आष्टा 30 जून (नि.प्र.)। म.प्र. संस्कृत बोर्ड का आज 10 वीं कक्षा का गणित का पेपर उत्कृष्ठ विद्यालय आष्टा में था इस परीक्षा में आज उहापोह की स्थिति बन गई क्योंकि परीक्षार्थी 321 थे और बोर्ड से पेपर 142 आये थे।
इसके पीछे कारण यह बतया जा रहा है कि संस्कृत बोर्ड के जिन छात्रों को कोर्ट से 28 जून को स्टे मिल गया था उन्होने इसकी सूचना परीक्षा केन्द्र प्रमुख को नहीं दी और 142 छात्रों के हिसाब से पेपर आ गये लेकिन परीक्षा में 321 छात्र जब उपस्थित हुए और स्थिति स्पष्ट हुई की स्टे मिल जाने के कारण सभी परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुँचे हैं तब सुबह भागमभाग मची 142 जो पेपर आये थे वो तो परीक्षार्थियों को वितरित कर दिये शेष के लिये सुबह शिक्षक फोटो कापी के लिये बाजार में भागे लेकिन सुबह को उक्त समय विद्युत कटौती का था इसलिये कहीं भी फोटो काफी पेपर की नहीं हुई तब निर्णय लिया कि शेष बचे छात्रों को परीक्षा का समय 1 घंटा बढ़ाया जायेगा।
इस प्रकार कुछ छात्रों ने परीक्षा प्रात: 8 से 11 तक दी शेष ने 9 से 12 तक दी बताया जाता है कि इसमें पूरी गलती संस्कृत बोर्ड की थी उन्होने परीक्षा केन्द्र प्रमुख को स्टे की सूचना नहीं दी जिससे यह स्थिति बनी। देखना है कि इस लापरवाही की जिम्मेदारी किस पर थोपी जाती है क्या कार्यवाही होती है ?