विशेषकर पिछड़ा वर्ग पुरुष वर्ग में ओम वर्मा और राजकुमार जायसवाल युवक कांग्रेस नेता आमने सामने थे। ओम वर्मा पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं और रिंकु जायसवाल की तैयारी कुछ यादा ही थी, परिणाम स्वरुप सभी की निगाह रिंकु पर लगी थी। रिंकु ने भी पूरे उत्साह के साथ आवेदन भरकर सबको सचेत कर दिया था और कुछ परेशानी भी खड़ी कर दी थी। आज राजकुमार जायसवाल ने युवक कांग्रेस के पद को महत्व देते हुए संचालक पद चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया। सूत्रों का कहना है कि 22 से 27 जून तक हैदराबाद में पूरे जिले के युवक कांग्रेस जिलाध्यक्षों की एक बैठक सभा तय है जिसमें सख्त आदेश आये हैं कि अनुपस्थित रहेगा वह स्वयं को पदमुक्त मान लें। संभवत: इसलिये आज राजकुमार जायसवाल ने युवक कांग्रेस अध्यक्ष पद को महत्व देकर संचालक पद चुनाव उम्मीद्वारी से अपना नाम वापस ले लिया।
इनके अलावा भाजपा नेता राजकुमार गुप्ता भी काफी दिक्कत पैदा कर चुके थे। राजू गुप्ता ने अपना नाम दाखिल कराकर काका पैनल के एक तरह से मजे ले लिये थे। चूंकि काका पैनल में गुप्ता नहीं थे इसलिये गुप्ता के आवेदन दे दिये की चर्चाएं सरगर्म थी। वहीं राजू गुप्ता की दमदारी से कोई इंकार भी नहीं कर सकता। ऐसे में चुनावी गणित चलती रही और अंतत: आज ससम्मान राजकुमार गुप्ता ने अपना नाम वापस ले लिया ताकि उनके कारण किसी को कोई परेशानी ना खड़ी हो।
इसके अलावा सुशील ताम्रकार और प्रेम नारायण सिंह परमार ने भी नाम वापस ले लिया। ई.एम.जैकब का नाम कल जांच के दौरान हट गया था।
आज भी दिनभर कुछ लोगों के नाम और किसी तरह वापस हो जायें इसके प्रयास बहुत तेजी से किये जाते रहे लेकिन सफलता नहीं मिली। दोपहर 1.30 बजे तक का समय दिया गया था। श्रीराम धर्मशाला में जहाँ काका की पैनल उपस्थित थी वहीं अनिल मिश्रा व राजेन्द्र वर्मा की उपस्थिति भी बनी थी।
आज कांग्रेस नेता किशन यादव की नागरिक बैंक तिराहे पर लम्बे समय तक उपस्थिति बनी रहना और दोपहर डेढ़ बजे बाद उनकी रवानगी भी सर्वाधिक चर्चा में रही। श्री यादव ने पूर्व चुनाव में अपना दमदारी प्रदर्शित की थी। संभवत: इस बार भी वह पीछे से कुछ उम्मीद्वारों पर आशीर्वाद बनाये हुए हैं।
इस प्रकार आज बहुत कुछ स्थिति स्पष्ट हो गई है। आज सभी उम्मीद्वारों को चुनाव चिन्ह भी भेंट कर दिये गये हैं।